रविवार, 24 फ़रवरी 2013

foto,,.........जैसलमेर में मरु महोत्सव का दूसरा दिन रहा रेगिस्तानी जहाज के नाम






foto,,.........जैसलमेर में मरु महोत्सव का दूसरा दिन रहा रेगिस्तानी जहाज के नाम
डेडानसर मैदान में हुई रोचक प्रतियोगिताएं

लालचंद के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदशर्न आज



लालचंद के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदशर्न आज

निकाली जायेगी रैली, आयोजित होगी सभा


 बाड़मेर 24 फरवरी।

लालचंद उर्फ लालू के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जटिया समाज के नेतृत्व में दलित समुदाय द्वारा विरोध प्रदशर्न व आमसभा का आयोजन आज प्रातः 10 बजें से जटिया समाज के हनुमान मंदिर से लेकर कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर किया जायेगा।

समाज के अध्यक्ष मोहनलाल गोसाई ने बताया कि दो माह बीत जाने के बाद भी पुलिस प्रशासन द्वारा न ही हत्या का खुलासा किया गया और न ही बाहूबली हत्यारो को गिरफ्तार किया गया। जिसको लेकर समाज में भारी आक्रोश व्याप्त हैं। जटिया समाज के महामंत्री भेरूसिह फुलवारिया ने बताया कि इस विरोध प्रदशर्न को सफल बनाने के लिए जटिया समाज के अध्यक्ष मोहन गोसाई के नेतृत्व में कोषाध्यक्ष ईश्वरचंद नवल, अखिल भारतीय रैगर महासभा के जिलाध्यक्ष मोहन कुर्डिया, कमठा मजदूर युनियन के जिलाध्यक्ष लक्ष्मण वडेरा, रैली प्रभारी श्यामलाल सुवांसिया, पार्षद मंजू फुलवारिया, पूर्व पार्षद बस्तीराम बांकोलिया, छगनलाल जाटव, पार्षद मिश्रीमल सुवांसिया, रमेश मोसलपुरिया, पूर्व जटिया समाज अध्यक्ष वीरमचंद मौर्य, शिवदान तिगोया, गुलाबचंद मुण्डोतिया, दलित अत्याचार निवारण समिति के अध्यक्ष उदाराम मेघवाल, दलित नेता श्रवण चंदेल, नवल किशोर लीलावत, बींजाराम बांकोलिया, लीलाराम सुवांसिया, मिश्रीमल जैलिया, भंवरलाल जैलिया, लीलाराम सिघाड़िया, लक्ष्मण कुर्डिया सहित समाज के गणमान्य लोगो ने शहर के विभिन्न जगह प्रचारप्रसार कर रैली व आमसभा में अधिक से अधिक आने की अपील की।

युवाओं ने किया प्रचार आयोजित रैली व आमसभा के लिए अखिल भारतीय रैंगर महासभा युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश जाटोल, कैलाश फुलवारिया, जगदीश गोसाई, जगदीश मोसलपुरिया, चंदल जाटोल, हुक्मीचंद फुलवारिया, ओमप्रकाश सिघाड़िया, भागीरथ बांकोलिया, नरसिंग बांकोलिया, भीमराज सुवांसिया, बलदेव फुलवारिया, हरिओम जाटोल, राजू जाटोल सहित कई युवाओं ने जटियो का पुराना वास हमीरपुरा, रेल्वे लाईन, शास्त्री नगर, जटियो का नया वास, जोगियों की दड़ी सहित विभिन्न जगह प्रचारप्रसार कर रैली व आमसभा को सफल बनाने की अपील की।

महिलाऐं भी जुटी प्रचार में सोमवार को जटिया समाज द्वारा आयोजित विरोध प्रदशर्न को सफल बनाने के लिए समाज की महिलाओं ने भी घरघर जाकर प्रदशर्न में अधिक से अधिक संख्या में आने का आह्वान किया।

इन्होंने दिया समर्थन जटिया समाज द्वारा आयोजित विरोध प्रदशर्न को दलित अत्याचार निवारण अध्यक्ष उदाराम मेघवाल, नायक समाज के अध्यक्ष विनोद नायक, भील समाज अध्यक्ष भूराराम भील, पूर्व पार्षद मनोहर खिचीं, पूर्व पार्षद शंकरलाल गर्ग, पार्षद धर्मीदेवी, पार्षद मेवाराम भील, लाखाराम भील, पूर्व नगरपालिका उपाध्यक्ष पीताम्बर दास जीनगर, पूर्व पार्षद मोहन सोलंकी, पूर्व पार्षद धन्नाराम मेघवाल, एडवोकेट नवलकिशोर लीलावत, एडवोकेट पदमाराम मेघवाल, पार्षद नथी देवी गर्ग सहित विभिन्न संगठनो ने समर्थन दिया।

ओसियाँ में विशाल भूतपूर्व सैनिक रैली सम्पन्न






ओसियाँ में विशाल भूतपूर्व सैनिक रैली सम्पन्न


जोधपुर डेजर्ट कोर द्वारा सेवानिवृत सेनानियों के लिए विशाल रैली का आयोजन पशु मेला स्थल, ओसियां में किया गया जिसमें ले0 जनरल एम एम एस राय, जनरल ऑफिसर कमाण्डिंग, डेजर्ट कोर ने समारोह की अध्यक्षता की। मेजर जनरल एस के रायना, जनरल ऑफिसर कमाण्डिंग जोधपुर सब एरिया, कर्नल ;रिटायर्डद्ध रवीन्दर सोरल निदेशक राज्य कल्याण विभाग ने भी इस समारोह में हिस्सा लिया।



लगभग ड़े हजार सेवानिवृत्त सेनानी, शूरवीर पदक विजेता, सैन्य विधवाऐं और वीर नारियाँ जोधपुर, ओसियां, फलौदी, शेरग़, लूनी और बिलाड़ा तहसीलों से इकट्ठे हुए। यह रैली सेना की तरफ से सेवानिवृत्त सेनानियों और वीर नारियों तक पहुँचने का एक प्रयास था और उनको सेवानिवृत्ति के बाद आर्मी की तरफ से मिलने वाली हर कार्य क्षेत्र में संभव मदद से अवगत कराना था। पेंशन संबंधी अनियमितताओं के निवारण हेतु विभिन्न सैन्य अभिलेख के अधिकारी भी उपस्थित थे। साथ ही पेंशन सेल भी स्थापित किया गया। जनरल एम एम एस राय, जी ओ सी डेजर्ट कोर ने युद्ध विधवाओं और शूरवीर पदक विजेताओं को समारोह में सम्मानित किया। ले0 जनरल एम एम एस राय ने समारोह को संबोधित करते हुए सेवानिवृत्त सेनानियों और युद्ध विधवाओं को सेना की तरफ से उन तक पहुँचने और उनकी समस्याओं को सुलझाने की कोशिशों से अवगत कराया। उन्होंने सार्वजनिक कार्य प्रणाली के उपस्थित अधिकारियों से आव्हान किया कि वे सेवानिवृत्त सेनानियों की समस्याओं को तुरंत सुलझाऐं।



