जैसलमेर के पुलिस उपअधीक्षक शायर सिंह ने बताया की जैसलमेर में गत महीने आयोजित पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के दौरान संकरे रेलवे ओवरब्रिज पर कोई हादसा न हो इसके लिए पुलिस बल ने इस पर प्रवेश करने पर पाबंदी लगा दी थी। कांस्टेबल भर्ती के दौरान ब्रिज पर पुलिसकर्मी तैनात कर इस पर आवागमन रोक दिया था।
जैसलमेर नगर विकास न्यास के अध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवर के अनुसार जैसलमेर रेलवे स्टेशन पर बरसों पहले बना ओवरब्रिज छोटा होने के कारण यात्रियों एवं पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यात्री भार के लिहाज से यह ओवरब्रिज काफी छोटा है। पर्यटकों की अचानक आवाजाही बढ़ने पर हर समय हादसा होने की आशंका रहती है।
रेल यात्री रवि पंडित ने बताया कि जैसलमेर आने वाले रेल यात्रियों को यहां स्टेशन से बाहर निकलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ओवरब्रिज पर उमड़ी भीड के बीच उन्हें स्टेशन पार करने में काफी समय लगता है।
जैसलमेर के सामाजिक कार्यकर्ता राजू राम प्रजापत ने बताया कि जोधपुर व बीकानेर से जैसलमेर आने वाली सवारी गाड़ी का ठहराव सामान्यतया स्टेशन संख्या दो पर ही होता है इस दौरान किसी यात्री की मामूली लापरवाही अन्य यात्रियों के लिए भी भारी पड़ सकती है।
उन्होंने कहा कि ओवरब्रिज छोटा होने के कारण यात्रियों की भीड़ में वरिष्ठ नागरिकों, नि:शक्तों और वृद्धों के लिए काफी पीड़ा होती है। उन्हें स्टेशन से दूसरे छोर पर जाने के लिए अधिक परेशानी का सामना करना होता है।
जैसलमेर टूर ऑपरेटर राजकुमार तंवर ने बताया कि इलाहाबाद में हुए हादसे से जैसलमेर में भी सबक लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पर्यटन सत्र के दौरान पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए ओवरब्रिज को चौड़ा करने की जरूरत है
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