शिवगंज ग्राम राड़बर की आबादी के निकट गजानंद मंदिर की ओरण भूमि पर मंगलवार को मृत तेंदुआ मिला। सुबह करीब आठ बजे ग्रामीणों ने तेंदुए का शव पड़ा देखा। पूर्व सरपंच रामसिंह राजपुरोहित ने वन विभाग के अधिकारियों व पालड़ी एम पुलिस को इसकी जानकारी दी। तेंदुए के मुंह से खून निकला हुआ था। शव करीब चौबीस घंटा पुराना होना बताया है एवं उसके शव पर कहीं भी घाव के निशान नहीं है।
इसकी जानकारी मिलते ही तहसीलदार नंदकिशोर राजौरा, रेंजर भंवरसिंह, पालड़ी एम थानाधिकारी बुद्धाराम, वनपाल वीराराम मीणा व गार्ड भैराराम एवं अन्य संबंधित अधिकारी मौके पर पहुंचे एवं तेंदुए के शव एवं घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। बाद में वन विभाग के अधिकारियों ने पोस्टमार्टम के लिए शव को कब्जे में लिया एवं दोपहर करीब 12.30 बजे शव को सिरोही ले गए। जहां डॉक्टरों ने शव का पोस्टमार्टम किया, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही उसकी मृत्यु के कारण का सही पता लग पाएगा।
तीन तेंदुओं की मौत संदेह के घेरे में
राड़बर क्षेत्र में एक तेंदुए एवं इसके करीब दो वर्ष पूर्व ग्राम चूली के निकट दो तेंदुओं की हुई मौत संदेह के घेरे में हैं। लगातार इन गांवों में तीन तेंदुओं की मौत होने से ग्रामीण काफी भयभीत एवं अचंभित है। चूली में एक तेंदुआ तो घायल देखे जाने के बाद उसकी मौत हुई थी। आबादी क्षेत्र में उसे घायल अवस्था में देखा गया एवं बाद में उसे पहाड़ी क्षेत्र स्थित एक गुफा में वह मरा हुआ मिला था। उसके सिर पर गहरा घाव था। वह घाव कब से और कैसे आया? इस पर वन अधिकारियों ने यह जवाब दिया था कि वह बीमार होने एवं पत्थरों से टकराने के कारण घाव हुआ है, लेकिन यह सवाल उठता है कि अगर वह गंभीर बीमार था और अंतिम सांसें गिन रहा था तो वह गांव में उस दिन कैसे पहुंचा तथा गांव से दौड़ता हुआ जंगल की ओर कैसे भागा? इस घटना के तीन दिन भी नहीं हुए थे और चूली के समीप मंदिर से करीब 200 फीट की दूरी पर एक ओर तेंदूआ मरा हुआ मिला था।
उस तेंदुए को मरे हुए करीब दस दिन हो गए थे। तेज धूप से उसकी खाल भी पुरी तरह सुख गई थी एवं जानवरों ने उसे नौच कर बिखेर दिया था। मौके पर तेंदुए की खाल, पैर, नाखून, दांत, रीड की हड्डी आदि पड़े हुए पाए गए थे।
भीनमाल नगर सहित उपखंड क्षेत्र में बढ़ती चोरियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं, जिसको लेकर आमजन में भय व आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सोमवार रात को निकटवर्ती जुंजाणी गांव में चोर छह मकानों के ताले तोड़कर करीब चार लाख मूल्य की चांदी व सोने के जेवरात व नकदी चुरा ले गए।
सूचना पर पुलिस ने घटना स्थल का मौका मुआयना कर जांच प्रारंभ कर दी। इधर, घटना को लेकर ग्रामीणों ने आक्रोश जताया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार सोमवार रात को चोरों ने जुंजाणी निवासी छैलसिंह पुत्र माधुसिंह राजपूत के मकान के ताले तोड़कर तीन किलो चांदी व ५ तोला सोने के जेवरात, बाबूलाल पुत्र मसराराम सोनी के घर के ताले तोड़कर ५ हजार रुपए नकद, ढाई सौ ग्राम चांदी के जेवर, रमेशकुमार पुत्र मसराराम सोनी के घर के ताले तोड़कर डेढ़ किलो चांदी के जेवरात चुरा लिए। चोरों ने कांतिलाल व हकमाराम पुत्र गलबाराम सोनी के मकान के ताले तोड़कर अलमारी खंगाली, लेकिन इस घर से कोई सामान चोरी नहीं हुआ, जबकि घेवरचंद पुत्र ऊकचंद जैन के देशावर होने की वजह से चोरी हुए माल का ब्यौरा नहीं मिल पाया है। घटना की सूचना पर एएसआई दुर्गाराम मय पुलिस दल ने मौके पर पहुंचकर मौका मुआयना किया। इन छह मकान मालिकों की तरफ से बाबूलाल सोनी ने रिपोर्ट पेश कर मामला दर्ज करवाया। इधर, एक साथ छह मकानों के ताले टूटने से नाराज ग्रामीणों ने जोरदार आक्रोश जताकर आरोपियों के शीघ्र गिरफ्तार नहीं होने पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी।
ग्रामीणों ने जताया फेरी वालों पर शक : गांव में चोरी के इस मामले में ग्रामीणों ने फेरी वालों पर शक जाहिर किया है। ग्रामीण भीमसिंह और पारसमल सोनी सहित दर्जनभर ग्रामीणों ने बताया कि गांव में अक्सर घरेलू सामान, गूंद, आयुर्वेदिक दवाइयां, झाडू, बर्तन व कपड़े बेचने के लिए फेरी वाले आते हैं। जो सामान बताने के बहाने घरों में बैठ जाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि ऐसे लोगों की संबंधित पुलिस थाने में कोई जानकारी नहीं होने के कारण वे वारदात को अंजाम देकर भाग जाते हंै।
महंगाई व भ्रष्टाचार से सभी परेशान