नागरिक प्रशासन ने भी रैली में जरूरी मदद प्रदान की जिसके तहत श्री नारायण सिंह उज्जवल ने प्रशंसनीय कार्य करते हुए बहुत सारे सेवानिवृत्तों, वीर नारियों तथा वीरांगनाओं की पेंशन में अनियमितताओं को दूर किया। इनके इस उदाहरणीय कार्य की जनरल राय ने सराहना की। पूर्व सैनिकों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए ओसियां, बालेसर, पोखरण और पीपाड़ में पोलीक्लिनिक की योजना तथा जोधपुर पोलीक्लिनिक के लिए एक नयी बस की योजना के बारे में बताया।



सैन्य अस्पताल जोधपुर ने चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जिसके तहत विशेष डॉक्टरों ने बीमार सेवानिवृत्त सेनानियों का इलाज किया। इस रैली में सेवानिवृत्त सेनानियों को विभिन्न नौकरियों के अवसर के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई। साथ ही लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए रैली में ई सी एच एस एवं सी एस डी, जिला सैनिक बोर्ड और बैंक का काउंटर इत्यादि के स्टाल भी लगाए गए। साथ ही लोगों को आवश्यकतानुसार सार्वजनिक कार्य प्रणाली की ओर से पुलिस एवं आर टी ओ, कृषि विभाग एवं विद्युत विभाग इत्यादि के काउंटर भी लगाये गये हैं। इसके अलावा विभिन्न सरकारी विभागों के कर्मचारी, सेवानिवृत्त सैन्य समस्याओं के निवारण के लिए उपस्थित थे। अधिक जानकारी के लिए लोगों को विवरणिका भी दी गई। सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने इस अवसर पर उपस्थित आर्मी प्लेसमेंट नोंड में पंजीकरण करवाया ताकि उनके द्वारा मिलने वाली नौकरी के अवसरों का फायदा उठाया जा सके।

जैसलमेर में मरु महोत्सव का दूसरा दिन रहा रेगिस्तानी जहाज के नाम


जैसलमेर में मरु महोत्सव का दूसरा दिन रहा रेगिस्तानी जहाज के नाम
डेडानसर मैदान में हुई रोचक प्रतियोगिताएं

