रविवार, 11 मार्च 2012

हैंडीक्राफ्ट फैक्ट्री में भीषण आग


हैंडीक्राफ्ट फैक्ट्री में भीषण आग


जोधपुर बोरानाडा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक हैंडीक्राफ्ट फैक्ट्री में शनिवार शाम भीषण आग लग गई। आग की भयावहता को देखते हुए नगर निगम की सभी दमकलों के साथ सेना की करीब आधा दर्जन दमकलें भी मौके पर पहुंचीं। तकरीबन पांच घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। निगम सूत्रों के अनुसार आग से करोड़ों रुपए का नुकसान होने की आशंका है।

सीएफओ सुरेश थानवी ने बताया कि निर्मल सेठिया की बोरानाडा क्षेत्र में सेठिया हैंडिक्राफ्ट नाम से फैक्ट्री है। शनिवार शाम करीब सवा सात बजे फैक्ट्री में आग लगने की सूचना मिली। कुछ ही देर में बोरानाडा अग्निशमन केंद्र की गाड़ी मौके पर पहुंची। शास्त्री नगर, बासनी, नागौरी गेट व मंडोर दमकल केंद्र से भी गाडिय़ां बोरानाडा भेजी गई। आग की सूचना मिलने पर पुलिस कमिश्नर भूपेंद्र कुमार दक, एडीसीपी ज्योतिस्वरूप शर्मा सहित अन्य पुलिस अधिकारी और जोधपुर हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के सचिव डॉ. भरत दिनेश व अन्य उद्यमी मौके पर पहुंचे। तब तक विशाल क्षेत्र में फैली फैक्ट्री के पिछले हिस्से में धधक रही आग बड़े हॉल के भूतल तक जा पहुंची। इससे यहां लकड़ी का तैयार फर्नीचर व बड़ी मात्रा में अन्य सामान धधकने लगा। फायर ऑफिसर सुरेश थानवी के नेतृत्व में आग बुझाने में जुटे दमकलकर्मी हेमराज शर्मा, भगवतीलाल, प्रशांतसिंह व मनीष सहित अन्य को काफी मशक्कत करनी पड़ी। आग लगने वाले स्थान पर पानी की बौछारें नहीं पहुंच पा रही थीं। आखिरकार, एक जेसीबी की सहायता से शटर को खोला गया।

इसके बाद आग कुछ कम हो पाई। आग से हॉल के भूतल में लगी करोड़ों रुपए कीमत की मशीनों के साथ बड़ी मात्रा में तैयार फर्नीचर खाक होने की आशंका है। दूसरी ओर, हॉल के निकट के हिस्सों में भरे सामान को फैक्ट्री स्टाफ के साथ मिलकर सुरक्षित रखवाया गया।


बाड़ में आग, दो घंटों बाद पाया काबू  

कृषि कुएं पर लगी आग को किसानों व श्रमिकों ने काफी मशक्कत के बाद बुझाया
शिवगंज नगरपालिका की फायर ब्रिगेड खराब, सुमेरपुर से पहुंची फायर ब्रिगेड

शिवगंज समीपवर्ती केसरपुरा गांव के निकट स्थित कृषि कुएं पर शनिवार को लगी आग पर दो घंटे मशक्कत के बाद लोगों ने काबू पाया। अज्ञात कारणों से लगी आग से खेत की बाड़ में भेंट चढ़ गई, जबकि खेत में खड़ी रायड़े व अरंडी की फसलों को किसानों व श्रमिकों ने सूझ-बुझ से बचा लिया है। आग की सूचना पर सुमेरपुर नगरपालिका की फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आग पर काबू पा लिया गया।

घटना के अनुसार दोपहर 12.15 बजे बडग़ांव निवासी हमीरसिंह राजपूत के कुएं की बाड़ में अचानक आग लग गई, जिसकी सूचना शिवगंज नगरपालिका फायर स्टेशन व पुलिस को दी गई, लेकिन फायर ब्रिगेड खराब होने से वह घटना पर ही नहीं पहुंची। उधर, आग की लपटें तेजी से फैल रही थी। इस दौरान आसपास के किसानों, खेतों पर कार्य करने वाले श्रमिकों ने कुओं से पानी लाकर आग पर बुझाना शुरू किया। करीब दो घंटे के अथक प्रयास के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पाया जा सका।

यूं दिखाई सूझ-बूझ

किसानों व श्रमिकों ने अपनी सूझ-बूझ दिखाते हुए रायडा व अरंडी की ओर लगी कांटों की बाड़ को हटा दिया, जिससे फसलों की तरफ फैल रही आग उसके आगे नहीं बढ़ सकी। यदि ऐसा नहीं किया जाता तो, खेतों में तैयार हो चुकी रायडा व अरंडी की फसल आग की भेंट चढ़ जाती।


एक ऐसी मां, जो जानवरों के बच्चों को जन्म देती थी !

अठारहवीं सदी की इस घटना से पूरे ब्रिटेन को आश्चर्य में डाल दिया था। मेरी टॉफ्ट नामक महिला जानवरों के मरे हुए बच्चों को जन्म देती थी। सरे के गोडलमिंग की रहने वाली मेरी का जन्म 1701 में हुआ था। 1720 में उसकी जोशुआ टॉफ्ट से शादी हुई थी। गरीब मेरी खेतों में काम किया करती थी। 1726 की बात है वह गर्भवती थी, फिर भी काम पर जाया करती थी। ऐसे में कुछ गड़बड़ी हो गई और गर्भपात हो गया। उसने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी।
 

सितंबर में प्रसव पीड़ा के समय बच्चे का जन्म नहीं हुआ। बच्चे की जगह मांस के टुकड़े देखने को मिले थे। उसने कहा कि ये जानवरों के अंग हैं। स्थानीय सर्जन जॉन हॉवर्ड के पास इन्हें जांच के लिए भेजा गया, लेकिन उन्होंने ऐसी राय जाहिर नहीं की। उन्होंने मेरी की भी जांच की, लेकिन कुछ पता नहीं चला।



इसके बाद भी कई बार उसने खरगोश और बिल्लियों के हाथ-पैरों को जन्म देने का दावा किया। यह खबर पूरे देश में फैल गई थी। आम आदमी ही नहीं ब्रिटेन के किंग जॉर्ज प्रथम भी सच्चई जानने के इच्छुक थे। उन्होंने राज परिवार का इलाज करने वाले सर्जन नैथानील सेंट एंड्रे को तहकीकात के लिए भेजा। एंड्रे ने कहा कि मामला सच्च है। इसके बाद भी राजा ने एक और सर्जन साएरिआकस एहलर को भेजा। मेरी को गहन अध्ययन के लिए लंदन लाया गया।



इस बार गर्भवती होने पर उसे सख्त निगरानी में रखा गया। इस बार मेरी ने किसी खरगोश के बच्चे को जन्म नहीं दिया। इतना ही नहीं उसने स्वीकार भी कर लिया कि ये सब झूठ था और उसे धोखाधड़ी के आरोप में जेल भेज दिया गया था। बाद में उसे मुकदमा चलाए बिना छोड़ दिया गया। सच्चई भले ही पता चल गई, लेकिन काफी समय तक ये राज बनी रही।

सिरोही....न्यूज इन बॉक्स....11 मार्च 2012


फुंगणी गांव में हिंगलाज माता मंदिर लूट का पुलिस ने किया पर्दाफाश

 पुजारी ने ही चुराए थे चांदी-सोने के जेवरात, लूट का किया ड्रामा
 1996 में जैला गांव के जैन मंदिर में भी इसी पुजारी ने की थी चोरी



