बुधवार, 7 सितंबर 2011

पंचायतीराज मंत्री की पंच-सरपंचों को अन्ना बनने की नसीहत



जयपुर। राज्य के पंचायतीराज मंत्री भरतसिंह ने प्रदेश के पंच-सरपंचों से अन्ना हजारे की राह पर चलने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को अन्ना की निष्ठा-ईमानदारी से सीख लेते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में विकास योजनाओं को क्रियान्वित करना चाहिए।


हंगर प्रोजेक्ट की ओर से आयोजित राज्य के महिला पंच-सरपंचों के सम्मेलन में भरतसिंह ने अन्ना की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि अन्ना ने अपने गांव में घर-घर जाकर खामियां ढूंढी और फिर उसका समाधान भी निकाला। उनकी निष्ठा-ईमानदारी की सीख विकास योजनाओं को क्रियान्वित करते हुए हमें भी लेनी चाहिए।


मंत्री के अन्ना को लेकर आ रहे बयान से एकबारगी तो सभागार में कुछ देर के लिए सन्नाटा सा पसर गया, लेकिन बाद में पंच-सरपंचों ने भी खूब तालियां बजाईं। सिंह ने कहा कि प्रजातांत्रिक व्यवस्था को स्वराज से लागू करने का सपना कांग्रेस ने देखा था और इसे लागू भी किया। राज्य में आधे से अधिक महिला पंच-सरपंच हैं।


योजनाओं को बेहतर ढंग से लागू करने की जिम्मेदारी भी आपकी ही है। सिंह ने कहा कि गांवों में आज भी तकलीफें हैं। साफ-सफाई की कमी है। शौचालय बन जाते हैं, लेकिन काम में नहीं आते। उन्होंने कहा कि आवासीय योजनाओं में जो प्लाट या मकान दिए जाएंगे, वे महिलाओं के नाम ही होंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी लोग भू्रण हत्या करते हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण हैं, हमें शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाना होगा।

भूमि अधिग्रहण बिल संसद में पेश



नया जमीन अधिग्रहण बिल संसद में पेश हो गया है। ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने बताया कि बिल के कई प्रावधानों पर पार्टियों के बीच मतभेद है। वो इन मतभेदों को दूर करने के लिए 15 अक्टूबर को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बिल पर चर्चा करेंगे।


जयराम रमेश के मुताबिक बिल के मसौदे में कुछ बदलाव भी किए गए हैं। दिसंबर तक जमीन अधिग्रहण कानून बन जाने की उम्मीद है।


जयराम रमेश ने नए जमीन अधिग्रहण बिल के लिए कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के प्रयासों की भी सराहना की। जयराम रमेश ने बताया कि राहुल गांधी के प्रयासों से ही ये बिल 55 दिन में तैयार हुआ है।


नए जमीन अधिग्रहण बिल में प्रस्ताव है कि 1 से ज्यादा फसल देने वाली जमीन का सिर्फ 5 फीसदी हिस्से का ही अधिग्रहण किया जा सकता है। वहीं, 10 साल तक जमीन इस्तेमाल नहीं होने पर राज्य सरकार के पास चली जाएगी।


अधिग्रहण से पहले 80 फीसदी लोगों से सहमति जरूरी होगी। रेलवे, पोर्ट, हाइवे, पावर प्रोजेक्ट के लिए भी सहमति की शर्त लागू की जाएगी। गांवों में जमीन के बाजार भाव का 4 गुना मुआवजे के तौर पर देना होगा। शहरों में जमीन अधिग्रहण के लिए बाजार भाव का 2 गुना मुआवजा देना पड़ेगा।


अधिग्रहण से प्रभावित परिवार के 1 सदस्य को नौकरी देना जरूरी होगा। नौकरी नहीं देने पर 5 लाख रुपये का मुआवजा देना होगा। पहले साल हर महीने 3,000 रुपये और 2 से 20 साल तक हर महीने 2,000 रुपये देने होंगे।


प्रस्तावित नए जमीन अधिग्रहण बिल में अर्जेंसी क्लॉज का इस्तेमाल बहुत कम जगहों पर किया गया है। सुरक्षा से जुड़े मामलों में ही अर्जेंसी क्लॉज का इस्तेमाल किया जाएगा। बाकी मामलों में जमीन के मालिक की सहमति से ही अधिग्रहण किया जा सकता है।


