सोमवार, 28 नवंबर 2011

थार में युद्धाभ्यास, धमाकों से दहला रेगिस्तान








थार में युद्धाभ्यास, धमाकों से दहला रेगिस्तान


बाड़मेर भारतीय सेना के तोपों व टैंकों के धमाकों से इन दिनों थार दहला हुआ है। आसमान से आग बरसने लगी है। यह नजारा पाकिस्तान से सटी जैसलमेर व बाड़मेर स्थित सीमा के नजदीक नजर आने लगा है। थार रेगिस्तान में पिछले कुछ दिनों से चल रहे युद्धाभ्यास के बीच आसमान में सुखोई सहित कई लड़ाकू विमानों से बम बरसाए जा रहे हैं।

सुदर्शन शक्ति और वायुसेना महागुजराज अभ्यास में सेटेलाइट से जंग का जीवंत नजारा देखा जा सकता है। इस दौरान दुश्मन के मिसाइल दागते ही उसी पल जवाबी मिसाइल दागकर दुश्मन की मिसाइल को हवा में खत्म करने का भी अभ्यास किया जा रहा है। दोनों सेनाएं अपनी मारक क्षमता व अत्याधुनिक नेटवर्क को परख रही हैं। सदी के इस सबसे बड़े युद्धाभ्यास का नजारा राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल 5 दिसंबर को बाड़मेर के एक अग्रिम ठिकाने पर देखेंगी।

दुश्मन की सेना को नेस्तानबूद

भारतीय सेना की 21 स्ट्राइक कोर के नेतृत्व में रेतीले टीलों पर अर्जुन टैंक व बोफार्स तोपों से सैनिक गोले बरसाते हुए दुश्मन की सेना को नेस्तनाबूद करने का अभ्यास कर रहे है। जोधपुर,बीकानेर व उतरलाई एयरबेस से सुखोई, जगुआर, मिराज व मिग लड़ाकू विमान आसमान से दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों पर बमबारी कर तबाह कर रहे है।

... अब मिलेंगी जंग की लाइव तस्वीरें

नेटवर्क सेंट्रिक वारफेयर मानव रहित विमान और यू मैन इंटेलीजेंस की बदौलत सेना सीमा पार की हर गतिविधि और दुश्मन की रणनीति के बारे में पल पल की जानकारी मिलती है। जबकि पूर्व में हुई जंग के दौरान सेना के अधिकारियों को टेलीफोन के जरिए दुश्मन के बारे में जानकारी मिलती थी और उनके इरादों के बारे में कुछ पता नहीं चल पाता था। अब सीमा पार से कितने टैंक, तोपें और जवान आगे बढ़ रहे हैं। उसकी लाइव तस्वीरें मिल सकेंगी। इस तकनीक का उपयोग रेगिस्तान में चल रहे अभ्यास में दोनों सेनाएं कर रही हैं।

रिस्पांस टाइम का आकलन

रक्षा प्रवक्ता ले. कर्नल एसडी गोस्वामी ने बताया कि अब एडवांस तकनीक से दुश्मन के मिसाइल दागते ही उसी पल भारतीय वायुसेना भी उसे टारगेट करते हुए मिसाइल दाग देगी और दुश्मन की मिसाइल को हवा में ही नष्ट कर देगी। वायुसेना अपनी मारक क्षमता को परखने के साथ दुश्मन के इरादों को नाकाम करने का अभ्यास कर रही है। इस सयुंक्त अभ्यास में रिस्पांस टाइम का आकलन किया जा रहा है।

राष्ट्रपति आएँगी सुदर्शन शक्ति युद्ध अभ्यास देखने


राष्ट्रपति आएँगी सुदर्शन शक्ति युद्ध अभ्यास देखने 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के सरहदी इलाको में गत दो माह से चल रहे सेना के युद्ध अभ्यास सुदर्शन शाकी के सबसे बड़े युद्ध अभ्यास को देखने राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ५ दिसंबर को आएगी रक्षा प्रवक्ता एस डी गोस्वामी ने बताया की युद्ध अभ्यास के अंतिम चरण में सदी के सबसे बड़े युद्ध अभ्यास को देखने राष्ट्रपति को आमंत्रित किया गया था उन्होंने सेना का निमंत्रण स्वीकार कर लिया वे पांच दिसंबर को युद्ध अभ्यास देखने आएगी रक्षा  मंत्री ,ऐ के अंटोनीचीफ ऑफ़ आर्मी सहित कई अधिकारी उपस्थित रहेंगे 

दो साल में खा गया साढ़े पांच किलो सिक्के

दो साल में खा गया साढ़े पांच किलो सिक्के

कोरबा। कोरकोमा गांव का 25 वर्षीय आदिवासी युवक कलेश्वर पिछले दो सालों से सिक्के खा रहा था। इस बात का खुलासा तब हुआ जब पेट दर्द के बाद डॉक्टरों ने उसके पेट का ऑपरेशन किया। युवक के पेट से एक-दो नहीं, बल्कि 421 सिक्के निकले। एक-दो और पांच रूपए के इन सिक्कों का कुल वजन साढ़े पांच किलो है।