भाजपा नेता शैतानसिंह ने कहा लोगों को किया जाएगा जागरूक
पोकरणदेश में चारों ओर घोटाला फैला हुआ है। केन्द्र सरकार कमजोर है। लूट में केन्द्र सरकार के नेता पूर्ण रूप से लिप्त है। यह उद्गार भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य तथा वरिष्ठ नेता शैतानसिंह भाटी ने कही। वे लालकृष्ण आडवाणी की जनचेतना रथ यात्रा को लेकर पत्रकारों से मुखातिब थे।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के साथ साथ राज्य सरकार के भी कई नेता भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। जिसके कारण आमजन का जीना मुश्किल हो गया है। सरकार भ्रष्टाचारियों का साथ दे रही है। लोगों को अब जागृत होना चाहिए तथा भ्रष्टाचार व महंगाई के खिलाफ आगे आकर विरोध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों की आवाज को एकजुट करने तथा भ्रष्टाचार व महंगाई के विरोध में लालकृष्ण आडवाणी द्वारा जनचेतना रथ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष व वरिष्ठ नेता जुगलकिशोर व्यास ने कहा कि भाजपा के नेताओं ने कांग्रेस की नोट के बदले वोट की नीति को सबके समाने उजागर किया था। उन्हीं नेताओं को कांग्रेस सरकार द्वारा जेल में डाल दिया गया है तथा दोषियों को बाहर रखा गया।
आडवाणी की रथ यात्रा को सफल बनाने के लिए स्थानीय कार्यकर्ताओं का दल पोकरण से अपने अपने वाहनों के माध्यम से जोधपुर के लिए रवाना होगा। जिले के सभी गांवों तथा ढाणियों में से कार्यकर्ताओं को इस रथ यात्रा में भाग लेने के संबंध में जिम्मेदारियां सौंपी गई है। वरिष्ठ नेता शैतानसिंह राठौड़ के नेतृत्व में पोकरण विधानसभा क्षेत्र की टीम में एडवोकेट जुगलकिशोर व्यास, रणवीरसिंह गोदारा, नारायणसिंह तंवर, मनोहरसिंह छायण, संजय व्यास, मदनसिंह राजमथाई, मोहनसिंह गडी, उम्मेदसिंह शामिल है। उन्होंने बताया कि इस टीम के द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत में बैठक का आयोजन किया जाएगा तथा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां सौंपी जाएगी। इसी के साथ स्थानीय समस्याओं को, जो कार्य वर्तमान में नहीं हो पाए हैं उन्हें सूचीबद्ध कर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को सौंपा जाएगा।
दो युवको सहित तीन ने की आत्महत्या
। बाखासर थाना क्षेत्र में दो जनों ने फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली। बाखासर थानाधिकारी खेताराम चौधरी ने बताया कि मेवाराम पुत्र धनाराम निवासी बाखासर ने मामला दर्ज करवाया कि उसका बहनोई हकाराम (40)पुत्र भवाराम निवासी साता ने घर के पास पेड़ से रस्सी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपा। इसी प्रकार बाखासर थाना क्षेत्र के पांचरला निवासी देवाराम पुत्र किरतादास ने मामला दर्ज करवाया कि उसके पुत्र सबाराम (20) ने घर के झूंपे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। गौरतलब रहे कि तीन माह पहले सवाराम की पत्नी ने भी कुएं में कूदकर जान दे दी थी। संभवतया मानसिक तनाव व पत्नी के वियोग में युवक ने आत्महत्या की। पुलिस ने मौके पर जाकर शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपा।
विवाहिता ने की आत्महत्या
गुड़ामालानी थानांतर्गत धोलानाडा में एक विवाहिता के टांके में कूदकर आत्महत्या करने का मामला दर्ज हुआ है। थाना प्रभारी ताराराम बैरवा ने बताया कि उमाराम पुत्र लिखमाराम जाट निवासी नेहरों की ढाणी ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी बहन पूरो उम्र 25 वर्ष को शादी के बाद से उसका पति अमराराम पुत्र मगाराम जाट, सास रुखमणो देवी, जेठानी पत्नी ख्ुामाराम निवासी धोलानाडा दहेज के लिए प्रताडि़त करते थे। इससे परेशान होकर 30 अक्टूबर की रात्रि में उसकी बहन ने घर के पास खेत में बने टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलने पर थानाधिकारी बैरवा ने मौके पर पहुंच मृतका का शव टांके से बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सुपुर्द किया। पुलिस ने दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।
ब्रह्मधाम तीर्थ पहुंचे गादीपति