हालांकि, उद्योग नए बिल के प्रस्तावों से खुश नजर नहीं आ रहा है। उद्योग का कहना है कि 1 से ज्यादा फसल देने वाली जमीन का अधिग्रहण मुश्किल बनाने से औद्योगीकरण में दिक्कतें आ सकती हैं। इसके अलावा निजी और सार्वजनिक उद्देश्य का मतलब साफ नहीं है।


बिल में उचित मुआवजा देने का प्रावधान तो दिया गया है, लेकिन मुआवजा तय करने के मापदंड साफ नहीं है। सही आंकड़ों न होने पर जमीन की उचित कीमत तय करना आसान नहीं होगा। 20 साल तक हर महीने 2,000 रुपये देने के प्रावधान पर उद्योग को कड़ा ऐतराज है।

दिल्ली धमाको का असर बाड़मेर में भी हाई अलर्ट


दिल्ली धमाको का असर बाड़मेर में भी हाई अलर्ट  


बाड़मेर 7  सितम्बर ! 
भारत पाकिस्तान सरहद पर बसे बाड़मेर जिले में दिल्ली बम धमाको के बाद हाई अलर्ट घोषित कर दिया .बाड़मेर जिले में सुरक्षा व्यवस्था चाक चोबंद करने के साथ ही संदिग्ध व्यक्तियों पर भी नज़र राखी जा रही हें बाड़मेर पुलिस जगह जगह एहतियात के टूर पर तैनात कर दी हें  , गृह मंत्रालय ने सीमावर्ती बाड़मेर जिले में भी आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए हाई अलर्ट घोषित कर दिया हैं ! बाड़मेर जिला पुलिस अधीक्षक संतोष चाल्के ने बताया की बाड़मेर में सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई हैं ! साथ ही साथ सीमा पर संदिग्ध लोगो पर नज़र रखने के निर्देश भी जारी किए गए हैं ! इस धमाके की घटना के बाद प्रत्येक थाने को सचेत रहने के निर्देश दिए गए हैं ! खासकर होटल्स , सराय,रेल वे  स्टेशन ,बस स्टैंड ,आदि स्थानों  आदि की जांच करने में सादा वस्त्रधारी पुलिस भी जुट गई हैं जिसमे संदेहास्पद लोगो से पूछताछ की जा रही हैं ! दूसरी तरफ सीमा सुरक्षा बल ने भी भारत-पाक सीमा पर पेट्रोलिंग तेज़ कर दी हैं , तथा सीमा पार होने वाली गतिविधिओ पर नज़र रखी जा रही हैं ! ज्ञातव्य हैं कि जिला कलेक्टर एवं मजिस्ट्रेट द्वारा पूर्व में ही कई गाँवो में रात्रि कालीन विचरण पर पाबंदी लगा दी गई हैं !

अफजल को सजा-ए-मौत का बदला, वकील के वेश में रखा बम! 12 मरे, 65 जख्‍मी



नई दिल्‍ली. देश की राजधानी दिल्‍ली में हाईकोर्ट के बाहर बुधवार सुबह सवा दस बजे हुए धमाके में 12 लोग मारे गए हैं जबकि 65 घायल हुए हैं। घायलों में कई की हालत गंभीर है। विस्‍फोट इतना जबरदस्‍त था कि घटनास्‍थल पर 3-4 फुट गहरा गड्ढा हो गया है। अदालत के गेट नंबर पांच के पास हुए इस धमाके की जिम्‍मेदारी आतंकी संगठन हरकत उल जिहाद इस्‍लामी (हूजी) ने ली है। मीडिया को भेजे ई मेल में कहा गया है, ‘हम दिल्‍ली हाईकोर्ट के पास हुए बम धमाके की जिम्‍मेदारी लेते हैं। हमारी मांग है कि मोहम्‍मद अफजल गुरु की फांसी की सजा तत्‍काल वापस ली जाए नहीं तो हम बड़े उच्‍च न्‍यायालयों और सुप्रीम कोर्ट को भी निशाना बनाएंगे।’

