गुरुवार, 29 दिसंबर 2011

दुर्गादास छात्रावास में बालिका संस्कार शिविर


लज्जा ही नारी का आभूषण:अब्दुल

वीर दुर्गादास छात्रावास में बालिका संस्कार शिविर

बालोतरा  लज्जा ही नारी का आभूषण है। नारी परिवार, समाज का आभूषण है। नारी के स्वाभाविक गुणों से युक्त नारी न सिर्फ स्वयं बल्कि परिवार, समाज एवं धर्म को गौरवान्वित करती है। यह बात वीर दुर्गादास राजपूत बालोतरा में क्षत्रिय युवक संघ के सात दिवसीय संस्कार शिविर में प्रवचन कार्यक्रम के दौरान मौलाना अब्दुल बारी ने कही।
संस्कार शिविर के संयोजक चंदनसिंह चांदेसरा ने बताया कि प्रवचन कार्यक्रम में मौलाना अब्दुल बारी ने बालिकाओं को अपने परिवार, समाज व धर्म की मर्यादाओं एवं व्यवस्थाओं के अनुरूप पहनावा, आचरण एवं सदाचार पर चलने की सीख देते हुए कहा कि नारी पर आज के समय में बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। आज के युग की आधुनिकता में न बहकर स्वसंस्कृति अपनाएं। बालिकाओं को भले बुरे की पहचान होनी चाहिए।

शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मौलाना अब्दुल ने कहा कि आज अच्छी से अच्छी तालीम बालिकाओं को ग्रहण करनी चाहिए। तालीम के साथ अच्छे से अच्छे गुण एवं संस्कार भी ग्रहण करना अनिवार्य है।

नारी के कर्तव्यों का पालन करते हुए मां, बाप एवं परिवार की सेवा एवं शादी के बाद पति एवं सास, ससुर सहित ससुराल पक्ष की सेवा नारी को स्वर्ण में ले जाती है। कार्यक्रम की शुरूआत में सहायक संचालक अमरसिंह अकली ने मौलाना अब्दुल बारी का स्वागत किया। रामसिंह माडपुरा ने संस्कार शिविर की दैनिक गतिविधियों पर प्रकाश डाला। शिविर संचालक रतनसिंह नगली ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मौलाना की ओर से बताई गई बातों को जीवन में आत्मसात करें। इस अवसर पर व्यवस्थापक गोविंदसिंह, सोहनसिंह कालेवा, बाबूसिंह बूठ, मूलसिंह चांदेसरा, दिलीपसिंह समेत कई जने मौजूद थे।

युवती को चाकू से गोदा

युवती को चाकू से गोदा

बाड़मेर  कोतवाली थाना अंतर्गत रेलवे कॉलोनी स्थित आवास में बुधवार अल सवेरे घुसे एक युवक ने युवती पर चाकू से दनादन वार करते हुए उसके शरीर को कई जगह से गोद दिया। गंभीर घायल युवती को राजकीय चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती कराया गया।

पुलिस के अनुसार रेलवे आवासीय कॉलोनी निवासी करण सिंह पुत्र चंद्रभान सिंह यादव ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि वे सुबह जल्दी पैदल घूमने के लिए गए हुए थे। पीछे घर पर उनकी बेटी सोयी हुई थी। सवेरे करीब पौने पांच बजे फूल बेचने का काम करने वाला प्रकाश माली नाम का युवक घर में चोरी की नीयत से घुसा। आवाज होने पर उनकी पुत्री जागी और चिल्लाई तो उसने चाकू से हमला कर दिया। इसके बाद वह भाग गया। पड़ोसी ने आकर लड़की को अस्पताल पहुंचाया और वे भी अस्पताल पहुंचे। चाकू के वार से घायल युवती के कई टांके आए। देर रात तक आरोपी प्रकाश का कोई सुराग नहीं लग पाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

रूक जाएगा कम्र में बालों का झडऩा व गंजापन रखें, इन छोटी -छोटी बातों का ध्यान

कम उम्र में बालों का झडऩा या गंजापन आना सिर्फ पुरुषों में ही नहीं बल्कि महिलाओं में भी एक आम समस्या बन गई है। लेकिन यही समस्या यदि 20-30 वर्ष की युवा उम्र में ही सामने आने लगे तो प्रभावित व्यक्ति का चिन्तित होना स्वाभाविक हो जाता है। इस समस्या के समाधान हेतु सबसे पहले इस समस्या से प्रभावित लोगों को निम्न नियमों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना बहुत आवश्यक होता है।

- देर रात तक जागना और सुबह देर तक सोए रहना इस समस्या का मुख्य कारण है अत: सबसे पहले जल्दी सोकर सुबह जल्दी जागने की दिनचर्या अनिवार्य रुप से बनाना आवश्यक समझें ।

- महिलाएं प्राय: इस सोच से अपने बाल काट लिया करती हैं कि काटने से बाल अधिक बढेंगे जबकि यह एक गलत धारणा है । अत: महिलाएं इस सोच से अपने बाल कभी न काटें ।

- अपना कंघा व तौलिया हमेशा अलग रखें, दूसरे का कंघा व टावेल कभी भी प्रयोग में न लें ।



- बालों को कभी भी किसी बाजारी या इश्तहारी शैम्पू से न धोएं ।



- हमेशा एक ही प्रकार का तेल प्रयोग करें । तेल बदल-बदल कर नहीं । नारियल के तेल में नींबू का रस मिलाकर लगाने से बाल स्वस्थ व चमकीले बने रह सकते हैं ।



- दोनों वक्त सुबह-शाम या रात को सोने से पहले शौच क्रिया अवश्य करें जिससे पेट साफ रहे और कब्ज न रहने पाए । किसी भी स्थिति में तनाव से बचें।

- भोजन के साथ सलाद के रुप में मूली, गाजर, हरी ककडी, पके टमाटर, पालक, पत्ता गोभी आदि कोई भी हरी पत्तेदार सब्जी का सलाद काली मिर्च व सेंधा नमक बुरककर बिना चूके प्रतिदिन कम से कम एक बार तो अधिकतम मात्रा में अवश्य खाएं।

 

मदेरणा के इस फार्म हाउस पर बिंदास आती-जाती थी भंवरी!

जोधपुर. सीबीआई लूणी विधायक मलखान को बुधवार दोपहर पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा के झालामंड स्थित फार्म हाउस पर ले गई।बताया जाता है कि मलखान ने कबूल किया है कि भंवरी के साथ अक्सर इसी फार्म हाउस पर आते थे और कई बार महिपाल भी साथ होते थे। इसके बाद सीबीआई ने मलखान को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 31 दिसंबर तक सीबीआई के रिमांड पर भेज दिया गया। उधर मलखान सिंह व भंवरी की एक बेटी का ब्लड सैंपल डीएनए जांच के लिए दिल्ली मुख्यालय भेज दिया गया है। 
सीबीआई सूत्रों के अनुसार भंवरी झालामंड के आदर्श नगर स्थित इस फार्म हाउस पर बेरोकटोक आती थी, चाहे मदेरणा जोधपुर में रहते अथवा जयपुर में। जोधपुर आने पर मदेरणा भी फार्म हाउस चले जाते थे और मलखान भी आते रहते थे।

मलखान सिंह और भंवरी, मदेरणा की गैरमौजूदगी में भी फार्म हाउस पर रहते थे। बताया जाता है कि सीबीआई ने इस संबंध में मलखान सिंह से पूछा तो उन्होंने इस बात को स्वीकार कर लिया।


इस पर सीबीआई दोपहर में मलखान सिंह को लेकर मदेरणा के फार्म हाउस पर मौका तस्दीक करने गई। सीबीआई वहां कमरों को भी खोल कर देखना चाहती थी, मगर कमरों पर ताले लगे थे। चौकीदार ने बताया कि चाबी लीला मदेरणा के पास है और वे जयपुर में हैं। इस पर सीबीआई मलखान सिंह को लेकर सर्किट हाउस लौट आई।


भंवरी के बेटे व ननद से कराया आमने-सामने :


सीबीआई मलखान सिंह को सुबह जल्दी बिलाड़ा ले गई। वहां भंवरी के बेटे साहिल और ननद पुष्पा को भी बुला रखा था। पहले वे कापरड़ा गए जहां मलखान सिंह और आरोपी सोहनलाल के भाई बाबूलाल की मुलाकात हुई थी।


फिर इन तीनों को सर्किट हाउस लाया गया जहां मलखानसिंह को साहिल व पुष्पा से आमने-सामने करवा कर मलखान सिंह के भंवरी के संबंधों और विवाद के बारे में पूछताछ की गई। इनके साथ ही दिन में जिला परिषद सदस्य पप्पूराम डारा, मदेरणा के चचेरे भाई हरलाल, विशनाराम के रिश्तेदार श्रवण और जगदीश से भी पूछताछ की गई।



महेंद्र ने कोर्ट में पिता के पैर छुए :

मलखान सिंह को कोर्ट में पेश करने के दौरान उनके समर्थकों व रिश्तेदारों के साथ बेटा महेंद्र भी मौजूद था। सीबीआई ने महेंद्र को पिता से मिलने दिया तो महेंद्र ने पिता के पैर छुए। इसके बाद सीबीआई ने शाम को महेंद्र व उसके दो अन्य भाइयों को सर्किट हाउस बुला कर पूछताछ की।

आइये जाने वर्ष 2012 में केसा रहेगा मकर राशी ( भो, जा, जी, खी, खू, खे, गो, गा, गी ) का राशिफल—-

आइये जाने वर्ष 2012 में केसा रहेगा मकर राशी ( भो, जा, जी, खी, खू, खे, गो, गा, गी ) का राशिफल—-


Pt. DAYANANDA SHASTRI;
पंडित दयानन्द शास्त्री-
M--09024390067 & 09711060179


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2012 का यह राशिफल चन्द्र राशि आधारित है और वैदिक ज्‍योतिष के सिद्धान्‍तों के आधार पर तैयार किया गया है।
आइये जाने मकर राशी की विशेषताएं—मकर राशि के लोग स्वभाव से सहानुभूति, उदार भाव लिए, संकोची, तामसिक प्रवृत्ति के और चालाक होते हैं. यह लंबे कद के पतले होते हैं चहरे पर लालिमा लिए होते हैं इनकी भौहों और छाती के बाल कडे़ होते हैं. सिर बड़ा है और चेहरा चौड़ा होता है. इनके दाँत बडे और नाक लंबी होती है. शरीर पतला और हष्ट पुष्ट होता है.आम तौर पर, आप स्वयं को परिस्थितियों के अनुसार ढाल लेते हैं. आपका जीवन महान आकांक्षाओं से भरा होता है लेकिन आप इसके लिए बचत नहीं करते. आपके स्वभाव में दिखावा अधिक होता है. शनि के पीड़ित होने के कारण आप तामसिक प्रवृत्ति के हो सकते हैं. आप हर किसी को प्रोत्साहित करने में सक्षम हैं. लेकिन अपने जीवन साथी के साथ समायोजन करने में असमर्थ हैं. आप परिश्रमी होते हैं और अक्सर बातूनी कहलाते हैं आपका अपनी जीभ पर कोई नियंत्रण नहीं है.
वर्ष 2012 में मकर राशि की आर्थिक वित्तीय स्थिति—-
जनवरी 2012 to मार्च 2012 –इस अवधि के दौरान मकर राशि वालों को धन कमाने में अत्यधिक परिश्रम करना पड़ सकता है और अपने कठिन काम के माध्यम से बहुत कुछ अर्जित करेंगे. इस समय आपका लोन भी पास हो सकता है. इस समय विदेशी स्रोतों से धन संभव है. बुध कि स्थिति आपकी धन और संपदा से संबंधित इच्छाओं की पूर्ति दर्शाता है. यदि इस समय मंगल की दशा और अंतर दशा चल रही हो तो इस समय धन की हानि हो सकती है.
अप्रेल 2012 to जून 2012 —इस अवधि के दौरान आपकी आय स्थिर या कम हो सकती है सकती है. लेकिन आपके खर्चों में वृद्धि होगी. दोस्तों ओर विलासितापूर्ण वस्तुओं पर आप अधिक खर्च कर सकते हैं. धन भाव का स्वामी व्यवसाय भाव में स्थित है इस कारण धनार्जन में बहुत मेहनत करनी पड़ सकती है. यदि आप व्यापारी हैं तो काला बाजारी या अवैध धंधों के माध्यम से भी कुछ पैसा बना सकते हैं.
जुलाई 2012 to सितम्बर 2012 –इस अवधि के दौरान आप अपने कौशल द्वारा बहुत सारा धन अर्जित करेंगे. आपका प्रयास और कौशलता आपकी समृद्धि में सहायक बनेगी. इस समय धन भाव के स्वामी के पुन: नवम भाव में आने से पैतृक धन लाभ प्राप्त हो सकता है. आपको समाज में उच्च स्थान प्राप्त होगा और आपका मान बढ़ेगा आप विदेशों से भी बहुत सा धन प्राप्त करेंगे.
अक्टूबर 2012 to दिसंबर 2012 — इस अवधि के दौरान आप संपत्ति से संबंधित सौदों , मकान, मशीनरी आदि के मामलों को निपटाने में ज्यादा भाग्यशाली नहीं हैं. आप असाधारण क्षमता को प्रकट करेंगे, यात्रा और पर्यटन पर अत्यधिक व्यय करना जारी रखेंगे. गोचर में मंगल और बुध की स्थिति के कारण आपको धनार्जन में सहयोग प्राप्त होगा. इसके कारण समय अनुकूल रहेगा आप कानूनी तरीकों के माध्यम से पैसा कमा सकेंगे. साझेदारी व्यापार बढ़ जाएगा .आप अपनी बुद्धि के माध्यम से आर्थिक संपन्नता प्राप्त कर सकेंगे.
ये करें उपाय :— यह साल आर्थिक रूप से भाग्यशाली रहेगा. शनि के उपायों द्वारा आप और अधिक धन कमा सकते हैं.