पुजारी ही निकला लूट का आरोपी



सिरोही कालंद्री थाना क्षेत्र के फुंगणी गांव स्थित हिंगलाज माता मंदिर में हुई जेवरात लूट की वारदात का पुलिस ने शनिवार को पर्दाफाश कर दिया। मंदिर के पुजारी ने ही डेढ़ किलो सोने-चांदी के जेवरात चुराए थे और खुद के बचाव के लिए लूट का ड्रामा किया था। पुजारी जैला गांव के जैन मंदिर में चोरी के आरोप में पहले भी जेल जा चुका है।

एसपी कैलाश चंद्र बिश्नोई के निर्देश पर रेवदर डिप्टी भंवरसिंह भाटी के नेतृत्व में गठित टीम ने लूट की वारदात के बाद फुंगणी गांव में लोगों से पूछताछ की। थानाधिकारी बहादुर सिंह ने पुजारी प्रकाश चंद पुत्र चमनाजी रावल के पिछले रिकार्ड खंगाले तथा उसकी कार्यशैली पर लगातार नजर रखी। पिछला रिकार्ड खंगालने से यह ज्ञात हुआ कि पुजारी प्रकाश चंद ने 1996 में जैला गांव के जैन मंदिर व धर्मशाला में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था तथा इस मामले में वह जेल भी चुका है। इसी के आधार पर शक के छुई सीधे पुजारी पर गई। पुलिस ने इस मामले की गहनता से जांच की तो पता चला कि यह मामला लूट नहीं, बल्कि चोरी का था। पुलिस ने पुजारी को थाने बुलाकर सख्ती से पूछताछ की, जिसमें उसने चोरी करना कबूल किया और जेवरात तंवरी निवासी तिलोकचंद उकार मल सोनी को बेचना बताया। पुलिस ने सोनी को थाने बुलाकर दोनों को आमने-सामने किया तो उसने चोरी का माल खरीदना स्वीकार किया। पुलिस ने चोरी गया माल बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। 

यह था मामला

उल्लेखनीय है कि फुंगणी गांव में गुरुवार सुबह 4.45 बजे तीन लुटेरों ने पुजारी को चाकू दिखाकर सोने व चांदी के डेढ़ किलो जेवरात लूटे थे। पुजारी प्रकाश चंद पुत्र चमनाराम रावल ने इस मामले में की थाने सूचना दी थी। पुलिस ने तत्परता से इस मामले का खुलासा कर आरोपी पुजारी व जेवरात खरीदने वाले सोनी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद रिमांड पर लेकर जिले के अन्य स्थानों पर हुई चोरी व लूट की वारदातों के बारे में भी पूछताछ करेगी।



हादसे में एक की मौत, दो गंभीर घायल

सुरक्षा दीवार के अभाव में बढ़ रहे हैं हादसे, मूकदर्शक बना प्रशासन

सिरोही   जिला मुख्यालय से 9 किलोमीटर दूर राजमार्ग स्थित शनि मंदिर के पास उड़ा नाला इन दिनों हादसों का पर्याय बन गया है। शनिवार को हुए हादसे ने प्रत्यक्षदर्शियों का दिल दहला दिया। उड़ा नाला में सुबह 7.45 बजे सिरोही से पिंडवाड़ा जा रही कार ट्रक की टक्कर के बाद बेकाबू होकर उड़ा नाला में जा गिरी। हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस के अनुसार अणगौर निवासी भरत सोनी पुत्र शिवलाल सोनी उनके भाई भावेश को साथ लेकर पुत्र विशाल को बिनानी में छोडऩे जा रहे थे। उड़ा नाला के पास पिंडवाड़ा की तरफ से आ रहे ट्रक से भिड़ंत हो गई। टक्कर के बाद कार उड़ा नाला में जा गिरी। समीप के ही खेत में फसलों को पानी पिला रहे तेजा राम माली ने एम्बुलेंस 108 को सूचना दी। तीनों घायलों को इलाज के लिए सिरोही अस्पताल लाया गया। इलाज के दौरान भरत सोनी ने दम तोड़ दिया, जबकि भावेश के कंधों में गंभीर चोट आने से उन्हें रैफर कर दिया गया। हादसे की सूचना मिलते ही प्रशिक्षु डीएसपी नीरज पाठक और एएसआई रघुनाथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया तथा दोनों वाहन जब्त कर लिए।

गेरियों ने मन मोहा



गेरियों ने मन मोहा

जालोर  भक्त प्रहलाद सेवा समिति की ओर से शुरू हुए सात दिवसीय भक्त प्रहलाद गेर महोत्सव के दूसरे दिन शनिवार को बाबा रामदेव गेर मंडल आंवलोंज, भारती आदर्श विद्या मंदिर संस्थान कनाना और वरदाजी पोल जी गेर मंडल जालोर के गेरियों ने ढोल-थाली की धुन पर गेर नृत्य की प्रस्तुति दी। जिसे देख कर दर्शकों ने खूब सराहा।

गेर कार्यक्रम की शुरुआत बाबा रामदेव गेर मंडल आंवलोंज के गेरियों ने निराले अंदाज में की। गेरियों ने ढोल थाली की धुन के साथ पांडाल में प्रवेश किया। इसके बाद गेरियों ने ढोल की थाप पर लय और ताल के साथ शानदार नृत्य पेश किया। इसके बाद जालोर की पोल जी वरदाजी गेर मंडल के कलाकारों ने गेर नृत्य की प्रस्तुति दी। संस्थान के संरक्षक मधुसूदन व्यास ने बताया कि वरदाजी पोल जी गेर मंडल में एक ही परिवार की चार पीढिय़ों ने नृत्य की प्रस्तुति दी। इस गेर मंडल में जहां वयोवृद्ध सदस्य वरदाजी की उम्र 80 साल है। वहीं उन्हीं के परिवार का सबसे छोटे विश्वजीत 5 साल का है। जब चार पीढिय़ों ने एक साथ गेर नृत्य की प्रस्तुति दी तो पांडाल में मौजूद सभी लोगों ने तालियां बजाकर उनका जोरदार स्वागत किया। गौरतलब है कि पूर्व में इसी मंडल के सदस्यों के गेर नृत्य से मोहित होकर जोधपुर महाराजा ने 200 बीघा जमीन इनाम में दी थी। इसके बाद इन्हें पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा गणतंत्र दिवस पर सम्मानित भी किया जा चुका है।



कार्यक्रम में मंच का संचालन समिति के अध्यक्ष बंशीलाल सोनी ने किया। इस मौके समिति के मीठालाल वैष्णव, मकसा मेवाड़ा, तुलछाराम, खसाराम माली, सार्दूलराम घांची, लाल राम घांची, मोहन व नैना राम समेत कई जने मौजूद थे।

गुड़ा बालोतान. निकटवर्ती गंगावा गांव स्थित शक्ति पीठ बायोसा मंदिर में गेर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। करीब चार घंटे तक चले गेर कार्यक्रम में गेरियों ने नृत्य की रोचक प्रस्तुति दी। इस दौरान ग्रामीणों ने माता के जयकारों और गुलाल उड़ाते हुए फागोत्सव मनाया। कस्बे समेत आस पास के गांवों में चल रहे फागोत्सव के तहत गेर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। फागोत्सव शीतला सप्तमी तक चलेगा।

खरल. ओटवाला गांव में चल रहे गेर महोत्सव के दूसरे दिन बाणमाता मंदिर प्रांगण में गेर नृत्य का आयोजन किया गया। ढोल थाली की धुन पर गेरियों ने जमकर नृत्य किया। आयोजकों ने बताया कि गेर महोत्सव के तीसरे दिन रविवार को रामदेवरा (बाड़मेर) के गेरिए नृत्य की प्रस्तुति देंगे। इस मौके खरल, उम्मेदाबाद, धोरा व केशवना समेत आस पास के गांवों के ग्रामीण मौजूद थे।

गेर महोत्सव के दूसरे दिन आंवलोंज व पोल जी वरदाजी गेर मंडल के गेरियों ने दी रोचक प्रस्तुति, कनाना गांव के नन्हे गेरियों ने जमाया रंग

ममता बढ़ाएंगी कांग्रेस की मुश्किलें ?

