सोमवार, 27 जनवरी 2014

विज्ञान प्रदर्शनी का उदघाटन आज, उदघाटन करेगें जिला पुलिस अधिक्षक

विज्ञान प्रदर्शनी का उदघाटन आज, उदघाटन करेगें जिला पुलिस अधिक्षक
बाड़मेर मालानी मानव सेवा एवं अनुसंधान संस्थान के तत्वाधान में स्थानीय हार्इ स्कुल स्टेषन रोड़ में आयोजित विष्व की प्रथम भारतीय महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की 11 वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष में विज्ञान प्रदर्षनी का उदघाटन जिला पुलिस अधिक्षक हेमन्त शर्मा व उदघाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला षिक्षा अधिकारी कन्हैयालाल रेगर व विषिष्ट अतिथि वीरसिंह भाटी, पीयूष डोसी, पुखराज गौड़, मांगीलाल महाजन द्वारा 28 जनवरी 2014 को प्रात: 11 बजे स्थानीय हार्इ स्कुल स्टेषन रोड़ बाड़मेर किया जायेगा। उä विज्ञान प्रदर्षनी दिनांक 28 जनवरी से 01 फरवरी 2014 तक चलेगी। प्रदर्षनी के दौरान विज्ञान माडल प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन होगा। उä प्रदर्षनी में बाड़मेर जिले के सभी सरकारी, गैर सरकारी, हिन्दी एवं अग्रेजी माध्यम के हजारों विधार्थीयों के साथ गुरूजन एवं आमजन भाग लेगें।

साठ दिवस कार्ययोजना के संबंध में बैठक आज

साठ दिवस   कार्ययोजना के संबंध में बैठक आज

बाडमेर, 27 जनवरी। आगामी 60दिवस में विभागवार पूर्ण की जाने वाली कार्ययोजना के संबंध में बैठक का आयोजन जिला कलक्टर भानु प्रकाष एटूरू की अध्यक्षता में 28 जनवरी को दोपहर 3.00 बजे कलेक्ट्रेट कांफ्रेन्स हाल में किया जाएगा।

अतिरिक्त जिला कलक्टर अरूण पुरोहित ने संबंधित अधिकारियों को उनके विभाग से संबंधित एजेण्डा बिन्दुओं की रिपोर्ट सहित निर्धारित समय पर बैठक में उपसिथत होने के निर्देश दिए है।

 
औधोगिक समिति की बैठक 30 को

बाडमेर, 27 जनवरी। जिला स्तरीय औधोगिक समिति की बैठक जिला कलक्टर भानु प्रकाष एटूरू की अध्यक्षता में 30 जनवरी को सायं 4.00 बजे कलेक्टे्रट कांफ्रेन्स हाल में आयोजित की जाएगी।

जिला उधोग केन्द्र के महाप्रबन्धक रामरतन मरवण ने बताया कि उक्त बैठक में गत बैठक के कार्यवाही विवरण की पुषिट, गत बैठक में लिये गये महत्वपूर्ण निर्णयों की अनुपालना, विभिन्न विभागों में लमिबत प्रकरणों की समीक्षा सहित विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की जाएगी।

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बाड़मेर पुलिस कि हेल्प लाइन शुरू

बाड़मेर पुलिस कि हेल्प लाइन शुरू



बाड़मेर बाड़मेर जिला पुलिस ने पहल करते हुए आम जन के लिए हेल्प लाइन आरम्भ कि हें। पुलिस अधीक्षक हेमंत शर्मा ने बताया कि जिले में सार्वजनिक व लोक स्थानो पर समाज से जुड़े अपराधों को रोकने एवं महिला बच्चों तथा अन्य पीडि़तो की समस्याओं के प्रति पुलिस की संवेदनषीलता बढाने हेतु जिला स्तर पर पुलिस उप अधीक्षक एच.सीएसटी सैल बाड़मेर के सुपरवीजन में पुलिस नियंत्रण कक्ष में दिनांक 26.01.2014 को हेल्प लार्इन स्थापित की गर्इ है। जिनके नोडल अधिकारी श्री मोतीराम स.उ.नि पुलिस नियंत्रण कक्ष है, जिनके हेल्प लार्इन नम्बर 9530438100 है एवं र्इ-मेल आर्इ,डी बतपउमबवदजतवसइंतउमतहउंपसण्बवउ है । इस नम्बरों व र्इ-मेल पते पर स्त्री प्रताड़ना व स्त्री उत्पीड़न से संबंधित, बच्चों से संबधित, अनुसूचित जाति व जनजाति तथा कमजोर वर्गो से संबंधित व माफिया गतिविधियों से संबंधित सूचना दी जा सकती है। इसके अतिरिक्त स्कूलोंकालेजों व शैक्षणिक संस्थानों मे षिकायत पेटी रखी गर्इ है।