दिल्‍ली में आज जिस सूटकेस में विस्‍फोटक रख कर हाई कोर्ट के बाहर धमाका कराया गया, उसे वकील बन कर आए किसी शख्‍स ने रखा था। खुफिया एजेंसी के एक सूत्र के मुताबिक, 'जिस तरह का ब्रीफकेस वकील रखते हैं, वैसे ही ब्रीफकेस में विस्‍फोटक रखा गया था। शायद इसलिए कि इस ब्रीफकेस को लावारिस देख कर भी किसी को शक नहीं हो।'
राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के प्रमुख एस सी सिन्‍हा के मुताबिक एनआईए के 20 सदस्‍यों की विशेष टीम को ब्‍लास्‍ट की जांच सौंपी गई है। एनआईए चीफ ने कहा कि यह कहना जल्‍दबाजी होगी कि इस धमाके में हूजी का हाथ है। हालांकि हूजी की ओर से भेजे गए मेल पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। महाराष्‍ट्र एटीएस की टीम भी जांच में सहयोग करने के लिए दिल्‍ली आ रही है। एनएसजी के जवान भी घटनास्‍थल पर जांच के लिए पहुंचे।

सरकार ने आज धमाके के बाद दिल्‍ली सहित पूरे देश में अलर्ट जारी कर दिया है। संसद भवन की सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। संसद भवन घटनास्‍थल से महज ढाई किलोमीटर की दूरी पर है। हाईकोर्ट के आसपास की इमारतों पर सेना के जवान तैनात कर दिए गए हैं।
हाईकोर्ट में 25 मई को भी एक छोटा धमाका हुआ था। केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि खुफिया एजेंसियों ने 20 जुलाई को दिल्ली पुलिस को अलर्ट दे दिया था। इसके बावजूद आतंकी वारदात को अंजाम देने में कामयाब रहे।

गृह सचिव के मुताबिक आज के धमाके में आईईडी और टाइमर का इस्‍तेमाल किया गया है। धमाके में अमोनियम नाइट्रेट का भी इस्‍तेमाल किए जाने की खबर है। बांग्‍लादेश दौरे पर गए पीएम मनमेाहन सिंह ने बम धमाके की निंदा करते हुए इसे कायराना कार्रवाई करार दिया है।


घायल लोगों को समीप के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। कम से कम 55 घायल अभी तक राम मनोहर लोहिया अस्‍पताल में भर्ती कराए गए हैं। कई घायलों को सफदरजंग अस्‍पताल, एलएनजेपी और एम्‍स में भी भर्ती कराया गया है। आरएमएल में भर्ती लोगों में आठ की हालत गंभीर है। सफदरजंग अस्‍पताल का हेल्‍पलाइन नंबर 011-26707444, आरएमएल अस्‍पताल का हेल्‍पलाइन नंबर 011-23744721/ 23348200 / 23404446 / 23743769 / 23404478, एम्‍स का हेल्‍पलाइन नंबर 011-26588700 है।

पुलिस ने इलाके को चारों तरफ से घेर लिया है। मौके पर पहुंचे स्‍पेशल सीपी (कानून-व्यवस्‍था) धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि धमाका ऐसी जगह पर हुआ जहां पर किसी के आने जाने की पाबंदी नहीं रहती है। यह पुलिस के नियंत्रण से बाहर का इलाका है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक आशंका है कि यह बम ब्रीफकेस के अंदर रखा हो। एनएसजी और फॉरेंसिक की टीम ने हालांकि कुछ सैंपल ले लिए हैं लेकिन इसके बाद बारिश की वजह से कुछ सबूत धुल जाने की आशंका है। डॉग स्‍क्‍वॉयड को भी अभी तक कुछ हाथ नहीं लगा है।

दिल्ली ब्लास्ट के विरोध में जोधपुर हाईकोर्ट में हड़ताल


जोधपुर। दिल्ली हाईकोर्ट में बुधवार सुबह हुए ब्लास्ट के विरोध में राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर मुख्यपीठ में वकीलों ने हड़ताल कर दी। राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रणजीत जोशी व लॉयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. पुष्पेन्द्रसिंह ने सुबह 11 बजे के बाद संयुक्त रूप से हाईकोर्ट में सुनवाई बंद करने की अपील की।
हाईकोर्ट की सभी अदालतों में सुनवाई स्थगित कर दी गई है। बाद में वकीलों ने आतंकी हमले के विरोध में हड़ताल की सूचना दी। दिल्ली हाईकोर्ट परिसर में किए गए आतंकी हमले को न्याय व्यवस्था पर हमला बताते हुए इस कायरता पूर्ण कार्यवाही की निंदा की है।

हूजी ने ली दिल्ली ब्लास्ट की जिम्मेदारी

हूजी ने ली दिल्ली ब्लास्ट की जिम्मेदारी

नई दिल्ली। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन हरकत उल जिहाद इस्लामी ने दिल्ली हाईकोर्ट परिसर में हुए ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली है।

