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सोमवार, 12 नवंबर 2018

वसुंधरा के खास कैबिनेट मंत्री ने पद से दिया इस्तीफा....भाजपा भी छोड़ी

वसुंधरा के खास कैबिनेट मंत्री ने पद से दिया इस्तीफा....भाजपा भी छोड़ी

पाली: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है. हाल ही में जारी हुई भाजपा की पहली लिस्ट में अपना टिकट कटने के बाद सुरेन्द्र गोयल ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही उन्होंने भाजपा से भी अपना नाता तोड़ दिया है. अब वे आगामी चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. सूत्रों के अनुसार गोयल 17 नवंबर को अपना नामांकन भरेंगे.




सुरेन्द्र गोयल ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पत्र लिखकर कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा मांगा है. इसके साथ ही उन्होंने भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी को भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का त्याग पत्र भेजा है.इससे पहले सुरेन्द्र गोयल जैतारण के भाकरवास गांव में हजारों की संख्या में अपने समर्थकों के साथ इकट्ठा हुए थे. उस दौरान कार्यक्रम में गोयल के समर्थकों ने जमकर भाजपा का विरोध जताया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने गोयल के समर्थन में तथा भाजपा और ओम माथुर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.


सूत्रों के अनुसार एक साथ काफी संख्या में कार्यकर्ता और पदाधिकारियों द्वारा भाजपा छोड़ने का भी फैसला ले लिया. इसके साथ ही गोयल ने 17 नवंबर को निर्दलीय के रूप में नामांकन भरने का भी ऐलान किया है.
गोयल बोले जो फूल मैने जैतारण में खिलाया आज उसे काट दिया


कार्यक्रम में मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने अपने उद्बोधन में बताया कि उन्होंने अपना पूरा जीवन भाजपा को दिया. लेकिन उनका टिकट काटने से पहले उनसे एक बार भी नहीं पूछा. अब उन्होंने जैतारण से उस फूल को काट दिया है, जिसे कभी उन्होंने मेहनत से खिलाया था.

गुरुवार, 8 नवंबर 2018

राजस्थान प्रदेश में 53 फीसदी वोटर 18 से 40 तक की उम्र के, फिर भी पार्टियां युवाओं को तवज्जो नहीं देती

राजस्थान प्रदेश में 53 फीसदी वोटर 18 से 40 तक की उम्र के, फिर भी पार्टियां युवाओं को तवज्जो नहीं देती
Most young voters in Jaipur
राजस्थान के 2.54 करोड़ युवा मतदाता नई सरकार के चयन में इस बार अहम रोल अदा करेंगे, जिनकी आयु 18 से 40 साल के बीच है। वर्तमान में युवा मतदाताओं की संख्या के मामले में जयपुर जिला टॉप पर है। इस अकेले एक ही जिले के 19 विधानसभा क्षेत्रों में 24.80 लाख युवा मतदाता हैं। अगर बात विधानसभा क्षेत्रों की जाए तो युवा मतदाताओं की संख्या के लिहाज से प्रदेशभर में झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र टॉप पर है। यहां 1.94 लाख युवा मतदाता हैं। प्रदेश में इस बार कुल 4 करोड़ 72 लाख 20 हजार 597 मतदाता हैं।

सबसे अधिक युवा मतदाताओं वाले जिले

जिले का नाम कुल मतदाता युवा मतदाता


जयपुर 4556662 2480394

अलवर 2444927 1335890

नागौर 2364849 1262913

जोधपुर 2442544 1310038

सीकर 1979209 1067154

सबसे कम युवा मतदाताओं वाले जिले



जिले का नाम कुल मतदाता युवा मतदाता

प्रतापगढ़ 265996 265996

बूंदी 636093 340428

जैसलमेर 418912 247260

सिरोही 715797 383741

राजसमंद 850323 438122

सबसे अधिक युवा मतदाताओं वाले विधानसभा क्षेत्र
विधानसभा कुल मतदाता युवा मतदाता

झोटवाड़ा 356039 194619

बगरु 293929 169320

विद्याधर नगर 318501 169261

सांगानेर 301559 165198

बूंदी 286318 157335



सबसे कम युवा मतदाताओं वाले विधानसभा क्षेत्र

विधानसभा कुल मतदाता युवा मतदाता


केशोराय पाटन 102999 53874

जोधपुर 197565 92845

किशनपोल 196306 100408

खेतड़ी 202777 101785

अजमेर दक्षिण 200907 102300


राजस्थान की स्थिति एक नजर में

कुल मतदाता 47220597

18 से 40 आयु तक के युवा मतदाता 25481736

युवा मतदाताओं का प्रतिशत 53.96%

कुल बूथ 51796

नए मतदाता जुड़े 4083970

दलों की स्थिति

भाजपा : पार्टी में प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी की उम्र 75 साल है। कार्यकारिणी के अधिकांश पदाधिकारी की उम्र 50 साल से ज्यादा है।

कांग्रेस : कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष की कमान तो पार्टी ने युवा नेता सचिन पायलट को थमा रखी है जिनकी आयु 40 साल है, लेकिन कार्यकारिणी में ऐसे नेताओं की भरमार है, जिनकी आयु 50 साल से अधिक हैं।

युवा नेताओं की ना मंत्रिमंडल में उचित भागीदारी और ना ही विधायकी में

2008 में 40 की उम्र तक के कुल 36 विधायक थे

विधानसभा में युवा विधायकों का प्रतिशत 18 प्रतिशत

2008 में मंत्रिमंडल की औसत उम्र 59 साल

2013 में 40 की आयु तक के कुल 35 विधायक

2013 में मंत्रिमंडल की औसत उम्र 60 साल

थार का चुनावी रण बाड़मेर मानवेन्द्र के पाला बदलने से गड़बड़ाया चुनावी गणित

थार का चुनावी रण 

बाड़मेर मानवेन्द्र के पाला बदलने से गड़बड़ाया चुनावी गणित 


राज्य विधानसभा चुनाव की तिथि निकट आने के साथ सीमावर्ती बाड़मेर जिले के रेगिस्तानी धोरों में सियासत गरमाने लगी है। भाजपा अपनी ताकत को बरकरार रखने के लिए और कांग्रेस रेगिस्तान में खो गई अपनी ताकत को फिर से हासिल करने का कवायद में जुटी है। गत विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस के इस गढ़ को पूरी तरह ढहा दिया था और सात में से छह सीट पर कब्जा जमा लिया था, लेकिन इस बार समीकरण पूरी तरह से बदले हुए नजर आ रहे है।

गत लोकसभा चुनाव में भाजपा के ठुकरा देने के बाद यहां से ताल ठोक निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे कद्दावर नेता जसवंत सिंह जसोल के कारण इस क्षेत्र पर पूरे देश की निगाह थी। यही कारण है कि गत लोकसभा चुनाव के पश्चात यहां का चुनावी गणित पूरी तरह से बदल चुका है। रही सही कसर जसवंत के बेटे विधायक मानवेन्द्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने से पूरी हो गई।


गत चुनाव में मोदी लहर के दौरान इस क्षेत्र के सबसे बड़े जातिय समूह जाटों ने खुलकर भाजपा का साथ दिया था। जबकि राजपूत भाजपा के साथ पहले से जुड़े थे। इस बार दोनों ने भाजपा से दूरी बना रखी है। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि भाजपा इन्हें कैसे अपने साथ जोड़े रख पाती है।



बाड़मेर शहर विधानसभा क्षेत्र में गत चुनाव में चली मोदी लहर अप्रभावी रही और कांग्रेस के मेवाराम जैन ने बाड़मेर की राजनीति के दिग्गज खिलाड़ी गंगाराम चौधरी की पोती प्रियंका चौधरी को पराजित कर यहां से जीत हासिल कर ली। इस बार भी इन दोनों के बीच में ही मुकाबला होता नजर आ रहा है। हालांकि यहां से सांसद कर्नल सोनाराम ने भी अपनी दावेदारी जता रखी है। देखने वाली बात होगी कि भाजपा किसे अपना प्रत्याशी चुनती है।


पचपदरा विधानसभा सीट पर अमराराम ने जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस के मदन प्रजापत को पराजित किया था। एक बार फिर इन दोनों के बीच मुकाबला देखने को मिल सकता है।