सिक्कों के अलावा पेट से लोहे की 196 नग जिलेट (मछली के जाल में लगने वाली),15 नग नट बोल्ट और तीन नग चाबी भी निकाली गई। पेट दर्द से परेशान कलेश्वर को परिजनों ने शनिवार को सृष्टि इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस रिसर्च सेंटर में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने जब उसके पेट की सोनोग्राफी और एक्स-रे कराया तो आमाशय में गड़बड़ी पाई गई।


इसके बाद ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया। ऑपरेशन में जब उसके आमाशय में बड़ी मात्रा में सिक्के और लोहे की अन्य वस्तुएं मिलीं तो डॉक्टर हैरान रह गए। करीब साढ़े पांच किलोग्राम सिक्के और लोहे की अन्य चीजों को निकालने में डॉक्टरों को दो घंटे का समय लगा। अब युवक स्वस्थ है।
आमाशय हो गया था ब्लॉक : सिक्के आदि खाने के आदत से युवक के परिजन अंजान थे। परिजनों ने कभी उसे सिक्केया लोहे की वस्तुएं खाते नहीं देखा। युवक ने भी अपनी इस आदत को जिक्र कभी परिजनों से नहीं किया।


लम्बे समय से इन चीजों को खाने से युवक का आमाशय धीरे-धीरे ब्लॉक होता गया। इससे उसका पाचन तंत्र बिगड़ गय। इसकी वजह से वह बहुत ही कम खाना खाता था। पिछले आठ दिनों से उसे उल्टी हो रही थी। इसकी वजह से उसे चिकित्सालय में भर्ती कराया गया।

मनोरोग से पीडित


युवक "मिनिमा" नामक मनोरोग से पीडित है। इसलिए उसे सिक्के और लोहे की अन्य वस्तुएं खाने की लत लग चुकी है। युवक का अब मनोरोग विशेषज्ञों से भी उपचार कराया जाएगा। डॉ. एस.एन. यादवसर्जन , सृष्टि इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च सेंटर, कोरबा

कहानी पूरी फिल्मी, अस्पताल में दूल्हा- दुल्हन का अनोखा विवाह!


अहमदाबाद। बॉलीवुड फिल्म ‘विवाह’ की कहानी से मेल खाता एक वाकया शहर में शनिवार को सामने आया। शादी के चार दिन पहले ही दुर्घटनावश जल गई दुल्हन से दूल्हे ने अस्पताल के वार्ड में ही निकाह किया। अस्पताल के वार्ड में जैसे ही युवक ने निकाह कुबूल किया, अस्पताल में मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गईं।शहर के वटवा इलाके में मस्जिद के पास रहने वाली तस्लीमाबानु (22) की सगाई डेढ़ वर्ष पहले मोहम्मद युनुस पटेल (26) से हुई थी। इसके अंतर्गत 26 नवंबर को इनका निकाह पढ़ा जाना था। विवाह के अवसर पर घर पर कई सगे-संबंधी भी पहुंच चुके थे। लेकिन विवाह के 4 दिन पहले यानी की 22 नवंबर को स्टोव में तेल भरते समय अचानक लगी आग से तस्लीमा के हाथ, गला और चेहरा जल गया। तस्लीमा को शहर के एलजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इधर तस्लीमा के परिजन यही सोच रहे थे कि अब यह निकाह नहीं हो पाएगा। आमतौर पर ऐसी स्थिति में तो युवक शादी के लिए तैयार भी नहीं होता। लेकिन युनुस ने निकाह का फैसला बरकरार रखा। युनुस के परिजनों ने भी उसकी इच्छा का मान रखा और शादी के लिए तय किए गए 26 नवंबर के दिन बारात एलजी अस्पताल पहुंच गई। अस्पताल के वार्ड में सगे-संबंधियों सहित अस्पताल के स्टाफ की उपस्थित में मौलवी ने इनका निकाह पढ़ा। जैसे ही मौलवी के पूछने पर युनुस ने कहा.. ‘मुझे निकाह कुबूल है’, अस्पताल में मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गईं।
मैं तस्लीमा से सच्च प्रेम करता हूं, मुसीबत में मैं उसका साथ नहीं दूंगा तो कौन देगा?