जीप और ट्रक की टक्कर, 6 की मौत

जयपुर। राजस्थान में नागौर जिले के कुचामन थाना क्षेत्र में जीप और ट्रक की टक्कर में सोमवार शाम छह लोगों की मौत हो गई तथा तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
थाना प्रभारी प्रकाश चंद मीणा के अनुसार जीप क्षेत्र के श्रीसंग्या के पास मकराना की तरफ से आ रहे ट्रक से टकरा गई। जिससे छह लोगों की मौके पर ही मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि घायलों को कुचामन के अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। मृतक एवं घायल की पहचान की जा रही है।

शुरू हुआ जल चेतना का महा अभियान

शुरू हुआ जल चेतना का महा अभियान

जनप्रतिनिधि और अधिकारी लेगे शपथ , 20 हजार विधार्थी जुड़ेगे इस महाअभियान से



बाड़मेर सोमवार की रोज जिले में जल चेतना के सबसे बड़े चेतना अभियान की शुरुवात की गई। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और सीसीडीयू की आईईसी इकाई, केयर्न एनर्जी और धारा संस्था के संयुक्त तत्वाधान में "प्रोमिस फॉर फ्यूचर" नामक महाअभियान की शुरुवात जिला प्रमुख मदन कौर ने एक सादे समारोह में इस अभियान के पोस्टर का विमाचन कर की । इस मोके पर उन्होंने कहा कि देशवासियों को वर्षभर भरपूर पेयजल उपलब्ध कराने और कृषि उत्पादन में जल की आवश्यकता पर पूर्ण नियंत्रण पाने हेतु हमें पानी की वही प्राचीन तकनीक और जलप्रबंधन पर लौटना होगा जो हमारी संस्कृति और परम्पराओं में सदियों से रची-बसी रही है दुर्भाग्य से आधुनिक जीवनशैली ने हमें पानी बचाने में नहीं बर्बाद करने में निपुण बनाया है। आईए, मानसून के पानी को यूं ही बहकर न जाने दें, इसे कल के लिये बांध लें ताकि हम विकास और प्रगति के सुप्रतिष्ठित प्रतिमान रच सकें।
सीसीडीयू के आईईसी कंसल्टेंट अशोक सिंह राजपुरोहित ने बताया कि यह कार्यक्रम जिले में पानी को लेकर आयोजित हुए सभी जन चेतना कार्यक्रमो से प्रभावी और व्यापक होगा। इस कार्यक्रम को अभियान के तोर पर चलाया जायेगा। इस अभियान के अंतर्गत जिले के जनप्रतिनिधियो , कॉलेज और स्कुल के विधार्थियो को पानी पर बचत का प्रण दिलाया जायेगा साथ ही जिले से तक़रीबन बीस हजार शपथ पत्र राज्य की मुखिया के नाम लिखाये जाएंगे जिनमे हर कोई इस बात की शपथ लेगा की वह भविष्य में कभी भी पानी का अपव्यय नही करेगे और अगर कोई ऐसा करता हुआ उन्हें दीखता है तो वह उसे भी पानी कि एक एक बूंद की महता को बताएँगे। राजपुरोहित ने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और सीसीडीयू की आईईसी इकाई, केयर्न एनर्जी और धारा संस्था के संयुक्त तत्वाधान में आगामी 6 महीने तक चलने वाले इस अभियान को कई आयोजनो से जोड़ा जायेगा। इस अवशर पर केयर्न इंडिया के सहायक प्रबंधक डाक्टर उमाशंकर दिवेदी ने कहा कि मानसूनी वर्षा पर अभी भी हमारी कृषि और पेयजल का आधे से अधिक भाग निर्भर है। हमारे लिये यह भी कम संतोषजनक नहीं है कि हम वर्षा के रूप में सालभर में लगभग 4000 अरब घनमीटर पानी प्राप्त करते है। इसमें से पानी का बड़ा भाग भाप बनकर भी उड़ता है और बाकी नदियों, तालाबों, पोखरों, कुंओं और तालाबों में समा जाता है ऐसे में आज पानी को बचाना सबसे बड़ी जरूरत हे. धारा संस्था के महेश पनपालिया ने बताया कि इस ख़ास अभियान को उन प्रमुख दिवसो से जायेगा जिसमे जनमानस खुद को ह्रदय से शामिल करता हे उन्होंने कहा कि वर्षों से वर्षा हमारी पेयजल, सिंचाई और औद्योगिक आवश्यकताओं की पूर्ति करती आई है पर जब कभी मानसून या मौसम दगा दे जाता है तो आमजीवन की समस्याऐं कहीं अधिक जटिल बन जाती हैं। और इस बात का सन्देश जिले भर में आगामी दिनों में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और सीसीडीयू की आईईसी इकाई, केयर्न एनर्जी और धारा संस्था के संयुक्त तत्वाधान में "प्रोमिस फॉर फ्यूचर" नामक महाअभियान देता नजर आएगा। इस अभियान के पोस्टर विमोचन समारोह में धारा संसथान के कार्यक्रम प्रबंधक सतयनारायण मूंढ , इन्वेस्ट मित्र के प्रबंधक अरविन्द खत्री और प्रवीण बोथरा मौजूद थे।