बायतू सीट पर गत बार भाजपा के युवा प्रत्याशी कैलाश चौधरी ने दिग्गज नेता कर्नल सोनाराम को पराजित किया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव में सोनाराम भाजपा में शामिल हो गए थे और यहां से सांसद का चुनाव जीत गए। अब भाजपा की तरफ से कैलाश के मैदान में उतरने की संभावना नजर आ रही है। वहीं कांग्रेस यहां से पूर्व सांसद हरीश चौधरी को अपना प्रत्याशी बना सकती है। हरीश को इस क्षेत्र के सबसे प्रभावशाली जाट नेता हेमाराम चौधरी का पूर्ण समर्थन हासिल है।


गुडामालानी सीट हमेशा से कांग्रेस का सबसे सुरक्षित किला माना जाता रहा है, लेकिन गत चुनाव में भाजपा ने यहां सेंध मार दी और उसके प्रत्याशी लादूराम विश्नोई ने हेमाराम को पराजित कर दिया था। अब हेमाराम चौधरी एक बार फिर पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरने जा रहे है. जबकि भाजपा लादूराम विश्नोई या उनके बेटे केके विश्नोई में से किसी एक को प्रत्याशी बना सकती है।



शिव से वर्तमान भाजपा विधायक मानवेन्द्र सिंह कांग्रेस हाथ थाम चुके है। ऐसे में भाजपा यहां से किसी नए चेहरे की तलाश में है। जबकि कांग्रेस अपने परम्परागत अमीन खान को यहां से मैदान में उतारने की तैयारी में है। हालांकि यहां से चौहटन में बरसों तक हावी रहे अब्दुल हादी का परिवार भी दावेदारी जता रहा है।


चौहटन सुरक्षित सीट पर तरुण राय कागा ने जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार सीमावर्ती इस क्षेत्र में समीकरण बदले हुए नजर आ रहे है। कांग्रस व भाजपा यहां से किसी नए चेहरे की तलाश में है।

सिवाना में इस बार रोचक मुकाबला हो सकता है। कांग्रेस हमेशा से यहा किसी मूल ओबीसी जाति के व्यक्ति को अपना प्रत्याशी बनाती रही है। गत चुनाव में भाजपा के राजपूत प्रत्याशी हमीर सिंह ने जीत हासिल की थी। कांग्रेस की तरफ से इस बार यहां से मानवेन्द्र सिंह की पत्नी चित्रा सिंह का नाम सबसे आगे चल रहा है। हालांकि मानवेन्द्र कह चुके है कि उनके परिवार का कोई सदस्य चुनाव नहीं लड़ेगा। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि उनकी पत्नी चुनाव लड़ती है या नहीं।







सोमवार, 5 नवंबर 2018

11 नवंबर के बाद ही आएगी भाजपा की सूचि सभी विधानसभा में पुन आवेदन का कार्य पूर्ण ,जावड़ेकर सौंपेंगे रिपोर्ट ९ को

11 नवंबर के बाद ही आएगी भाजपा की सूचि 

सभी विधानसभा में पुन आवेदन का कार्य पूर्ण ,जावड़ेकर सौंपेंगे रिपोर्ट ९ को 




राजस्थान में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी की उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा 11 नवंबर से पहले मुमकिन नहीं है। दरअसल, पार्टी के 15 वरिष्ठ नेताओं को संभावित उम्मीदवारों के बारे में जिला मुख्यालय पर फीडबैक लेने का काम सौंपा गया है। साथ ही इसे पार्टी के राज्य इलेक्शन इनचार्ज प्रकाश जावड़ेकर को रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है जो बाद में नई दिल्ली में 11 नवंबर को होने वाली सेंट्रल इलेक्शन कमिटी (सीईसी) की बैठक में अमित शाह को फीडबैक सौंपेंगे।


एक बीजेपी नेता ने बताया, 'जावड़ेकर और सीएम वसुंधरा राजे सहित पार्टी की राज्य कोर कमिटी अमित शाह के साथ सीईसी मीटिंग में शामिल होगी।' बता दें कि राजस्थान में 7 दिसंबर को चुनाव होने हैं, 2 नवंबर को नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा और नामांकन भरने की आखिरी तारीख 19 नवंबर होगी।

राजस्थान में बीजेपी के इलेक्शन इनचार्ज प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 'इस साल नामांकन प्रक्रिया थोड़ी जटिल हो सकती है। हमारे पास अपने उम्मीदवारों को ट्रेनिंग देने के लिए काफी कम समय बचा है। इसलिए पार्टी जितना जल्दी हो सकेगा सूची फाइनल करेगी।' इससे पहले बुधवार को राज्य की कोर कमिटी ने 96 निर्विरोध उम्मीदवारों की सूची सौंपी थी लेकिन पार्टी मुखिया अमित शाह ने वरिष्ठ नेताओं को प्रत्येक सीट पर कम से कम 3 संभावितों के नाम देने के लिए कहा है।

एक बीजेपी पदाधिकारी ने कहा, 'अमित शाह पैनल में 2 से 3 नाम चाहते हैं क्योंकि राज्य पैनल द्वारा शॉर्टलिस्ट किए गए नाम शाह के अपने आंतरिक सर्वे के साथ मेल नहीं खाते हैं।' 

शनिवार, 20 अक्तूबर 2018

*जैसलमेर राजनीति किस और करवट लेगी थोड़ा और इंतज़ार करना होगा जैसाण वासियो को*


*जैसलमेर राजनीति किस और करवट लेगी थोड़ा और इंतज़ार करना होगा जैसाण वासियो को*

*बाड़मेर जेसलमेर के गुलाबी ठंड में राजनीति की  गर्माहट महसूस की जा रही है ।।दिन ढलते ढलते संबगवित दावेदारों की टिकट को लेकर उनके समर्थक कथित पक्की खबर देते है कि फलां की टिकट फाइनल हो गई।एक ही पोस्ट पर नाम पेस्ट कर अलग अलग दावेदारों की टिकट  फाइनल बताई जा रही है।खैर यह सोसल मीडिया है कुछ भी चलाये।।जेसलमेर की राजनीति में गर्माहट कुछ दिन और रहने की संभावना है।।जेसलमेर में भाजपा की टिकट को लेकर जितनी उत्सुकता है उससे कही ज्यादा उत्सुकता कांग्रेस में टिकट किसकी कटती है को लेकर है।।

दिन भर समर्थक अपने अपने नेताओं के समर्थन में तथ्यों के साथ कयास लगाते है।।आखिर माजरा टिकट का है।।

भाजपा में टिकटों को लेकर उच्च स्तरीय मंथन चल रहा है।।भाजपा से जो दावेदार है उनमें विक्रम सिंह नाचना,सांग सिंह भाटी,सुजान सिंह हड्डा ,डॉ जालम सिंह रावलोत,वर्तमान विधायक छोटू सिंह भाटी शामिल है। रणकपुर में दावेदारों के साथ हुए राजनीतिक मजाक के बाद हाई कमान ने टिकट को लेकर दिल्ली में मंथन शुरू किया है।संघ की प्रभावी भूमिका रहेगी।।भाजपा में संघ की लॉबिंग में डॉ जालम सिंह रावलोत का कोई मुकाबला नही।।छोटू सिंह संघ की पसन्द से आते है तो विक्रम सिंह नाचना से भी संघ को कोई गुरेज नही।अलबत्ता टिकट के लिए इन तीनो नामो पर चर्चा है ।।सूत्रों की माने तो पार्टी में टिकट देने की जो प्राथमिकता तय की हैउसमे सुजान सिंह हड्डा फिट बैठते है।।अंतिम समय मे कोई खास बदलाव नही होता है तो टिकट जालम सिंह रावलोत और विक्रम सिंह के बीच जाने की ज्यादा संभावना है। वर्तमान बिधायक पर भाजपा एंटी इंकमबेसी के चलते भरोसा नही कर पा रही है। भाजपा कांग्रेस के पत्ते खुलने का इंतज़ार करेगी।।