मैंने तस्लीमा से शादी का वादा किया था। फिर मैं अपने वादे से मुकर कैसे सकता हूं। मैं उससे सच्च प्रेम करता हूं, मुसीबत में मैं उसका साथ नहीं दूंगा तो कौन देगा? -युनुस पटेल (दूल्हा)

बीकानेर के पास सड़क हादसा,8 मरे

बीकानेर के पास सड़क हादसा,8 मरे

बीकानेर। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-15 बीकानेर-अमृतसर सड़क मार्ग पर नाड़ गांव के समीप सोमवार सुबह सवारियों से भरी बस ट्रक से जा भिड़ी। घटना में आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो दर्जन से अधिक घायल हो गए।

इसमें आधा दर्जन से अधिक की हालत गंभीर बनी हुई है। जानकारी के अनुसार सवारियों से भरी बस बीकानेर से सुबह करीब 11 बजे गंगाशहर की ओर आ रही थी। रास्ते में नाड़ गांव के समीप सामने से आ रहे ट्रक से बस की भिड़ंत हो गई।

टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस लड़खड़ाते हुए सड़क के किनारे गbे में जा पलटी। चीख-पुकार सुन आसपास के गामीण मौके पर जुट गए। तत्काल पुलिस को भी सूचना दी गई।

ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस ने बस में फंसे लोगों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना में आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों के शवों की शिनाख्त की जा रही है। घायल हुए करीब दो दर्जन से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसमें आधा दर्जन से अधिक लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद ट्रक को जब्त कर लिया गया है, जबकि चालक मौके से फरार हो गया है। चालक को तलाशा जा रहा है।

महाराष्ट्र में सड़क दुर्घटना,15 जिंदा जले

महाराष्ट्र में सड़क दुर्घटना,15 जिंदा जले

नागपुर। महाराष्ट्र में एक सड़क दुर्घटना में 15 लोगों की मौत हो गई जबकि 57 अन्य घायल हो गए। इनमें से 35 की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बुलढ़ाना में दो बसों की भिड़ंत के चलते यह हादसा हुआ। हादसा नागपुर-औरंगाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ। सूत्रों के मुताबिक टक्कर के बाद दोनों बसों में आग लग गई। इसमें 15 यात्री जिंदा जल गए। एक बस पुणे से नागपुर जा रही थी। बताया जा रहा है कि तेज गति की वजह से यह हादसा हुआ।

पैसों की ललक में पति बना दलाल, घर को बनाया जिस्म का अड्डा!

गोंडल (गुजरात)। प्रेम विवाह के बाद पति के साथ घर बसाकर सुख-चैन का सपना देखने वाली महिला को जब पति ही दूसरे पुरुषों के साथ हमबिस्तर होने के लिए मजबूर कर दे, तो उसकी जिंदगी में किस तरह का भूचाल आएगा, अंदाजा लगाया जा सकता है। ऐसा ही एक मामला यहां सामने आया है।

बगसरा तहसील के चुडावड गांव में रहने वाली रीना ने परिजनों के मर्जी के खिलाफ गांव के ही सुरेश नामक युवक से प्रेम विवाह किया था। पेशे से सुरेश ऑटो चालक था। शादी के तीन वर्षों के दरमियान इनके घर एक बच्ची का भी जन्म हुआ।


लेकिन तीन वर्षो के बाद रीना के दुख के दिन शुरू हो चुके थे। कुछ दिन पहले सुरेश अपने एक दोस्त को घर लेकर आया और पत्नी से उसके साथ हमबिस्तर होने की बात कही। रीना ने इसका विरोध किया तो सुरेश ने उसकी जमकर पिटाई की और उसे दोस्त के साथ हमबिस्तर होने के लिए मजबूर कर दिया।


इसके बाद यह सिलसिला रोजाना का बन गया। अब सुरेश रोज नए-नए लोगों को घर पर लाने लगा और पैसे लेकर पत्नी का जिस्म उन्हें सौंपना उसका पेशा बन गया। आखिरकार रीना ने अपनी खामोशी तोड़ी और बच्ची को लेकर गोंडल के गौसेवक गोपालभाई टोलिया और मानव सेवा ट्रस्ट के प्रफुल्लभाई से मिली और उन्हें सारी बात बताई। इसके बाद रीना को गांेडल के भक्तीदीदी के आश्रम में भेज दिया गया। खबर लिखे जाने तक रीना ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज नहीं कराई है।

ARMY TO COMMENCE EX SUDARSHAN SHAKTI IN RAJASTHAN 28 NOVEMBER 2011



ARMY TO COMMENCE EX SUDARSHAN SHAKTI IN RAJASTHAN

JODHPUR(RAJASTHAN) 28 NOVEMBER 2011



Thousands of Indian soldiers in tanks and fighter jets are getting ready for manoeuvres in the Desert sector near the border for the long-scheduled exercise SUDARSHAN SHAKTI, which will showcase the might of Indian Army. Approximately 50,000 troops along with T-90, T-72, Arjun Tanks and BMPs will carry out simulated assaults on their objectives with the Artillery and IAF providing the support.

Exercise Sudarshan Shakti, will be witnessed by the Supreme Commander of Armed Forces, HE, the President of India, Mrs Pratibha Devisingh Patil on the 05 December. The President will be accompanied by the Raksha Mantri, Mr AK Antony, Chief of Army Staff, General VK Singh, and other senior dignitaries.

