सोमवार, 25 फ़रवरी 2013

दिल्ली दहलाने की साजिश,बम डिफ्यूज

दिल्ली दहलाने की साजिश,बम डिफ्यूज
नई दिल्ली। हैदराबाद के गुरूवार को हुए धमाकों की जख्म अभी सूखे भी नहीं कि सोमवार हो आतंककारियों ने दिल्ली को दहलाने की नाकाम कोशिश कर डाली। हालांकि,समय रहते दिल्ली पुलिस और एनएसजी ने इन नापाक इरादों को नाकाम कर दिया और दिल्ली बाल-बाल बच गई।

छावनी क्षेत्र में सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल के बाहर एक लावारिस मिले एक बैग में रखे एक बम को सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता बरतते हुए सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया।

पुलिस को दोपहर करीब दो बजे सूचना मिली कि अस्पताल परिसर के बाहर एक संदिग्ध बैग पड़ा है। दिल्ली पुलिस ने बैग में संदिग्ध सामग्री की जांच के बाद एनएसजीसे मदद मांगी। इस पर एनएसजी के बम निरोधक दस्ते की मदद से शाम पांच बजे बम को निष्क्रिय कर दिया गया।

3 दिन बाद दिल्ली पर वार

उल्लेखनीय है 21 फरवरी की शाम हैदराबाद के दिलसूखनगर को आतंककारियों ने निशाना बनाया था। और उस दिल दहलाने वाली घटना के ठीक तीन दिन बाद ही दिल्ली में दहशत फैलाने की नाकाम कोशिश की गई।

मणिपुर में भी दो बम बरामद

मणिपुर पूर्व के लइफम खुनोऊ में पुलिस ने सोमवार को एक मकान में छिपाए गए दो शक्तिशाली बम बरामद किए। पुलिस ने बताया कि इम्फाल पूर्व पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार करिने के बाद ये बम बरामद किए। इसके बाद विशेषज्ञों को बुलाया गया और बमों को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर निष्क्रिय कर दिया गया। इस सिलसिले में दो व्यक्तियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। इनमें एक व्यक्ति की शिनाख्त ई.गुणेशर के रूप में हुई है। इम्फाल निवासी गुणेशर गौहाटी उच्च न्यायालय में कर्मचारी है।

जैसलमेर रेलवे ओवरब्रिज का विस्तार करने की मांग

जैसलमेर रेलवे ओवरब्रिज का विस्तार करने की मांग



जैसलमेर। पर्यटन नगरी जैसलमेर जिला प्रशासन और पर्यटन उद्योग से जुडे प्रतिनिधियों ने जैसलमेर रेलवे स्टेशन के छोटे ओवरब्रिज को मौजूदा यात्री भार एवं पर्यटकों की आवक को देखते हुए विस्तार करने की मांग की है।

जैसलमेर के पुलिस उपअधीक्षक शायर सिंह ने बताया की जैसलमेर में गत महीने आयोजित पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के दौरान संकरे रेलवे ओवरब्रिज पर कोई हादसा न हो इसके लिए पुलिस बल ने इस पर प्रवेश करने पर पाबंदी लगा दी थी। कांस्टेबल भर्ती के दौरान ब्रिज पर पुलिसकर्मी तैनात कर इस पर आवागमन रोक दिया था।

जैसलमेर नगर विकास न्यास के अध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवर के अनुसार जैसलमेर रेलवे स्टेशन पर बरसों पहले बना ओवरब्रिज छोटा होने के कारण यात्रियों एवं पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यात्री भार के लिहाज से यह ओवरब्रिज काफी छोटा है। पर्यटकों की अचानक आवाजाही बढ़ने पर हर समय हादसा होने की आशंका रहती है।

रेल यात्री रवि पंडित ने बताया कि जैसलमेर आने वाले रेल यात्रियों को यहां स्टेशन से बाहर निकलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ओवरब्रिज पर उमड़ी भीड के बीच उन्हें स्टेशन पार करने में काफी समय लगता है।

जैसलमेर के सामाजिक कार्यकर्ता राजू राम प्रजापत ने बताया कि जोधपुर व बीकानेर से जैसलमेर आने वाली सवारी गाड़ी का ठहराव सामान्यतया स्टेशन संख्या दो पर ही होता है इस दौरान किसी यात्री की मामूली लापरवाही अन्य यात्रियों के लिए भी भारी पड़ सकती है।

उन्होंने कहा कि ओवरब्रिज छोटा होने के कारण यात्रियों की भीड़ में वरिष्ठ नागरिकों, नि:शक्तों और वृद्धों के लिए काफी पीड़ा होती है। उन्हें स्टेशन से दूसरे छोर पर जाने के लिए अधिक परेशानी का सामना करना होता है।

जैसलमेर टूर ऑपरेटर राजकुमार तंवर ने बताया कि इलाहाबाद में हुए हादसे से जैसलमेर में भी सबक लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पर्यटन सत्र के दौरान पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए ओवरब्रिज को चौड़ा करने की जरूरत है 