कांग्रेस जेसलमेर सीट पर प्रत्यासी चयन को लेकर दुविधा में फंसी है।।जजेसलमेर के प्रमुख दावेदार रूपाराम धनदे,सुनीता भाटी ,और महारानी रासेश्वरी राज्य लक्ष्मी प्रमुख दावेदार है। तीनो पर चर्चा हुई। राजनीति नफा नुकसान भी देखा गया तो लोकसभा चुनावों पर टिकट वितरण का असर पर भी चर्चा हुई। सूत्रों की माने तो तीनों में से एक दावेदार जिले से बाहर शिफ्ट होगा।।कौन होगा यह भविष्य के गर्भ में है। टिकट को लेकर चर्चा हो चुकी है।जेसलमेर कि  संभावित प्रत्यासी को पार्टी की और से फील्ड वर्क करने का संकेत दे दिया है। कांग्रेस बाड़मेर जेसलमेर में दो प्रत्यासी राजपूत उतरेगी यह तय है। एक सीट जेसलमेर है वो तय है।।दूसरी सीट बाड़मेर जिले की है।।अलबत्ता टिकट घोषणा में अभी 4 से 5 दिन का समय और लगने की संभावना है।।तब तक कयासों पे राजनीति चलती रहेगी। जब तक अधिकृत घोषणाएं नह होती किसी दावेदार को अंतिम नही माना जासकता।।

सोमवार, 14 अप्रैल 2014

foto..बाड़मेर की जनता का जसवंत को सलाम ,रोड शो में जसवंत सिंह के साथ उमड़ा जान सैलाब











foto..बाड़मेर की जनता का जसवंत को सलाम ,रोड शो में जसवंत सिंह के साथ उमड़ा जान सैलाब

बाड़मेर पूर्व विदेश मंत्री और निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के सोमवार शाम आयोजित रोड शो में उमड़े जन सैलाब ने जसवंत सिंह को सलाम किया। सोमवार शाम पांच बजे जसवंत सिंह ने अम्बेडकर चौराहा पर बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर पुष्पहार चढ़ा कर श्र्रदांजली अर्पित कर महावीर सर्किल पर रोड शो के लिए पहुंचे। महावीर सर्किल पर जसवंत सिंह के हज़ारो की संख्या में समर्थक पीत पताका लेकर स्वागत के लिए उमड़ पड़े। जसवंत सिंह के समर्थन में रोड शो में बड़ी संख्या में समर्थको के चलते सडको पर पाँव रखने की जगह नहीं बची ,जसवंत सिंह ने महावीर सर्किल से अपना रोड शो बाड़मेर की पावन धरा को नमन कर शुरू किया ,जसवंत सिंह के समर्थक जोश के साथ नारे लगा पीत पताकाए फहरा रहे थे। जसवंत सिंह महावीर सर्किल पर जसवंत सिंह का पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया ,जसवंत सिंह के लिए खास तोर से रथ तैयारकिया गया जिसमे होकर जसवंत सिंह आम जनता का अभिवादन कर वोट की अपील कर रहे थे ,मांगणियार लोक खान के गए लोक गीत जसवंत महिमा ने पुरे वातावरण को जसवंत मय कर दिया । बाड़मेर शहर में पहली बार ऐतिहासिक रोड शो ने विरोधियो के माथे पर चिंता की लकीरे पैदा कर दी। जसवंत सिंह के समर्थन में युवाओ का जोश और उत्साह देखते बनता था। युवा जोशीले नारे लगा रहे थे। जसवंत सिंह का बाड़मेर की जनता ने जगह जगह पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया ,जसवंत के स्वागत में बाड़मेर की जनता हाथो में मालाये लेकर जनता कतार बध खड़ी ,जनता ने जसवंत सिंह का भव्य स्वागत कर समर्थन दिया ,जसवंत सिंह रोड शो में भरी भीड़ देख गदगद हो रहे थे ,ग्रामीण अंचलो से शहरी क्षेत्र लोग हज़ारो की समर्थक उपस्थित थे। जसवंत का रोड शो ढाणी बाज़ार ,पीपली चौक ,लक्ष्मी बाज़ार ,सब्जी मंडी ,गांधी चौक ,अहिंसा चौरहा ,हॉस्पिटल रोड , राय कॉलोनी ,और तन सिंह सर्किल तक चला ,विभिन समाजो और व्यापर वर्ग के संघठनो ने जसवंत सिंह का भव्य स्वागत किया ,

सोमवार, 7 अप्रैल 2014

युवाओ में दाता के प्रति जूनून बढ़ा

युवाओ में दाता के प्रति जूनून बढ़ा
बाड़मेर दिग्गज नेता और पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह के अपने गृह जिले बाड़मेर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे जसवंत सिंह के प्रति युवाओं में जूनून बढ़ रहा हें ,अजमेर में एडवोकेट द्वारा जसवंत सिंह को टिकट ना मिलने पर सर मुंडा कर विरोध जताने के बाद बाड़मेर शहर में दाता के प्रति युवाओ में क्रेज जबर्दस्त बढ़ने लगा हें ,युवाओ ने उनके समर्थन में सर पर उनके चुनाव चिन्ह टॉर्च बेटरी का निशाँ बना कर लोगो के प्रति आकर्ष पैदा कर रहे हें ,जसवंत युवा आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जसवंत के चुनाव चिन्ह के टट्टू अपने हाथो और सर पर बनवा जसवंत के प्रति अपनी दीवानगी जाहिर कि वाही आम जनता के लिए आकर्षण का केंद्र बन गए

चित्रा सिंह ने सिणधरी धोरीमना में सभाओं को किया सम्बोधित


चित्रा सिंह ने सिणधरी धोरीमना में सभाओं को किया सम्बोधित

महंगाई का मुंह तोड़ जवाब दे जनता। । चित्रा सिंह


बाड़मेर निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के समर्थन में चित्रा सिंह ने सोमवार को सिणधरी और धोरीमना के विभिन क्षेत्रो का दौरा कर जसवंत सिंह के लिए समर्थन माँगा । चित्रा सिंह ने सोमवार को पायलान कलां ,पायला खुर्द ,लोलावा ,सड़ा ,भैडाना ,सिन्धासवा ,लूणवा ,रतनपुरा ,भाखरपुरा ,गाँवो में सभाए कर जसवंत सिंह के लिए समर्थन जुटाया।
सभाओ को सम्बोधित करते हुए चित्रा सिंह ने कहा कि कांग्रेस शासन में जिस कदर भरष्टाचार और महंगाई बढ़ी हें उससे आम जन त्रस्त हो गया। कांग्रेस के खिलाफ जन आक्रोस हे ,उन्होंने कहा कि आम जनता को राहत दे ऐसा जन प्रतिनिधि चुने ,चित्र सिंह ने भाजपा पर वार करते हुए कहा कि भाजपा अति आत्मविश्वास में हें जिसके चलते अपने सिद्धांतो से समझौता कर कांग्रेस के भरष्ट नेताओ को शामिल कर रही हें ,उन्होंने कहा कि पार्टी ने जसवंत सिंह के साथ अच्छा व्यव्हार नहीं किया ,वरिष्ठ नेताओ के साथ जिस तरह का बर्ताव किया जा रहा हें उससे भाजपा पर अंगुलियां उठने लगी हें। उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह के अपमान कर मलानी के स्वाभिमान को ललकारा हें जिसका जवाब आपको सत्तरह अप्रैल को भारी तादाद में पोलिंग कर के देना हें ,उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह क्षेत्र के विकास के लिए तत्पर रहेंगे। आपके सुख दुःख में साथी रहेंगे। चित्र सिंह के साथ राकेश जारी ,रघुवीर सिंह तामलोर ,सुरेन्द्र सिंह दहिया ,सहित कई लोग साथ थे वाही बड़ी तादाद में जसवंत समर्थक उपस्थित थे

रविवार, 6 अप्रैल 2014

बाड़मेर विधान सभा में जसवंत सिंह के समर्थन में दर्जनो गाँव आये आगे

चित्रा सिंह ने लिया जसवंत के विजयी भव का आशीर्वाद


बाड़मेर विधान सभा में जसवंत सिंह के समर्थन में दर्जनो गाँव आये आगे


बाड़मेर संसदीय क्षेत्र बाड़मेर जैसलमेर से निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के समर्थन में चित्रा सिंह ने रविवार को बाड़मेर संसदीय क्षेत्र के लंगेरा ,आटी ,मारूड़ी ,जसाई ,दारूडा ,गड़ीसर ,मीठीसर , रडवा ,बालेरा ,जूना आदि गाँवों में सभाए कर जसवंत सिंह को भरी मतों से विजयी बनाने का आह्वान किया।