2012 में मकर राशी की व्यापारिक एवं व्यावसायिक स्थिति—-
जनवरी 2012 to मार्च 2012 –इस तिमाही में जो लोग स्वयं के व्यापार में लगे हुए हैं उनके लिए समय अनुकूल है. आपको अपने व्यवसाय और कारोबार में सफलता प्राप्त हो सकती है. आप अपने काम में अग्रणी होकर और प्रसिद्ध प्राप्त कर सकेंगे. अगर आप सामाजिक कार्य कर रहे हैं तो यह समय आपके लिए अनुकूल है. सार्वजनिक संस्था के निर्माण का अच्छा समय है. यदि आप अपने काम में अपनी बुद्धि और कौशल को पूर्ण रूप से इस्तेमाल कर सकेंगे तो सफलता कि ऊँचाइयों को छू सकेंगे.
अप्रेल 2012 to जून 2012 — अच्छा करने के लिए अपने क्षेत्र में अपने ज्ञान को बढ़ाने का समय है. अपनी उदारता और सीखने कि प्रवृत्ति के कारण आप प्रसिद्ध प्राप्त कर सकते हैं. आपको सम्मानित किया जा सकता है. अगर आप कृषि और अचल संपत्ति के काम में लगे हुए हैं तो आपको अच्छा रिटर्न मिल सकता है.
जुलाई 2012 to सितम्बर 2012 — इस तिमाही में एक अटकलों का बाजार गर्म रहेगा. कारोबार में सफलता प्राप्त हो सकती हैं. शुक्र का लाभ रूप में पांचवें भाव में स्थित होना व्यवसाय में और भी अच्छा समय लाएगा यह कारोबार के लिए अनुकूल है. अगर आप किसी सामाजिक कार्य या अनाथालय या रिमांड घर से संबंधित पेशे से जुड़े हुए हैं तो यह समय आपके लिए भाग्यशाली हो सकता है. आपका काम सरलता पूर्वक होता रहेगा. तिमाही की दूसरे भाग में वेतन में वृद्धि या पदोन्नति हो सकती है.
अक्टूबर 2012 to दिसंबर 2012 —समय अनुकूल है, आप इस वर्ष की सर्वश्रेष्ठ तिमाही में हैं. आपकी कड़ी मेहनत और ईमानदारी से आप अपने कैरियर का सर्वोच्च शिखर प्राप्त कर सकेंगे. यदि आप राजनीति में हैं तो आप मंत्री का पद प्राप्त कर सकते हैं. यह समय नाम और े प्रसिद्धि पाने का समय है. आप अपने सभी प्रयासों में सफलता प्राप्त कर सकेंगे. यदि आप एक लेखक, प्रूफ रीडर या स्वयं का काम कर रहे हैं तो उसमें आपको अवश्य ही प्रसिद्धि प्राप्त होगी.आपके तारे आपके अनुकूल हैं. बस अपने काम में कड़ी मेहनत करें और आपका सफल होना तय है. यदि आप पूर्णिमा के दिन शुक्रवार को हीरा धारण कर सकें तो आपकी सफलता 99 प्रतिशत तक आपके साथ होगी.
2012 में मकर राशी का स्वास्थ्य —
जनवरी 2012 to मार्च 2012 — इस तिमाही में शनि के प्रभाव द्वारा स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. जो लोग हृदय संबंधित समस्याओं से पीड़ित हैं उन्हें सीने में दर्द कि शिकायत हो सकती है. इसलिए अपनी दवाओं का उचित समय पर सेवन करते रहें और आवश्यक सावधानी अपनाते हुए दिल की समस्याओं से बचने का प्रयास करें.
अप्रेल 2012 to जून 2012 —- स्वास्थ्य और बीमारी के स्वामी बुध के कमजोर होने के कारण इस समय आपका स्वास्थ्य खराब हो सकता है आपको मौसमी बुखार होने के मौके भी बढ़ सकते हैं, त्वचा संबंधी समस्या या एलर्जी आपको परेशान कर सकती है. जैसा कि आप जानते हैं कि त्रिदोष का असंतुलन रोग के मुख्य कारण होते हैं. वात का अधिक और पित का कम होना जोड़ों के दर्द को बढाता है और आगे चलकर निर्जलीकरण जैसी समस्याओं के रूप में उभरने लगते हैं.
जुलाई 2012 to सितम्बर 2012 — मकर राशि के अधिकार क्षेत्र में घुटने, जोड़ और शरीर की बाहरी त्वचा आती है. यदि शनि पीड़ित होता है या किसी अशुभ ग्रह के साथ युति संबंध बनाता है तो स्वास्थ्य संबंधी अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, और आपके इन सभी अंगों में अनेक परेशानियां उत्पन्न होने लगती हैं. इस तिमाही आप सेहत को लेकर चिंतित रह सकते हैं. अच्छे स्वास्थ्य के लिए आपको नियमित रूप से योग करने की आवश्यकता है यदि आप अपनी सेहत पर ध्यान नहीं देंगे तो आपका कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है और अनेक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.
अक्टूबर 2012 to दिसंबर 2012 — अधिक काम करने पर मकर राशि के लोगों को जल्द ही थकावट महसूस होने लगती है. काम का बोझ बढ़ने के कारण आपकी खाने की आदतों में गड़बड़ी उत्पन्न हो सकती है. इसके अलावा मानसिक चिंताओं के कारण आपका पाचन तंत्र भी प्रभावित हो सकता है किंतु अधिक चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. लेकिन नियमित रूप से संतुलित आहार के माध्यम से भी आप अधिक शक्ति और क्षमता को बढा सकते हैं और स्वास्थ्य अच्छा बना रह सकता है.

2012 में मकर राशी के प्रेम/प्यार और अन्य सम्बन्ध–
जनवरी 2012 to मार्च 2012 — मकर राशि के स्वामी शनि हैं और मकर राशि का तत्व भूमि तत्व है. इस अवधि के दौरान आप विपरीत लिंग के प्रति आकर्षित हो सकते हैं. जिन लोगों को भी तक सच्चा साथी नहीं मिला है उनके लिए यह समय बहुत अच्छा है वह अपने सपनों के साथी को पा सकते हैं. आपका प्रेम के प्रति जुनून बहुत ज्यादा हो सकता है. अत: अपने इस जुनून पर नियंत्रण रखें वरना आप भावनाओं में बहकर कोई गलती कर सकते हैं.
अप्रेल 2012 to जून 2012 —- मकर राशि के लोग प्रेम के प्रति चिंतित दिखाई दे सकते हैं. एक ही बात के पिछे पड़ जाना अच्छा नहीं है. सही समय का इंतजार करें समय आने पर दूसरों को आपके प्रेम का अहसास अवश्य होगा. इस समय आप कविता के माध्यम से अपने प्यार और रोमांस को व्यक्त कर सकते हैं. इस तिमाही में कई नए दोस्त बन सकते हैं .आप अपने प्यार और दोस्तों के प्रति पूरी तरह से ईमानदार रहेंगे.
जुलाई 2012 to सितम्बर 2012 —– गुरू और शुक्र के एक साथ होने के कारण यह समय श्रेष्ठता की भावना को दर्शाता है. आप अपने प्रेमी के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे. इस तिमाही में आप एक छोटी यात्रा पर जाने कि योजना बना सकते हैं. अगर आप एक सुंदर, बुद्धिमान साथी कि तलाश में हैं तो यह समय आपके लिए अनुकूल रहेगा.और आपको सुंदर और बुद्धिमान साथी प्राप्त हो सकता है. आप भावनात्मक रूप से अपने साथी के साथ जुड़े रहेंगे.
अक्टूबर 2012 to दिसंबर 2012 — मकर राशि के व्यक्ति जीवन को गंभीरता से लेते हैं और मानते हैं कि धीमी और स्थिर दौड़ द्वारा ही सफलता प्राप्त कि जा सकती है. उद्देश्यों को प्राप्त करने यह जुनून तक जा सकते हैं. मानते हैं कि पैसे के बिना प्यार एक टूटे हुए दिल कि तरह हैं. इस तिमाही में, शुक्र भावनात्मक निराशा का संकेत दे रहा है. अत: आपके प्रेमी से संबंध विच्छेद हो सकते हैं आप अपनी आक्रामकता पर नियंत्रण रखें और स्थिति को समझने का प्रयास करें.
2012 में मकर राशी की पारिवारिक/फेमिली स्थिति—
जनवरी 2012 to मार्च 2012 —मकर राशि के लोग ज्यादा अभिव्यंजक नहीं हैं, इस कारण परिवार के लोग उन्हें समझने में गलती भी कर सकते हैं. वह कब खुश या उदास हैं इस बात का पता करना मुश्किल है. वह अपनी दृढ़ता और मजबूत उदारता के लिए प्रसिद्ध हैं. यही कारण है जिसकी वजह से वह एक अच्छा पारिवारिक जीवन जीते हैं. इस समय आपको अपनी माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा. आपको जीवन साथी का समर्थन प्राप्त होगा और बच्चे भी आपका बहुत आदर करेंगे. आप अपने बच्चों के साथ फिल्म देखने की योजना बना सकते हैं.
अप्रेल 2012 to जून 2012 —- आपकी माता के स्वास्थ्य में सुधार होने में कुछ समय लगेगा. इसके अलावा आपके पिता का भी स्वास्थ्य ज्यादा अच्छा नहीं है. आपके बच्चों द्वारा किए गए कार्यों में ख्याति प्राप्त करने से आपको गर्व महसूस होगा और कुछ ख्याति भी प्राप्त हो सकती है. भाई या बहन से आपकी राय भिन्न हो सकती है. इस अवधि में कुछ मामलों पर बहस होने की संभावना है.
जुलाई 2012 to सितम्बर 2012 – — समय अनुकूल है. पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा. आपकी माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा. आप परिस्थितियों के अनुसार स्वयं को ढ़ाल सकते हैं. आपको अपने जीवन साथी और बच्चों का पूर्ण समर्थन प्राप्त होगा. दूसरी तिमाही के अंत तक आपके पिता का स्वास्थ्य भी बेहतर हो जाएगा. लेकिन पति या पत्नी मौसमी बुखार या संक्रमण से ग्रस्त हो सकते हैं.
अक्टूबर 2012 to दिसंबर 2012 — आप अपनी मां के समर्थन से कुछ धन संपत्ति हासिल करेंगे. आपके पिता को सरकार से कुछ मान्यता प्राप्त हो सकती है. आप अपने भाई या बहन की मदद से एक नई परियोजना शुरू कर सकते हैं. तिमाही के दूसरे भाग में कुछ सरकारी काम करने के कारण आप अपने परिवार से दूर रह सकते हैं. कोई भी अज्ञात महिला के साथ निकटता से बचें वरना पत्नी या व्यावसायिक भागीदारों के साथ आपके संबंधों के तनाव उत्पन्न हो सकता है.
वर्ष 2012 में मकर राशी का मासिक भविष्य/राशिफल—

जनवरी राशिफल———- साल की शुरुआत अच्‍छी रहने वाली है. पुराने कर्जों से मुक्ति मिलेगी. हां पुराने मुकदमे परेशानी में डाल सकते हैं. मन चंचल हो रहा है उस पर नियंत्रण रखें. संतान की ओर से अच्‍छी खबर मिलेगी. ससुराल पक्ष की ओर से कोई सुखद समाचार मिल सकता है. नौकरी बदलने के योग है.

फरवरी राशिफल—- शारीरिक कष्‍ट हो सकता है. स्त्रियों और बुजुर्गों को अपने स्‍वास्‍थ्‍य का विशेष ध्‍यान रखने की जरूरत है. जीवनसाथी पूरा सहयोग देगा. माह के अंत में हालात सामन्‍य हो जाएंगे. व्‍यापारी वर्ग को फायदा होने की उम्‍मीद.

मार्च राशिफल- —सामान्‍य महीना. सत्‍पुरुषों के संग से लाभ होगा. रुका हुआ धन मिल सकता है. विद्यार्थी वर्ग को फायदा होगा. शत्रु आप पर हावी होने के प्रयास में हैं, सावधान रहें. व्‍यर्थ की बातों में समय खर्च न करें.

अप्रैल राशिफल- —समय आपके अनुकूल नहीं है. बनते हुए काम बिगड़ सकते हैं. आपको ऐसा लगेगा कि सब आपके खिलाफ हो रहा है. दोस्‍तों का रवैया भी आपको परेशान कर सकता है. अपेक्षित फल नहीं मिलने से विद्यार्थी वर्ग को भी निराशा रहेगी.

मई राशिफल- —महीने की शुरुआत अच्‍छी नहीं रहेगी. तनाव में इजाफा होगा. सह‍कर्मियों से मतभेद हो सकते हैं. हालांकि महीने का दूसरा पखवाड़ा लाभ देने वाला होगा. भौतिक सामान खरीदने से वैभव में इजाफा होगा. शत्रु चाहकर आपका अहित नहीं कर पाएंगे.

जून राशिफल—धन लाभ होने के योग. ससुराल पक्ष का सहयोग. मित्रों के साथ शहर से बाहर घूमने का प्रोग्राम बनेगा. आपने जो मेहनत का पेड़ पहले लगाया है उसके फल खाने का वक्‍त आ गया है. लेकिन, जल्‍दबाजी न करें वरना आपको पछताना पड़ सकता है.

जुलाई राशिफल- —कोई भी फ़ैसला लेने के पहले अच्छी तरह विचार कर ले , क्योंकि आपके फ़ैसले का असर सिर्फ आप पर नहीं आपके अपनो पर भी पड़ेगा. आर्थिक स्तिथि मैं सुधार होगा और क़र्ज़ से मुक्ति मिलेगी. घुमने फिरने के लिए ये अच्चा समय है , किसी शांत जगह जाये और वक़्त बिताये. मन को शान्ति तब मिलेगी जब पुरानी बातें भूल जाये और ये याद रखे की गलतियां सभ से होती हैं. उनसे सबक ले आगे बढ़ने का नाम ही ज़िन्दगी है.

अगस्त राशिफल—- यह वक्‍त आपके जीवन में किसी सीख की तरह होगा. मुश्किल वक्‍त है और इसी दौरान आपको पता चलेगा कौन आपका कितना साथी है. मा‍नसिक तनाव तो रहेगा, लेकिन ईश्‍वर भजन से शांति मिलेगी. महीने का आखिरी सप्‍ताह में सुधार के संकेत हैं. धैर्य बनाए रखें यही आपको स्थिर रखेगा.

सितम्बर राशिफल- –वक्‍त अब बदलने लगा है, लेकिन याद रखिए तरक्‍की के पेड़ पर फल मेहनत की पानी से ही आते हैं. मित्रों आपके लिए धूप में छाया की तरह रहेंगे. नया वाहन आपके जीवन की खुशियों में इजाफा करेगा.

अक्टूवर राशिफल- —यह महीना आपके लिए बेहद सुनहरा है. आप जीवन में नया करेंगे. रचनात्‍मकता में इजाफा होगा और आपके काम को सराहा जाएगा. दूर रहने वाले रिश्‍तेदारों की ओर से शुभ समाचार मिलने के संकेत हैं. विरोधी आप पर हावी होने की नाकाम कोशिश करेंगे.

नवम्वर राशिफल—-अगर आप अपने गुस्‍से पर काबू रखेंगे तो सब आपके नियंत्रण में रहेगा. आपके शत्रु आपके इसी क्रोध का लाभ उठाने के प्रयास करेंगे. लक्ष्‍य निर्धारित कर मेहनत से उसे पाने के लिए जुट जाएं, सफलता अवश्‍य मिलेगी.

दिसम्वर राशिफल—- इस महीने का ग्रह आपके साथ हैं. भी बिगडे हुये काम बनेंगे. घर-परिवार में शादी विवाह का आयोजन हो सकता है. इस मास राज्य योग बनता है. समय का सही इस्‍तेमाल करना सीखें. प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए सुनहरा समय है.





पहनें ये रुद्राक्ष, बढऩे लगेगी याददाश्त


 
क्या आपका बच्चा पढ़कर भूल जाता है?, अधिक परिश्रम करने के बाद भी रिजल्ट ठीक नहीं आता? या बच्चा पढऩे में होशियार तो है लेकिन उसका ध्यान पढ़ाई में नहीं लगता? यदि आपके बच्चे के साथ भी यह समस्याएं हैं कि घबराने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि गणेश रुद्राक्ष इन सभी समस्याओं का एकमात्र आसान उपाय है।

ज्योतिष के अनुसार पढ़ाई में सफलता के लिए बुध ग्रह का अनुकूल होना आवश्यक होता है। बुध ग्रह यदि अनुकूल हो तो व्यक्ति तीव्र बुद्धि से युक्त होता है तथा सामान्य प्रयास करने पर भी बेहतर परिणाम पा सकता है। गणेश रुद्राक्ष धारण करने से बुध ग्रह अनुकूल फल देने लगता है। गणेश रुद्राक्ष अध्ययन के प्रति एकाग्रता में वृद्धि करता है, स्मरण शक्ति बढ़ाता है तथा लेखन की शक्ति में भी वृद्धि करता है। इसके प्रभाव से सामान्य क्षमता वाला विद्यार्थी भी बेहतर परीक्षा परिणाम प्राप्त कर सकता है।

कैसे व कब धारण करें?

