रविवार, 11 मार्च 2012

सिरोही....न्यूज इन बॉक्स....11 मार्च 2012


फुंगणी गांव में हिंगलाज माता मंदिर लूट का पुलिस ने किया पर्दाफाश

 पुजारी ने ही चुराए थे चांदी-सोने के जेवरात, लूट का किया ड्रामा
 1996 में जैला गांव के जैन मंदिर में भी इसी पुजारी ने की थी चोरी



पुजारी ही निकला लूट का आरोपी



सिरोही कालंद्री थाना क्षेत्र के फुंगणी गांव स्थित हिंगलाज माता मंदिर में हुई जेवरात लूट की वारदात का पुलिस ने शनिवार को पर्दाफाश कर दिया। मंदिर के पुजारी ने ही डेढ़ किलो सोने-चांदी के जेवरात चुराए थे और खुद के बचाव के लिए लूट का ड्रामा किया था। पुजारी जैला गांव के जैन मंदिर में चोरी के आरोप में पहले भी जेल जा चुका है।

एसपी कैलाश चंद्र बिश्नोई के निर्देश पर रेवदर डिप्टी भंवरसिंह भाटी के नेतृत्व में गठित टीम ने लूट की वारदात के बाद फुंगणी गांव में लोगों से पूछताछ की। थानाधिकारी बहादुर सिंह ने पुजारी प्रकाश चंद पुत्र चमनाजी रावल के पिछले रिकार्ड खंगाले तथा उसकी कार्यशैली पर लगातार नजर रखी। पिछला रिकार्ड खंगालने से यह ज्ञात हुआ कि पुजारी प्रकाश चंद ने 1996 में जैला गांव के जैन मंदिर व धर्मशाला में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था तथा इस मामले में वह जेल भी चुका है। इसी के आधार पर शक के छुई सीधे पुजारी पर गई। पुलिस ने इस मामले की गहनता से जांच की तो पता चला कि यह मामला लूट नहीं, बल्कि चोरी का था। पुलिस ने पुजारी को थाने बुलाकर सख्ती से पूछताछ की, जिसमें उसने चोरी करना कबूल किया और जेवरात तंवरी निवासी तिलोकचंद उकार मल सोनी को बेचना बताया। पुलिस ने सोनी को थाने बुलाकर दोनों को आमने-सामने किया तो उसने चोरी का माल खरीदना स्वीकार किया। पुलिस ने चोरी गया माल बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। 

यह था मामला

उल्लेखनीय है कि फुंगणी गांव में गुरुवार सुबह 4.45 बजे तीन लुटेरों ने पुजारी को चाकू दिखाकर सोने व चांदी के डेढ़ किलो जेवरात लूटे थे। पुजारी प्रकाश चंद पुत्र चमनाराम रावल ने इस मामले में की थाने सूचना दी थी। पुलिस ने तत्परता से इस मामले का खुलासा कर आरोपी पुजारी व जेवरात खरीदने वाले सोनी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद रिमांड पर लेकर जिले के अन्य स्थानों पर हुई चोरी व लूट की वारदातों के बारे में भी पूछताछ करेगी।



हादसे में एक की मौत, दो गंभीर घायल

सुरक्षा दीवार के अभाव में बढ़ रहे हैं हादसे, मूकदर्शक बना प्रशासन

सिरोही   जिला मुख्यालय से 9 किलोमीटर दूर राजमार्ग स्थित शनि मंदिर के पास उड़ा नाला इन दिनों हादसों का पर्याय बन गया है। शनिवार को हुए हादसे ने प्रत्यक्षदर्शियों का दिल दहला दिया। उड़ा नाला में सुबह 7.45 बजे सिरोही से पिंडवाड़ा जा रही कार ट्रक की टक्कर के बाद बेकाबू होकर उड़ा नाला में जा गिरी। हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस के अनुसार अणगौर निवासी भरत सोनी पुत्र शिवलाल सोनी उनके भाई भावेश को साथ लेकर पुत्र विशाल को बिनानी में छोडऩे जा रहे थे। उड़ा नाला के पास पिंडवाड़ा की तरफ से आ रहे ट्रक से भिड़ंत हो गई। टक्कर के बाद कार उड़ा नाला में जा गिरी। समीप के ही खेत में फसलों को पानी पिला रहे तेजा राम माली ने एम्बुलेंस 108 को सूचना दी। तीनों घायलों को इलाज के लिए सिरोही अस्पताल लाया गया। इलाज के दौरान भरत सोनी ने दम तोड़ दिया, जबकि भावेश के कंधों में गंभीर चोट आने से उन्हें रैफर कर दिया गया। हादसे की सूचना मिलते ही प्रशिक्षु डीएसपी नीरज पाठक और एएसआई रघुनाथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया तथा दोनों वाहन जब्त कर लिए।

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