सभाओ को सम्बोधित करते हुए चित्रा सिंह ने कहा कि बाड़मेर के समग्र विकास के लिए जसवंत सिंह ने भाजपा से अपने घर से टिकट माँगा था मगर भाजपा ने उनके साथ पार्टी के लोगो ने गद्दारी कर उनकी बजाय एक कांग्रेसी नेता जिसे दो माह पहले ही क्षेत्र कि जनता ठुकरा चुकी थी को टिकट देकर उतारा। उन्होंने कहा कि बाड़मेर कि जनता जसवंत सिंह के साथ उनके सम्मान में जिस तरह खड़ा हुआ हें उनके आगे हैम नतमस्तक हें ,उन्होंने कहा सभाओ में उमड़ रही जनता साफ़ संकेत दे रही हें कि उन्हें जसवंत सिंह के अलावा कोई मंजूर नहीं। चित्रा सिंह ने कहा कि मारवाड़ कि धरती अपने स्वाभिमान कि रक्षा के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार हें ,उन्होंने आम जन से सत्तरह अप्रैल को बेटरी टॉर्च पर बटन दबा कर जसवंत सिंह को दिल्ली भेजने का आह्वान किया। सभाओ को सम्बोधित करते हुए असरफ अली ने कहा कि राज्य कि मुख्यमंत्री मुस्लिमो को धमकिया दे रही हें कि चुनाव के बाद किसके टुकड़े होते हें ,उन्होंने कहा कि तानाशाही से सरकारे नहीं चलती ,भारत सांप्रदायिक सद्भाव का देश हें जहा हिन्दू मुस्लिम भारत माता कि दो आँखे हें ,उन्होंने कहा कि पीर पगारो साब हमारे ही नहीं छतीस कौम के सम्मानीय महापुरुष हें। भाजपा के जिन उपाध्यक्ष महोदय ओंकार सिंह ने पीर साब पर आरोप लगाया हें कि उनकी जांच कि जायेगी पहले तो यह कि स्व्यं लखावत साब जसवंत सिंह के साथ हिंगलाज यात्रा के दौरान पीर सब कि दावत में शामिल हो चुके हें। उन्होंने कहा कि लखावत साब ने तब बयान दिया था कि हज़ और हिंगला यात्रा एक सम्मान हें। फिर आज विवाद क्यूँ। चित्रा सिंह के साथराम सिंह बोथिया ,,रिडमल सिंह दांता ,मौलवी हनीफ गड़ीसर ,दुर्जन सिंह गुडिसार , सगत सिंह परो ,कान्ता कंवर सरपंच ,रानीगांव सरपंच उगम सिंह ,प्रेम सिंह ,नीम्ब सिंह उंडाखा ,रहमतुल्लाह खान ,आसूलाल खत्री ,उतमाराम भोपा ,हदवंत सिंह मिठड़ी ,हरी सिंह दरडा चेतन राम मेघवाल ,हसन खान कुम्भार ,पर्वत सिंह जसाई ,सहित कई जसवंत समर्थक साथ थे।

जसवंत की बगावत के बाद बाड़मेर में कमल खिलेगा?


जसवंत की बगावत के बाद बाड़मेर में कमल खिलेगा?

आभा शर्मा

साभार बाड़मेर से, बीबीसी हिंदी डॉटकॉम के लिए




रेगिस्तानी इलाकों में रेत के बबूले उठना आम बात है और रेत के धोरों का रातों-रात जगह बदलना भी. पर देश के सबसे बड़े संसदीय क्षेत्र बाड़मेर की राजनीति में जो भँवर इस बार आया है वो अपनी तरह का पहला है.

राजनीतिक जीवन की संध्या में अपना 'आखिरी चुनाव' लड़ने को घर लौटे वरिष्ठ नेता 76 वर्षीय जसवंत सिंह के लिए तो यह अपनी जड़ों से जुड़ने का पहला और आखिरी मौका है. बाड़मेर में इस बार त्रिकोणीय संघर्ष है जिसमें उनका मुख्य मुकाबला कुछ ही दिनों पहले कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए जाट नेता कर्नल सोना राम से है.

यह भी एक विचित्र संयोग ही है कि जसवंत सिंह के पुत्र मानवेन्द्र सिंह ने भी अपना पहला चुनाव 1999 में कर्नल सोना राम के ख़िलाफ़ ही लड़ा था, हालांकि तब मानवेन्द्र जीत नहीं पाए थे. वैसे पांच साल बाद दो लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज कर मानवेन्द्र ने इस सरहदी लोकसभा सीट पर पहली बार भाजपा का परचम लहरा दिया था.

अब माहौल कुछ और है. जसवंत सिंह भाजपा से निष्कासन के बाद स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं तो जीवन भर कांग्रेस में रहे कर्नल अब भाजपा में. कांग्रेस की तरफ़ से वर्तमान सांसद हरीश चौधरी प्रत्याशी बनाए गए हैं.
'जातिगत प्रतिष्ठा'


राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के लिए भी यह प्रतिष्ठा की लड़ाई है और वो कर्नल सोनाराम की जीत सुनिश्चित करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही हैं. भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने के लिए बाड़मेर में आगामी 12 अप्रैल को पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की सभा भी आयोजित की गई है.

 
वैसे जसवंत सिंह इस चुनाव को 'जातिगत प्रतिष्ठा' का सवाल नहीं मानते और न ही ये उनके लिए जाट और राजपूत के बीच का संघर्ष है. उनका कहना है, "मैंने अपने राजनीतिक जीवन में कभी जाति आधारित राजनीति नहीं की." हालांकि उनके मन में इसे लेकर बड़ी पीड़ा है कि जो कभी 'पराए' थे अब वो 'अपने' हो गए और जो 'अपने' थे वो 'पराए'.

जिस पार्टी में इतना लम्बा सफ़र तय किया उसमें किसी और के अपना बन जाने और ख़ुद के बेगाना बन जाने का उन्हें बहुत दर्द है. बीबीसी से बातचीत में भाजपा से निकाले जाने पर अपनी कसक और भावना उन्होंने यूँ बयां की, "मैं बैरी सुग्रीव पियारा, अवगुन कौन नाथ मोहि मारा?"

वो यह भी स्वीकार करते हैं कि पार्टी के कांग्रेस से आए व्यक्ति को टिकट देने से बाड़मेर की जनता का अपमान हुआ है. इस संसदीय क्षेत्र के बहुत से लोग भी इस बात से सहमत हैं.
मतदाताओं की सहानुभूति


बाड़मेर शहर में एक चश्मे की दुकान के मालिक गिरीश कुमार सोनी कहते हैं, "जनता का रुझान जसवंत सिंह जी की तरफ़ है. इतने 'सीनियर लीडर को लास्ट प्वॉयंट पर किक आउट' करके भाजपा ने ठीक नहीं किया. मतदाताओं की सहानुभूति जसवंत सिंह जी के साथ है और अभी कोई चुनावी मुद्दा नहीं बल्कि उनकी प्रतिष्ठा की बात ही मुख्य है."

 
इस शहर में एक गन्ने के रस की दुकान चलाने वाले कुम्हार चंद का भी यही मानना है, "निर्दलीय प्रत्याशी ही आगे हैं. उनका ही माहौल है. और कोई मुद्दा फ़िलहाल नहीं है."

बाड़मेर में टैक्सी चलाने वाले किशनराम देवासी का कहना है, "वो जातिवाद के आधार पर वोट नहीं देंगे. वो आदमी और काम देखते हैं, पार्टी नहीं. इसलिए जसवंत सिंह को वोट देंगे. उन्होंने विकास के काम किए हैं और अब भी करेंगे."