"This exercise will be a trendsetter for the Integrated Theatre Concept". The transformation of the force is at making the Army a more agile, versatile, lethal and networked force. In this exercise, we will be trying out new structures, strategies, and test beds of an integrated, seamless air-land battle."

जयपुर में फूड प्वाइजनिंग से 29 बच्चे बीमार

जयपुर में फूड प्वाइजनिंग से 29 बच्चे बीमार

जयपुर। यहां के एक निजी स्कूल में सोमवार को 29 बच्चों के फूड पॉइजनिंग का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि सभी बच्चों को एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार सभी बच्चों की उम्र आठ से दस साल के बीच की है। डॉक्टर ने सभी बच्चों की हालात सामान्य बताई है।

बताया जा रहा है कि दुर्गापुरा क्षेत्र के महारानी फार्म स्थित अभय विद्या मंदिर में कुछ बच्चों ने पेट में दर्द व उलटी की शिकायत की। बताया जा रहा है कि कुछ बच्चे बेहोश होकर गिर पड़े। बच्चों के अनुसार स्कूल के बाहर स्थित एक दुकान से उन्होंने रैफर्स जैसी फास्टफूड खरीद कर खाए थे। स्थानीय अस्पताल जे के लोन के अधीक्षक एसडी शर्मा ने बताया कि 29 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिसमें से 12 बच्चे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती हैं। बच्चों की हालत सामान्य बताई जा रही है।

तो अन्ना का अनशन 27 से!

तो अन्ना का अनशन 27 से!

नई दिल्ली। जनलोकपाल बिल को मौजूदा शीतकालीन सत्र में ही पास कराने के लिए टीम अन्ना ने सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। टीम अन्ना ने दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन के लिए एमसीडी से फिर इजाजत मांगी है। एमसीडी ने अनशन के लिए अनुमति दे दी है। अब दिल्ली पुलिस से इजाजत लेनी होगी।

लोकपाल बिल पर रिपोर्ट इसी सप्ताह -सिंघवी
लोकपाल विधेयक का अध्ययन कर रही संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष अभिषेक मनु सिंघवी ने आज कहा कि समिति इस सप्ताह अपनी रिपोर्ट पेश कर देगी। सिंघवी ने हम रिपोर्ट को स्वीकार करने के चरण में हैं और हमें इस सप्ताह रिपोर्ट पर अपना काम समाप्त कर लेने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि समिति लोकपाल के दायरे में प्रधानमंत्री को लाने के विषय पर भी चर्चा करेगी। लोकपाल को संवैधानिक दर्जा देने समेत अधिकतर मामलों पर आम सहमति बन गई है।

जोधपुर .....न्यूज़ इनबॉक्स .....क्राइम डायरी


आठ घंटे खेत में पड़ा रहा नवजात



अविवाहिता ने बच्चे को जन्म दिया और रात को ही अस्पताल से निकल गई नवजात को छोड़ा खेत में, सर्दी में बिलखता रहा मासूम


भोपालगढ़   एक नाबालिग बच्चे को जन्म देने के बाद बिना बताए अस्पताल से नवजात के साथ निकल गई। उसने शिशु को खेत में छोड़ दिया और खुद अपनी बुआ के यहां चली गई। रात भर वह नवजात सर्दी में बच्चा बिलखता रहा। सुबह दस बजे जब खेत की मालकिन आई तो उसे रोता देखा। इस पर महिला ने एक शिक्षक की मदद से उसे अस्पताल में भर्ती करवाया और पुलिस को सूचना दी।

मामले के अनुसार शुक्रवार रात इस अविवाहित किशोरी ने अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया। समाज में बदनामी के डर से किशोरी अस्पताल से बिन बताए नवजात को लेकर निकल गई। उसने बच्चे को कस्बे के एक खेत में कपड़े में लपेट कर छोड़ दिया और खुद अपने रिश्तेदार के यहां चली गई। शनिवार को सुबह 10 बजे खेत की मालकिन पहुंची तो उसे रोने की आवाज सुनाई दी। खेत की मालकिन महिला ने एक शिक्षक की मदद से बच्चे को अस्पताल पहुंचाया। वह करीब आठ घंटे जिंदगी और मौत से सर्दी में लड़ता रहा। सोलंकियों की ढाणी स्थित स्कूल में कार्यरत शिक्षक चेतन राम देवड़ा रोज की तरह शनिवार को सुबह 10 बजे बाइक से स्कूल जा रहा था। अचानक सड़क के पास खेत से महिला चिल्लाई कि बच्चा पड़ा है। शिक्षक ने पास जाकर देखा तो बच्चा जीवित मिला और रो रहा था । शिक्षक ने बच्चे को गोदी में उठाया और उस महिला को साथ लेकर अस्पताल में भर्ती करवा दिया। इस बीच पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही थानाधिकारी प्रदीप शर्मा, घेवरसिंह राजपुरोहित मौके पर पहुंचे। अस्पताल के लेबल से हुई पहचान : इलाज के दौरान डॉ. एमके जैन ने बच्चे के शरीर पर अस्पताल का लगा लेबल देखकर पहचान कर ली। उन्होंने बताया कि रात में तीन प्रसव हुए थे। एक भर्ती है और दो केस बिन बनाए यहां से रात में चले गए, जिनमें एक के बच्ची हुई थी और दूसरी के बच्चा हुआ है। यह बच्चा वही है।