सीमा पार पाक प्रेमिका को लिखा लव लेटर तो पहुंचा जेल

सीमा पार पाक प्रेमिका को लिखा लव लेटर तो पहुंचा जेल

रामपुर। उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के 32 वर्षीय युवक ने कभी नहीं सोचा था कि पाकिस्तानी युवती से प्रेम करना उसे कितना भारी पड़ सकता है। उसने यह भी नहीं सोचा था कि पाक प्रेमिका को लव लेटर लिखने और फोन कॉल्स करने से वह आईएसआई का एजेंट बन जाएगा। रामपुर का रहने वाला जावेद 15 साल पहले पाकिस्तान गया था। वहा कराची की रहने वाली मोबिना से पहली नजर में ही उसे प्यार हो गया। भारत वापस लौटने पर वह मोबिना को दिन को 2-3 बार कॉल करने से अपने आपको नहीं रोक पाया।

कैसे फंसा जावेद

जावेद जब भारत वापस लौटे तो उन्होंने मोबिना को लव लेटर लिखने शुरू किए और दिन में 2-3 बार फोन करते थे। जावेद अनपढ़ थे तो उन्होंने पत्र लिखने के लिए और मोबिना के पत्र जो कि उर्दू में होते थे पढ़ने के लिए अपने दो दोस्तों मकसूद और ताज मोहम्मद की मदद ली। जावेद और उसके दो दोस्तों की गतिविधियों के बारे में यूपी टास्क फोर्स को पता चला तो फोर्स ने उन्हें ट्रेस करना शुरू कर दिया। पुलिस ने जावेद और दोनों दोस्तों को 2002 में पोटा एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया।
सीमा पार पाक प्रेमिका को लिखा लव लेटर तो पहुंचा जेल
आईएसआई एजेंट का आरोप

पुलिस ने जावेद पर आरोप लगाया कि वे आईएसआई केे एजेंट हैं। जावेद ने बताया कि उन्होंने जो मोबिना को पत्र लिखे थे और फोन कॉल्स की थी उसके बारे में पुलिस ने सोचा कि हम लोग बरेली, देरहादून और मेरठ के मिलट्री मुवमेंट के बारे में गुप्त सुचनाएं शेयर कर रहे हैं। पुलिस ने कोर्ट में उनके खिलाफ कई सबूत भी पेश किए थे। लेकिन सभी झूठे निकले।

झूठे निकले सबूत

जावेद को अपनी बेगुनाही साबित करने में 11 साल लग गए। उन्हें आखिर में 19 जनवरी 2014 को रामपुर कोर्ट ने सबूतों के अभाव में रिहा कर दिया। पुलिस ने जावेद और उसके दोस्तों के खिलाफ कोर्ट में कई सबूत पेश किए थे जो कि सभी झूठे निकले। पुलिस ने हाथ से बना हुआ बरेली, देहरादून और मेरठ छावनी इलाके के नक्शे और साथ में उनका लिखा हुआ पत्र भी पेश किया था। बाद में जांच के दौरान नक्शे की लिखाई उनकी लिखाई से मैच नहीं कर रही थी।