राज्यपाल श्रीमती माग्र्रेट आल्वा सोनार दुर्ग देख हुई अभिभूत







राज्यपाल श्रीमती माग्र्रेट आल्वा सोनार दुर्ग देख हुई अभिभूत

दुर्ग के कोठडी पाड़ा तोप के पास से किया शहर का दृश्यावलोकन
       

जैसलमेर, 25 फरवरी/ राज्यपाल श्रीमती माग्र्रेट आल्वा ने अपने जैसलमेर यात्रा के चौथे दिन सोमवार को ऎतिहासिक लिविंग फोर्ट के रूप में विश्ववख्यात सोनार दुर्ग का भ्रमण कर दशहरा चौक से राज प्रसाद के कलात्मक महलों को बाहर से देखा एवं उसकी बेजोड़ कला की मुक्त कंठ से सराहना की। राज्यपाल श्रीमती आल्वा सोनार दुर्ग की कलात्मक नक्काशी को देखकर अभिभूत हुई।
      स्वर्णनगरी का विहंगम दृश्य देखा
       राज्यपाल श्रीमती माग्र्रेट आल्वा ने कोठड़ी पाडा में सिटी व्यू पाईंट से शहर के विहंगम दृश्य स्थलों का दृश्यावलोकन किया। उन्होंने यहां से शहर के साथ ही पटवा हवेली,सालमसिंह की हवेली एवं गडीसर के दृश्य को भी देखा। उन्होंने दुर्ग की सकडी गलियों में भी भ्रमण कर लिविंग फोर्ट की स्थिति एवं वहां के ऎतिहासिक स्थलों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। गाईड़ हरीश गिरी गोस्वामी ने राज्यपाल को सोनार दुर्ग के सौन्दर्य कला एवं ऎतिहासिक गाथाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।  
      दुर्ग के प्राचीन सामरिक प्रबंधन को देखा
       राज्यपाल ने दुर्ग भ्रमण के समय 850 वर्ष पुराने किले की सामरिक सुरक्षा व्यवस्था का अवलोकन किया। उन्हें मध्यकालीन युद्ध कला को दृष्टिगत रखते हुए दुर्ग में निर्मित ऎतिहासिक प्रोलों के साथ ही दुर्ग की प्राचीर पर व्यवस्थित रूप से जमाकर रखे गए गोलाकार एवं बेलनाकार पत्थरों के बारे में जानकारी कराई गई जो युद्धकाल में दुर्ग के परकोटे पर चढ़ने वाले दुश्मन के सिपाहियों को नीचे धकेलने के लिए किले से फेंके जाते थे।
      दुर्गवासियों की भागीदारी पर बल
       राज्यपाल श्रीमती आल्वा ने प्राचीन दुर्ग की विशिष्ट वास्तुकला एवं राजप्रसादों की कलात्मकता को राष्ट्रीय धरोहर बताते हुए इस ऎतिहासिक किले के मौलिक स्वरूप को सरक्षित बनाए रखने में दुर्गवासियों की सक्रिय सहभागिता की आवश्यकता प्रतिपादित की।  
       राज्यपाल का दुर्ग में पहुंचने पर दुर्गवासी चन्द्रशेखर श्रीपत ने उनका शाल ओढ़ाकर एवं नगर विकास न्यास के अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर के साथ ही अरविन्द व्यासयोगेश पुरोहित ने उनको गुलदस्ता एवं दुर्ग की तस्वीर भेंट कर उनका हार्दिक अभिनन्दन किया। यहां पर दुर्ग वासियों ने सोनार दुर्ग में भूमिगत विद्युत लाईन बिछाने एवं दुर्ग में सीवरेज के कार्य को शीघ्र कराने का आग्रह किया। दशहरा चौक में मोर पंखुड़ियों का व्यापार करने वाले सरदार कालीचरण सिंह ने भी राज्यपाल को मोर पंख से बनी पंखी भेंट की।
       राज्यपाल श्रीमती आल्वा ने इस संबंध में जिला कलक्टर शुचि त्यागी से बात की तो जिला कलक्टर ने बताया कि दुर्ग में भूमिगत विद्युत लाईन एवं सीवरेज का कार्य आरयूआईडीपी के माध्यम से शीघ्र ही प्रारम्भ करवाया जा रहा है।
       राज्यपाल ने दुर्ग में कलात्मक हवेलियोंपत्थर की नक्काशी से बनी जाली के झरोखों को भी बारीकी से देखा एवं इस पत्थर की नक्काशी की तारीफ की। यहां  दुर्गवासियों ने राज्यपाल के साथ अपनी फोटो खिंचवाकर अपने आप को गद्गद् महसूस किया। राज्यपाल ने दुर्ग में आने वाले पर्यटकों से भी जैसलमेर शहर के बारे में जानकारी ली एवं पर्यटकों की इच्छा पर उनके साथ फोटो भी खिंचवायें।       इस अवसर पर जिला कलक्टर शुचि त्यागीजिला पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरीअतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका सहित अनेक अधिकारी उपस्थित थे।      
---000---
राज्यपाल पहुंची काणोद गाँवग्रामीणों से जानी लोक जीवन की हलचलें,
समस्याओं के बारे में ली जानकारी
       जैसलमेर, 25 फरवरी/ राज्यपाल श्रीमती माग्र्रेट आल्वा ने सोमवार को जैसलमेर जिले के ग्रामीण अंचलों का भ्रमण किया तथा ग्रामीणों की समस्याओं को सुना।
       राज्यपाल ने सोमवार को मोहनगढ़ दौरे के वक्त काणोद गांव में गाड़ी रुकवायी तथा वहां मौजूद ग्रामीणों से  ग्राम्य लोक जीवनखेती-बाड़ी और पशुपालनसम सामयिक हालातों तथा ग्रामीणों की समस्याओंग्राम्य विकास की योजनाओं व कार्यक्रमों के बारे में ग्रामीण महिलाओं एवं पुरुषों से चर्चा की।
       राज्यपाल को ग्राम पंचायत के सरपंच तथा ग्रामीणों ने ग्राम्य समस्याओं की जानकारी दी और बताया कि मोहनगढ़ से नहरी पानी पेयजल परियोजना के अन्तर्गत उनके गांव से होकर पाईप लाईन के जरिये जैसलमेर की ओर पहुंच रहा है लेकिन उनके गांव तथा आस-पास के क्षेत्र में पानी की समस्या है। ऎसे में ग्रामीणों को टैंंकरों से पेयजल प्राप्ति के जतन करने पड़ रहे हैं और इस पर काफी व्यय आता है।
राज्यपाल से काणोद के ग्रामीणों ने लड़कियों के लिए अलग से स्कूल खुलवाने का आग्रह किया। इन सभी पर राज्यपाल ने कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
       राज्यपाल ने गांव में शिक्षा की व्यवस्था के बारे में ग्रामीणों से पूछा। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सैकण्डरी स्कूल है जिसमें आठ शिक्षक हैं तथा वे बराबर आते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में एएनएम की सुविधा उपलब्ध है बच्चों को बराबर पोषाहार भी मिल रहा है। राज्यपाल ने ग्रामीणों की चिकित्सा सेवा के बारे में पूछा। इस पर ग्रामीणों ने बताया कि गांव में ज्यादा बीमार हो जाने पर 40 किमी दूर जैसलमेर अथवा 25 किमी दूर मोहनगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जाकर ईलाज कराते हैं।
       राज्यपाल को पास ही तालाब पर महानरेगा के अन्तर्गत चल रहे कार्य की जानकारी मिलने पर वे तालाब की पाल पर चढ़कर तालाब के मुहाने पहुंची तथा वहाँ काम की जानकारी पायी। राज्यपाल ने कार्य की प्रकृतिश्रमिकों को भुगतान की स्थिति आदि के बारे में पूछा। वहाँ काम पर लगी महिलाओं ने राज्यपाल को बताया कि नाड़ी खुदाई का कार्य चल रहा है। राज्यपाल ने वहां मौजूद सरपंच से पूरी पारदर्शिता के साथ काम करने के निर्देश दिए।
---000---
राज्यपाल ने मोहनगढ़ किले को देखाग्रामीणों की चौपाल में समस्याएं सुनी
       जैसलमेर, 25 फरवरी/राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा ने जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ स्थित प्राचीन दुर्ग को देखा तथा इसके प्रांगण में क्षेत्रीय ग्रामीणों की चौपाल में समस्याएं सुनी।  राज्यपाल ने मोहनगढ़ किले को सुन्दर और बेहतरीन बताया और इसके पर्यटन विकास की जरूरत बतायी और कहा कि पर्यटकों की यहां आवाजाही बढ़ने से क्षेत्रीय आर्थिक विकास पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
       राज्यपाल का क्षेत्रीय ग्रामीणों ने तिलक लगायागुलदस्ता भेंट किया और शॉल ओढ़ाकर अभिनंदन किया तथा मोहनगढ़ किले की रंगीन तस्वीर भेंट की।  राज्यपाल ने ग्रामीणों की समस्याओं को सुना तथा आश्वासन दिया कि इसके लिए वे प्रयास करेंगी। इस दौरान जैसलमेर पंचायत समिति के प्रधान मूलाराम चौधरी ने भी नहरी क्षेत्रों के विकास के लिए विशेष गतिविधियों का आग्रह राज्यपाल से किया।
---000---
राज्यपाल ने इन्दिरा गांधी नहर का अवलोकन किया,
नहरी क्षेत्रों में सिंचाई सुविधाओं की जानकारी ली
