फेसबुक पर मिली बेटे की मौत की खबर
मुंबई। आमतौर पर दोस्तों के साथ चैट और गॉशिप्प के जानी जाने वाली सोशल नेटवर्किग साइट्स अब इंस्टेंट मैसेजिंग में भी अहम भुमिका निभा रही हैं। इसी सप्ताह मैनचेस्टर में भारतीय छात्र अनुज बिडवे की हत्या की खबर भी पुणे स्थित उसके घर पर एक सोशल नेटवर्किग साइट के जरिए ही पहुंची थी। हालांकि फेसबुक के जरिए अनुज के परिवार पर जो कहर टूटा उसकी पुष्टि करने में पुलिस को करीब 5 घंटे लगे।
अनुज के पिता सुभाष ने बताया कि अनुज के एक दोस्त ने इंग्लैंड में उसकी मौत की घटना फेसबुक पर अपडेट की, जिससे उनके भतीजे को खबर लगी। उसी ने उन्हें यह बुरी खबर सुनाई। इसके बाद हमने इंग्लैंड में अनुज से फोन पर बात करने के लिए कई बार फोन लगाया, लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया। हमारे पास फेसबुक के अपडेट को पुख्ता करने के लिए कोई जरिया नहीं थ। अंतत: मंगलवार दोपहर पुलिस ने इसकी पुष्टि की।
पिता ने फेसबुक पर लगाई गुहार
बिडवे के पिता सुभाष ने फेसबुस पर लोगों से ब्रिटेन से अपने बेटे के शव को वापस भारत लाने के लिए मदद की गुहार लगाई है। उधर, विश्वविद्यालय प्रवक्ता ने बताया कि इस दुखद घटना से बाहर आने के लिए मृत भारतीय छात्र के दोस्तों के लिए काउंसिलिंग का आयोजन किया जाएगा।
दो युवकों को गिरफ्तार किया गया
उल्लेखनीय है कि मैनचेस्टर में सोमवार को 23 वर्षीय भारतीय छात्र अनुज बिडवे की हत्या कर दी गई थी। बाद में इस मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया। अनुज की मौत सिर में गोली लगने से हुई थी। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बिडवे भारतीय पुरूष और महिलाओं के उस समूह में शामिल था, जो क्रिसमस की छुटि्टयों के दौरान मैनचेस्टर घूमने गया था।
माइक्रो इलैक्ट्रोनिक्स का स्टूडेंट था अनुज
महाराष्ट्र के शहर पुणे के रहने वाले बिडवे को उस वक्त सिर में गोली मार दी गई थी जब वह दोपहर करीब 1:30 बजे सेलफोर्ड क्षेत्र में स्थित अपने होटल से मैनचेस्टर सिटी सेंटर की तरफ जा रहा था। अस्पताल ले जाते वक्त उसने दम तोड़ दिया। बिडवे लैंकेस्टर विश्वविद्यालय में माइक्रो-इलेक्ट्रॉनिक्स में स्नातकोत्तर का छात्र था।
भोजनालय के बाहर मारी गोली
समाचार पत्र "द सन" के अनुसार भोजनालय के बाहर बिडवे और उसके दोस्तों के पास दो युवक दौड़ते हुए आए। थोड़ी देर बातचीत के बाद एक ने अपनी पिस्तौल निकाली और नजदीक से भारतीय छात्र के सिर में गोली मार दी। गोली मारने के बाद दोनों युवक घटनास्थल से फरार हो गए। मैनचेस्टर के प्रमुख पुलिस अधीक्षक केविन मुलिगन ने कहा कि यह एक युवा छात्र पर भयानक और अकारण हमला था। घटना के बाद बिडवे के दोस्तों को पुलिस ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया।
मुंबई। आमतौर पर दोस्तों के साथ चैट और गॉशिप्प के जानी जाने वाली सोशल नेटवर्किग साइट्स अब इंस्टेंट मैसेजिंग में भी अहम भुमिका निभा रही हैं। इसी सप्ताह मैनचेस्टर में भारतीय छात्र अनुज बिडवे की हत्या की खबर भी पुणे स्थित उसके घर पर एक सोशल नेटवर्किग साइट के जरिए ही पहुंची थी। हालांकि फेसबुक के जरिए अनुज के परिवार पर जो कहर टूटा उसकी पुष्टि करने में पुलिस को करीब 5 घंटे लगे।
अनुज के पिता सुभाष ने बताया कि अनुज के एक दोस्त ने इंग्लैंड में उसकी मौत की घटना फेसबुक पर अपडेट की, जिससे उनके भतीजे को खबर लगी। उसी ने उन्हें यह बुरी खबर सुनाई। इसके बाद हमने इंग्लैंड में अनुज से फोन पर बात करने के लिए कई बार फोन लगाया, लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया। हमारे पास फेसबुक के अपडेट को पुख्ता करने के लिए कोई जरिया नहीं थ। अंतत: मंगलवार दोपहर पुलिस ने इसकी पुष्टि की।
पिता ने फेसबुक पर लगाई गुहार
बिडवे के पिता सुभाष ने फेसबुस पर लोगों से ब्रिटेन से अपने बेटे के शव को वापस भारत लाने के लिए मदद की गुहार लगाई है। उधर, विश्वविद्यालय प्रवक्ता ने बताया कि इस दुखद घटना से बाहर आने के लिए मृत भारतीय छात्र के दोस्तों के लिए काउंसिलिंग का आयोजन किया जाएगा।
दो युवकों को गिरफ्तार किया गया
उल्लेखनीय है कि मैनचेस्टर में सोमवार को 23 वर्षीय भारतीय छात्र अनुज बिडवे की हत्या कर दी गई थी। बाद में इस मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया। अनुज की मौत सिर में गोली लगने से हुई थी। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बिडवे भारतीय पुरूष और महिलाओं के उस समूह में शामिल था, जो क्रिसमस की छुटि्टयों के दौरान मैनचेस्टर घूमने गया था।
माइक्रो इलैक्ट्रोनिक्स का स्टूडेंट था अनुज
महाराष्ट्र के शहर पुणे के रहने वाले बिडवे को उस वक्त सिर में गोली मार दी गई थी जब वह दोपहर करीब 1:30 बजे सेलफोर्ड क्षेत्र में स्थित अपने होटल से मैनचेस्टर सिटी सेंटर की तरफ जा रहा था। अस्पताल ले जाते वक्त उसने दम तोड़ दिया। बिडवे लैंकेस्टर विश्वविद्यालय में माइक्रो-इलेक्ट्रॉनिक्स में स्नातकोत्तर का छात्र था।
भोजनालय के बाहर मारी गोली
समाचार पत्र "द सन" के अनुसार भोजनालय के बाहर बिडवे और उसके दोस्तों के पास दो युवक दौड़ते हुए आए। थोड़ी देर बातचीत के बाद एक ने अपनी पिस्तौल निकाली और नजदीक से भारतीय छात्र के सिर में गोली मार दी। गोली मारने के बाद दोनों युवक घटनास्थल से फरार हो गए। मैनचेस्टर के प्रमुख पुलिस अधीक्षक केविन मुलिगन ने कहा कि यह एक युवा छात्र पर भयानक और अकारण हमला था। घटना के बाद बिडवे के दोस्तों को पुलिस ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया।
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