शनिवार, 10 मार्च 2012

दबंगों ने मां-बेटी को गांव में घुमाया निर्वस्त्र!

बल्लभगढ़ .रायपुरकलां गांव में कुछ दबंगों ने एक विधवा और उसकी बेटी को निर्वस्त्र घुमाया। शर्मसार कर देने वाली इस घटना के बाद से गांव में सन्नाटा छाया हुआ है।
 

गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने विधवा की शिकायत पर 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित मां-बेटी को बीके अस्पताल में दाखिल कराया गया है। पीड़ित लड़की की 12 मार्च को शादी होने वाली थी।

मिली जानकारी के अनुसार 50 वर्षीय सिमरन (बदला हुआ नाम) का तीन महीने पहले गांव के ही ईश्वर सिंह से विवाद हो गया था। उस समय गांव के लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया था। दो माह पहले ईश्वर सिंह अपनी नाबालिग बेटी की शादी करवा रहा था, जिसे प्रशासन ने मौके पर पहुंच रुकवा दिया था। ईश्वर सिंह का मानना था कि सिमरन ने प्रशासन को शादी की सूचना दी थी।

होली के दिन गुरुवार दोपहर दो बजे सिमरन अपनी ननद और बेटी के साथ घर में थी। इसी दौरान ईश्वर सिंह, रेशम सिंह, गुरुदेव, सोनू, मालो बाई, बंटो बाई, इशहार सिंह, प्रेम सिंह, फोमन सिंह, बींद्र सिंह, गुरुदयाल व गुलजार लाठी डंडों से लैस होकर सिमरन के घर में घुस गए। आरोपी सिमरन और उसकी बेटी को घर से खींचकर बाहर लाए और उनके कपड़े फाड़ दिए। इसके बाद मां-बेटी को गांव में निर्वस्त्र घुमाया। आरोपियों ने विधवा के बेटे पर भी हमला किया, लेकिन ग्रामीणों ने उसे बचा लिया।

मामले की जांच कर रहे छांयसा थाने के एएसआई महेंद्र सिंह के अनुसार आरोपियों के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट का मामला दर्ज कर लिया गया है। नग्न किए जाने और गुप्तांग में चोट पहुंचाए जाने के मामले की तहकीकात जारी है।

गणगौर पूजन और व्रत विधि



हिन्दू समाज में चैत्र शुक्ल तृतीया का दिन गणगौर पर्व के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व विशेष तौर पर केवल स्त्रियों के लिए ही होता है। इस दिन भगवान शिव ने पार्वतीजी को तथा पार्वतीजी ने समस्त स्त्री-समाज को सौभाग्य का वरदान दिया था। इस दिन सुहागिनें दोपहर तक व्रत रखती हैं। स्त्रियाँ नाच-गाकर, पूजा-पाठ कर हर्षोल्लास से यह त्योहार मनाती हैं।
 



गणगौर पर्व कब मनाएँ : -

यह पर्व चैत्र शुक्ल तृतीया को मनाया जाता है, इसे गौरी तृतीया भी कहते हैं। होली के दूसरे दिन (चैत्र कृष्ण प्रतिपदा) से जो कुमारी और विवाहित बालिकाएँ अर्थात नवविवाहिताएँ प्रतिदिन गणगौर पूजती हैं, वे चैत्र शुक्ल द्वितीया (सिंजारे) के दिन किसी नदी, तालाब या सरोवर पर जाकर अपनी पूजी हुई गणगौरों को पानी पिलाती हैं और दूसरे दिन सायंकाल के समय उनका विसर्जन कर देती हैं। यह व्रत विवाहिता लड़कियों के लिए पति का अनुराग उत्पन्न करने वाला और कुमारियों को उत्तम पति देने वाला है। इससे सुहागिनों का सुहाग अखण्ड रहता है।




गणगौर व्रत कैसे करें :-

* चैत्र कृष्ण पक्ष की एकादशी को प्रातः स्नान करके गीले वस्त्रों में ही रहकर घर के ही किसी पवित्र स्थान पर लकड़ी की बनी टोकरी में जवारे बोना चाहिए।