ममता बढ़ाएंगी कांग्रेस की मुश्किलें ?

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और केंद्र में यूपीए सरकार की सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा है कि वे पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री बनने जा रहे अखिलेश यादव के शपथ ग्रहण समारोह में जाने पर विचार कर रही हैं।

तृणमूल अध्यक्ष की 14 मार्च को लखनऊ और 15 मार्च को चंडीगढ़ में उपस्थिति सहयोगी दल कांग्रेस को मुंह चिढ़ाने जैसी होगी। पंजाब में कांग्रेस के धुर विरोधी अकाली दल की सहयोगी पार्टी बीजेपी है। इसका उदाहरण शनिवार को देखने को मिला जब पंजाब के उप मुख्यमंत्री बनने जा रहे सुखबीर सिंह बादल ने विधानसभा चुनावों में विफल रहने के लिए राहुल गांधी का मजाक उड़ाया। सुखबीर ने जल्द चुनाव की मांग की तथा कहा कि दिल्ली के लिए अगली लड़ाई में एनडीए को जीत हासिल होगी।

कहा जा रहा है कि ममता ने कार्यकर्ताओं से कहा है कि उनके इन समारोह में शामिल होने को नकारात्मक नजरिए से न देखा जाए। ममता दोनों निमंत्रणों पर विचार कर रही हैं। वे बादल और अखिलेश को काफी लंबे समय से जानती हैं।

वहीं तृणमूल के वरिष्ष्ठ नेता दिनेश त्रिवेदी ने हाल ही यह कह कर सनसनी फैला दी थी कि देश में कांग्रेस विरोधी लहर है और मध्यावधि चुनाव की संभावना है। बाद में उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत आकलन है।

ममता के इन दोनों शपथ ग्रहण समारोह में शमिल होने को मात्र राजनीतिक शिष्टाचार के तौर पर ही नहीं देखे जाने के पीछे कई कारण हैं। ममता केंद्र द्वारा लाए गए एनसीटीसी, लोकायुक्त व रिटेल में एफडीआई विधेयकों का राज्यों द्वारा किए गए विरोध की धुरी रही हैं। इसके अलावा ममता बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ पूर्वी क्षेत्र के विकास के लिए क्षेत्रीय दलों के साथ मिलकर मुख्यमंत्रियों के एक क्लब के गठन का भी प्रयास कर चुकी हैं।

न्यूज इन बॉक्स क्च जैसलमेर), ११ मार्च, 20१२ रामदेवरा . मोहनगढ़ . रामगढ़ . म्यांजलार . फलसूंड . नाचना



लाखों की शराब जब्त, एक गिरफ्तार

सांकड़ा। पुलिस ने शनिवार को अलसुबह नाकाबंदी के दौरान सांकड़ा-पोकरण मार्ग पर एक अवैध शराब से भरा ट्रक जब्त कर उसमें रखे 580 कार्टन में भरी 15 लाख रूपए की शराब बरामद की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणपतलाल ने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक ममता विश्Aोई के निर्देशा पर जिले में मादक पदार्थो की धरपकड़ को लेकर चलाए जा रहे अभियान के दौरान शुक्रवार की रात्रि में वृताधिकारी विपिनकुमार शर्मा के निर्देशन में थानाधिकारी गंगाराम चौधरी की ओर से मय जाब्ता नाकाबंदी की गई।

इस दौरान यहां से निकलने वाले सभी ट्रकों की तलाशी ली गई। शनिवार सुबह करीब छह बजे पोकरण की ओर से आ रही एक ट्रक की तलाशी ली गई। उसमें पानी की बोतलों के कार्टन के साथ शराब के कार्टन भरे हुए थे। ट्रक को थाने लाकर तलाशी ली गई, तो पानी की बोतलों के 200 कार्टनों के नीचे 580 कार्टन शराब बरामद की गई।

बरामद शराब में कान्टेसा रम बोतल के 60 व पव्वों के 75 कार्टन, बैगपाइपर बोतल के 80 व पव्वों के 114 कार्टन, रॉयल आमर्स रम बोतल के 15 व पव्वों के 66, बैलेण्डर प्राइड के 10, हेवड्र्स 5000 बीयर के 160 कार्टन बरामद किए तथा ट्रक के चालक गुरदासपुर पंजाब निवासी ओंकारसिंह पुत्र करनेलसिंह को गिरफ्तार किया। जबकि एक अन्य युवक भी था, जो पुलिस को देखकर भाग गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। ट्रक चालक ने शराब को गुरदासपुर लुधियाना से भरकर लाना व आगे बाड़मेर ले जाना स्वीकार किया।



अज्ञानता के अंधेरे को दूर करती है भागवत कथा : पुरोहित

आशापूर्णा मंदिर में कथा शुरू


पोकरण जिस प्रकार से सूर्य संपूर्ण सृष्टि में अंधकार का नाश कर प्रकाश लाता है उसी प्रकार श्रीमद्भागवत महापुराण मनुष्य के मन में व्याप्त अज्ञान रूपी अंधकार को दूर कर ज्ञान का प्रकाश करता है। भागवत सप्ताह एक अनुष्ठान है। ईश्वर की कृपा होने पर ही सत्संग का लाभ मिलता है। यह विचार स्थानीय आशापूर्णा मंदिर परिसर में आयोजित भागवत कथा पर प्रवचन देते हुए पंडित विजयदत्त पुरोहित ने व्यक्त किए। भागवत कथा के अवसर पर पोकरण शहर के अनेक धर्म प्रेमी सहित कई श्रद्धालु कथा श्रवण के लिए उपस्थित हुए। कथा के प्रथम दिन मुख्य यजमान पुखराज बिस्सा की ओर से पंडित के सान्निध्य में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गणेश वंदना व भागवत पुराण पूजन किया गया।

उन्होंने कहा कि दूसरों क ो सुखी देखकर जो व्यक्ति सुखी होता है वह सद्पुरुष कहलाता है। कथा सुनने मात्र से जन्म-जन्म के पापों का नाश हो जाता है।

संत का किया स्वागत

भागवत कथा से पूर्व आशापूर्णा धर्मशाला से कथा स्थल तक भव्य शोभा यात्रा निकाली गई । शोभा यात्रा के दौरान कथा वाचक विजयदत्त पुरोहित का आयोजनकर्ताओं तथा भक्तों ने पुष्प वर्षा तथा फूल मालाओं का स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य यजमान द्वारा भागवत पुराण को अपने सिर पर रखकर आशापूर्णा धर्मशाला से आशापूर्णा तक पहुंचे। महिलाएं व बालिकाएं मंगल गीत गाते हुए कथा स्थल तक पहुंची। जहां पर भागवत पुराण की पूजा अर्चना के बाद विधि विधान से कथा प्रारंभ की गई। इस अवसर पर पुरुषोत्तम छंगाणी, हरिवंश बिस्सा, नव नारायण व्यास, राधाकिशन पुरोहित, नथमल पालीवाल, देवकिशन जोशी, जगदीश गांधी, शंकर गांधी, हरिश्चंद्र छंगाणी, कैलाश भूतड़ा, देवकी बिस्सा, पुष्पा पुरोहित सहित काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।