       जैसलमेर, 25 फरवरी/राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा ने सोमवार को इन्दिरा गांधी नहर परियोजना से संबंधित गतिविधियों का दौरा किया और नहरी क्षेत्रों को देखा। उन्होंने मोहनगढ़ में इंदिरा गांधी नहर की मुख्य नहर का  अवलोकन किया तथा नहरी जल प्रबंधनसिंचाई गतिविधियोंविभिन्न नहरों की प्रणालियों आदि का अवलोकन किया तथा इनके बारे में संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली।
       राज्यपाल ने मुख्य नहर तथा संबंधित नहरों में जलप्रवाह को देखा तथा इससे मरुभूमि में आए बदलाव तथा बहुआयामी विकास के बारे में जानकारी ली। राज्यपाल ने इन्दिरा गांधी नहर जीरो आरडी पर सिंचाई विषयक प्रदर्शनी को देखा तथा इसमें प्रदर्शित छायाचित्रोंमानचित्रों आदि को देखा तथा इनके बारे में अधिकारियों से चर्चा की।
       राज्यपाल ने इन्दिरा गांधी नहर परियोजना के सेवा क्षेत्रों और नहरी पानी के पेयजल के रूप में इस्तेमालपाईप लाईन मार्ग आदि की जानकारी ली और रास्ते में आने वाले गांवों में पेयजल समस्या के निराकरण की दृष्टि से नहरी पेयजल पाईप लाईन से पानी उपलब्ध कराने की संभावनाओं के बारे में अधिकारियों से तकनीकि जानकारी ली।
       राज्यपाल ने नहर के समीप वन विभाग के विश्राम गृह चिंकारा हट में कुछ देर विश्राम किया। वहां उनसे मुलाकात करने के लिए आयी वन विभाग की महिला कार्मिकों ने राज्यपाल का स्वागत किया। राज्यपाल ने इन महिला कार्मिकों से उनकी घर-गृहस्थीतनख्वाह के बारे में पूछा। इन महिलाओं से राज्यपाल ने काफी देर बातचीत की।  वहीं पर वन विभाग की महिला वन रक्षकोंं ने भी राज्यपाल से मुलाकात की। राज्यपाल ने इनसे अपने काम-काज के बारे में पूछा।
       इन्दिरागांधी नहर चमत्कार ही है मरुक्षेत्र के लिए
       राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा ने इन्दिरा गांधी नहर परियोजना की बदौलत मरुस्थल में आए बदलाव को कायापलट की संज्ञा दी और कहा कि इससे क्षेत्र में आर्थिक एवं सामाजिक विकास के कई नए सुनहरे आयाम स्थापित हो रहे हैं।
       राज्यपाल ने नहर के मुहाने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा - मैं इससे पूर्व इस नहर पर सन् 1987 में आयी थी। उस वक्त जल रिसाव(सीपेज) की समस्या थी। हर तरफ रेत ही रेत थी। नहर के काम की बदौलत जादुई परिवर्तन आया है। वृक्षों के विस्तार ने मरु प्रसार को रोका है तथा रेतीले क्षेत्र का विस्तार थमा है। मेरी सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं...। वन विभाग तथा नहर परियोजना एवं राजस्व से संबंधित अधिकारियों ने राज्यपाल को वन विकास एवं विस्तारसिंचाई प्रबन्धन तथा आंचलिक विकास के विभिन्न आयामों के बारे में जानकारी प्रदान की।
---000---
राज्यपाल को जैसलमेर यात्रा की एलबम भेंट
       जैसलमेर, 25 फरवरी/राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा की चार दिवसीय जैसलमेर यात्रा पर केन्दि्रत फोटो एलबम सोमवार शाम जैसलमेर जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने जैसलमेर रेल्वे स्टेशन पर भेंट कीं। राज्यपाल ने एलबम को देखा तथा इसके लिए जिला कलक्टर को धन्यवाद दिया।
---000---
राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा को जैसलमेर से विदाई
       जैसलमेर, 25 फरवरी/राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा चार दिवसीय जैसलमेर यात्रा पूरी कर सोमवार शाम इंटरसिंटी एक्सप्रेस से जयपुर के लिए प्रस्थान कर गई। जैसलमेर रेलवे स्टेशन पर जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने उन्हें भावभीनी विदाई दी।
       इस मौके पर जैसलमेर नगरपरिषद के सभापति अशोक तंवर ने राज्यपाल को उनकी जैसलमेर यात्रा की फोटो एलबम भेंट की। इस मौके पर जिला पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरीअतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानकाउपखण्ड अधिकारी रमेशचन्द्र जैन्थ सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।
       इससे पूर्व जैसलमेर सर्किट हाउस में राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। यहां समाजसेवी मानसिंह देवड़ाजितेन्द्र सिसोदियारामकंवर देवड़ा आदि ने उन्हें विदाई दी।
---000---
धोरो की धरती पर बही लोक लहरियों की सरिताएं
जमकर लुत्फ उठाया हजारों सैलानियों ने
विदेशी मेहमान भी हुए मदमस्त
       जैसलमेर, 25 फरवरी/ अंतर्राष्ट्रीय मरु मेले ने धोराें की धरती जैसलमेर में लोक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का अनूठा कुंभ दर्शा दिया जहां धोरों की धरती के पर्यटन स्थलोंरेत के टीबों तथा लोक परम्पराओं के दिग्दर्शन के साथ ही हजारों देशी-विदेशी पर्यटकों के साथ ही सरहदी क्षेत्रों के स्थानीय बाशिंदों ने भी जमकर मनोरंजन किया।
       परम्परागत मरु महोत्सव के अंतर्गत हुई लोक संस्कृति जगत की उन हस्तियों ने अपने फन का जादू बिखेरा जिनकी देश-दुनिया में धाक है। इनमें से काफी संख्या में कलाकार ऎसे है जिनके कई कार्यक्रम दुनिया के विभिन्न मुल्कों में धूम मचाते रहे हैं।
       कलाकारों के गढ़ जैसलमेर में मरू महोत्सव के दौरान होने वाले आयोजन अपनी अद्भुत व उम्दा प्रस्तुतियों की वजह से सात समंदर पार तक मशहूर रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय मरु महोत्सव के अंतर्गत इस बार भी हुए सांस्कृतिक उत्सवों में रसिकाें ने लोक सांस्कृतिक सरिताओं में जमकर गोते लगाए और खूब आनंद लिया।
       मरु महोत्सव के रात्रिकालीन सांस्कृतिक आयोजनों ने दोनों ही दिन ऎसा समा बाँधा कि हजारों रसिकजन मंत्रमुग्ध हो मस्ती के सागर में गोते लगाते रहे। आयोजनों की शुरूआत नादस्वरम संस्था (जैसलमेर) के कलाकारों शोभा हर्ष एवं शोभा भाटिया द्वारा गणपति वंदना सर्वप्रथम सब ध्याओ गजानन भजन की राग विहाग में प्रस्तुति से हुई। इसमें तबले पर जयप्रकाश हर्षहारमोनियम पर अनिल पुरोहितसिंथेसाइसिस पर रवि शर्मा तथा ढोलक पर हेमंत हर्ष ने संगत की।
       इस दौरान शशि कुमार व पार्टी (बीकानेर) का कच्ची घोड़ी नृत्यमानी पंवार एवं पाटी का भवई नृत्यअन्नू एवं पार्टी का भवई तथा घुटना नृत्यकालूनाथ एवं पार्टी (जोधपुर) का कालबेलिया नृत्यबाबूलाल एवं पार्टी (बूंदी) का बैल नृत्यक्वीन हरीश एवं पार्टी (जैसलमेर) का कालबेलिया नृत्यपुष्कर प्रदीप एवं पार्टी (बाड़मेर) का जंवाई पाँवणा खूब सराहा गया।
       इस दौरान नागर एवं पार्टी (बूंदी) का अलगोजा वादनतगाराम भील एवं पार्टी (मूलसागर) का अलगोजा वादनउमराव खान एवं पार्टी (हिण्डालगोल)थाने खॉ एवं पार्टी (खुहड़ी) और हसन खां एवं पार्टी (जैसलमेर) का राजस्थानी गायन श्रोताओं के दिल को भा गया।
       उदाराम एवं पार्टी (जैसलमेर) का अग्नि तराजू नृत्यअशोक शर्मा व पार्टी (भरतपूर) द्वारा प्रस्तुत शानदार प्रस्तुति फूलों की होली नृत्य लाफ्टर रविन्द्र जानी के छोडे़ हंसी के फव्वारेंगंगा एवं पार्टी (पाली) का तेरहताली नृत्य और फैयाज व सुफूदीन डागर (दिल्लीद्वारा पेश द्रुपद गायन ने मरू महोत्सव के सांगीतिक पक्ष के खूब ऊॅंचाइयों तक पहुॅंचा दिया।
       सांस्कृतिक कार्यक्रम का संयुक्त रूप से संचालन किशोर सिंह राजपुरोहित एवं रविन्द्र हर्ष (बीकानेर) तथा जफर खान (जोधपुर) ने किया।
       मरु महोत्सव के दौरान विश्वविख्यात सोनार किले के बुर्जो पर बूटे खां व लुकमान खां तथा साथी कलाकारोंगड़ीसर झील पर शंकराराम एवं साथी कलाकारोंपटवा हवेली में अकबर खां एवं साथी कलाकारों तथा कुलधरा में लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों ने फिजाओं में माधुर्य घोल दिया।

