अब भंवरी का पति और बेटी लापता!
जोधपुर। एक सितंबर से लापता एएनएम भंवरी देवी के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। जांच में जुटी सीबीआई को भंवरी के बारे में अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। इस बीच भंवरी के पति अमरचंद और उसकी बेटी के लापता होने की खबर है। एक निजी चैनल की खबर के मुताबिक अमरंचद और उसकी बेटी अपने घर से गायब हैं।
भंवरी देवी मामले में रोज नई ऑडियो और वीडियो सीडी के मिलने से मामले की जांच कर रही सीबीआई भी पसोपेश की स्थिति में आ गई है। जांच के दौरान ऑडियो-वीडियो की कई दर्जन सीडियां बरामद की जा चुकी हैं। इसके चलते सीबीआई के सामने यह बड़ा सवाल पैदा हो गया है कि इनमें मुख्य सीडी कौन सी है, जिसके चलते एएनएम भंवरी देवी की अपहरण के बाद हत्या तक कर देने की बात सामने आ रही है।सीबीआई सूत्रों ने बताया कि तमाम बरामद सीडियों की बारीकी से छान-बीन की जा रही है। इन सीडियों में कई डुप्लीकेट सीडियां भी शामिल हैं। इसके चलते छानबीन के दौरान असल सीडियों को छांट कर उनकी विशेष्ा रूप से जांच की जा रही है। सीडियों की छानबीन के साथ-साथ इनमें दिखाई दे रहे नेता और अधिकारियों को सूचीबद्ध भी किया जा रहा है।
जलदाय महकमे में खलबली
सूत्रों की मानें, तो एएनएम से अभिनेत्री बनी भंवरी देवी खुले विचारों के चलते एक शातिर गिरोह के चंगुल में फंस गई थी। बताया जाता है कि गिरोह के लोग भंवरी और उसकी सहेलियों के मार्फत नेताओं के साथ-साथ पीएचईडी के वरिष्ठ अधिकारियों को भी अपने जाल में फांसने का धंधा कर रहे थे और जाल में फंसे अधिकारियों से पीएचईडी में अपने मन मुताबिक ठेका पास करवा लेते थे। इसी आधार पर सीबीआई सीडियों की छानबीन कर पीएचईडी के अधिकारियों को भी चिह्नित कर रही है। यहां तैनात कई अधिकारियों के चाल-चलन की टोह भी ली जा रही है।
राजधानी में भी आना-जाना रहा
सूत्रों ने बताया कि भंवरी कई मर्तबा अपनी कार से जयपुर का दौरा कर चुकी है। भंवरी के राजधानी में आने के दौरान पीएचईडी के गेस्ट हाउस और सर्किट हाउस में भी अधिकारी और नेताओं के साथ ठहरने की चर्चा है। भंवरी के सीबीआई उसके कार चालक फारूक से भी पूछताछ कर चुकी है।
पोरबंदर। आमतौर पर विवाहित लोगों को अवैध संबंध बनाने हमेशा भारी पड़ते हैं और उनका वैवाहित जीवन भी खतरे में पड़ जाता है लेकिन फिर भी इस तरह के मामले रुकने की बजाए दिनों-दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। इसी तरह का यह मामला है गुजरात के पोरबंदर शहर का।
शहर में स्थित एक सोनी की दुकान में रात्रि के समय व्यापारी अपनी प्रेमिका के साथ रंगरंलिया मना रहा था कि तभी अचानक उसकी पत्नी की यहां एंट्री हो गई और उसने रंगे हाथों इन्हें पकड़ लिया। यह नजारा देख पत्नी का पारा सातवें आसमान पर जा पहुंचा और उसने प्रेमिका की धुलाई करना शुरू कर दी। पत्नी तब तक प्रेमिका को पीटती रही, जब तक पुलिस यहां नहीं पहुंच गई। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद ही मामला कुछ शांत हो सका।
घटना रात के लगभग साढ़े नौ बजे की है। व्यापारी की पत्नी को किसी ने खबर कर दी थी कि उसका पति इस समय प्रेमिका के साथ दुकान में है। पत्नी तुरंत ही दुकान चली आई और जब उसकी दुकान मं एंट्री हुई तब उसका पति और उसकी प्रेमिका आपत्तिजनक स्थिति में थे।
जहाज रेगिस्तान के या पानी के!