गणेश रुद्राक्ष धारण करने से पहले उसे गाय के कच्चे दूध तथा गंगाजल से धो लें तथा उसका पूजन करें। इसके पश्चात गणपतिअर्थवशीर्ष का पाठ करें। गणेश रुद्राक्ष को हरे रंग के धागे में धारण करें।

किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष मेंजिस बुधवार को सर्वाथसिद्धि योग बन रहा हो, उस दिन गणेश रुद्राक्ष पहनना शुभ होता है।

श्री कृष्ण शरणम ममःलक्ष्य जीवन का श्री कृष्ण शरणम ममः।


श्री कृष्ण शरणम ममः


॥ जय श्री कृष्णा ॥

भगवान श्री कृष्ण परमब्रह्म पुरुषोत्तम हैं, उनकी अनन्यभाव से भक्ति करने वाले जीवों का सर्व विधि कल्याण है।

शुद्धाद्वैत सम्प्रदाय एवं पुष्टिमार्ग में शरण, समर्पण और सेवा का क्रम निश्चित किया गया है, जिनमें नवधा भक्ति का समावेश हो जाता है इसलिए हमारे आचार्य श्री के उपदेशानुसार प्रथम प्रभु की शरण में जाने का आदेश है। जीव प्रभु का अंश है, प्रभु से वियोग होने के कारण वह विविध दोष तथा दुःखों से युक्त हो रहा है। आचार्य श्री ने समस्त दोषों तथा दुःखों की निवृत्ति के लिये एवं निर्दोष बनने के लिये तथा आत्यन्तिक सुख प्राप्ति के लिये भगवान श्री कृष्ण की शरण में जाने की शिक्षा तथा दीक्षा दी है। इसी दीक्षा के अवसर पर आचार्य श्री ने शरण भावना प्रधान अष्टाक्षर महामन्त्र का उपदेश देकर सदैव शरण भावना रखने की शिक्षा दी है।

जीव के दोष मात्र का कारण उसका अहंकार तथा अभिमान है। इस अहंकार का उदय न हो तथा दीनताभाव सदैव सुदृढ रहे इसके लिये “श्री कृष्ण शरणम ममः” अर्थात मेरे लिये श्री कृष्ण ही शरण हैं, रक्षक हैं, आश्रय हैं – वही मेरे लिये सर्वस्व हैं। मैं दास हूं, प्रभु मेरे स्वामी हैं और मैं आपकी शरण में हूँ। इस भावना से दीनता बनी रहती है, तथा अहंकार का उदय नही होता



धन अकिंचन का श्री कृष्ण शरणम ममः।
लक्ष्य जीवन का श्री कृष्ण शरणम ममः।

दीन दुःखियों का, निर्बल जनों का सदा, दृढ सहारा है श्री कृष्ण शरणम ममः।
वैष्णवों का हितैषी, सदन शांति का, प्राण प्यारा है श्री कृष्ण शरणम ममः।

काटने के लिये मोह जंजाल को, तेज तलवार श्री कृष्ण शरणम ममः।
नाम ही मंत्र है मंत्र ही नाम है, है महामंत्र श्री कृष्ण शरणम ममः।

छूट जाते है साधन सभी अंत में, साथ रहता है श्री कृष्ण शरणम ममः।
साथी दुनिया में कोई किसी का नही, सच्चा साथी है श्री कृष्ण शरणम ममः।

बुधवार, 28 दिसंबर 2011

लोकायुक्त ने ली जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक

लोकायुक्त ने ली जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक

आम जन के प्रति संवेदनाील बने गुप्ता





बाडमेर, 28 दिसम्बर। राजस्थान के लोकायुक्त न्यायमूर्ति जी.एल. गुूप्ता ने अधिकारियों से आम जन के प्रति तत्परता एवं संवेदनाीलता के साथ कार्य करने को कहा है। उन्होने कहा कि विभागीय अधिकारी पूरी गम्भीरता और जिम्मेदारी के साथ राजकीय कार्यो का निर्धारित समयावधि में जल्द से जल्द निर्वहन करें।

बुधवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेन्स हॉल में आयोजित जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित करते हुए लोकायुक्त न्यायमूर्ति गुप्ता ने अधिकारियों को लोकायुक्त सचिवालय के उदृेयों, अधिकारों, कार्यप्रणाली आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा कहा कि विभागीय अधिकारियों को चाहिए कि लोकायुक्त से जो भी पत्र और टिप्पणीयां चाही जाए उन पर बिना किसी विलम्ब के तत्काल और सही सही जवाब भेजा जाए। उन्होने कहा कि लोकायुक्त सचिवालय से प्राप्त पत्रों के प्रति गम्भीरता बरती जाए तथा तत्काल प्रत्युतर भिजवाया जाए।

बैठक में लोकायुक्त सचिवालय के सचिव आर.के. बंसल, जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान, जिला पुलिस अधीक्षक संतोश चालके, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित, मुख्य कार्यकारी अधिकारी छगनलाल श्रीमाली सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

इस अवसर पर लोकायुक्त न्यायमूर्ति गुप्ता ने कहा कि लोकायुक्त संस्था की ओर से िकायतों पर विभिन्न स्तरों पर पुश्टि तथा कार्यवाही की व्यवस्था है। अधिकारियों को चाहिए कि वे इससे भयभीत न हो और सही सही जानकारी भिजवाए। उन्होने कहा कि झूठी िकायत पाए जाने के बाद जांच में निर्दोश पाए जाने की स्थिति में अधिकारियों की प्रतिश्ठा बती है। उन्होने बताया कि बिना वजह काम को टालने तथा लोक सेवकों द्वारा किसी भी काम को विलम्बित कर देने जैसे मामलों में भी लोकायुक्त संस्था कार्यवाही कर सकता है। उन्होने बताया कि समाचार पत्रों में प्रकाित िकायतों के मामलों में लोकायुक्त संस्था द्वारा प्रसंज्ञान लिया जाकर कार्यवाही की जाती है।

इस अवसर पर जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि जिला मुख्यालय पर प्रतिदिन दोपहर 2.30 से 3.30 बजे तक जन समस्याओ ंकी सुनवाई की जा रही है। उन्होने बताया कि जन सुनवाई के दौरान संबंध्िोत विभागों के अधिकारी उपस्थित रहते है तथा प्राप्त िकायतों का रजिस्टर में इन्द्राज किया जाकर प्रभावी मोनिटरिंग की जा रही है। उन्होने विवास दिलाया कि जिले में अधिकारी लोकायुक्त द्वारा दिए गए निर्दों तथा भावनाओं के अनुरूप कार्य करेंगे।

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लोकायुक्त गुप्ता ने की जन सुनवाई

बाडमेर, 28 दिसम्बर। लोकायुक्त न्यायमूर्ति जी.एल. गुप्ता द्वारा बुधवार को सर्किट हाउस बाडमेर में जन सुनवाई की गई। इस दौरान उन्होने लोगों की समस्याओं तथा िकायतों को ध्यैय पूर्वक सुना तथा उनके आवेदन पत्र प्राप्त किए।

लोकायुक्त न्यायमूर्ति गुप्ता द्वारा जन सुनवाई के दौरान भूमि आवंटन, अतिक्रमित भूमि को मुक्त कराने, वोल्टैज नहीं आने, प्लोट पर कब्जा करने सहित विभिन्न मुद्दों से जुडे प्रार्थना पत्र परिवादियों द्वारा प्रस्तुत किए गए, जिस पर उन्होने कहा कि लोकायुक्त क्षेत्राधिकार के संबंध में प्राप्त प्रार्थना पत्रों पर आवयक कार्यवाही की जाएगी।

जन सुनवाई के दौरान लोकायुक्त संचिवालय के सचिव आर.के. बंसल, जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान, जिला पुलिस अधीक्षक सन्तोश चालके भी उपस्थित थे। इसके पचात उन्होने जिले के गैर सरकारी संगठनों के साथ बैठक कर चर्चा की।

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ग्रामीण क्षेत्रों में पटरी पर लौटी चिकित्सा व्यवस्था

ग्रामीण क्षेत्रों में पटरी पर लौटी चिकित्सा व्यवस्था

एनआरएचएम कर्मियों ने संभाली कमान, आयुश चिकित्सक भी जुटे सेवार्थ

बाडमेर। डॉक्टरों व एनआरएचएम कर्मियों के सामूहिक अवका के चलते पिछले करीब एक सप्ताह से लड़खड़ाई चिकित्सा व्यवस्था ग्रामीण क्षेत्रों में बुधवार से पूरी तरह पटरी पर लौट आई है। एनआरएचएम कर्मियों के वापिस काम पर लौटने से ग्रामीणों ने राहत महसूस की है। एनआरएचएम के तहत जिले में करीब 700 कर्मी लगे हैं, जिनमें 36 आयुश चिकित्सक भी भामिल हैं। इसके साथ ही नवनियुक्त डॉक्टरों व अवका पर गए कई डॉक्टरों ने भी ज्वाइन किया है। वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन ने सभी डॉक्टरों से अपील की है कि वे जनहित को देखते हुए वापिस कार्य पर लौट आएं ताकि किसी भी मरीज को तकलीफ न उठानी पड़े। जो डॉक्टर मरीजों की हालत देख वापिस काम पर लौटे हैं, उनकी सीएमएचओ डॉ. हुसैन ने सराहना की है। जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई ने बताया कि राज्यस्तरीय निर्णय के तहत गत 19 दिसंबर से सभी एनआरएचएम कर्मी सामूहिक अवका पर चले गए थे, जिस कारण ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से लड़खड़ा गई थी। इसी दौरान डॉक्टरों के सामूहिक अवका पर जाने के बाद हालात और अधिक विकट हो गए। इन्हीं परिस्थितियों के मद्देनजर एनआरएचएम कर्मियों द्वारा राज्यस्तर पर चिकित्सा स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार भार्मा की मध्यस्था में समझौता वार्ता हुई। उक्त वार्ता के बाद 26 दिसंबर से सभी कार्मिक काम पर लौट आए। काबिलेगौर है कि जिले में एनआरएचएम के तहत सीएमएचओ ऑफिस में सात जिलास्तरीय अधिकारी, जिले के आठों ब्लॉकों में 36 आयुश चिकित्सक, 19 आयुश कम्पाउडर, दोदो बीपीएम व आा फेसिलेटर, 23 एकाउंटेंट, 41 पीएचसी हेल्थ सुपरवाईजर, दस डाटा एंट्री ऑपरेटर, दो फार्मासिस्ट, पांचपांच पब्लिक हेल्थ नर्स व लैब टेक्नियन, 169 जीएनएम तथा 366 एएनएम लगी हुई हैं। उक्त स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की बदौलत ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधाओं ने सुधार हुआ है तथा मरीजों को राहत मिलने लगी है। यही नहीं सभी आयुश चिकित्सकों को मरीजों की हर संभव सहायता के लिए निर्दोित किया गया है। वहीं नवनियुक्त 23 चिकित्सकों के ज्वाइनिंग करने से भी हालात में सुधार आए हैं तथा जनता को नियमित चिकित्सा सुविधाएं मिल रही हैं।

बीसीएमओ सहित 33 डॉक्टर लौटे काम पर

सीएमएचओ डॉ. अजमल हुसैन ने बताया कि मरीजों की तकलीफ समझते हुए जिले के 33 डॉक्टरों सहित सिणधरी बीसीएमओ डॉ. संजीव मितल काम पर वापिस लौट आए हैं। उक्त डॉक्टरों ने बुधवार को जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल सहित विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में अपनी सेवाएं दीं। बुधवार को बालोतरा स्थित उप जिला अस्पताल, नाहटा में डॉ. सुनीता सरथालिया, डॉ. गोपाल पोहानी, डॉ. रामनिवास पटेल, डॉ. नरो चौधरी, डॉ. राणुलाल खत्री, डॉ. कमल किोर, डॉ. मदनलाल खारवाल, डॉ. बलरामसिंह व डॉ. बांकाराम चौधरी तथा पचपदरा में डॉ. वीरेंद्र गांधी काम पर लौटे। इसी तरह जिला अस्पताल में डॉ. हेमाराम ने भी ज्वाइन किया है।

आाओं ने जगाई ॔॔आा’॔

स्वास्थ्य सेवाओं की प्राथमिक कड़ी के रूप में कार्यरत आाओं ने लड़खड़ाई चिकित्सा व्यवस्था के बीच ॔॔आा’॔ की लौ दिखाई है। दरअसल, जिले में 1782 आाएं कार्यरत है जो स्वास्थ्य सेवाओं से सीधे तौर पर जुड़ी हुई हैं तथा उक्त आाओं के बेहतर तालमेल व समन्वयक के लिए जिलास्तर पर एक समन्वयक और पीएचसी स्तर पर 41 आा सुपरवाईजर लगाए गए हैं। जिला आा समन्वयक राको भाटी ने बताया कि आा सहयोगिनी मुख्यतः सभी गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण कर उन्हें प्राथमिक स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाती हैं। महिला को प्रसव के लिए चिकित्सालय में ले जाती हैं तथा जरूरत पड़ने पर यदि महिला को रैफर किया जाता है तो आा गर्भवती महिला के साथ भी जाती है। प्रसव के प्राथमिक स्तर एवं प्रसव के दौरान का विस्तृत रिकॉर्ड भी आा रखती है ताकि चिकित्सक सीधे तौर पर गर्भवती महिला को उपचार दे सके। प्रसव पचात जच्चाबच्चा की छह माह तक नियमित देखभाल करने के साथ ही आवयक जानकारियां भी माता को देती है। इस दौरान टीकाकरण के लिए भी आा संबंधित परिजनों को प्रेरित करती है। नसबंदी, टीबी, मलेरिया एवं अन्य मौसमी बीमारियों को लेकर भी आाएं अपनी महती भूमिका अदा करती है।
वर्ष 2012 में शनि देव का सभी राशियों पर निम्न प्रभाव रहेगा---
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पंडित दयानन्द शास्त्री-
M--09024390067 & 09711060179


मेष राशि-----आपकी राशि से 15 नवंबर 2011 से शनि, सप्तम राशि यानी तुला को प्रभावित कर रहा है। गोचर में गुरु आपकी राशि में ही विचरण कर रहा है। दोनों ही ग्रह 16 मई 2012 तक एक-दूसरे को ऊर्जा और शक्ति का आदान-प्रदान कर रहे हैं। शनि कुछ समय के लिए वक्रगति प्राप्त कर कन्या राशि में भी आएगा और उसी समय के आसपास गुरु भी वृष राशि में प्रवेश करेगा।शनि और बृहस्पति राशि चक्र के बहुत ही शक्तिशाली ग्रह हैं। यदि आप उद्योगपति हैं या व्यवसायी हैं तो आप अपने वर्तमान कार्यक्षेत्र का विस्तार कर सकते हैं और यदि किसी और क्षेत्र में किस्मत आजमाना चाह रहे हैं तो इन दोनों ग्रहों की उपस्थिति आपको ऐसा करने में पूर्ण मददगार रहेगी।नई पार्टनरशिप या एसोसिएशन में भी प्रवेश किया जा सकता है। काफी यात्राएं करनी पड़ेंगीऔर आपकी उपलब्धियों में वृद्धि होगी। जो लोग नौकरी में हैं उनके लिए स्थितियां अनुकूलता लिए रहेंगी। पदोन्नति या उन्नति भी हो सकती है। जो लोग नौकरी बदलना चाह रहे हैं तो उनको किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।व्यक्तिगत स्तर पर चीजें सुचारू रूप से चलेंगी। जो लोग पार्टनर की खोज में हैं उन्हें आसानी से मिल जाएगा। पारिवारिक मामले नियंत्रण में रहेंगे और वातावरण आनंददायक बना रहेगा। आर्थिक स्थिति रूप से यह समय बहुत अच्छा रहेगा। 16 मई 2012 को शनि वक्रगति से कन्या राशि में प्रवेश करेगा और 4 अगस्त 2012 को वापस तुला राशि में आएगा।बृहस्पति अगली राशि वृष में प्रवेश करेगा और लगभग एक साल वहां रहेगा। दूसरे शब्दों में कह सकते हैं कि शनि छठे और बृहस्पति दूसरे भाव में विचरण रहेगा। यद्यपि यह समय बहुत ही छोटा है लेकिन यह बहुत ही फलदायी रहेगा। किसी प्रोजेक्ट या असाइनमेंट के द्वारा अच्छा धन लाभ अर्जित होने की संभावना है।यदि कोई मसला कोर्ट-कचहरी में चल रहा है तो उसका फैसला आपके पक्ष में संपन्न हो सकता है। यदि किसी परीक्षा, प्रतियोगिता में सम्मिलित हो रहे हैं तो आपको सफलता प्राप्त होगी। विरोधियों पर विजय प्राप्त होगी। नौकरी में अचानक उपलब्धि का योग भी बन रहा है। आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी।अगस्त दिसंबर 2012 के मध्य शनि तुला राशि में ही रहेगा। 9 अक्टूबर से 12 नवंबर 2012 तक शनि अस्त रहेगा बाकी समय शनि आपके पक्ष में रहेगा। आप ऐसे कुछ निर्णय ले सकते हैं जो उलटवार कर सकते हैं।