बालोतरा नेपाल में चातुर्मास पूर्ण कर, चारों धाम व कैलाश मानसरोवर की यात्रा पूरी कर ब्रह्मधाम आसोतरा गादीपति तुलछारामजी महाराज मंगलवार को आसोतरा पहुंचे। समदड़ी में रात्रि विश्राम के बाद सुबह 6 बजे वहां से रवाना हुए गादीपति सिलोर प्याऊ, जेठंतरी, पारलू, कनाना, सराणा गांव व प्याऊ, मनणावास होते हुए आसोतरा पहुंचे। इस दौरान कनाना में महाराज का शोभायात्रा निकालकर जयकारों के साथ भव्य स्वागत किया गया। करीब तीन घंटे कनाना में रुके गादीपति ने यहीं पर प्रसादी ग्रहण कर विश्राम किया। कनाना से निकलने के बाद वे अपने पैतृक गांव सराणा पहुंचे। यहां पर बनी प्याऊ पर ग्रामीणों से मुलाकात के दौरान गादीपति ने प्याऊ बनाने के लिए 2 लाख 51 हजार ग्रामीणों को भेंट किए। इसके बाद महाराज ने आसोतरा स्थित महादेव मंदिर में दर्शन किए। आसोतरा गांव में श्रद्धालुओं ने बैंड बाजे के साथ धुनों पर जुलूस निकालकर गादीपति का स्वागत किया। तीर्थ परिसर में पहुंचने के बाद गादीपति ने ब्रह्मधाम बैकुंठ धाम व ब्रह्म-सावित्री सिद्धपीठ के दर्शन किए। इस दौरान गादीपति ने मंदिर परिसर की दंडवत परिक्रमा की। इसके बाद गादीपति ने विष्णु व शिव मंदिर के दर्शन कर शिव धूणा में गोलों की आहुतियां दी।
अजमेर से ११ कि.मी. दूर हिन्दुओं का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल पुष्कर है। यहां पर कार्तिक पूर्णिमा को मेला लगता है, जिसमें बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक भी आते हैं। हजारों हिन्दु लोग इस मेले में आते हैं। व अपने को पवित्र करने के लिए पुष्कर झील में स्नान करते हैं। भक्तगण एवं पर्यटक श्री रंग जी एवं अन्य मंदिरों के दर्शन कर आत्मिक लाभ प्राप्त करते हैं।
राज्य प्रशासन भी इस मेले को विशेष महत्व देता है। स्थानीय प्रशासन इस मेले की व्यवस्था करता है एवं कला संस्कृति तथा पर्यटन विभाग इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयाजन करते हैं।
इस समय यहां पर पशु मेला भी आयोजित किया जाता है, जिसमें पशुओं से संबंधित विभिन्न कार्यक्रम भी किए जाते हैं, जिसमें श्रेष्ठ नस्ल के पशुओं को पुरस्कृत किया जाता है। इस पशु मेले का मुख्य आकर्षण होता है।
भारत में किसी पौराणिक स्थल पर आम तौर पर जिस संख्या में पर्यटक आते हैं, पुष्कर में आने वाले पर्यटकों की संख्या उससे कहीं ज्यादा है। इनमें बडी संख्या विदेशी सैलानियों की है, जिन्हें पुष्कर खास तौर पर पसंद है। हर साल कार्तिक महीने में लगने वाले पुष्कर ऊंट मेले ने तो इस जगह को दुनिया भर में अलग ही पहचान दे दी है। मेले के समय पुष्कर में कई संस्कृतियों का मिलन सा देखने को मिलता है। एक तरफ तो मेला देखने के लिए विदेशी सैलानी पडी संख्या में पहुंचते हैं, तो दूसरी तरफ राजस्थान व आसपास के तमाम इलाकों से आदिवासी और ग्रामीण लोग अपने-अपने पशुओं के साथ मेले में शरीक होने आते हैं। मेला रेत के विशाल मैदान में लगाया जाता है। ढेर सारी कतार की कतार दुकानें, खाने-पीने के स्टाल, सर्कस, झूले और न जाने क्या-क्या। ऊंट मेला और रेगिस्तान की नजदीकी है इसलिए ऊंट तो हर तरफ देखने को मिलते ही हैं। लेकिन कालांतर में इसका स्वरूप विशाल पशु मेले का हो गया है।
जब भी हम कोई शुभ कार्य आरंभ करते हैं, तो कहा जाता है कि कार्य का श्री गणेश हो गया। इसी से भगवान श्री गणेश की महत्ता का अंदाजा लगाया जा सकता है। जीवन के हर क्षेत्र में गणपति विराजमान हैं। पूजा-पाठ, विधि-विधान, हर मांगलिक-वैदिक कार्यों को प्रारंभ करते समय सर्वप्रथम गणपति का 'सुमरन' करते हैं।
हिन्दू धर्म में भगवान श्री गणेश का अद्वितीय महत्व है। यह बुद्धि के अधिदेवता विघ्ननाशक है। 'गणेश' शब्द का अर्थ है- गणों का स्वामी। हमारे शरीर में पाँच ज्ञानेन्द्रियाँ, पाँच कर्मेन्द्रियाँ तथा चार अंतःकरण हैं तथा इनके पीछे जो शक्तियाँ हैं, उन्हीं को चौदह देवता कहते हैं।
देवताओं के मूल प्रेरक भगवान गणेश हैं। गणपति सब देवताओं में अग्रणी हैं। भगवान श्री गणेश के अलग-अलग नाम व अलग-अलग स्वरूप हैं, लेकिन वास्तु के हिसाब से गणपति के महत्व को रेखांकित करना आवश्यक है। वास्तु शास्त्र में गणपति की मूर्ति एक, दो, तीन, चार और पाँच सिरोंवाली पाई जाती है। इसी तरह गणपति के तीन दाँत पाए जाते हैं। सामान्यतः दो आँखें पाई जाती हैं। किन्तु तंत्र मार्ग संबंधी मूर्तियों में तीसरा नेत्र भी देखा गया है। भगवान गणेश की मूर्तियाँ दो, चार, आठ और 16 भुजाओं वाली भी पाई जाती हैं। चौदह प्रकार की महाविद्याओं के आधार पर चौदह प्रकार की गणपति प्रतिमाओं के निर्माण से वास्तु जगत में तहलका मच गया है।
यहाँ इन्हीं चौदह गणपति प्रतिमाओं के वास्तु शास्त्र के आलोक में एक नजर डालते हैं तथा उनके महत्व को दर्शाने का प्रयास कर रहे हैं।