न्यायलय ने मुस्लिम महिला का दहेज़ का मामला खारिज किया .

न्यायलय ने मुस्लिम महिला का दहेज़ का मामला खारिज किया .

बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर की एक अदालत ने एक मुस्लिम महिला द्वारा अपने पति और ससुराल पक्ष पर दहेज़ और प्रताड़ना के मामले को इस दलील के साथ खारिज किया की मुस्लिम समुदाय में मेहर देने की रीत हें दाहें की रीत नहीं हें ,परिवादिनी नेमत द्वारा अपने पति अली अहम और ससुराल पक्ष के लोगो के विरुद्ध दहेज़ कम लेन ,मारपीट करने तथा पचास हज़ार नकद और दस भेदे लाने के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगा एक परिवाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया था .जिसे न्यायाधीश पियूष चौधरी ने ख़ारिज कर दिया ,उलेखनीय हें की परिवादी नेमत ने न्यायलय में परिवाद पेश किया था की उसका विवाह अली अहमद के साथ पांच साल पहले मुस्लिम रीती रिवाज से हुआ था .उसके पिता और सगे संबंधियों ने हैसियत से बढ़कर दहेज़ का सामन और आभूषण दिए थे ,जो न्परिवादीनी ने विवाह के तुरंत बाद अपने पति को संभाला दिए थे .कम दहेज़ लाने के लिए उसे तंग व् परेशान करना शुरू किया तथा मारपीट करते थे ,साथ ही अपने पिता से पचास हज़ार रुपये और दस भेडे लाने के लिए दबाव बनाते थे इसके आभाव में दूसरी शादी करने की धमकी देते थे .दहेज़ की मांग पूरी नहीं करने पर उसे तीन माह पूर्व घर से बदर कर दिया था .परिवादीनी ने अपने पति से पांच हज़ार रुपये मासिक भरण पोषण दिलवाए जाने का भी न्यायलय से निवेदन किया था तथा मानसिक प्रताड़ना और भावनात्मक कष्ट के प्रतिकार के बतौर पचास हज़ार रुपये दिलाने का भी निवेदन किया था .इस परिवाद पर न्यायलय द्वारा मुक़दमा दर्ज कर परिवादीनी के पति और ससुराल वालो को नोटिस जारी किये गए तथा उसके पति और ससुराल वालो ने जवाब पेश किया की मुस्लिम रीती में दहेज़ का चलन नहीं हें बल्कि मेहर की राशि विवाह के समय परिवादीनी को दी गई थी .परिवादीनी विवाह के बाद आज दिन तक अली के घर नहीं आई और ना ही उनके मध्य पति पत्नी के रिश्ते बने .न्यायलय द्वारा बाद सुनवाई के आदेश पारित कर परिवाद को खारिज कर दिया परिवादीनी पति और ससुराल पक्ष पर लगाये आरोप सिद्ध करने में असफल रही ,जिस पर उसकी और से प्रस्तुत घरेलु हिंसा बाबत परिवाद खारिज कर दिया .परिवादीय की और से वकील हाकम सिंह भाटी और प्रत्यर्थी की और से कैलाश सिंह तथा भगवान् सिंह राठोड ने पेरवी की

दलितो ने भरी हुंकार, लालू के हत्यारो की गिरफ्तारी की मांग










दलितो ने भरी हुंकार,

लालू के हत्यारो की गिरफ्तारी की मांग

विशाल रैली निकालकर किया उग्र विरोध प्रदशर्न

 बाड़मेर 25 फरवरी।

जटिया समाज बाड़मेर के नेतृत्व में दलित समुदाय द्वारा लालचंद के हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर उग्र विरोध प्रदशर्न एवं विशाल रैली व आमसभा का आयोजन किया गया। समाज के महामंत्री भेरूसिंह फुलवारिया ने बताया कि जटिया समाज द्वारा पूर्व में पुलिस प्रशासन को दी गई चेतावनी के अनुसार सोमवार को जटिया समाज के हनुमान मंदिर से जटिया समाज के नेतृत्व में दलित समुदाय द्वारा विशाल रैली निकाली गई।

विशाल रैली के कारण जगहजगह पर प्रदशर्नकारियों की भारी भीड़ के कारण जाम की स्थिति बन गई। प्रदशर्नकारियों ने लालू के हत्यारों को गिरफ्तार करने की पुरजोर मांग की। प्रदशर्न में हजारो की संख्या में उपस्थित महिलाऐं, पुरूष व युवा शक्ति ने इस विरोध प्रदशर्न में अपना आक्रोश व्यक्त करतें हुए गंगनचूभी विरोध प्रदशर्न नारो का उद्घोष किया। रैली सुभाष चौक, अहिंसा सर्किल, विवेकानंद से होते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर विशाल आमसभा में तब्दील हो गई। युवा शक्ति ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर टायर जलाकर जोरदार विरोध प्रदशर्न किया। आमसभा को सम्बोधित करतें हुए दलित अत्याचार निवारण समिति अध्यक्ष उदाराम मेघवाल ने कहा कि जिस शासन में दलितो पर अत्याचार होते हैं, वह शासन कभी दुबारा नही आता हैं। न्याय की इस लड़ाई में हम सभी को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। इस दौरान सभा को सम्बोधित करतें हुए कमठा मजदूर युनियन के जिलाध्यक्ष लक्ष्मण वडेरा ने लालू हत्याकाण्ड प्रकरण के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि पोस्टमार्टम रिर्पोट अनुसार लालू को भूखा प्यासा व बंधक बनाकर बेहरमी से मारकर फेंका गया। इसमें आरोपियों को पुलिस प्रशासन एवं राजनैतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण उनको बचाया जा रहा हैं। यह हम कतही बर्दास्त नही करेगें। उन्होंने आह्वान किया कि हमें अनुशासन में रहकर अहिंसात्मक तरीके से आन्दोलन करना होगा। वहीं भील महासभा के जिलाध्यक्ष भूराराम भील ने कहा कि दलितो पर अत्याचार की घटनाऐं दिनोदिन ब रही हैं, लेकिन पुलिस गुनहेगारो को पनहा देकर हमारे हको के साथ कुठाराघात कर रही हैं। समय रहते सरकार को चेताया जा रहा हैं। दलित नेता श्रवण चंदेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम सभी दलित जातियां संगठित होकर इस न्याय की लड़ाई में अपना पूरा सहयोग देगें। जटिया समाज के अध्यक्ष मोहनलाल गोसाई ने कहा कि जटिया समाज लालू हत्याकाण्ड में दोषियो को कठोर से कठोर सजा दिलाकर रहेगी। हमारा आन्दोलन न्याय प्राप्त होने तक अविलम्ब जारी रहेगा। महामंत्री भेरूसिह फुलवारिया ने कहा कि इस न्याय की लड़ाई में जो हमारे समाज का सहयोग करेगा, उन्ही का समाज सहयोग करेगा। वरन वोट की चोट का नारा बुलंद रहेगा। आमसभा को खेराज राम तुन्गरिया जालौर, कार्यक्रम प्रभारी श्यामलाल सुवांसिया, चंदन जाटोल, जयराम कुलदीप धोरीमन्ना, जवानाराम गोंसाई अध्यक्ष जटिया समाज धोरीमन्ना, बंशीलाल खोरवाल सांचौर, चेनाराम जाटोल लीलसर, अम्बालाल फुलवारिया अध्यक्ष जटिया समाज सांचौर, नैनाराम बांशीवाल, भगवानदास फुलवारिया, हुकमाराम गोसांई, पार्षद रमेश मोसलपुरिया, मुकेश कुमार मथुरा सहित कई वक्ताओं ने इस हत्याकाण्ड में लिप्त आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग करतें हुए हत्या की निंदा की। इस अवसर पर अखिल भारतीय रैंगर महासभा के जिलाध्यक्ष मोहनलाल कुर्डिया, पार्षद मिश्रीमल सुवांसिया, पार्षद कपिल धारू, पूर्व पार्षद शंकरलाल गर्ग, बस्तीराम बांकोलिया, छगनलाल जाटोल, खटिक समाज युवा अध्यक्ष मदन नागौरा, एडवोकेट नवल किशोर लीलावत, जगदीश मोसलपुरिया, जगदीश गोसाई, बलदेव फुलवारिया, मिश्रीमल जैलिया, बाबुलाल मोसलपुरिया, नीम्बाराम बांकोलिया, प्रेम फुलवारिया, ओम गोंसाई, ओम सिघाड़िया, प्रताप जैलिया, मुलाराम खन्ना, विशनाराम फुलवारिया, लक्ष्मण कुर्डिया सहित हजारो की तादाद में लोग उपस्थित थें।