पणिहारी मटका रेस रही दर्शको के आकर्षण का केन्द्र
जैसलमेर, 24 फरवरी/ जैसलमेर में मरु महोत्सव के दूसरे दिन रविवार को डेडानसर मैदान में रेगिस्तानी जहाज के नाम रहा एवं ऊँटों के विभिन्न रोचक कार्यक्रमों ने दर्शकाें को मंत्र मुग्ध कर दिया। इस दौरान् पोकरण विधायक शाले मोहम्मदजिला प्रमुख जोधपुर श्रीमती दुर्गा बलाईनगर परिषद् के सभापति अशोक तंवरनगर विकास न्यास के अध्यक्ष उम्मेदसिंह तवंरपंचायत समिति जैसलमेर के प्रधान मूलाराम चौधरीब्रिगेडियर ललित पाण्डे वीएसएमउपसमादेष्टा सीमा सुरक्षा बल सुरेन्द्र ऎलावत के आतिथ्य मे आयेाजित हुए इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में देशी-विदेशी सैलानी के साथ ही स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।
पणिहारी मटका रेस रही आकर्षण का केन्द्र
मरु महोत्सव के दूसरे दिन पणिहारी प्रतिस्पर्धा पेयजल संस्कृति को रेखांकित करते हुए आयोजित की गई। देशी एवं विदेशी महिलाओं की पणिहारी मटका रेस सर्वाधिक आकर्षण का केन्द्र रही एवं जिन विदेशी महिलाओं ने कभी मटके का पानी भी नहीं पीया उन्होंने भी सिर पर मटका रख कर दौड़ लगाई एवं उनके सिर से ज्याेंही मटका गिर पड़ा तब दर्शक अपनी हंसी को रोक न सके। पणिहारी मटका रेस में महिलाओं ने निर्धारित स्थान से 10 मीटर पर रखी ईढाणी को अपनी सिर पर रखकर उसके आगे 10 मीटर दूर पड़े पानी से भरे हुए मटके को उठाकर गंतव्य स्थल को दौड़ पडी।
पणिहारी मटका रेस में 19 देशी एवं विदेशी महिला सैलानियों ने भाग लिया जिसमें ठेठ ग्रामीण परिवेश की नागौर की रहने वाली पार्वती तेज दौड़ती हुई सबसे पहले पहुंची। उसके बाद दूसरे नम्बर पर फ्रांस की मेग व तीसरे नम्बर पर जोधपुर की आशा रही। मटका रेस में दौड़ती हुई महिलाएं जहां पानी छलकने से भीग गई वहीं कई महिलाओं के सिर से बीच में ही मटका गिर पड़ा। विदेशी महिला मेग सुरक्षित रूप से मटके को लेकर दूसरे नम्बर पर विजेता रही तो सभी दर्शक अचंभित रह गए।
विदेशी मेहमानों ने रस्सा कस्सी में मारी बाजी
डेंडानसर मैदान में आयोजित की गई भारतीय एवं विदेशी पुरुषों एवं महिलाओं की रस्साकस्सी प्रतियोगिता भी बहुत ही रोचक रही एवं इसमें बाजुआें के दम के प्रदर्शन ने दर्शकों को मोहित कर दिया। इस बार भी दोनाें वर्गो में विदेशी मेहमानों कीे टीम ने बाजी मारी।
पुरुष एवं महिला रस्सा-कस्सी प्रतियोगिता में विदेशी पुरुषों एवं महिलाओं ने अपने पूरा दम-खम लगाया। लगातार दोनाें राउण्ड ही विदेशी मेहमानों ने भारतीय मेजबानों को अपनी ओर खींच कर विजयश्री हासिल की। इस प्रतियोगिता के लिए तीन राउण्ड निर्धारित थे। लेकिन विदेशी मेहमानों ने दो राउण्ड में ही इसे समाप्त करा दिया।
ऊंटों के मनोहारी श्रृंगार से रूबरू हुए दर्शक   
मरु महोत्सव के दूसरे दिन आयोजित की गई। ऊँट श्रृंगार प्रतियोगिता भी बहुत आकर्षण का केन्द्र रही। इसमे सजे-धजे ऊँट एवं उन पर राजस्थानी पोषाक में रौबदार मूंछों वाले बाँके जवान भी बहुत ही सुन्दर नजर आए। इस प्रतियोगिता में इस बार केवल तीन प्रतिभागियों ने ही भाग लिया। ऊंटों को मोरीगोरबन्दकण्ठमाललूमपरचीपिलानतंगमोड,पायलघूघरापूछ बंधनी इत्यादि श्रृंगारों से सजाया गया। ऊँट श्रृंगार प्रतियोगिता के निर्णायकों ने श्रृंगारित ऊंटों को बारीकी से परख कर सीमा सुरक्षा बल के प्रेमसिंह भाटी को प्रथम,कंवर सिंह राठौड़ के ऊंट को द्वितीय एवं कालूसिंह भाटी के ऊंट को तृतीय स्थान प्रदान किया। इस बार तीनों ही प्रतिभागी सीमा सुरक्षा बल के थे।
शान ए मरुधरा में ऊंट चले मतवाली चाल
मरु महोत्सव कार्यक्रमों की कड़ी में शान-ए-मरुधरा प्रतियोगिता में रेगिस्तानी जहाज ने मतवाली चाल चल कर दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित किया। इसमें प्रतियोगी को मात्र अण्डरवियर-बनियान धारण किये हुवे रहना पड़ता है एवं उसके बाद  उन्हें निर्धारित स्थल पर रखे अपने जूतेवहां खोले गए अपने वस्त्र जैसेे टेवटाकुर्ता एवं साफे को सुव्यवस्थित ढंग से पहन कर फिर बाद में वहां से कुछ दूरी पर रखे  ऊँट के पिलानगद्दी व तंग को लेकर ऊंट पर रख कर मंथर चाल से प्रारम्भ होना पड़ा। यह नज़ारा देख कर दर्शकों के चेहरों पर हंसी तैर आयी। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें सीमा सुरक्षा बल के तखतिंसंह प्रथममगनराम द्वितीय एवं रॉयल डेजर्ट सफारी के दीनसिंह तृतीय स्थान पर रहे।
केमल पोलो मैच में रेगिस्तानी जहाज ने निभाया साथी का साथ   
केमल पोलो एसोसिएशन ऑफ इंडिया के तत्वाधान में मरु महोत्सव में आयोजित किया गया केमल पोलो मैच भी दर्शकों के लिए काफी रोचक रहा। केमल पोलो संघ इण्डिया बनाम सीमा सुरक्षा बल की टीमों के मध्य खेले गए इस केमल पोलो मैच में अनबोल रेगिस्तान के जहाज ने पोलो खिलाड़ियों को अपना पूरा साथ दिया एवं फुटबाल के नज़ारें की ओर मुड़ कर इस मूक पशु ने यह दिखा दिया की वह कितना स्वामी भक्त है। खिलाड़ियों ने स्टीक के सहारे इस पोलो मैच को रोचक ढंग से खेला।
इस मैच में प्रारम्भ में दोनों टीमों ने एक एक गोल किये। उसके बाद तीन-तीन फ्री हीट हुई जिसमें भी दोनाें टीमों ने अच्छा प्रदर्शन किया। आखिर में टॉस के निर्णय के आधार पर केमल पोलो संघ ऑफ इण्डिया की टीम विजेता रही। सीमा सुरक्षा बल की टीम रनर अप रही।
खचाखच भरा रहा डेडानसर मैदान
मरु महोत्सव के कार्यक्रमों को देखने के लिए विदेशी सैलानी भी पीछे नहीं रहे एवं अच्छी संख्या में डेडानसर मैदान में पहुंचकर बड़ी उत्सुकता के साथ सभी कार्यक्रमों को देखा एवं रेगिस्तानी जहाज के करतबों एवं राजस्थानी संस्कृति से भरे-पूरे कार्यक्रमों को अपनी यादों के लिए अपने कैमरों में कैद किया। पूरे उल्लास एवं उमंग के साथ हजारों की संख्या में दर्शकगण उपस्थित थे एवं उत्साह के साथ कार्यक्रमों का आनन्द उठाया। पूरा स्टेडियम मैदान दर्शको से खचाखच भरा था।
इन कार्यक्रमों से पूर्व पर्यटन विभाग के उप निदेशक हनुमान मल आर्यसहायक निदेशक पुष्पेन्द्र प्रताप एवं पवन शर्मासहायक पर्यटन अधिकारी खेमेन्द्र सिंह जामचिमाराम प्रजापत ने अतिथियों का स्वागत किया। कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने में उपअधीक्षक पुलिस सायर सिंह एवं उनकी टीम ने सराहनीय भूमिका निभाई।
कार्यक्रम का संचालन आकाशवाणी के उद्घोषक जफर खां सिंधी ने किया। सिंधी पिछले 23 सालों से इस मरू महोत्सव कार्यक्रमों की उद्घोषणा करते आ रहे हैं। अंग्रेजी कमेंन्ट्री में उनका साथ बीकानेर के किशोर सिंह राजपुरोहित ने दिया वही रवीन्द्र हर्ष ने बीच-बीच में हिन्दी में उद्घोषणा की।
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प्रतियोगिताओं के विजेताओं को किया पुरस्कृत
केमल पोलो मैच के विजेता एवं उपविजेता टीम को ट्रॉफी प्रदान की
जैसलमेर, 24 फरवरी/ मरू महोत्सव कार्यक्रमों की कडी में दूसरे दिन रविवार को डेडानसर मैदान में आयोजित हुए विविध प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।
पोकरण विधायक शाले मोहम्मदनगर परिषद् के सभापति अशोक तंवरनगर विकास न्यास के अध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवरब्रिगेडियर ललित पाण्डेआयुक्त नगर परिषद् आर.के माहेश्वरी ने ऊंट श्रृंगार प्रतियोगिता में प्रथम विजेता प्रेमसिंह भाटीद्वितीयकवंर सिंह राठौड़ व तृतीय कालूसिंह भाटी तथा शान-ए-मरुधरा प्रतियोगिता में रहे प्रथम विजेता तखतसिंहद्वितीय मगनरामतृतीय दीनसिंह को नगद पुरूस्कार देकर सम्मानित किया। इसी प्रकार रस्सा कस्सी प्रतियोगिता में विजेता रही पुरुष एवं महिला विदेशी टीमों को भी पुरस्कृत किया गया।
नगर विकास न्यास के अध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवर ने पणिहारी मटका रेस में प्रथम विजेता नागौर की श्रीमती पार्वतीद्वितीय विजेता फ्रांस की मेग व तृतीय विजेता जोधपुर की आशा को भी नगद पुरस्कार प्रदान किया। उन्होंने केमल पोलो मैच मे विजेता रही केमल पोलो एसोसियेशन की टीम को विजेता ट्रॉफी एवं सीमा सुरक्षा बल की टीम को रनरअप ट्रॉफी प्रदान की।
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तीन दिवसीय मरू महोत्सव का समापन सोमवार को
कुलधरा का ग्राम लोक जीवन का दृश्यावलोकन करेंगे सैलानी
सम के रेतीले धोराें पर उमडेगा पर्यटन का ज्वार
जैसलमेर, 24 फरवरी/ जग विख्यात मरु महोत्सव का तीसरा दिन सोमवार देशी-विदेशी सैलानियों के लिए खास रहेगा जब कुलधरा एवं सम के लहरदार रेतीले धोरे आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। जैसलमेर आए देशी-विदेशी पर्यटक सोमवार को दिन में जहां जैसलमेर से 17 किलोमीटर दूर कुलधरा पहुंचकर ग्रामीण संस्कृति के पुरातन बिम्बों से साक्षात्कार करेंगे वही माघ पूनम की चॉंद के तले सम के धोराें पर भव्य सांस्कृतिक संध्या का आनन्द उठायेंगेे। इस सांस्कृतिक संध्या में देश के ख्यातनाम लोक कलाकार अपनी कलाओं की छटा बिखेर कर सांस्कृतिक कार्यक्रम पेंश करेंगे।
तीन दिवसीय मरु महोत्सव के अन्तिम दिन 25 फरवरी सोमवार को दोपहर 230 बजे से देशी विदेशी मेहमान कुलधरा में ग्रामीण लोक संस्कृति के विविध बिम्बों का दिग्दर्शन कर सकेंगे। वे वहां से सम के लिए प्रस्थान कर बजे से पूर्व सम पहुंच जायेंगे।
तीन दिवसीय मरु महोत्सव के अन्तिम दिवस 25 फरवरी सोमवार को जैसलमेर जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर सम के मखमली धोराें पर सायं बजे  ऊंट दौड प्रतियोगिता का आयोजन होगा। वहीं पहली बार महिलाओं व पुरुषों की धोरा दौड़ रखी गई है जो सोमवार को अपराह्न बजे से 530 बजे के मध्य होगी। सम के रेतीले धोरों से ही मरू महोत्सव का आनन्द पाने आए देशी-विदेशी सैलानी सूर्यास्त के मनोहारी बिम्बों को देखने का लुत्फ भी उठा सकेंगे।
माघ पूनम की चॉंद तले उफनेंगी लोक रंगों की सरिताएं  
मरु महोत्सव का समापन सम के रेतीले धोराें पर सोमवार सायं 615 बजे बहुरंगी सांस्कृतिक संध्या के बाद भव्य आतिशबाजी से होगा। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में विख्यात लोक कलाकारों द्वारा लोक गायन एवं नृत्य प्रस्तुत किये जायेंगे।

