जोधपुर।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एएनएम प्रकरण में कहा है कि न तो किसी ने सीडी देखी है और न ही किसी का नाम सामने आया है। मामले में पुलिस को निष्पक्ष जांच के आदेश दे दिए हैं। कोई दोषी पाया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री गहलोत गुरुवार शाम यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि किसी ने नेताओं की ऐसी कोई सीडी नहीं देखी है और न अब तक ऐसी कोई सीडी सामने आई है। बिना सीडी देखे किसी पर आरोप लगाना ठीक नहीं है।
सुराग मिला, एएनएम नहीं :आठ दिनों से लापता एएनएम भंवरी देवी के अपहरण के आरोप में गिरफ्तार पीएचईडी ठेकेदार सोहनलाल विश्नोई को पुलिस ने 15 सितंबर तक रिमांड पर ले लिया है। जांच में पुलिस इस नतीजे पर पहुंच गई है कि भंवरी का अपहरण ही हुआ है। पुलिस इस दिशा में जांच कर रही है।
पुलिस जांच की दिशा भी तय हो गई है और पुलिस ने दो-तीन दिन में खुलासा करने का भी दावा किया है, लेकिन खुद भंवरी के मिलने पर अभी भी संशय बना हुआ है।
इस मामले में किसी मंत्री का नाम नहीं आया है। यदि जांच में किसी का भी नाम आता है तो पुलिस प्रशासन उसके खिलाफ कार्रवाई करेगा। इसके लिए डीजी को जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने एमडीएम अस्पताल में हाल में कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी से हुई तीन मरीजों की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इसमें लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। गहलोत ने कहा, ‘मैं खुद चिकित्सा सेवाओं के लिए आगे आकर काम करता रहा हूं। जोधपुर की जनता के लिए हार्ट सर्जरी सहित कई सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। यहां के मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य तथा अधीक्षक को इसलिए फ्री-हैंड छोड़ रखा है, ताकि आम जनता को चिकित्सा सेवा में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आए।’
सुराग मिला, एएनएम नहीं :आठ दिनों से लापता एएनएम भंवरी देवी के अपहरण के आरोप में गिरफ्तार पीएचईडी ठेकेदार सोहनलाल विश्नोई को पुलिस ने 15 सितंबर तक रिमांड पर ले लिया है। जांच में पुलिस इस नतीजे पर पहुंच गई है कि भंवरी का अपहरण ही हुआ है। पुलिस इस दिशा में जांच कर रही है।
पुलिस जांच की दिशा भी तय हो गई है और पुलिस ने दो-तीन दिन में खुलासा करने का भी दावा किया है, लेकिन खुद भंवरी के मिलने पर अभी भी संशय बना हुआ है।
इस मामले में किसी मंत्री का नाम नहीं आया है। यदि जांच में किसी का भी नाम आता है तो पुलिस प्रशासन उसके खिलाफ कार्रवाई करेगा। इसके लिए डीजी को जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने एमडीएम अस्पताल में हाल में कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी से हुई तीन मरीजों की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इसमें लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। गहलोत ने कहा, ‘मैं खुद चिकित्सा सेवाओं के लिए आगे आकर काम करता रहा हूं। जोधपुर की जनता के लिए हार्ट सर्जरी सहित कई सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। यहां के मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य तथा अधीक्षक को इसलिए फ्री-हैंड छोड़ रखा है, ताकि आम जनता को चिकित्सा सेवा में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आए।’
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