* इस दिन से विसर्जन तक व्रती को एकासना (एक समय भोजन) रखना चाहिए।

* इन जवारों को ही देवी गौरी और शिव या ईसर का रूप माना जाता है।

* जब तक गौरीजी का विसर्जन नहीं हो जाता (करीब आठ दिन) तब तक प्रतिदिन दोनों समय गौरीजी की विधि-विधान से पूजा कर उन्हें भोग लगाना चाहिए।

* गौरीजी की इस स्थापना पर सुहाग की वस्तुएँ जैसे काँच की चूड़ियाँ, सिंदूर, महावर, मेहँदी,टीका, बिंदी, कंघी, शीशा, काजल आदि चढ़ाई जाती हैं।

* सुहाग की सामग्री को चंदन, अक्षत, धूप-दीप, नैवेद्यादि से विधिपूर्वक पूजन कर गौरी को अर्पण किया जाता है।

* इसके पश्चात गौरीजी को भोग लगाया जाता है।

* भोग के बाद गौरीजी की कथा कही जाती है।

* कथा सुनने के बाद गौरीजी पर चढ़ाए हुए सिंदूर से विवाहित स्त्रियों को अपनी माँग भरनी चाहिए।

* कुँआरी कन्याओं को चाहिए कि वे गौरीजी को प्रणाम कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।

* चैत्र शुक्ल द्वितीया (सिंजारे) को गौरीजी को किसी नदी, तालाब या सरोवर पर ले जाकर उन्हें स्नान कराएँ।

* चैत्र शुक्ल तृतीया को भी गौरी-शिव को स्नान कराकर, उन्हें सुंदर वस्त्राभूषण पहनाकर डोल या पालने में बिठाएँ।

* इसी दिन शाम को गाजे-बाजे से नाचते-गाते हुए महिलाएँ और पुरुष भी एक समारोह या एक शोभायात्रा के रूप में गौरी-शिव को नदी, तालाब या सरोवर पर ले जाकर विसर्जित करें।

* इसी दिन शाम को उपवास भी छोड़ा जाता है।

भंवर म्हाने पूजण द्यो गणगौर...

भंवर म्हाने पूजण द्यो गणगौर...

जैसलमेर। आठ कपट री इण्डोणी, भंवर म्हाने पूजण मां म्हने खेलण दो गणगौर व संदेश ड़े रा फूल तोड़्या जैसे गणगौर के भक्ति गीत गाती महिलाएं इन दिनाें स्वर्णनगरी की गलियाें व मोहल्लाें में भ्रमण करते देखी जा सकती है।

सदा सुहागिन बनने व परिवार की खुशहाली की कामना लिए महिलाएं 16 दिवसीय गणगौर व्रत का निर्वाह कर रही है। भोर होते ही महिलाएं सिर पर मंगल कलश लिए पैदल ही मंगल गीत गाती विभिन्न मंदिराें में पहुंचती है। इसके बाद शुरू होता है फल चुनने, पीपल पूजन करने व सूर्यदेव के अघ्र्य देने का दौर। कुंवारी कन्याएं भी सुयोग्य वर की कामना से गणगौर पूजन के दौरान काफी उत्साहित दिखाई दे रही है।

गणगौर पूजन करने पहुंची युवतियाें ने बताया कि महिलाएं वर्ष भर इस पावन पर्व का बेसब्री से इंतजार करती है। कृपा दृष्टि प्राप्त करने के लिए ही मन्नतें मांगती है। कुंवारी कन्याएं भी गणगौर माता से सुन्दर, सुदर्शन व बहुगुणी व्यक्तित्व के धनी युवक के वर के रूप में कामना करती है। इसी कामना से वे शाम को घुड़ला भी निकालती है।