राज्यपाल ने सरहदी क्षेत्रों का दौरा किया जवानों का मनोबल बढ़ाया, सैनिकों के लगन और त्याग की सराहना की




राज्यपाल ने सरहदी क्षेत्रों का दौरा किया
जवानों का मनोबल बढ़ायासैनिकों के लगन और त्याग की सराहना की
तनोट माता के दर्शन किए
       जैसलमेर, 24 फरवरी/राज्यपाल श्रीमती मार्ग्रेट आल्वा ने जैसलमेर जिले के चार दिवसीय दौरे के तीसरे दिन रविवार को जैसलमेर के सरहदी क्षेत्रों का दौरा किया।
       राज्यपाल ने सीमा क्षेत्र में अवस्थित देवी तीर्थ तनोट माता के दर्शन किए और प्रदेश एवं देश की खुशहाली की कामना की। राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा के तनोट माता मन्दिर एवं सीमा क्षेत्र पहुं्रचने पर सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया और तनोट माता के ऎतिहासिक महत्त्व और लोक श्रद्धा से संबंधित पूर्ण परिचय प्रदान किया और अवलोकन कराया।
       राज्यपाल ने बाद में सरहदी क्षेत्रों की सीमा चौकियों का अवलोकन किया और सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों एवं जवानों से मुलाकात करते हुए उनकी हौंसला अफजाही की।
       तनोट में सीमा सुरक्षा बल की विजिटर्स बुक में राज्यपाल ने अपने उद्गार इस प्रकार लिखे - ‘‘ बीएसएफ के समस्त सैनिकों और अधिकारियों को मेरी हार्दिक बधाई एवं आभार कि वे बहुत ही लगन और त्याग से देश की सेवा में जुटे हुए हैं।’’
       राज्यपाल ने सीमा चौकियों से सरहदी क्षेत्रों का अवलोकन किया और जवानों का मनोबल बढ़ाया। राज्यपाल की यात्रा में राजभवन तथा जैसलमेर जिला प्रशासन के अधिकारी भी साथ थे।