दस सूत्री मांगो का सौंपा ज्ञापन लालचंद के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आयोजित विरोध प्रदशर्न में जटिया समाज के अध्यक्ष मोहलाल गोसाईवाल दलित अत्याचार निर्वाण समिति अध्यक्ष उदाराम मेघवाल, कमठा मजदूर युनियन के जिलाध्यक्ष लक्ष्मण वडेरा, जटिया समाज के महामंत्री भेरूसिह फुलवारिया, कोषाध्यक्ष ईश्वरचंद नवल, पूर्व पार्षद छगनलाल जाटव, बस्तीराम बांकोलिया के नेतृत्व में दस सूत्री मांगो का ज्ञापन जिला कलेक्टर भानूप्रकाश एटॅूरू को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा गया। इस दौरान कार्यक्रम का संचालन कोषाध्यक्ष ईश्वरचंद नवल ने किया।

हाथो में रही तख्तियां हनुमान मंदिर से निकाली गई विशाल रैली में महिलाओं व युवाओं के हाथ में लालू के हत्यारों को गिरफ्तार करो, पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद, एफआईआर में नामजद आरोपियों को तुरन्त गिरफ्तार करो, सरकार हमारी मांगे पूरी करे, दोषियो के खिलाफ तुरन्त कार्यवाही करे, लालचंद हत्या प्रकरण में पुलिस नाकाम, जांच सीबीआई को सौंपी जावें सहित विभिन्न प्रकार के नारे लिखे हुऐं थें।

लग गये जाम जटिया समाज द्वारा लालू के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर निकाली गई विशाल रैली के दौरान शहर के मुख्य मार्गो जाम लग गयें।

उतरे सड़को पर लालू के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जटिया समाज के नेतृत्व में हजारों दलित समुदाय के लोग सड़को पर उतर आयें। वहीं पुलिस प्रशासन के खिलाफ राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर भारी आक्रोश व्यक्त किया।

रहेगा आन्दोलन जारी जटिया समाज के अध्यक्ष मोहन गोसाई व महामंत्री भेरूसिंह फुलवारिया ने बताया कि आमसभा के दौरान निर्णय लिया गया कि पुलिस प्रशासन व राज्य सरकार द्वारा लालू की हत्या के आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नही किया गया, जब तक उन्हें गिरफ्तार नही किया जाता, तब तक जटिया समाज के नेतृत्व में दलित समुदाय द्वारा अनिश्चितकालीन आन्दोलन जारी रखा जायेगा।

बालोतरा उप खंड के पास सडक हादसों में चार की मौत

बालोतरा उप खंड के पास सडक हादसों में चार की मौत

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के बालोतरा उप खंड के पास आज दो अलग अलग सड़क हादसों में चार लोगो की मौत हो गई और पांच लोग घायल हो गए !पुलिस सूत्रों के अनुसार पहला हादसा आज सुबह जोधपुर रोड पर भांडीयावास के पास हुआ जिसमे दो ट्रको की आपस में भिडंत होने से एक युवक की मौत व् एक घायल हुआ जिसको 108 एम्बुलेंस द्वारा बालोतरा के नाहटा अस्पताल लाया गया !व्ही दोपहर को असाडा गाँव के पास मेगा हाईवे पर एक आल्टो कार व् इनोवा में टक्कर में कर सवार तीन लोगो की मौके पर ही मौत हो गई इनोवा में सवार लोगो को भी चोटे आई जिनका इलाज बालोतरा के एक निजी अस्पताल में चल रहा है !पुलिस के अनुसार कार चालक की लापरवाही से हादसा हुआ कार में सवार तीनो लोग गुजरात ,अहमदाबाद के रहने वाले थे
(

नर्मदा और इंदिरा गांधी नहर का संगम होगा बाड़मेर में ..मानवेन्द्र सिंह

नर्मदा और इंदिरा गांधी नहर का संगम होगा बाड़मेर में ..मानवेन्द्र सिंह

बाड़मेर पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह ने कहा की राज्य की कांग्रेस सरकार जन समस्याओ को निपटने में पूरी तर विफल रही हें ,उन्होंने मौसम आधारित फसल बीमा को किसानो के साथ सरकारी धोखा करार दिया .मानवेन्द्र सिंह ने सोमवार को धोरीमन्ना विधान सभा क्षेत्र के करीब एक दर्जन गाँवो में आम सभाओ को संबोधित करते हुए यह बात कही ,मानवेन्द्र सिंह ने सोमवार को धोरीमन्ना मुख्यालय ,बूल ,कोजा ,खारी ,सोनडी ,सेडवा ,चिचडासर ,कारतिया ,आकल ,ओगाल ,गोडा ,पनोरिया सहित कई गाँवो में जन सभाओ को संबोधित किया .उन्होंने कहा की मौसम आधारित फसल बीमा पर सरकार किसानो के साथ धोखा कर रही हें ,उन्होंने कहा की किसानो की फासले ओलावृष्टि का शिकार हो गई इसके बावजूद सरकार में कोई राहत किसानो को नहीं दी ,उन्होंने कहा की क्षेत्र की मूलभूत समस्याए जस की तस हें ,उन्होंने कहा की गुडा धोरीमन्ना के लोगो को अभी तक नर्मदा का पानी सरकार उपलब्ध नहीं करा पाई ,राज्य और केंद्र में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद आम जनता को समस्याओ से राहत नहीं मिली .मानवेन्द्र ने कहा की आगामी विधानसभा चुनावों में वसुंधरा राजे के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनाना तय हें ,उन्होंने कहा की राज्य में भाजपा की सरकार आई तो नर्मदा और इंदिरा गांधी नहर का संगम बाड़मेर में होगा ,इस अवसर पर लाधुराम विश्नोई ने कहा की अशोक गहलोत की सरकार ने जनता की समस्याओ पर ध्यान देने की बजे आपसी गुटबाजी में उलझे हें ,धोरीमन्ना और गुडा क्षेत्र की लगातार सरकार अनदेखी कर रही हें ,इस अवसर पर तरुण कागा ,बाबू सिंह बामदला .,सुखराम विश्नोई ,बसीर खान आकाल .मौलवी ताज मोहम्मद और मालाराम सहित भाजपा के कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे

पाक के लिए जासूसी करता एक गिरफतार

पाक के लिए जासूसी करता एक गिरफतार
ईमेल के जरिये भेजता था सुचनाए ..आयरन फिस्ट युद्धाभ्यास के लिए भी की जासूसी 


जैसलमेर सीमावर्ती जैसलमेर जिले के चांधन में सी आई दी और पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में आई एस आई के एक एजेंट को गिरफ्तार कर उससे दस्तावेज बरामद किये हें ,पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी ने बताया की रविवार को सीआईडी जोन जोधपुर से पुलिस थाना पोकरण के थानाधिकारी रमेश शर्मा निपु को एक व्यक्ति द्वारा जासूसी करने की सुचना मिलने पर थानाधिकारी द्वारा उच्चाधिकारियों को सुचित करने पर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी द्वारा उक्त सुचना को गम्भीरता से लेते हुए तुरंत कार्यवाही करने के निर्देश दिये। जिस पर रमेश शर्मा निपु थानाधिकारी पुलिस थाना पोकरण मय श्रवण कुमार सउनि, सुरेश कुमार हैड कानि, कानि0 ओमप्रकाश, तेजूदान एवं सुभाष मय सरकारी वाहन चालक मूलाराम के करमो की ाणी चांधन पहॅूचे। जहॉ सुमारखॉ को दस्तयाब कर पुलिस थाना पोकरण लाया गया तथा सीआईडी जोन जोधपुर एवं पुलिस की सयुक्त जॉच करने पर सुमार ने 23 वार पाक जाना एवं वहॉ अपने मामा के घर रहना बताया तथा पाक में मामा द्वारा पाक गुप्तचर ऐजेंसी के अधिकारियों से मिलना एवं उनके द्वारा सुमारखॉ भारतीय सेना की गुप्त सुचनाऐं देने हेतु प्रलोभन दिया। जिस पर सुमार ने पैसे के लालच में आकर जरिये ईमेल पाक गुप्तचर ऐजेसियों को भारतीय सेना की जानकारी देना स्वीकार किया । जिस पर सुमारखॉ को पुलिस थाना पोकरण में ओ.एस. एक्ट के तहत गिरफतार कर सीआईडी जोन जोधपुर को वास्ते अग्रिम कार्यवाही हेतु सुपूर्द किया गया।

आईएस आई एजेंट पकड़ा चंधन फायरिंग रेंज के पास

आईएस आई एजेंट पकड़ा चंधन फायरिंग रेंज के पास

जैसलमेर सीमावर्ती जैसलमेर में हाल ही में संपन आयरन फिस्ट युद्धाभ्यास की जासूसी के आरोप में जैसलमेर पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने संयुक अभियान के तहत एक संधिग्ध को पकड़ा हें ,सूत्रानुसार पकड़ा गया व्यक्ति पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आई एस आई का एजेंट बताया जा रहा हें ,उसे आज पोकरण ले जाया गया हें जहां उससे पूछताछ की जा रही हें

परम्परा … खांडा विवाह परम्परा ...तलवार के साथ होता था विवाह

 परम्परा … खांडा विवाह परम्परा ...तलवार के साथ होता था विवाह 

राजस्थान के राजपूत शासन काल में राजपूत हमेशा युद्धरत रहते थे कभी बाहरी आक्रमण तो कभी अपना अपना राज्य बढ़ाने के लिए राजाओं की आपसी लड़ाईयां|इन लड़ाइयों के चलते राजपूत योद्धाओं को कभी कभी अपनी शादी तक के लिए समय तक नहीं मिल पाता था|कई बार ऐसे भी अवसर आते थे कि शादी की रस्म को बीच में ही छोड़कर राजपूत योद्धाओं को युद्ध में जाना पड़ता था|
राजस्थान के प्रसिद्ध लोक देवता पाबूजी राठौड अपनी शादी में फेरों की रस्म पूरी ही नहीं कर पाए थे कि एक वृद्धा के पशुधन को लुटेरों से बचाने के लिए फेरों की रस्म बीच में ही छोड़ उन्हें रण में जाना पड़ा और वे उस वृद्धा के पशुधन की रक्षा करते हुए युद्धभूमि में शहीद हो गए|

इसी तरह मेवाड़ के सलूम्बर ठिकाने के रावत रत्नसिंह चुंडावत भी अपनी शादी के बाद ठीक से अपनी पत्नी रानी हाड़ी से मिल भी नहीं पाए कि उन्हें औरंगजेब के खिलाफ युद्ध में जाना पड़ गया और रानी ने ये सोच कर कि कहीं उसके पति पत्नीमोह में युद्ध से विमुख न हो जाए या वीरता प्रदर्शित नही कर पाए इसी आशंका के चलते उस वीर रानी ने अपना शीश काट कर ही निशानी के तौर पर भेज दिया ताकि उसका पति अब उसका मोह त्याग निर्भय होकर अपनी मातृभूमि के लिए युद्ध कर सके | और रावत रतन सिंह चुण्डावत ने अपनी पत्नी का कटा शीश गले में लटका औरंगजेब की सेना के साथ भयंकर युद्ध किया और वीरता पूर्वक लड़ते हुए अपनी मातृभूमि के लिए शहीद हो गए|

इस तरह राजपूत योद्धाओं को अक्सर अनवरत चलने वाले युद्धों के कारण अपनी शादी के लिए जाने तक का समय नहीं मिल पाता था ऐसे कई अवसर आते थे कि किसी योद्धा की शादी तय हो जाती थी और ठीक शादी से पहले उसे किसी युद्ध में चले जाना पड़ता था ऐसी परिस्थितियों में उस काल में राजपूत समुदाय में खांडा विवाह परम्परा की शुरुआत हुई इस परम्परा के अनुसार दुल्हे के शादी के समय उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में उसकी तलवार (खांडा) दुल्हे की जगह बारात के साथ भेज दी जाती थी और उसी तलवार को दुल्हे की जगह रखकर शादी के सभी रस्मों रिवाज पुरे कर दिए जाते थे|

पर अब राजपूत समुदाय में खांडा विवाह परम्परा बिल्कुल समाप्त हो चुकी है हाँ बचपन में मैंने खांडा विवाह तो नहीं पर कुछ सगाई समारोह जरुर देखें है जहाँ लड़का उस समय उपलब्ध नहीं था तो सगाई की रस्म तलवार रखकर पूरी कर दी गयी थी| मेरे एक चचेरे भाई की सगाई भी उसकी अनुपस्थिति में इसी तरह तलवार रखकर कर दी गयी थी अब भी हमारी भाभी और हमारे चचेरे भाई के बीच इस बात पर कई बार मजाक हो जाया करती है|