डांडियों की खनक पर थिरके गेरिए

डांडियों की खनक पर थिरके गेरिए



सनावड़ा  धुलंडी पर सनावड़ा में गेर मेले का आयोजन हुआ। मेले में गेरिए थाली और ढोल की थाप पर हेरी नृत्य किया जिसे देखने आसपास के गांवों से ग्रामीण उमड़ पड़े।

रंग-बिरंगी आंगी पहने बुजुर्ग के साथ बच्चे भी कदम से कदम मिला नृत्य में तल्लीन रहे। हाथों में डांडिया लिए गेरिए गोल घेरा बनाकर कदम से कदम मिला उत्साह से नृत्य कर रहे थे। गेरिए की डांडिए की खनक से गांव गूंज उठा। रामदेरिया, राणी गांव, लीलसर, नोखड़ा, आडेल, हाथी तला, डूगेरों का तला, मेहलु, बाछड़ाऊ, तारातरा, महाबार सहित कई गांवों से बड़ी संख्या में लोगों ने गेर महोत्सव में भाग लिया। मेले में थाली की टंकार पर गेर नर्तकों ने योग मुद्रा में नृत्य किया जो मेले में प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहा। गेरियों ने तीन समूह बनाकर गेर नृत्य किया।

राम-राम सा पर गूंजी तालियां : गेर मेले की शुरुआत मालाणी के पंच डूंगराराम सियाग को श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई। समारोह को संबोधित करते हुए कलेक्टर डॉ.वीणा प्रधान ने होली पर्व की बधाई देने के साथ ही मारवाड़ी में जब राम-राम सा कहा तो तालियों की गडगडाहट से प्रांगण गूंज उठा। गेर नृत्य की सराहना करते हुए उन्होंने कहा यहां प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। कला-संस्कृति को मिलजुल कर आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि आज मैं बहुत खुश हूं कि मैंने भी यहां गेर नृत्य का एक स्टेप सीखा है।

कला का सम्मान करें:उन्होंने कलाकारों से आह्वान किया कि कला में हर बार कुछ न कुछ नयापन लाएं ताकि कला का विकास हो और उसे अंतरराष्ट्रीय पहचान मिले। उन्होंने एशियाड में प्रदर्शन करने वाले 120 गेर कलाकारों को बधाई दी। मेले के दौरान महिलाओं ने उत्साह से फाग गीत गाए। नृत्य कलाकारों को पुरस्कार भेंट कर सम्मान किया गया।

क्या है हेरी नृत्य: गेर नृत्य कलाकार अपने सीने पर ढोल को बांध कई तरह से करतब करते हुए नृत्य करते हैं। अन्य साथी कलाकार पैरों में बंधे घुंघरू की खनक के साथ ही डंडियों से ढोल को बजाते हैं। हेरी नृत्य के दौरान कलाकार नीचे लेट कर आकर्षक प्रदर्शन करते हैं।

घट गया आंगी का वेट:खीयाराम जाखड़ ने कहा कि कला अपनी है, सनावड़ा का हर कोई शख्स कला से जुड़ा है। पहले कलाकार 45 किलो वजन की आंगी पहना करते थे। लेकिन अब आंग का वजन घट कर महज 18 किलो ही रह गया है।उन्होंने कलाकारों को स्वयं की मजबूती के साथ कला को भी और मजबूत करने का आह्वान किया।

स्टेडियम के लिए प्रयास किए जाएंगे: गेर नृत्य मेले में कलेक्टर डा.वीणा प्रधान ने कहा कि कला एवं संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कलाकारों से किसी तरह का वादा नहीं करती हूं लेकिन गेर नृत्य के लिए सनावड़ा में स्टेडियम बने इसके लिए प्रयास जरूर करूंगी।कलाकारों की भावना का हमेशा सम्मान किया जाएगा। उनकी समस्या समाधान के लिए प्रयास किए जाएंगे।

