नई दिल्ली. बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट में हुए धमाके की जांच अभी तक लगभग दिशाहीन ही है और इस बीच और आतंकी हमलों का खतरा नजर आ रहा है। गृह मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि तीसरे ईमेल में अहमदाबाद पर हमले की ओर से इशारा किया गया है । इस खबर के बाद गुजरात में अलर्ट जारी कर दिया गया है। खबर है कि जमीयत-ए-मुजाहिदीन के पांच आतंकवादी पश्चिम बंगाल के बगदा इलाके के करीब बांग्लादेश की सीमा पार कर भारत में घुस गए हैं। इस खुफिया रिपोर्ट के बाद पुलिस और बीएसएफ को उत्तरी 24 परगना जिले में अलर्ट कर दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक सीमा में प्रवेश करने के बाद वे अलग-अलग दिशाओं में चले गए हैं। इनमें से एक आतंकवादी बम बनाने में एक्सपर्ट है।
आतंरिक सुरक्षा सचिव यूके बंसल ने सभी राज्यों को एडवायजरी जारी की है। एडवायजरी में कहा गया है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना गृह मंत्रालय, दिल्ली पुलिस और एनआईए को दी जाए। गृह मंत्रालय के मुताबिक दिल्ली धमाके के सिलसिले में बब्बर खालसा इंटरनेशनल और श्रीलंकाई आतंकवादियों एलटीटीई पर भी नजर रखी जा रही है। मंत्रालय ने सभी राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को राज्य की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के निर्देश जारी करते हुए सभी हाईकोर्टों और इनके आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाने और क्विक रिस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) तैनात करने को भी कहा है।
वहीं, दिल्ली ब्लास्ट के बाद शुक्रवार को तीसरा ईमेल आया है। यह ईमेल दिल्ली पुलिस को भेजा गया है। 'किल इंडियंस' नाम से आए इस ताज़ा ईमेल में जल्द ही आतंकी हमले की बात कही गई है। यह ईमेल याहू अकाउंट से भेजा गया है। जांच एजेंसियां इस ईमेल की जांच कर रही हैं। केंद्र सरकार ने याहू से इस ईमेल के बारे में जानकारी मांगी है।
इससे पहले कथित तौर पर हूजी और इंडियन मुजाहिदीन के नाम से ईमेल आ चुके हैं। इंडियन मुजाहिदीन की ओर से गुरुवार को कथित ईमेल पश्चिम बंगाल से भेजा गया था। कोलकाता पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि यह ईमेल कोलकाता से भेजा गया था। हालांकि जांच एजेंसियां इस मेल को फर्जी मान रही हैं, क्योंकि इसमें मुजाहिदीन की स्पेलिंग तक गलत लिखी हुई है।
इसी बीच, बुधवार को धमाके के बाद किश्तवाड़ से ईमेल भेजने वाले शख्स का स्केच पुलिस ने तैयार कर लिया है। यह स्केच एक 17-18 साल के लड़के का है। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी कुलदीप खोड़ा ने इस बारे में कहा, हमें उम्मीद है कि हम जल्द ही संदिग्ध शख्स को पकड़ लेंगे। पुलिस का कहना है कि इस मामले में हिरासत में लिए गए पांच लोगों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर ही यह स्केच तैयार किया गया है। स्केच दिल्ली ब्लास्ट की जांच कर रही एनआईए जारी करेगी। कैफे मालिक मसूद अजीज के अलावा उसके भाई माजिद, नौकर अश्विनी, इमरान और आशिक हुसैन नाम के लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी। इमरान और आशिक कथित तौर पर उस समय साइबर कैफे में दूसरे कंप्यूटरों का इस्तेमाल कर रहे थे, जब वह लड़का ईमेल लिख रहा था। किश्तवाड़ के ग्लोबल साइबर कैफे से दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर हुए ब्लास्ट के करीब तीन घंटे बाद दिल्ली के कुछ मीडिया संगठनों को घटना की जिम्मेदारी लेते हुई ईमेल भेजे गए थे।
गृह मंत्रालय की तरफ से जारी ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर हुए ब्लास्ट में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 48 घायलों का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। 40 लोगों की अस्पताल से छुट्टी हो चुकी है। धमाके की जांच में जुटी जांच एजेंसियों के हाथ अब तक कोई ठोस सुराग अब तक हाथ नहीं लगा है। जांच में जुटी एनआईए तीन वीओआईपी (वॉइसओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल) कॉल की जांच कर रही है। ये कॉल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से धमाके से कुछ ही मिनट पहले की गई थीं। जांचकर्ता 250 फोन कॉल की जांच कर रहे हैं। 35 वीओआईपी कॉल की भी जांच हो रही है। ये कॉल धमाके के 45 मिनट पहले किए गए थे।