चालक टैंकर सहित फरार


डीजल से भरा टैंकर सालावास डिपो पर खाली नहीं करवाया

लूणी (आंचलिक) लूणी थाने में एक व्यक्ति ने मामला दर्ज करवाया है कि उसके डीजल से भरे टैंकर को ड्राइवर ने निश्चित डिपो पर खाली करने की बजाय बीच में ही उड़ा लिया है।

रिपोर्ट के मुताबिक सुरेंद्र कुमार पुत्र रामकिशोर ने लूणी थाने में मामला दर्ज करवाया कि उसके पिताजी के नाम का एक टैंकर है। इसमें ड्राइवर जितेंद्र कुमार जामनगर की एस्सार रिफाइनरी से डीजल लेकर सालावास डिपो के लिए रवाना हुआ। वह 25 नवंबर को रात्रि करीबन 11 बजे सालावास बीपीएलसी डिपो के पास पहुंचा। इसे 26 नवंबर को सालावास मेंं खाली होना था, लेकिन खाली नहीं हुआ। न तो टैंकर सालावास डिपो पहुंचा न ही ड्राइवर का कोई पता चला। ड्राइवर के मोबाइल पर कई बार फोन किया, लेकिन वह स्विच ऑफ आ रहा है। उन्होंने रिपोर्ट में बताया कि ड्राइवर के नीयत में खोट आ गई है और वह टैंकर लेकर कहीं चला गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


42 क्विंटल डोडा पोस्त से भरा ट्रक पकड़ा

कीमत 35 लाख से ज्याद, ओसियां के तस्करों ने मंगवाया
जोधपुर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने जोधपुर-ओसियां फांटा पर डोडा-पोस्त के 115 बोरों से भरा ट्रक पकड़ कर बाड़मेर के दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। ट्रक में करीब 42 क्विंटल डोडा-पोस्त बरामद हुआ है जिसकी कीमत 35 लाख रुपए से ज्यादा है। ब्यूरो के क्षेत्रीय निदेशक बीएल नायक ने बताया कि जोधपुर पासिंग का यह ट्रक शनिवार रात को डोडा-पोस्त भर कर मध्यप्रदेश से रवाना हुआ था। मुखबिर की सूचना पर जोधपुर जिले के सभी रास्तों पर नाकाबंदी की गई। तस्करों ने नियमित रास्ता छोड़ कर डीडवाना होते हुए शनिवार को जोधपुर सीमा में घुसने का प्रयास किया, तब नागौर रोड पर ओसियां फांटा पर उसे पकड़ लिया। ब्यूरो ने डोडा-पोस्त लाने वाले धोरीमन्ना के मीठड़ा गांव निवासी हरीराम विश्नोई और किशनलाल जाट को गिरफ्तार कर लिया। रविवार को उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है। पूछताछ में उन्होंने बताया कि यह डोडा-पोस्त ओसियां के तस्करों ने मंगवाया था और इसे ओसियां व फलौदी में सप्लाई करना था।

समृद्ध है राजस्थानी साहित्य : चारण

समृद्ध है राजस्थानी साहित्य : चारण


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति और राजस्थानी मोट्यार परिषद के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को म्हारी जुबान रो ताळो खोलो पोस्टकार्ड अभियान कार्यक्रम के तहत चारण छात्रावास में विद्यार्थियों ने पोस्टकार्ड लिखे।मुख्य अतिथि राजस्थानी भाषा के साहित्यकार दलपतसिंह चारण ने कहा कि राजस्थानी भाषा संस्कृति और परंपरा की परिचायक है। राजस्थानी भाषा का इतिहास, संस्कृति, साहित्य उच्च कोटि का है। राजनीतिक उदासीनता के कारण राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता मिलने में समस्या आ रही है। उन्होंने कहा कि जब राजस्थानी भाषा के साहित्यकार को नोबल पुरस्कार के लिए नामांकित किया जाता है। डॉ. लक्ष्मीनारायण जोशी ने कहा कि राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए जनजागरण जरूरी है। युवा वर्ग आंदोलन को आंधी का रूप देकर दिल्ली तक अपनी बात पहुंचाएं। इन्द्रप्रकाश पुरोहित ने कहा कि राजस्थानी भाषा समृद्ध है। राजस्थानी साहित्यकारों को केन्द्रीय साहित्य अकादमी समय-समय सम्मानित किया। समिति संयोजक चंदनसिंह भाटी ने कहा राजस्थानी भाषा के अभियान को अप्रत्याशित रूप से आमजन का समर्थन मिल रहा है जिससे प्रयास जल्द ही सफल होंगे। राजस्थानी मोट्यार परिषद के जिला पाटवी रघुवीरसिंह तामलोर ने कहा कि राजस्थानी भाषा के बिना कैसा राजस्थान। अपनी मायड़ भाषा के बिना हम गूंगे हैं। हमें युवा वर्ग का भविष्य संवरेगा। चारण समाज जो राजस्थानी साहित्य का हृदय है इसलिए इसमें दिल से जुड़ कर समर्थन दें। कार्यक्रम को विजय कुमार, प्रकाश जोशी, अनिल सुखाणी, मांगी दान चारण, सुरेन्द्र दान चारण, नगर पाटवी रमेश सिंह इंदा ने भी संबोधित किया।