पुलिस ने जावेद पर आरोप लगाया था कि जब वे पाकिस्तान गया था तो वहां आईएसआई एजेंट से मिला था। पुलिस ने पाकिस्तान का एक नंबर भी पेश किया था जिसे एजेंट के साथ बातचीत का सबूत बनाया गया था। लेकिन जांच के दौरान वह नंबर जावेद की महिला दोस्त मोबिना के घर का निकला। सबूतों के अभाव में पिछले साल उनपर से पोटा हटा दिया गया था और इस महीने उन्हें रिहा कर दिया गया

पाक जेलों में मौत को तड़प रहे भारतीय

नई दिल्ली। पाकिस्तान की जेलों भारतीय कैदियों के साथ होने वाले अत्याचार चरम पर है।
यातनाओं के चलते भारतीय कैदी अपना दिमागी संतुलन खो रहे हैं।

पाक जेल में अपनी सजा काट चुके एक कैदी को इतनी यातनाएं दी गई की वो पागल हो गया।

सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत इस मामले में मिले एक जवाब में कहा गया है कि इसके लिए भारत सरकार द्वारा समय पर पाकिस्तान सरकार को उसकी नागरिकता स्पष्ट नहीं कर पाना है।

वर्तमान में पाकिस्तानी जेलों में 224 कैदी है जिनका कहना है कि वो भारतीय है, जबकि पाकिस्तानी अथॉरिटी ने 31 दिसंबर 2013 को सिर्फ 55 कैदियों के होने की बात स्वीकार की थी। इन 55 कैदियों में 6 ऎसे हैं जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है लेकिन उन्हें जेलों में जबरन रोका गया था। क्योंकि भारत सरकार द्वारा उनकी नागरिकता प्रमाणित नहीं की गई थी।

आरटीआई में ये बात भी सामने आई है कि पाक जेलों में बंद 224 कैदियों में से 212 मछुआरे हैं। जिसका कोई भी आंकड़ा भारत सरकार के पास नहीं है। आरटीआई के तहत सूचना मांगने वाले प्रदीप कुमार ने बताया कि अपनी सजा पूरी हो जाने के बाद भी भारतीय कैदी पाकिस्तानी जेलों में रहने को मजबूर हैं।

प्रदीप ने कहा कि भारत सरकार पाकिस्तान जेल में बंद कैदियों की नागरिकता संबंधित कोई भी जानकारी पाकिस्तान अथॉरिटी को उपलब्ध नहीं करा रही है। बता दें कि उत्तर प्रदेश के बरेली जिले का रहने वाला यशपाल पाकिस्तान के शाहीवाल में केंदीय जेल में बंद था।

यशपाल को सजा पूरी होने के बाद भी भारत नहीं भेजा गया। पाकिस्तानी जेल में उसे इतनी यातनाएं दी गई की वो पागल हो गया जिसके बाद यशपाल को पिछले जुलाई में छोड़ा गया। जिसका बरेली के सिटी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा है।

उनके पिता बाबू राम का कहना है कि गरीबी के कारण वे अपने बेटे का इतना महंगा इलाज नहीं करवा सकते। यशपाल के साथ छ और कैदियों को छोड़ा गया था जिनकी भी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। पाकिस्तानी जेल में बंद 11 कैदियों ने भारत सरकार से यहां तक मांग की कि वो पाक सरकार से बात करके उनको मौत की सजा दिलवा दें, जिससे उनका दर्द कम हो सके।

यहां हो रहा है सलाखों के पीछे रोमांस!

नई दिल्ली। जेल में प्यार के किस्से आम है। कहीं न कहीं आप ने भी ऎसा किस्सा देखा या सुना होगा।

ऎसा ही एक मामला सामने आया है दिल्ली के तिहाड़ जेल का, जहां दो कैदियों का प्यार परवान पर है।

हम बात कर रहे हैं मनी-लॉन्डिंग मामले के मुख्य आरोपी व आर्म्स डीलर अभिषेक वर्मा और उनकी पत्नी मारिया नेक्सु की। दोनों 2012 से तिहाड़ जेल में बंद हैं।

