शनिवार, 26 जनवरी 2013

गायब हुआ गण का सुकून तंत्र हथिया रखा है तांत्रिकों ने


गायब हुआ गण का सुकून
तंत्र हथिया रखा है तांत्रिकों ने

डॉदीपक आचार्य
आज के दिन हर कहींहर बार मचता है शोरऔर दो-चार दिन की धमाल के बाद फिर खो जाता हैबिना पेड़ों वाली पहाड़ियों के पार। आजादी के इतने सालों बाद भी गण को जिस तंत्र की तलाश थी उसका गर्भाधान तक नहीं हो सका अब तकया कि लाख प्रयासों के बाद भी एबोर्शन ने कहाँ पनपने दियाहै तंत्र के पुतले को।

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Happy Republic Day!
‘Salaam India!
Vande “Mataram.
रोटीकपड़ा और मकान के लिए आज भी आम आदमी दर-दर की ठोकरें खा रहा है। नून-तेल लकड़ी की जुगाड़ में इतनी उमर खपाने के बाद भी गणतंत्र का परसाद वह अच्छी तरह चख भी नहीं पाया है। हमारा गणतंत्र बढ़ती उमर के बावजूद बौनसाई हालत में कैद पड़ा है। तंत्र तितर-बितर हो रहा है,कहीं इसे कुतरा-कुचला जा रहा है तो कहीं यह दीमकों के डेरों की भेंट चढ़ रहा है। कहीं पेन की नोक वाले पेंगोलिन तंत्र से चिपटकर खुरचने में लगे हैं।
किसी जमाने में गण के लिए बना तंत्र अब गिन-तंत्र बन गया है। जहां गण से वास्ता दूर होता जा रहा है और हर कोई गिनने में दिन-रात जुटा हुआ है। जिन मल्लाहों के भरोसे गणतंत्र की नैया है वे पाल की आड़ में पाँच साल तक एक-एक दिन गिन-गिनकर गिनने में जुटे हुए हैं।
फाईव स्टार होटलों.सीदफ्तरों से लेकर फार्म हाऊसों तक में आराम फरमाते हुए प्लानिंग बनाने वाले अपुन के कर्णधारों का अब  गुण से वास्ता रहा है  गण से। अलग-अलग रंगों के झंड़ों और टोपियों के साथ गण की सेवा में उतरने वाले अखाड़चियों की हकीकत किससे छिपी है। गणतंत्र केकल्पवृक्ष ने पिछले बरसों में इतने पतझड़ देखे हैं कि बेचारा गण सूखी पीली पत्तियों की तरह दूर से दूर छिटकहवा में उड़ता रहा है। हर पाँच साल में हवाएँ आती हैं और गण को बहला फुसलाकर रफू हो जाती हैं। ऐेसे में बेचारा गण  घर का रहा  घाट का।
शिलान्यास से लेकर उद्घाटनलोकार्पणविमोचनस्वागतसम्मानरैलियोंबैठकों और सभाओं से लेकर दफ्तरों तक पसरे हुए तंत्र के नाम पर अब आई..एस., आर..एसआई.पी.एसआर.पी.एसऔर जाने कौन-कौन से आई.एस.आईमॉर्का वाले तांत्रिकों की पण्डा परम्परा गण का भाग्यबांचने दिन-रात भिड़ी हुई है।
कभी लाल टोपीसफेद टोपी तो कभी कालीकभी किसी रंग का लिबास तो कभी कोई और चौगा। यहाँ सब कुछ बदल जाता है गाँधी छाप को देखकर। ख़ास लोग दरवाजे से लेकर दिल्ली तक रंग बदल लेते हैं। कपड़ों की तरह बदल लेते हैं ईमान-धरम। गण बेचारा टुकर-टुकर कर देखता जाता है। कभीवह हॉकिम को बिसलरी की बोतल से हलक तर करते देखता है तो कभी फंक्शन्स में मेवों-मिठाइयों के बीच रमे हुए। लाल बत्ती वाली गाड़ी के खतरों को अब अच्छी तरह  समझने लगा है गण।
हर साल आता है गणतंत्र। एक दिन गण का और बाकी दिन तंत्र वाले तांत्रिकों के। दान-दच्छिना मिली नहीं कि फाइलों में मंत्र फूंक कर प्राणदान करने से लेकर सारे तंतर-मंतर में माहिर हैं अपने ये उस्ताद। महारानी से लेकर दरबारियों तक को अपने वशीकरण मंत्रों से बोतल में बन्द करने की कला सेवाकिफ हैं ये। आखिर अंग्रेजों की शिक्षा-दीक्षा को ये काले अंग्र्रेज अभी नहीं तो कब आजमाएंगे।
समस्याओं के पहाड़ों के बीच धंसा गण कराहने लगा हैदफ्तरों में लम्बी लाइनें हैं और फाइलों की रेल छुक-छुक कर चलती है उधार के ईंधन से। यहां सब फ्री स्टाईल चल रहा है। गण को दरकिनार कर तंत्र हावी होता जा रहा है। बिना कुछ दान-दक्षिणा के कौन सा देवता रीझता है फिर ये हाकिम तोइंसान हैं। इनके भी अपने पेट हैंबाल-बच्चे हैंबैंक लॉकर हैं और लक्ष्मी को कैद करने के तमाम नुस्खों की महारथ। ये ही तो वह बात है जिसने इन्हें गण से गणमान्य बना डाला है।
आईये गणतंत्र के इस महान पर्व पर हम गणमान्यों का खुले दिल से अभिनंदन-वन्दन करें और ठिठुरते-कराहते गण के प्रति आत्मीय सहानुभूति व्यक्त कर उसे सान्त्वना प्रदान करें।