इससे पहले चारण छात्रावास के युवाओं ने राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता देने के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा सांसद के नाम पोस्टकार्ड लिखे। कार्यक्रम का संचालन सुरेन्द्र दान चारण ने किया।

अखे प्रोल में नहीं होंगे आयोजन



अखे प्रोल में नहीं होंगे आयोजन


भगदड़ की आशंका को लेकर सतर्कता समिति में उठे मुद्दे पर कलेक्टर ने नगरपालिका आयुक्त को दिए निर्देश


नगरपालिका ने गोपा चौक व अखे प्रोल में होने वाले सार्वजनिक आयोजनों पर लगाई रोक


जैसलमेर  शहर में मुकेश नाइट, रफी नाइट, किशोर नाइट व अन्य सांस्कृतिक आयोजनों के लिए लगभग फिक्स हो चुकी जगह अखे प्रोल में अब इस प्रकार के आयोजन नहीं हो सकेंगे। नगरपालिका ने गोपा चौक व अखे प्रोल में इस प्रकार के आयोजनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। भगदड़ व किसी अनहोनी की आशंका को लेकर सतर्कता समिति में उठे मुद्दे पर कलेक्टर ने नगरपालिका आयुक्त को तत्काल रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।

भगदड़ की आशंका

अखे प्रोल में होने वाले आयोजनों के दौरान बड़ी संख्या में लोग उमड़ते हैं। ऐसे में कभी भी भगदड़ मच सकती है। दुर्ग की तलहटी पर स्थित अखे प्रोल में कभी भी दुर्ग से कोई पत्थर गिर जाए तो बड़़ी संख्या में एकत्र लोगों में अफरा तफरी का माहौल बन सकता है और वहां से निकलने के लिए केवल एक ही रास्ता वह भी 8 फीट चौड़ा, ऐसे में बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता।

देर रात तक चलते हैं आयोजन: गोपा चौक व अखे प्रोल में होने वाले आयोजनों की समय सीमा भी निर्धारित नहीं है। देर रात तक चलने वाले इन आयोजनों से दुर्गवासियों व आसपास रहने वालों को ध्वनि प्रदूषण का सामना करना पड़ता है। वहीं पार्किंग व्यवस्था सुचारू नहीं होने व बैठक व्यवस्था भी पर्याप्त नहीं होने के चलते भी राहगीरों को कई परेशानियां झेलनी पड़ती है।

सांवलसा मंदिर में अन्नकूट महोत्सव

जैसलमेर. रविवार को सांवलसा मंदिर में अन्नकूट महोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर सांवलसा को विविध प्रकार के पकवानों का भोग लगाया गया। पुजारी सतीश बिस्सा ने बताया कि अन्नकूट धराया गया तथा शाम को 6 बजे महाआरती की गई। इस अवसर पर मंदिर परिसर में श्रद्धालु उपस्थित थे।

विनायकी चतुर्थी व्रत 28 को, श्रीगणेश को प्रसन्न करें ऐसी पूजा से

भगवान गणेश सभी दु:खों को हरने वाले हैं। इनकी कृपा से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं। भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान गणेश के निमित्त व्रत किया जाता है, इसे विनायकी चतुर्थी व्रत कहते हैं। इस बार यह व्रत 28 नवंबर, सोमवार को है। विनायकी चतुर्थी का व्रत इस प्रकार करें-

- सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि नित्य कर्म से शीघ्र ही निवृत्त हों।

- दोपहर के समय अपने सामथ्र्य के अनुसार सोने, चांदी, तांबे, पीतल या मिट्टी से बनी भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें।

- संकल्प मंत्र के बाद श्रीगणेश की षोड़शोपचार पूजन-आरती करें। गणेशजी की मूर्ति पर सिंदूर चढ़ाएं। गणेश मंत्र (ऊँ गं गणपतयै नम:) बोलते हुए 21 दुर्वा दल चढ़ाएं।

- गुड़ या बूंदी के 21 लड्डूओं का भोग लगाएं। इनमें से 5 लड्डू मूर्ति के पास चढ़ाएं और 5 ब्राह्मण को दान कर दें। शेष लड्डू प्रसाद के रूप में बांट दें।