सूत्रों की माने तो मारिया हर वीकेंड सज-संवरकर स्पेशल ड्रेस पहनकर तिहाड़ जेल के रूम नंबर 06 के एक छोटे से कमरे में अपने पति अभिषेक वर्मा से खाना के बहाने मिलती है।

सूत्रों का कहना है कि ये मुलाकात किसी रोमांटिक डिनर से कम नहीं होता है। जबकि जेल प्रशासन इसे रोजमर्रा की बात कह रहे हैं।

मारिया भारत में कोई पारिवारिक सदस्य नहीं है। अधिकतर मौकों पर वह अपने वकील की मौजूदगी में पति से मिलती है।

बता दें कि मारिया को अपने पति से मिलने व सजने संवरने की जेल प्रशासन द्वारा मिली इजाजत से साथी कैदी नाराज हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मारिया को रोमांटिक डिनर की अनुमति दी जाती है, वहीं अन्य महिला कैदियों के सजने संवरने पर भी पाबंदी है।

उनका कहना है कि छोटी गलतियों पर भी सजा के तौर पर जेल प्रशासन परिवार के सदस्यों से नहीं मिलने देता।

एक कैदी का कहना है कि जेल मैन्युअल तो यह भी कहता है कि सभी कैदी एक समान हैं लेकिन मारिया तो जो चाहती वह पहनती है और ज्यादा समय लेकर पति के साथ रहती है, जबकि अन्य कैदियों के साथ ऎसा नहीं है।

वहीं इस बात को जेल प्रवक्ता सुनील गुप्ता में खारिज करते हुए कहा कि जेल मैनुअल के अनुसार सभी कैदियों को मिलने के लिए आधे घंटे का समय दिया जाता है। जिसमें वे किसी भी सदस्य से मिल सकते हैं।

पांचवी की छात्रा ने दिया बच्चे को जन्म

जयपुर। बांसवाड़ा में स्थित सरकार के मूक-बधिर छात्रावास में पढ़ने वाली ग्यारह साल की एक बच्ची ने रविवार देर रात सात महीने के एक शिशु को जन्म दिया है।

पेट दर्द की शिकायत के बाद बच्ची को रविवार शाम ही बांसवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

सोमवार सवेरे बच्ची के परिजनों ने कोतवाली थाना इलाके में मामला भी दर्ज कराया है। कोतवाली के सर्किल अफसर गजेन्द्र सिंह जोधा ने परिजनों और छात्रावास स्टाफ के सामने बच्ची के बयान भी दर्ज किए हैं। पुलिस पीडिता के परिजनों के भी बयान दर्ज कर रही है।

मूक-बधिर छात्रावास स्टाफ के अनुसार पीडित छात्रा को पिछले सप्ताह ही उसके परिजनों ने छात्रावास में भर्ती कराया था, उसे पांचवी कक्षा में प्रवेश दिया गया था।

प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही उसके परिजन उसे छात्रावास में छोड़ गए थे। रविवार शाम से ही छात्रा की तबीयत खराब थी और देर रात उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।

एंबुलेस में ही प्रसव
तबीयत बिगड़ने पर छात्रावास स्टाफ ने छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए 108 एंबुलेस से रवाना किया। स्टाफ की एक अध्यापिका भी छात्रा के साथ एंबुलेस में ही थी। अचानक बच्ची के पेट में और तेज दर्द होने लगा और एंबुलेंस में ही शिशु को जन्म दे दिया।

बच्ची की हालत स्थिर

बच्ची को महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी तबीयत स्थिर है। बच्ची के सात माह के शिशु को भी अस्पताल में ही मशीन पर रखा गया है। अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार शिशु बेहद कमजोर हालत में है।

'मौत' के बाद भी 40 साल जिंदा रहा हिटलर?



नाज़ी तानाशाह अडॉल्फ हिटलर की मौत 1945 में नहीं बल्कि 1984 में हुई थी? एक नई किताब में दावा किया गया है कि हिटलर ने 1945 में बर्लिन में सूइसाइड नहीं किया था, बल्कि वह साउथ अमेरिका भाग गया था जहां 95 साल की उम्र में उसकी मौत हुई थी।
Adolf-Hitler
इतिहास की सबसे चर्चित और विवादित पर्सनैलिटीज़ में से एक अडॉल्फ हिटलर के बारे में यही माना जाता है कि उसने 1945 में दूसरे वर्ल्ड वॉर की हार के बाद सूइसाइड कर लिया था। लेकिन अब दावा किया गया है कि दरअसल हिटलर वहां से बच निकला था। एक नई किताब में दावा किया गया है कि हिटलर बर्लिन के अपने बंकर से भाग कर अर्जेंटीना चला गया था और बाद में उसकी मौत 1984 में 95 साल की उम्र में हुई।