खुफिया सूत्र बताते हैं कि पहला कॉल 9.27 मिनट पर हुआ था, जबकि दूसरा 9.41 बजे और तीसरा 9.51 मिनट पर। धमाका 10.14 बजे किया गया था। ये फोन कॉल और हूजी की ओर से धमाके की जिम्मेदारी लेते हुए भेजा गया ईमेल जांच एजेंसियों को धमाके के तार कश्मीरी आतंकवादियों से जुड़े होने के संकेत देता है।
आतंरिक सुरक्षा सचिव यूके बंसल ने सभी राज्यों को एडवायजरी जारी की है। एडवायजरी में कहा गया है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना गृह मंत्रालय, दिल्ली पुलिस और एनआईए को दी जाए। गृह मंत्रालय के मुताबिक दिल्ली धमाके के सिलसिले में बब्बर खालसा इंटरनेशनल और श्रीलंकाई आतंकवादियों एलटीटीई पर भी नजर रखी जा रही है। मंत्रालय ने सभी राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को राज्य की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के निर्देश जारी करते हुए सभी हाईकोर्टों और इनके आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाने और क्विक रिस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) तैनात करने को भी कहा है।
वहीं, दिल्ली ब्लास्ट के बाद शुक्रवार को तीसरा ईमेल आया है। यह ईमेल दिल्ली पुलिस को भेजा गया है। 'किल इंडियंस' नाम से आए इस ताज़ा ईमेल में जल्द ही आतंकी हमले की बात कही गई है। यह ईमेल याहू अकाउंट से भेजा गया है। जांच एजेंसियां इस ईमेल की जांच कर रही हैं। केंद्र सरकार ने याहू से इस ईमेल के बारे में जानकारी मांगी है।
इससे पहले कथित तौर पर हूजी और इंडियन मुजाहिदीन के नाम से ईमेल आ चुके हैं। इंडियन मुजाहिदीन की ओर से गुरुवार को कथित ईमेल पश्चिम बंगाल से भेजा गया था। कोलकाता पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि यह ईमेल कोलकाता से भेजा गया था। हालांकि जांच एजेंसियां इस मेल को फर्जी मान रही हैं, क्योंकि इसमें मुजाहिदीन की स्पेलिंग तक गलत लिखी हुई है।
इसी बीच, बुधवार को धमाके के बाद किश्तवाड़ से ईमेल भेजने वाले शख्स का स्केच पुलिस ने तैयार कर लिया है। यह स्केच एक 17-18 साल के लड़के का है। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी कुलदीप खोड़ा ने इस बारे में कहा, हमें उम्मीद है कि हम जल्द ही संदिग्ध शख्स को पकड़ लेंगे। पुलिस का कहना है कि इस मामले में हिरासत में लिए गए पांच लोगों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर ही यह स्केच तैयार किया गया है। स्केच दिल्ली ब्लास्ट की जांच कर रही एनआईए जारी करेगी। कैफे मालिक मसूद अजीज के अलावा उसके भाई माजिद, नौकर अश्विनी, इमरान और आशिक हुसैन नाम के लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी। इमरान और आशिक कथित तौर पर उस समय साइबर कैफे में दूसरे कंप्यूटरों का इस्तेमाल कर रहे थे, जब वह लड़का ईमेल लिख रहा था। किश्तवाड़ के ग्लोबल साइबर कैफे से दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर हुए ब्लास्ट के करीब तीन घंटे बाद दिल्ली के कुछ मीडिया संगठनों को घटना की जिम्मेदारी लेते हुई ईमेल भेजे गए थे।
गृह मंत्रालय की तरफ से जारी ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर हुए ब्लास्ट में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 48 घायलों का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। 40 लोगों की अस्पताल से छुट्टी हो चुकी है। धमाके की जांच में जुटी जांच एजेंसियों के हाथ अब तक कोई ठोस सुराग अब तक हाथ नहीं लगा है। जांच में जुटी एनआईए तीन वीओआईपी (वॉइसओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल) कॉल की जांच कर रही है। ये कॉल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से धमाके से कुछ ही मिनट पहले की गई थीं। जांचकर्ता 250 फोन कॉल की जांच कर रहे हैं। 35 वीओआईपी कॉल की भी जांच हो रही है। ये कॉल धमाके के 45 मिनट पहले किए गए थे।
खुफिया सूत्र बताते हैं कि पहला कॉल 9.27 मिनट पर हुआ था, जबकि दूसरा 9.41 बजे और तीसरा 9.51 मिनट पर। धमाका 10.14 बजे किया गया था। ये फोन कॉल और हूजी की ओर से धमाके की जिम्मेदारी लेते हुए भेजा गया ईमेल जांच एजेंसियों को धमाके के तार कश्मीरी आतंकवादियों से जुड़े होने के संकेत देता है।