बाड़मेर ..आज की ताजा खबर.9 मार्च, २०१२


गौड़ भाजपा विधि प्रकोष्ठ के जिला संयोजक मनोनीत

बाड़मेर भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ के जिला संयोजक एडवोकेट रमेश कुमार गौड़ व सह संयोजक एडवोकेट कौशल कुमार पंवार बालोतरा को मनोनीत किया गया है। चेतन राम सारण, गौतम बोथरा, कैलाश सिंह कोटडिय़ा, दुर्गाराम पूनिया, खुमान सिंह सोढ़ा, सवाई माहेश्वरी, सुखराम प्रजापत, मनीष शर्मा, जितेंद्र दवे, तरुण व्यास, सारंग राम मेघवाल, रमेश सोलंकी सहित राजन दवे बालोतरा को सदस्य बनाया गया।










लोक कलाकार शाकर व फकीरा खां का सम्मान आज

बाड़मेर पद्म श्री से सम्मानित शाकर खां, बिस्मिल्ला खां पुरस्कार से सम्मानित फकीरा खां का सम्मान समारोह शनिवार शाम 6 बजे महावीर टाउन हॉल में आयोजित होगा। मोहन दान देथा ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान होंगी। अध्यक्षता एसीजेएम तनसिंह चारण करेंगे। विशिष्ट अतिथि राजवर्मा फिल्म अभिनेता, एडवोकेट स्वरूपसिंह राठौड़ व एडवोकेट सुनीता चौधरी होंगी।

छत से गिरने से कैप्टन घायल

बाड़मेर53वीं आम्र्ड रेजिमेंट जसाई के कैप्टन छत से नीचे गिरने से घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर लाया गया। जहां से उन्हें रेफर कर दिया गया। सेना के हेलिकॉप्टर से घायल कैप्टन को जोधपुर स्थित मिलिट्री हॉस्पिटल भेजा गया। सूत्रों के अनुसार 53 आम्र्ड रेजिमेंट के कैप्टन हमीद अंसारी छत पर होली खेल रहे थे। इस दौरान संतुलन बिगडऩे से नीचे गिर गए। इससे वे घायल हो गए। इन्हें उपचार के लिए सेना के जवान राजकीय अस्पताल बाड़मेर लेकर आए। जहां से उन्हें जोधपुर रेफर कर दिया गया।

21 लाख की अवैध शराब बरामद

बालोतरा। अवैध शराब व तस्करी की रोकथाम को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत पचपदरा पुलिस ने मंगलवार अर्द्धरात्रि को नाकेबंदी कर एक टेंकर ट्रबो में से चंडीगढ़ निर्मित अंगेे्रजी शराब के 535 कार्टन बरामद के बरामद किए। इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर टेंकर ट्रर्बो जब्त किया। अवैध शराब का बाजार मूल्य 21 लाख रूपए बताया जा रहा है।

पचपदरा थानाधिकारी उगमराज सोनी ने बताया कि मुखबिर की सूचना के आधार पर गुरूवार रात पारस सर्किल पचपदरा पर मय पुलिस जाप्ता नाकाबंदी की गई। नाकाबंदी के दौरान शेरगढ़ की तरफ से आ रहे टैंकर ट्रबो को रूकवाया। तलाशी लेने पर इसमें चंडीगढ़ निर्मित अंग्रेजी शराब व बियर के 535 कार्टन पाए गए।

इस मामले में अवैध रूप से बिना परमिट की शराब परिवहन करने के आरोप में करनाराम पुत्र विरदाराम निवासी पारदड़ी (गुड़ामालानी) को गिरफ्तार कर टैंकर ट्रबो को जब्त किया। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ करने के दौरान बताया कि होली के पर्व को लेकर यह शराब सांचौर व गुजरात में सप्लाई करनी थी। पुलिस ने आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

दोहरे हत्याकाण्ड में एक और गिरफ्तार

बाड़मेर । दोहरे हत्याकाण्ड में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने ओमप्रकाश व भजनलाल की हत्या के मामले में गडरारोड थानाधिकारी हुकमाराम ने नरपतसिंह पुत्र चूनसिंह निवासी पाबूसरी को गिरफ्तार किया।

उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां रिमाण्ड पर भेजा गया। पुलिस ने बताया कि गोपसिंह व उसके दो अन्य साथियों द्वारा भजनलाल की हत्या करने के बाद बलदेवनगर से नरपतसिंह को साथ लिया गया। इसके बाद ओमप्रकाश को उसके घर से उठाकर उसकी हत्या कर दी गई।
गौरतलब है कि पुलिस ने इस मामले में गोपसिंह, चुन्नीलाल व जेठाराम को पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया था।

सड़क हादसों में दो की मौत पांच जने घायल

बाड़मेर । बाड़मेर जिले के बायतु व सेड़वा थाना क्षेत्र में बीते दो दिनों में अलग-अलग पांच सड़क हादसों में दो जनोे की मौत हो गई और पांच जने घायल हो गए।

सेड़वा.सेड़वा बस स्टेण्ड पर बुधवार को मोटरसाइकिल की टक्कर से एक बालक की मौत हो गई। थानाधिकारी रामसिंह पूनिया ने बताया कि सड़क पार करते विनोद कुमार (10) पुत्र सुरताराम जांगिड़ निवासी भंवार को राणाराम निवासी शोभाला दर्शान ने लापरवाही व तेज गति से मोटरसाइकिल चलाकर टक्कर मार दी जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया। घायलावस्था में बालक को सांचौर ले जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया। शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव को परिजनों को सौंप दिया।

तो बच जाती जान
सेड़वा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक होता तो बालक की जान बच जाती। सेड़वा अस्पताल में चिकित्सक नहीं होने के कारण बालक को प्राथमिक उपचार नहीं मिल पाया। अंदरूनी चोटे होने के कारण बालक तड़पता रहा व बड़े अस्पताल पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया।

खुशी बदली गम में
सुरताराम जांगिड़ का परिवार जोधपुर में रहता है बाकी भाई भंवार गांव मे रहते हैं। होली त्यौहार मनाने के लिए भंवार आए थे मगर होली के दिन ही विनोद कुमार की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई, जिससे होली की सारी खुशियां गम मे बदल गई ।

बायतु.पिछले दो दिनों में चार सड़क दुर्घटनाओं में एक जने की मौत हो गई। वहीं पांच जने घायल हो गए। घटनानुसार बुधवार सुबह करीब चार बजे माडपुरा बरवाला की सरहद में भोमियाजी के थान के पास हाइवे पर मृत पड़े ऊंट से टकराने से बाइक गिर गई जिस पर सवार एक युवक को मामूली चोटे आई वहीं युवती कुमारी उषा पुत्री रतनलाल निवासी पनजी गंभीर घायल हो गई जिससे 108 एम्बुलेंस के जरिए बायतु स्थित राजकीय चिकित्सालय लाया गया। गंभीर स्थिति को देखते हुए जोधपुर रैफर कर दिया।

तिपहिया वाहन पलटा
बुधवार रात साढ़े नौ बजे दूधवा डेर के पास हाइवे पर एक तिपहिया वाहन पलट गया। घटनानुसार दौलाराम पुत्र रूगाराम निवासी चांदेसरा नशे में धुत होकर तिपहिया वाहन चला रहा था जो अनियत्रित होकर पलट गया जिससे चालक, दौलाराम वाहन के नीचे दब गया। 108 एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल लाया गया जहां से जोधपुर रैफर किया गया। इसी तरह मूलाराम पुत्र उदाराम निवासी पनावड़ा गुरूवार सुबह तीन बजे बाइक स्लीप होने से घायल हो गया।

बोलेरो पलटी एक की मौत
गुरूवार शाम साढ़े नौ बजे एक बोलेरो केम्पर के पलटने से उसमें सवार एक जने की मौत हो गई वहीं एक जना गंभीर घायल हो गया। घटनानुसार जोधपुर की तरफ से आ रही बोलेरेा केम्पर बायतु कस्बे से निकलते ही दो किमी दूरी पर लोढा प्लास्टर इन्डस्ट्रीज के पास अचानक असंतुलित होकर पलटकर सड़क किनारे खड़े पेड़ से टकरा गई। चालक हीराराम पुत्र लक्ष्मणराम निवासी भीयाड़ की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई वहीं एक अन्य सवार देवाराम पुत्र हनुमानराम निवासी भीयाड़ गंभीर रूप से घायल हो गया।