वैसे इस सरहदी रेगिस्तानी प्रदेश का विकास सभी चाहते हैं चाहे वो महाबार पीथल गाँव की अनपढ़ महिला हो या गुड़ीसर की पारु. बच्चों के पढ़ने को स्कूल, बिजली और पानी, की कमी हर किसी को खलती है. मोहनलाल जीनगर मनिहारी का ठेला लगाते हैं और उन्हें नेताओं के झूठे वादों पर कोई ऐतबार नहीं.
मरू प्रदेश की आवाज़


'छोटी-मोटी दुकान' चलाने वाले नारायण जोशी को सरहद के नज़दीक होने की वजह से क्षेत्र की सुरक्षा की भी चिंता है तो पानी और शिक्षा की कमी भी इन्हें बहुत सालती है. स्वयं जसवंत सिंह का मन भी मरुभूमि की प्यास बुझाने का है पर अभी तक यह 'अधूरा सपना' ही है.

 
इसके अलावा बाड़मेर की राजस्थान की राजधानी जयपुर से बढ़ती दूरी भी उन्हें बहुत नागवार लगती है. वो पूछते हैं, "न केवल भौगोलिक बल्कि वैचारिक, व्यावहारिक, बोलचाल सब कुछ निरंतर दूर होता जा रहा है. जब छोटे-छोटे नए प्रदेश बनाए जा रहे हैं तो मरू प्रदेश की आवाज़ क्यों नहीं सुनी जाए."

पिछला चुनाव देश के पश्चिमी छोर दार्जीलिंग से जीतने वाले जसवंत सिंह पूरब के अपने रेगिस्तानी अंचल में मिल रहे मान-सम्मान, स्नेह-समर्थन से अभिभूत हैं. वैसे वे इसे अपना सौभाग्य मानते हैं कि चाहे चित्तौड़ हो या जोधपुर या दार्जीलिंग, लोगों ने उन्हें अपार स्नेह दिया है.

उधर भाजपा में भी कर्नल सोना राम को टिकट दिए जाने की वजह से कार्यकर्ताओं में ज्यादा ख़ुशी नहीं है. हालांकि पार्टी अनुशासन से बंधे हुए कोई भी खुलकर अपनी नाराज़गी का इज़हार नहीं करता.
'जातिवाद' की राजनीति


जसवंत सिंह के चुनाव प्रचार की कमान उनकी पुत्रवधु चित्रा सिंह के हाथ में है.

एक स्थानीय कार्यकर्ता ने नाम न बताने की शर्त के साथ कहा कि यह दरअसल जसवंत सिंह और सोना राम के बीच की नहीं बल्कि असली और नकली भाजपा के बीच की लड़ाई है. कुछ और लोग कहते हैं, "कर्नल सोना राम ने सदा जातिवाद की राजनीति की है और उन्हें समूचे बाड़मेर के विकास का नहीं बल्कि अपने बायतु क्षेत्र का ही अधिक ख्याल रहता है."

 
यह भी कहा जा रहा है कि कर्नल सोना राम के आक्रामक तेवरों से दुखी कांग्रेस उनके पाला बदल लेने से राहत की सांस ले रही है. जब मुक़ाबला वाकई असली और नकली भाजपा के बीच दिखाई दे रहा है तो विधान सभा के नतीजों से निराश कांग्रेस अभी भी कोई ख़ास उत्साह के मूड में नहीं है.

पार्टी समर्थक मुकेश माहेश्वरी कहते हैं कि पार्टी कार्यकर्ताओं को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी का इंतज़ार है. यदि उनकी एक बड़ी रैली हो जाए तो निराश कार्यकर्ता सक्रिय हो सकते हैं. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कर्नल सोना राम को जिताने के लिए पूरी एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं.

जसवंत सिंह के चुनाव प्रचार की कमान संभाल रही उनकी पुत्रवधू चित्रा सिंह का कहना है कि राजपूत नेताओं पर भाजपा की तरफ़ से बहुत दवाब डाला जा रहा है कि वे उनके ससुर का साथ न दें. छोटे-बड़े सभी कार्यकर्ताओं को भी बार-बार चेतावनी दी जा रही है.
धरती पुत्र


भौगोलिक दृष्टिकोण से देश के सबसे बड़े संसदीय निर्वाचन क्षेत्र बाड़मेर संसदीय क्षेत्र में आठ विधान सभा क्षेत्र हैं जिसमे एक जैसलमेर ज़िले का भी है.

चूँकि मानवेन्द्र सिंह वर्तमान में बाड़मेर के ही शिव विधान सभा क्षेत्र से भाजपा विधायक हैं और आधिकारिक रूप से अपने पिता के चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं ले सकते, चित्रा सिंह पूरी मेहनत और समर्पण से अपने ससुर की जीत पक्की करने में लगी है.



उनके मुताबिक, "सिंह को मुस्लिम मतदाताओं का भी पूरा समर्थन मिल रहा है और अन्य जातियों का भी. उनका कहना है "लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं और सब समुदाय के लोग हमारे साथ हैं."

जो लोग अमल (अफीम) के शौक़ीन हैं वो अपने नए सांसद से डोडा पोस्त का सरकारी कोटा बढ़ाने की उम्मीद भी करते हैं. बाड़मेर में 'रियाण' की संस्कृति भी है और कर्नल सोना राम ने जनता की इसी नब्ज़ को पकड़ते हुए अपनी एक सभा में मुख्यमंत्री से डोडा पोस्त की समस्या का ज़िक्र किया और आग्रह किया कि सरकारी कोटा बढ़ाया जाए.

कर्नल सोना राम और जसवंत सिंह दोनों ही बाड़मेर के धरती पुत्र हैं और इत्तेफ़ाकन दोनों पूर्व फौजी भी. दोनों के लिए ही यह चुनाव एक नई पहचान का सवाल भी है. कुल मिलाकर बाड़मेर पर पूरे राजस्थान की निगाहें हैं कि इस दिलचस्प त्रिकोणीय संघर्ष में उलझी सीट पर ऊँट किस करवट बैठेगा?

गुरुवार, 3 अप्रैल 2014

चित्रा सिंह ने बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र का किया दौरा ,जगह जगह चुनड़ी ओढ़ाकर किया स्वागत


चित्रा सिंह ने बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र का किया दौरा ,जगह जगह चुनड़ी ओढ़ाकर किया स्वागत


बाड़मेर के समग्र विकास के लिए जसवंत सिंह को जिताए

बाड़मेर बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के समर्थन में चित्रा सिंह ने गुरूवार को चुली ,लुणु ,त्रिसिंगाड़ी ,धनोड़ा ,विशाला ,विशाल आगोर ,भादरेश ,सुरा ,कनौड़ा ,दुदा बेरी ,सम्मो कि ढाणी ,मलवा ,सहित कई गाँवो का दौरा कर जसवंत सिंह के समर्थन में सभाओं का आयोजन किया। इस दौरान जगह जगह चित्र सिंह का चुन्दडी ओढ़ाकर स्वागत किया गया ,उनके साथ अशरफ अली ,रिडमल सिंह दांता ,युसूफ खान ,रघुवीर सिंह तामलोर ,छुग सिंह गिराब ,सुरेन्द्र सिंह ,दुरजन सिंह ,शेषकरण चारण ,गौतम जैन ,शायम खान ,कालू खान ,सादिक खान ,मौलवी शौकत ,मौलवी लतीफ़ ,काज़ी खान ,मोइब खान ,भीखदान चारण ,हाज़ी जान ,सहित जंसवत सिंह के कई समर्थक थे।

चित्रा सिंह कि सभाओ में उमड़ी भारी भीड़ ने दोनों हाथ खड़े कर जसवंत सिंह को समर्थन का भरोसा दिया , सभा को सम्बोधित चित्रा सिंह ने कहा कि जसवंत सिंह का टिकट काट कर भाजपा ने कार्यकर्ताओ का अपमान किया हें। उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह अपना आखिरी चुनाव गृह जिले से इसीलिए थे कि बाड़मेर जैसलमेर में कई विकास के काम बाकी थे जो करने थे। उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह को जानबूझ कर टिकट से वंचित रख वसुंधरा राजे ने कांग्रेस नेता को टिकट दे ले आये। उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह ने बाड़मेर जैसलमेर के विकास कि प्राथमिकताए तय कर ली हें। आप उन्हें भारी बहुमत से जिताए बाकी काम वो खुद कर लेंगे। सभा को सम्बोधित करते हुए अशरफ अली ने कहा कि जसवंत देश कि शान हें ,उनका अपमान कर भाजपा ने अच्छा नहीं किया ,उन्होंने कहा कि बाड़मेर जैसलमेर के मुसलमान भाजपा से जसवंत सिंह के कारन जुड़े थे उनके कारण भाजपा को भी छोड़ दिया ,मुस्लिम दिल से जसवंत सिंह के साथ हें ,सभाओ को कई वक्ताओ ने सम्बोधित किया।