भुज। रण (रेगिस्तान) के वाहन माने जाने वाले ऊंट को समुद्र में तैरते देखा है? जी हां, ये ऊंट गहरे पानी में तैर कर समुद्र भी पार करते हैं। कच्छ में खाराई (खाराश) किस्म के ऊंट मैंग्रूव वनस्पति चरने के लिए हर रोज मुंद्रा तट पर समुद्र की खाक छानते हैं। वनस्पति के लिए ये ऊंट रोज सात किलोमीटर तक का सफर पानी में तय करते हैं। समुद्र पार करने वाले ये ऊंट केवल कच्छ में ही पाए जाते हैं। कच्छ में इनकी संख्या करीब 2200 है, जबकि दस साल पहले इनकी संख्या 5 हजार थी।
कच्छ की सहजीवन नामक स्वैच्छिक संस्था के कार्यक्रम संयोजक रमेश भट्टी कहते हैं कि समुद्र में तैरने की क्षमता रखने वाले खाराई ऊंट अन्य कच्छी ऊंटों के मुकाबले अलग होते हैं। खाराई ऊंट वजन में हल्के होते हैं। उनके कान छोटे होते हैं और उनकी खूंध भी छोटी होती है। कच्छ में मुंद्रा के टुंडावांढ, अबसाड़ा के मोहाडी, लैयारी और भचाऊ के जंगी गांव में देखे जाते हैं।
भौगोलिक परिस्थिति के अनुसार ऊंटों की आबादी चिंताजनक ढंग से कम हो रही है। कच्छ में चर भूमि कम हो रही है। कच्छ में रबारी, मुस्लिम जाति और समा जाति के लोग ऊंट पालन व्यवसाय से जुड़े हुए हैं।
स्थानीय स्तर पर नर ऊंट का माल परिवहन में उपयोग होता है। हालांकि, अब मादा ऊंट के दूध को बेचकर आय प्राप्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
सरकार उदासीन
इतना महत्व होते हुए भी गुजरात सरकार इन्हें लेकर उदासीन है, क्योंकि इन ऊंटों में फिटडो और खाजी नामक बीमारी फैलती है, जो इनके लिए जानलेवा होती है। राज्य सरकार ने इस बीमारी के लिए महज 20 लाख रूपए ही आवंटित किए हैं।
07 किमी तक तैर जाते हैं समुद्र में
2200 ही बचे हैं
05 हजार थे 10 साल पहले तक
INDIAN ARMY TEAM WINS GOLD MEDAL AT AN INTERNATIONAL COMPETITION HELD AT UNITED KINGDOM
'Cambrian Patrol Competition', an international event, known as the "Olympics of Patrolling", is conducted at Wales, in United Kingdom, every year. 4th Battalion of 9th Gorkha Rifles (CHINDITS) of Sudarshan Chakra Corps participated in Cambrian Patrol competition, in the United Kingdom, in October 2011. The team earned laurels to the Nation and the Indian Army by winning a 'Gold Medal at the said competition. A total of 100 teams participated in Cambrian Patrol Competition including 14 teams from various foreign countries.
Lieutenant General AK Singh, Army Commander, Southern Command felicitated the team today during his visit to the Corps Headquarters in the desert sector.
The Army Commander applauded the dedicated efforts of the team members for their pursuit in excellence. He mentioned that this event is a widely renowned military competition conducted by the British Army and is held under adverse battle conditions in arduous terrain of both jungles and mountains. The aim of the Cambrian Patrol is to provide a challenging patrol exercise in order to develop operational capability as a mission oriented tactical team.
The performance of the team hinges around leadership, team work, physical fitness, mental robustness and above all tactical skills involving reconnaissance techniques, navigation, first aid and casualty evacuation. The British Army has conducted Cambrian Patrol Competition for the last 40 years where participants include teams from foreign armies. This team has won the first ever 'Gold Medal' by an Indian contingent. The Army Commander, in appreciation of the victory, presented the team with the trophy on the occasion.