- पूजा में भगवान श्री गणेश स्त्रोत, अथर्वशीर्ष, संकटनाशक स्त्रोत आदि का पाठ करें।

-ब्राह्मण भोजन कराएं और उन्हें दक्षिणा प्रदान करने के पश्चात् संध्या के समय स्वयं भोजन ग्रहण करें। संभव हो तो उपवास करें।

व्रत का आस्था और श्रद्धा से पालन करने पर श्री गणेश की कृपा से मनोरथ पूरे होते हैं और जीवन में निरंतर सफलता प्राप्त होती है।

थार में गरजी बोफोर्स, टैंकों ने भेदा लक्ष्य

थार में गरजी बोफोर्स, टैंकों ने भेदा लक्ष्य

जोधपुर। पश्चिम सरहद पर चल रहे युद्धाभ्यास सुदर्शन शक्ति अपने चरम पर पहुंच गया है। कमान की डेजर्ट कोर तथा स्ट्राइक कोर के जवान पूरी क्षमता के साथ आधुनिक हथियारों से युद्ध कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके तहत रेत के समंदर में बोफोर्स तोपों के धमाके भी गूंज रहे हैं। युद्धाभ्यास के इस चरण में युद्ध की संचार प्रणाली को परखा जा रहा है।

दुश्मन की निगाह से बचने के साथ ही उसकी गतिविधियों पर आधुनिक संचार उपकरणों से नजर रखी जा रही है। नेटवर्क सेंट्रिक वारफेयर के तहत वार रूम में बैठे सैन्य अधिकारी दुश्मन के ठिकानों को तबाह करने का अभ्यास कर रहे हैं। ऑपरेशन विजय के दौरान पाकिस्तान को खदेड़ने में अहम भूमिका निभाने वाली बोफोर्स तोप इस काल्पनिक युद्ध में दूर-दूर तक ब्लू फोर्स व रेड फोर्स के बीच सटीक निशाने साध रही है।

दुश्मन को खदेड़ने के लिए मैकेनाइज्ड इन्फैन्ट्री के जवान तोप तथा अन्य हथियारों से दुश्मन के तबाह कर रहे हैं। रेतीलों धोरों में टैंक पूरी क्षमता के साथ दिए गए लक्ष्य पर गोले दागकर अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर रहे हैं। दुश्मन की निगाह से बचाने के लिए इन टैंकों तथा अन्य साजों-समान को विशेष जाली से ढका गया है। आने वाले दिनों में इस युद्धाभ्यास के दौरान वायुसेना के लड़ाकू विमान अपना युद्ध कौशल दिखाएंगे।

om manglam omkar manglam

हर हर हर महादेव !

हर हर हर महादेव !

सत्य, सनातन, सुंदर, शिव ! सबके स्वामी ।
अविकारी, अविनाशी, अज, अंतर्यामी ॥१॥ हर हर०

आदि अनंत, अनामय, अकल, कलाधारी ।
अमल, अरूप, अगोचर, अविचल अघहारी ॥२॥ हर हर०

ब्रह्मा, विष्णु, महेश्वर, तुम त्रिमूर्तिधारी ।
कर्ता, भर्ता, धर्ता तुम ही संहारी ॥३॥ हर हर०

रक्षक, भक्षक, प्रेरक, तुम औढरदानी ।
साक्षी, परम अकर्ता कर्ता अभिमानी ॥४॥ हर हर०

मणिमय भवन निवासी, अति भोगी, रागी ।
सदा मसानबिहारी, योगी वैरागी ॥५॥ हर हर०

छाल, कपाल, गरल, गल, मुंडमाल व्याली ।
चिताभस्म तन, त्रिनयन, अयन महाकाली ॥६॥ हर हर०

प्रेत-पिशाच, सुसेवित पीत जटाधारी ।
विवसन, विकट रूपधर, रुद्र प्रलयकारी ॥७॥ हर हर०

शुभ्र, सौम्य, सुरसरिधर, शशिधर, सुखकारी ।
अतिकमनीय, शान्तिकर शिव मुनि मन हारी ॥८॥ हर हर०

निर्गुण, सगुण, निरंजन, जगमय नित्य प्रभो ।
कालरूप केवल, हर ! कालातीत विभो ॥९॥ हर हर०

सत-चित-आनँद, रसमय, करुणामय, धाता ।
प्रेम-सुधा-निधि, प्रियतम, अखिल विश्व-त्राता ॥१०॥ हर हर०

हम अति दीन, दयामय ! चरण-शरण दीजै ।
सब विधि निर्मल मति कर अपना कर लीजै ॥११॥ हर हर०