शोक की लहर
हादसे में हीराराम के मौत का समाचार सुनकर पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। भामाशाह एवं युवा उद्यमी नवलकिशोर गोदरा के छोटे भाई की सड़क हादसे में हुई मौत से शोक व्याप्त हो गया।
थाने के बाहर हंगामा

बालोतरा। एक युवक पर जानलेवा हमले के मामले में आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग को लेकर गुरूवार दोपहर माली समाज के लोगों ने पुलिस थाने के आगे काफी देर तक हंगामा किया। समाज के प्रबुद्धजनों की समझाइश के बावजूद प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए। निष्पक्ष कार्यवाही करने को लेकर पुलिस के दिए आश्वासन पर तीन घंटे बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए। इस दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर बड़ी संख्या में पुलिस दल मौजूद रहा।

गुरूवार दोपहर जसोल फांटा पर रमेश पुत्र जगदीश निवासी जसोल को बुरी हालत में घायल अवस्था में पड़ा देख यहां बड़ी संख्या में राहगीर एकत्रित हो गए। उन्होंने इसकी सूचना 108 एंबुलेंस को दी। कुछ ही देर बाद पहुंची एंबुलेंस पर घायल को इसमें सवार कर राजकीय नाहटा चिकित्सालय पहुंचाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद घायल की गंभीर हालत को देखते हुए उसे जोधपुर रेफर किया गया। वहीं दूसरी तरफ इस घटना की मिली जानकारी पर बड़ी संख्या में माली समाज के लोग थाने के आगे एकत्रित हो गए।

उन्होंने विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की। पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए तुरंत यहां बड़ी संख्या में पुलिस जाप्ता मौजूद किया। नगरपालिका अध्यक्ष महेश बी चौहान, भजन गायक प्रकाश माली, माजीवाला सरपंच कुंपाराम पंवार, योगेश गहलोत, विक्रम पंवार, डूंगरचंद माली, दिलीप गहलोत, जीवाराम माली आदि समझाइश करते रहे, लेकिन प्रदर्शनकारी आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अडे रहे। उन्होंने कई बार रास्ता जाम करने का प्रयास भी किया। प्रदर्शनकारियों के विरोध पर मामले को शांत करने के लिए पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल ने थानाधिकारी के नेतृत्व में तत्काल दो पुलिस दलों को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए मनणावास भेजा। लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुके थे।

इसके बाद पुलिस प्रशासन द्वारा इस मामले में उचित कार्यवाही करने के दिए आश्वासन पर प्रदर्शनकारी शांत हुए। शुक्रवार को इस मामले में नामजद आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर माली समाज ने उपखंड कार्यालय में उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। वहीं इस मामले में जीवराज माली ने थाने में दर्ज रिपोर्ट कर बताया कि ओमसिंह पुत्र सांवलसिंह निवासी मनणावास सहित तीन अन्यों ने गुरूवार को मोटरसाइकिल से रमेश का अपहरण किया।

इसके बाद ये इसे नजदीक की झाडियों में ले गए। उसके साथ लोहे के सरिए से मारपीट कर गंभीर घायल किया। उसके जेब से तीन हजार रूपए व मोबाइल चुराकर वे उसे सड़क किनारे छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