भारतीय सेना ने पाकिस्तान को पछाड़ स्वर्ण पदक जीता
केम्ब्रियाँ पेट्रोल प्रतियोगिता में
पश्चिमी सरहद के किसी स्थान से भारतीय सेना की सुदर्शन चक्र कोर की ९ वी गोरखा रायफल चिटिंद की चौथी बटालियन टीम ने ब्रिटेन में आयोजित केम्ब्रियाँ पेट्रोल अन्तराष्ट्रीय प्रतियोगिता में पहली मर्तबा स्वर्ण पदक जीत भारतीय सेना का गौरव बढाया .यंहा भारत ने पकिस्तान को पछाड़ा पाकिस्तान को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा .लेफ्टिनेट जनरल ए के सिंह जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ दक्षिण कमांड ने सोमवार को सरहद के किसी एक स्थान पर आयोजित भव्य समारोह में विजेता टीम को ट्रोफी प्रदान कर सम्मानित किया इस अवसर पर लेफ्टिनेट गेनरल संजीव लंगर जनरल ऑफिसर कमांडिंग सुदर्शन चक्र कोर भी उपस्थित थे .सिंह ने टीम के सदस्यों को उनकी निष्ठां और सर्वोत्तम कार्य के लिए शाबाशी देकर होसला अफजाई की उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा की ब्रिटिश सेना द्वारा प्रति वर्ष विषम युद्ध प्रिष्ठितियो ,जंगली और पर्वतीय इलाको में विश्व्यापी प्रतियोगिता का आयोजन आयोजन कराया जाता हें.जिसमे सेना के जवानों को ७२ घंटे लगातार तीस किलो वजन के सेन्य अस्त्र शास्त्र पीठ पर लड़ कर दीया गया लक्ष्य हासिल करना होता हे भारतीय दल ने अपना लक्ष्य निर्धारित अवधि में पूरा कर विश्व विजेता बना इस अ.वसर पर जवानों का सैनिक परम्परानुसार सम्मान भी किया गया,इ स वर्ष अक्टूबर में आयोजित इस प्रतियोगिता में १५ देशो की एक सौ टीमो ने भाग लिया था भारतीय सेना की ११ सदसीय टीम ने अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक विजेता बना टीम का स्टार नेतृत्व ,सामूहिक कार्य शारीरिक शक्ति मानसिक द्रढ़ता और सबसे बढ़कर तकनिकी कुशलता जिसमे रेकी की तकनिकी प्रचालन प्राथमिक उपचार घायलों को ले जाना जैसे प्रदर्शन करने होते हें .सेना केम्ब्रियाँ पिछले ४० सालो से इस प्रतिओयोगिता का आयोजन कर रही हें जिसमे भारत ने छाती बार हिस्सा लिया इसमें विदेशी टीमे भाग लेती हें ..भारतीय सेना को यह गौरव पहली बार मिला हें ,इस अ.वसर पर जवानों का सैनिक परम्परानुसार सम्मान भी किया
भंवरी प्रकरण : मिली 150 सीडी! जोधपुर। एएनएम भंवरीदेवी अपहरण मामले की जांच में जुटी सीबीआई टीम को अजमेर में आगरा गेट स्थित एक बैंक लॉकर से करीब 150 सीडी व ऑडियो क्लिप मिली। इनकी जांच में सीबीआई को पसीना आ रहा है। नगदी व गहने भी बरामद हुए। हालांकि सीबीआई इसकी पुष्टि नहीं कर रही। संभवतया इसके आधार पर कुछ और लोगों से पूछताछ की जा सकती है। सूत्रों के अनुसार भंवरी तथा सोहनलाल की मिली एक ऑडियो क्लिप में अजमेर के बैंक लॉकर में सीडी रखी होने की जानकारी मिली थी।इस आधार पर शुक्रवार को सीबीआई टीम ने वह लॉकर खुलवाया। सीबीआई ने इसमें रखी सीडियां, क्लिप, जेवर व नकदी बरामद कर ली। लॉकर से बरामद सीडी की पड़ताल में सीबीआई स्थानीय पुलिस की मदद भी ले रही है।रविवार दोपहर जोधपुर ग्रामीण पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी सर्किट हाउस में सीबीआई अधिकारियों के साथ सीडी की जांच कर रहे थे। बैंक खातों का ब्योरा मांगासीबीआई ने सम्बन्घित बैंकों से भंवरी के खातों का ब्योरा मांगा है। बताया जाता है कि इन खातों में लाखों रूपए का लेन-देन किया गया था। सीबीआई पता लगा रही है कि किसने भंवरी के खातों में पैसे जमा करवाए थे। इनमें भंवरी का अजमेर की एक शाखा में भी खाता था। मदेरणा व मलखान से पूछताछ कब?इधर, सीबीआई ने न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे सोहनलाल के भाई बाबू विश्नोई सहित कुछ अन्य संदिग्धों से रविवार को पूछताछ की। बर्खास्त मंत्री मदेरणा, उनकी पत्नी लीला मदेरणा व लूणी विधायक मलखान से शीघ्र पूछताछ की संभावना है। रविवार को दिन भर विधायक से सीबीआई पूछताछ की चर्चा रही, लेकिन अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई। सीबीआई अब तक विधायक विश्नोई के भाई परसराम, बहन इन्द्रा, बर्खास्त मंत्री के करीबी व गैस एजेंसी संचालक घनश्याम चौधरी, भंवरी की सहकर्मी एएनएम, कार चालक, वीडियो पार्लर संचालक सहित कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है। पीपाड़ में पूछताछइस मामले में सीबीआई रविवार शाम फिर पीपाड़ शहर क्षेत्र पहुंची और न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे सोहन व शहाबुद्दीन से सम्पर्क में रहने वाले कुछ लोगों से पूछताछ की। साथ ही दोनों को मोबाइल व सिम देने वाले सुरेश, यूसुफ व सुनील से पूछताछ की। सुरेश आरोपी शहाबुद्दीन के पास रहता है और उसने सोहन को दो सिम बेची थी। सीबीआई ने इन सभी को मंगलवार को जोधपुर बुलाया है।