आज की ताजा खबर......बाड़मेर...रविवार ११ मार्च, 201२


मासूम को लेकर मां टांके में कूदी आत्महत्या का मामला दर्ज

बाड़मेरबीजराड़ थाना क्षेत्र के जाखड़ों की ढाणी निवासी एक महिला ने बच्चे के साथ टांके में कूदकर अपनी आत्महत्या कर ली। थानाधिकारी लक्ष्मीनारायण ने बताया कि हनुमानराम पुत्र धनाराम जाखड़ निवासी जाखड़ों की ढाणी ने मामला दर्ज करवाया कि उसकी पत्नी गेरो देवी (32) शनिवार को कंवराराम (5) को लेकर घर के पास बने टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को बाहर निकाला। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए।


ईलोजी प्रतिमा तोडऩे के मामले में एक और गिरफ्तार



बाड़मेर ढाणी बाजार में स्थित ईलोजी की प्रतिमा तोडऩे के मामले में एक और आरोपी को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

पुलिस के अनुसार प्रतिमा तोडऩे के मामले में अशोक सिंह पुत्र जगदीश सिंह निवासी कल्याणपुर को गिरफ्तार किया गया है। उसे रविवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि प्रतिमा तोडऩे के मामले में चार आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।


नींबूड़ा-नींबूड़ा' पर जमकर झूमे श्रोता

पद्मश्री अलंकृत शाकर खां व बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार से सम्मानित फकीरा खां का किया सम्मान


बाड़मेर पद्म श्री अलंकृत शाकर खां और बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार प्राप्त फकीरा खां का शनिवार को भगवान महावीर टाउन हॉल में सम्मान किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कलेक्टर वीणा प्रधान ने कहा कि लोक कला को बचाने के लिए प्रशासन हमेशा तत्पर रहेगा। उन्होंने कहा लोक कला की असली खान बाड़मेर-जैसलमेर में है जिसकी पहचान जरूरी है।

कार्यक्रम की शुरुआत फकीरा खां भादरेश ग्रुप ने गुरु वंदना से की। इसके बाद उन्होंने मस्त कलंदर, नींबूड़ा-नींबूड़ा जैसे बेहतरीन लोक गीत प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी। वहीं शाकर खां ने कमायचा वाद्ययंत्र के साथ खड़ताल, ढोलक और शहनाई के साथ जुगलबंदी कर मौजूद श्रोताओं को झूमने के लिए विवश कर दिया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि स्वरूप सिंह राठौड़ ने कहा कि लोक कलाकारों की कद्र करनी होगी ताकि इस कला का संरक्षण किया जा सके। कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि फिल्म अभिनेता राज वर्मा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम संयोजक सबलसिंह भाटी ने बताया कि इस आयोजन को मोहनपुरी मूवीज के बैनर तले आयोजित किया गया। कार्यक्रम में थार छात्र संघ के अध्यक्ष नारायण सिंह इंद्रोई ने आभार व्यक्त किया। इस मौके पर तन सिंह चारण एवं एडवोकेट सुनीता चौधरी मौजूद थी।



गेरियों ने बिखेरी लोक नृत्य की छटा

गेरियों ने बिखेरी लोक नृत्य की छटा
समदड़ी। लय व ताल के साथ डांडियों की टकराहट व घुंघरूओं की खन-खन पर जुगलबंदी के साथ चटकदार रंग की वेशभूषा में सजे धजे गेरियों को झूमते देख हरेक की टकटकी बंध गई। लाखेटा में सिद्ध संतोष भारती के समाधि स्थल पर शनिवार को आयोजित मेले के दौरान गेर नर्तकों ने ऎसा समां बांधा कि लोग झूम उठे।

लाखेटा मेले में भाग लेने के लिए सुबह से ही पातों का बाड़ा, मजल, ढीढ़स, कम्मों का वाड़ा, रामपुरा, चिरडिया, अजीत, रातड़ी, धुंधाड़ा, भानावास, समदड़ी, सिलोर, करमावास आदि विभिन्न गांवों से ग्रामीणों के यहां पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। दोपहर में मेला परवान पर था। ग्रामीणों ने सिद्ध संतोष भारती के समाधि स्थल पर धोक लगाकर खुशहाली व समृद्धि की कामनाएं की।

नहरी पानी के लिए योजनाएं प्रगति पर
बिना विश्वास के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती। विश्वास से ही राज्य व राष्ट्र तरक्की करता है। सांसद हरीश चौधरी ने शनिवार को लाखेटा मेले में मुख्य अतिथि पद से यह बात कही।उन्होंने कहा कि 64 साल के इतिहास में बाड़मेर जिले में पानी के नाम पर एक पाइप नहीं मिला। प्रदेश सरकार के सुशासन पर जिले में तीन बड़ी प्रमुख पेयजल योजनाओं का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है, जिससे जिलेवासियों को मीठा पानी उपलब्ध होगा। सांसद नियतांश कोष से समदड़ी 108 एंबुलेंस सेवा उपलब्ध करवाई जाएगी।

अध्यक्षता करते हुए अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल ने कहा कि क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं रखी जाएगी। कलक्टर डॉ.वीणा प्रधान ने कहा कि जागरूक होकर कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाएं। पूर्व जिला प्रमुख बालाराम चौधरी, भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष हमीरसिंह भायल व भाजपा मंडल अध्यक्ष ने भी विचार व्यक्त किए। विधायक एवं मेला कमेटी के अध्यक्ष कानसिंह कोटड़ी ने मेले के इतिहास के बारे मे जानकारी दी। इस अवसर पर प्रधान मालाराम भील, तहसीलदार भागीरथराम, पूर्व प्रधान ओमाराम मेघवाल, कल्याणपुर सरपंच दौलाराम चौधरी, सिलोर सरपंच माधुसिंह राजपुरोहित, रामपुरा सरपंच हड़वंतसिंह, महिलावास सरपंच भीखी देवी, पंचायत समिति सदस्य रूपाराम मौजूद थे।

सांसद ने की विधायक की तारीफ
सांसद हरीश चौधरी ने सिवाना विधायक कानसिंह कोटड़ी की तारीफ की। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि दो सौ विधायकों में से एक मात्र कानसिंह ऎसे विधायक है, जो सरल व सज्जन है, उनसे सीख लेनी चाहिए। सांसद ने कहा कि वे विकास के पक्षधर है और विवाद को हाथ जोड़ते हैं।

बालोतरा. ब्रह्मधाम तीर्थ आसोतरा में शनिवार को गेर नृत्य दलों ने अपनी प्रस्तुतियो से ऎसी रमझट मचाई कि मौजूद हर कोई सम्मोहित हो गया। भगवान ब्रह्मा सावित्री व गुरू खेताराम महाराज के मंदिर में पूजा अर्चना तथा गादीपति तुलसाराम महाराज से आशीर्वाद लेने के बाद आंगी व डांडिया गेर नृत्य दलों ने प्रस्तुतियां प्रारंभ की। गादीपति तुलसाराम महाराज ने गेर नर्तकों पर अबीर, गुलाल की बौछार कर आशीर्वाद प्रदान किया। विभिन्न गांवों से पहुंचे गेर दलों ने पारंपरिक वेशभूषा में मनभावन गेर नृत्य की प्रस्तुति देकर माहौल में चार चांद लगा दिए। गादीपति तुलसाराम महाराज ने सभी गेर दलों को आशीर्वाद प्रदान किया।