रविवार, 27 नवंबर 2011

दफ्तर में बीत जाती है उम्र और नहीं ले पाते.......का मज़ा

आजकल लोगों की रूचि सेक्स में काफी अधिक रहती रहती है मगर आपको यह जानकर हैरानी होगी कि आजकल लोगों की ज़िंदगी से सेक्स खत्म होता जा रहा है। नौकरी-पेशा लोग सेक्स के लिए समय ही नहीं निकाल पा रहे हैं। अधिकतर लोग ऑफिस में बैठे-बैठे ही समय व्यतीत कर देते हैं और अपनी सेक्स लाइफ का खुलकर आनंद नहीं उठा पाते। पैसे कमाने और करियर के चक्कर में लोगों की काफी उम्र बीत जाती है और वे सेक्स का मज़ा नहीं ले पाते।



एक सर्वे में यह पाया गया कि नौकरी वालों में से 80 प्रतिशत लोगों का लंबा समय ऑफिस में बैठे-बैठे निकल जाता है और वह सेक्स से वचिंत रह जाते है।



अध्ययन में यह बात समाने आई है कि ऑफिस में लगातार काम करने वालों की सेक्स लाइफ प्रभावित होता है। शोधकर्ताओं ने बताया कि देर तक एक ही जगह पर बैठे रहने से रीढ में समस्या उत्पन्न हो सकती है। जिससे की व्यक्ति को थकान महसूस होने लगती है और उसमें सेक्स करने की इच्छा नहीं होती है। रीढ़ की हड्डी पर पड़ने वाला प्रेशर आपके सेक्‍स लाइफ को डायरेक्‍ट प्रभावित करता है।



अध्ययन में यह बात समाने आई कि मैरेड लोग करियर में ऊंचा मुकाम हासिल करने के लिए लंबे समय तक कुर्सी पर बैठकर काम करते हैं। इससे भी इन दिनों लोगों में सेक्स डिजायर कम होता जा रहा है।

करगिल जंग: आईबी ने पहले ही चेताया था वाजपेयी को

नई दिल्ली।। पाकिस्तान के साथ 1999 में हुए करगिल युद्ध से करीब एक साल पहले खुफिया ब्यूरो (आईबी) ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से इसकी आशंका जताई थी। आईबी ने करगिल क्षेत्र में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान की साजो-सामान संबंधी तैयारियों के बारे में अटल बिहारी वाजपेयी को सूचना दी थी। फिर भी सरकार घुसपैठ रोकने से चूक गई और करगिल युद्ध का सामना करना पड़ा। सेना के एक वैचारिक संगठन ने इस बात का दावा किया है। Atal-Bihari-Vajpayee.jpg
' सेंटर फॉर लैंड वॉरफेयर स्टडीज' (क्लॉज) की स्टडी में कहा गया, '2 जून 1998 को आईबी ने प्रधानमंत्री को एक नोट भेजा, जिसमें करगिल के सामने वाले क्षेत्र में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान की साजो-सामान संबंधी तैयारी का ब्योरा था।'

इस स्टडी के मुताबिक यह अनुमान लगाया गया था कि परमाणु शक्ति संपन्न होने के बाद पाकिस्तान करगिल में भाड़े के सैनिक भेज सकता है। इस नोट पर तत्कालीन आईबी प्रमुख ने 'प्रोटोकॉल टर्म्स' में दस्तखत किए थे। यह एक ऐसा चिह्न है जो बताता है कि दस्तावेज की विषय-वस्तु असाधारण रूप से संवेदनशील है और इस पर ध्यान देना जरूरी है।

स्टडी 'पेरिल्स ऑफ प्रिडिक्शन, इंडियन इंटेलिजेंस ऐंड द करगिल क्राइसिस' में कहा गया कि रिसर्च ऐंड अनैलेसिस विंग (रॉ) ने भी अक्टूबर 1998 के अपने आकलन में आगाह किया था कि पाकिस्तानी सेना गठबंधन के अपने सहयोगियों (भाड़े के सैनिक) की संभावित मदद के साथ एक सीमित लेकिन तेज हमला कर सकती है।

इस स्टडी में कहा गया कि आमतौर पर विश्वसनीय मानी जाने वाली रॉ की इस रिपोर्ट में जंग की आशंका 'असंगत' नजर आई। लिहाजा, तुरंत सेना ने सवाल किए।

इसमें कहा गया कि अगले 6 महीने के जोखिम आकलन में रॉ ने 'सीमित हमले' का कोई संदर्भ नहीं दिया और पाकिस्तान से खतरे को सिर्फ भाड़े के सैनिकों वाला जोखिम करार दिया।

स्टडी के मुताबिक, भारतीय खुफिया एजेंसियों ने करगिल युद्ध से पहले पाकिस्तान के मनसूबों का सटीक आकलन किया था, लेकिन उसके विशिष्ट प्रारूप के बारे में उनका अनुमान गलत रहा।

' क्लॉज' के अध्ययन में कहा गया कि जून 1998 से मई 1999 के बीच रॉ, आईबी और सेना की खुफिया इकाई के पास 43 रिपोर्टें आईं जो बाद में करगिल में पाकिस्तान के मनसूबों से संबंधित पाई गईं।