बाडमेर गणतन्त्र दिवस हशोर्ल्लास से मनाया गया



अल्पसंख्यक मामलात राज्यमंत्री अमीन खान ने ली सलामी

गणतन्त्र दिवस हशोर्ल्लास से मनाया गया


बाडमेर, 26 जनवरी। गणतन्त्र दिवस का जिला स्तरीय समारोह भानिवार को आदर्श स्टेडियम में हशोर्ल्लास के साथ मनाया गया। समारोह के मुख्य अतिथि अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ राज्यमंत्री अमीन खान ने प्रातः 9.00 ध्वजारोहण कर परेड का निरीक्षण किया तथा मार्च पास्ट की सलामी ली।

इस अवसर पर अल्पसंख्यक मामलात राज्यमंत्री खान ने सभी को गणतन्त्र दिवस की भाुभकामनाएं दी तथा सभी के सुख समृद्धि की कामना की। उन्होने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री आोक गहलोत ने गत चार वशोर में विकास एवं जनहित में अहम कदम उठाए है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री अन्न सुरक्षा योजना के तहत दो रूपये प्रतिकिलो की दर से गरीब परिवारों को प्रतिमाह 25 किलो गेहॅू मिलना सुनिचत किया गया है। बाडमेर जिले में इस योजना के तहत एक लाख पन्द्रह हजार पांच सौ छब्बीस बीपीएल तथा तीस हजार से ज्यादा स्टेट बीपीएल परिवारों को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री नि:ाुल्क दवा योजना के तहत सभी राजकीय चिकित्सालयों में सभी रोगियों को सर्वाधिक आवयक दवाईयां नि:ाुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। जिले में कुल 97 नि:ाुल्क दवा वितरण केन्द्रों के माध्यम से सतरह लाख से अधिक मरीजों को लाभान्वित किया जा चुका है। राज्य सरकार का यह प्रयास अत्यन्त लोकप्रिय होने से काबिले तारीफ है।

खान ने कहा कि प्रदो में 15 अगस्त, 12 से मुख्यमंत्री पाुधन नि:ाुल्क दवा योजना लागू की गई है जिससे पाु चिकित्सालयों में पाुधन की चिकित्सा हेतु नि:ाुल्क दवाईयां उपलब्ध कराई जाकर पाुपालकों को राहत दी गई है। उन्होने कहा कि जननी िु सुरक्षा योजना के अन्तर्गत सभी प्रसूताओं एवं नवजात िुओं को सरकारी चिकित्सा संस्थाओं में सभी प्रकार की नि:ाुल्क सेवाएं एवं परिवहन उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री बीपीएल जीवन रक्षा कोश राज्य के असाध्य रोग से पीडित बीपीएल परिवारों के लिए वरदान साबित हुई है। इस योजना के अन्तर्गत आउटडोर एवं इण्डोर चिकित्सा पूर्ण रूप से मुफ्त है तथा चिकित्सकीय व्यय की कोई सीमा नहीं है। इस योजना के तहत बाडमेर जिले में अब तक 5724 बीपीएल मरीज लाभान्वित हुए है।

उन्होने कहा कि प्रासन भाहरों के संग अभियान के तहत बाडमेर नगर परिशद द्वारा सो तीन हजार से अधिक पट्टे जारी किए गए है। इसी प्रकार नगर पालिका बालोतरा द्वारा ाई हजार से अधिक पट्टे जारी किए गए है तथा बाडमेर जिला राज्य में प्रथम स्थान पर रहा है। 10 जनवरी से प्रारम्भ हुए प्रासन गांवों के संग अभियान के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर िविर आयोजित किए जाकर विभिन्न विभागों द्वारा मौके पर ही लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। उन्होने कहा कि लोक सेवाओं के प्रदान की गारन्टी अधिनियम को और साक्त किये जाने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रदो में पहली बार सुनवाई का अधिकार अधिनियम 2012 लागू किया गया है।

आदार स्टेडियम में आयोजित जिला स्तरीय समारोह के दौरान अल्पसंख्यक मामलात राज्यमंत्री अमीन खान ने ध्वजारोहण के पचात मार्च पास्ट की सलामी ली। परेड कमाण्डर पुलिस निरीक्षक महेन्द्रसिंह भाटी के नेतृत्व में बीएसएफ, राजस्थान पुलिस, बोर्डर एवं अरबन होम गार्ड, सीनियर एवं जूनियर एनसीसी, एनएसएस स्वयं सेवक एवं स्वयं सेविकाओं के दल, स्काउट तथा गाईड की टुकडियों ने परेड में हिस्सा लिया। मार्च पास्ट के पचात महामहिम राज्यपाल के सन्दो का अपर कलेक्टर अरूण पुरोहित द्वारा पठन किया गया।

इसके पचात पुलिस बैण्ड द्वारा धुन प्रसारित की गई। इसके बाद राजकीय िक्षण संस्थाओं के लगभग 2000 छात्रछात्राओं द्वारा व्यायाम प्रदार्न किया गया तथा इन्ही छात्रछात्राओं द्वारा सामूहिक गान की भानदार प्रस्तुति दी गई। इसी क्रम में 200 से अधिक बालचरों द्वारा पिरामिट प्रदार्न किया गया। 

इस अवसर पर जिले में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृश्ट कार्य करने वाले लोगों को जिला प्रासन की तरफ से मुख्य अतिथि द्वारा प्रास्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसके बाद रंग बिरंगे परिधानों से सुसज्जित बालिकाओं द्वारा सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के अन्त में विभिन्न िक्षण संस्थाओं तथा सरकारी विभागों द्वारा अलग अलग विशयों पर तैयार झांकियों का प्रदार्न किया गया जिसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय की झांकी प्रथम, पंचायत समिति बाडमेर की झांकी द्वितीय तथा वन विभाग एवं तहसील कार्यालय बाडमेर की झांकी संयुक्त रूप से तृतीय स्थान पर रही।