इन सीडी में क्या?आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हो रही, लेकिन जो जानकारी आ रही है उसके मुताबिक सीडी अलग-अलग जगह और लोगों की हैं।सहीराम की हत्या की सुपारीभंवरी अपहरण में फरार आरोपी व पूर्व उपजिला प्रमुख सहीराम विश्नोई को रास्ते से हटाने के लिए राज्य के बाहर के किसी शातिर गिरोह को करोड़ों रूपए की सुपारी देने की साजिश की सूचना पुलिस व गुप्तचर एजेंसियों को मिली है। इसके मुताबिक कुछ लोगों नेे शनिवार रात जोधपुर जिले में गुप्त बैठक की और सहीराम को सीबीआई के हत्थे चढ़ने से रोकने या रास्ते से हटाने की साजिश रची गई। आशंका है कि गैंग से बातचीत कर सुपारी की राशि भी तय की गई। पुलिस व सीबीआई ने पुष्टि नहीं की है, लेकिन यह पता लगाने में जुटी है कि बैठक कहां हुई और इसमें कौन-कौन शामिल हुए। इससे पहले पुलिस जांच में खुलासा हुआ था कि सहीराम ने अपहरण की साजिश रची थी। उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था जिसे बढ़ा एक लाख कर दिया गया।तीन आरएएस भी थे सम्पर्क मेंअब तक की जांच में सामने आया कि कुछ आईएएस अफसरों के अलावा तीन आरएएस अधिकारी व बिलाड़ा में रह चुके एक डिप्टी सीएमएचओ भी भंवरी के सम्पर्क थे। सीबीआई इसकी भी पुष्टि नहीं कर रही। अजमेर में मकान खरीदा था: भंवरी के भाई कैलाश नटराज के अनुसार, उसकी दूसरी बहन इन्द्रा ने पिछले दिनों उसे बताया कि लापता होने से एक माह पहले भंवरी करीब चार-पांच बार अजमेर आई थी। उसने महर्षि दयानंद सरस्वती विश्व विद्यालय के पास की कॉलोनी में मकान खरीदा था और जल्द रजिस्ट्री करना चाहती थी।
जिले में पर्यटक सीजन पर पर्यटको की सुरक्षा किये पुख्ता इंतजाम,
पर्यटक अधिनियम 05 लपके गिफतार
जैसलमेर राजस्थान में जिला जैसलमेर पर्यटक की दृष्टि में अपनी एक अलग पहचान रखता है , जिसके कारण हर वर्ष सीजन के समय जैसलमेर में देशी/विदेशी पर्यटको का आनाजाना लगा रहता है तथा इसके साथसाथ मारवाड क्षैत्र में मेलमिलाप एवं भाईचारे की परम्परा जो कि प्राचीन काल से चली आ रही को किसी भी प्रकार ठेस न पहॅूचे को मध्यनजर रखते जिला पुलिस द्वारा जिले में आने वाले समस्त देशी विदेशी पर्यटको की सुरक्षा हेतु पुख्ता ईन्तजाम किये गये है,जिला पुलिस अधीक्षक ममता बिश्नोई ने बताया कि जिला पुलिस द्वारा पर्यटको की सुरक्षा हेतु ॔॔अतिथि देवो भव॔॔ अभियान शुरू किया जिसके तहत जैसलमेर शहर एवं शहर के नजदिकी होटल के साथ समय पर मिटींगो का आयोजन किया जाता है तथा उनके पर्यटको की सुरक्षा हेतु अपनीअपनी होटलो में पुख्ता इन्तजाम किये जाने हेतु निर्देशित किया जाता है। पुलिस विभाग द्वारा स्थापित पर्यटक सुरक्षा दल में ज्यादा से ज्यादा मुलाजमान लगाये जाकर पर्यटको के साथ लूटपाट एवं छिनाछपटी करने वालो के खिलाफ धारा 13 (2) पर्यटक अधिनियम 2010 के तहत कठोर कानूनी कार्यवाही की जाती है। इस धारा के अन्तर्गत इस साल के सीजन के शुरू के 02 महिनों में अब तक 05 लपको के विरूद्ध लपको के विरूद्ध कार्यवाही की गई है ओर आगे भी प्रभारी पर्यटक सुरक्षा दल को ओर अधिक से अधिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। पुलिस द्वारा पर्यटको की सुरक्षा हेतु किये गये इन्तजामों को आने वाले पर्यटको एवं जिलं में पर्यटक व्यवसाय से जुडे लोगो एवं व्यापारियों द्वारा भी सराहा गया हैं। जिला पुलिस आगे भी इसी प्रकार स्थानीय प्रशासन से समन्वय बनाकर पर्यटको की सुरक्षा के लिए अच्छे प्रबंध करती रहेगी, जिससे आने वाले पर्यटको के सामने मारवाड की पारम्परिक छवि अच्छी बनी रहे