जसवंत ने किया बाड़मेर जैसलमेर के विकास का वादा। घोषणा पत्र जारी

जसवंत ने किया बाड़मेर जैसलमेर के विकास का वादा। घोषणा पत्र जारी


बाड़मेर बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे जसवंत सिंह ने बाड़मेर जैसलमेर कि जनता से विकास का वादा किया हें। उन्होंने अपने घोषणा पत्र में बाड़मेर जैसलमेर जिलो के विकास को लेकर कई घोषणाए कि

जसवंत सिंह ने कहा कि बाड़मेर जैसलमेर के विकास के लिए ही वो अपना अंतिम चुनाव घर से लड़ना चाहता था ,उन्होंने बताया कि कई काम विकास के बाकी हे जो पहले हो जेन चाहिए थे मगर नहीं हुए ,उन्होंने कहा कि वो इन कामो को प्राथमिकता से करेंगे। जसवंत सिंह ने घोषणा पत्र में सरहदी जिलो बाड़मेर जैसलमेर में सामाजिक समरसता बरकरार रखने ,आपसी सौहारदपूर्ण वातावरण को कायम रखने को प्राथमिकता देने कि बात कही ,उन्होंने बताया कि बाड़मेर जिले में खनिज समपदा यथा लिग्नाइट और तेल का दोहन किया जा रहा हें। खनिज बेचने और निकलने के तरीके में क्षेत्र के हित को प्राथमिकता दिलाना। साथ ही बाहरी लोगो कि बजाय स्थानीय लोगो को इसका अधिक फायदा मिले इसके यथासम्भव प्रयास किये जायेंगे ,जसवंत सिंह ने अपने घोषणा पत्र में थार एक्सप्रेस को प्रतिदिन चलाने और नेशनल हाई वे पंद्रह कि पाबंदी विदेशी नागरिक के लिए समाप्त कि जाए। उन्होंने बाड़मेर में थार एक्सप्रेस के ठहराव के साथ बाड़मेर में कस्टम कार्यालय कि सुविधा उपलब्ध करने के प्रयास होंगे ,उन्होंने बताया कि बाड़मेर या जोधपुर में वीजा कार्यालय खुलवाने के वतहासंभव प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने बताया मरुष्ठलीय क्षीर में गौ सरंक्षण के लिए चारागाह का निर्माण के साथ मरू गोचर योजना को करने के प्रयास किये जायेंगे ताकि आम पशुपालक को इसका सीधा फायदा मिले। जसवंत सिंह ने बीकानेर कि तर्ज पर बाड़मेर में ऊँठ अनुसन्धान केंद्र स्थापित करने का वादा किया हें। उन्होंने बाड़मेर से व्यवसायिक वायु सेवा महानगरो के लिए आरम्भ करने के प्रयास किये जायेंगे ,जसवंत सिंह के अनुसार बाड़मेर जिले कि जनता के पेयजल कि समस्या के स्थायी समाधान के लिए नरमदा नहर और राजस्थान नहर का पानी लाने का प्रथम चरण का कम हो गया हें इस योजना को प्राथमिकता से पूरा करा कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि बाड़मेर जैसलमेर जिला मुख्यालयो पर अत्याधुनिक असपताल खुलवाने के साथ ग्राम पंचायत मुख्यालयो पर भी आधुनिक सुविधायुक्त स्वास्थ्य केन्द्रो कि स्थापना जहा विशेषकर महिलाओं और बच्च्चों के उपचार कि समस्त सुविधा उपलब्ध करने के प्रयास होंगे। जसवंत सिंह ने बाड़मेर जैसलमेर जिले में शिक्षा के शिक्षा हब कि स्थापना के प्रयासो पर चर्चा करते हुए इन स्थानो पर तकनिकी शिक्षः केंद्र स्थापित किये जायेंगे। जसवंत सिंह ने शिव क्षेत्र के राष्ट्रिय मरू उद्यान योजना से प्रभाविक गाँवों में विकास के समग्र प्रयास और स्थायी समाधान का वादा किया हें।

बुधवार, 2 अप्रैल 2014

जसवंत युवा आर्मी कार्यकारिणी का विस्तार

जसवंत युवा आर्मी कार्यकारिणी का विस्तार




बाड़मेर निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के समर्थक जसवंत युवा आर्मी ने जिला कार्यकारिणी का विस्तार किया ,जिलाअध्यक्ष इस्लाम खान बासनपीर ने बताया कि कार्यकारिणी में जीतेन्द्र फुलवरिया , छगन सिंह चौहान ,को महासचिव राजू वडेरा को सुरेश तिवारी को कोषाअध्यक्ष ,मगाराम माली को सचिव ,सतपाल चारण को कार्यालय मंत्री ,चेतनराम मेघवाल ग्रामीण बाड़मेर अध्यक्ष ,इब्राहिम रहमा को गागरिया ,प्रेम सिंह राजपुरोहित को चौहटन हिमां खान को धनाऊ ,सुरेश वाघेला को सेड़वा का अध्यक्ष मनोनीत किया गया

जसवंत सिंह गुरूवार को चौहटन और सेड़वा में सभाओ को सम्बोधित करेंगे

जसवंत सिंह गुरूवार को चौहटन और सेड़वा में सभाओ को सम्बोधित करेंगे

बाड़मेर बाड़मेर जैसलमेर संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह गुरूवार को चौहटन और सेड़वा में आम सभा को सम्बोधित करेंगे ,


जसवंत युवा आर्मी के जिला अध्यक्ष इस्लाम खान बासनपीर ने बताया कि जसवंत सिंह गुरूवार को दस बजे चौहटन और ग्यारह बजे सेड़वा में आम सभा को सम्बोधित करेंगे ,उन्होंने बताया कि कल शाम धोरीमन्ना में होने वाली आम सभा स्थगित कर दी गयी हें। अब धोरीमना में पांच अप्रेल को ग्यारह बजे आम सभा का आयोजन किया जायेगा

मंगलवार, 1 अप्रैल 2014

जसवंत सिंह शिव विधानसभा में लेंगे सभाए ,समर्थको ने किया स्वागत



जसवंत सिंह शिव विधानसभा में लेंगे सभाए


बाड़मेर बाड़मेर जैसलमेर से निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह बुधवार से चुनावी अभियान का आगाज़ करेंगे। जसवंत सिंह के प्रवक्ता बद्री शरद ने बताया कि जसवंत सिंह बुधवार को ग्यारह बजे शिव मुख्यालय ,एक बजे हरसाणी ,दो बजे गड़रा रोड ,सवा चार बजे सेलाउ में आम सभाओ को सम्बोधित करेंगे ,उन्होंर बताया देरासर और रामसर में उनके समर्थको द्वारा स्वागत कार्यक्रम रखा गया हें जिसमे शिकरकट करेंगे ,उन्होंने कहा कि गुरूवार को जसवंत सिंह ग्यारह बजे चौहटन ,एक बजे सेड़वा ,दो बजे धोरीमन्नामें सभाओ को सम्बोधित करेंगे।


जसवंत सिंह पहुंचे बाड़मेर समर्थको ने किया स्वागत


बाड़मेर बाड़मेर जैसलमेर संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह सात दिवसीय जैसलमेर दौरे के बाद बुधवार को दोपहर बाद बाड़मेर पहुंचे ,जंहा जैसलमेर रोड पर जसवंत समर्थको ने जोश और उत्साह के साथ उनका स्वागतत किया ,जसवंत युवा आर्मी के जिला अध्यक्ष इलाम खान ,महेंद्र सिंह तारातरा ,हिन्दू सिंह तामलोर,बालम सिंह आगोर , सहित सेकड़ो कार्यकर्ताओ ने जसवंत तुम संघर्ष करो हैम तुम्हारे साथ हें ,जैसलेर में सात बाड़मेर में डाटा जैसे नारे लगाए। जसवंत सिंह ने कार्यकर्ताओ का उत्साह वर्धन करते हुए चुनावो तक जोश बरकरार रखने का कहा