संतान गणपतिः भगवान गणपति के 1008 नामों में से संतान गणपति की प्रतिमा उस घर में स्थापित करनी चाहिए, जिनके घर में संतान नहीं हो रही हो। वे लोग संतान गणपति की विशिष्ट मंत्र पूरित प्रतिमा (यथा संतान गणपतये नमः, गर्भ दोष घने नमः, पुत्र पौत्रायाम नमः आदि मंत्र युक्त) द्वार पर लगाएँ, जिसका प्रतिफल सकारात्मक होता है।
पति-पत्नी प्रतिमा के आगे संतान गणपति स्रोत का पाठ नियमित रूप से करें, तो शीघ्र ही उनके घर में संतान प्राप्ति होगी। साथ ही परिवार अन्य व्यवधानों से मुक्ति पाएगा। मात्र इतना कर देने से अन्य दूसरे धार्मिक अनुष्ठान पर किए जाने वाले खर्च से मुक्ति पा लेंगे।
विघ्नहर्ता गणपतिः 'निर्हन्याय नमः', अविनाय नमः जैसे मंत्रों से युक्त विघ्नहर्ता भगवान गणपति की प्रतिमा उस घर में स्थापित करनी चाहिए, जिस घर में कलह, विघ्न, अशांति, क्लेश, तनाव, मानसिक संताप आदि दुर्गुण होते हैं। पति-पत्नी में मन-मुटाव, बच्चों में अशांति का दोष पाया जाता है। ऐसे घर में प्रवेश द्वार पर मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। शीघ्र चमत्कार होगा।
केलनोर में रात्रि चौपाल
जिला कलेक्टर ने दिए समस्याओं के निराकरण के निर्दो
बाडमेर, 1 नवम्बर। अन्तर्राश्ट्रीय सीमा पर स्थित केलनोर में सोमवार सायं जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने रात्रि चौपाल की। इस दौरान केलनोर सहित आसपास के गांवों से बडी संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं चौपाल में प्रस्तुत की।
जिला कलेक्टर ने जन समस्याओं की सुनवाई कर संबंधित अधिकारियों को तत्काल निराकरण के निर्दो दिए। चौपाल भाुरू होने से पूर्व ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर का स्वागत किया। चौपाल के दौरान किसानों ने बिजली की कमी तथा पेयजल की समस्या की बात कही। जिला कलेक्टर ने इस मामले में डिस्कॉम के अधिकारियों को निराकरण करवाने को कहा। ग्रामीणों ने आस पास के विद्यालयों में लम्बे समय से रिक्त पडे िक्षकों के पदों पर नियुक्ति की मांग की। ग्रामीण इलाकों की जर्जर सडकों की मरम्मत करवाने की भी मांग की। उन्होने बताया कि पिछले लम्बे समय से क्षतिग्रस्त सडकों की मरम्मत नहीं करवाई जा रही है। जिला कलेक्टर ने चौपाल में प्रस्तुत परिवेदनाओं की सुनवाई कर निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्दो दिए।
जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए बरसाती जल संग्रहण के लिए खेतों में टांका निर्माण करवाने को कहा। साथ ही बरसात की सीजन में अधिकाधिक पौधे लगाने को आहवान किया। इस मौके पर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर करे क्षेत्र में पेयजल की समस्या को प्रमुखता से रखा तथा पानी की समस्या से अवगत कराया। ग्रामीणों ने पानी की नियमित आपूर्ति के लिए पेयजल स्त्रोतों के बारे में बताया। क्षेत्रीय जल प्रदाय योजना सावन की होदी की जानकारी देते हुए उन्होने मीठा का तला से पेयजल आपूर्ति करवाने को कहा। इस पर जिला कलेक्टर ने संबंेिंधत विभाग से इस बारे में कार्य करने को कहा। चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतिकरण योजना की कठिनाईयों तथा बिजली कनेकन नहीं होने की भी जानकारी दी। ग्रामीणों ने बीपीएल की सर्वे सूची के अद्यतन तथा इस सूची में भामिल करने की मांग की।
इससे पूर्व जिला कलेक्टर ने अन्तर्राश्ट्रीय सीमा पर स्थित केलनोर बी.ओ.पी. तथा तारबन्दी का अवलोकन किया तथा सुरक्षा प्रबन्धों की समीक्षा की। उन्होने बी.एस.एफ. के जवानों से कुालक्षेम भी पूछी। चौपाल के दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी छगनलाल श्रीमाली तथा उपखण्ड अधिकारी भांकरलाल समेत संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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रात्रि चौपाल में प्रस्तुत जनसमस्याओं
का होगा स्थायी निदान
बाडमेर, 1 नवम्बर। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने ग्रामीण क्षेत्रों की जन समस्याओं पर प्रभावी मोनिटरिंग करने तथा रात्रि चौपाल में प्राप्त होने वाली िकायतों पर प्रभावी कार्यवाही के लिए रजिस्टर का संधारण करने के निर्दो दिए है।
जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने बताया कि राज्य सरकार के निर्दोानुसार समय समय पर विभिन्न ग्रामों में रात्रि चोपाल का आयोजन किया जा रहा है। उन्होने बताया कि रात्रि चौपाल के दौरान प्राप्त होने वाले प्रार्थना पत्रों को नायब तहसीलदार स्तर के अधिकारी द्वारा रजिस्टर में दर्ज कर प्रार्थना पत्र पर रजिस्टर की क्रम संख्या अंकित की जाएगी। इस प्रकार वह प्रार्थना पत्र रजिस्टर्ड हो जाएगा एवं चौपाल में उन प्रार्थना पत्रों पर रजिस्टर क्रमांक के अनुसार सुनवाई की जाएगी।