ओर भी पर्यटक व्यवसयी या लपके इस छवि को धुमिल करने की कोशिश करेगा, उसके विरूद्ध कठोर कानून कार्यवाही अमल में ली जावेगी। जिला पुलिस जिले के समस्त पर्यटक व्यवसायियो एवं बाहर से आने वाले देशी/विदेशी पर्यटको से भी अपील करता है कि वह भी उनके इस कार्य में सहयोग करे। क्योकि जैसलमेर शहरचलाये जा रहे ॔॔अतिथि देवो भव॔॔ अभियान के तहत पर्यटको को परेशान एवं उनके साथ छिनाछपटी करने वाले लपको के विरूद्ध चलाये रहे अभियान के तहत आज दिनांक 0411-2011 को पर्यटक सुरक्षा दल द्वारा दौराने गस्त एक लपके को अपनी मोटरसाईकिल पर सवार होकर जोधपुर साईड से आने वाली पर्यटकों की गाडी के पिछे अपनी मोटरसाईकिल दोडाकर पर्यटको को परेशान कर रहा था जिस पर पर्यटक सुरक्षा दल के प्रभारी श्री शैतानसिंह सउनि मय जाब्ता कमालखॉ कानि, महेन्द्र कुमार कानि एवं जसवंतसिंह कानि. ड्रा0 के द्वारा अपनी गाडी से उक्त लपके का पिछा कर उसे रेवतसिंह की ाणी के पास जाकर पकड लिया। जिसने अपना नाम दीपसिंह पुत्र शिवनाथसिंह जाति राजपुत निवासी हाबूर बताया को धारा 13 (2) पर्यटक अधिनियम 2010 के तहत गिरफतार कर न्यायालय में पेश किया गया तथा उसके कब्जा से मोटरसाईकिल संख्या आरजे 15 एसबी 3666 को जब्त कर एमवी एक्ट के तहत कार्यवाही की गई।
उदयपुर. सौतेले मां-बेटे के नाजायज रिश्ते से परेशान होकर तीन वर्ष पूर्व बहू के आत्महत्या करने के बहुचर्चित मामले में शनिवार को कोर्ट का फैसला आ गया। डबोक क्षेत्र के इस मामले में आरोपियों को पांच-पांच साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई है।
ससुर को संदेह का लाभ मिल गया। अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश फास्ट ट्रैक क्रम 1 की पीठासीन रेखा भार्गव ने यह फैसला सुनाया। इस मामले में डबोक में मेड़ता के काली घाटी निवासी भंवर कुंवर पत्नी देवी सिंह और उसके सौतेले बेटे गुलाब सिंह पुत्र देवी सिंह को आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने पर धारा 306 के तहत पांच-पांच साल की कठोर कैद व तीन-तीन हजार का जुर्माना, दहेज प्रताडऩा के मामले में धारा 498 ए में तीन साल का कठोर कारावास व एक-एक हजार जुर्माने की सजा सुनाई गई है।
ससुर देवी सिंह पुत्र धूल सिंह को साक्ष्य के अभाव में संदेह का लाभ देकर बरी कर दिया गया है। पुलिस ने पहले इस मामले में दहेज हत्या की धारा 304 बी और 498 ए के तहत चालान पेश किया था।
पीहर पक्ष के बयानों के आधार पर हुई सजा
अभियोजन पक्ष की ओर से अपर लोक अभियोजक जय पालीवाल ने 18 गवाह और 34 दस्तावेज पेश किए। पुलिस ने इस मामले में दहेज हत्या की धारा 304 बी और 498 ए के तहत चालान पेश किया था। अदालत ने मृतका सज्जन कुंवर के मां-पिता, भाई-भाभी के बयानों को आधार माना।
सज्जन कुंवर ने पीहर पक्ष को उसके पति व सास के बीच नाजायज संबंध के बारे में बताया था। इस पर धारा 304 बी दहेज हत्या के स्थान पर आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने पर आईपीसी की धारा 306 के तहत व दहेज प्रताडऩा (498 ए) में अपराध दोष सिद्ध माना।
नाजायज संबंधों से दुखी होकर की थी आत्महत्या
अदालत ने कहा कि मां-बेटे का आचरण ऐसी प्रकृति का था जो मानसिक क्रूरता की श्रेणी में आता है। अभियुक्त गुलाब सिंह व भंवर कुंवर के संबंध मां-बेटे के समान हैं। इनके बीच इस प्रकार के नाजायज संबंध होना स्वयं में अविश्वसनीय था। जिनको कहीं भी स्वतंत्र रूप से मृतका द्वारा बताया जाना संभव नहीं था।
मृतका वह इसका उल्लेख मात्र अपने परिजनों से ही कर पाई। इसी घुटन के कारण उसने आत्महत्या कर ली थी। यही प्रमाणित होता है।
क्या था मामला :
30 अगस्त 08 को भैरू सिंह ने डबोक थाने में केस दर्ज कराया था कि उसकी 20 वर्षीय बेटी सज्जन कुंवर की शादी डेढ़ साल पूर्व गुलाब सिंह के साथ हुई थी। शादी के बाद ही ससुराल पक्ष सज्जन कुंवर को दहेज के लिए परेशान करते थे। 28 अगस्त 08 को भी सज्जन कुंवर ने फोन कर ससुराल पक्ष द्वारा दहेज के लिए परेशान करने की बात कही थी।