महामंडलेश्वर निर्मलदास महाराज, हनुमान बगेची बालोतरा गादीपति नारायणदास महाराज, उमरलाई महंत रामानंद सरस्वती महाराज ने भी गेरियों की हौंसला अफजाही करते हुए आशीर्वाद दिया। भारत पर्यटन विकास निगम लिमिटेड, जयपुर विरासत फाउंडेशन व डेजर्ट ट्रेडिशनल आर्ट एण्ड यूथ सेंटर के तत्वावधान में राज्य स्तरीय लोक विरासत होली फाग महोत्सव का शहर में रंगारंग आगाज हुआ। संस्था के सचिव प्रेमकुमार चौहान के अनुसार आठ दिवसीय इस आयोजन के दौरान गेर दलों द्वारा देर रात तक प्रस्तुतियां दी जाएगी।

सिवाना. ग्राम पंचायत इंद्राणा में राजपुरोहित समाज के तत्वावधान में गेर महोत्सव का रंगारंग आयोजन हुआ। ब्रह्मधाम गादीपति तुलसाराम महाराज, सिवाना गादीपति अभयराम महाराज, असाड़ा जोड़ सरोवर महंत परशुराम महाराज, महामंडलेश्वर निर्मलदास महाराज, मनमोहन महाराज हरिद्वार के साçन्नध्य में आयोजित गेर महोत्सव के दौरान गेर दलों ने लोक कला की ऎसी छटा बिखेरी कि हर कोई कायल हो गया।

हाशिए पर हकीकत

हाशिए पर हकीकत
बाड़मेर। बाड़मेर जिले को पर्यटन के मानचित्र पर लाने के लंबे प्रयासों के बाद आशातीत छोड़ मामूली सफलता भी मिलती नजर नहीं आ रही है। पर्यटक इस जिले की ओर आकर्षित नहीं हो रहे हैं और प्रशासन हर साल इसके लिए रस्म अदायगी मे लगा है।

लोक गायकी
बाड़मेर की एक बड़ी पहचान है यहां की मांगणिहार लोक गायकी। मांगणिहार परिवारों की संतानों का यह जन्मजात गुण है। मुफलिसी मे जीने वाले इन कुनबों ने सात समंदर पार तक की यात्राएं अपनी इसी खूबी के कारण की है। बखूबी बड़े उस्तादों ने उनकी गायकी का लोहा माना है। इस गायकी को उभारने के प्रयास गैर सरकारी स्तर पर हुए है, लेकिन सरकारी तवज्जों की दरकार है। साल मे एक बार होने वाले थार महोत्सव में भी दूसरे कलाकारों का ज्यादा कब्जा होता है और यहां के गायक दर्शक दीर्घा में बैठे नजर आते हंै।

काष्ठ कला : सागवान और रोहिड़े की लकड़ी पर जब थार के काष्ठ कलाकारों के औजार चलते है तो इतनी बारीक और आकर्षक खुदाई करते हैं मानो पत्थर पर मीनाकारी कर रहे हों। फिर जो काष्ठकला के नमूने सामने आते है दांतों तले अंगुली दब जाती है। यह कला भी देश विदेश पर व्यवसायियों की कोशिशों से पहुंची है, लेकिन पर्यटक केवल इस कला को निखारने और कद्र करने के लिए बाड़मेर पहुंचे ऎसे प्रयास नहीं हुए है।

धोरों की नहीं कद्र
महाबार के ऊंचे धोरों पर माटी के झरने जैसा आकर्षक दृश्य बनता है। ढलती सांझ में सोने सी चमक देने वाले इन धोरों की याद भी केवल थार महोत्सव के एक दिन आती है। इसके अलावा यहां पर न तो पर्यटक आते हैं और न उनको लाने की चेष्टा होती है। रस्म अदायगी की परंपरा के चलते महाबार के धोरों ने आज तक वो तवज्जो नहीं पाई है जो सम के धोरों की ओर पर्यटकों की है। चौहटन के मखमली धोरे और अन्य कई जगह के धोरों की नैसर्गिक संुदरता को बिना कुछ सोचे समझे पेड़ पौधे लगाकर बनावटी बना दिया।

हाशिए पर किराडू
बारहवीं शताब्दी के स्थापत्य को अपने में समेटे किराडू बाड़मेर की अनमोल थाती है। पत्थरों पर की गई उस जमाने की महीन कारीगरी और बोलती प्रतिमाओं को देखते ही हर कोई आकर्षित हो जाता है। यह खिंचाव पर्यटकों के कदम भी खींच सकता है, लेकिन किराडू भी एक दिन के लिए थार महोत्सव में ही याद किया जाता है।

शिल्पग्राम की हो गई शाम
जिले की पर्यटन कला और संस्कृति को उभारने के लिए शिल्पग्राम की कल्पना की गई। इस पर लाखों रूपए खर्च किए गए। हाट बाजार स्थापित करने की बड़ी परिकल्पना की गई। शिल्पग्राम की इमारत भी खड़ी कर दी गई, लेकिन चार साल ये यह इमारत वीराने में खण्डहर हुई जा रही है। न कोई सार संभाल लेने वाला है और न ही कोई इसको लेकर सोचने वाला।

पाकिस्तान में धड़ल्ले से हो रहीं कम उम्र में शादियां

पाकिस्तान में धड़ल्ले से हो रहीं कम उम्र में शादियां
इस्लामाबाद.पाकिस्तान में धड़ल्ले से कम उम्र में शादियां हो रही हैं जो महिलाओं के अधिकार का उल्लंघन है।

 
समाचारपत्र 'डेली टाइम्स' ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर एक्शनएड पाकिस्तान द्वारा जारी एक सर्वेक्षण रिपोर्ट प्रकाशित की है। इसके मुताबिक खबर पख्तूनख्वा प्रांत के चारसद्दा और मरदन जिलों में 74 फीसदी लड़कियों की शादी 16 वर्ष से कम उम्र में हो जाती है।



एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि कम उम्र में धड़ल्ले से हो रहीं शादियों पर सवाल उठने लगे हैं। कुछ इलाकों में लड़कियों और महिलाओं के अधिकार का उल्लंघन हो रहा है।



सर्वेक्षण में पाया गया है कि जिन इलाकों में सर्वेक्षण कराया गया है,वहां बालिकाओं के जन्म का पंजीकरण कम ही लोग कराते हैं।



विज्ञप्ति के अनुसार,सर्वेक्षण के दायरे में आए इलाकों में महिलाओं की तस्करी भी जोरों पर है।



एक्शनएड पाकिस्तान के कार्यक्रम अधिकारी अब्दुल खालिक ने कहा कि बाल विवाह कानून 1929 लगभग एक सदी पुराना कानून है,जो अब प्रासंगिकता खो चुका है।



उन्होंने कहा कि यह कानून न्याय के सिद्धांतों पर आधारित नहीं था,इसलिए इसमें संशोधन की जरूरत है।



खालिक ने कहा,"यह कानून लड़कियों के खिलाफ है,क्योंकि इसमें एक लड़की की शादी की न्यूनतम उम्र 16 वर्ष और लड़का की उम्र 18 वर्ष निर्धारित है।"