जसवंत के कार्यकर्ताओ ने वार्डो में जनसम्पर्क किया


बाड़मेर निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के समर्थन में जसवंत समर्थको और जसवंत युवा आर्मी ने बाड़मेर शहर के विभिन वार्डो में जनसम्पर्क कर जसवंत सिंह को समर्थन का आह्वान किया। इसी तरह केप्टन हीर सिंह भाटी ,कान सिंह ,रामाराम सुथार। धर्माराम प्रजापत ,पारस मॉल जैन उम्मेदाराम दरजी सरपंच आती ने चुली ,आटी गर्ल ,गिरल आदि गाँवो में जनसम्पर्क कर जसवंत सिंह के लिए समर्थन माँगा

चित्रा सिंह अब्दुल गफूर का सहयोग मांगने पहुंची

चित्रा सिंह अब्दुल गफूर का सहयोग मांगने पहुंची


बाड़मेर बाड़मेर जैसलमेर संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के लिए समर्थन मांगने चित्रा सिंह बुधवार को बाड़मेर राजनीती के दिग्गज अब्दुल हादी के पुत्र अब्दुल गफूर के घर बुरहान का टला पहुंची। चित्र सिंह जसवंत सिंह समर्थको के साथ गफूर के घर पहुंचे तथा उनसे जसवंत सिंह के लिए समर्थन और अब्दुल हादी परिवार का आशीर्वाद माँगा। चित्र सिंह ने कहा कि अब्दुल हादी परिवार से उनके पारिवारिक ताल्लुकात हें उनसे मिलाने आई हूँ इसके कोई राजनैतिक मायने नहीं हें

चित्रा सिंह का चौहटन के सरहदी गाँवो का तूफानी दौरा

चित्रा सिंह का चौहटन के सरहदी गाँवो का तूफानी दौरा
बाड़मेर बाड़मेर जैसलमेर संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के समर्थन में चित्र सिंह ने चौहटन विधानसभा के सरहदी गाँवों कोनरा..आलमसर.ईटादा..इब्रिम का तला..रबासर..बुरहान का तला..सांवा...सदराम की बेरी..कुन्दनपुरा..सेड़वा..भंवार...हरपालिया का तूफानी दौरा कर आम जन से जसवंत सिंह के लियए समर्थन माँगा। उनके साथ रतन सिंह बाखासर ,पदम् सिंह बावड़ी ,अशरफ अली ,सुरेन्द्र सिंह दहिया ,रघुवीर सिंह तामलोर ,छुग सिंह गिराब ,सहित सेकड़ो कि तादाद में जसवंत सिंह के समर्थक उपश्थित थे। चित्रा सिंह ने सभाओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारतीय राजनीती में बहुत बड़ा बदलाव आने वाला हें उन्होंने कहा कि भाजपा पुरानी वाली भाजपा नहीं रही ,भाजपा का कॉंग्रेस्सिकरण हो रहा हें। उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह ने भाजपा कि स्थापना के साथ से भाजपा के प्रति निष्ठावान रहे मगर पार्टी के कुछ लोगो ने उनके साथ विश्वाश्घात कर एक कोंग्रेसी नेता को टिकट देकर भाजपा कार्यकर्ताओ के साथ भी विशवास घात लिया। उन्होंने कहा कि चुनाव स्वाभिमान और अस्तित्व का हें जिसे आप लोगो को बनाये रखना हें। सभा को सम्बोधित करते हुए रतन सिंह बाखासर ने कहा कि हैम हमेशा जसवंत सिंह के साथ रहे हें इस बार भी उनके साथ हें ,उन्होंने कहा कि जिन लोगो के कारन हम भाजपा में आये उन्ही लोगो को भाजपा में लाकर भाजपा के मूल कार्यकर्ताओ को चुनौती दी जा रही हें। अशरफ अली ने कहा कि दुनिआ कि सबसे बड़ी राजनितिक हस्ती जसवंत सिंह चुनाव लड़ रहे हें उन्होंने कहा पार्टी ने जसवंत सिंह का टिकट काट कर कार्यकर्ताओ को का अपमान किया हें इस अपमान का बदला सत्तरह अप्रैल को लेना हें ,उन्होंने कहा कि पार्टी का अस्तित्व कार्यकर्ताओ से से होता हें। कार्यकर्ताओ कि अनदेखी सहन नहीं कि जायेगी। सभाओ को कई वक्ताओ ने सम्बोधित किया

कर्नल सोनाराम कि उम्मीदवारी खतरे में ?

कर्नल सोनाराम की उम्र 10 साल में 14  साल बढ़ी

कर्नल सोनाराम कि उम्मीदवारी खतरे  में ?

हलफनामे में गलत जानकारी से रद्द हो सकती हे उम्मीदवारी 


बाड़मेर बाड़मेर भाजपा प्रत्यासी कर्नल सोनाराम कि मुश्किलें बढ़ने का संकेत हें। कर्नल द्वारा नामांकन के समय दिए हलफनामो में गलत जानकारी देकर मुशीबत मोल ले ली हें।बताया जा रहा हें कि इस गलत जानकारी के आधार पर लोकसभा चुनाव उम्मीदवार के तौर पर उनका नामांकन पात्र तक खारिज हो सकता 
 और उनको अयोग्य घोषित किया जासकता हें। खुद मुख्य चुनाव आयुक ने इस बात कि पुष्टि कि हें  ंउख्य चुनाव अायुक्त कि माने तो यदि कोई व्यक्ति हलफनामे में दी गयी जानकारी को न्यायलय में चुनौती देता हे तो सम्बंधित उम्मीदवार को चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित किया जा सकता हें। 

क्या हें पूरा मामला  

कर्नल सोनाराम कि  लोकसभा चुनाव में कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले कर्नल सोनाराम की उम्र पिछले १० साल में 14 साल बढ़ गई। 2004 में सोनाराम 59 वर्ष के थे, जो 2014 में 73 साल के हो गए हैं। वर्ष 2008 में सोनाराम 65 वर्ष के थे। वहीं, जयपुर ग्रामीण से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. सीपी जोशी की उम्र पांच साल में सिर्फ चार साल ही बढ़ी है। लोकसभा चुनाव के लिए पेश किए गए हलफनामों की बी एन टी  ने पड़ताल की तो आयु संबंधी कई रोचक जानकारियां सामने आईं। कुछ नेताओं की उम्र समय से ज्यादा बढ़ी है तो कुछ की कम हुई है।
उम्र समय से ज्यादा बढ़ी
उदयपुर से कांग्रेस उम्मीदवार रघुवीर मीणा पांच साल में ७ साल बड़े हुए हैं। 2009 के शपथ पत्र के अनुसार मीणा 48 वर्ष के थे, जो 2014 में 55 वर्ष के हो गए। श्रीगंगानगर से भाजपा उम्मीदवार निहालचंद मेघवाल की 2004 से 2009 के बीच उम्र पांच साल बढ़ी, लेकिन 2009 से 2014 के बीच वे छह साल बड़े हो गए।
इनकी उम्र ज्यादा बढ़ती है
नाम 2014 2013 2009 2008 2004
कर्नल सोनाराम 73 72 - 65 59
निहालचंद 43 -- 37 32
सुभाष महरिया 57 57 52 46
रघुवीर मीणा 55 - - 48
इनकी समय से कम रही
जयपुर ग्रामीण से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. सीपी जोशी की उम्र पांच साल में सिर्फ चार साल बढ़ी है। 2009 में जोशी 59 वर्ष के थे, जो अब 63 के हुए हैं। इसी तरह जोधपुर से चुनाव लड़ रहीं चंद्रेश कुमारी 2009 में 65 वर्ष की थीं जो अब तक 69 वर्ष की ही हुई हैं।