तब पिता ने सज्जन कुंवर को पीहर बुला लिया था। समझाइश कर वापस अगले दिन ससुराल वापस भेज दिया था। उसी दिन ससुराल जाते ही सज्जन कुंवर ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने दहेज हत्या का केस दर्ज किया था।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी
ब्लू फिल्म युवक और छात्रा की पहचान हो चुकी है
अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है
राजौरी में एक आठवीं कक्षा की छात्रा की अश्लील फिल्म बनाने का मामला प्रकाश में आया है। जिसे कार में फिल्माया गया है। मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने शनिवार को इस संदर्भ में एफआईआर नंबर 580, आरपीसी की धारा 292/67/65ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है। फिल्म में शामिल छात्रा तथा युवक की पहचान हो गई है। लेकिन पुलिस ने अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। इस तरह का यह चार माह में दूसरा मामला है। जिससे क्षेत्र के लोगों में काफी रोष है।
जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से राजौरी में एक स्थानीय छात्रा की अश्लील फिल्म का मामला काफी चर्चा में था। पुलिस के पास जब इसकी शिकायत आई तो मामले से पर्दाफाश हो गया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने जांच में पाया कि फिल्म में छात्रा तथा युवक दोनों ही स्थानीय हैं। छात्रा एक प्राइवेट स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ती है। जबकि युवक उसी के घर के पास रहता है। दोनों काफी अच्छे परिवारों से तालुक रखते है। पुलिस ने फिल्म की कापी को जांच के लिए उसे भेज दिया है।
फिलहाल पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मामला दर्ज कर लिया है। जांच के दौरान इस बात पर नजर रखी जा रही है कि फिल्म किस मकसद से बनाई गई है। क्या इससे छात्रा को ब्लैकमेल किया जा रहा था या फिर उसे बदनाम करने के लिए। इसके लिए पहले चरण में युवक से भी पूछताछ की जा सकती है। जिसके बाद ही साफ हो पाएगा की फिल्म मार्केट में कैसे आई और इसके पीछे किन किन लोगों का हाथ है। फिल्म की कापी को मार्केट से खत्म करने की भी कवायद शुरू कर दी गई है और तमाम लोगों को इसकी कापी को नष्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। ज्ञात रहे कि इससे चार माह पहले भी इसी तरह का मामला सामने आया था, पुलिस उसकी भी जांच चल रही है।
कैदी का परिवार व समाज से जुड़ाव जरूरी : भारद्वाज
कहा खुली जेल में कैदियों के आजीविका के साधन बढ़ाए जाएंगे। जेलों को शहर से बाहर स्थानांतरित करने की कोई योजना नहीं।
. जालोर राज्य के जेल महानिदेशक ओमेंद्र भारद्वाज ने कहा है कि कैदियों को सुधरने का मौका मिलना चाहिए ताकि वे समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकें। वे शनिवार को यहां जेल परिसर में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कैदी में सुधार के लिए जरूरी है उसका अपने परिवार और समाज से सतत् जुड़ाव बना रहे। उन्होंने बताया कि आमतौर पर जेलों को शहर से बाहर करने की बात की जाती है, लेकिन यह सही नहीं है क्योंकि किसी सुनसान जगह पर जेल खोल देने से कैदी भी उसी माहौल के आदि हो जाएंगे और उनसे मिलने वाले भी परेशान होंगे। उन्होंने कहा कि अपराधी भी इंसान है उन्हें सुधारने के लिए ही जेल लाया जाता है। किसी को जेल में रखने का मतलब उस व्यक्ति को मिटाना नहीं है बल्कि उसके अपराध को मिटाना है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कई जेलों को शहर से बाहर करने की चर्चाएं होती रहती हैं, लेकिन यह गलत है। केवल उन्हीं जेलों को बदला जा रहा है जिनकी क्षमता पूरी हो चुकी है। जालोर में स्थित खुली जेल में व्याप्त अव्यवस्थाओं के संबंध में उन्होंने कहा कि अगर वहां कैदियों के रहने की पर्याप्त जगह नहीं है तो इस समस्या को दूर किया जाएगा। साथ ही इन कैदियों के लिए आजिविका के संसाधन भी मुहैया करवाए जाएंगे। इस दौरान उनके साथ उप महानिरीक्षक कारागार जोधपुर (डीआईजी जेल) देवेंद्रसिंह, जालोर एसपी राहुल बारहठ, जेलर धन्नाराम, मुख्य प्रहरी दलपतसिंह और मोहनसिंह तथा मेलनर्स शहजाद खान भी मौजूद थे।
अधिवक्ताओं की हड़ताल 13वें दिन भी जारी
