जोधपुर। एएनएम भंवरीदेवी अपहरण मामले की जांच में जुटी सीबीआई टीम को अजमेर में आगरा गेट स्थित एक बैंक लॉकर से करीब 150 सीडी व ऑडियो क्लिप मिली। इनकी जांच में सीबीआई को पसीना आ रहा है। नगदी व गहने भी बरामद हुए। हालांकि सीबीआई इसकी पुष्टि नहीं कर रही। संभवतया इसके आधार पर कुछ और लोगों से पूछताछ की जा सकती है। सूत्रों के अनुसार भंवरी तथा सोहनलाल की मिली एक ऑडियो क्लिप में अजमेर के बैंक लॉकर में सीडी रखी होने की जानकारी मिली थी।
इस आधार पर शुक्रवार को सीबीआई टीम ने वह लॉकर खुलवाया। सीबीआई ने इसमें रखी सीडियां, क्लिप, जेवर व नकदी बरामद कर ली। लॉकर से बरामद सीडी की पड़ताल में सीबीआई स्थानीय पुलिस की मदद भी ले रही है।रविवार दोपहर जोधपुर ग्रामीण पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी सर्किट हाउस में सीबीआई अधिकारियों के साथ सीडी की जांच कर रहे थे।
बैंक खातों का ब्योरा मांगा
सीबीआई ने सम्बन्घित बैंकों से भंवरी के खातों का ब्योरा मांगा है। बताया जाता है कि इन खातों में लाखों रूपए का लेन-देन किया गया था। सीबीआई पता लगा रही है कि किसने भंवरी के खातों में पैसे जमा करवाए थे। इनमें भंवरी का अजमेर की एक शाखा में भी खाता था।
मदेरणा व मलखान से पूछताछ कब?
इधर, सीबीआई ने न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे सोहनलाल के भाई बाबू विश्नोई सहित कुछ अन्य संदिग्धों से रविवार को पूछताछ की। बर्खास्त मंत्री मदेरणा, उनकी पत्नी लीला मदेरणा व लूणी विधायक मलखान से शीघ्र पूछताछ की संभावना है। रविवार को दिन भर विधायक से सीबीआई पूछताछ की चर्चा रही, लेकिन अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई। सीबीआई अब तक विधायक विश्नोई के भाई परसराम, बहन इन्द्रा, बर्खास्त मंत्री के करीबी व गैस एजेंसी संचालक घनश्याम चौधरी, भंवरी की सहकर्मी एएनएम, कार चालक, वीडियो पार्लर संचालक सहित कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है।
पीपाड़ में पूछताछ
इस मामले में सीबीआई रविवार शाम फिर पीपाड़ शहर क्षेत्र पहुंची और न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे सोहन व शहाबुद्दीन से सम्पर्क में रहने वाले कुछ लोगों से पूछताछ की। साथ ही दोनों को मोबाइल व सिम देने वाले सुरेश, यूसुफ व सुनील से पूछताछ की। सुरेश आरोपी शहाबुद्दीन के पास रहता है और उसने सोहन को दो सिम बेची थी। सीबीआई ने इन सभी को मंगलवार को जोधपुर बुलाया है।
इन सीडी में क्या?
आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हो रही, लेकिन जो जानकारी आ रही है उसके मुताबिक सीडी अलग-अलग जगह और लोगों की हैं।
सहीराम की हत्या की सुपारी
भंवरी अपहरण में फरार आरोपी व पूर्व उपजिला प्रमुख सहीराम विश्नोई को रास्ते से हटाने के लिए राज्य के बाहर के किसी शातिर गिरोह को करोड़ों रूपए की सुपारी देने की साजिश की सूचना पुलिस व गुप्तचर एजेंसियों को मिली है। इसके मुताबिक कुछ लोगों नेे शनिवार रात जोधपुर जिले में गुप्त बैठक की और सहीराम को सीबीआई के हत्थे चढ़ने से रोकने या रास्ते से हटाने की साजिश रची गई। आशंका है कि गैंग से बातचीत कर सुपारी की राशि भी तय की गई। पुलिस व सीबीआई ने पुष्टि नहीं की है, लेकिन यह पता लगाने में जुटी है कि बैठक कहां हुई और इसमें कौन-कौन शामिल हुए। इससे पहले पुलिस जांच में खुलासा हुआ था कि सहीराम ने अपहरण की साजिश रची थी। उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था जिसे बढ़ा एक लाख कर दिया गया।
तीन आरएएस भी थे सम्पर्क में
अब तक की जांच में सामने आया कि कुछ आईएएस अफसरों के अलावा तीन आरएएस अधिकारी व बिलाड़ा में रह चुके एक डिप्टी सीएमएचओ भी भंवरी के सम्पर्क थे। सीबीआई इसकी भी पुष्टि नहीं कर रही।
अजमेर में मकान खरीदा था: भंवरी के भाई कैलाश नटराज के अनुसार, उसकी दूसरी बहन इन्द्रा ने पिछले दिनों उसे बताया कि लापता होने से एक माह पहले भंवरी करीब चार-पांच बार अजमेर आई थी। उसने महर्षि दयानंद सरस्वती विश्व विद्यालय के पास की कॉलोनी में मकान खरीदा था और जल्द रजिस्ट्री करना चाहती थी।
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