समारोह में जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर, सांसद हरीा चौधरी बाडमेर विधायक मेवाराम जैन, जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू, जिला पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ, नगर परिशद बाडमेर अध्यक्ष उशा जैन, बालोतरा भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष फतेह खां, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर. गुगरवाल, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित समेत पुलिस, प्रासन, सेना, वायुसेना, बीएसएफ के अनेक अधिकारी, जन प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकों ने हिस्सा लिया। प्रातःकालीन कार्यक्रम की कमेन्ट्री प्रवक्ता मुको पचौरी तथा अध्यापिका सुश्री रूपाली भार्मा द्वारा की गई।

समूचे जिले में गणतन्त्र दिवस पूर्ण हशोर्ल्लास एवं उत्साह के साथ मनाया गया। जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू ने कलेक्ट्रेट में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर मुख्य चौराहों एवं सरकारी भवनों पर आकशर्क रोानी की व्यवस्था की गई थी।

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फूड पॉइजनिंग से 12 कुरजां ने तोड़ा दम

फूड पॉइजनिंग से 12 कुरजां ने तोड़ा दम

फलोदी। शीतकालीन प्रवास के लिए देश-विदेश की हजारों किलोमीटर की सीमाएं लांघकर खीचन गांव आए मेहमान पक्षी कुरजां की फूड पॉइजनिंग से मौत के जख्म भरे ही नहीं कि इस गांव में गुरूवार को फूड पॉइजनिंग की एक और वारदात हो गई। इनमें से एकसाथ 12 कुरजां ने दम तोड़ दिया। कुरजां की जान पर बार-बार आ रही आफत से यह मेहमान परिन्दे यहां से अलविदा होते देर नहीं लगेगी।

कुरजां संरक्षण में कार्यरत सामाजिक कार्यकर्ता सेवाराम माली व रामेश्वर उपाध्याय ने बताया कि गुरूवार सुबह गांव के विजयसागर तालाब के आस-पास विभिन्न जगहों पर 9 कुरजां मृत हालत में तथा 3 कुरजां बीमार पाई गई। इन सभी कुरजां के मुंह में झाग आए हुए थे।

उन्होनें सभी कुरजां को एक जगह एकत्रित करके वन विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी। वनपाल केके व्यास कर्मचारियों की टीम के साथ मौके पर पहंुचे तथा हालात की जानकारी ली तथा बीमार कुरजां को प्राथमिक उपचार देने के बाद उन्हें फलोदी स्थित रेस्क्यू सेंटर ले आए। जहां तीनों बीमार कुरजां भी दम तोड़ दिया। पशु चिकित्सक ने कुरजां की मौत का करण प्रथम दृष्टया फूड पॉइजनिंग माना है। गांव में गुरूवार बिजली के करंट से भी एक अन्य कुरजां की मौत हो गई है।

एक पखवाडे में दूसरी घटना
शीतकालीन प्रवास पर खीचन गांव आने वाले मेहमान पक्षी कुरजां के साथ हर साल ऎसे हादसे होते रहते है। खीचन में गत 9 जनवरी को भी फूड पॉइजनिंग से पांच कुरजां की मौत हो गई थी। इससे पूर्व गत वर्ष फरवरी 2012 मेें बिजली के करंट से दो दर्जन कुरजां की मौत होने व इससे पूर्व में फूड पॉइजनिंग से आधा दर्जन कुरजां काल कवलित होने की घटनाएं हो चुकी है।

दुष्कर्म के प्रयास के आरोपित को जेल भेजा

दुष्कर्म के प्रयास के आरोपित को जेल भेजा
जोधपुर। प्रतापनगर क्षेत्र में आठ वर्षीय बालिका से दुष्कर्म का प्रयास करने के मामले में आरोपित को कोर्ट ने शुक्रवार को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।

जांच अधिकारी उप निरीक्षक हनुमान सिंह के अनुसार प्रकरण में आरोपित प्रतापनगर में अम्बेडकर पार्क के पास निवासी धर्मेन्द्र (40) पुत्र सोहनलाल आसेरी को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे पन्द्रह दिन के लिए न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए गए। इससे पहले पुलिस ने आरोपित धर्मेन्द्र तथा बालिका की महात्मा गांधी अस्पताल में मेडिकल जांच करवाई।

गौरतलब है कि गुरूवार देर रात आरोपित धर्मेन्द्र को बालिका के साथ संदिग्ध हालात में पकड़ा गया था। पूछताछ में सहमी बालिका ने आरोपित पर छेड़छाड़ व दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगाया था। पुलिस ने दुष्कर्म का प्रयास तथा पहली मर्तबा बच्चों के यौन अपराधों से संरक्षण अधिनियम 2012 के तहत मामला दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार किया था।

16 घंटों में जांच पूरी
दिल्ली में गैंगरेप के बाद पुलिस मुख्यालय से मिले निर्देश पर दुष्कर्म, दुष्कर्म के प्रयास या छेड़छाड़ के मामलों की जांच में तेजी आई है। यही कारण है कि इस मामले में भी पुलिस ने मात्र सोलह घंटों में जांच पूरी कर ली, लेकिन न्यायालय में अवकश होने के कारण आरोपित के खिलाफ चालान पेश नहीं हो पाया।

जैसलमेर आज की संक्षिप्त खबरें

जैसलमेर आज की संक्षिप्त खबरें
जैसलमेर। नियमों को ताक पर रखकर जगह-जगह पोस्टर लगाने वाले 15 जनों के विरूद्ध पुलिस ने मामला दर्ज किया है। नगरपरिषद आयुक्त आरके माहेश्वरी की ओर से पेश की गई रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने इस संबंध मे उक्त आरोपियों के विरूद्ध संपति विरूपण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

बाल मेला व प्रदर्शनी कल से
जैसलमेर. शहर के सेंट पॉल्स स्कूल की ओर से 27 व 28 जनवरी को बाल मेला व विद्यालय प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान विज्ञान, कला, गणित, सामाजिक विज्ञान प्रदर्शनी, कठपुतली का खेल, बच्चों के लिए मिक्की माऊस, विभिन्न खेल व स्वादिष्ट भोज्य पदार्थ आकर्षण का केन्द्र रहेंगे।