बालोतरा अधिवक्ता डूंगरसिंह नामा पर कोर्ट परिसर में हुए हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अधिवक्ताओं का धरना 13वें दिन भी जारी रहा। जिला अभिभाषक संघ बालोतरा के कोषाध्यक्ष गणपतदान चारण ने कहा कि घटना के 13 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस प्रशासन घटना के आरोपियों को पकड़ पाने में नाकाम रहा है। अधिवक्ताओं के हड़ताल पर चले जाने से न्यायिक कामकाज भी प्रभावित हो रहे हैं। चारण ने बताया कि शनिवार को अधिवक्ताओं ने नारे लगाकर विरोध जताते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक आगे भी न्यायिक कार्यों का बहिष्कार जारी रखने का निर्णय लिया।
एक गिरफ्तार, दूसरे की तलाश जारी
॥कोर्ट परिसर में एडवोकेट के साथ हाथापाई करने के मामले में एक आरोपी कमरुद्दीन को पुलिस ने चार दिन पूर्व शिव में उंडू गांव से गिरफ्तार कर लिया था जिसे शनिवार को बाड़मेर न्यायालय से जेल भेजने के निर्देश दिए गए हैं। दूसरे आरोपी की धरपकड़ के लिए पुलिस दल अलग-अलग स्थानों पर तलाशी में जुटे हुए हैं।ञ्जञ्ज भंवरदान रतनू, थानाधिकारी, बालोतरा
प्रसव के दौरान बच्चे की मौत की जांच कराने की मांग
बाड़मेर सरली निवासी ने प्रसव के दौरान बच्चे की मौत के मामले में शनिवार को कलेक्टर वीना प्रधान को ज्ञापन सौंप प्रसव में पचपदरा सीएचसी के स्टाफ पर पैसे नहीं देने पर इलाज नहीं करने का आरोप लगाते हुए जांच कराने की मांग की। इस बाबत पचपदरा थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया है।
ज्ञापन में प्रसूता के पति उम्मेदसिंह जाखड़ ने बताया कि राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पचपदरा में 16 अक्टूबर को उसने पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर शाम तीन बजे भर्ती कराया। पीड़ा अधिक होने पर प्रसूता को डिलेवरी के लिए प्रसूता रूम में ले जाया गया। महिला की प्रसव के दौरान परेशानी होने पर पचपदरा स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ ने प्रसूता को चीरा लगाया। रात नौ बजे उसे इलाज के लिए बालोतरा स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने प्रसूता की जांच कर बच्चे को मृत बताया। प्रसूता की स्थिति गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने प्रसूता का सिजेरियन ऑपरेशन करवाने की सलाह दी। इसको लेकर 23 अक्टूबर को पचपदरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
जीएनएम ने मांगे पैसे: पुलिस थाने में दर्ज रिपोर्ट में बताया कि जीएनएम ने उसे फोन कर सुरक्षित प्रसव करने के लिए दस हजार रुपए की मांग की। पैसा देने से इनकार करने पर गलत तरीके से इलाज करना शुरू कर दिया।
॥मैने आज जांच की है साथ ही ब्लॉक सीएमएचओ को जांच के लिए नियुक्त किया है। जो तीन दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। प्राइमरी में चीरा लगाते हैं। रेफर किया तब बच्चा जिंदा था।ञ्जञ्ज डॉ. अजमल हुसैन सीएमएचओ
बेटियों की शिक्षा को दें बढ़ावा : कलेक्टर
भारत निर्माण जन सूचना अभियान का समारोहपूर्वक हुआ समापन
बालोतरा बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने की विशेष जरूरत है। नारी शिक्षा को प्रोत्साहित कर ही विकास की गति को तेज किया जा सकता है। यह बातें कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने यहां पंचायत समिति परिसर में तीन दिन से चल रहे भारत निर्माण जन सूचना अभियान के समापन समारोह में कही।
उन्होंने आह्वान किया कि ग्रामीण विकास की योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाकर विकास में भागीदार बनें। केंद्र सरकार की ओर से रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य से जुड़ी अनेक कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं लेकिन जागरुकता के अभाव में ग्रामीण जनता इनका लाभ लेने से वंचित रह जाती है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए ग्राम पंचायत मांजीवाला के सरपंच कुम्पाराम पंवार ने बालोतरा में इस प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन के लिए आयोजकों का आभार जताया। नोडल अधिकारी राजेश मीणा ने भी जानकारियां दी। उपखण्ड अधिकारी ओपी विश्नोई एवं रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव एडवोकेट यज्ञदत्त जोशी ने भी विचार व्यक्त किए। गीत एवं नाटक प्रभाग के सहायक निदेशक रजनीश भगत ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। अभियान में सहयोग करने वाले केन्द्र व राज्य सरकार के विभागों, सहयोगियों को जिला कलक्टर ने पत्र सूचना कार्यालय, जोधपुर की ओर से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