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वृषभ राशि :----आपकी राशि से शनि छठे भाव में विचरण कर रहा है क्योंकि तुला राशि वहीं है। क्रूर ग्रह जब छठे भाव से विचरण करते हैं तो बहुत अच्छे परिणाम देते हैं। प्रत्येक दृष्टि से शनि यहां बहुत कंर्फटेबल है, अतः इस भाव से विचरण करते समय वह स्वतः ही आपके लिए अतिरिक्त मददगार सिद्ध होंगे।कॉर्पोरेट, व्यवसायी या उद्योगपति के रूप में अपनी योजनाओं और प्रोजेक्ट को आसानी से क्रियान्वित करने में सफल रहेंगे। यदि किसी प्रांत या देश से मदद की अपेक्षा कर रहे हैं तो वह आसानी से प्राप्त हो जाएगी और यदि विदेश जाने की योजना बना रहे हैं तो वहां भी आपको किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।यदि नौकरी में हैं तो स्थितियों में अनुकूलन बना रहेगा और आपको कुछ अच्छे अवसर भी प्राप्त होंगे। जो लोग परीक्षा, प्रतियोगिता में सम्मिलित हो रहे हैं तो उन्हें सफलता प्राप्त होगी। पदोन्नति और बदलाव भी संभावित है। पैतृक संपत्ति को लेकर कोई मामला कोर्ट-कचहरी में चल रहा है तो उसका फैसला आपके पक्ष में संपन्न हो जाएगा। विरोधी चाहकर भी आपको हानि नहीं पहुंचा पाएंगे।8 मई से 26 जून 2012 के मध्य शनि वक्री रहेगा। 16 मई 2012 को शनि वक्रगति से कन्या राशि में प्रवेश करेगा। इस दौरान अपने कैरियर से संबंधित निर्णय लेते समय आपको अतिरिक्त सावधान रहने की आवश्यकता है। नए निवेश पूर्ण जांच-परख के बाद ही करें।वाद-विवाद में न पड़ें अन्यथा हानि हो सकती है, जिससे सकारात्मक विचारधारा से बचा जा सकता है। यद्यपि आपको बहुत अच्छे अवसर प्राप्त होते रहेंगे और यदि आपका चुनाव उत्तम है तो यह समय आपके लिए काफी मददगार सिद्ध होगा। थोड़ी-सी सावधानी परिणामों की दिशा परिवर्तित कर सकती है।

जैसा कि पहले बताया गया है कि शनि जून में मार्गी होगा और 4 अगस्त को दोबारा तुला राशि में प्रवेश करेगा और साल के अंत तक इसी राशि में विचरण करेगा। 9 अक्टूबर से 12 नवंबर 2012 के मध्य शनि अस्त रहेगा। अस्त शनि की नकारात्मक विशेषताएं सामने आने लगती है जो उसमें वृहत स्तर पर मौजूद हैं।

जब शनि सूर्य की उपस्थिति से प्रभावित होता है तो शनि आक्रामक हो जाता है। इस दौरान आपको अत्याधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। अन्यथा आप अपने कैरियर पार्टनर या एसोसिएट से अलग हो जाएंगे। वैसे शनि में आपके कैरियर ग्राफ में आमूलचूल परिवर्तन लाने की पूर्ण क्षमता है।



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मिथुन राशि :---शनि 15 नवंबर 2011से आपके पांचवें भाव में चल रहे हैं। शनि का कन्या में पिछला विचरण लगभग ढाई साल काफी थका देने वाला और हर कदम पर परेशानियां पैदा करने वाला था। शनि का पंचम भाव में विचरण उत्तम सिद्ध होगा और यह शनि की उच्च राशि तुला है। इस दौरान अपने रचनात्मक विचारों और प्रोजेक्टस के साथ आगे बढ़ने में मददगार सिद्ध होगा।8 फरवरी 2012 तक शनि तुला राशि में विचरण करेगा। यदि आप एक्टिंग मॉडलिंग, सिंगिग, आर्ट, म्यूजिक, डांसिंग आदि से जु़ड़े हैं तो आप अपनी पहचान बनाने में सफल रहेंगे। आपको कुछ समुचित अवसर प्राप्त होंगे। यदि आप एक बिजनेसमैन हैं तो आप अपनी योजनाओं पर बिना किसी परेशानी के अमल करने में सफल रहेंगे। नौकरीपेशा लोगों के लिए देश के साथ-साथ विदेश में भी आपको अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। यदि प्रेममय हैं तो यह संबंध विवाह में परिणत हो सकता है। प्रतियोगी निराश नहीं होंगे। यदि रिसर्च आदि से जु़ड़े हैं तो इस भाव में शनि की यात्रा आपकी इच्छाओं की पूर्ति करने में काफी हद तक मददगार सिद्ध होगी।देश-विदेश की यात्राएं आपकी छवि और कैरियर को बनाने में अहम भूमिका अदा करेंगी। शनि 8 फरवरी और 26 जून 2012 के मध्य वक्र गति से चलेगा। 16 मई 2012 को पिछली राशि कन्या में प्रवेश करेगा। यदि आप शनि की गति के साथ तारतम्य बनाए रखेंगे और परिणामों का अनुसरण करते रहेंगे तो यह आपको नकारात्मक रूप से प्रभावित नहीं करेगा।यदि आप इसे अनदेखा करते रहे तो फिर शनि आपको पकड़ लेगा। इसका प्रभाव भावनात्मक स्तर पर देखा जा सकता है और साथ ही जो योजनाएं कुछ समय पहले लगभग पूर्ण लग रही थी उनमें अचानक अवरोध आ सकता है। जिन लोगों का आपकी गतिविधियों से काफी लेना-देना है उनके साथ भी वाद विवाद की स्थिति पनप सकती है। शनि 4 अगस्त 2012 को अपनी उच्चराशि तुला में वापस आ जाएगा और वर्ष के अंत तक वहीं रहेगा।शनि अस्त हो जाएगा जो 9 अक्टूबर से 12 नवंबर 2012 के मध्य होगा। इस दौरान अधिकतर समय सूर्य नीचस्थ रहेगा और शनि के ऊपर से गुजरेगा। मुख्य प्रोजेक्ट्स के बारे में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। पारिवारिक मसले उभर सकते हैं। बच्चों के साथ मतभेद हो सकते हैं। स्वास्थ्य की समस्याएं आपको या आपके परिवार को तंग कर सकती हैं।



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कर्क राशि :---शनि 15 नवंबर 2011 से 4 नवंबर 2014 के मध्य आपकी राशि से चतुर्थ भाव में भ्रमण करेगा। नवंबर 2011 से 8 फरवरी 2012 तक शनि तुला राशि में विचरण करेगा जो आपका चतुर्थ भाव है। चतुर्थ भाव आदमी का कंफर्ट जोन है और जब वह चतुर्थ भाव का विचार करता है तब पूर्ण शांति का अनुभव करता है।शायद यही कारण है कि कुंडली में चतुर्थ भाव मां, घर, अबाधित नींद और पूर्ण सुरक्षा का प्रतिनिधित्व करता है। यद्यपि शनि यहां किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं करता लेकिन इसकी एक आदत है कि जो इन क्षेत्रों में जो कुछ भी गलत हो रहा है उसे उजागर करता है। शनि फरवरी 2012 से वक्री होगा जो 26 जून 2012 तक रहेगा।शनि अपनी पहली वाली राशि यानि कन्या में 16 मई को वापस आएगा और 4 अगस्त 2012 तक यहीं भ्रमण करेगा। फरवरी से अगस्त के मध्य का समय वर्णित क्षेत्रों में काफी राहत प्रदान करेगा। यदि आप अपने कैरियर, व्यवसाय या उद्योग में किसी प्रकार की समस्या का सामना कर रहे हैं तो अपने मित्र-शुभचिंतकों की मदद से उसका हल किया जा सकता है।आपके लिए सलाह है कि अपने वर्तमान कार्य या प्रोजेक्ट में अपनी पूर्ण ऊर्जा लगाएं और परिश्रम से कार्य करें। अपव्यय पर नियंत्रण लगाएं। यदि नौकरी की तलाश में हैं तो आपको नौकरी तलाश करने में कोई परेशानी नहीं होगी। जो लोग नौकरी में बदलाव या उन्नति के लिए प्रयासरत हैं तो उनको आशानुकूल परिणाम प्राप्त होंगे।पैतृक संपत्ति को लेकर यदि कोई मामला कोर्ट में विचाराधीन है तो उसका फैसला करने में ही भलाई है। कुछ आर्थिक तंगी हो सकती है। 4 अगस्त 2012 से साल के अंत तक शनि तुला राशि में ही रहेगा। इस दौर में आपको मिश्रित परिणाम ही प्राप्त होंगे। पूर्ण प्रयासों के बावजूद आपकी कुछ योजनाएं और प्रोजेक्ट्स आगे नहीं बढ़ पाएंगे।वर्तमान कार्यों में भी आपको समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। आपसी संबंधों में भी तनाव आ सकता है। कार्य का बोझ बढ़ेगा और कभी-कभी इसे पूर्ण कर पाना कठिन भी होगा। 9 अक्टूबर से 12 नवंबर 2012 के मध्य शनि अस्त होगा। इस दौरान आप मानसिक रूप से परेशान हो सकते हैं और समय-समय पर भावनात्मक मसले ऊभर सकते हैं जो आपको तंग करेंगे। स्थितियों को गहराई से समझें और मेडिटेशन पर जोर दें।



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सिंह राशि :---15 नवंबर 2011 से शनि आपके तृतीय भाव में विचरण कर रहा है यहां वह आने वाले ढाई वर्षों तक रहेगा। शनि जब तृतीय भाव में विचरण करता है जो वह यहां पर बहुत ही कंफर्टेबल होता है। नवंबर से 8 फरवरी 2012 के मध्य शनि सीधी गति से चलेगा और आपकी योजनाओं और प्रोजेक्ट्स को क्रियान्वित करने में आधारभूत मदद करेगा।आपके कुछ अहम विचार क्रियान्वित होंगे और उनका विस्तार भी होगा। आपकी वर्तमान परियोजनाओं में लाभ की स्थितियां निर्मित होंगी। यदि नौकरी, पदोन्नति, उन्नति या बदलाव की तलाश में हैं तो आपको बहुत अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। आप महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे जिनसे आपकी प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होगी।प्रोफेशनल्स या जो लोग सृजनात्मक क्षेत्र से जु़ड़े हैं इस दौरान उनको बहुत अच्छे फल प्राप्त होंगे। यात्राएं नए आयाम प्रदान करने वाली सिद्ध होंगी। कुछ महत्वपूर्ण लोगों से मुलाकात होगी। फरवरी और 26 जून 2012 के मध्य शनि वक्रगति से चलेगा। अपनी इस गति से चलते हुए 16 मई 2012 शनि अपनी पहली राशि कन्या राशि में प्रवेश करेगा और 4 अगस्त 2012 को फिर से तुला राशि में लौटेगा।फरवरी और अगस्त के मध्य उत्थान और विकास की गतिविधियों में अत्यधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। यदि आप शांत चित्त और ठीक से विचार कर कार्य करेंगे तो यह दौर अच्छे गुजर जाएगा,अन्यथा इन क्षेत्रों में समस्याओं का सामना करने के लिए तैयार रहें।गलत निर्णय या अधिक खर्च के कारण धन की कमी महसूस होगी। घरेलू मसले चिंता का विषय हो सकते हैं। अगस्त और दिसंबर 2012 के मध्य शनि तुला राशि में आगे बढ़ेगा जो आपकी राशि से सुंदर संयोग बनाएगा। कैरियर से संबंधित सभी समस्याओं के समाधान प्राप्त होंगे। बहुत अच्छे अवसर प्राप्त होंगे जो आपके पूरे व्यक्तित्व में परिवर्तन करने वाले सिद्ध होंगे।आर्थिक स्थिति में सुदृ़ढ़ता आएगी। प्रॉपर्टी, वाहन, सोना-चांदी में निवेश की संभावनाएं भी बलवती हो रही हैं। इस दौरान आपको काफी यात्राएं करना पड़ेंगी जो नए आयाम प्रदान करने वाली होंगी। 9 अक्टूबर से 12 नवंबर 2012 के मध्य शनि अस्त होगा इसलिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है।





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कन्या राशि :---शनि आपकी राशि में पिछले ढाई वर्ष से चल रहा था। 15 नवंबर 2011 को शनि ने तुला राशि में प्रवेश किया है जो कि शनि की उच्च राशि है। यहां से आपको राहत की सांस मिलेगी। आपके लिए 15 नवंबर से 16 मई 2012 के मध्य का समय हर तरह से बहुत अच्छा है। धन संबंधी समस्याएं एक बाद एक हल होने से आपको काफी राहत प्राप्त होगी। रुके हुए धन की प्राप्ति भी हो सकती है।आर्थिक और प्रोफेशनल क्षेत्र के विस्तार की संभावनाएं भी बलवती हो रही हैं। इस दौरान आप किसी नए समझौते या पार्टनरशिप में प्रवेश कर सकते हैं। जो लोग नौकरी बदलना चाह रहे हैं तो उनको इच्छित नौकरी प्राप्त हो जाएगी। विदेश से भी कुछ अच्छे अनुबंध प्राप्त हो सकते हैं। पारिवारिक स्तर पर उत्सव संपन्न हो सकता है या कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है।शनि वक्रगति से 16 मई 201 2 को वापिस आपकी राशि में लौटेगा जो यहां पर 4 अगस्त 2012 तक रहेगा। इस दौरान आपको अत्यधिक सचेत रहने की आवश्यकता है। निकटस्थ जनों के साथ मनमुटाव की स्थिति पनप सकती है। आर्थिक लेनदेन में पूर्ण सावधानी बरतने की नितांत आवश्यकता है। अपने स्वास्थ्य को भी अनदेखा नहीं करना चाहिए।4 अगस्त 2012 को शनि तुला में प्रवेश करेगा और वर्षपर्यंत यहीं विचरण करेगा। अगस्त से 9 अक्टूबर के मध्य यह काफी मददगार सिद्ध होगा। आप अधूरे कार्यों को पूर्ण कर सकेंगे। कुछ योजनाएं और कार्य जो लगभग बंद हो गए थे उन्हें पुनर्जीवित किया जा सकता है भाग्य का सहयोग प्राप्त होगा और विदेश से लाभ प्राप्त होने से इंकार नहीं किया जा सकता। परिवार में कोई बड़ा उत्सव भी संपन्न हो सकता है।9 अक्टूबर से 12 नवंबर के मध्य जब शनि अस्त होगा तो उस समय सतर्क रहने की आवश्यकता है। आपको सलाह दी जाती है कि इस दौरान महत्वपूर्ण निर्णय न लें। वैसे दैनिक कार्यों और जरूरतों की पूर्ति में समस्या नहीं आएगी। बाकी समय, 12 नवंबर से लेकर साल के अंत तक बहुत ही उत्साहवर्धक रहेगा।नई बातें घटने लगेंगी और जटिल समस्याओं के हल प्राप्त होंगे। प्रोफेशनल और व्यक्तिगत जीवन सुचारु चलेगा। यह समय आमूलचूल परिवर्तन का है जहां बहुत सी नयी चीजें घटित होंगी जो आने वाले वर्षों में मददगार सिद्ध होंगी।वर्तमान में कन्या, तुला तथा वृश्चिक राशि वाले जातकों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है एवं वृषभ व मीन राशि वाले जातक ढैया से प्रभावित हैं। शनि की शांति तथा कृपा के लिए ये निर्दिष्ट उपाय कर सकते हैं।


व्रत : शनिवार का व्रत रखें। व्रत के दिन शनिदेव की पूजा (कवच, स्तोत्र, मंत्र जप) करें। शनिवार व्रत कथा पढ़ना भी लाभकारी रहता है। व्रत में दिन में दूध, लस्सी तथा फलों के रस ग्रहण करें। सायंकाल हनुमानजी या भैरवजी का दर्शन करें। काले उड़द की खिचड़ी (काला नमक मिला सकते हैं) या उड़द की दाल का मीठा हलवा ग्रहण करें।


दान : शनि की प्रसन्नता के लिए उड़द, तेल, इन्द्रनील (नीलम), तिल, कुलथी, भैंस, लोह, दक्षिणा और श्याम वस्त्र दान करें। किसी भी शनि मंदिरों में शनि की वस्तुओं जैसे काले तिल, काली उड़द, काली राई, काले वस्त्र, लौह पात्र तथा गुड़ का दान करने से इच्छित फल की प्राप्ति होती है।


रत्न/धातु : शनिवार के दिन काले घोड़े की नाल या नाव की सतह की कील का बना छल्ला मध्यमा में धारण करें।


औषधि : प्रति शनिवार सुरमा, काले तिल, सौंफ, नागरमोथा और लोध मिले हुए जल से स्नान करें।





