मौसी और भाभी के हत्यारे को आजीवन कारावास
सो रही सास व बहू पर किया था कुल्हाड़ी से वार
भीनमाल अपर जिला सत्र न्यायाधीश ओमकुमार व्यास ने अवैध संबंध के मामले को लेकर मौसी व भाभी की हत्या के आरोपी को आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया है।
मामले के अनुसार पुलिस थाना रानीवाड़ा अंतर्गत आजोदर निवासी गुलाबीदेवी पत्नी लाखसिंह व उसकी पुत्रवधु मंजू (३४) पत्नी परबतसिंह रावणा राजपूत और पौत्री रिंकू (८) पुत्री परबतसिंह ३ अक्टूबर २००९ की रात को उसके रहवासी मकान में सो रहे थे। रात करीब 12 बजे आजोदर निवासी हड़मतसिंह उर्फ हड़मता (३८) पुत्र सवसिंह रावणा राजपूत शराब के नशे में गुलाबीदेवी के घर पहुंचा। जहां हड़मतसिंह ने मंजू व उसकी सास गुलाबीदेवी पर कुल्हाड़ी से वारकर दोनों की हत्या कर दी। इस दौरान पास में सो रही रिंकू के चिल्लाने पर हड़मता वहां से भाग गया। मृतका मंजू के भाई पूरण निवासी आसूसिंह पुत्र धरमसिंह रावणा राजपूत की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। जांच के बाद आरोपी हड़मतसिंह को गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश जेल भेजा गया। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी के विरुद्ध रानीवाड़ा कोर्ट में चालान पेश किया। जहां से मामला एडीजे कोर्ट भीनमाल को संप्रेषित किया गया।
यहां सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से २० गवाहों और बरियत में एक गवाह के बयान करवाए गए। दोनों पक्षों की बहस के बाद शनिवार को न्यायाधीश ओमकुमार व्यास ने हत्या के आरोपी हड़मतसिंह उर्फ हड़मता को धारा ३०२ में आजीवन कारावास व पांच हजार के अर्थदंड, ४६० में १० वर्ष कारावास व पांच हजार के अर्थदंड और ३०७ में ५ वर्ष का कारावास व दो हजार के अर्थदंड से दंडित किया। अभियोजन पक्ष की पैरवी अधिवक्ता कुलदीपसिंह व अपर लोक अभियोजक हुकमसिंह गहलोत ने की।
रिश्ते में मौसी व चाची थी
जानकारी के अनुसार आरोपी हड़मतसिंह की मां व मृतका गुलाबीदेवी दोनों सगी बहनें थी और गुलाबीदेवी का पति लाखसिंह व आरोपी का पिता सवसिंह दोनों सगे भाई थे। पति व पुत्र की मौत के बाद हड़मतसिंह पर गुलाबीदेवी भी अधिक विश्वास करती थी। इसी कारण उसकी विधवा पुत्रवधु मंजू को हड़मता के साथ बयानों सहित अन्य कार्य के लिए भेजती थी।
यह था मामला
मृतका मंजू के पति परबतसिंह की दुर्घटना में मौत हो गई थी। जिसके लिए न्यायालय में दावा चल रहा था। इस मामले में मंजू के साथ उसका देवर व आरोपी हड़मतसिंह उर्फ हड़मता साथ जाता था। इस दौरान दोनों के बीच निकटता बढ़ गई। एक दिन हड़मता ने मंजू पर अवैध संबंध का दबाव बनाया। जिसका मंजू द्वारा विरोध करने पर वह उससे नाराज था। इसी बात को लेकर आरोपी ने घटना को अंजाम दिया।
अस्पताल में वृद्धा की मौत परिजनों ने किया हंगामा
. जालोर
जिला मुख्यालय स्थित राजकीय अस्पताल में शनिवार देर शाम उपचार के लिए पहुंची एक वृद्धा ने दम तोड़ दिया। इस मामले में परिजनों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाते हुए जोरदार हंगामा किया।
जानकारी के अनुसार शनिवार शाम करीब साढ़े सात बजे सांस में तकलीफ होने पर गोडीजी निवासी महेंद्र जीनगर व उसका भाई अर्जुन जीनगर उनकी माता पार्वती देवी पत्नी फरसराम जीनगर को उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर आए। इस दौरान ड्यूटी पर मौजूद डॉ. पूरणमल ने वृद्धा की जांच कर उसका उपचार शुरू किया। उपचार शुरू करने के कुछ देर बाद ही वृद्धा ने दम तोड़ दिया। इधर, वृद्धा के पुत्र अर्जुन ने बताया कि दो माह पूर्व उनके पिता को ब्लड प्रेशर की शिकायत होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दो दिन तक भर्ती रहने के बावजूद उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। भर्ती होने के दूसरी रात तबीयत बिगडऩे पर वार्ड में मौजूद चिकित्साकर्मियों को ईमरजेंसी कॉल पर डॉक्टर को बुलाने के बारे में कहा गया, लेकिन कोई डॉक्टर कॉल पर नहीं आया। ऐसे में उनके पिता की भी मौत हो गई थी। इसके बाद अब दोबारा जिला अस्पताल में लापरवाही के कारण उनकी माता की भी मौत हो गई।
इस मामले में ड्यूटी पर मौजूद डॉ. पूरणमल ने बताया कि मरीज अंतिम स्टेज में अस्पताल में लाया गया था और वृद्धा का समय पर उपचार शुरू कर दिया गया था। इसके कुछ समय बाद ही उसने दम तोड़ दिया।
एसपी ने किया थाने का निरीक्षण
रानीवाड़ा एसपी दीपककुमार ने शनिवार को स्थानीय पुलिस थाना का निरीक्षण किया। इस दौरान एसपी ने करीब दो घंटे तक पुलिस अधिकारियों के साथ विभिन्न मुद्दों पर वार्ता की। उन्होंने पुराने केस फाइलों की गहन जांच की और कर्तव्य का पालन सक्रियता से करने के आदेश दिए। एसपी ने पुलिसकर्मियों की कार्यशैली पर संतोष जाहिर किया। निरीक्षण के बाद एसपी ने ग्रामीणों से भी मुलाकात कर समस्याएं जानी। इस मौके ग्रामीणों ने रानीवाड़ा मुख्यालय पर उपाधीक्षक कार्यालय स्वीकृत कराने के लिए राज्&52द्भ;य सरकार को पत्र लिखने का अनुरोध किया। साथ ही रात्रि गश्त बढ़ाने के लिए स्टाफ बढ़ाने की मांग रखी। इस अवसर पर थानाधिकारी रामचंद्र मीणा सहित अंबालाल जीनगर, सज्जनसिंह राव व पुरेश पटेल समेत कई जने मौजूद थे।
करड़ा . जालोर एस पी दीपक कुमार ने शनिवार दोपहर को करड़ा थाने का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें सलामी भी दी गई। एसपी ने भवन और आवश्यक रिकॉर्ड का अवलोकन कर अपराध की रोकथाम के लिए थानाधिकारी राजेंद्रसिंह को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। इस दौरान उन्होंने थाना क्षेत्र में हुए अपराधों पर भी चर्चा कर जानकारी ली। इस मौके भीनमाल उप अधीक्षक जयपालसिंह यादव, एएसआई बद्रीदान, हेड कांस्टेबल मोटाराम व मांगीलाल मौजूद थे।