तनसिंह जयंती मनाई
जैसलमेर. शहर के मल्लिनाथ छात्रावास इंदिरा कॉलोनी में शुक्रवार को तनसिंह जयंती समारोह मनाया गया। इस दौरान महेंद्रसिंह पोछीणा ने मंगला चरण करवाकर दीप प्रज्ज्वलन माल्यार्पण किया। इस दौरान महेंद्रसिंह ने राजपुत युवाओं के क्षत्रिय युवक संघ से जुड़ने का आह्वान किया।

रेंवतसिंह ने इतिहास याद दिलाए का सहगान किया। कार्यक्रम में महावीरसिंह, छगनसिंह, मोहनसिंह, बीजराज का तला, लक्ष्मणसिंह, मनोहरसिंह, अमृतसिंह, नरेंद्रसिंह, भूरसिंह, मानवेंद्रसिंह, लीलसिंह सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।

930 कर्टन अवैध शराब बरामद

930 कर्टन अवैध शराब बरामद

सिणधरी। ट्रक में चारे में छुपाकर हरियाण से गुजरात ले जाई जा रही अवैध शराब के 930 कार्टन बरामद कर पुलिस ने दो जनों को गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ के निर्देशन में अवैध मादक पदाथोंü की धरपकड़ अभियान के चलते समदड़ी थानाधिकारी निरंजनप्रतापसिंह, कल्याणपुर थानाधिकारी सुमेरसिंह, सिणधरी थानाधिकारी सहदेव चौधरी मय पुलिस दल ने सिणधरी के निकट मेगा स्टेट हाइवे पर रामदेव होटल के पास नाकाबंदी कर हरियाणा निर्मित विभिन्न ब्रांडो के 930 अंग्रेजी शराब के कार्टन बरामद किए।

इसकी कीमत पच्चीस लाख का आंकी गई है। हरियाणा से ट्रबो में भूसे के चारे में छिपाकर शराब गुजरात की ओर ले जाते वक्त सिणधरी कस्बे के पास पुलिस ने चालक गोपीकिशन पुत्र बाबूलाल निवासी नपासर (बीकानेर) एवं कृष्णलाल पुत्र रूपचंद सोनी निवासी मढ (हरियाणा) को घटनास्थल पर गिरफ्तार किया।

21 कटर्न बरामद
बाड़मेर.आबकारी वृत्ताधिकारी शिवकुमार चौधरी ने बताया कि सहायक आबकारी अधिकारी नरेन्द्रसिंह शेखावत के नेतृत्व में थानाधिकारी नरपतसिंह मय दल ने लोहरवा में पूनमाराम पुत्र नीम्बाराम के यहां कार्रवाई कर 21 कर्टन अंग्रेजी शराब बरामद की। इसमे 132 बोतल व 480 पव्वे शराब थी। आरोपित मौके से फरार हो गया। आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।

नाबालिग के साथ दुष्कर्म

नाबालिग के साथ दुष्कर्म

बाड़मेर। शिव थाने में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ है। पूषड निवासी एक व्यक्ति ने मामला दर्ज करवाया कि उसकी नाबालिग पुत्री गुरूवार को घरेलू सामान लेने शिव गई थी। वहां पर पवनी उर्फ बदामी पुत्री दानाराम व उसकी बहन दुर्गा निवासी माधोणियों की ढाणी शिव उसे मिली।

वे उसे बहला-फुसला कर अपने साथ ले गई। जहां पहले से मौजूद लूणाखां पुत्र मोहम्मदखां तथा गाजी खां पुत्र वलीखां निवासी माधोणियों की ढाणी ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने नाबालिग का मेडिकल करवा मामला दर्ज किया।

शुक्रवार, 25 जनवरी 2013

पाक की घिनौनी हरकत, पीट-पीट कर भारतीय कैदी की हत्या


इस्लामाबाद। जासूसी के आरोप में पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक चमेल सिंह की मृत्यु हो गई है। उसकी पांच साल की सजा शीघ्र ही पूरी होने वाली थी। रिपोर्टो में कहा गया है कि मौत से दो दिन पहले ही जेलकर्मियों ने उसकी बुरी तरह पिटाई की थी। वह जम्मू-कश्मीर का रहने वाला था।

पाकिस्तानी वकील तहसीन खान के हवाले से मीडिया रिपोर्टो में कहा गया है कि उन्होंने 15 जनवरी को लाहौर की कोट लखपत जेल में कपड़ा धोने के लिए नल से पानी लेने पर जेलकर्मियों को सिंह की पिटाई करते देखा था। इसके दो दिन बाद उसकी जिन्ना अस्पताल में मृत्यु हो गई। खान हाल ही में इस जेल से रिहा हुए हैं। हालांकि पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग के सूत्रों ने कहा है कि उन्हें अधिकारियों द्वारा औपचारिक रूप से बता दिया गया था कि सिंह की लाहौर में 15 जनवरी को मृत्यु हो गई। इस मामले को लेकर दिए गए नोट में सिंह की मौत के कारण के बारे में कुछ नहीं बताया गया है।

खान ने आरोप लगाया है कि जेल कर्मियों ने भारतीयों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ नस्ली टिप्पणी की थी। वकील ने दावा किया कि मौत की सजा पाए सरबजीत सिंह समेत कोट लखपत जेल में बंद अन्य भारतीय कैदियों के लिए गंभीर खतरा है। भारतीय अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने उन्हें चमेल सिंह की मौत के बारे में उसके परिवार वालों को सूचित करने के लिए कहा था। भारत के विदेश मंत्रालय को यह सूचना दे दी गई है। अधिकारी सिंह के परिवार वालों के जवाब का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद ही तय किया जाएगा कि उसके शव को भारत भेजा जाए या पाकिस्तान में ही अंतिम संस्कार कर दिया जाए।