हूजी ने एक चैनल को भेेजे ईमेल भेजकर यह जिम्मेदारी ली है। मेल में हूजी ने कहा है कि संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू की फांसी की सजा को रोका जाना चाहिए।

अगर अफजल को फांसी को नहीं रोका गया तो सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट पर हमले होते रहेंगे। एनआईए कहना है कि वह हूजी की जिम्मेदारी वाली ईमेल की जांच कर रही है।

एनआईए के प्रमुख एससी सिन्हा ने कहा है कि ईमेल की प्रामाणिकता पर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। हालांकि उन्होंने कहा कि खतरनाक आतंकी संगठन होने के कारण जांच एजेंसी हूजी के ईमेल को गंभीरता से ले रही है।

छात्रा की अश्लील फिल्म

छात्रा की अश्लील फिल्म

भोपाल। एमपी नगर स्थित सोनाली होटल में एक छात्रा की अश्लील फिल्म बनाने और उसके साथ ज्यादती करने का मामला सामने आया है। इसका सनसनीखेज पहलू यह भी है कि मामले के एक आरोपी के साथ उसकी मां ने भी छात्रा के परिजनों को ब्लैकमेल कर उनसे पैसे ऎंठ लिए। मामले की रीवा में हुई शिकायत के बाद राजधानी की एमपी नगर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है।

रीवा निवासी बीस वर्षीय नसरीन (परिवर्तित नाम) पिछले साल जुलाई में पीएमटी की तैयारी के लिए भोपाल आई थी। वह एमपी नगर स्थित गल्र्स हॉस्टल में रहती थी। वह एमपी नगर में ही कोचिंग सेन्टर जाती थी। इस दौरान नसरीन की बिलासपुर के तालापारा की रिश्तेदार शमीम रिजवी ने उसकी मुलाकात बेटे ईशु उर्फ एहतेराम से कराई। ईशु जब भी भोपाल आता था, वह हॉस्टल में नसरीन से मिलता था। ईशु ने 10 अगस्त, 2010 को नसरीन को मां के साथ खाने पर चलने के लिए कहा।

नसरीन उसके साथ सोनाली होटल गई तो वहां शमीम की बजाय ईशु का तालापारा का ही रहने वाला दोस्त रईस मिला। दोनों ने बहाना बनाया और मां के नहीं आने की जानकारी दी। यहां भोजन करने के बाद नसरीन बेहोश हो गई। छात्रा ने पुलिस को बताया उसे शाम छह बजे होश आया तो होटल एक कमरे में पाया। उसके कपड़े शरीर पर नहीं थे। वहां मौजूद ईशु और रईस ने उसे बताया कि उसके साथ ज्यादती की फिल्म बनी है। वह किसी से कहेगी तो वह वीडियो को इंटरनेट पर डाल देंगे। इसके बाद दोनों आरोपियों ने उसके साथ फिल्म की धौंस देकर उसी होटल में कई बार ज्यादती की।

रकम जमा कराई
पीडित छात्रा इसके बाद मार्च, 2011 में रीवा चली गई और परिजनों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद बीते मई में मैहर निवासी रईसा और सतना निवासी रोजी ने पीडिता के परिजनों को फिल्म के बारे में बताते हुए रकम मांगी। दोनों महिलाओं ने रीवा के महाराजा होटल में डेढ़ लाख रूपए लेकर आने के लिए कहा। परिवार ने मांग रखी कि वह सीडी लेने के बाद पैसा दे देगा। होटल में ईशु मां शमीम रिजवी के साथ था। परिवार ने मोपेड और गहने बेचकर 80 हजार रूपए का इंतजाम किया था। जब आरोपी पूरे पैसे की मांग पर अड़ रहे तब नसरीन के परिवार ने रीवा के ही एक व्यापारी से 20 हजार रूपए लेकर उन्हें दिए। इसके बाद 40 हजार रूपए शमीम रिजवी के खाते में जमा कराए।

आरोपी ईशु उर्फ ऎहतेराम, शमीम, रईस, रईसा, रोजी और नेहा रिजवी ने नसरीन से और पैसे भी मांगे। उनका कहना था कि यदि वह पैसे नहीं देते हैं तो वह नसरीन की फिल्म के बदले में उनके किसी दूसरी महिला की फिल्म नहाते हुए बनाकर उन्हें दे। तब परिवार ने आईजी रीवा से मदद मांगी। प्राथमिक जांच के उपरांत आईजी ने रीवा महिला थाने को जीरो पर प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए।