इस किताब के लेखक का कहना है कि हिटलर पहले अर्जेंटीना पहुंचा और फिर वहां से पराग्वे गया। बाद में अडॉल्फ ब्राजील के माटो ग्रोसो राज्य में रहने लगा। लेखक का यह दावा है कि ब्राजील में हिटलर एक खजाने की खोज में लगा था जिसका नक्शा उसे वेटिकन के उसके साथियों ने दिया था। किताब में यह भी दावा किया गया है कि किसी को शक न हो इसलिए हिटलर एक अश्वेत महिला कटिंगा के साथ रहने लगा। पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट सिमोनी रेनी गुरेरो डियास ने अपनी किताब 'हिटलर इन ब्राजील-हिज लाइफ ऐंड हिज डेथ' में यह थिअरी सामने रखी है।




इस किताब में सिमोनी ने दावा किया है कि राज्य की राजधानी कूयाबा से 30 मील दूर एक छोटे से शहर में हिटलर अडॉल्फ लिपजिग के नाम से रह रहा था। सिमोनी कूयाबा की ही रहने वाली हैं। उन्होंने कहा है कि अडॉल्फ लिपजिग को स्थानीय लोग 'ओल्ड जर्मन' के नाम से जानते थे।

सिमोनी अब इस्राइल में रहने वाले हिटलर के एक रिश्तेदार का डीएनए टेस्ट कराने की योजना बना रही हैं। इतना ही नहीं, सिमोनी की लिव्रामेंटो नोसा सेनोरा में स्थित एक कब्र से अडॉल्फ लिपजिग के अवशेषों को भी निकालने की योजना है जिसकी अनुमति वह ले चुकी हैं। गौरतलब है कि अडॉल्फ के अवशेषों की जांच से सिमोनी के दावे की पुष्टि की जाएगी।

शिवपुराण के मतानुसार इन महाविद्याओं से सिद्धियों एवं मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है

शिवपुराण के मतानुसार भगवान शिव शंकर के दस अवतारों में आदशक्ति मां दुर्गा समस्त अवतारों में उनके साथ अवतरित हुई थी। दस महाविद्यायों के नाम से जानी जानें वाली महामाया मां जगत् जननी दुर्गा के ये दस रूप तांत्रिकों एवं उपासकों की आराधना का अभिन्न अंग हैं। इन महाविद्याओं के माध्यम से उपासक को बहुत सी सिद्धियों एवं मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। मां दुर्गा एवं भगवान शिव शंकर के दस अवतार इस प्रकार हैं-
1 भगवान शिव शंकर के महाकाल अवतार के समय देवी महाकाली के रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

2 भगवान शिव शंकर के तारकेश्वर अवतार के समय देवी तारा के रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

3 भगवान शिव शंकर के भुवनेश अवतार के समय देवी भुवनेश्वरी के रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

4 भगवान शिव शंकर के षोडश अवतार के समय देवी षोडशी के रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

5 भगवान शिव शंकर के भैरव अवतार के समय देवी जगदम्बा भैरवी के रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

6 भगवान शिव शंकर के छिन्नमस्तक अवतार के समय देवी छिन्नमस्ता के रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

7 भगवान शिव शंकर के ध्रूमवान अवतार के समय धूमावती के रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

8 भगवान शिव शंकर के बगलामुखी अवतार के समय देवी जगदम्बा बगलामुखी रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

9 भगवान शिव शंकर के मातंग अवतार के समय देवी मातंगी के रूप में उनके साथ अवतरित हुई।

10 भगवान शिव शंकर के कमल अवतार के समय कमला के रूप में देवी उनके साथ अवतरित हुई।

'मेरे सामने ही अपने प्रेमी को बुलाती है मेरी बीवी'