परिवार को संगठित रखा था चूरमे का आयोजन


परिवार को संगठित रखा था चूरमे का आयोजन


परंपरा ...शादियों में चूरमा नयी पीढी का चाव ख़त्म हो गया 


जैसलमेर थार की महकती संस्कृति में यहाँ की परम्पराव ने बखूबी साथ निभाया ,यहाँ की संस्कृति और परम्पराव ने विश्व भर में अपनी अलग पहचान बने हें ,इसी संस्कृति और परम्पराव को नजदीक से देखने देश विदेश के पर्यटक स्वर्ण नगरी आते हें ,थार की एक परम्पराओ में जैसलमेर के हजूरी समाज की परम्पराव ने हर समाज में एक आदर्श प्रस्तुत किया ,जैसलमेर में ही क्षत्रिय जाति हजूरी राजदरबार के अनुयायी हें ,इस समाज में शादियों की अपनी रीति थी ,समाज में सबसे बड़ी प्रेरणा दहेज़ का नहीं लेना हें यह परंपरा आज भी मिशाल बनी हुई .हजूरी समाज में शादियों के समय चूरमा करने की अनोखी परंपरा थी .थार में आज भी परिवार के बड़े बुजुर्ग बहन बेटियों के घर का ना तो खाते थे न ही पानी पीते ,ऐसे में समाज में शादी के वक़्त एक रीत बने जिसके तहत लड़की के घरवाले लड़की के ससुराल मिलकर जाते इस अवसर को चूरमे की रीत नाम दिया गया .समाज के बुजुर्ग शिवनारायण सिंह ने बताया की समाज में चूरमे की रीत का अहम् उद्देश्य लड़की वालो के समस्त परिवार को उसके ससुराल से परिचित करना था ,इसके लिए लड़की के परिवार वाले सवा मन चूरमा करते थे .चूरमा किसी हलवाई से बनाने की बजे लड़की के परिवार जन मिल कर खुद ही बनाते थे .एक अवसर था जब पूरा परिवार एक साथ खड़ा होता परिवार को संगठित करने के अवसर होते थे शादी ब्याह .लड़की की शादी के वक़्त लड़की वालो की तरफ से लड़केवालो के घर शादी से चार दिन पूर्व सवा मन यानि साथ किलो याह सवा क्विंटल यानी स्व सौ किलो चूरमा ले जाने की रीत थी ,जिस दिन चूरमा ले जाया जाना होता था उस दिन लड़की के परिवार ,कुटुंब कबीले वाले एकत्रित होते थे ,सामूहिक रूप से चूरमे को समारोह के साथ ले जाया जाता था ,चूरमे के साथ आये मेहमानों के लिए लडके वालो की तरफ से खाने की व्यवस्था भी की जाती थी .शादी के बाद भी लड़की वाले नव विवाहित दुल्हे को करीब पन्द्र दिनों तक दोस्तों के साथ खाने तथा नास्ते के लिए आमंत्रित करते ,हें सुबह के नास्ते में दुल्हे और उसके साथियो को चूरमा खिलाया जाता था ,चूरमे में देशी घी की प्रचुर मात्रा डालते थे चूरमे के साथ पापड़ और नमकीन होती थी ,मगर अब समय के साथ शादियों से चूरमा गायब हो गया ,अब चूरमा प्रथा समाज में बंद कर दी गयी हें ,शगुन के तौर पर एक दिन दुल्हे को शादी के बाद के दिन नास्ते पर चूरमा खिलाया जाता हें ,बहरहाल जैसलमेर की शादियों की रौनक सामूहिक तौर पर शुरू होती थी ,सामूहिक सावे विवाह सुझाये जाते थे .समाज में एक ही दिन सारे विवाह संपन होते थे मगर अब ऐसा नहीं हें चूरमे की परंपरा ख़त्म कर दी गई साथ ही सामूहिक विवाहों का आयोजन भी लगभग बंद सा हो गया .

लव मैरिज करने पर गला काटकर हत्या

लव मैरिज करने पर गला काटकर हत्या
लखनऊ। यूपी में ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है। यहां के बदायूं जिले के दातागंज में 22 साल की महिला की हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप उसके चचेरे भाई पर लगा है। जिस वक्त महिला की हत्या की गई उसी समय हरिद्वार के जावलपुर में उसके पति पर भी हमला हुआ। हमला महिला के सगे भाई ने किया।

पुलिस का कहना है कि योजना बनाकर दोनों पर हमला किया गया। महिला ने परिजनों की मर्जी के खलाफ जाकर शादी की थी। स्टेशन ऑफिसर भानू प्रताप सिंह ने बताया कि चचेरे भाई सतेन्द्र पाल ने 3 बजे गला काटकर मीना देवी की हत्या कर दी।

सिंह ने बताया कि मीना देवी पर हमले के बाद पड़ोस में रहने वाली रूबी जग गई। पुलिस सतेन्द्र की तलाश कर रही है। दो साल पहले मीना ने अपने ही गांव में रहने वाले नन्हे से शादी कर ली थी। शादी के बाद मीना ने कटि्टना गांव छोड़ दिया था। इसके बाद वह दातागंज में रहने लगी। मीना और नन्हे एक ही जाति के हैं। मीना के सगा भाई और चचेरे भाई कई बार दातागंज गए थे। मीना अपने पिता के घर नहीं जाना चाहती थी।

नन्हे हरिद्वार में काम करता है। उस पर मीना के भाई दुर्गेश ने हमला किया। दुर्गेश को हत्या की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दुर्गेश ने नन्हे पर धारदार हथियार से हमला किया था। हमले में नन्हे के सिर पर चोटें आई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पीएम ने कहा,दर्द बांटने आया हूं

पीएम ने कहा,दर्द बांटने आया हूं
हैदराबाद। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह रविवार को हैदराबाद पहुंचे। उन्होंने उन अस्पतालों का दौरा किया जहां बम धमाकों में घायल हुए लोगों का इलाज चल रहा है। यशोदा अस्पताल में भर्ती रंजिता से प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं यहां आप लोगों का दर्द और दुख बांटने आया हूं।

एक अन्य पीडित से प्रधानमंत्री ने कहा कि हम आपको और अन्य घायलों को हर संभव मेडिकल मदद मुहैया कराएंगे। हम दुआ करते हैं कि आप लोगों की हालत में तेजी से सुधार हो।

हैदराबाद के दिलसुख नगर इलाके में हाल ही में दो धमाके हुए थे। इनमें 16 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 117 लोग घायल हो गए थे। घटना के अगले दिन केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने हैदराबाद का दौर कर स्थिति का जायजा लिया था।

प्रधानमंत्री विशेष विमान से हैदराबाद के बेगमपेट हवाई अड्डे पहुंचे जहां राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन,मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी सहित कई गणमान्य लोंगों ने उनका स्वागत किया।

बेगमपेट हवाई अड्डे पहुंचने के बाद पीएम सड़क मार्ग की बजाय हेलिकॉप्टर से विक्टोरिया मेमोरियल होम पहुंचे जहां से वे पहले दिलसुख नगर के टिफिन सेंटर पहुंचे,जहां पहला धमाका हुआ था।

इसके बाद थोड़ी ही दूरी पर स्थित दूसरे धमाके वाली जगह पर पहुंचे। प्रधानमंत्री इन जगहों पर पांच-पांच मिनट रूके। यहां मुख्यमंत्री ने उन्हें बम धमाकों के संबंध में ब्रीफ किया।

हैदराबाद पहुंचने पर प्रधानमंत्री के टि्वटर पेज पर कहा गया कि मैं यहां हैदराबाद की जनता से एकजुटता प्रकट करने आया हूं। हमें शांति बनाए रखनी चाहिए।

प्रधानमंत्री के हैदराबाद दौरे पर विपक्ष ने कहा कि उनके जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि उनके जाने और रस्मी बयान देने से फर्क नहीं पड़ता है। सवाल है कि प्रधानमंत्री क्या कड़े कदम उठा रहे हैं?