उन्होंने कहा कि इस कानून का उल्लंघन करने वाले के लिए किसी कड़ी सजा का प्रावधान नहीं है,इसलिए खबर पख्तूनख्वा इलाकों में दकियानूसी लोग कम उम्र में शादी को बढ़ावा दे रहे हैं।

शनिवार, 10 मार्च 2012

शोध में साबित हुआ, कोक-पेप्सी से कैंसर

शोध में साबित हुआ, कोक-पेप्सी से कैंसर

न्यूयॉर्क। कोक और पेप्सी में इस्तेमाल होने वाले 4-मिथाइलीमिडाजोल नामक पदार्थ से चूहों में कैंसर की पुष्टि हो गई है। इसके बाद अमरीका के कैलिफोर्निया राज्य में कानून बनाया गया है कि कम्पनियां अपने पेय में इन पदार्थो की मौजूदगी की चेतावनी बोतल पर छापें या पेय पदार्थ बनाने का तरीका बदलें।

कैंसर सम्बंधी चेतावनी छापने के बजाय इन कम्पनियों ने इस राज्य में अपने फॉर्मूले में ही बदलाव किया है। अब पूरे अमरीका में इसे लागू किया जा रहा है। इस पदार्थ का इस्तेमाल रंग लाने के लिए किया जाता है। नए फॉर्मूले के तहत कोका कोला और पेप्सी ने 4-मिथाइलीमिडाजोल की मात्रा घटाने का फैसला किया है। हालांकि शोध में इस पदार्थ से मनुष्यों के स्वास्थ्य को खतरे की पुष्टि नहीं हुई है।

स्वाद नहीं बदलेगा
अमरीका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन का दावा है कि इस पदार्थ को जिस मात्रा में चूहों को दिया गया, उस स्तर तक पहुंचने के लिए एक व्यक्ति को कोक या पेप्सी के 1,000 कैन पीने होंगे। उधर, कम्पनी का कहना है कि फॉर्मूले में बदलाव के बावजूद लोगों को उसके स्वाद में कोई फर्क महसूस नहीं होगा।

जाहिदा ने बनाई ध्रुव के साथ सेक्स सीडी!

जाहिदा ने बनाई ध्रुव के साथ सेक्स सीडी!
इंदौर/भोपाल। सीबीआई के हाथ में जाहिदा परवेज और विधायक धु्रव नारायण सिंह की सीडी हाथ लगी है। इसमें दोनों कम्प्रोमाइजिंग पोजीशन में दिख रहे हैं। सीबीआई का दावा है कि यह सीडी खुद जाहिदा ने धोखे से बनाई है। अब इसकी वजह क्या है, यह जांच का मसला है। जाहिदा इस सीडी के जरिए धु्रव को ब्लैकमेल करना चाहती थी या फिर उसने धु्रव के खोने के डर से बनाई थी? इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

सीबीआई सूत्रों का दावा है कि जाहिदा के घर एक मार्च को सर्चिग के दौरान उसे दो सीडी मिली थी। दोनों में जाहिदा और धु्रव नारायण सिंह नजर आ रहे हैं। सीबीआई ने सीडी को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेज दिया है। दरअसल, सीबीआई यह जानने में जुटी हुई है कि सीडी बनाने के पीछे विधायक धु्रव नारायण सिंह को ब्लैकमेल करने की कोशिश थी या फिर यह जाहिदा ने धु्रव की शहला से बढ़ती नजदीकियों को रोकने के लिए बनाई थी।

सीबीआई को कई और सीडी की तलाश :

दो सीडी मिलने के बाद सीबीआई कुछ अन्य सीडियों की तलाश में है। सीबीआई ने धु्रव के घर की तलाशी में भी सीडी ही खोजने का प्रयास किया था। सूत्र बताते हैं कि सीबीआई ने घर में मौजूद कई सीडियों को देखा भी था, लेकिन उसमें से एक भी उनके काम की नहीं थी। सीबीआई यह जानने की कोशिश में जुटी हुई है कि जाहिदा की सीडी किसी और के साथ भी तो नहीं है।

धु्रव को छूटे पसीने :

सूत्रों का कहना है कि जब सीबीआई ने धु्रव को पहली बार पूछताछ के लिए बुलाया तो वह उन्होंने कहा कि एक विधायक और एक आर्किटेक्ट के तौर पर जितनी पहचान होती है, उतनी उनकी जाहिदा से है। लेकिन दूसरे राउंड की शुरूआत सीबीआई ने प्रोजेक्टर पर यह सेक्स सीडी दिखाकर की। सीडी देखने के बाद धु्रव के पसीने छूट गए और पूछताछ के दौरान उन्होंने हर जवाब पर खामोशी ओढ़ ली।

पुलिस ने किया प्रद्शन करियो पर लाठीचार्ज


राजस्थान के बाड़मेर के बालोतरा इलाके में पुलिस ने प्रद्शंकारियो पर लाठीचार्ज कर खदेड़ा .इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तेनात 


पुलिस ने किया प्रद्शन करियो पर लाठीचार्ज 
 
बाड़मेरराजस्थान  के बाड़मेर जिले के बालोतरा में शनिवार दोपहर  पुलिस लाठी चार्ज की घटना ने पुलिस पर फिर से सवाल खड़े कर दिए ! आरोपी की गिरफ्तारी की माग को लेकर प्रदशनकारी  सडको पर जाम लगा रहे थे पुलिस ने प्रदशनकारी को खदेड़ने के लिए जमकर लाठिया भाजी  और प्रद्शंकारियो को खदेड़ा फिर प्रद्शंकारियो  ने जमकर हगामा किया और टायर जलाकर रास्ता जाम किया हालात को बिगड़ता देखे पुरे इलाके में अतरिक्त  पुलिस बल तेनात किया गया है ] 

राजस्थान के बाड़मेर में  होली के दिन यहाँ पर रमेश माली नामक युवक को कुछ लोगो ने पीट पीट कर बेहोश स्थिति में घनी झाड़ियो में फैंक दिया था , जिसके बाद लोगो ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी दो दिन बाद तक नही हो पाई इस के चलते शनिवार दोपहर  माली समाज के लोगो ने आरोपी ओम सिंह राजपुरोहित निवासी मनना वास को गिरफ़्तार करने की मांग को लेकर थाने के आगे प्रदर्शन किया लेकिन पुलिस ने उनकी मांगो पर विचार करने की बजाय उन पर लाठिय भांजनी शुरू कर दी !पुलिस ने प्रद्शंकारियो  को लाठियों से मार मार कर भगा दिया  और उसके बाद बालोतरा में बवाल मच गया हैं हालात यह हैं की लोगो ने सडको पर टायर जला कर पत्थर डाल कर रास्ते जाम कर दिए हैं और  पुलिस के हाथ में अब कुछ नहीं बचा हैं ! मौके पर अब कई थानों की पुलिस जुट गई हैं पुरे इलाके तनाव के हालात है इस पुरे मामले में पुलिस कुछ भी नहीं बोलने को तयार नहीं 

मेधावी छात्रा चित्रा रतनू ने बढ़ाया जैसलमेर जिले का मान गुजरात न्यायिक सेवा में चयन का कीर्तिमान


मेधावी छात्रा चित्रा रतनू ने बढ़ाया जैसलमेर जिले का मान
गुजरात न्यायिक सेवा में चयन का कीर्तिमान
                