भारतीय अधिकारियों का यह भी कहना है कि उन्हें जेल में सिंह की पिटाई के बारे में जानकारी नहीं है। इस समय सिंह का शव लाहौर के एक सरकारी अस्पताल की मोच्र्युरी में रखा हुआ है। जम्मू-कश्मीर के प्रगवाल निवासी सिंह को 2008 में पाकिस्तान में जासूसी करने का दोषी ठहराया गया था। उसके परिवार वालों का कहना है कि वह जासूसी में शामिल नहीं था। वह जुलाई, 2008 में रास्ता भटककर पाकिस्तान में दाखिल हो गया था।

कोष कार्यालय के कनिष्‍ठ लेखाकार ललित जोशी का राज्‍य स्‍तरीय सम्‍मान



जिला कोष कार्यालय के कनिष्‍ठ लेखाकार ललित जोशी का राज्‍य स्‍तरीय सम्‍मान


बाड़मेर। जिला कोष कार्यालय के कनिष्‍ठ लेखाकार श्री ललित जोशी को उनकी सराहनीय सेवाओं के गणतंत्र दिवस पर राज्‍य स्‍तरीय सम्‍मान समारोह में सम्‍मानित किया जाएगा।

जिला कोषाधिकारी श्री सवाईलाल गर्ग ने बताया कि श्री ललित जोशी ने वर्ष 2012‑13 के दौरान ऑन लाइन विपत्र प्रणाली आईएमएमएस के तहत शत प्रतिशत कार्य संपादित करते हुए विभाग को उत्‍कृष्‍ट सेवाएं दी। उनकी इन सेवाओं को देखते हुए गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी जयपुर में वित्‍त भवन में आयोजित होने वाले विशेष समारोह में निदेशक कोष एवं लेखा राजस्‍थान द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्‍मानित किया जाएगा। गौरतलब है कि जोशी ने पूरे जिले में वेतन प्रणाली को ऑन लाइन सिस्‍टम से जोड़ने हेतु विशेष प्रशिक्षणों में भी दक्ष प्रशिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दी। जिला कोषाधिकारी श्री सवाईलाल गर्ग ने ललित जोशी के सराहनीय सेवाओं के लिए उनकी प्रशंशा करते हुए उन्‍हे राज्‍य स्‍तरीय सम्‍मान के लिए चुने जाने पर बधाई दी।

पाकिस्तान ने भारत को दिवस बधाई दी ..

पाकिस्तान ने भारत को  गणतंत्र दिवस बधाई दी ...




बाड़मेर गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पाकिस्तान ने भारत को गणतंत्र दिवस की बधाई देने के साथ पश्चिमी सरहद पर तैनात सीमा सुरक्षा बल के जवानों को मिठाई भी भेंट की .पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले की मुनाबाव सरहद पर स्थित जीरो लाइन पर शुक्रवार दोपहर बाद पाकिस्तानी रेंजर के प्रतिनिधि मोहम्मद यासीन के नेतृत्व में सिंध रेंजरो के दल ने सीमा सुरक्षा बल के असिस्टेंट कमांडर आर के डगर को गणतंत्र दिवस की बधाई दोनों देशो की जीरो लाइन पर स्थित पिलर संख्या 814 पर आकर मिठाई भेंट कर बधाई और शुभकामनाए दी .गत दिनों पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय जवानों के सर काट कर ले जाने की घटना के बाद दोनों देशो के उपजे तनाव के बाद पाकिस्तान ने भारत को बधाई देकर दोनों देशो के बीच शांति बहाली को बल ,दिया हें उलेखनीय हे की भारतीय जवानो के सर काटने की घटना के बाद सीमा सुरक्षा बल और पाक रेंजरो के बीच पकिस्तान्होने वाली कमान्डेंट स्तरीय बैठक निरस्त कर दी थी .

सोमवार, 21 जनवरी 2013

जागरूकता कार्यक्रम चलाने में एनजीओ की सहभागिता जरूरी - श्रीमती दीपक कालरा


स्वयंसेवी संस्थाओं से बालश्रम  रोकथाम में आगे आने का आह्वान
जागरूकता कार्यक्रम चलाने में एनजीओ की सहभागिता जरूरी - श्रीमती दीपक कालरा
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षों ने ली जैसलमेर में बैठक
       

जैसलमेर, 21 जनवरी/ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती दीपक कालरा  ने जैसलमेर सर्किट हाउस में स्वयं सेवी संगठनों के साथ बैठक लेकर बालसंरक्षणशिक्षा का अधिकारकुपोषित बच्चों को पोषण का अधिकार के साथ ही संरक्षण आयोग द्वारा किये जा रहे कार्यो के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि आयोग का मुख्य कार्य सरकार द्वारा संचालित नीतियों की प्रभावी मॉनिटरिंग करना है।
       आयोग की अध्यक्ष कालरा ने स्वयं सेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों से कहा कि वे बाल श्रम रोकथाम के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम चलाने में पूरा सहयोग दें। उन्होंने कहा कि शिक्षा के अधिकार लागू होने के बाद जो बच्चे अभी भी शिक्षा से वंचित हैं या निजी विद्यालयों में निर्धारित मापदण्ड के अनुरूप गरीब बच्चों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है उसके बारे में भी विस्तार से जानकारी प्राप्त कर बाल अधिकार संरक्षण आयोग को अवगत कराएं।
       उन्होंने आंगनवाड़ी केन्द्राें पर बच्चों को दिये जा रहे पौष्टिक आहार के बारे में भी उनसे जानकारी प्राप्त की एवं कहा कि जिले में जहां भी कुपोषित या अतिकुपोषित बच्चे पाए जाए तो उनकी भी सूचना आयोग को दें। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवी संगठनाें को भी बालश्रम रोकथामबाल कुपोषण को कम करनेबालश्रम पुनर्वास के संबंध में भी विशेष कार्य करने की जरूरत है तभी हम इस क्षेत्र में सुधार ला सकते हैं।  
       आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि बालश्रम रोकथाम के लिए बाल कल्याण समिति को काफी अधिकार दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि संस्थाओं को भी इस काम के लिए बाल कल्याण समिति को पूरा सहयोग करना चाहिए।
       बैठक में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अशोक मोदीसहायक निदेशक हिम्मतसिंह कविया के साथ ही स्वयंसेवी संगठनों के पदाधिकारियों ने बाल कुपोषण को रोकनेबाल श्रम रोकथाम एवं उनके संरक्षणविशेष योग्य जनाें को शिक्षा का अधिकार प्रदान करने के संबंध में अपनी ओर से सारगर्भित सुझाव पेश किए।
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स्वर लहरियों का माधुर्य बिखरते हैं जैसाण के सुर साधक