हैवान या बाप? 50 हजार के लिए दोस्‍त से कराया बेटी का रेप!



मुंबई के उल्‍हासनगर में 16 साल की लड़की से रेप का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। लड़की का आरोप है कि उसके मां-बाप ने उस शख्‍स के साथ सेक्‍स के लिए मजबूर किया जिससे उन्‍होंने 50 हजार रुपये का कर्ज ले रखा था। पुलिस ने लड़की के मां-बाप और उस शख्‍स के खिलाफ रेप का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हैवान या बाप? 50 हजार के लिए दोस्‍त से कराया बेटी का रेप!
वहीं, नई दिल्ली के पूर्वी दिल्ली के मंडावली के एक मकान में सूटकेस में मॉडल सुमित तिवारी का शव मिला है। मकान स्क्रिप्ट राइटर शांति देव का है। वारदात के बाद से वह फरार है। करावल नगर निवासी सुमित के पिता रामेश्वर प्रसाद तिवारी ने बताया कि 20 फरवरी को वह अक्षरधाम के पास एक फिल्म की शूटिंग के लिए निकला था। रात 8 बजे फोन आया कि दो लाख रुपए दे दो आपका बेटा घर आ जाएगा। पुलिस ने सुमित के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया और मंडावली के एक मकान में पहुंची तो दूसरी मंजिल पर सूटकेस में सुमित की लाश मिली। अंदेशा जताया जा रहा है कि सुमित की गला दबा कर हत्या की गई है।


पत्‍नी और साली से कराता था देह व्यापार

यूपी के पिलखुआ में रहने वाले एक युवक पर पत्नी और मौसेरी साली को देह व्यापार में धकेलने का आरोप है। विरोध करने पर उसने जान से मारने की धमकी भी दी थी। इस संबंध में दिल्‍ली के हरिनगर थाने में मामला दर्ज कराया गया है। पुलिस ने आरोपी अजयपाल के दोस्त राहुल को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि राहुल की दोस्त ज्योति और अजयपाल की तलाश की जा रही है।

गैंगरेप में गवाही देंगे सिंगापुर के डॉक्टर

वसंत विहार गैंगरेप मामले की सुनवाई कर रहे अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश योगेश खन्ना की अदालत ने पीडि़ता का इलाज करने वाले सिंगापुर के एक अस्पताल के डॉक्टरों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गवाही देने के लिए कहा है। सिंगापुर के ये डॉक्टर इस मामले में सोमवार से अपने बयान दर्ज कराएंगे। गौरतलब है कि पीडि़ता को घटना के 10 दिन बाद सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों की सलाह पर इलाज के लिए 27 दिसंबर 2012 को सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पातल ले जाया गया था जहां 29 दिसंबर को उसकी मौत हो गई थी। पीडि़ता से छह लोगों ने गैंगरेप किया था जिसमें से एक आरोपी किशोर है। उसकी सुनवाई जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष चल रही है।

इस बीच, शनिवार को एक मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट से बचाव पक्ष के वकील ने जिरह की। इस मजिस्ट्रेट ने घटना के बाद सफदरजंग अस्पताल में पीडि़ता के बयान दर्ज किए थे।

प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में लड़की ने खुद बनवाया अपना MMS!

नई दिल्ली.गत 15 फरवरी को एयर होस्टेस गीतिका शर्मा (मृत) की मां अनुराधा शर्मा ने भी अपनी बेटी की ही तरह आत्महत्या कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर दी। उनके सुसाइड नोट से पता चला कि अपनी बेटी की मौत के बाद से ही वह लगातार तनाव में थी जिसके चलते उन्होंने ऐसा कदम उठाया।
प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में लड़की ने खुद बनवाया अपना MMS!
आत्महत्या की इस दहला देने वाली घटना के बाद पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने कहा कि यह घटना हमारी व्यवस्था की संवेदनहीनता का संकेत हैं जहां पीड़ित/पीड़िता के परिवार की देखभाल या उनके काउन्सलिंग की किसी व्यवस्था का अभाव है।

फिलहाल परीक्षाओं का मौसम चल रहा है। फरवरी का अंत होते-होते पूरे देश में एग्जाम फीवर बढ़ने लगता है। परीक्षा का मौसम स्टूडेंट्स के लिए बेहद तनाव का समय होता है।पढ़ाई के साथ इस तनाव से निपटना स्टूडेंट्स के लिए एक बड़ी चुनौती होती है। हालांकि, हमारे देश में इस तरह के तनाव से निपटने की किसी संस्थागत व्यवस्था का आज भी अभाव है।

अक्सर इस तनाव के चलते स्टूडेंट्स कई गंभीर और गैरकानूनी कदम उठा लेते हैं। इस कड़ी में हम आपको देश के कुछ प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थाओं में स्टूडेंट्स द्वारा उठाए गए कुछ ऐसे ही गंभीर क़दमों की जानकारी देंगे। हालांकि इसका सीधा संबंध भले ही परीक्षा प्रणाली से नहीं है लेकिन, यह खबर छात्रों द्वारा किसी गलत काम करने या उससे उबरने में हमारे संस्थाओं की कमी की ओर इशारा जरुर करती है।

यह घटना इस बात का प्रमाण है कि जब देश के सर्वोच्च संस्था के छात्र ऐसी समस्यायों से जूझ रहे हैं तो बाकी संस्थाओं का क्या हल होगा।