उन्होने बताया कि रात्रि चौपाल के पचात उन प्रार्थना पत्रों पर संबंधित अधिकारी व्यक्तिगत रूचि लेते हुए प्रभावी कार्यवाही करेंगे एवं उस उपखण्ड में पुनः रात्रि चौपाल होने पर संबंधित उपखण्ड अधिकारी संधारित रजिस्टर में की गई कार्यवाही का विस्तृत विवरण दर्ज कर प्रस्तुत करेंगे।
जोधपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भूमि रूपांतरण के लिए 30 हजार रुपए की रिश्वत लेने वाले पाली जिले के रोहट एसडीएम चूनाराम विश्नोई व उनके रीडर मोहम्मद उमर को मंगलवार दोपहर जेल भेज दिया है। इन दोनों को सोमवार शाम को गिरफ्तार किया था।
ब्यूरो के डीआईजी संजीब कुमार नार्जारी ने बताया कि जाखण निवासी भंवरसिंह के रिश्तेदारों ओमाराम, रपू देवी, समूड़ीदेवी व बींजाराम की कृषि भूमि का आवासीय भू रूपांतरण करने के लिए एसडीएम के रीडर उमर 60 हजार रुपए मांगे थे। एडवांस के तौर पर उसने 10 हजार रुपए भी ले लिए। शेष 30 हजार रुपए देने से पहले ब्यूरो को शिकायत कर दी।
ब्यूरो टीम ने सोमवर को परिवादी को 30 हजार रुपए देकर एसडीएम कोर्ट भेजा। उमर ने रिश्वत राशि लेकर एसडीएम चूनाराम को फोन किया जिस पर एसडीएम यह राशि उमर को अपने पास रखने की बात कही। फिर रीडर आल्टो कार में करीब 50 मीटर दूरी पर जाकर उतर गया और अपने परिचित वकील मदनदास वैष्णव की मोटरसाइकिल पर बैठ गया और रुपए वैष्णव की जेब में डाल दिए। ब्यूरो टीम ने उन्हें रुकवा कर रिश्वत राशि बरामद की।
वकील ने यह राशि रीडर की होना बताया। फिर ब्यूरो टीम ने रीडर व एसडीएम चूनाराम को भी गिरफ्तार कर लिया। दोनों को रात में उदयमंदिर थाने रखा गया। मंगलवार दोपहर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
जिला कलेक्टर ने अस्पताल का किया निरिक्षण ,व्यवस्थाओ में और सुधार के निर्देश
बाड़मेर जिला कलेक्टर डॉ वीणा प्रधान ने मंगलवार शाम सात बजे राजकीय अस्पताल का आकस्मिक निरिक्षण कर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को व्यवस्थाओ में सुधार के निर्देश दिए साथ ही निशुल्क दयाईयो की पूर्ण व्यवस्था करने तथा नियमित मोनिटरिंग के निर्देश दिए ,जिला कलेक्टर प्रधान अचानक राजकीय अस्पताल पंहुची तथा सीधे महिला वार्ड में गयी तथा एक एक महिला मरीज से मिल कर व्यवस्थाओ के बारे में जानकारी ली एक महिला ने शिकायत की की डिलीवरी लेबर रूम में डिलीवरी पर सुविधा शुल्क ली गयी .कलेक्टर ने पएम् ओ से तत्काल कार्यवाही के आदेश दिए ,उन्होंने मरीजो से निःशुल्क दवा वितरण के बारे में भी जानकारी जुताई तथा कम पद रही दवाईयों के लिए खुली निविदा जारी करने के आदेश दिए ,प्रधान ने शहर में चल रहे ओवर ब्रिज ,म्यूजिकल फाउन्टेन ,सी सी रोड ,सफाई व्यवस्था का भी निरिक्षण कर आवश्यक निर्देश जारी किये चौहटन रोड पर अम्बेडकर सर्किल पर बेतरतीब वाहनों के खड़े रहने पर नाराजगी जताई उन्होंने बसों का स्थान भीड़ नहरे क्षेत्र से दूर करने के निर्देश दिए वीणा प्रधान ने बताया की नियमित निरिक्षानो के कारन सकारात्मक परिणाम मिल रहे हें अस्पताल में व्यवस्थाओ में काफी सुधार हुआ हें उन्होंने बताया की विकास कार्यो की गाती थोड़ी धीमी हें मगर १५ अक्टूबर तक गाती पकड़ लेंगे .उन्होंने बताया की ग्रामीण क्षेत्रो में भी अस्पतालों का निरिक्षण किया कुछ स्थानों पर मेल नर्स की शिकायते आई उनके खिलाफ कार्यवाही के आदेश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिए
अब हर स्कूल को मिलेगा शुद्ध पानी
पानी क़ी एक़ एक़ बूंद क़्ो तरसने वाले रेतीले इलाक़्े बाड़मेर में जहा क़ी इलाक़्ो में स्क़ूल स्तर पर पानी क़ी भयंकर क़ि्ल्लत क़ सामना करना पड़ रहा है वही कुछ इलाक़्ो में जो पानी मौजुद है उसक़ी गुणवत्ता पर बहस बरसों से जारी है ऐसे में मासूमो क़ी सेहत पर बेहद ज्यादा गंभीर राजस्थान सरक़र जल्द ही हर स्कूल स्तर पर शुद्ध पानी मुहैया करवानी क़ी योजना को धरातल पर उतरने जा रही है। इस योजना क़्े आगाज क़्े बाद जहा पानी शुद्ध करने क़्े फिल्टर प्लांट स्कूलों में लगाये जाएगे वही दूसरी तरफ इस योजना क़्े प्रभावी क़ि््रयानवयन क़्े लिए भी एक़ समिति भी बनेगी। इस समिति क़ क़म इस पुरी योजना क़ी निगरानी करना रहेगा।