जैसलमेर, 10 मार्च/जैसलमेर जिले के बारठ गांव की मेधावी छात्रा चित्रा रतनू ने गुजरात न्यायिक सेवा में चयनित होकर जैसलमेर जिले का सम्मान बढ़ाया है। प्रतिभावान छात्रा चित्रा रतनू ने अत्यन्त प्रतिष्ठितगुजरात न्यायिक सेवा परीक्षा 2011 में चयन का गौरव हासिल किया है। प्रथम महिला प्रतिभागी के रूप में न्यायिक सेवा में प्रथम प्रयास में ही चित्रा ने बीसवां स्थान अर्जित कर अपूर्व कीर्तिमान कायम किया है। चित्रा रतनूराजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर से वर्ष 2009 में विधि की परीक्षा बेहतर अंकों के साथ उत्तीर्ण कर चुकी हैं।

होनहार चित्रा रतनू मूलतः जैसलमेर जिले के पोकरण क्षेत्र में स्थित बारठ का गांव निवासी बुधकरण रतनू की सुपुत्री हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा अपने गांव में ही हुई। चित्रा की काफी पढ़ाई विभिन्न केन्द्रीयविद्यालयों में उन स्थानों पर हुई जहां उनके पिता का पदस्थापन भारतीय वायु सेना में रहा।

धीर-गंभीर स्वभाव की चित्रा बचपन से ही अत्यंत कुशाग्र एवं मेघावी रही हैं तथा तमाम परीक्षाओं में हमेशा अव्वल रही हैं। चित्रा ने वर्ष 2006 में एस.बी.के. राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जैसलमेर से बी.एससी. प्रथमश्रेणी से उत्तीर्ण की। चित्रा के दादा भंवरदान रतनू बारठ का गांव ग्राम पंचायत के लगभग पन्द्रह वर्ष तक सरपंच रहे थे।

चित्रा रतनू ने अपनी सफलता का श्रेय अपने ताऊजी कैलाशदान रतनू एवं ताईजी श्रीमती लक्ष्मीकँवर रतनू को देते हुए बताया कि वे हमेशा उसके लिए प्रेरणा के स्रोत रहे हैं। कैलाशदान रतनू जहां वर्तमान मेंअजमेर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पर पर कार्यरत हैं, वहीं उनकी पत्नी श्रीमती लक्ष्मी रतनू अजमेर में ही व्याख्याता पद पर कार्यरत हैं।

अपने परिवारजनों एवं मित्रों में निशा के नाम से जानी जाने वाली चित्रा रतनू बताती हैं कि इस उपलब्धि के लिए उसकी पूर्व सहेली और वर्तमान में भाभी हेमलता उज्जवल का खूब योगदान रहा है जो कि इस समय जयपुरमें भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग में वैज्ञानिक पद पर कार्यरत हैं।

महिला शिक्षा की दृष्टि से प्रारंभ से ही अत्यन्त पिछड़े रहे जैसलमेर जिले की चित्रा रतनू प्रथम छात्रा हैं जिसने न्यायिक सेवा में सफलता का यह महत्त्वपूर्ण सोपान अर्जित किया है।

चित्रा रतनू के गुजरात न्यायिक सेवा में चयनित होने पर बारठ के गांव के साथ ही पोकरण क्षेत्र एवं चारण समाज के मध्य खुशी की लहर सी दौड़ गयी। अखिल भारतीय चारण समाज अध्यक्ष एवं अखिल भारतीयप्रशासनिक सेवा के अधिकारी सी.डी.देवल, चित्तौ़ड़ विधायक सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत, पूर्व राज्यसभा सदस्य ओंकारसिंह लखावत एवं प्रभा ठाकुर के साथ ही पूर्व जिला प्रमुख जैसलमेर नैनदान रतनू, बारठ का सरपंचनरपतदान रतनू तथा चारण समाज के सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों ने चित्रा को अपनी ओर से हार्दिक बधाई देते हुए उत्तरोत्तर प्रगति पथ पर अग्रसर होने की मंगल कामनाएं की हैं

बाड़मेर में वसुंधरा राजे का जादू ...देखे तस्वीरो में

















होली की धमाल में पुलिस के जवानों को खूब लुत्फ उठाया

पुलिस ने खेली होली, खूब की माल: अबीर गुलाल व रंगों से सराबोर कानून के रखवाले, पर्व के जश्न में डूब गए। हर कोई एक दूसरे को अबीर व गुलाल लगाने को आतुर। खुशी के माहौल में मिठास घोलता संगीत। म्यूजिक पर ठुमके लगाते पुलिस के आला अफसर। ऐसा ही कुछ माहौल शुक्रवार को पुलिस की ओर से मनाई गई होली पर देखने को मिला। होली के पर्व पर दो दिन तक सुरक्षा को लेकर मुस्तैद रहे पुलिस प्रशासन ने शुक्रवार को पुलिस लाइन में रंगों का पर्व मनाया। कानून के रखवालों ने अबीर-गुलाल एक दूसरे को लगाकर खुशी का इजहार किया। इस मौके पर जश्न में एसपी संतोष चालके व डीएसपी नाजिम अली ने जमकर ठुमके लगाए। इसके बाद तो हर कोई झूमने लगा। होली की धमाल में पुलिस के जवानों को खूब लुत्फ उठाया। यह सिलसिला कई घंटों तक जारी रहा।










अखिलेश होंगे यूपी के सबसे युवा मुख्यमंत्री


लखनऊ।। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। पार्टी विधायक दल ने उन्हें अपना नेता चुन कर मुख्यमंत्री पद के लिए उनके नाम पर मोहर लगा दी है। बैठक में रामपुर के विधायक आजम खान ने अखिलेश के नाम का प्रस्ताव रखा और शिवपाल सिंह ने इसका समर्थन किया। इसके बाद पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गुंज उठा और विधायक जिंदाबाद के नारे लगाने लगे।
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समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता रामगोपाल यादव ने कहा कि अखिलेश विधायक दल के नेता चुने गए हैं और 15 मार्च को 11 बजे शपथ लेंगे। बताया जा रहा है कि शपथ ग्रहण समारोह राजभवन के बजाय खुले मैदान में हो सकता है। स्थान अभी तय नहीं है।

विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि समाजवादी पार्टी पूरे प्रदेश की जनता को धन्यवाद देती है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम जल्द ही राज्यपाल के पास सरकार बनाने के लिए दावा पेश करने जाएंगे। इस मौके पर अखिलेश ने यह भी कहा कि मुलायम सिंह यादव न सिर्फ केंद्र की राजनीति में रहेंगे, बल्कि मेरी सरकार का भी मार्गदर्शन देंगे।

38 वर्षीय अखिलेश उत्तर प्रदेश के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री होंगे। साथ ही वह प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री होंगे, जिनके पिता भी मुख्यमंत्री रहे हैं। 1 जुलाई, 1973 को जन्म अखिलेश फिलहाल उत्तार प्रदेश के कन्नौज संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं। इससे पहले भी वह दो बार सांसद चुने जा चुके हैं।

बैठक के दौरान आजम खान ने अपना भाषण पढ़ते हुए अपने और मुलायम सिंह के गहरे संबंधों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि वह खुश है कि आज नेताजी के बेटे को सूबे की विरासत और उसकी कमान लेते हुए देख रहे हैं।

गौरतलब है कि काफी गहमागहमी के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाने के लिए होमवर्क पहले ही पूरा कर लिया था। जसवंत नगर से विधायक शिवपाल सिंह और आजम खान के साथ मुलायम ने शुक्रवार देर रात दो घंटे तक चली मंत्रणा में दोनों को अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाने के लिए तैयार कर लिया था।