मोदीनगर(गाजियाबाद) पत्नी और उसके प्रेमी से परेशान एक पति ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है। पति ने खुलेआम अपने प्रेमी को बुलाने वाली पत्नी के खिलाफ पहले तो सामाजिक स्तर पर मामले को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन जब वहां मसला नहीं सुलझा तो उसने थाने में शिकायत देकर मदद मांगी है। इस पर पुलिस ने पति-पत्नी और कथित प्रेमी को थाने बुलाकर उनसे पूछताछ की। इस दौरान पति पुलिस के सामने ही सुबक-सुबक कर रो पड़ा। पुलिस ने दोनों पक्षों को पहले आपस में मामला सुलझाने की सलाह दी।
husband-wife
जानकारी के मुताबिक, शहर की भूपेंद्रपुरी कॉलोनी एक व्यक्ति अपनी पत्नी और उसके प्रेमी से परेशान है। इस पर पति अपनी पत्नी और उसके प्रेमी के खिलाफ शिकायत लेकर जिला पंचायत सदस्यों और आसपास के लोगों के साथ रविवार की सुबह थाने पहुंचा। बताया जा रहा है कि पीड़ित पति थाने में शिकायत करते हुए जोर-जोर से रोने लगा। उसने पुलिस को बताया कि वह 2 बच्चों का पिता है।

आरोप है कि उसकी पत्नी का अपने प्रेमी के साथ अवैध संबंध है। इतना ही नहीं महिला अपने प्रेमी को खुलेआम पति के सामने ही घर पर बुलाती है। पति का कहना है कि जब उसकी पत्नी का प्रेमी घर पर आता है तो वह उनसे काफी डर जाता है। उसकी हालत यह होती है कि जब दोनों कमरे में होते हैं तो वह बेड के नीचे जाने को मजबूर हो जाता है। आरोपी प्रेमी की शादी नहीं हुई है।

दूसरी तरफ, पुलिस ने पति की शिकायत पर आरोपी पत्नी और उसके प्रेमी को पूछताछ के लिए थाने ले आई। वहीं इस मसले पर पुलिस ने दोनों पक्षों को सोशल लेवल पर मामले सुलझाने का सुझाव दिया। इस पर वहां मौजूद जिला पंचायत सदस्य ने पुलिस को बताया कि समाज के लोगों ने महिला और उसके प्रेमी को समझाने की काफी कोशिश की। बात नहीं बनने पर ही मामले को थाने ले जाने की नौबत आई। इस मामले में पुलिस का कहना है कि अगर दोनों पक्षों के बीच सामाजिक स्तर पर समझौता नहीं हुआ तो आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि इस मामले में महिला की गलती है, लेकिन मासूम बच्चों के भविष्य को लेकर उसका पति पत्नी को झेलने को मजबूर है।

रविवार, 26 जनवरी 2014

सर्वे में एक और किले के संकेत मिले!

आबूरोड. (सिरोही)। पुरातन चन्द्रावती नगरी में फिलहाल जहां खुदाई चल रही है, वह किले का परिसर है और सर्वे के बाद इस किले से करीब सौ मीटर के फासले पर ही एक और किला होने के संकेत मिले हैं। सर्वे में यह भी पता चला है कि नगरी से सटी पहाड़ी से कुछ ऊपरी हिस्से पर "रावला" बसा होगा।

जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ के निदेशक डॉ. जीवन खरकवाल ने "पत्रिका" को बताया कि सर्वे में दूसरा किला होने के संकेत मिले हैं। वर्तमान में दूसरे किले की खुदाई का प्लान नहीं है। हालांकि बाद में इसकी खुदाई पर भी विचार किया जा सकता है। पहाड़ी पर "रावला" होने की पुष्टि वहां कार्यरत महिला श्रमिक श्रीमती दुर्गा कंवर परमार ने इस आधार पर की है कि उनके पूर्वज वहीं रावला बसा होने की बात बताते आए हैं।


खुदाई में निकली "वारकी"



मकान के स्ट्रक्चरों को खुला करने के लिए की जा रही खुदाई के दौरान घी रखने के मिट्टी के बर्तन (वारकी) का टूटा हुआ नालचा मिला है। इसे देखने पर यह किसी कलाकृति से कम नहीं लगता। पूर्व में निकले मिट्टी के टूटे खिलौनों के हिस्सों को जोड़ने पर तरह-तरह के जानवरों की आकृतियां तैयार हो रही हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि ये या तो बच्चों के खिलौने रहे होंगे या घर सजाने के शो-पीस। टुकड़ों को जोड़ने पर यज्ञवेदी का मिट्टी से बना स्तंभ भी बना है।