बाड़मेर 1 नवम्बर। राज्य भर में आगामी मार्च तक़ हर स्क़ूली बच्च्ो क़्ो तालिम क़्े साथ साथ शुद्ध पेयजल मुहैया करवाने ज़ी महत्वक़ंक्षी योजना जल्द ही धरातल पर उतरती नजर आएगी। स्कूली बच्चों क़्े शुद्ध पेयजल ज़्े लिए शुरू क़ी गई योजना क़्ो आखिर केद्र सरक़र ने मंजूरी दे दी है। इस योजना में बच्चों क़्े फिल्टर से शुद्ध क़ि्या पानी पीने क़्ो मिलेगा। राज्य सरक़र इस योजना क़्े पहले चरण में नहरी और सतही जल पर निर्भर 5,000 स्कूलों क़ चयन करेगी, जहां पानी क़्ो शुद्ध करने क़्े फिल्टर प्लांट लगाए जाएंगे। सीसीडीयू क़्े आईईसी ज़्न्सलटेंट अशोज़कसिंह ने बताया क़ि मूल रूप से 2009 से प्रस्तावित क़ेद्र क़ी इस योजना क़्े लिए राज्य सरक़र क़ी ओर से स्कू़लों में आरओ प्लांट लगाने क़ प्रस्ताव दिया गया था। प्लांट लगाने और उसक़्े अगले पांच साल क़्े लिए रखरखाव क़्े लिए राज्य सरक़र ने क़ेद्र से 80,000 रुपए प्रति स्क़ू्ल या प्रति प्लांट क़ी मांग क़ी थी। इसमें 200 लीटर या इससे अधिक़ क्षमता क़्े संयंत्र लगाने प्रस्तावित क़ि्ए थे। क़ेद्र सरक़र ने पहले 20,000 रुपए और बाद में 40,000 रुपए प्रति स्क़ूल प्रति आरओ देने क़ी सहमति दे दी थी, लेक़ि्न क़्तिपय क़रणों से मामला अटक़ गया। राज्य सरक़र क़्े पीएचईडी विभाग क़ी ओर से क़ेद्रीय ग्रामीण विक़स विभाग क़्े समक्ष इस मुद्दे क़्ो क़ी बार रखा, लेक़ि्न इसे मंजूरी नहीं मिली। आखिरक़र जलदाय विभाग द्वारा इस मामले पर बेहद गम्भीरता बरतने क़्े बाद में इस योजना क़्ो हरी झण्डी मिल गई है।
क्या है योजना: इस योजना में हर स्क़ूल में शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने क़्े लिए जल शुद्धिकरण संयंत्र लगाए जाने है। राज्य क़्े अधिक़ंश हिस्सों में क्लोराइड युक्त, नहरी या सतही जल है। नहरी और सतही जल गूगला और जीवाणु युक्त होता है, इससे स्कूली बच्चों क़्े बीमार होने क़ खतरा बना रहता है। पेयजल क़्ो शुद्ध करके्े बच्चों क़्ो पिलाने क़्े लिए ही यह योजना शुरू ज़ी गई है।
अब क्या होगा: क्े द्र ने फिल्टर प्लांट लगाने क़्ो मंजूरी दे दी है। 15 से 20 लीटर क़ी क्षमता एक़ फिल्टर प्लांट 6,000 रुपए क़ होगा। बच्चों क़ी संख्या और जरूरत क़्े हिसाब से स्कूलों में एक़ से चारपांच फिल्टर प्लांट लगाए जाएंगे। यह क़म मार्च, 2012 तक़ पूरा कर लिया जाएगा। अगले चरण में और स्कूलों क़ चयन क़ि्या जाएगा और उनमें फिल्टर प्लांट लगाए जाएंगे।
कलेक्टर व सीएमएचओ ने किया आकस्मिक निरीक्षण
बाडमेर। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान और सीएमएचओ डॉ. अजमल हुसैन ने सोमवार को स्वास्थ्य केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा वितरण योजना और जननी शिशु सुरक्षा योजना पर विशोष जानकारी ली तथा व्यवस्था को लेकर आवश्यक दिशानिर्देश दिए। जिला कलेक्टर व सीएमएचओे कैलनोर में आयोजित रात्रि चौपाल में भी शामिल हुए तथा जनसमूह से रूबरू हुए।
जिला आईईसी कोर्डिनेटर विनोद बिश्नोई ने बताया कि बुधवार को जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन कैलनोर पीएचसी में पहुंचे तथा स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने स्वास्थ्य केंद्र पर सफाई व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। इसी तरह सीएमएचओ डॉ. हुसैन ने रानीगांव पीएचसी, तारातरा मठ पीएचसी, चौहटन सीएचसी एवं मिठआउ पीएचसी का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर सफाई व्यवस्था को लेकर सख्त निर्देश दिए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा वितरण योजना तथा जननी शिशु सुरक्षा योजना को लेकर भी जानकारी जुटाई और उक्त स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी।
विशाल नि:शुल्क नेत्र जांच व ऑपरेशन शिविर आठ से
बाडमेर। जिला अंधता नियंत्रण समिति की ओर से आगामी आठ नवंबर से 12 नवंबर तक विशाल नेत्र जांच एवं ऑपरेशन शिविर लगाए जाएंगे। इस दौरान मोतियाबिंद ऑपरेशन आधुनिक लैंस प्रत्यारोपण पद्धति के द्वारा किए जाएंगे। शिविर में वरिष्ठ नेत्र रोग विशोषज्ञ एवं जिला भ्रमणशील नेत्र इकाई के अध्यक्ष डॉ. डीके स्वर्णकार सेवाएं देंगे। जिला आईईसी कोर्डिनेटर विनोद बिश्नोई ने बताया कि जिला कलेक्टर डॉ. वीना प्रधान और सीएमएचओ डॉ. अजमल हुसैन के निर्देशन में लगने वाले इन शिविरों के लिए तीन व चार नवंबर को विशोष प्रचारप्रसार किया जाएगा। शिविर आठ नवंबर को खडीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, नौ नवंबर को इंद्रोई उप स्वास्थ्य केंद्र, 11 नवंबर को कानासर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 12 नवंबर को आरंग उप स्वास्थ्य केंद्र पर लगाए जाएंगे।
चौहटन में शिशु रोग विशोषज्ञ नियुक्त