स्वर लहरियों का माधुर्य बिखरते हैं
जैसाण के सुर साधक
                                                डॉ. दीपक आचार्य
                                                           9413306077
       जैसलमेर की लोक लहरियों के प्रवाह को अक्षुण्ण बनाए रखने में जैसाण के लोक कलाकारों और गायकों का कोई मुकाबला नहीं।
       जैसलमेर की माटी में ही जाने कैसी असीम ऊर्जा और गंध समायी है कि यहाँ प्राचीनकाल से लेकर अब तक जर्रा-जर्रा लोक लहरियों का जयगान करता नहीं अघाता। लोकवाद्योंस्वरों और गायन पर थिरकता यह मरु अँचल न केवल भारतवर्ष अपितु पूरी दुनिया में अनूठा है जहाँ की हवाओं में भी सांगीतिक ताजगी महसूस होती है।
       मरुभूमि जैसलमेर के हर क्षेत्र में सुर साधकों की व्यापक परम्परा है। इनमें जैसलमेर के प्रेमशंकर व्यासमहेश गोयल और अशोक शर्मा उन कलाकारों में शामिल हैं जिन्हें धर्म-संस्कृति से जुड़े विभिन्न आयोजनों में पूरी मस्ती के साथ अपने फन का जादू बिखेरते हुए देखा जा सकता है।
       पं. प्रेमशंकर व्यास
       जैसलमेर मूल के प्रेमशंकर व्यास पुष्टिमार्गीय धार्मिक संस्कारों से ओत-प्रोत व्यक्तित्व हैं जो बचपन से ही भजन गायगीझाँझमँंजीरा व करतालवादन करते हुए आज इन विधाओं में जबर्दस्त प्रावीण्य सम्पन्न हैं।
       जैसलमेर के तलोटीव्यासपाड़ा में रहने वाले 58 पार प्रेमशंकर व्यास का जन्म 5 मई 1955 को हुआ। शैशव का उनका संगीत शौक बाद में इतना परवान चढ़ा कि इस रुचि ने उन्हें शोहरत के शिखर का आस्वादन कराया। भजन में कोरस देने के साथ ही वाद्यों की सुर-ताल से सधी हुई उनकी संगत बेहद लाजवाब होती है। प्राच्यविद्याओं को जीवन निर्वाह का माध्यम बनाने वाले पं. प्रेमशंकर व्यास कर्मकाण्ड में भी दक्ष हैं।
       महेश गोयल
       जैसलमेर की धरा पर 16 सितम्बर 1982 को जन्म लेने वालेदर्जी पाड़ा निवासी महेश गोयल हारमोनियम व की-बोर्ड वादन में अच्छी ख़ासी महारत रखते हैं। इसके साथ ही वे बेहतरीन संगत कलाकार भी हैं। सिलाई कार्य को अपनी आजीविका निर्वाह का माध्यम बनाने वाले महेश गोयल पिछले एक दशक से लोक सांस्कृतिक आयोजनोंमेलों-उत्सवों में शिरकत करते आ रहे हैं।
       तबला वादक अशोक शर्मा
       दैवाराधन और मंदिर में सेवा कार्यो में रत अशोक शर्मा का जन्म 27 जनवरी 1988 को हुआ। मंदिर में सेवा-पूजा करते हुए प्रभु भक्ति में स्वर-आराधन की दिली इच्छा हुई तो तीन-चार वर्ष में तबला व झींझा वादन सीखा और उसमें दक्षता पायी।
       मंदिर में भक्ति संगीत का कोई सा उत्सव हो अथवा कोई सांस्कृतिक कार्यक्रमअशोक शर्मा का तबलावादन आकर्षण जगाने के साथ ही रसिकों को गहरे तक आनंद की अनुभूति कराने वाला है।
       इन तीनों ही लोक कलाकारों और भजन गायकों को जैसलमेर के विभिन्न सांस्कृतिक मंचों पर अपने हुनर के रंग बिखेरते हुए देखा जा सकता है। वर्तमान पीढ़ी के इन नायाब कलाकारों पर जैसाण को गर्व है।

शुक्रवार, 18 जनवरी 2013

संघर्ष समिति ने सोनिया गांधी को लिखा ख़त, कहा- चिंतन शिविर में राजस्थानी हो प्रमुख मुद्दा, सरकार का वक्तव्य दिलाया याद

राजस्थानी को मिले मान्यता
संघर्ष समिति ने सोनिया गांधी को लिखा ख़त, कहा- चिंतन शिविर में राजस्थानी हो प्रमुख मुद्दा, सरकार का वक्तव्य दिलाया याद