बाड़मेर नकली नोटों के साथ पाकिस्तानी नागरिक गिरफ्तार

बाड़मेर नकली नोटों के साथ पाकिस्तानी नागरिक गिरफ्तार 


बाड़मेर भारत पाकिस्तान के मध्य चलने वाली थार एक्सप्रेस से आये नकली नोटों के साथ एक पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार किया गया हें ,सुरक्षा सूत्रों ने बताया की शनिवार शाम को पाकिस्तान से मुनाबाव आई थार एक्सप्रेस के यात्रियों के आव्रजन जांच के दौरान एक पाकिस्तानी नागरिक के पास से बीस हज़ार के नकली नोट पकड़ में आये .आव्रजन तथा कस्टम विभाग ने पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार कर लिया सूत्रों ने बताया की थार एक्सप्रेस से आये इस यात्री ने नकली नोट छुपा के रखे थे .उससे पूछताछ की जा रही हे।बरामद सभी नोट पांच पांच सौ के हें ,सूत्रों ने बताया पाक नागरिक को रविवार दोपहर तक बाड़मेर लायेंगे जन्हा उससे संयुक्त पूछताछ होगी 

पढऩा है, पैरों पर खड़ा होना है इसलिए बचपन का ब्याह निरस्त कराने कोर्ट पहुंच गई दो बहनें


पढऩा है, पैरों पर खड़ा होना है इसलिए बचपन का ब्याह निरस्त कराने कोर्ट पहुंच गई दो बहनें 

लड़के वालों ने गौने का दबाव डाला तो उन्हें पता चला कि वे विवाहित हैं 

जोधपुर



तरुणा और उसकी छोटी बहन भारती ने अपना बाल विवाह निरस्त करवाने के लिए सारथी ट्रस्ट के माध्यम से फैमिली कोर्ट में बाल विवाह अधिनियम-2006 के तहत शनिवार को याचिका दायर की है। इन दोनों को सुनवाई के लिए सोमवार को जज के समक्ष पेश किया जाएगा।

चांदणा भाकर की करणी कॉलोनी निवासी 18 वर्षीया तरुणा का बाल विवाह वर्ष 2002 में राजीव गांधी कॉलोनी निवासी फूलचंद उर्फ सतपाल के साथ मौसर के दौरान किया गया। इसके साथ ही उसकी छोटी बहन भारती की भी फूलचंद के रिश्ते के भाई परमेश्वर के साथ छह साल की उम्र में शादी कर दी गई। तरुणा और भारती को अपने बाल विवाह की बात दो साल पहले उस समय मालूम हुई जब लड़के वालों ने गौने के लिए दबाव डालना शुरू किया। वहीं भोपालगढ़ के रहने वाले बीस साल के सुखदेव खदाव ने भी बाल विवाह अधिनियम के तहत निरमा से हुई अपनी शादी को निरस्त करने के लिए अपील पेश की है।

अपने पैरों पर होना है खड़ा
आरके चिल्ड्रन स्कूल में बारहवीं कक्षा में पढऩे वाली तरुणा पढ़ लिखकर अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती हैं। उसे तो याद भी नहीं कब और किसके साथ उसके सात फेरे हुए और वह बचपन में ही किसी की ब्याहता बन गईं। वहीं ग्यारहवीं कक्षा में पढऩे वाली भारती भी आगे पढ़ लिखकर अपना भविष्य संवारना चाहती हैं।

माता पिता की गैरमौजूदगी में हुआ बाल विवाह 

मौसर के दौरान जब तरुणा और भारती का बाल विवाह किया गया उस समय उसकी मां शारदा ओड़ और पिता सत्यनारायण ओड़ हरिद्वार गए हुए थे। दोनों की अनुपस्थिति में समाज के कुछ लोग और परिवार के बड़े बुजर्गों ने इन दोनों बच्चियों का विवाह फूलचंद और परमेश्वर के साथ करवा दिया। इनकी मां शारदा बताती हैं कि फूलचंद कभी स्कूल नहीं गया और अब मजदूरी करके मुश्किल से खुद का गुजारा कर पाता है। वहीं परमेश्वर की तो उन्होंने अभी तक सूरत ही देखी है। ऐसे में वह अपनी बेटी उन्हें कैसे सौंप दें। 

दोनों की सहमति से होगा विवाह निरस्त 

सारथी ट्रस्ट की पुनर्वास मनोवैज्ञानिक कृति भारती का कहना है कि तरुणा और भारती के माता पिता इनका बाल विवाह निरस्त करवाना चाहते हैं, लेकिन हमारे सामने अभी तक एक ही पक्ष आया है। रविवार को दोनों पक्ष की काउंसलिंग की जाएगी। दोनों पक्षों की सहमति के बाद ये बाल विवाह को निरस्त करवाए जाएंगे। 

 

जोधपुर। तीन घंटे सड़कों पर घूमे कलक्टर

तीन घंटे सड़कों पर घूमे कलक्टर
जोधपुर। शहर की सड़कों पर अतिक्रमण, पार्किüग एवं यातायात का हाल जानने जिला कलक्टर गौरव गोयल शनिवार शाम को विभिन्न सड़कों पर तीन घंटे घूमे। इस दौरान शास्त्री सर्किल पर शराब की दुकान के बाहर लोग शराब पीते दिखे, वहीं एक रेस्टोरेंट पर बाल श्रमिक काम करता दिखाई पड़ा। जिला कलक्टर ने अतिरिक्त आबकारी आयुक्त को शराब की दुकान का लाइसेंस निरस्त करने तथा श्रम अधिकारियों को रेस्टोरेंट संचालक के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। दौरे में शहर की सड़कों पर पसरे अतिक्रमण की जानकारी ली तथा शास्त्री सर्किल पर बरामदों में किए गए अतिक्रमण हटा बरामदे खाली कराने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने शाम पांच बजे रातानाड़ा सब्जी मण्डी से दौरा शुरू किया और जेडीए, डीआरएम ऑफिस, पाली रोड, सरस्वती नगर, मधुवन कॉलोनी, कुड़ी भगतासनी, पाल रोड, डीपीएस चौराहा, मिल्कमैन कॉलोनी, पाल बालाजी, शास्त्रीनगर थाना, शास्त्री सर्किल का जायजा लेते हुए रात आठ बजे कल्पतरू तक हाल जाने। उन्होंने रिक्तिया भ्ौरूजी चौराहे को छोटे करने के कार्य का भी जायजा लिया।

खुले आम शराब पीते मिले
जिला कलक्टर को शहर भ्रमण के दौरान शास्त्री सर्किल पर मेट्रो वाइन दुकान के बाहर कई लोग खुलेआम शराब पीते मिले। वे दुकान में घुसे तो वहां भी दुकान संचालक लोगों को बिठाकर शराब पिलाते मिले। उन्होंने वहीं से अतिरिक्त आबकारी आयुक्त को फोन पर ही सम्बन्घित शराब दुकानदार का लाइसेंस निरस्त करने को कहा। अतिरिक्त आबकारी आयुक्त ने शराब दुकानदार के खिलाफ हाथों हाथ कार्रवाई शुरू कर दी है।