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तुला राशि :---शनि 15 नवंबर 2011 को आपकी राशि में अगले ढाई साल के लिए आ गया है। यह आपकी राशि से 30 वर्षों के बाद गुजर रहा है।जिस दिन शनि तुला राशि में प्रवेश करेगा उससे 16 मई 2012 तक आपकी राशि में रहेगा। शनि 8 फरवरी 2012 को वक्रगति को प्राप्त होगा और 16 मई 2012 को कन्या राशि में प्रवेश करेगा। इस दौरान शनि दो प्रकार के परिणाम प्रदान करेगा।पहला पैटर्न नवंबर से फरवरी 2012 तक होगा। आपको अपने विचारों को क्रियान्वित करने में समस्याओं का सामना करना पड़ेगा जिनमें काफी प्रगति हो चुकी थी। संतोषजनक परिणाम प्राप्त करने के लिए आपको अपनी योजनाओं और कार्य प्रणाली में फेरबदल करने की नितांत आवश्यकता है।बिना पूर्व सोच विचार के कोई नया निवेश नहीं करना चाहिए। शनि 8 फरवरी 2012 को वक्री हो जाएगा और 16 मई 2012 को कन्या राशि में प्रवेश करेगा। इस दौरान आपको सतर्क रहने की आवश्यकता है। इस समय लिए गए गलत निर्णय महंगे साबित होंगे।आपका या किसी परिजन का स्वास्थ्य चिंता का विषय हो सकता है। जो लोग स्टॉक मार्केट से जु़ड़े हैं उन्हें अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। 16 मई से 4 अगस्त 2012 के मध्य का समय एक अच्छी शुरूआत देगा। आपकी कुछ योजनाएं बिना किसी झंझट के क्रियान्वित हो सकती है।मित्र शुभचिंतकों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। लंबी दूरी की यात्राएं आपके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगी। संपत्ति संबंधी यदि कोई मामला कोर्ट में चल रहा है तो उसको फैसला आपके पक्ष में हो सकता है।शनि 4 अगस्त 2012 को वापिस तुला राशि में आ जाएगा और फिर पूरे साल यहीं पर रहेगा। इस दौरान शनि अधिकतर अच्छे परिणाम ही प्रदान करेगा। जो बाधाएं और झंझट पहले आ रहे थे वो अब तंग नहीं करेंगे। 9 अक्टूबर से 12 नवंबर 2012 के मध्य सावधानी बरतने की आवश्यकता है।साधारण रूप से यह उत्साहवर्धक समय है। आपको परिवार और बच्चों पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। यदि आप उनके साथ समय व्यतीत करेंगे और इन मसलों पर ध्यान देंगे तो ये आपके लिए मददगार सिद्ध होंगे।परिजनों के साथ अर्थपूर्ण बातचीत करेंगे और उन्हें कार्यों में लगाएंगे तो इससे आपको अपनी व्यक्तिगत समस्याओं को हल करने में काफी मदद मिलेगी।





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वृश्चिक राशि :-----शनि 15 नवंबर से 8 फरवरी 2012 के मध्य सीधी गति से चलेगा और तुला राशि से गुजरेगा जो आपका बारहवां भाव है। जहां तक योजना और स्कीम बनाने और नए वातावरण में घुलने मिलने का संबंध है तो इसके लिए यह बहुत अच्छा समय है। आप किसी बड़े कार्य की योजना बना सकते है या अपनी रिसर्च प्रारंभ कर सकते हैं जो बीच में रुक गई थी।लंबे समय की सारी गतिविधियां इस समय प्रारंभ की जा सकती हैं। जहां तक वर्तमान प्रोफेशन या कैरियर का संबंध है वहां स्थितियों को अपने पक्ष में करने के लिए आपको अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता है। कभी-कभी विघ्न और बाधाओं के चुनौतियां आएंगी लेकिन यदि आप सजग हैं तो आप इन कठिनाईयों से आसानी से निपट लेंगे। धन संबंधी मामलों में सावधानी बरतें। यदि प्रॉपर्टी या फिक्स्ड एसेट्स में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो ऐसा करने के लिए समय अच्छा है।फरवरी और अगस्त के मध्य आपको कई अवसर प्राप्त होंगे और अलग प्रकार की स्थिति उभर सकती हैं। फरवरी के बाद अचानक धन के आगमन में वृद्धि होगी। आपकी कुछ योजनाएं जिन पर आप पिछले काफी समय से काम कर रहे थे वे अब चालू हो सकती हैं।आपके सामाजिक और प्रोफेशनल दायरे का विस्तार होगा और यह आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि करेगा। मित्र और यात्रा कारगर सिद्ध होंगे। पारिवारिक जीवन शांतिपूर्ण रहेगा और परिवार में कोई उत्सव भी संपन्न हो सकता है। जो लोग नौकरी में बदलाव चाह रहे हैं उन्हें आसानी से अच्छी नौकरी प्राप्त हो जाएगी।शनि 4 अगस्त 2012 को तुला राशि में प्रवेश करेगा और कुल मिलाकर यह शनि आपको अच्छे परिणाम ही देगा। यदि आप ठीक से आंकलन करेंगे तो निश्चित रूप से कुछ कमियां मिलेगी जिनको दूर करने की नितांत आवश्यकता है।यदि आप समय पर ऐसा कर पाएं तो आपके लिए अति उत्तम कार्य होगा और यदि आपने ऐसा नहीं किया तो यह आपके लिए महंगा साबित होगा। शनि 9 अक्टूबर और 12 नवंबर 2012 के मध्य अस्त रहेगा। इस समय सावधानी रखें, विशेषकर उच्चाधिकारी और उन लोगों से व्यवहार करते समय जो आपके जीवन में बहुत महत्व रखते हैं। अपने व्यवहार के प्रति सजग रहें।





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धनु राशि :---शनि का बदलाव आपके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। शनि यहां आपकी राशि से सेक्सटाइल बना रहा है जिसको बहुत अच्छा माना जाता है। जब ग्रहों के मध्य सेक्सटाइल बनता है तो उस समय को जीवन के उत्तम समय में गिना जाता है।15 नवंबर से 8 फरवरी 2012 के दौरान शनि सीधी गति से चलेगा। यह समय बहुत महत्वपूर्ण है। आपकी कोई महत्वाकांक्षी योजना प्रारंभ हो सकती है। एक कार्पोरेट बिजनेसमैन और उद्योगपति के रूप में आप बहुत अच्छा प्रदर्शन करेंगे। यदि कार्पोरेट से बड़े फाइनेंस की तलाश में हैं तो आपको निराश नहीं होना पड़ेगा। नौकरी की तलाश में हैं तो आपको सफलता प्राप्त होगी।8 फरवरी 2012 से 26 जून 2012 के मध्य का समय आपके लिए विभिन्न रूप में प्रासंगिक है। यह समय आपको चेतावनी देता है कि जो कुछ कमियां रह गई है उन्हें दूर करने की आवश्यकता है।एक तरह से यह भगवान के द्वारा निर्मित स्थिति है जो उनमें लिप्त न होकर अपनी कमियों को दूर करने में मदद करती है। अपनी योजनाएं दोबारा बनाई जा सकती है और अपने खर्चों में कमी करनी चाहिए और स्थितियां को ठीक करना चाहिए। इस दौरान किसी संस्थान या सरकार से मदद चाह रहे हैं तो वो भी आसानी मिल जाएगी। नौकरीपेशा लोगों की पदोन्नति या नौकरी में बदलाव हो सकता है।26 जून 201 2 को शनि डायरेक्टीव यानी मार्गी हो जाएगा और 4 अगस्त 2012 को दोबारा तुला राशि में प्रवेश कर जाएगा। यह बहुत अच्छा समय है जो आपकी प्रोफेशनल गतिविधियों को आवश्यक गति प्रदान करेगा।शनि 4 अगस्त 2012 को तुला राशि में प्रवेश करेगा और वर्ष के अंत तक इसी राशि में रहेगा। जैसे ही यह तुला राशि में वापिस आ जाएगा तो यह अच्छे संबंध स्थापित करना प्रारम्भ कर देता है। महत्वाकांक्षी योजनाएं प्रारंभ की जा सकती हैं और पूर्व में किए गए प्रयास अब उत्साहवर्धक परिणाम देने लगेंगे।धन का अच्छा आगमन होगा और आपकी आर्थिक स्थिति काफी मजबूत होगी। विदेश की काफी यात्राएं होंगी जो बहुत ही फलदायी सिद्ध होंगी। पारिवारिक जीवन सौहार्दपूर्ण और शांतिपूर्ण रहेगा और परिवार में कोई उत्सव भी संपन्न हो सकता है। आपके सामाजिक दायरे का विस्तार होगा और आपके व्यक्तित्व में भी बढ़ोतरी होगी। शनि 9 अक्टूबर से 12 नवंबर 2012 तक अस्त रहेगा। यह समय बहुत अच्छा नहीं है।





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मकर राशि :----आपकी राशि में शनि 15 नवंबर से 8 फरवरी 2012 के मध्य डायरेक्टीव यानी मार्गी रहेगा। इस समय आप अति व्यस्त रहेंगे। आपके दिमाग में नए विचार आएंगे जिन्हें आप कार्यरूप भी प्रदान करना चाहेंगे। इस संबंध में आप बाहर से किसी की मदद की उम्मीद करते हैं तो वह भी आसानी से मिल जाएगी। व्यवसाय से जु़ड़े हैं तो वहां आप बहुत अच्छा करेंगे।इस दौरान आप प्रॉपर्टी या वाहन आदि खरीदने का भी मन बना सकते हैं। पैतृक संपत्ति को लेकर यदि कोई मामला कोर्ट कचहरी में चल रहा है तो उसका फैसला आपके पक्ष में संपन्न हो जाएगा। आपको काफी यात्राएं करना पड़ेंगी और वे लाभदायक भी रहेंगी। आर्थिक स्थिति अच्छी बनी रहेगी।8 फरवरी 2012 को शनि वक्रगति को प्राप्त होगा और वक्रगति से चलते हुए 16 मई 2012 को कन्या राशि में प्रवेश करेगा। फरवरी और जून के मध्य आपको बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त नहीं होंगे।अपनी योजना और स्कीम और आवश्यक समझौता करने में आपको अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है। यदि किसी प्रतियोगिता में सम्मिलित हो रहे हैं तो अपने प्रयासों में गहनता लाने की पूर्ण आवश्यकता है।शनि 26 जून 2012 को डायरेक्ट हो जाएगा और 4 अगस्त 2012 को फिर से तुला राशि में प्रवेश करेगा। यह एक बहुत अच्छा पीरियड है जो आपमें पैदा हुए भय को दूर करने में मदद करेगा।कुछ नए लोगों से आपकी मुलाकात होगी जो आपकी स्कीम और प्रोजेक्ट्स में मददगार रहेंगे। परिवार में विवाह या शिशु जन्म भी संपन्न हो सकता है।4 अगस्त 2012 को शनि तुला राशि में प्रवेश करेगा और साल के अंत तक वहीं विचरण करेगा। यह माह आपको अच्छा परिणाम प्रदान करेगा। प्रोफेशनल्स, आर्टिस्ट, उशेगपति इस समय बहुत तरी करेंगे। यदि विदेश में नौकरी या शिक्षा प्राप्त करना चाह रहे हैं तो आपका यह कार्य भी बन जाएगा।प्रॉपर्टी संबंधित लम्बित मसले आपसी सहमति से हल हो जाएंगे। यदि सरकार या किसी वित्त संस्थान से लोन लेना चाह रहे हैं तो आपका कार्य सिद्ध होगा। आप अपनी एक अलग ही छवि बनाने में सफल रहेंगे जो आने वाले समय में मददगार सिद्ध होगी।शनि 9 अक्टूबर से 12 नवंबर 2012 के मध्य अस्त रहेगा। अधिकतर अस्त शनि इच्छित परिणाम नहीं देता। आपको इस दौरान अति सतर्क रहने की आवश्यकता है





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कुंभ राशि :---अब चिंता की कोई बात नहीं अब यह आपके भाग्य भाव प्रोत्साहित करेगा और यहां अगले ढाई साल रहेगा। 15 नवंबर से 8 फरवरी के मध्य जब शनि सीधी गति से चलेगा तब यह आपके लिए अति महत्वपूर्ण रहेगा। भाग्य आपका साथ देगा। आपकी महत्वाकांक्षी योजनाएं जिनमें पहले अवरोध आ गए थे फिर से प्रारंभ हो जाएंगी।जो लोग बिजनेस, कॉर्पोरेट या अन्य गतिविधियों से जु़ड़े हैं उन्हें उत्साहवर्धक परिणाम प्राप्त होंगे। यदि विदेश में कुछ करने की योजना बना रहे हैं तो आपको सफलता प्राप्त होगी। यह पीरियड आपको अति व्यस्त रखेगा और धनागमन में भी सुधार होगा।यदि किसी प्रतियोगिता में बैठ रहे हैं तो आपको सफलता प्राप्त होगी। पदोन्नति या नौकरी में बदलाव की स्थितियां भी बन रही हैं। यदि पैतृक संपत्ति संबंधी कोई मामला कोर्ट कचहरी में विचाराधीन है तो उसका फैसला आपके पक्ष में हो जाएगा। पारिवारिक वातावरण सौहार्द्रपूर्ण रहेगा और परिवार में कोई समारोह भी संपन्न हो सकता है।शनि 8 फरवरी को वक्री होकर 16 मई 2012 को कन्या राशि में प्रवेश करेगा। अचानक आपकी गतिविधियों में बाधा उत्पन्न हो सकती है। ऐसा प्रतीत होगा कि जो चीजें आसानी से आगे बढ़ रही थी उनमें अचानक अजीबोगरीब स्थिति या चुनौतियां आ गई हैं। वास्तविक रूप से ये बुरा फेज इंगित करती हैं। चेतावनी के ये संकेत केवल आपको मदद करने के लिए हैं।आपको कुछ यात्राएं भी करना पड़ेंगी और ये यात्राएं आपके पक्ष में वातावरण भी निर्मित करेंगी। 16 मई से 4 अगस्त 2012 के मध्य शनि कन्या राशि में वापिस जाएगा और इस दौरान वहीं पर रहेगा। जहां तक प्रोफेशनल कार्यों का संबंध है इस पीरियड में आपको एक प्रकार की असहजता का एहसास होगा। आर्थिक तंगी भी झेलनी पड़ सकती है।आपके चलते प्रोजेक्ट्स में अवरोध आ सकते हैं। परिजन का व्यवहार या स्वास्थ्य चिंता का विषय हो सकता है। स्टॉक मार्केट में ज्यादा निर्लिप्तता आपको नकारात्मक परिणाम ही प्रदान करेगी।



4 अगस्त 2012 को दोबारा तुला राशि में शनि आएगा। कुल मिलाकर यह बहुत अच्छा पीरियड है। स्थितियों में परिवर्तन आने लगेगा और जो समस्याएं पहले आई थीं उनके समाधान मिलने लगेंगे। परिणाम का पैटर्न उत्साहवर्धक रहेगा। धन आगमन में भी काफी वृद्धि होगी। भाग्य भी आपका साथ देगा।



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मीन राशि :---15 नवंबर 2011 से शनि तुला राशि में विचरण करेगा और 8 फरवरी 2012 तक आगे ही बढ़ता रहेगा। इस दौरान शनि गोचर में आपकी राशि से अच्छा कोण नहीं बनाएगा। यह समय इंगित करता है कि अब आपको कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। आपको कुछ अच्छे अवसर प्राप्त होंगे जो आपको अत्यधिक उत्साहित करेंगे।मूर्तरूप से उनको क्रियान्वित करना आपको सहज प्रतीत होगा लेकिन वैसा होगा नहीं। यह स्थिति एक तरफ आपको प्रेरित करेगी और आप इन चुनौतियों को सामना करने के लिए तैयार हो जाएंगे। आपको सलाह दी जाती है अपने धन या एसेट्स का उपयोग बिना जांच-परख कर न करें और अपनी बुद्धिमत्ता का अधिकतम उपयोग करें।8 फरवरी से 4 अगस्त के मध्य आपको काफी राहत प्राप्त होगी। आपकी कुछ योजनाएं और प्रोजेक्ट्स जो पहले काफी प्रयासों के बाद ठीक नहीं चल रहे थे अब वो गति पकड़ेंगे।नई आशाएं जगेंगी और अपनी क्षमताओं पर विश्वास भी कायम होगा। कोई नई एसोसिएशन या पार्टनरशिप हो सकती है जो बहुत अच्छे परिणाम देगी। प्रोफेशनल्स, कॉर्पोरेट इच्छानुकूल परिणाम प्राप्त करने में सफल रहेंगे।जो लोग परीक्षा, प्रतियोगिता में सम्मिलित हो रहे हैं उन्हें मनोकूल परिणाम प्राप्त होंगे। अविवाहित हैं तो विवाह होने की भी पूर्ण संभावना है। मित्र-शुभचिंतकों का पूर्ण सहयोग बना रहेगा। आपको बहुत सी यात्राएं करना पड़ेंगी जो लाभदायक सिद्ध होंगी। सामाजिक गतिविधियों में वृद्धि होगी।4 अगस्त 2012 को शनि वापिस तुला राशि में आ जाएगा और फिर वर्षपर्यंत वहीं रहेगा। आपकी कुछ योजनाओं में आशानुकूल प्रगति होगी लेकिन कुछ जस की तस बनी रहेंगी। यह स्थिति निश्चित रूप से आपको कई बार चिंतित करेंगी। कभी-कभी आप यह सोचकर हैरान हो जाएंगे कि मैंने गलती कहां की है और जिसका उत्तर भी आपको आसानी से प्राप्त नहीं होगा।कभी-कभी जीवन में ऐसी स्थितियां भी पैदा हो जाती हैं कि अलाभकारी कार्यों को बंद कर, फलदायी योजनाओं पर ही ध्यान केंद्रित करने में भलाई है। आपके कुछ विश्वासपात्र मित्र और शुभचिंतक बिना स्वार्थ भाव के समय-समय पर आपको अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करते रहेंगे। यात्रा करने के बहुत से अवसर आएंगे।

