जोधपुर. सीबीआई लूणी विधायक मलखान को बुधवार दोपहर पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा के झालामंड स्थित फार्म हाउस पर ले गई।बताया जाता है कि मलखान ने कबूल किया है कि भंवरी के साथ अक्सर इसी फार्म हाउस पर आते थे और कई बार महिपाल भी साथ होते थे। इसके बाद सीबीआई ने मलखान को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 31 दिसंबर तक सीबीआई के रिमांड पर भेज दिया गया। उधर मलखान सिंह व भंवरी की एक बेटी का ब्लड सैंपल डीएनए जांच के लिए दिल्ली मुख्यालय भेज दिया गया है।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार भंवरी झालामंड के आदर्श नगर स्थित इस फार्म हाउस पर बेरोकटोक आती थी, चाहे मदेरणा जोधपुर में रहते अथवा जयपुर में। जोधपुर आने पर मदेरणा भी फार्म हाउस चले जाते थे और मलखान भी आते रहते थे।
मलखान सिंह और भंवरी, मदेरणा की गैरमौजूदगी में भी फार्म हाउस पर रहते थे। बताया जाता है कि सीबीआई ने इस संबंध में मलखान सिंह से पूछा तो उन्होंने इस बात को स्वीकार कर लिया।
इस पर सीबीआई दोपहर में मलखान सिंह को लेकर मदेरणा के फार्म हाउस पर मौका तस्दीक करने गई। सीबीआई वहां कमरों को भी खोल कर देखना चाहती थी, मगर कमरों पर ताले लगे थे। चौकीदार ने बताया कि चाबी लीला मदेरणा के पास है और वे जयपुर में हैं। इस पर सीबीआई मलखान सिंह को लेकर सर्किट हाउस लौट आई।
भंवरी के बेटे व ननद से कराया आमने-सामने :
सीबीआई मलखान सिंह को सुबह जल्दी बिलाड़ा ले गई। वहां भंवरी के बेटे साहिल और ननद पुष्पा को भी बुला रखा था। पहले वे कापरड़ा गए जहां मलखान सिंह और आरोपी सोहनलाल के भाई बाबूलाल की मुलाकात हुई थी।
फिर इन तीनों को सर्किट हाउस लाया गया जहां मलखानसिंह को साहिल व पुष्पा से आमने-सामने करवा कर मलखान सिंह के भंवरी के संबंधों और विवाद के बारे में पूछताछ की गई। इनके साथ ही दिन में जिला परिषद सदस्य पप्पूराम डारा, मदेरणा के चचेरे भाई हरलाल, विशनाराम के रिश्तेदार श्रवण और जगदीश से भी पूछताछ की गई।
महेंद्र ने कोर्ट में पिता के पैर छुए :
मलखान सिंह को कोर्ट में पेश करने के दौरान उनके समर्थकों व रिश्तेदारों के साथ बेटा महेंद्र भी मौजूद था। सीबीआई ने महेंद्र को पिता से मिलने दिया तो महेंद्र ने पिता के पैर छुए। इसके बाद सीबीआई ने शाम को महेंद्र व उसके दो अन्य भाइयों को सर्किट हाउस बुला कर पूछताछ की।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार भंवरी झालामंड के आदर्श नगर स्थित इस फार्म हाउस पर बेरोकटोक आती थी, चाहे मदेरणा जोधपुर में रहते अथवा जयपुर में। जोधपुर आने पर मदेरणा भी फार्म हाउस चले जाते थे और मलखान भी आते रहते थे।
मलखान सिंह और भंवरी, मदेरणा की गैरमौजूदगी में भी फार्म हाउस पर रहते थे। बताया जाता है कि सीबीआई ने इस संबंध में मलखान सिंह से पूछा तो उन्होंने इस बात को स्वीकार कर लिया।
इस पर सीबीआई दोपहर में मलखान सिंह को लेकर मदेरणा के फार्म हाउस पर मौका तस्दीक करने गई। सीबीआई वहां कमरों को भी खोल कर देखना चाहती थी, मगर कमरों पर ताले लगे थे। चौकीदार ने बताया कि चाबी लीला मदेरणा के पास है और वे जयपुर में हैं। इस पर सीबीआई मलखान सिंह को लेकर सर्किट हाउस लौट आई।
भंवरी के बेटे व ननद से कराया आमने-सामने :
सीबीआई मलखान सिंह को सुबह जल्दी बिलाड़ा ले गई। वहां भंवरी के बेटे साहिल और ननद पुष्पा को भी बुला रखा था। पहले वे कापरड़ा गए जहां मलखान सिंह और आरोपी सोहनलाल के भाई बाबूलाल की मुलाकात हुई थी।
फिर इन तीनों को सर्किट हाउस लाया गया जहां मलखानसिंह को साहिल व पुष्पा से आमने-सामने करवा कर मलखान सिंह के भंवरी के संबंधों और विवाद के बारे में पूछताछ की गई। इनके साथ ही दिन में जिला परिषद सदस्य पप्पूराम डारा, मदेरणा के चचेरे भाई हरलाल, विशनाराम के रिश्तेदार श्रवण और जगदीश से भी पूछताछ की गई।
महेंद्र ने कोर्ट में पिता के पैर छुए :
मलखान सिंह को कोर्ट में पेश करने के दौरान उनके समर्थकों व रिश्तेदारों के साथ बेटा महेंद्र भी मौजूद था। सीबीआई ने महेंद्र को पिता से मिलने दिया तो महेंद्र ने पिता के पैर छुए। इसके बाद सीबीआई ने शाम को महेंद्र व उसके दो अन्य भाइयों को सर्किट हाउस बुला कर पूछताछ की।
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