बालश्रमिक काम करते मिला
एक रेस्टोरेंट के बाहर छोटा बालक काम करता मिला। उन्होंने श्रम विभाग के अधिकारियों को रेस्टोरेंट संचालक के खिलाफ बाल श्रम कराने का मामला दर्ज करने तथा बाल श्रमिक के पुनर्वास के निर्देश दिए।

ये भी रहे साथ
जिला कलक्टर के साथ शहर भ्रमण के दौरान जेडीए आयुक्त रतन लाहोटी, नगर निगम आयुक्त मदनलाल नेहरा, दलवीर ढड्ढ़ा व ओपी सैनी, आरटीओ हरिप्रसाद पिपरालिया, एडीएम द्वितीय भागचंद बधाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाशदान रत्नू, पीडब्ल्यूडी, पीएचइडी, डिस्कॉम एवं अन्य विभागों के अधिकारी साथ थे। इस दौरान न्याय मित्र अशोक छंगाणी, लूणकरण पुरोहित, विपुल सिंघवी, पंकज शर्मा एवं प्रीतम सोलंकी भी साथ थे।

ये दिए निर्देश
- स्थाई एवं अस्थाई अतिक्रमण हटाओ
- अतिक्रमण वाले क्षेत्रों में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाओ
- शास्त्री सर्किल पर बरामदों से अतिक्रमण हटाओ
- पार्किंग व्यवस्था सुव्यवस्थित करने के

लूंग बाईसा की अंतिम यात्रा में प्रदेशभर से आए लोग

जोधपुर.चारण समाज की आराध्य लूंग बाईसा का शनिवार को वलदरा गांव में देवलोकगमन हो गया। उनकी बैकुंठी निकालकर हिंगलाज माता मंदिर में समाधि दी गई।
लूंग बाईसा की अंतिम यात्रा में प्रदेशभर से आए लोग
चारण समाज की आराध्य लूंग बाईसा के अंतिम दर्शनों के लिए श्रद्धालु का तांता लग गया। बाईसा के उपासना स्थल हिंगलाज माता मंदिर परिसर में पैर रखने तक की जगह नहीं थी। दोपहर दो बजे हिंगलाज मंदिर परिसर से उनकी बैकुंठी निकाली गई।

बैकुंठी वलदरा गांव के मुख्य मार्गो से होते हुए पुन: हिंगलाज माता मंदिर पहुंची, जहां लूंग बाईसा के पार्थिव शरीर को समाधि दी गई। भक्तों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा व अबीर-गुलाल से लूंग बाईसा को विदाई दी। उनकी अंतिम यात्रा में प्रदेशभर से भी बड़ी संख्या में चारण समाज के लोगों ने भाग लिया।

ऐसा था जीवन:

उनका जन्म विक्रम संवत 1987 को आषाढ़ सुदी द्वितीया सोमवार को हुआ। पिता का नाम अजितदान था, जबकि माता का नाम मैतबाई था। उनका विवाह विक्रम संवत 2004 को भूरसिंह गांगणिया के साथ हुआ।

विवाह के कुछ समय बाद ही पति भूरसिंह आर्मी में थे और शहीद हो गए। इसके बाद उन्होंने भक्ति के मार्ग को अपना लिया। धीरे-धीरे वे जन-जन की आराध्य बन गई।

मरु महोत्सव 2013 के पहले दिन रात्रि को भव्य प्रस्तुतियों ने उपस्थित दर्शकों का मन मोहा





यादगार बनी आगाज की शाम 
मरु महोत्सव 2013 के पहले दिन रात्रि को भव्य प्रस्तुतियों ने उपस्थित दर्शकों का मन मोहा 




जैसलमेर. सांस्कृतिक संध्या का लुत्फ उठाते देशी विदेशी सैलानी व प्रस्तुति देते कलाकार।

  जैसलमेर
मरु महोत्सव 2013 के पहले दिन शाम को कलाकारों ने समा बांधा। एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों उपस्थित देशी विदेशी सैलानियों का मन मोह लिया। शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में शनिवार की रात्रि आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों ने भव्य प्रस्तुतियां दी। बड़ी संख्या में उपस्थित दर्शकों ने कलाकारों की प्रस्तुतियों को सराहा। शाम को यादगार बनाने में कलाकारों ने कोई कसर नहीं रखी। एक के बाद एक सुंदर प्रस्तुतियों ने उपस्थित जनसमूह का मनोरंजन किया। सैलानियों के साथ स्थानीय लोगों ने भी कलाकारों की प्रस्तुतियों को सराहा। 

भव्य प्रस्तुतियां दी

मरु महोत्सव 2013 की पहली शाम को यादगार बनाने में ख्याति प्राप्त कलाकारों ने कोई कसर नहीं छोडी। एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का दिल जीत लिया। सांस्कृतिक संध्या की शुरूआत नाद स्वरम संस्था द्वारा शंख वादन से की गई। जिसके पश्चात उमराव लंगा एंड पार्टी ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। अनू एंड पार्टी द्वारा होलियो में उडे रे गुलाल, थाने खां द्वारा रोचक एवं मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई। प्रस्तुतियों की कडी में शशि कुमार एंड पार्टी ने कच्छी घोडी नृत्य प्रस्तुत किया। रब्बन खां एंड पार्टी, मानसिंह पंवार एंड पार्टी द्वारा भवाई, लोक कलाकार हसनखां, उदाराम, कालूनाथ एंड पार्टी द्वारा लोक गीतों की प्रस्तुतियां दी गई। साथ ही अशोक कुमार शर्मा द्वारा ब्रज की होली पर प्रस्तुति दी गई।

विदेशी कलाकार ने भी दी प्रस्तुति

समारोह में कालूनाथ एंड पार्टी के साथ हंगरी से आई विदेशी महिला ने भी अपनी कला की प्रस्तुति दी। हंगरी से आई जस्टीन एब्राहम ने लोक कलाकारों के साथ कालबेलिया नृत्य पर भव्य प्रस्तुति दी। जिसे उपस्थित दर्शकों द्वारा सराहा गया। इस युवती द्वारा मरू महोत्सव की शोभायात्रा में भी नृत्य प्रस्तुत किया गया था। संचालन जफर खान सिंधी, रविन्द्र हर्ष एवं किशोरसिंह राजपुरोहित ने किया।