दिल्‍ली हाईकोर्ट के बाहर बम धमाका: 9 मरे, 45 लोग जख्‍मी

नई दिल्‍ली. दिल्‍ली हाईकोर्ट के बाहर आज एक बार फिर बम धमाका हुआ है। यह धमाका गेट नंबर पांच के पास हुआ है। केंद्रीय गृह सचिव आर. के. सिंह के मुताबिक सुबह 10.14 बजे धमाका हुआ। इसमें चार लोगों के मारे जाने की पुष्टि की गई है। घायलों की तादाद 45 हो गई है। गृह सचिव के मुताबिक इस धमाके में आईईडी का इस्‍तेमाल किया गया है। पुलिस के मुताबिक कम से कम 9 लोग मारे गए हैं। घायलों और मरने वालों की तादाद बढ़ सकती है।

बम धमाके के बाद संसद के दोनों सदनों में कार्यवाही स्थगित कर दी गई है। गृह मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठक जारी है। केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम आज दोपहर 12.30 बजे बम धमाके पर बयान देंगे।

एनआईए के डीजी प्रकाश मिश्रा के मुताबिक एनआईए के अधिकारियों का एक दल घटनास्‍थल पर पहुंच गया है। दूसरा दल भी जल्‍द वहां पहुंच रहा है। उन्‍होंने बताया कि एनआईए बम धमाके की जांच में दिल्‍ली पुलिस को सहयोग करेगी।

जिस जगह पर यह धमाका हुआ है वहां लोग हाईकोर्ट में प्रवेश के लिए पर्चियां बनवाते हैं। गेट नंबर पांच ही मुख्‍य गेट है यहां से अधिकतर वकील और उनके मुवक्किल अदालत परिसर में घुसते हैं।

घायल लोगों को समीप के अस्‍पताल में ले जाया जा रहा है। कम से कम 24 घायल अभी तक राम मनोहर लोहिया अस्‍पताल में भर्ती कराए गए हैं। दमकम की गाडियां भी मौके पर पहुंच गई है। पुलिस ने इलाके को चारों तरफ से घेर लिया है। पुलिस का कहना है कि धमाका ऐसी जगह पर हुआ है जहां पर किसी के आने जाने की पाबंदी नहीं रहती है। यह पुलिस के नियंत्रण से बाहर का इलाका है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक आशंका है कि यह बम ब्रीफकेस के अंदर रखा हो। हालांकि जांच के बाद ही कुछ साफ हो पाएगा।

टीवी पर दिखाई जा रही तस्‍वीरों में कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मौके पर मौजूद पुलिस के एक आला अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। उन्‍होंने हाईकोर्ट परिसर के आसपास भीड़ नहीं लगाने की अपील की है।
कुछ महीने पहले ही (25 मई को) दिल्‍ली हाईकोर्ट के परिसर में धमाका हुआ था। इस धमाके में अमोनियम नाइट्रेट का इस्‍तेमाल किए जाने की बात सामने आई थी। इस घटना की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई है। हालांकि अभी कुछ संदिग्‍ध हिरासत में लिए गए हैं।

पाक वायुसेना के कैडेर ने बनाई अश्लील फिल्म

पाक वायुसेना के कैडेर ने बनाई अश्लील फिल्म

मेलबर्न। आस्ट्रेलिया के डिफेंस फोर्स अकादमी (एडीएफए) में प्रशिक्षण ले रहे पाकिस्तान की वायु सेना के एक कैडेर को महिला कैडेर की नहाते समय फिल्म उतारने के कारण बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

आस्ट्रेलिया की मीडिया के अनुसार कैडेर औबेद फय्याज को अनुशासनहीनता बरतने पर एडीएफए से निकाल दिया गया है। आस्ट्रेलिया अब इस मामले की जांच कर रहा है और फय्याज के बारे में आगे की कार्रवाई का निर्णय बाद में किया जाएगा।

