रविवार, 24 फ़रवरी 2013

हैवान या बाप? 50 हजार के लिए दोस्‍त से कराया बेटी का रेप!



मुंबई के उल्‍हासनगर में 16 साल की लड़की से रेप का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। लड़की का आरोप है कि उसके मां-बाप ने उस शख्‍स के साथ सेक्‍स के लिए मजबूर किया जिससे उन्‍होंने 50 हजार रुपये का कर्ज ले रखा था। पुलिस ने लड़की के मां-बाप और उस शख्‍स के खिलाफ रेप का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हैवान या बाप? 50 हजार के लिए दोस्‍त से कराया बेटी का रेप!
वहीं, नई दिल्ली के पूर्वी दिल्ली के मंडावली के एक मकान में सूटकेस में मॉडल सुमित तिवारी का शव मिला है। मकान स्क्रिप्ट राइटर शांति देव का है। वारदात के बाद से वह फरार है। करावल नगर निवासी सुमित के पिता रामेश्वर प्रसाद तिवारी ने बताया कि 20 फरवरी को वह अक्षरधाम के पास एक फिल्म की शूटिंग के लिए निकला था। रात 8 बजे फोन आया कि दो लाख रुपए दे दो आपका बेटा घर आ जाएगा। पुलिस ने सुमित के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया और मंडावली के एक मकान में पहुंची तो दूसरी मंजिल पर सूटकेस में सुमित की लाश मिली। अंदेशा जताया जा रहा है कि सुमित की गला दबा कर हत्या की गई है।


पत्‍नी और साली से कराता था देह व्यापार

यूपी के पिलखुआ में रहने वाले एक युवक पर पत्नी और मौसेरी साली को देह व्यापार में धकेलने का आरोप है। विरोध करने पर उसने जान से मारने की धमकी भी दी थी। इस संबंध में दिल्‍ली के हरिनगर थाने में मामला दर्ज कराया गया है। पुलिस ने आरोपी अजयपाल के दोस्त राहुल को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि राहुल की दोस्त ज्योति और अजयपाल की तलाश की जा रही है।

गैंगरेप में गवाही देंगे सिंगापुर के डॉक्टर

वसंत विहार गैंगरेप मामले की सुनवाई कर रहे अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश योगेश खन्ना की अदालत ने पीडि़ता का इलाज करने वाले सिंगापुर के एक अस्पताल के डॉक्टरों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गवाही देने के लिए कहा है। सिंगापुर के ये डॉक्टर इस मामले में सोमवार से अपने बयान दर्ज कराएंगे। गौरतलब है कि पीडि़ता को घटना के 10 दिन बाद सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों की सलाह पर इलाज के लिए 27 दिसंबर 2012 को सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पातल ले जाया गया था जहां 29 दिसंबर को उसकी मौत हो गई थी। पीडि़ता से छह लोगों ने गैंगरेप किया था जिसमें से एक आरोपी किशोर है। उसकी सुनवाई जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष चल रही है।

इस बीच, शनिवार को एक मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट से बचाव पक्ष के वकील ने जिरह की। इस मजिस्ट्रेट ने घटना के बाद सफदरजंग अस्पताल में पीडि़ता के बयान दर्ज किए थे।

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