पर इस प्रथा को लेकर इतिहास में एक बार एक ऐसी दुखद घटना भी घट चुकी है जिसके चलते बाड़मेर की जनता को बहुत उत्पीडन सहना पड़ा| राजस्थान के प्रसिद्ध प्रथम इतिहासकार और तत्कालीन जोधपुर रियासत के प्रधान मुंहनोत नैंणसीं को तीसरे विवाह के लिए बाड़मेर राज्य के कामदार कमा ने अपनी पुत्री के विवाह का नारियल भेजा था (उस जमाने में सगाई के लिए नारियल भेजा जाता था जिसे स्वीकार कर लेते ही सगाई की रस्म पूरी हो जाया करती थी) पर जोधपुर राज्य के प्रशासनिक कार्यों में अत्यधिक व्यस्त होने के कारण नैंणसीं खुद विवाह के लिए नहीं जा पाए और प्रचलित परम्परा के अनुसार उन्होंने बारात के साथ अपनी तलवार भेजकर खांडा विवाह करने का निश्चय किया| पर दुल्हन के पिता कमा ने इसे अपमान समझा और अपनी कन्या को नहीं भेजा बल्कि कन्या के बदले मूसल भेज दिया जिससे जोधपुर का वह शक्तिशाली प्रशासक व सेनापति नैंणसीं अत्यधिक क्रोधित हुआ और उसने इसे अपना अपमान समझ उसका बदला लेने के लिए बाड़मेर पर ससैन्य चढाई कर आक्रमण कर दिया उसने पुरे बाड़मेर नगर को तहस नहस कर खूब लूटपाट की और नगर के मुख्य द्वार के दरवाजे वहां से हटाकर जालौर दुर्ग में लगवा दिए|इस प्रकार इस खांडा विवाह परम्परा के चलते बाड़मेर की तत्कालीन प्रजा को बहुत उत्पीडन सहना पड़ा|

चूँकि नैंणसीं राजपूत नहीं ओसवाल महाजन (जैन)था अत:उसके द्वारा खांडा विवाह के लिए तलवार भेजने की इस घटना से साफ जाहिर है कि ये परम्परा सिर्फ राजपूत जाति तक ही सिमित नहीं थी बल्कि राजस्थान में उस समय की अन्य जातियों में भी इस प्रथा का चलन था|


साभार ....

ज्ञान दर्पण : विविध विषयों का ब्लॉग

www.gyandarpan.com/

रविवार, 24 फ़रवरी 2013

राज्यपाल ने जैसलमेर शहर के पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया








राज्यपाल ने जैसलमेर शहर के पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया
लोक संस्कृतिपरंपराओं और नैसर्गिक सौन्दर्य ने किया मंत्रमुग्ध
       जैसलमेर,24 फरवरी/राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा जैसलमेर की लोक संस्कृतिशिल्प और स्थापत्य कला तथा परंपराओं का दिग्दर्शन कर मुग्ध हो उठी।
       राज्यपाल ने अपनी चार दिवसीय जैसलमेर यात्रा के तीसरे दिन रविवार को जैसलमेर शहर का भ्रमण करते हुए विभिन्न ऎतिहासिक एवं दर्शनीय स्थलों का अवलोकन किया और इन्हें अविस्मरणीय यादगार बताया। राज्यपाल ने पटवा हवेलीसालमसिंह हवेलीगड़ीसर सरोवर आदि स्थलों को देखा तथा इन्हें अनुपम निरूपित किया।
      अद्भुत है पटवा हवेली की नक्काशी
       राज्यपाल ने पटवा हवेली का अवलोकन करते हुए इसकी सूक्ष्म नक्काशी और सुन्दरतम कारीगरी पर मुग्ध होते हुए पाषाण पर कला के इस सूक्ष्म रूप को अवर्णनीय तथा प्राचीन धरोहरों को अप्रतिम बताया।
       राज्यपाल का पटवा हवेली पहुुंचने पर वहां के निवासी राजेन्द्र बाफना एवं उनकी पत्नी श्रीमती मधु बाफना ने पुष्पहार पहनाकर स्वागत किया और पुरातात्विक महत्त्व की हवेली के पुराने झरोखों की मरम्मत आदि के लिए अनुमति का आग्रह किया।
      हवेलियों के संरक्षण के लिए ठोस प्रयासों के निर्देश
       इस पर राज्यपाल ने जिला कलक्टर शुचि त्यागी को निर्देश दिए कि इसके लिए एएसआई से सम्पर्क करें। राज्यपाल ने बाफना दम्पत्ति को आश्वस्त किया कि वे इस बारे में केन्द्रीय संस्कृति मंत्री और भारतीय पुरातत्व संरक्षण विभाग के महानिदेशक से चर्चा करेंगी।        राज्यपाल ने पटवा हवेली के सौन्दर्य से अभिभूत होते हुए कहा कि प्राचीन महत्त्व की इन विलक्षण धरोहरों के संरक्षण के लिए हरसंभव उपाय सुनिश्चित किए जाने चाहिएं।
      धनाराम भील की लम्बी मूंछों ने जगाया आकर्षण
       राज्यपाल ने पटवा हवेली में अपनी सर्वाधिक लम्बी मूँछों के लिए गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड में शुमार स्व. करणाराम भील के नक्शे कदम पर चलकर लम्बी मूँछों का पारिवारिक गौरव बरकरार रखने वाले धनाराम भील ने अपनी लम्बी मूंछें खोलकर राज्यपाल के समक्ष दिखायी। महामहिम ने धनाराम के मौलिक हुनर की तारीफ की और उनके साथ फोटो खिंचवाया।
      हवेली के भीतरी मार्ग को सुन्दर बनाएं
       राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा ने पटवा हवेली के आन्तरिक मार्ग को सुन्दर स्वरूप प्रदान करने तथा पूरी तरह साफ-सुथरा बनाए रखने के निर्देश दिए। यहीं पर पार्षद श्रीमती शांति चूरा ने राज्यपाल का स्वागत किया। राज्यपाल ने पार्षद को इस कार्य के लिए पूरा सहयोग देने की बात कही। राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा ने सालमसिंह की हवेली को भी देखा तथा इस बारे में जानकारी पायी।
      गड़ीसर सरोवर पर हुई मुग्ध
       राज्यपाल ने रविवार शाम गड़ीसर सरोवर को देखा तथा वहाँ भ्रमण कर इसके बारे में जानकारी पायी। राज्यपाल ने गड़ीसर में लाईट एण्ड साउंड गतिविधियों को बेहतर बनाने के निर्देश दिए और कहा कि इससे गड़ीसर के पर्यटन विकास को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।
       इस दौरान राज्यपाल ने वहां मौजूद विभिन्न प्रान्तों से आए सैलानियों का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया वहीं जोधपुर जिले के शेरगढ़ के दो स्कूलों से आए छात्रों से बातचीत की और उनकी शिक्षा-दीक्षा के बारे में जानकारी ली। राज्यपाल ने बच्चों के साथ फोटो भी खिंचवाये।
       रावणहत्था लोकवाद्य की स्वर लहरियां सुनी
       गड़ीसर झील पर भ्रमण के दौरान् रावणहत्था लोक वाद्य बजा रहे लोककलाकार को देखा तो वहाँ रुक कर इस अनूठे लोक वाद्य के बारे में कलाकार से जानकारी ली एवं उस यंत्र को अपने हाथों में लेकर बजाने का प्रयास भी किया।
       जैसलमेर के पर्यटन स्थलों के भ्रमण के दौरान् जिला कलक्टर शुचि त्यागीनवनियुक्त जिला पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरीअतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानकापर्यटन विभाग के अधिकारी आदि उपस्थित थे। आरंभ में नगर परिषद के आयुक्त आर.के. माहेश्वरी ने राज्यपाल को गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया। राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा ने इन दर्शनीय स्थलों के बारे में गाईड़ हरीशगिरि गोस्वामी से विस्तार से ऎतिहासिक महत्त्व की जानकारी दी।

foto....मरु महोत्सव- ‘‘टैटू शो‘‘ के हैरतअंगेज एवं रोमाचंक करतबों ने दर्शकाें को किया रोमांचित