इक्कीस साल के फय्याज पर आरोप है कि उसने मोबाइल फोन के कैमरे से गत 25 अगस्त को साथ में प्रशिक्षण हासिल कर रही एक 21 वर्षीय युवती की नहाते समय वीडियो फिल्म चुपके से बना डाली। लेकिन युवती को इसका पता चल गया और उसने अधिकारियों से इसकी शिकायत कर दी। पुलिस ने फय्याज का लैपटाप, मोबाइल फोन और मेमोरी कार्ड जब्त कर लिया है। फय्याज एडीएफए में जनवरी में आया था।
दिल्ली हाईकोर्ट परिसर में फिर ब्लास्ट
नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट परिसर में ब्लास्ट की खबर है। निजी चैनलों के हवाले से आई खबरों के मुताबिक हाईकोर्ट के गेट के पास धमाका हुआ है। गेट नंबर तीन के पास एक कार में हुआ है। बताया जा रहा है कि कार के नीचे विस्फोटक सामग्री रखी हुई थी। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। ब्लास्ट के बाद अफरा तफरी मच गई है। अभी तक ब्लास्ट में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। गौरतलब है कि इससे पहले भी दिल्ली हाईकोर्ट परिसर के गेट के बाहर धमाका हुआ था।

पखवाड़े भर से ज्यादा समय से बंद पड़े हैं नेहड़ क्षेत्र के रास्ते, नर्मदा के ओवरफ्लो पानी से घिरे कई गांव

पखवाड़े भर से ज्यादा समय से बंद पड़े हैं नेहड़ क्षेत्र के रास्ते, नर्मदा के ओवरफ्लो पानी से घिरे कई गांव

चितलवाना नर्मदा नहर के ओवरफ्लो पानी के कारण नेहड़ क्षेत्र की जनता पिछले पंद्रह-बीस दिन से काफी परेशान हैं। हालात यह है कि नेहड़ के कई गांव दिनों दिन बढ़ रहे पानी से घिरते जा रहे हैं। ऐसे में ये गांव टापू बनते जा रहे हैं, लेकिन इन गांवों में रहने वाली जनता की फरियाद भी सुनने वाला कोई नहीं है। पर्याप्त संसाधनों के अभाव में ग्रामीण स्वयं के स्तर पर इस पानी की निकासी का कोई प्रबंध भी नहीं कर पा रहे हैं। जिससे उन्हें ना केवल आवागमन में परेशानी हो रही है, बल्कि अब तो ग्रामीण राशन की सामग्री इक_ा करने में भी तकलीफ झेलरहे हैं।

ऐसा भी नहीं कि जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को इस स्थिति के बारे में पता नहीं, लेकिन किसी ने इस संबंध में कार्यवाही के लिए पहल नहीं की है। पिछले कई दिनों से नर्मदा मुख्य कैनाल से लूणी नदी में छोड़ा जा रहा ओवरफ्लो का पानी अब नेहड़वासियों के लिए मुसीबत बन गया है। पानी ने गांव के मुख्य रास्तों को बंद कर दिया है।

ऐसे में नेहड़वासियों का पंचायत समिति मुख्यालय से संपर्क भी नहीं हो पा रहा है। वहीं दूसरी ओर क्षेत्र में पिछले नौ दिन से हो रही रुक-रुक कर बारिश के कारण हालात दिनों दिन विकट होते जा रहे हैं। जगह-जगह पानी का भराव होने से मच्छरों की तादाद भी काफी बढ़ गई है। जिससे मौसमी बीमारियों ने भी पांव पसारना शुरू कर दिया है। अगर जल्द ही प्रशासन की ओर से पानी की निकासी को लेकर कोई समाधान नहीं किया गया तो गांवों में स्थिति भयावह हो जाएगी

सामरिक तैयारियों की टोह ली चीनी सैनिकों ने



सामरिक तैयारियों की टोह ली चीनी सैनिकों ने

राजस्थान से सटी सीमा पर चाइना आर्मी पाक सेना के साथ संयुक्त अभ्यास के बहाने रेगिस्तान में लड़ी जाने वाली जंग के खतरों का अध्ययन कर गई। चीन की सेना ने संवेदनशील इलाकों और भारतीय सेना की सामरिक तैयारियों की टोह ली और पाक संचार व्यवस्था की खामियों का आकलन भी किया।

इस इलाके में भारतीय सेना को पाक सीमा में घुसने से रोकने के लिए पुल और तमाम अवरोधकों का खाका भी तैयार किया गया। चीन की सेना के रेगिस्तान में पाक सेना का वर्चस्व कायम करने के इस प्रयास से भारतीय सेना से लेकर तमाम खुफिया एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं। जैसलमेर के तनोट व किशनगढ़ के नजदीक सीमा के उस पार चाइना आर्मी पाक सेना के साथ ब्रिगेड स्तर की एक्सरसाइज कर लौटने लगी है।