नियमित टीकाकरण आपके लिए रक्षा कवच का काम करता है। यदि टीकाकरण 80 फीसदी से अधिक है तो बीमारियों की संभावना नहीं के बराबर रह जाती है। अभियान के दौरान शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन पर आयोजित कार्यशाला में असाडा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के डॉ. संजय गहलोत ने यह बातें कही। वहीं मध्यान्ह भोजन योजना एवं सर्व शिक्षा अभियान पर आयोजित कार्यशाला में प्रभारी अंबालाल खत्री ने कहा कि सरकार की ओर से संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रति जागरूक रहने पर उसका लाभ अवश्य मिलेगा।
एसपी ने किया मौका मुआयना
बैंक लॉकर से जेवरात गायब होने का मामला
सिवाना पिछले दिनों स्थानीय एसबीबीजे बैंक की मुख्य शाखा के लॉकर से करीबन तीन किलो सोने के लाखों रुपए के जेवरात गायब होने के मामले में पुलिस एवं बैंक सिक्योरिटी ब्रांच की सयुंक्त जांच में शनिवार को छठे दिन भी पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पाई। शनिवार को एसपी संतोष चालके ने बैंक में लॉकर का मौका मुआयना कर घटना स्थल का जायजा लिया। इस दौरान बैंक लॉकर प्रभारी वासुदेव एवं शाखा प्रबंधक आरके वर्मा को पुलिस थाने में तलब कर गहनता से जेवरात गायब होने के संबंध में पूछताछ की गई। वहीं जांच दल ने लॉकर प्रभारी के घर पर जाकर तलाशी भी ली।
टेक्निकल टीम करेगी जांच : पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि चोरी प्रकरण में टेक्निकल जांच का दायरा लंबा होने के कारण जांच में समय लगेगा। उन्होंने कहा कि हमने एक विशेष टीम का गठन कर जांच के प्रयास तेज कर दिए हैं। प्रथम जांच दायरे में चालीस दिन का सीसीटीवी कैमरे के फुटेज व चालीस दिनों के भीतर लॉकर रूम में प्रवेश हुए सैंतीस ग्राहकों व पन्द्रह बैंक कर्मियों से पूछताछ एवं फुटेज जांच में समय लगेगा। पुलिस अपने तमाम संसाधनों के साथ जांच में जुटी हुई है। वही फुटेज की जांच के लिए बैंक में कम्प्यूटर वेंडर से संपर्क कर उन्हें बुलाया गया है जिससे लॉकर रूम पर लगे कैमरों से छेड़छाड़ के बारे में पता लगाया जा सके। चालके ने बताया कि टेक्निकल टीम सोमवार तक पहुंचने की संभावना है।
सिलसिलेवार चोरियों में बड़ी गैंग का हाथ : बातचीत एसपी चालके ने सिवाना उपखण्ड में बढ़ती चोरियों की वारदातों में पड़ोसी जिले पाली, जालोर, सिरोही की बड़ी गैंग का हाथ होना बताया। उन्होंने बताया कि इसके लिए हमारी टीम गैंग का पता लगाने में जुटी हुई है। शीघ्र ही हमें सफलता हासिल होगी। समदड़ी एटीएम चोरी प्रकरण का राज अभी तक नहीं खुलने के प्रश्न पर एसपी ने बताया कि पुलिस को इसका ठोस सुराग हाथ लग चुका है जिसके बारे में शीघ्र ही खुलासा किया जाएगा।
युवक ने आत्महत्या की
बाड़मेर जिले के लंगेरा गांव निवासी व यहां मसूरिया में रहने वाले किशन सिंह उर्फ त्रिलोकसिंह पुत्र शंकरसिंह राजपुरोहित ने शनिवार रात को कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। प्रतापनगर पुलिस ने बताया कि वह बरकतुल्ला स्टेडियम के सामने स्थित एक निजी कंपनी में कार चालक की नौकरी करता था। कंपनी कार्यालय के पास में ही वह किराए के कमरे में रहता था। पुलिस को उसके कमरे से मिले सुसाइड नोट में उसने कंपनी के कैशियर पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। कैशियर लंबे समय से उसे नौकरी से निकालने व जान से मारने की धमकी दे रहा था। इसके साथ ही उसने सुसाइड नोट में कमरे में रखे चौदह सौ रुपए व एक मोबाइल मां को देने के लिए लिखा है। पुलिस ने शव को एमडीएम की मोर्चरी में रखवाकर परिजनों को सूचित किया है।