बाडमेर। चौहटन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शिशु रोग विशोषज्ञ नियुक्त किया गया है, जिससे क्षेत्र के लोगों को खासी राहत मिलेगी। इसी तरह कानोड़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक चिकित्सक एवं कुंडला उप स्वास्थ्य केंद्र पर एएनएम को नियुक्त किया गया है। सीएमएचओ डॉ. अजमल हुसैन के निर्देशानुसार शिशु रोग विशोषज्ञ डॉ. अलताफ हुसैन ने चौहटन सीएचसी, जोधपुर से आए डॉक्टर लोकेश मेहता ने कानोड़ पीएचसी एवं एएनएम मिनाक्षी सैनी ने कुंडला उप स्वास्थ्य केंद्र में ज्वाइनिंग की है। उल्लेखनीय है चौहटन में शिशु रोग विशोषज्ञ लगाने की मांग लंबे समय से की जा रही थी। इसी तरह कुंडला उप स्वास्थ्य केंद्र में भी एएनएम लगाने के लिए ग्रामीणों ने मांग की थी।
छह नवंबर से लगेंगे नसबंदी शिविर
बाडमेर। जिला प्रशासन, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सहयोग से नवबंर माह में 34 स्थलों पर नसबंदी शिविर लगाए जाएंगे। इस दौरान परिवार कल्याण के साथसाथ मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध करवाई जाएंगी। अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जितेंद्रसिंह ने बताया कि छह नवंबर को कवास सीएचसी, सात नवंबर को विशाला व समदड़ी सीएचसी, आठ को गडरारोड सीएचसी, नौ को शिव सीएचसी, दस को बायतु सीएचसी, 11 नवंबर को रामसर व सिवाणा सीएचसी, 12 को चौहटन व कल्याणपुर सीएचसी, 13 को सिणधरी सीएचसी, 14 को ओगला पीएचसी व पचपदरा सीएचसी, 15 को भूणिया पीएचसी, 16 को गुडामलानी सीएचसी, 18 को भीयाड़ व मोकलसर पीएचसी, 20 को धोरीमन्ना सीएचसी, 21 को कवास व समदड़ी सीएचसी, 22 को विशाला सीएचसी व साता पीएचसी, 23 को गडरारोड सीएचसी, 24 को शिव व सिवाणा सीएचसी, 25 को बायतू सीएचसी, 26 नवंबर को पचपदरा व कल्याणपुर सीएचसी, 27 को चौहटन व सिणधरी सीएचसी, 28 को बायतू पीएचसी व गुडमलानी सीएचसी तथा 30 नवंबर को धोरीमन्ना सीएचसी पर शिविर लगाए जाएंगे। सभी शिविर के लिए प्रभारियों की नियुक्ति की गई है, जिसमें एनीस्थिसिया एवं महिला डॉक्टर मौजूद रहेंगी।
शीतलहर के प्रकोप से बचें, रखें सावधानी सीएमएचओ डॉ. हुसैन
बाडमेर। दीपावली के साथ ही राज्य में शीतलहर की प्रकोप शुरू हो गया और इसकी चपेट में आने से हर आयु के लोग प्रभावित हो सकते हैं। इसके चलते सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार आदि रोग ब़ने की संभावना भी है। इसलिए विभागीय अधिकारियोंकर्मचारियों के साथ ही आमजन को भी सतर्क रहना चाहिए तथा सावधानी बरतते हुए शीतलहर के प्रकोप से बचना चाहिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन ने इस संबंध में जनता को जागरूक रहने की अपील की है।
सीएमएचओ डॉ. हुसैन ने कहा कि शीतलहर के प्रकोप के चलते जनसाधारण के प्रभावित होने की संभावना ब़ रही है। इसलिए शीतलहर से प्रभावित रोगियों के स्वास्थ्य केंद्र में आने पर उन्हें तत्काल समुचित चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध करवाने के लिए निर्देशित किया गया है। इसके लिए जिलास्तर पर बचाव, उपचार एवं रोकथाम की कार्रवाई के लिए विशोष चिकित्सा दल एवं मोबाइल टीम का गठन भी किया जाएगा। वहीं साप्ताहिक रिपोर्ट भी निदेशालय में भिजवाई जाएगी। आमजन को शीतलहर के प्रकोप से बचने के लिए प्रचारप्रसार भी करवाया जाएगा एवं रेनबसेरों तक चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाई जाएगी।
करें शीतलहर से बचाव
शीतलहर से प्रभावित रोगियों के लक्षण में शरीर का ठंडा होना, शरीर का सुन्न होना, नाड़ी का धीमा व मंद होना, रोएं खड़े होना एवं श्वसन तेज चलना आदि शामिल हैं। रोगी द्वारा समय पर उपचार नहीं लेने पर मृत्यु की संभावना भी ब़ जाती है। सीएमएचओ डॉ. हुसैन ने बताया कि इसके प्रभावी उपाय किए जा सकते हैं। जहां तक संभव हो रात के समय घर से बाहर न निकलें, स्वयं व खासकर बच्चों को गर्म कपड़े पहनाने शुरू कर दें, फुटपाथ पर रहने वाली भ्रमणशील जातियां रेनबसेरों आदि में रूके व खुले में न सोएं, गर्म भोजन का सेवन करें खासकर गुड़, तिल, चाय व कॉफी लें, शारीरिक श्रम अधिक करें और हो सके तो नियमित व्यायाम व योगा करें। इसके साथ ही शीतलहर पीड़ित को तत्काल कम्बल से कें, गर्म पेय पदार्थ दें और तुरंत प्रभाव से नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाकर चिकित्सक से इलाज करवा
जसदण (गुजरात)।शहर में इन दिनों युवावों, व्यापारियों, अधिकारियों, नाबालिगों और रंगीन मिजाजी व्यक्तियों को कॉलगर्ल गिरोह ने काफी छकाए रखा है। माना जा रहा है यहां एक पूरी टोली ही जिस्मफरोशी के जरिए लूटपाट के धंधे में सक्रिय है।