चाइना आर्मी की इंजीनियरिंग रेजीमेंट ने अभ्यास के दौरान इस बारे में गहन अध्ययन किया कि रेगिस्तान में लड़ी जाने वाली जंग के दौरान भारतीय सेना पाक सेना को कहां मात दे सकती है और कौनसा इलाका सबसे संवेदनशील है। चीनी सेना ने जैसलमेर से लेकर बीकानेर सीमा तक भारतीय सेना के पाकिस्तान में घुसने की संभावना की टोह ली, ताकि उन तमाम संवेदनशील इलाकों व रास्तों पर पुल आदि अवरोधक बनाकर भारतीय सेना को आगे बढ़ने से रोका जा सके। इसके साथ ही भारतीय सेना के अत्याधुनिक बैटल टैंकों को पाकिस्तानी इलाके में कैसे धराशायी किया जा सके, इसकी विशेष ट्रेनिंग दी। इंजीनियरिंग रेजीमेंट ने पाक सैनिकों को कम समय में ब्रिज, नाले, ओवरब्रिज आदि बनाने के गुर भी सिखाए। साथ ही यह भी टोह भी ली कि भारतीय सीमा में कहां से घुसपैठ हो सकती है।

बॉर्डर पर संचार व्यवस्था का आकलन: चीनी सेना ने भारतीय सैन्य बल की संरचना से लेकर अत्याधुनिक संचार व्यवस्था का आकलन किया है। भारतीय सेना ने दो महीने पूर्व ‘विजयी भव’ नामक अभ्यास के दौरान अपनी सामरिक ताकत दिखाने के साथ मजबूत संचार व्यवस्था का प्रदर्शन किया था। चीनी सेना ने भारतीय सेना और बॉर्डर पर मजबूत संचार व्यवस्था का बारीकी से अध्ययन कर उसके अनुरूप संचार व्यवस्था मजबूत करने का खाका तैयार किया। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि भारतीय सेना के अधिकारी भी संकेत दे चुके हैं कि भारत-पाक के बीच जब कभी भी जंग होगी, रेगिस्तान के इसी इलाके मंे होगी। इस वजह से चीनी सेना का संयुक्त अभ्यास के बहाने सामरिक तैयारियांे की टोह लेना काफी गंभीर है

ऋषिराज गोशाला में 8 गायों की संदिग्ध मौत

ऋषिराज गोशाला में 8 गायों की संदिग्ध मौत

सांचौर. विरोल गांव मेंं गोधाम पथमेड़ा की शाखा ऋषिराज गौशाला में मृत गायें।


.सांचौर निकटवर्ती विरोल स्थित ऋषिराज गोशाला में सोमवार को 8 गायों की संदिग्ध मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक सोमवार रात गोशाला परिसर में कैर के पेड़ के नीचे बैठी 8 गायों की संदिग्ध मौत हो गई। गोशाला के पदाधिकारी गायों की मौत का कारण बारिश के समय आकाशीय बिजली गिरना बता रहे हैं। प्रशासन ने जानकारी के लिए मौके पर पशु चिकित्सक व हल्का पटवारी को भेजा। जिनके वहां पहुंचने से पहले ही गोशाला प्रबंधक द्वारा मृत गायों को जेसीबी की सहायता से गहरा गड्ढा खुदवाकर गाड़

जांच के बाद होगी कार्यवाही

ञ्चहमें गोशाला में 8 गायों की मौत की जानकारी मिली है तथा घटना स्थल पर पशु चिकित्सक व हल्का पटवारी के पहुंचने से पूर्व गोशाला प्रबंधक द्वारा गायों को जमीन में गाड़ दिया गया था। मामले की जांच के बाद उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी।

सिराजुद्दीन पढिय़ार, कार्यवाहक उपखंड अधिकारी, सांचौर

पोस्टमार्टम के लिए कहा था

ञ्चहमने गोशाला प्रबंधक को मृत गायों का पोस्टमार्टम करवाने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने बताया कि गायों की मौत आकाशीय बिजली गिरने से ही हुई है। उन्हें इस मामले में कोई शंका नहीं है।

पदमाराम, एसआई, पुलिस थाना

,पहुंचने से पहले गाड़ दिया
हमारी टीम घटना स्थल पर पहुंची इससे पहले ही गोशाला प्रबंधक द्वारा गायों को जमीन में गाड़ दिया गया था।
डॉ. रमेश चौधरी, पशु चिकित्सक, सांचौर