जयपुर. अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के माध्यम से यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के नाम पत्र भेजकर राजस्थानी भाषा को शीघ्र संवैधानिक मान्यता देने की मांग की है।
समिति के प्रदेश अध्यक्ष के.सी. मालू व महामंत्री डॉ. राजेन्द्र बारहठ ने सरकार को राज्य विधानसभा के 25 अगस्त 2003 के सर्व सम्मत संकल्प के साथ-साथ लोकसभा में 17 दिसंबर 2006 को तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल का वह वक्तव्य भी याद दिलाया है जिसमें सांसद गिरधारीलाल भार्गव, रासासिंह रावत व डॉ. कर्णसिंह यादव के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि बजट सत्र 2007 में राजस्थानी एवं भोजपुरी को संवैधानिक मान्यता हेतु सरकार कृत संकल्प है।
समिति ने चिंतन शिविर में राजस्थानी के सवाल को राज्य का प्रमुख मुद्दा बनाने की मांग करते हुए कहा है कि राजस्थान के बालकों को अपनी मातृभाषा में पढऩे का अधिकार, राज्य के युवाओं को देश के अन्य प्रदेशों यथा यूपी, पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र आदि की भांति आईएएस, रेलवे, केन्द्रीय सेवा, टेट, राज्य प्रशासनिक सेवाओं, एडीजे व अन्य राज्य सेवाओं में अपनी मातृभाषा के प्रश्र पत्र व माध्यम का अधिकार, राज्य के प्रतिनिधियों को संसद व राज्य विधानसभा में अपनी मातृभाषा राजस्थानी में शपथ लेने व भाषण देने का अधिकार, राजस्थान वासियों को अपनी भाषा में राज करने व सरकारी योजनाओं की जानकारी हासिल करने के अधिकार तथा राजस्थानी लोक कलाकारों, फिल्मकारों, साहित्यकारों आदि को संरक्षण दिए जाने से ही जयपुर में चिंतन शिविर करने की सार्थकता सिद्ध होगी।
प्रेषक- डॉ. सत्यनारायण सोनी, प्रदेश मंत्री, अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति

युवक की मौत पर फूटा आक्रोश

युवक की मौत पर फूटा आक्रोश

जैसलमेर। जैसलमेर जिले मे एक युवक की संदिग्ध मौत के मामले ने बुधवार को तूल पकड़ लिया। गुस्साए लोगो ने सड़क पर पत्थर लगाकर युवक का शव लेकर आ रही एंबुलेस "108" का रास्ता रोक दिया और एंबुलेस से शव लेने से इनकार कर दिया। लोगो ने आरोप लगाया कि युवक की मौत एक सुनियोजित हत्या का मामला है, लेकिन उसे हादसा बताने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ ही देर मे एंबुलेस के पास भीड़ जमा हो गई और गुस्साए लोगों ने शहर कोतवाली के समक्ष जमकर प्रदर्शन किया। लोगों ने रास्ता भी जाम किया और दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही नहीं होने दी गई। इस दौरान सड़क के दोनो ओर वाहनो की कतार लग गई।

ऎहतियात के तौर पर कोतवाली के आगे पुलिस जाब्ता मंगाया गया। मौके पर पुलिस उपाधीक्षक शायरसिंह व शहर कोतवाल वीरेन्द्रसिंह जोधा भी मौजूद थे। उन्होने समझाइश की कि इस संबंध मे रिपोर्ट पेश करें, कार्रवाई जरूर होगी। इससे पूर्व बइया क्षेत्र के युवक सुन्दरराम को गंभीर हालत मे जैसलमेर के जवाहर अस्पताल लाया गया, जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए एंबुलेंस 108 से जोधपुर रैफर किया गया, लेकिन मार्ग मे ही उसकी मौत हो गई।

पीडित पक्ष के लोगो का आरोप है कि संुदराराम की सोची-समझी साजिश के तहत हत्या की गई है, लेकिन कहानी यह बनाई जा रही है कि वह शिकार के लिए कुछ लोगो के साथ गाड़ी मे गया और वहां दुर्भाग्यवश बंदूक का ट्रेगर दबने से उसे गोली लग गई। उन्होने आरोप लगाया कि यह सब कहानी मामले से ध्यान हटाने के लिए बनाई जा रही है। उन्होने मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की।

हत्या का मामला दर्ज
मामले को लेकर मचे बवाल के बाद सम पुलिस थाना मे हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार गैनाराम पुत्र रामराम राणा राजपूत निवासी खुहड़ी ने रिपोर्ट पेश कर आरोप लगाया कि मंगलवार रात्रि करीब साढ़े बारह बजे सम हल्का के चानणे की बस्ती के पास उसका भानजा सुन्दरराम पुत्र रूपाराम निवासी बईया स्कार्पियो वाहन में जा रहा था। गाड़ी में सवार सोभारे खां, दिलबर खां, नवाब खां, अल्ले खां, शौकत खां निवासी सगरों की बस्ती ने गोली मार दी।

जानकारी मिलने पर जब वह जैसलमेर पहुंचा तो रात्रि में करीब 2 बजे जवाहर अस्पताल में भांजे को बेहोशी हालत में देखा। उसके बांये कंधे के पास गोली लगने से उसकी हालत नाजुक होने से उसे जैसलमेर से जोधपुर रैफर किया गया। बालेसर के पास उसके भांजे सुन्दरराम की मृत्यु हो गई। रिपोर्ट पर पुलिस थाना सम में हत्या का मामला दर्ज किया गया। मामले की जांच खुहड़ी थानाधिकारी किशोरसिंह को सुपुर्द की गई है।

मावठ की बौछारों से चमकी सर्दी

मावठ की बौछारों से चमकी सर्दी

बाड़मेर बाड़मेर सहित बालोतरा उपखंड क्षेत्र में गुरूवार को मावठ की हल्की बरसात ने सर्दी बढ़ गई। बुधवार देर रात के बाद शुरू हुआ रिमझिम फुहारों का दौर गुरूवार को देर शाम तक जारी रहा। कड़ाके की ठण्ड से बेहाल लोग सूरज के दर्शन को तरस गए। लोगों को दोपहर में भी अलाव तापने पड़े। बुधवार देर रात के बाद मौसम ने यकायक पलटा खाया। घटाटोप आसमान से रिमझिम बौछारें गिरने लगी। सुबह उठने पर लोगों को सारा माहौल भीगा-भीगा नजर आया। दिनभर थम-थमकर बौछारो का क्रम जारी रहा। मौसम का मिजाज देर शाम तक भी सुधर नहीं पाया।