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-----शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए ये करें उपाय----



---- शनि दिन में शनि चालीसा का पाठ, शनि मंत्रों का जाप एवं हनुमान चालीसा का पाठ करें।

---- इस दिन पीपल के पेड़ पर सात प्रकार का अनाज चढ़ाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

----- तिल से बने पकवान, उड़द से बने पकवान गरीबों को दान करें।

----- उड़द दाल की खिचड़ी दरिद्रनारायण को दान करें।

------- अमावस्या की रात्रि में 8 बादाम और 8 काजल की डिब्बी काले वस्त्र में बांधकर संदूक में रखें।

----- शनि यंत्र, शनि लॉकेट, काले घोड़े की नाल का छल्ला धारण करें।

----- इस दिन नीलम या कटैला रत्न धारण करें। जो फल प्रदान करता है।

----- काले रंग का श्वान इस दिन से पालें और उसकी सेवा करें।



------शनिवार का व्रत यूं तो आप वर्ष के किसी भी शनिवार के दिन शुरू कर सकते हैं। इस व्रत का पालन करने वाले को शनिवार के दिन प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करके शनिदेव की प्रतिमा की विधि सहित पूजन करनी चाहिए।

-----शनिवार के दिन शनि देव की विशेष पूजा होती है। शहर के हर छोटे बड़े शनि मंदिर में सुबह ही आपको शनि भक्त देखने को मिल जाएंगे।

---- शनि भक्तों को इस दिन शनि मंदिर में जाकर शनि देव को नीले लाजवंती का फूल, तिल, तेल, गु़ड़ अर्पण करना चाहिए। शनि देव के नाम से दीपोत्सर्ग करना चाहिए।

-----शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा के पश्चात उनसे अपने अपराधों एवं जाने-अनजाने जो भी आपसे पाप कर्म हुआ हो उसके लिए क्षमा याचना करनी चाहिए।

-----शनि महाराज की पूजा के पश्चात राहु और केतु की पूजा भी करनी चाहिए।

-----इस दिन शनि भक्तों को पीपल में जल देना चाहिए और पीपल में सूत्र बांधकर सात बार परिक्रमा करनी चाहिए।

-----शनिवार के दिन भक्तों को शनि महाराज के नाम से व्रत रखना चाहिए।

---- शनि की शांति के लिए नीलम को तभी पहना जा सकता है।

-----शनिवार को सायंकाल पीपल वृक्ष के चारों ओर 7 बार कच्चा सूत लपेटें, इस समय शनि के किसी मंत्र का जप करते रहें। फिर पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक प्रज्ज्वलित करें तथा ज्ञात अज्ञात अपराधों के लिए क्षमा मांगें।
--------शनिवार को अपने हाथ की नाप का 19 हाथ काला धागा माला बनाकर पहनें।

----शनिश्वर के भक्तों को संध्या काल में शनि मंदिर में जाकर दीप भेंट करना चाहिए और उड़द दाल में खिचड़ी बनाकर शनि महाराज को भोग लगाना चाहिए। शनिदेव का आशीर्वाद लेने के पश्चात आपको प्रसाद स्वरूप खिचड़ी खाना चाहिए।

-----सूर्यपुत्र शनिदेव की प्रसन्नता हेतु इस दिन काली चींटियों को गु़ड़ एवं आटा देना चाहिए।

-----इस दिन काले रंग का वस्त्र धारण करना चाहिए।

----श्रावण मास में शनिवार का व्रत प्रारंभ करना--

अमेरिका की नजर में अन्‍ना, आरएसएस, हुर्रियत में कोई फर्क नहीं

अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए की नजर में अन्‍ना हजारे और उनका संगठन ‘इंडिया अगेंस्‍ट करप्‍शन’ भारत में राजनीतिक दबाव समूह के तौर पर काम कर रहे हैं। ऐसे में अन्‍ना और आईएसी राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ (आरएसएस), बजरंग दल, विश्‍व हिंदू परिषद और हुर्रियत कांफ्रेंस की श्रेणी में आ गए हैं। सीआईए की ‘वर्ल्‍ड फैक्‍टबुक’ में ‘पॉलिटिकल प्रेशर ग्रुप एंड लीडर्स’ कैटेगरी में अन्‍ना हजारे भी शामिल हो गए हैं।
 
सीआईए की इस लिस्‍ट के मुताबिक कश्‍मीर घाटी की ऑल इंडिया हुर्रियत कांफ्रेंस (अलगाववादी संगठन), बजरंग दल (धार्मिक संगठन), इंडिया अगेंस्‍ट करप्‍शन (अन्‍ना हजारे), जमीयत उलेमा-ए-हिंद (धार्मिक संगठन), आरएसएस (मोहन भागवत) (धार्मिक संगठन) और विहिप (अशोक सिंघल) (धार्मिक संगठन) ऐसे समूह या लोग हैं जो राजनीतिक तौर पर सरकार पर दबाव बनाते हैं।

सीआईए के मुताबिक इनके अलावा भारत में कई अन्‍य धार्मिक संगठन या आतंकी संगठन हैं। कई ऐसे अलगाववादी संगठन भी हैं जो सांप्रदायिक और/या क्षेत्रीय स्‍वायत्‍तता की मांग कर रहे हैं। भारत में राज्‍य या स्‍थानीय स्‍तर पर सैकड़ों ऐसे संगठन भी हैं जो सामाजिक सुधार, भ्रष्‍टाचार विरोधी और पर्यावरण की सुरक्षा में जुटे हैं।

गौरतलब है कि सीआईए की वेबसाइट पर यह पेज आखिरी बार 20 दिसंबर को अपडेट किया गया है। मजबूत लोकपाल बिल को लेकर अन्‍ना हजारे 27 दिसंबर से एक बार फिर अनशन पर बैठे हैं।

बाड़मेर मायड भाषा री हूक दिखी बाड़मेर री जनता में ,

बाड़मेर मायड भाषा री हूक दिखी बाड़मेर री जनता में ,

आम जनता ने राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए पोस्ट कार्ड लिखे

बाड़मेर राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता दिलाने के लिए आज बस्द्मेर की जनता ने हुंकार भरी .मायद भाषा री हूक बाड़मेर की जनता में दिखी .जनता ने सेकड़ो की तादाद में राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति तथा मोटियार परिषद् के तत्वाधान में बुधवार को कलेक्टर परिसर के बाहर राष्ट्रपति,प्रस्धान्मंत्री तथा संसद के नाम पोस्ट कार्ड लिख राजस्थानी भाषा को मान्यता देने का आग्रह किया ,समिति के संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने बताया की म्हारी जुबान रो तालो खोलो पोस्ट कार्ड अभियान से आम जन को जोड़ने के उद्देश्य से बुधवार को कलेक्टर परिसर के बाहर अभियान चलाया गया .जिसमे आम जनता ने जबरदस्त समर्थन देते हुए सेकड़ो की तादाद में पोस्ट कार्ड लिख राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता की गुहार की गयी .समिति के जिला पाटवी रिड़मल सिंह दांता ने बताया की आम जनता को अभियान से जोड़ने की कार्य योजना बनाई गयी हें जिसके तहत आज कलेज्क्टर परिसर के बाहर अभियान चला कर आम जनता से समर्थन मांगा गया,मोटियार परिषद् के नगर अध्यक्ष रमेश सिंह इन्दा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओ प्रकाश सिंह पाली ,प्रेम शंकर मीणा विजय कुमार  ,रहमान जायाडू,अनिल शुखानी ,रघुवीर सिंह तामलोर ,कबूल खान , ने आम  जनता को अभियान की जानकारी देते हुए पोस्ट कार्ड अभियान की महत्ता तथा राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता से होने वाले फायदों के बारे में विस्तृत से बताया गया .आम जनता ने अभियान के उद्देश्य की सराहना करते हुए पूरा समर्थन देने की  बात कही .कलेक्टर परिसर के बाहर आज सुबह  ग्यारह  बजे  से ही  आम जनता पोस्ट कार्ड लिखने के प्रति जस्ग्रुक नज़र आये .कलेक्टर परिसर के अन्दर हिसे में गुरूवार को अभियान चलाया जाएगा . 

नहीं लगेगा भगवद गीता पर बैन

नहीं लगेगा भगवद गीता पर बैन

मास्को। हिंदू धार्मिक ग्रंथ भगवद गीता के अनुवाद किताब पर प्रतिबंध लगाने की याचिका को साइबेरिया कोर्ट ने खारिज कर दिया है। बुधवार को कोर्ट ने इस मामले में दी गई याचिका पर फैसला सुनाते हुए गीता के अनुवाद किए गए ग्रंथ को उग्रपंथी साहित्य नहीं कहा जा सकता। ज्ञात है कि गीता को अपवादी पाठ के तौर पर बैन लगाने के लिए याचिका दायर की गई थी।

साइबेरियन सिटी कोर्ट ने याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा कि हरे कृष्णा मूवमेंट की तरफ से हिंदू धार्मिक ग्रंथ गीता का अनुवाद सामाजिक रूप से कलह पैदा नहीं करता है। यह एडोल्फ हिटलर की किताब की तरह नहीं है। कोर्ट ने फैसला हरे कृष्णा मूवमेंट के पक्ष में दिया।

उल्लेखनीय है कि इस मामले में भारत के विदेश मंत्री एस एम कृष्णा ने सुनवाई से पहले रूसी राजदूत एलेक्जेंडर कदाकिन से इस विवाद से संबंधित मुद्दों पर बातचीत की। इस मुद्दे को उठाते हुए कृष्णा ने इसकी संवेदनशीला से भी अवगत कराया। इस मामले पर भारत में काफी विरोध हो रहा था।

गौरतलब है कि है कि हिंदू धार्मिक ग्रंथ भगवद गीता पर प्रतिबंध लगाने के लिए रूढिवादी ईसाई ने याचिका दायर की थी। उनका कहना था कि भगवद गीता से अनुवाद किए गए किताब "भगवद गीता एज इट इज" सामाजिक तौर पर उग्रवादी है। यह किताब हिटलर की तरह विवादस्पद है।

फेसबुक पर मिली बेटे की मौत की खबर

फेसबुक पर मिली बेटे की मौत की खबर

मुंबई। आमतौर पर दोस्तों के साथ चैट और गॉशिप्प के जानी जाने वाली सोशल नेटवर्किग साइट्स अब इंस्टेंट मैसेजिंग में भी अहम भुमिका निभा रही हैं। इसी सप्ताह मैनचेस्टर में भारतीय छात्र अनुज बिडवे की हत्या की खबर भी पुणे स्थित उसके घर पर एक सोशल नेटवर्किग साइट के जरिए ही पहुंची थी। हालांकि फेसबुक के जरिए अनुज के परिवार पर जो कहर टूटा उसकी पुष्टि करने में पुलिस को करीब 5 घंटे लगे।

अनुज के पिता सुभाष ने बताया कि अनुज के एक दोस्त ने इंग्लैंड में उसकी मौत की घटना फेसबुक पर अपडेट की, जिससे उनके भतीजे को खबर लगी। उसी ने उन्हें यह बुरी खबर सुनाई। इसके बाद हमने इंग्लैंड में अनुज से फोन पर बात करने के लिए कई बार फोन लगाया, लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया। हमारे पास फेसबुक के अपडेट को पुख्ता करने के लिए कोई जरिया नहीं थ। अंतत: मंगलवार दोपहर पुलिस ने इसकी पुष्टि की।

पिता ने फेसबुक पर लगाई गुहार

बिडवे के पिता सुभाष ने फेसबुस पर लोगों से ब्रिटेन से अपने बेटे के शव को वापस भारत लाने के लिए मदद की गुहार लगाई है। उधर, विश्वविद्यालय प्रवक्ता ने बताया कि इस दुखद घटना से बाहर आने के लिए मृत भारतीय छात्र के दोस्तों के लिए काउंसिलिंग का आयोजन किया जाएगा।

दो युवकों को गिरफ्तार किया गया

उल्लेखनीय है कि मैनचेस्टर में सोमवार को 23 वर्षीय भारतीय छात्र अनुज बिडवे की हत्या कर दी गई थी। बाद में इस मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया। अनुज की मौत सिर में गोली लगने से हुई थी। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बिडवे भारतीय पुरूष और महिलाओं के उस समूह में शामिल था, जो क्रिसमस की छुटि्टयों के दौरान मैनचेस्टर घूमने गया था।


माइक्रो इलैक्ट्रोनिक्स का स्टूडेंट था अनुज

महाराष्ट्र के शहर पुणे के रहने वाले बिडवे को उस वक्त सिर में गोली मार दी गई थी जब वह दोपहर करीब 1:30 बजे सेलफोर्ड क्षेत्र में स्थित अपने होटल से मैनचेस्टर सिटी सेंटर की तरफ जा रहा था। अस्पताल ले जाते वक्त उसने दम तोड़ दिया। बिडवे लैंकेस्टर विश्वविद्यालय में माइक्रो-इलेक्ट्रॉनिक्स में स्नातकोत्तर का छात्र था।


भोजनालय के बाहर मारी गोली

समाचार पत्र "द सन" के अनुसार भोजनालय के बाहर बिडवे और उसके दोस्तों के पास दो युवक दौड़ते हुए आए। थोड़ी देर बातचीत के बाद एक ने अपनी पिस्तौल निकाली और नजदीक से भारतीय छात्र के सिर में गोली मार दी। गोली मारने के बाद दोनों युवक घटनास्थल से फरार हो गए। मैनचेस्टर के प्रमुख पुलिस अधीक्षक केविन मुलिगन ने कहा कि यह एक युवा छात्र पर भयानक और अकारण हमला था। घटना के बाद बिडवे के दोस्तों को पुलिस ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया।

सिणधरी विकास अधिकारी की वेतनवृद्वि रोकी


सिणधरी विकास अधिकारी की वेतनवृद्वि रोकी 

महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत एमआईएस फीडिंग में लापरवाही बरतने एवं श्रमिकों को निर्धारित समय पर भुगतान नहीं करने पर जिला कार्यक्रम समन्वयक ने किए वेतन वृद्वि रोकने के आदो। 

