दिल्ली में तेज हुई राजस्थान की सियासत
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक बार फिर दिल्ली पहुंचने पर राजस्थानी सियासत में फेरबदल को लेकर चर्चाओं के बाजार गर्म हैं। सीएम ने यहां पर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता समारोह में भाग लेने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सोनिया गांधी के राजनैतिक सलाहकार अहमद पटेल से मिले। सूत्रों के अनुसार फिलहाल मुख्यमंत्री गहलोत पटेल के निवास पर हैं और उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक भी मौजूद हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले एक सप्ताह में मुख्यमंत्री की ये दूसरी दिल्ली यात्रा है। सीएम के जयपुर आने का कार्यक्रम अभी तय नहीं हुआ है। पार्टी सूत्रों केअनुसार, प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियों के लिए आलाकमान की ओर से हरी झंडी दे दी गई है, लेकिन मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं बताई जा रही है। माना जा रहा है कि नियुक्तियों में भी हाउसिंग बोर्ड, आरटीडीसी अध्यक्ष व कुछ अन्य महत्वपूर्ण पदों पर सहमति नहीं बन पाई है। दिल्ली के कुछ नेताओं ने अपने पसंद के प्रदेश के नेताओं की सूची आलाकमान को दी है। वहीं सीएम की ओर से भी एक सूची दी गई है। इन दोनों सूचियों में कुछ नाम समान बताए जा रहे हैं। कुछ प्रमुख पदों पर दोनों पक्षों की ओर से अलग-अलग नाम आने से मामला खटाई में पड़ता नजर आ रहा है।
इधर मंत्रिमंडल में फेरबदल के तहत करीब आधा दर्जन से अधिक मंत्रियों के नामों का चयन कर लिया गया है, लेकिन इसे फिलहाल टाला जा सकता है। इन नामों पर सरकार के तीसरे वष्ाü के पूर्ण होने के समय निर्णय होने की संभावना जताई जा रही है। इस सूची में कुछ प्रमुख मंत्रियों पर गाज गिरने की संंभावना भी जताई जा रही है। वहीं कुछ नए चेहरों को स्थान मिल सकता है।
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक बार फिर दिल्ली पहुंचने पर राजस्थानी सियासत में फेरबदल को लेकर चर्चाओं के बाजार गर्म हैं। सीएम ने यहां पर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता समारोह में भाग लेने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सोनिया गांधी के राजनैतिक सलाहकार अहमद पटेल से मिले। सूत्रों के अनुसार फिलहाल मुख्यमंत्री गहलोत पटेल के निवास पर हैं और उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक भी मौजूद हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले एक सप्ताह में मुख्यमंत्री की ये दूसरी दिल्ली यात्रा है। सीएम के जयपुर आने का कार्यक्रम अभी तय नहीं हुआ है। पार्टी सूत्रों केअनुसार, प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियों के लिए आलाकमान की ओर से हरी झंडी दे दी गई है, लेकिन मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं बताई जा रही है। माना जा रहा है कि नियुक्तियों में भी हाउसिंग बोर्ड, आरटीडीसी अध्यक्ष व कुछ अन्य महत्वपूर्ण पदों पर सहमति नहीं बन पाई है। दिल्ली के कुछ नेताओं ने अपने पसंद के प्रदेश के नेताओं की सूची आलाकमान को दी है। वहीं सीएम की ओर से भी एक सूची दी गई है। इन दोनों सूचियों में कुछ नाम समान बताए जा रहे हैं। कुछ प्रमुख पदों पर दोनों पक्षों की ओर से अलग-अलग नाम आने से मामला खटाई में पड़ता नजर आ रहा है।
इधर मंत्रिमंडल में फेरबदल के तहत करीब आधा दर्जन से अधिक मंत्रियों के नामों का चयन कर लिया गया है, लेकिन इसे फिलहाल टाला जा सकता है। इन नामों पर सरकार के तीसरे वष्ाü के पूर्ण होने के समय निर्णय होने की संभावना जताई जा रही है। इस सूची में कुछ प्रमुख मंत्रियों पर गाज गिरने की संंभावना भी जताई जा रही है। वहीं कुछ नए चेहरों को स्थान मिल सकता है।
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