ठिठुरन के कारण पकवानों व व्यंजनों का लोगों ने आनंद उठाया। मामूली बरसात के बाद भी पुराना बस स्टेण्ड स्थित नगरपालिका के अण्डरब्रिज में पानी का भराव हो जाने से आवागमन बंद रहा। बरसात के दौरान शाम को शहर की बिजली व्यवस्था गुल हो गई। पचपदरा, कुड़ी, सरवड़ी, कल्याणपुर, डोली, अराबा, मंडली, थोब, पाटोदी, गोपड़ी, आकड़ली, दूदवा, बागुण्डी, तिलवाड़ा, मेवानगर, सिणली, वरिया, असाड़ा, टापरा, बुड़ीवाड़ा, सराणा, आसोतरा, बिठूजा, मूंगड़ा आदि गांवों में दिनभर घटाटोप आसमान से बूंदाबांदी चलती रही।

सिवाना उपखंड क्षेत्र में भी मावठ की बरसात से ठंड बढ़ गई। गुरूवार तड़के करीब चार बजे शुरू हुआ बरसात का दौर दिनभर थम थमकर चलता रहा। कई बार परनालों से पानी बहने लगा। सड़कें तरबतर रही। समदड़ी, मोकलसर इलाके में भी मावठ की बरसात के बाद मौसम का मिजाज बिगड़ा रहा।
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रेगिस्तान के बबूल के बीज से अब बनेगी कॉफी

रेगिस्तान के बबूल के बीज से अब बनेगी कॉफी
बाड़मेर। सब ठीक रहा तो कॉफी के शौकीन अब विलायती बबूल के बीज से बनी कॉफी पीते नजर आएंगे। उम्मीद है कि मार्च 2013 के बाद इस कॉफी का व्यावसायिक उपयोग होने लगेगा। सीमावर्ती बाड़मेर जिले में कृषि विज्ञान केन्द्र दांता में इसका संयंत्र भी लग गया है। यहां बबूल से बनी कॉफी का उत्पादन हो रहा है। इसे बनाने में काजरी जोधपुर के वैज्ञानिकों की खास भूमिका रही है। खाद्य सुरक्षा को लेकर नेशनल इंस्टीट्यूट न्यूट्रीशियन हैदराबाद ने इसका परीक्षण भी किया है। इसके नतीजे भी आशानुरूप आए हैं, हालांकि अभी क्रोनिक प्रोक्सिसिटी टेस्ट के नतीजे आने हैं, लेकिन इसके भी आरम्भिक नतीजे उत्साहवर्घक हैं। ऎसे में वह दिन दूर नहीं जब बबूल के पेड़ के बीज से बनी कॉफी बाजार में बिकने लगेगी।

सीमावर्ती जिले में बहुतायत और प्राय: अनुपयोगी समझे जाने वाले विलायती बबूल से कॉफी बनेगी। काजरी में अनुसंधान के बाद आरम्भिक तौर पर जिले के कृषि विज्ञान केन्द्र दांता में कॉफी उत्पादन संयंत्र लगाया गया है। वैज्ञानिकों के अनुसार बबूल के बीजों को पीसकर 270 सेंटीग्रेड पर गर्म किया जाता है। बाद में ठण्डा कर दिया जाता है। एक किलो कॉफी के पैकेट में सात सौ ग्राम बबूल की कॉफी, दो सौ ग्राम प्राकृतिक कॉफी और सौ ग्राम चिकरी पाउडर (कॉफी की कड़वाहट कम करने के लिए) मिला इसे तैयार करते हैं।

स्वास्थ्यप्रद होगी
बबूल के बीज से बनने वाली कॉफी प्राकृतिक कॉफी से कहीं सस्ती और स्वास्थ्यवर्घक है। प्राकृतिक कॉफी में जहां निकोटिन की मात्रा अधिक होती है, वहीं इसमें आयरन, कैल्शियम, फास्फोरस और कार्बोहाइटे्रट की मात्रा अधिक होने से नुकसानदायक नहीं है। प्राकृतिक कॉफी की बाजार कीमत करीब पन्द्रह सौ रूपए प्रतिकिलो है जबकि यह कॉफी तीन सौ रूपए किलो में तैयार हो रही है।

मार्च तक बाजार में
इसे काजरी ने खाद्य सुरक्षा को लेकर नेशनल इंस्टीट्यूट न्यूट्रीशियन हैदराबाद में जांच के लिए भेजा। वहां एक्यूट प्रोक्सिसिटी (प्रथम जनरेशन जांच) में इसे सही पाया गया। वर्तमान में क्रोनिक प्रोक्सिसिटी जांच (एक जनरेशन से दूसरी जनरेशन पर प्रभाव) चल रही है। इसके नतीजे मार्च 2013 तक आने की उम्मीद है। इसके बाद इसका व्यावासयिक उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है।

बन सकता है लघु उद्योग
जिले मे पांच-छह किसानों ने बबूल के बीज से कॉफी बनाने में रूचि दिखाई है। उत्पादन आरम्भ होते ही सीमावर्ती जिले में कॉफी उत्पादन लघु उद्योग के रूप में विकसित हो सकता है। इसमें घर बैठे ही रोजगार की असीम संभावनाएं रहेगी।

संयंत्र लगा है- बबूल के बीज से कॉफी उत्पादन हो रहा है। दांता में स्थापित संयंत्र से अभी तो इसे प्रायोगिक तौर पर बाजार में दिया जा रहा है।
डॉ. प्रदीप पगारिया, केन्द्र प्रभारी,कृषि विज्ञान केन्द्र दांता

मार्च के बाद उत्पादन
बबूल के बीज से कॉफी उत्पादित करने में काजरी को सफलता मिली है।
डॉ. जे सी तिवारी प्रधान वैज्ञानिक, काजरी, जोधपुर