"कुरी" व "बरटी" के दाने मिले


एक मकान के स्ट्रक्चर से मिट्टी के बर्तन में रखे "कुरी" व "बरटी" सरीखे मोटे अनाज के दाने निकले हैं। हालांकि इनमें अधिकतर दाने लुगदी में तब्दील हो गए हैं, लेकिन कई दाने साबुत होने से स्पष्ट पता लग रहा है। सिरोही जिले में वर्तमान में भी "कुरी" व "बरटी" की बुवाई की जाती है। गांवों में पहले इसकी रोटियां व तंदुल निकालकर छाछ में पकाकर राब बनाई जाती थी। हालांकि कई घरों में आज भी इनकी राब बनाई जाती है।

प्रवेश द्वार गहराई में


इस बीच चन्द्रावती में खुदाई का कार्य जारी है। जिस किले को खुला करने के लिए खुदाई की जा रही है उसका प्रवेश द्वार काफी गहराई में होने की सम्भावना है। शोधार्थी नपती कर गहराई का आकलन कर रहे हैं।

अपनी मातृ भाषा की कीमत पर अंग्रेजी सीख रहे हैं तो वे कहां जाएंगे?



फिल्म गीतकार जावेद अख्तर कहते हैं कि मध्य वर्ग से ताल्लुक रखने वाले बच्चे अपनी मातृ भाषा की कीमत पर अंग्रेजी सीख रहे हैं।
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अख्तर ने यहां शनिवार को कोलकाता ल्रिटेसी मीट में कहा कि मध्यवर्ग और उच्च मध्य वर्गों ने अंग्रेजी को वरीयता देने के लिए स्वयं को परित्यक्त कर दिया।

उन्होंने कहा कि यह एक त्रासदी है..शिक्षा प्रणाली, वैश्वीकरण और उदारीकरण ने समाज को संगठित किया। उन्होंने सवाल उठाया कि अंग्रेजी बाकी बची दुनिया से जोड़ने के लिए अत्यंत जरूरी हो गई। लेकिन हो क्या रहा है कि मध्य और उच्च मध्य वर्ग परिवारों के बच्चों अपनी मातृ भाषा की कीमत पर अंग्रेजी सीख रहे हैं तो वे कहां जाएंगे?
अख्तर के अनुसार, भाषा को बर्बाद करना एक पाप है, जिससे इतिहास और परंपरा की मौत होती है। उन्होंने कहा कि भाषा इतिहास, संस्कृति और परंपरा की वाहक है। आप अगर भाषा को मारते हैं तो अपना इतिहास, अपनी संस्कृति को मारते हैं और यही हो रहा है।

आप ने बागी विधायक बिन्नी को निकाला

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार रात को लक्ष्मी नगर से अपने बागी विधायक विनोद कुमार बिन्नी को पार्टी से निकाल दिया है। आप की अनुशासन समिति ने उन्हें पार्टी से निकालने का फैसला लिया। गौरतलब है कि बिन्नी ने हाल ही मे पार्टी विरोधी बयान दिए थे। आप ने बागी विधायक बिन्नी को निकाला
वहीं, विनोद कुमार बिन्नी सोमवार से दिल्ली सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठेंगे। बिन्नी जंतर-मंतर पर सरकार की नीतियों का विरोध करेंगे। बिन्नी को पार्टी से निकालने से आप यह संदेश देना चाहती है कि अगर वह अनशन पर बैठते हैं तो पार्टी को इससे कोई लेना देना नहीं होगा।

अनशन में शामिल होने के लिए बिन्नी ने आम लोगों से अपील की है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में जाकर वे लोगों को बता रहे हैं कि केजरीवाल सरकार अपने वादें भूल गई है। आप लोगों के साथ धोखा हुआ है। मैं अनशन के माध्यम से आवाज उठाउंगा। उन्होंने कहा कि अभी तक किसी के भी बिल माफ नहीं हुए हैं और न ही बिजली की दरें सस्ती हुई हैं।

बिन्नी की 25 टीमें दिल्ली में काम कर रही हैं जो कि बिन्नी का अनशन में साथ देने की अपील कर रही हैं। बिन्नी ने कहा कि लोग मेरे साथ हैं। वे लोग अनशन में मेरा साथ देंगे। जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक अनशन करूंगा।