राज्यपाल श्रीमती मार्ग्रेट आल्वा साक्षी बनी कैमल टैंटू शो की









मरु महोत्सव- ‘‘टैटू शो‘‘ के हैरतअंगेज एवं रोमाचंक करतबों ने दर्शकाें को किया रोमांचित
   जैसलमेर, 24 फरवरी/ मरु महोत्सव के दूसरे दिन डेडानसर मैदान मे सीमा सुरक्षा बल द्वारा प्रस्तुत किया गया ऊँटों के विभिन्न हैरतअंगेज करतबों वाले ‘‘केमल टैटू शो‘‘ ने दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। सीमा सुरक्षा बल के प्रहरियों द्वारा ऊंट के विभिन्न रोमांचकारी करतबों को प्रस्तुत कर मरु भूमि एवं सीमाओं की सुरक्षा में इस मूक पशु रेगिस्तान जहाज ने अपनी महत्ता से अवगत करा दिया।
   राज्यपाल श्रीमती माग्र्रेट आल्वा के मुख्यातिथ्य में आयोजित हुए इस हैरतअंगेज कार्यक्रम में प्रमुख शासन सचिव पर्यटन विभाग राकेश श्रीवास्तवमहानिरीक्षक राजस्थान सीमान्त सीमा सुरक्षा बल पी.सी मीणाजिला कलक्टर शुचि त्यागीपुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी,उपमहानिरीक्षक सीमा सुरक्षा बल जोधपुर पी.एस राठौडउप महानिरीक्षक जैसलमेर साउथ वी.एस राजपुरोहित उपस्थित थे।
   सीमा सुरक्षा प्रहरियों का साथ दिया रेगिस्तान जहाज ने
   केमल टैंटू शो में उपसेमादेष्टा अमोलसिंह राठौड़ के नेतृत्व में सीमा प्रहरियों का रेगिस्तान के जहाज ऊंट ने सच्चे साथी का साथ निभाने का सचित्र प्रदर्शन कर दर्शकाें को अचम्भित कर दिया।
   ऊॅटाें पर सीमा प्रहरियों द्वारा मार्च पास्ट
   कैमल टैंटू शो के अवसर पर विश्व का एक मात्र केमल माउण्टेण्ड बैण्ड एवं इसकी मधुर धुनों पर प्रशिक्षित ऊंटों ने जो करतब दिखाये वे बहुत ही आकर्षित रहे।      राजस्थानी गीतो की धुनों पर ‘‘आओ नी पधारो म्हारे देश‘‘ पर ऊंटों की टोली ने आकर्षक मार्चपास्ट किया तथा अतिथियों को सलामी मंच के सामने सलामी देते हुए गुजरे।
   बैण्ड मास्टर के नेतृत्व में राजस्थानी लोकगीत की मधुर धुन पर ‘‘ढोला-ढोल मंजीरा बाजे रे‘‘ ‘‘कोरो काजलिया‘‘ ‘‘घूसो बाजे रे महाराज थारे मारवाड में‘‘ ‘‘सागर जानी भरने जाऊ,नजर लग जावे‘‘ ‘‘म्हारी घूमर छै नखराली घूमर रमवा मै ज्यासू‘‘ पर कैमल म्युजिक राईट का प्रदर्शन किया।
   ऊंटों पर एक्रोबैट्स
   टैंटू शो में सीमा प्रहरियों ने दौड़ते हुए ऊंट पर सवार खड़ी पोजीशन में सैल्यूट दिया वही दौडते हुए ऊॅट पर मयूर पोजीशनमच्छी पोजिशन का अद्भूत प्रदर्शन कर दर्शको का मन मोह लिया।
   सीमा प्रहरियों द्वारा फोरमेशन प्रदर्शन
   केमल टैंटू शों में सीमा प्रहरियों ने छः-छः की पंक्ति, 12-12  ऊॅटों की क्रॉसिंग,डाईगनल फोरमेशनशक्कर पारा फोरमेशन करनेचक्रव्यूह लहरियाचौराहापीपल के पत्ते के फोरमेशन की प्रस्तुति ने दर्शकाें को आश्चर्य चकित  कर दिया।
   ऊॅटों पर पीटी प्रदर्शन
   केमल टैंटू शो में सीमा प्रहरियों ने लेटे हुए ऊॅटो में पीटी का आकर्षक प्रदर्शन किया।
   जोकर एवं पणिहारी प्रस्तुति रही सैन्यक
   टैंटू शो में जोकर एवं पणिहारी की प्रस्तुति भी रौचक रही एवं जोकर के करतबों को देखकर दर्शक अपनी हंसी रोक नही सके।
   बी.ओ.पी आक्रेस्ट्रा का मनोरंजन प्रदर्शन
   शो में बल के लतीफ खां लंगा एवं उनके साथियों ने घरों में उपयोग में आने वाले जरीकन चायपत्ती के खाली डिब्बेबाल्टीथालीमंगापाउडर के खाली डिब्बे,बेलचागैतीसाजो पर देश भक्ति गीत ‘‘हम तो सीमा के प्रहरी हैफीदा इस पर हो जायेंगे‘‘ ‘‘ए वतन हमको तरी कसमतुज पर जान लुटायेगे‘‘ प्रस्तुत कर दर्शकाें की वाहवाही लूटी।
   ये थे उपस्थित
   इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानकाउपखण्ड अधिकारी रमेशचन्द जैन्थउपायुक्त उपनिवेशन देवाराम सुथारआयुक्त नगरपालिका रामकिशोर माहेश्वरी,उपनिदेशक हनुमानमल आर्य के साथ ही हजारों की संख्या में दर्शकगणसीमा सुरक्षा बल के अधिकारी एवं जवानों के साथ ही विदेशी सैलानियो ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई एवं इस हैरत अंगेज रेगिस्तानी जहाज के करतबों को उत्साह के साथ देखा तथा इन कार्यक्रमों को अपने कैमरों में कैद किया।
---000---
राज्यपाल ने सीमा सुरक्षा बल के लोक कलाकारों की हौंसला अफजाई की
   जैसलमेर, 24 फरवरी/ मरु महोत्सव के दूसरे दिन रविवार को डेडानसर मैदान में महामहिम राज्यपाल श्रीमती माग्रेट आल्वा के मुख्यातिथ्य में आयोजित सीमा सुरक्षा बल के केमल टैंटू शो में बल के लोक कलाकारों द्वारा आम दिन में उपयोग आने वाले ओजारों को वाद्ययंत्र के रूप में उपयोग लेकर लोकगीत प्रस्तुत किये। राज्यपाल इन लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किए गए लोक गीतों से बहुत ही प्रभावित हुई एवं वे अपने आप को कलाकारों के पास जाने से रोक नहीं पाई। राज्यपाल आल्वा ने लोक कलाकार लतीफ खां लंगा एवं उनके साथियों के पास जाकर उन्हें नगद पुरस्कार प्रदान कर उनका उत्साहवद्र्धन किया। इन लोक कलाकारों ने राज्यपाल के साथ फोटो भी खिंचवाये।
---000---
प्रमुख शासन सचिव ने राज्यपाल को स्मृति चिह्न प्रदान किया
   जैसलमेर, 24 फरवरी/ मरु महोत्सव के दूसरे दिन डेडानसर मैदान मे आयोजित सीमा सुरक्षा बल के कैमल टैंटू शो के समापन पर  राज्यपाल श्रीमती माग्रेट आल्वा को प्रमुख शासन सचिव पर्यटन विभाग राकेश श्रीवास्तव ने स्मृति चिह्न प्रदान किया।