पहले मुलाकात फिर शारीरिक संबंध बनाने के नाम पर युवकों के साथ धोखाधड़ी के मामले दिनों-दिन बढ़ते जा रहे हैं। गिरोह पहले सुंदर लड़की के द्वारा ग्राहकों को अपने जाल में फंसाता है। सुंदर लड़की देख मर्द भी फिसल जाते हैं और शारीरिक संबंध बनाने के लिए कॉलगर्ल इन्हें योजनाबद्ध तरीके से शहर के बाहर ले जाती हैं।
जैसे ही मिलन की घड़ी आती है कि तभी सुंदर कॉलगर्ल के कुछ खतरनाक शागिर्द न जाने कहां से प्रकट हो जाते हैं और पूरा माजरा रसभंग और रंगभंग का हो जाता है। मर्द की हालत बंधे हुए लंगूर की तरह हो जाती है और वह सिर्फ चुप रहने की ही फरियाद कर पाता है। इसी का फायदा उठाकर फिर यह गिरोह उससे मनचाहा पैसा वसूल लेता है।
अब तक इस तरह की लूटपाट की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। अब खबर है कि यहां का एक डेंटिस्ट (दांतों का चिकित्सक) भी इस गिरोह के लपेटे में आ चुका है। डॉक्टर के पास कॉलगर्ल सोने का दांत लगवाने के बहाने से पहुंची थी और पहली ही मुलाकात में डॉक्टर इसके मोहपाश में फंस गया।
दोस्ती के बाद बातचीत सेक्स तक पहुंची और इसके लिए शहर के बाहर एक स्थल तय कर लिया गया। यहां भी ठीक वैसा ही हुआ, जिसका कि हम ऊपर उल्लेख कर चुके हैं। कॉलगर्ल गिरोह ने डॉक्टर के कपड़े छोड़ बाकी सारा सामान लूट लिया और फरार हो गया। डॉक्टर ने इसके बाद पुलिस में शिकायत करने का भी विचार किया लेकिन बदनामी के डर से अपने कदम पीछे कर लिए।
दोस्ती के लिए फेसबुक पर ब्लैक मेल
जयपुर। फेस बुक सोशल साइट पर एक युवक ने एक युवती की फर्जी आईडी बनाकर उस पर कुछ अश्लील चित्र लगा दिए। साथ ही परिवार वालों और युवती के खिलाफ अश्लील शब्द भी लिखे।
मामला सुभाष्ा चौक थाने में दर्ज कराया गया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गंगापोल में रहने वाली युवती ने आरोप लगाया कि नवीन जेडिया नाम का युवक कई दिनों से दोस्ती करने के लिए उसे परेशान कर रहा था। युवती ने दोस्ती करने से मना कर दिया तो नवीन ने युवती की फेसबुक पर फर्जी आईडी बना दी और उसमें कुछ अश्लील चित्र लगा दिए।
युवती ने जब इसका विरोध किया तो अन्य चित्र लगाने की बात कहकर नवीन ने युवती को ब्लैक मेल करने की कोशिश की। आखिरकार युवती ने सुभाष्ा चौक थाना पुलिस को प्रकरण के बारे में जानकारी दी। पुलिस ने आईटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में नवीन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
दिल्ली में तेज हुई राजस्थान की सियासत
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक बार फिर दिल्ली पहुंचने पर राजस्थानी सियासत में फेरबदल को लेकर चर्चाओं के बाजार गर्म हैं। सीएम ने यहां पर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता समारोह में भाग लेने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सोनिया गांधी के राजनैतिक सलाहकार अहमद पटेल से मिले। सूत्रों के अनुसार फिलहाल मुख्यमंत्री गहलोत पटेल के निवास पर हैं और उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक भी मौजूद हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले एक सप्ताह में मुख्यमंत्री की ये दूसरी दिल्ली यात्रा है। सीएम के जयपुर आने का कार्यक्रम अभी तय नहीं हुआ है। पार्टी सूत्रों केअनुसार, प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियों के लिए आलाकमान की ओर से हरी झंडी दे दी गई है, लेकिन मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं बताई जा रही है। माना जा रहा है कि नियुक्तियों में भी हाउसिंग बोर्ड, आरटीडीसी अध्यक्ष व कुछ अन्य महत्वपूर्ण पदों पर सहमति नहीं बन पाई है। दिल्ली के कुछ नेताओं ने अपने पसंद के प्रदेश के नेताओं की सूची आलाकमान को दी है। वहीं सीएम की ओर से भी एक सूची दी गई है। इन दोनों सूचियों में कुछ नाम समान बताए जा रहे हैं। कुछ प्रमुख पदों पर दोनों पक्षों की ओर से अलग-अलग नाम आने से मामला खटाई में पड़ता नजर आ रहा है।
इधर मंत्रिमंडल में फेरबदल के तहत करीब आधा दर्जन से अधिक मंत्रियों के नामों का चयन कर लिया गया है, लेकिन इसे फिलहाल टाला जा सकता है। इन नामों पर सरकार के तीसरे वष्ाü के पूर्ण होने के समय निर्णय होने की संभावना जताई जा रही है। इस सूची में कुछ प्रमुख मंत्रियों पर गाज गिरने की संंभावना भी जताई जा रही है। वहीं कुछ नए चेहरों को स्थान मिल सकता है।