बाड़मेर, 28 दिसंबर। जिला कलक्टर एवं जिला कार्यक्रम समन्वयक ने राजस्थान सिविल सेवाऐं (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम,1958 के नियम 17 के तहत प्रदत ाक्तियों का प्रयोग करते हुए सिणधरी पंचायत समिति के कार्यक्रम अधिकारी बृजो श्रीवास्तव की एक वेतनवृद्वि असंग्रहित प्रभाव से रोकने के आदो जारी किए है। 
जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर डा.वीणा प्रधान ने बताया कि सिणधरी पंचायत समिति के विकास अधिकारी श्रीवास्तव को 25 जुलाई 2011 को राजस्थान सिविल सेवाऐं (वर्गीकरण,नियंत्रण एवं अपील ) नियम,1958 के नियम 17 के तहत आरोप पत्र दिया गया था। इसके तहत श्रीवास्तव पर महात्मा गांधी राश्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना अन्तर्गत वशर 201011 मे तथा चालू वशर 201112 मे व्यय राि को ऑनलाइन एमआइएस सिस्टम पर दर्ज करने मे असफल रहने का आरोप था। इसकी वजह से बाड़मेर जिले का व्यय प्रतित कम दृष्टिगत होने के साथ अनुदान राि जारी कराने में कठिनाई हुई। कार्यक्रम अधिकारी महात्मा गांधी राश्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना अन्तर्गत नियोजित श्रमिकों को मजदूरी पखवाड़ा समाप्त हो जाने के बाद निर्धारित 15 दिन मे मजदूरी भुगतान कराने में भी असफल रहे। इसकी वजह से महात्मा गांधी राश्ट्रीय रोजगार गारंटी कानून एवं ऑपरोनल गाइडलाईन का उल्लंघन हुआ। 
डा.प्रधान ने बताया कि विकास अधिकारी को उक्त आरोप पत्र के प्रत्युतर प्रस्तुत करने के लिए दो मर्तबा स्मरण पत्र दिए गए। इसके बावजूद आरोपी अधिकारी ने अपने बचाव मे किसी प्रकार का लिखित अथवा मौखिक जवाब प्रस्तुत नही किया। इस प्रकरण में नैसर्गिक न्याय के सहज सिद्घान्तों को ध्यान में रखते हुए आरोपी अधिकारी बृजो श्रीवास्तव को 24 नवंबर को व्यक्तिगत सुनवाई का अन्तिम अवसर प्रदान किया गया। जिला कार्यक्रम समन्वयक ने आरोपी अधिकारी के लिखित तथा मौखिक पक्ष को व्यक्तिः सुना। जिला कलेक्टर के मुताबिक आरोपी अधिकारी के जवाब, इस संबंध में जिला स्तरीय एमआइएस मैनेजर महात्मा गांधी योजना की तकनीकी रिपोर्ट ,गत वर्ष 201011 के साथ चालू वर्ष 201112 मे भी प्रगति के संबंध में अभी भी पिछड़ा होना तथा परिस्थितियों के अवलोकन एवं मनन करने के पाया गया कि आरोपी अधिकारी की लापरवाही रही है तथा वे इसके लिए दोषी हैं। दोनों आरोप सिद्व होने के बाद सिणधरी पंचायत समिति के कार्यक्रम अधिकारी की एक वेतन वृद्वि असंग्रहित प्रभाव से रोकने के आदो जारी किए गए है। 


नरेगा के तहत स्कूलों एवं आंगनबाड़ी में बन सकेंगे शौचालय 


बाड़मेर, 28 दिसंबर। महात्मा गांधी नरेगा के संपूर्ण स्वच्छता योजना के कन्वर्जेंस के लिए जारी दिशानिर्देशों के अनुसार स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों पर शौचालय निर्माण के लिए श्रम मद की राशि उपलब्ध कराई जा सकेगी। 
जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर डा.वीणा प्रधान ने बताया कि निर्बन्ध योजना एवं वित विभाग के दिनिर्दों के अनुसार राजकीय िक्षण संस्थानों में भाौचालयों की व्यवस्था अनुमत कार्य है। महात्मा गांधी नरेगा योजना का संपूर्ण स्वच्छता योजना के साथ कन्वर्जेंस के लिए जारी दिनिर्दों के अनुसार स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में शौचालय निर्माण के लिए श्रम मद की राि उपलब्ध कराई जा सकती है। जिला कलेक्टर के मुताबिक विद्यालयों में स्वच्छता सुविधाओं के निर्माण के लिए 13 वें वित आयोग, निर्बन्ध योजना एवं नरेगा योजनान्तर्गत राि उपलब्ध कराई जा सकती है। 

लोकायुक्त हैं कमजोर

लोकायुक्त हैं कमजोर  


बाड़मेर पहुंचे राजस्थान के लोकायुक्त न्यायमूर्ति बी एल गुप्ता ने स्वीकार किया हैं कि राजस्थान के लोकायुक्त के पास वो शक्तिया नहीं हैं जो भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए चाहिए ! खास बातचीत में उन्होंने कहा कि राजस्थान में लोकायुक्त के पास ज्यादा पॉवर होनी चाहिए ताकि वो स्वतंत्र कार्य कर सके , हरेक के विरुद्ध सुनवाई का अधिकार मिलना चाहिए ! उन्होंने कहा कि लोकायुक्त के पास उसकी एक एजेंसी होनी चाहिए जिस से से निष्पक्ष जांच में कोई बढ़ा नहीं हो पाए !लोकायुक्त ने कहा कि लोकायुक्त का कर्नाटक मोडल अच्छा है तथा उन्होंने नाम नहीं लेते हुए अन्ना हजारे के के आन्दोलन की मांगो के बारे में कहा की जिस तरीके से मांग उठी हैं उसको देखते हुए पूरी ना सही ज्यादातर मांगे मानी जानी चाहिए !

मलखान को लेकर भंवरी के घर पहुंची सीबीआई

जोधपुर.लूणी से विधायक मलखान सिंह विश्नोई के भंवरी के रिश्तों की तस्दीक करने के लिए सीबीआई बुधवार सुबह मलखान को भंवरी के घर बोरुंदा ले गई। वहां से भंवरी के बेटे साहिल और ननद पुष्पा को साथ लेकर उन ठिकानों पर गई जहां मलखान व भंवरी मिलते थे। फिर मलखान को कपरड़ा में हरी केमिकल भी ले जाया गया जहां 3 सितंबर को मलखान ने आरोपी सोहनलाल के भाई बाबूलाल विश्नोई से मुलाकात की थी। बाद में बिलाड़ा थाने में पूछताछ करने के बाद मलखान को जोधपुर ले जाया गया।
मलखान को दोपहर बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा। मलखान की रिमांड खत्म हो गई है, अब उसे दुबारा रिमांड पर मांगा जा सकता है अथवा जेल भेजा जा सकता है। उल्लेखनीय है कि भंवरी अपनी एक बेटी को मलखान की संतान बताती थी और भंवरी का पति अमरचंद भी बयान में कह चुका है कि उसकी एक बेटी का पिता मलखान है। इसलिए सीबीआई ने मंगलवार को मेडिकल टीम व फोरेंसिक टीम बुलाकर मलखान व भंवरी की एक बेटी का डीएनए टेस्ट कराने के लिए ब्लड सैंपल भी लिया था।

रेत उड़ाते बाड़मेर में कहर बरपाती बिजली

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रेत उड़ाते बाड़मेर में कहर बरपाती बिजली
उमाशंकर मिश्र 

umashankar19mishra@gmail.com

बाड़मेर के इस हिस्से में दुर्जन रहते हों ऐसी बात नहीं है, फिर भी यहां उनसे ज्यादा सरकार को किसी सज्जन जिंदल की जरूरत महसूस हुई. सज्जन जिंदल जेएसडब्ल्यू यानी जिंदल स्टील वर्क्स के मालिक हैं.

पांच सितारा होटलों में निवेशकों के सामने अपनेभाषणों में वे अच्छी-अच्छी बातें करते हैं. वे कहते हैं कि वे अपने प्रोजेक्ट के लिए इन्क्लुसिव ग्रोथ की पद्धति अपनाते हैं. सबको साथ लेकर चलते हैं.क्योंकि पर्यावरण भलाई के काम अकेले नहीं हो सकते इसलिए उन्होंने टाईम्स आफ इंडिया के साथ मिलकर एक अर्थ केयर पुरस्कार भी स्थापित कर दिया है. पर्यावरण और लोकजीवन की चिंता यहीं खत्म नहीं होती. इसलिए अपने भाषण में यह भी बताते हैं कि पर्यावरण की चिंता पूरी करने के लिए वे अलगोर और टेरी के साथ मिलकर भी काम कर रहे हैं. इसके बाद पर्यावरण की चिंता किनारे रखकर वे यह बताना शुरू करते हैं कि कैसे जेएसडब्लू 4 अरब डालर की कंपनी हो गयी है और आनेवाले सालों में उनके सामने क्या चुनौतियां रहनेवाली हैं. बिजली बनाने और लोहा खोदने के अपने पर्यावरण हितैषी कामों को वे आगे और तेजी से कैसे बढ़ा सकते हैं.

सज्जन जिंदल का यह भाषण जरूर कुछ विशेषज्ञों ने मिलकर तैयार किया होगा जिसके एवज में उन्हें मोटी रकम मिली होगी. इसलिए उनकी सज्जन चिता को यहीं छोड़ दें. बाड़मेर चलते हैं. बोथिया गांव के 70 वर्षीय बुजुर्ग भंवर सिंह रोज सवेरे लाठी टेकते घर से निकल जाते हैं. मेड़ के किनारों पर बैठकर घण्टों अपने खेतों को निहारते हैं. उन्हें नहीं मालूम कि ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट क्या होता है और उन्हें यह भी समझ नहीं आ रहा कि रानीसा (वसुंधरा राजे) आखिर ऐसा बर्ताव क्यों कर रही हैं. उनकी जमीन किस खुशी में कंपनी को दे रही हैं वे अब तक इसे समझ नहीं पाये हैं. वे कहते हैं "जदे जमीन लेवण रे सुण्यों उण दिन पछे रात भर नींद न आवे." जमीन की चिंता में अपनी नींद गंवानेवाले दद्दा अकेले नहीं हैं. लेकिन उनींदेपने के उन किस्सों के पहले जरा ग्रीनफील्ड का रहस्यभेदन कर लें.
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सज्जन जिंदल जानते ही होंगे कि ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट की कुल परिभाषा यह है कि ज्यादातर आधुनिक तकनीकि का प्रयोग हो किसी प्रकार के वर्तमान ढाचें को नुकसान न पहुंचाया जाए. इस तकनीकि विश्लेषण की बदौलत सज्जन जिंदल और वसुंधरा राजे दोनों ही एक दूसरे की पीठ ठोंक कर लाल भले कर दें लेकिन इस तकनीकि विश्लेषण को सहारा बनाएं तो इस मरूभूमि में उजड़ने के लिए कुछ है भी नहीं. रेगिस्तानी इलाका है और खेती,पशुपालन और जंगलों के भरोसे पूरी अर्थव्यवस्था चलती है. अब खेती, जंगल और चारागाह स्थाई निर्माण की श्रेणी में नहीं आते इसलिए तकनीकि रूप से सज्जन जिंदल को यह तमगा मिल जाता है कि वे एक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. लेकिन इस तकनीकि हरियाली से ज्यादा यहां की वास्तविक जिंदगी महत्वपूर्ण है. नेशनल हाईवे 15 के आसपास के 30 गावों में कोई 8000 हेक्टेयर जमीन पर कब्जा होना है. अब तक 480 हेक्टेयर जमीन पर कब्जा किया जा चुका है और किसानों को 142,000 रूपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से भुगतान भी किया जा रहा है. और बातों को छोड़ दें तो पहली शिकायत यहीं से शुरू होती है. स्थानीय लोगों को कहना है कि इलाके में जमीन की कीमत पांच लाख रूपये प्रति हेक्टेयर से भी ज्यादा है. ऐसे में उन्हें इतनी कम कीमत देना उनके जमीन की लूट नहीं तो और क्या है?

फिर भी क्या अगर कीमत मिल जाए तो यहां के किसान जमीन देने के लिए तैयार हैं? बोथिया के ही किसान शैतान सिंह कहते हैं "जमीन तो हम किसी कीमत पर देंगे नहीं, भले ही जान चली जाए. यदि सरकार जबर्दस्ती करेगी तो हम यहीं अपनी जान दे देंगे." शैतान सिंह जिस बेचैनी में ऐसा दावा कर रहे हैं वह अकेले शैतान सिंह की नहीं है. बाबूसिंह बताते हैं "हम और हमारे जानवर दोनों इसी जमीन का दिया खाते हैं. हमारी आत्मा पैसे से नहीं, इस जमीन से जुड़ी हुई है." अब आत्मा की परिभाषा किसी ग्रीनफील्ड बिजनेस डायरेक्टरी में मिलती नहीं इसलिए उनकी इस आत्मा को पहचानने और उसे महत्व देने की जहमत न सरकार उठा रही है और न ही कंपनी.

कंपनी के चेयरमैन सज्जन जिंदल अपने निवेशकों के सामने चाहें जिन शब्दों को चबा लिया हो लेकिन जमीनी हकीकत और ही है. स्थानीय ग्रामीण कोई ग्रीनफील्ड इनर्जी प्रोजेक्ट के विशेषज्ञ तो हैं नहीं फिर भी यही मानते हैं कि बिजलीघर के लिए इतनी जमीन की जरूरत नहीं है. वैसे भी यह एक हजार मेगावाट बिजलीघर का प्रोजेक्ट है जिसे आठ चरणों में पूरा होना है. पहला चरण इस साल के अंत तक शुरू कर देना है. किसान कहते हैं कि जरूरत से ज्यादा जमीन कंपनी इसलिए हड़प रही है क्योंकि बाद में वह ऊंचे दामों पर यह जमीन दूसरों को बेंच देगी. फिलहाल इस बात का जवाब किसी सज्जन जिंदल के पास तो क्या उस तकनीकि के पास भी नहीं है लिंगनाईट और कोयले से बनने वाली बिजली से भारी मात्रा में प्रदूषण फैलता है या नहीं?

ग्रीनफील्ड को हरकर उसकी हरियाली खानेवाली यह योजना बाद में इलाके के तकदीर में काला बदबूदार धुंआ और उससे निकलेवाले रोगों की ही सौगात देगा. इससे पैदा होनेवाली बिजली से जयपुर रोशन हो या दिल्ली भदरेस, जालिपा और कपूरणी के हिस्से में तो विस्थापन, रोग और ऐसी कालिमा सदा के लिए उतर जाएगी जिसको धोने में सैकड़ों साल लग जाएंगे. विस्थापित लोग कहां जाएंगे इसकी कोई योजना अभी तक खुलकर सामने नहीं आयी है. अगर कंपनी अपने निवेशकों के प्रति वचनबद्ध रहती है तो उसे साल के आखिर तक पहले प्लांट को शुरू कर देना है. पूछने पर अधिकारी यही कहते हैं कि हम 2007 की नेशनल रिसेटलमेंट और रिहेबिलिटेशन पालिसी के तहत कदम उठा रहे हैं लेकिन यह पूछने पर उनके पास कोई जवाब नहीं होता कि यह कदम क्या है? कंपनी कुछ बोलती नहीं और जो बोलती है उसका कोई मतलब नहीं होता इसलिए उसकी बात को बार-बार दोहराने का कोई मतलब नहीं रह जाता.