मृत मिली गायें
रात को बिजली गिरने जैसी आवाज आई। सवेरे जब हम मौके पर पहुंचे तो गायें मरी हुई मिली। हमारे अनुसार इनकी मौत बिजली गिरने से हो सकती है।
चंदनसिंह, अध्यक्ष, गोशाला 

फतेहगढ़ दुर्ग का ऊपरी हिस्सा ढहा बारिश से ऐतिहासिक धरोहरों को हो रहा है नुकसान

फतेहगढ़ दुर्ग का ऊपरी हिस्सा ढहा

बारिश से ऐतिहासिक धरोहरों को हो रहा है नुकसान


जैसलमेर फतेहगढ़ कस्बे के करीब ढाई सौ वर्ष पुराने कोर्ट का ऊपरी हिस्सा सोमवार की रात्रि में ढह गया। इस गढ़ के ऊपरी हिस्से को रानी महल कहा जाता है। रानी महल बारिश की वजह से ढह गया। जिले में इस बार हो रही भारी बारिश प्राचीन विरासतों पर भारी पड़ रही है। देखरेख के अभाव के चलते जर्जर अवस्था में पहुंची ऐतिहासिक धरोहरें के गिरने के कगार पर पहुंच चुकी है। कुछ दिन पूर्व सोनार दुर्ग की भी एक दीवार ढह गई थी और अब फतेहगढ़ दुर्ग का ऊपरी हिस्सा धाराशाही हो गया।

फतेहगढ़ कोर्ट में वर्तमान में पुलिस की अस्थाई चौकी चल रही है। दुर्ग का ऊपरी हिस्सा गिरने से यहां कार्यरत पुलिस कर्मी भयभीत है। गढ़ के जिन कमरों में इनका निवास है वह भी जर्जर अवस्था में है और इन कमरों की छतें टपक रही है। इस दुर्ग की मरम्मत के लिए करीब पांच-छह वर्ष पूर्व 10 लाख रुपए बीएडीपी के तहत तथा 7 लाख रुपए अकाल राहत व बाढ़ राहत योजना के तहत लगाए गए थे। सरपंच रेशमा ने बताया कि यदि प्रशासन इसकी मरम्मत के लिए बजट आवंटित करता है तो रिपेयरिंग करवा दी जाएगी। इतिहासकार नंदकिशोर शर्मा ने बताया कि प्राचीन समय में ग्रामीण क्षेत्रों में बने किलों को कोर्ट कहा जाता था। जहां राजा के हाकिम निवास किया करते थे और वे कर वसूलने का कार्य करते थे। उन्होंने बताया कि जैसलमेर के महाराजा मूलराज ने फतेहगढ़ में कोर्ट बनवाया था। उसके बाद इस क्षेत्र का विकास पालीवाल जाति के लोगों ने किया।

ऑस्कर ने भरी ऐलिजाबेथ की मांग


ऑस्कर ने भरी ऐलिजाबेथ की मांग

जैसलमेर. सात समंदर पार स्पेन से आए ऐलिजाबेथ मोटे एवं ऑस्कर मंगलवार को हिंदू रिति रिवाज के अनुसार विवाह बंधन में बंधे। मंगलवार को स्पेनिश युगल का शास्त्रोत्क विधि से पंडित सुरेन्द्र बिस्सा ने विवाह संपन्न करवाया तथा शैलेन्द्र व्यास ने कन्यादान किया।

लुभाती है भारतीय शादियां

ऐलिजाबेथ व ऑस्कर ने बताया कि उन्होंने हिंदू रीति रिवाज से होने वाली शादी के बारे में काफी सुन रखा है। भारत भ्रमण के साथ ही जैसलमेर में शादी करना उनका पूर्व निर्धारित प्लान था। उन्होंने बताया कि वह हिंदू जीवन पद्धति से काफी प्रभावित है। साथ ही यहां होने वाली शादियों के उत्साह व उमंग को महसूस करना चाहते थे। अपनी शादी को कुछ रोचक व यादगार बनाने के लिए उन्होंने जैसलमेर में हिंदू रीति से शादी करने का मानस बनाया। ऐलिजाबेथ ने बताया कि वह आज इतनी खुश है कि अपनी खुशी बयान नहीं कर सकती। उसने इसे अपनी जिंदगी का एक यादगार लम्हा बताते हुए लिए गए सात वचनों को निभाने की बात कही।