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले कर्नल सोनाराम की उम्र पिछले १० साल में 14 साल बढ़ गई। 2004 में सोनाराम 59 वर्ष के थे, जो 2014 में 73 साल के हो गए हैं। वर्ष 2008 में सोनाराम 65 वर्ष के थे। वहीं, जयपुर ग्रामीण से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. सीपी जोशी की उम्र पांच साल में सिर्फ चार साल ही बढ़ी है। लोकसभा चुनाव के लिए पेश किए गए हलफनामों की भास्कर ने पड़ताल की तो आयु संबंधी कई रोचक जानकारियां सामने आईं। कुछ नेताओं की उम्र समय से ज्यादा बढ़ी है तो कुछ की कम हुई है।


उम्र समय से ज्यादा बढ़ी

उदयपुर से कांग्रेस उम्मीदवार रघुवीर मीणा पांच साल में ७ साल बड़े हुए हैं। 2009 के शपथ पत्र के अनुसार मीणा 48 वर्ष के थे, जो 2014 में 55 वर्ष के हो गए। श्रीगंगानगर से भाजपा उम्मीदवार निहालचंद मेघवाल की 2004 से 2009 के बीच उम्र पांच साल बढ़ी, लेकिन 2009 से 2014 के बीच वे छह साल बड़े हो गए। 
कोर्ट कर सकता है डिसक्वालीफाई : जैन

॥शपथ पत्र में गलत जानकारी देना अथवा तथ्य छिपाना गंभीर मामला है। कोई इसे यदि कोर्ट में चुनौती देता है तो गलत जानकारी देने वाले उम्मीदवार को चुनाव के लिए डिसक्वालीफाई किया जा सकता है। निर्वाचन आयोग कार्रवाई नहीं कर सकता। वह शपथ पत्र के सारे कॉलम भरे गए कि नहीं, यही देखता है।

-अशोक जैन, मुख्य निर्वाचन अधिकारी
विधानसभा चुनाव में गड़बड़ उम्र थी
चार माह पहले हुए विधानसभा चुनाव में भी कई नेताओं ने अपनी उम्र गलत बताई थी। बानसूर से भाजपा के टिकट पर चुनाव लडऩे वाले रोहिताश्व कुमार की उम्र पांच साल में 23 साल बढ़ गई थी। पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार में खेल राज्यमंत्री रहे मांगीलाल गरासिया ने पांच साल में अपनी उम्र तीन साल ही बढ़ाई। गहलोत सरकार के मुख्य सचेतक रहे रघु शर्मा ने पांच साल में अपनी उम्र आठ साल बढ़ा दी थी तो भाजपा विधायक अनीता गुर्जर और संजना आगरी की उम्र पांच साल में एक साल छोटी हो गई। सोजत विधायक संजना आगरी ने 2008 में अपनी उम्र 37 साल बताई थी, जो 2013 में 36 साल ही रह गई। इसी तरह अनीता गुर्जर 2008 में 43 वर्ष की थीं, जो 2013 में 42 वर्ष की रह गईं। पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया की उम्र पांच साल तक स्थिर रही। 2008 में सिनोदिया ने अपनी उम्र 67 वर्ष बताई थी, जो 2013 में भी वही रही।

रविवार, 30 मार्च 2014

क्षेत्र कि जनता के स्वाभिमान से जुड़ा हें जसवंत सिंह का चुनाव चित्रा सिंह


जसवंत सिंह के समर्थन में चित्रा सिंह ने ली सभाए

क्षेत्र कि जनता के स्वाभिमान से जुड़ा हें जसवंत सिंह का चुनाव



बाड़मेर बाड़मेर जैसलमेर संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के समर्थन में रविवार को चित्रा सिंह ने इंदिरा कॉलोनी और बायतु के लापुन्दडा में आम सभाओ का आयोजन कर आम जन को जसवंत सिंह को जिताने का आह्वान किया। चित्र सिंह ने सभाओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि जसवंत सिंह को भाजपा ने अपने लोगो कि सेवा करने से रोकने का षड्यंत्र रचा था मगर क्षेत्र कि जनता और कार्यकर्ताओ कि भावनाओ को देख उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णयो लिया। चित्रा सिंह ने कहा कि जसवंत सिंह का चुनाव क्षेत्र कि जनता के स्वाभिमान से जुड़ा हें ,उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह ने क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से चुनाव लड़ने का मानस बनाया था मगर भाजपा ने उनके साथ ठीक नहीं किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जसवंत सिंह और क्षेत्र कि जनता का अपमान किया जिसे बर्दास्त नहीं किया जायेगा ,उन्होंने कहा कि सत्रह अप्रैल को जनता भाजपा को मुंह तोड़ जवाब देगी। उन्होंने आह्वान किया कि टॉर्च बेटरी के निशाँ पर बटन दबा कर अपने अस्तित्व के लिए जसवंत सिंह को जिताए। सभा को अशरफ अली खिलजी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि जसवंत सिंह जैसे कद्दावर नेता के साथ जो कुछ हुआ उसकी निंदा कि जनि चाहिए ,उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह छतीस कौम के चहेते हें ,उन्होंने कहा कि हम भाजपा के वोट पर चोट करेंगे जसवंत सिंह को भारी मत्तो से विजयी बनाएँगे। अशरफ अली ने कहा कि जसवंत सिंह के आने से क्षेत्र का विकास तेजी से होगा। पूनम राम मेघवाल ने कहा कि जिन लोगो ने अनुसूचित जाती के कर्मचारियो के आरक्षण का विरोध करने वालो को वोट नहीं देंगे यह समाज ने तय किया हें


सभाओ में शायर कंवर , सरपंच सोनाराम मेघवाल ,सरपंच विरधाराम दरजी ,महावीर जीनगर , मालकदिन गिड़ा ,सफ़िदिन गिड़ा ,सरपंच पर्वत सिंह भंवर लाल सांसी ,चेतन राम देवासी ,रामाराम मेघवाल ,पदम् सिंह कंवरली ,पटौदी सरपंच हदवंत सिंह ,चुनीलाल ,भेखा सिंह बोड़वा ,कल्याण सिंह गोपड़ी ,लूंण सिंह रेवाड़ा सहित कई जसवंत समर्थक उपस्थित थे।

भाजपा अब चापलूसो की पार्टी।।।।शीतल कवर

भाजपा अब चापलूसो की पार्टी।।।।शीतल कवर



अब जसवंत की पत्नी ने खोला मोर्चा ,दिया सनसनी खेज बयान ,कहा जब भी मिलेगे नितिन गडकारी तो में उनसे करुँगी झगड़ा ,भाजपा अब चापलूसो की पार्टी ,अब यह इज्ज्त और अस्तित्व की लड़ाई हो गई

बाड़मेर बीजेपी ने बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे वरिष्ठ पार्टी नेता जसवंत सिंह को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। उन्होंने शनिवार को नाम वापसी के आखिरी दिन अपना नामांकन वापस लेने से इनकार कर दिया, जिसके बाद पार्टी ने कार्रवाई की।पार्टी की ओर से जारी वक्तव्य के अनुसार पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने 76 वर्षीय सिंह को छह साल के लिए निष्कासित करने का फैसला किया। उसके बाद आज जसवंत सिंह की और से कोई प्रतिकिरिया आई लेकिन अब जसवंत सिंह कि पत्नी शीतल कवर ने मोर्चा सँभालते हुए जैसलमेर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा एक सनसनी आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे जब मुझे नितिन गडगरी मिलेगे तो में उनसे लड़ाई करुँगी यह में आपके माध्यम से गडगरी बता देना चाहतु हु अगर निकलना ही था तो वापस क्यों लिया था भाजपा अब मेरी नजरो में गिर चुकी है अब यह हमांरे मान -सामान कि बात है इसलिए हम चुनाव में पूरा दम ख़म दिखाएगे हमने तो सिर्फ अपने घर से टिकट ही तो माग तो इसमें क्या गुना कर दिया हम किसी भी पार्टी में नहीं जा रहे है हमारे पास सपा प्रमुख मुलयाम सिंह से लेकर कई पार्टियो से हमें ऑफर मिला लेकिन हम निर्दलीय ही चुनाव लड़ेगे भाजपा में धर्म कि अहमियत नहीं है