बिजली की शहरी मांग को पूरा करने के लिए गांवों को उजाड़ देना यह विकास का मूलमंत्र बन गया है. इस जरूरी काम में सरकारें हमेशा कंपनियों के साथ खड़ी रहती हैं और हर बार विकास के लिए चारःछह हजार परिवारों को उजाड़ देना विकास के लिए कुर्बानी मान लिया जाता है. सवाल तो यह है कि ऐसी हर कुर्बानी हर गांवों से ही क्यों ली जाती है? क्या शहर के किसी सुविधासंपन्न इलाके को उजाड़कर कभी विकास की किसी योजना पर अमल के बारे में सोचा जा सकता है? अगर नहीं तो हर बार गांवों को ही निशाना क्यों बनाया जाता है? यह सवाल स्थानीय लोगों के जेहन में भी है और मेरे भी. लेकिन जवाब कुछ सूझ नहीं रहा. वैसे स्थानीय लोग बिजली पैदा करने के बारे में एक ऐसी जानकारी देते हैं जो चौंका देती है. वे कहते हैं कि अगर आपको बिजली ही चाहिए तो आप यहां पवन उर्जा के खंभे लगा दीजिए. जैसलमेर आंधियों का इलाका है. आपको बिजली भी मिल जाएगी और हमें उजड़ना भी नहीं पड़ेगा. क्या कोई इस सुझाव को सुन रहा है?
विधायक पटेरिया ने किया दक्षिणा पर हाथ साफ

भोपाल/सिवनी। ऎसी क्या मजबूरी थी कि भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष व सिवनी से विधायक नीता पटेरिया ने पंडित की दक्षिणा पर ही हाथ साफ कर दिया। उन्होंने पूजा की थाली से दक्षिणा उठा कर अपनी जेब में रख ली। बाद में जब पटेरिया से सवाल-जवाब हुए तो वे पलट गई।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर रविवार को सिवनी में विधायक निधि से टैंकर वितरण कार्यक्रम के दौरान स्कूली शिक्षा राज्य मंत्री नाना भाई मोहोड़ ने जब मंच पर पूजा की थाली में रूपए रखे तो नीता पटेरिया ने झट से रूपए उठाकर अपनी जेब में रख लिए। यह पूरा घटनाक्रम पीछे खड़े पंडित ने देखा।

इससे पहले मंच पर नीता पटेरिया ने कहा था कि नोट फार वोट कांड में विपक्षी पार्टी ने उन्हें भी दो करोड़ रूपए का ऑफर आया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। इसका दावा करने वाली विधायक की ऎसी क्या मजबूरी थी कि उन्होंने पंडित की दक्षिणा ही जेब में रख ली।

गोंगपा कराएगी एफआईआर
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने नीता पटेरिया के खिलाफ चोरी की एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी कर ली है। गोंगपा मीडिया प्रभारी विवेक डहेरिया ने बताया कि भाजपा विधायक का यह कृत्य शर्मनाक है। जो दूसरों को बेहतर सीख देने की बात कहते हैं वही चोरी करेंगे तो जनता के बीच क्या संदेश जाएगा।

.....रूपए रखते देखा था
"नाना भाई मोहोड़ को रूपए रखते हुए देखा था, लेकिन पटेरिया को रूपए उठाते नहीं देखा।"
ढालसिंह बिसेन,
पूर्व मंत्री

मैंने उठाते देखा
मैंने मंत्री नानाभाई मोहोड़ को पूजा की थाली में दो सौ रूपए रखते हुए देखा। इसके बाद नीता पटेरिया ने दक्षिणा के पैसे उठा लिए।
मूलचंद तिवारी
पंडित, सिवनी

.....मैंने नहीं उठाए
मैने मंच से कोई रूपए नहीं उठाए, सब झूठ कहानी बनाई हुई है।
नीता पटेरिया,
प्रदेश अध्यक्ष भाजपा महिला
मोर्चा व विधायक

और इससे ज्यादा क्या कर
सकती हैं विधायक
- गरीबों के मुंह से निवाला छीनकर भ्रष्टाचार करने वाली सरकार की विधायक से इससे ज्यादा और क्या उम्मीद की जा सकती है।
अरविंद मालवीय,
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता

दुष्कर्म के बाद बनाई अश्लील क्लिपिंग

दुष्कर्म के बाद बनाई अश्लील क्लिपिंग

गंगापुर/सहाड़ा(भीलवाड़ा)। गंगापुर कस्बे की एक महिला का यौन शोषण और अश्लील क्लिपिंग बना ब्लैकमेल कर पांच लाख रूपए मांगने के आरोप में पुलिस ने नगरपालिका उपाध्यक्ष राजेन्द्र बंसल को गिरफ्तार कर लिया। बसंल के खिलाफ पीडिता ने मंगलवार को ही मामला दर्ज कराया था।

पुलिस उपाधीक्षक गौतम भास्कर ने बताया कि बस स्टैण्ड के निकट रहने वाली महिला ने पति के साथ गंगापुर थाने पहुंचकर पालिका उपाध्यक्ष एवं भाजपा नेता बंसल के खिलाफ बयान कलमबद्ध कराए। इस पर पुलिस ने बलात्कार, महिला अशिष्ट रूपेण एवं धमकी देने का मामला दर्जकर बंसल को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले पीडिता ने सोमवार को भीलवाड़ा में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की थी।

5 महीने पहले धोखे से बुलाया
दर्ज रिपोर्ट में पीडिता ने बताया कि पांच महीने पहले बंसल ने शाम को उसके मोबाइल पर फोन किया। आरोपी ने कहा कि उसके पति ने मोबाइल फोन ठीक करने को कहा था। पीडिता मोबाइल लेकर आरोपी की बस स्टैण्ड के पास स्थित दुकान पर गई। आरोप है कि वहां बंसल ने नशीला पानी पिलाकर उससे दुष्कर्म किया और मोबाइल से अश्लील क्लिपिंग बनाई। बाद में उसने महिला को धमकाकर पांच लाख मांगे और रूपए नहीं देने पर क्लिीपिंग अन्य लोगों के मोबाइल पर भेज दी।

पुलिस झाड़ती रही पल्ला
पीडिता पहले गंगापुर पुलिस थाने पहंुची, जहां मामला दर्ज करने में आनाकानी की गई। इस पर पीडिता ने भीलवाड़ा पहुंच पुलिस के उच्चाधिकारियों को शिकायत की।

श्रीगंगानगर,बीकानेर,हनुमानगढ़ .... बुधवार. २८ दिसंबर, २०११ ...... ताज़ा खबर



बांग्ला भाषा बनी पूछताछ में बाधा श्रीगंगानगर।

सीमा क्षेत्र में पकड़े गए बांग्लादेश के युवक मोहम्मद सलीम की भाषा खुफिया एजेंसियों के प्रतिनिधियों के लिए परेशानी का कारण बन रही है।

मंगलवार को मोहम्मद सलीम से पुलिस लाइन में खुफिया एजेंसियों ने संयुक्त रूप से पूछताछ (जेआईसी) शुरू की। सलीम को बांग्ला के अलावा अन्य किसी भाषा का ज्ञान नहीं होने के कारण ज्यादा पूछताछ नहीं हो सकी। बीएसएफ और आर्मी को बुधवार को किसी बांग्ला भाषी जवान को साथ लेकर आने के लिए कहा गया है।

सूत्रों के अनुसार मोहम्मद सलीम हिंदी व अंग्रेजी नहीं समझता। सोमवार को पूछताछ करने आए खुफिया एजेंसियों के प्रतिनिधियों में से कोई भी बांग्ला का जानकार नहीं था।

मोहम्मद सलीम को बीएसएफ ने 24 दिसंबर को सीमा के नजदीक घूमते पकड़ा था। इसके पास बांग्लादेश का पासपोर्ट व भारत भ्रमण का वीजा मिला था। पुलिस पासपोर्ट व वीजा फर्जी होने की आशंका के दृष्टिगत जांच करवा रही है।

तीन व्यक्तियों की मौत

राजियासर दो अलग-अलग जगहों पर ट्रैक्टर पलटने से तीन व्यक्तियों की मौत हो गई और एक जना घायल हो गया। सदर पुलिस थाने के हैड कांस्टेबल धर्मेंद्रसिंह ने बताया कि सात चक का मंगतू (19) व अजयसिंह (25) सोमवार रात दस बजे सूरतगढ़ में ट्रैक्टर ट्राली से ईंटें उतार कर वापस जा रहे थे। गांव सरदारगढ़ लिंक सड़क पर ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे गड्ढों में पलट गया। इससे दोनों ट्रैक्टर के नीचे दब गए। जेसीबी की मदद से ट्रैक्टर को हटाया गया, तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। इसी तरह गांव मोकलसर बस स्टैंड के निकट मंगलवार सुबह 11 बजे एक ट्रैक्टर के बेकाबू होकर पलट जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई व एक व्यक्ति घायल हो गया। कानसिंह (50) व बाघसिंह अर्जुन सर से ट्रैक्टर पर चक भवानीनगर आ रहे थे। मोकलसर बस स्टैंड के निकट वाटरवक्र्स के पास ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया। इससे कानसिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाघसिंह के मामूली चोटें आईं। उसे सरकारी अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।

भरतपुर की नाबालिग लड़की
बांसवाड़ा से बरामद

बांसवाड़ा. सदर थाना पुलिस ने मंगलवार को भरतपुर जिले की एक नाबालिग लड़की को बरामद करनेे के साथ ही उसका अपहरण करने के आरोप में एक युवक को भी गिरफ्तार किया है। इस मामले में डीएसपी ने कार्रवाई के आदेश दिए थे। आरोपी युवक को जैसे ही पता चला कि पुलिस पकडऩे आई है तो उसने लड़की और स्वयं पर केरोसीन डालकर आत्मदाह का प्रयास किया।

भरतपुर निवासी एक व्यक्ति ने डीएसपी जीवन सिंह के समक्ष गुहार लगाई थी कि उनकी नाबालिग बेटी को बांसवाड़ा के मलवासा गांव का निवासी राजू (35वर्ष) पुत्र देवा और उसका भाई महेंद्र बहला-फुसला कर यहां भगा लाए हैं। इसकी रिपोर्ट भरतपुर के रूदावल थाने में दर्ज कराई गई है। डीएसपी ने पूरे मामले में सदर थानाधिकारी को कार्रवाई के आदेश दिए। सदर थानाधिकारी सुल्तान बख्श ने बताया कि सोमवार शाम से ही युवती और आरोपियों की तलाश की जा रही थी। सोमवार रात पता चल गया कि युवती को बांसवाड़ा लाया गया है। ऐसे में पूरे क्षेत्र में मुखबिर सक्रिय कर दिए गए। मंगलवार को सूचना मिली कि नाबालिग लड़की के साथ आरोपी राजू सिंगपुरा गांव में ठहरा हुआ है। इस पर पुलिस जाब्ते को वहां कार्रवाई के लिए भेजा। आरोपी राजू को गांव वालों के जरिए यह जानकारी मिली कि पुलिस उसको पकडऩे आई है तो उसने स्वयं और लड़की पर केरोसीन डालकर कमरे में बंद कर लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर लड़की और आरोपी को बचा लिया। देर रात बांसवाड़ा पुलिस ने लड़की और आरोपी दोनों को भरतपुर पुलिस के हवाले कर दिया।


घायल ने दम तोड़ा, झुलसी महिला को लिए दौड़ते रहे



डॉक्टर्स की हड़ताल जानलेवा साबित होने लगी है। सोमवार देर रात हनुमानगढ़ से रेफर किए गए घायल संदीप ने रास्ते में दम तोड़ दिया। मंगलवार को जहां एक रोडवेज की टक्कर से घायल बच्चे को लिए परिजन इधर-उधर घूमते रहे तो आधी से अधिक जल चुकी महिला का इलाज एक निजी अस्पताल में शुरू हो सका।

चिकित्सकों की हड़ताल के कारण झुलसी विवाहिता तथा घायल बच्चे को भी नहीं मिला समय पर इलाज

 हनुमानगढ़ चिकित्सकों की हड़ताल के चलते समय पर इलाज नहीं मिलने से एक और व्यक्ति की सोमवार देर रात मौत हो गई। रावतसर रोड़ पर सोमवार रात को ट्रक तथा टेक्टर की भिड़ंत में लीलांवाली के राधेश्याम की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी जबकि उसी गांव के संदीप की स्थिति गंभीर होने के कारण उसे बीकानेर रेफर कर दिया था। बीकानेर पहुंचने से पहले ही उसने भी सुबह करीब चार बजे रास्ते में दम तोड़ दिया। इस तरह जिले में इलाज के अभाव में मरने वालों की संख्या अब दो हो गई है।

वहीं जंक्शन के सेक्टर 12 में एक झुलसी विवाहिता के परिजन इलाज के लिए दो घंटे तक इधर-उधर दौड़ते रहे लेकिन राहत नहीं मिली। वीरपाल कौर पत्नी पूर्ण राम शाम को चूल्हे पर पानी गर्म कर रही थी। चुन्नी में आग लग जाने से वह 50 प्रतिशत तक झुलस गई। परिजन उसे टाउन के सिविल अस्पताल ले गए। काफी देर वहां इलाज नहीं हो सका फिर उसके हालात को देखते हुए निजी अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसके बाद परिजन उसे जंक्शन के चावला अस्पताल में लेकर आए। सर्जन डॉ. बीके चावला उसका उपचार कर रहे हैं। इसी तरह डबली राठान में एक रोडवेज बस की चपेट में आए तीन वर्षीय बच्चे को भी इलाज के लिए भटकना पड़ा। रोडवेज बस की टक्कर से घायल विक्रम को परिजन पहले उसे प्राथमिक चिकित्सा केंद्र लेकर आए लेकिन वहां चिकित्सक नहीं होने के कारण उसे हनुमानगढ़ के चावला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उसका उपचार चल रहा है। जिला अस्पताल में मरीजों को आज भी दवा और इलाज के लिए भटकना पड़ा। हालांकि पीएमओ ने मरीजों को देखा और दवा दी। पीएमओ डॉ. एचपी रोहिल्ला ने पोस्टमार्टम भी किए। तीन दिन पहले ठंड से मरे साधु के शव का पोस्टमार्टम भी मंगलवार को करने के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। आंदोलनरत चिकित्सकों के समर्थन में कर्मचारी महासंघ तथा आईएमए के चिकित्सकों ने खुलकर आने का एलान किया। इस बीच आईएमए अध्यक्ष डॉ. एसएस गेट ने मुख्यमंत्री के बयान पर रोष व्यक्त कर सेवारत चिकित्सकों को रिहा कर उनकी मांगें नहीं मानने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।


लोकगीतों की धुनों पर थिरके ‘पावणे’

बीकानेर महाराजा एक्सप्रेस मंगलवार को 69 विदेशी व देशी सैलानियों को लेकर बीकानेर पहुंची। लालगढ़ रेलवे स्टेशन पर पहुंची रॉयल ट्रेन से उतरने पर राजस्थानी परंपरा से विदेशी व देशी पावणों का स्वागत हुआ। लोकगीतों की धुनों पर थिरकने से विदेशी सैलानी अपने आपको रोक नहीं पाए। इसके बाद पर्यटकों का दल शहर के पर्यटन केंद्रों व पुरास्थलों के भ्रमण को रवाना हुआ। जूनागढ़, केमल फार्म, देशनोक आदि स्थानों पर भ्रमण के बाद शाम को पर्यटक गजनेर पहुंचे। गजनेर में पर्यटकों ने रेतीले धोरों के बीच कैम्प फायर का आनंद लिया तथा केमल सफारी का भी लुत्फ उठाया। राजस्थान टूर्स के अर्जुन सिंह ने बताया कि पर्यटन सीजन के सातवें फेरे में रॉयल ट्रेन मंगलवार को जयपुर से बीकानेर पहुंची। ट्रेन में ऑस्ट्रेलिया, यूएसए, यूके, जापान के 65 विदेशी पर्यटकों के साथ चार देशी पर्यटक भी मरुनगरी पहुंचे हैं। दिल्ली से रवाना हुई रॉयल ट्रेन बुधवार को बीकानेर से जोधुपर होते हुए मुंबई पहुंचेगी।


‘कन्हैयालाल भाटी री कहाणियां’

बीकानेर  कथाकार व अनुवादक कन्हैयालाल भाटी के राजस्थानी कहानी संग्रह ‘कन्हैयालाल भाटी री कहाणियां’ का लोकार्पण एवं भाटी का सम्मान समारोह मंगलवार को गंगाशहर रोड स्थित कुंजी निवास में आयोजित किया गया।

मुक्ति संस्थान की ओर से आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर निगम महापौर भवानी शंकर शर्मा ने कहा कि भाटी की कहानियां आधुनिक राजस्थानी कहानी में विशेष पहचान निर्मित करने वाली है। मुख्य वक्ता केन्द्रीय साहित्य अकादमी की कार्यकारिणी सदस्य भवानीशंकर व्यास ‘विनोद’ ने डॉ.दइया के अवदान की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने भाटी द्वारा लिखित अनेकानेक कहानियों में से इनका चयन कर प्रथम बार उनकी कहानियां पाठकों के सम्मुख लाने का कार्य किया है। विशिष्ट अतिथि डॉ.श्रीलाल मोहता ने भाटी के संघर्षपूर्ण जीवन यात्रा संबंधी आत्मीय संस्मरण सुनाए। संस्थान सचिव राजेन्द्र जोशी ने कहा कि भाटी की पहचान एक समर्थ अनुवादक के रूप में सदैव से बनी हुई है लेकिन डॉ. नीरज दइया ने उनकी कहानियों का संग्रह तैयार कर उनके सृजक कथाकार रूप से हमें रूबरू करवाया है। व्यंग्यकार बुलाकी शर्मा ने भाटी की सृजनात्मक यात्रा से रूबरू करवाया। डॉ. दइयां ने भाटी की कहानियों की संचयन प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता समालोचक डॉ. उमाकांत ने की। समारोह के दूसरे सत्र में कथाकार कन्हैयालाल भाटी का अभिनंदन किया गया।