वाशिंगटन. अमेरिका में सुरक्षा एजेंसियों को न्यूयॉर्क या वॉशिंगटन पर आतंकवादी हमले की खुफिया जानकारी मिली है। इस जानकारी की अभी सरकारी स्तर पर पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन इसकी जांच जारी है। अमेरिकी सेना ने 9/11 हमले की दसवीं बरसी से पहले सुरक्षा एजेंसियों के अलर्ट का स्तर बढ़ा दिया है। एक रिपोर्ट में देश के सुरक्षा तंत्र में ‘दरार और खामियों’ की चेतावनी दी गई है।
पेंटागन ने एक बयान में कहा है कि रविवार को होने वाली शोक सभाओं से पहले एहतियातन सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सबसे बड़ी शोक सभा ग्राउंड जीरो पर होगी, जहां पीडि़तों के नाम पढ़े जाएंगे। इसमें पीडि़त परिवारों के सदस्य, राष्ट्रपति बराक ओबामा, पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश और न्यूयॉर्क के मेयर माइकल ब्लूमबर्ग शामिल होंगे।
पेंटागन के एक अधिकारी ने बताया कि अल कायदा के निशाने पर अवकाश के दिन और बड़े समारोह हो सकते हैं। दो मई को पाकिस्तान में लादेन के मारे जाने के बाद उसके परिसर से जब्त दस्तावेज में दसवीं बरसी का जिक्र था। वह दसवीं बरसी पर 11 सितंबर को बड़े हमले की योजना बना रहा था।
‘हमारा आदमी’ मुशर्रफ फेल रहा
ट्विन टावर पर आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में अलकायदा की उपस्थिति की अनदेखी और इराक में अमेरिकी हस्तक्षेप अमेरिका की दो सबसे बड़ी रणनीतिक गलतियां थीं। सीआईए के पूर्व विश्लेषक और ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूशन के ब्रूस रिडेल ने यह विचार जताए हैं। उन्होंने कहा,‘इसके बाद मुशर्रफ पर भरोसा करना कि वह ‘हमारा आदमी’ है भी एक गलती थी। अमेरिकी प्रशासन को भरोसा था कि वह हमारी तरफ से लड़ेगा लेकिन वह फेल रहा।’
अलकायदा को हराने के लिए चलाने होंगे कई अभियान: ब्रेनन
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के आतंकवाद निरोधक शीर्ष सलाहकार जॉन बे्रनन ने कहा है कि ओसामा बिन लादेन और अलकायदा के कई प्रमुख आतंकवादियों का मारा जाना पाकिस्तान के आतंकवादी नेटवर्क के लिए बहुत बड़ा झटका है। लेकिन अलकायदा को परास्त करने के लिए अभी कई वर्षों तक अभियान चलाना होगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी तंत्र कमजोर हुआ है लेकिन अलकायदा के अन्य सहयोगी संगठन अब भी बड़ा खतरा हैं।
बरसी पर हमले की योजना बना रहा था लादेन
ओसामा बिन लादेन 9/11 की 10वीं बरसी पर अमेरिका को फि र आतंकवादी हमले से दहलाने की साजिश रच रहा था। अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन ब्रेनन ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘हमें ओसामा के परिसर से जो दस्तावेज मिले हैं, उनसे पता चला है कि वह 9/11 की 10वीं बरसी को एक बार फिर अमेरिका को आतंकवादी हमले से दहलाने के मौके तलाश रहा था।’ ब्रेनन ने कहा, ‘हम जानते हैं कि अल-कायदा हमारी जमीन को एक बार फिर से निशाना बनाने की कोशिश कर रहा था।’ उन्होंने कहा, ‘केवल अल-कायदा ही नहीं था, कई और गुट भी उसकी छत्रछाया में थे। इसलिए हम पूरी तरह चौकस थे और हमने कई तैयारियां भी की हुईं थीं।’ अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक, ‘हमने 9/11 की बरसी को देखते हुए कई तैयारियां की थीं, लेकिन हम 9/11 की बरसी पर ही नहीं रुकने वाले हैं। हम इस निगरानी को बरकरार रखेंगे और अमेरिका के लोगों की सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास करते रहेंगे।’ उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि उनका देश अब 11 सितंबर, 2001 की तुलना में बहुत सुरक्षित है।’
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