गौरतलब है कि आजम खान और शिवपाल सिंह मुलायम के मुख्यमंत्री बनने के पक्षधर थे। दोनों अपने से काफी जूनियर अखिलेश को रिपोर्ट करने के लिए तैयार नहीं थे। सूत्रों के मुताबिक, इस समस्या को दूर करने के लिए बीच का रास्ता निकाला गया है। आजम खान विधानसभा के स्पीकर होंगे और इस तरह वह अखिलेश के मातहत आने से बच जाएंगे। शिवपाल सिंह कन्नौज से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे, जहां से अखिलेश फिलहाल सांसद है। सांसद चुने जाने के बाद शिवपाल सिंह अपने बड़े भाई मुलायम के साथ केंद्र की राजनीति करेंगे। अखिलेश विधायक बनने के लिए चाचा शिवपाल की खाली की गई सीट जसवंत नगर से चुनाव लड़ेगे।

बाड़मेर बिस्मिलाखान युवा पुरुस्कार से समानित फकीर खान का बाड़मेर पहुँचाने पर राजस्थानी भाषा समिति ने किया भव्य स्वागत

अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति

बाड़मेर बिस्मिलाखान युवा पुरुस्कार से समानित फकीर खान का


 बाड़मेर पहुँचाने पर राजस्थानी भाषा समिति ने किया भव्य स्वागत 

बाड़मेर केंद्र सरकार के संसकृति मंत्रालय के साहित्य नाटक अकादमी द्वारा बाड़मेर के लोक गायक मंगनियार फकीरा खान को बिस्मिलाह्खान युवा पुरस्कार २०११ से नवाजे जाने के बाद बाड़मेर पंहुचने पर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा उनका फूल मलो से लाड कर भव्य स्वागत किया गया फकीरा खान शनिवार को मालानी एक्सप्रेस से सुबह साढ़े नौ बजे बाड़मेर पंहुचे ,राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने बताया की अंतराष्ट्रीय लोक कलाकार फकीरा खान समिति के सचिव पद पर कार्यरत हें ,फक्लिरा खान उच्च कोटि के लोक  सूफी गायक हें साथ ही ढोलक के उत्कृष्ट वादक हें जीने लोक कला और राजस्थानी संसकृति के क्षेत्र में दिए अनुपम सराहनीय योगदान के लिए केन्द्रीय साहित्य नाटक अकादमी द्वारा राष्ट्रिय बिस्मिलाह्खान युवा पुरस्कार २०११ से सात मार्च को दिल्ली में समानित किया गया ,फकीरा खान के बाड़मेर पनुचाने पर राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के जिला पाटवी रिड़मल सिंह दांता ,महासचिव अनिल सुखानी इन्द्र प्रकाश पुरोहित डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी विजय कुमार रमेश सिंह इन्दा सहित सेकड़ो कार्यकर्ताओ तथा पदाधिकारियों द्वारा रेलवे स्टेसन पर फकीरा खान का भव्य स्वागत किया ,भाटी ने बताया की फकीरा खान लम्बे समय से राजस्थानी लोक संस्कृति के प्रचार प्रसार से जुड़े हें राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के सचिव पद पर रहते हुए उन्होंने राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के बेहतरीन प्रयास किये ,उनको बिस्मिलाह्खान युवा पुरस्कार मिलाने से पूरा क्षेत्र गौरवानित हें ,उन्होंने बताया की राजस्थान दिवस ३० मार्च को राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति द्वारा आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की श्रंखला के तहत फकीरा खान का अभिनन्दन किया जाएगा जिला पाटवी रिड़मल सिंह दांता ने बताया की फकीरा खान बाड़मेर की लोक संस्कृति के धरोहर हें उन्हें सम्मानित करने पर पूरा क्षेत्र गौरवानित हुआ हें .फकीरा खान को फूल मलो से लाद दिया 

1 नहीं, 2 प्रेमियों के साथ मिलकर किया 'महापाप'!

राजकोट। राजकोट जिले के अमरापुर में पिछले 25 दिन से लापता एक युवक की लाश की बरामदगी के बाद पुलिस ने हत्या का पर्दाफाश कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने युवक की पत्नी और उसके दो प्रेमियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में पत्नी ने अपने दो प्रेमियों के साथ इस हत्या को अंजाम देने की बात कुबूल कर ली है।


अमरापुर में रहने वाले जयराम रत्नाभाई कहोत गत 15 फरवरी से गुम था। पुलिस ने छानबीन शुरू होते ही जयराम की पत्नी हंसा भी कहीं लापता हो गई थी। आखिरकार पुलिस ने यहीं के एक कुएं से उसकी लाश बरामद की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जयराम की हत्या के बाद लाश कुएं में फेंकने की बात सामने आई।


इसके बाद पुलिस ने हंसा की तलाश शुरू की और गुरुवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आखिरकार हंसा ने पति की हत्या की बात कुबूल कर ली। हंसा के अनुसार उसके दो प्रेमी थे, जिसकी खबर जयराम को लग गई थी। इसीलिए उसने इन दोनों युवकों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी और लाश कुएं में फेंक दी थी।

देह व्यापार के लिए बदनाम इस गांव में पहली बार मचेगी ऐसी धूम!

थराद। उत्तर गुजरात के बनासकांठा जिले, थराद तहसील के वाडिया गांव में 15 वष्रो बाद फिर एक बार शहनाई बजने जा रही है। दरअसल इस गांव में रहने वाली हरेक लड़की को जवान होते ही देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया जाता है। आगामी 11 मार्च को 24 लड़कियों के जीवन में नई सुबह आएगी। इस दिन 7 लड़कियों की शादी और 17 की सगाई के साथ उनके जीवन का एक नया अध्याय शुरू होगा।


देह व्यापार की भयानक परंपरा में जकड़े वाडिया गांव की लड़कियों का जीवन बस यहीं तक सिमट कर रह गया था। पिछले पांच वर्षो से शासकीय व कुछ सामाजिक संगठनों द्वारा यहां बदलाव के प्रयास निरंतर जारी थे। इस गांव के लोगों के जीवनोपार्जन के मुख्य स्रोत कुछ खेती-किसानी व गृह उद्योग ही हैं। इसलिए आर्थिक तंगी से जूझ रहे इस गांव के लोगों ने देह व्यापार का रास्ता चुना।


पिछले 15 वर्षो से इस गांव में कभी शहनाई नहीं बजी। लेकिन समाजसेवी संस्थाओं के सामूहिक प्रयासों द्वारा अब यहां की 24 लड़कियों का विवाह होने जा रहा है। 11 मार्च को 7 लड़कियों का सामूहिक विवाह होगा, जबकि 17 लड़कियों की सगाई होगी। आगामी दिनों में इन 17 लड़कियों का भी सामूहिक विवाह संपन्न कराया जाएगा।



देह व्यापार हमारी मजबूरी थी :

देह व्यापार करने वाली एक लड़की से जब इस बारे में बात की गई तो उसका कहना था कि देह व्यापार करना हमें बिल्कुल पसंद नहीं, लेकिन घर का गुजारा चलाने के लिए हमें यह मजबूरी में करना ही पड़ता था।


अब हम स्वाभिमान से जी सकेंगे :

देह व्यापार के चंगुल में फंसी हम लड़कियों को लोग हमेशा तिरस्कार की नजरों से ही देखा करते थे। अब हमारी शादी होने जा रही है तो हम स्वाभिमान से जी सकेंगे।