फिल्म गीतकार जावेद अख्तर कहते हैं कि मध्य वर्ग से ताल्लुक रखने वाले बच्चे अपनी मातृ भाषा की कीमत पर अंग्रेजी सीख रहे हैं।
अख्तर ने यहां शनिवार को कोलकाता ल्रिटेसी मीट में कहा कि मध्यवर्ग और उच्च मध्य वर्गों ने अंग्रेजी को वरीयता देने के लिए स्वयं को परित्यक्त कर दिया।
उन्होंने कहा कि यह एक त्रासदी है..शिक्षा प्रणाली, वैश्वीकरण और उदारीकरण ने समाज को संगठित किया। उन्होंने सवाल उठाया कि अंग्रेजी बाकी बची दुनिया से जोड़ने के लिए अत्यंत जरूरी हो गई। लेकिन हो क्या रहा है कि मध्य और उच्च मध्य वर्ग परिवारों के बच्चों अपनी मातृ भाषा की कीमत पर अंग्रेजी सीख रहे हैं तो वे कहां जाएंगे?
अख्तर के अनुसार, भाषा को बर्बाद करना एक पाप है, जिससे इतिहास और परंपरा की मौत होती है। उन्होंने कहा कि भाषा इतिहास, संस्कृति और परंपरा की वाहक है। आप अगर भाषा को मारते हैं तो अपना इतिहास, अपनी संस्कृति को मारते हैं और यही हो रहा है।
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