ईलोजी की प्रतिमा तोड़ी लोग गुस्साए, लगाया जाम, तीन आरोपी गिरफ्तार

ईलोजी की प्रतिमा तोड़ी

बाड़मेर.शहर के ढाणी बाजार स्थित ईलोजी की प्रतिमा को होली की रात्रि असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया। धुलंडी के सुबह देखा तो ईलोजी की प्रतिमा खंडित मिली। इससे समाज के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। विभिन्न समाज व व्यापारी ईलोजी मार्केट में एकत्रित हुए। प्रतिमा तोडऩे से लोगों ने रोष जताया। इससे जाम लग गया। इधर, सूचना मिलने पर डीएम वीणा प्रधान, एसपी संतोष चालके मौके पर पहुंचे। लोगों से समझाइश की। इस मामले के तीन नामजद आरोपी पुलिस ने गिरफ्तार किया। जिन्हें न्यायालय में पेश करने पर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। होली के पर्व पर सभी लोग त्योहार की खुशी का जश्न मना रहे थे। देर रात असामाजिक तत्वों ने ईलोजी की प्रतिमा तोड़ दी। इसकी सूचना मिलते ही रोष व्याप्त हो गया। अलसुबह ही विभिन्न समाज के लोग व व्यापारी प्रतिमा स्थल पर पहुंचे। लोक देवता की प्रतिमा खंडित करने से आहत हुए लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इससे एकबारगी माहौल गरमा गया। इधर, सूचना मिलने पर कलेक्टर व एसपी मौके पर पहुंचे। लोगों से समझाइश कर प्रतिमा तोडऩे के आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। इसके बाद शुक्रवार को व्यापार मंडल व खत्री समाज की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान पुलिस के खिलाफ आक्रोशित लोगों ने नारेबाजी की। पुलिस थाना कोतवाली में बसंत खत्री निवासी बाड़मेर ने मामला दर्ज करवाया कि होली की रात को कुछ असामाजिक तत्वों ने ईलोजी की प्रतिमा तोड़ दी। इस मामले में पुलिस ने नामजद आरोपी दिनेश पुत्र चिमनसिंह, अनिल पुत्र सुखदेव सोनी व कैलाश पुत्र भागचंद निवासी बाड़मेर को गिरफ्तार किया। तीनों को शुक्रवार को न्यायालय में पेश करने पर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा दिया।

ये हैं ईलोजी: रतनसिंह बाजार में विक्रम संवत 1609 में ईलोजी की प्रतिमा स्थापित की गई थी। यहां पर होली के पर्व के शुरू होने से लेकर शीतला सप्तमी तक पूजा अर्चना का दौर जारी रहता है। होलिका के प्रेमी के रूप में ईलोजी को प्रसिद्धि मिली।

ज्ञापन सौंप कार्रवाई की मांग: सदर बाजार स्थित ईलोजी की प्रतिमा तोडऩे के विरोध में विभिन्न संगठनों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। मांगीलाल छाजेड, सेवाराम, आदूराम मेघवाल, मृदुरेखा चौधरी, घेवरचंद माली, पारस देवपाल ने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है

शुक्रवार, 9 मार्च 2012

बाड़मेर में आस्था स्थल पर असामाजिक तत्वों का हमला ,इलोजी की मूर्ति तोड़ी

बाड़मेर में आस्था स्थल पर असामाजिक तत्वों का हमला ,इलोजी की मूर्ति तोड़ी 

बाड़मेर में पहली बार हुआ ऐसा अपराध 

बाड़मेर शांत बाड़मेर की आबोहवा में पहली बार असामाजिक तत्वों ने आस्था स्थल पर हमला कर लोक देवता इलोजी की मूर्ति को तहस नहस कर दिया .पुरे मामले पर ही नहीं बल्कि इस स्थल पर ही जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने पर्दा दाल दिया ,बाड़मेर की शांत आबोहवा में ज़हर घोलने वाले तत्वों के खिलाफ कार्यवाही करने की बजाय प्रशासन के अधिकारी ऐसे तत्वों के साथ होली मना रहा हें दुर्भाग्यपूर्ण स्थति हें की बाड़मेर के हजारो साल के इतिहास में मुग़ल सम्राट तुगलक के बाद बाड़मेर शहर के मुख्य बाज़ार स्थित लोक देवता इलोजी की विशालकाय प्रतिमा को असामाजिक तत्वों ने आमूल चूल नष्ट कर दिया ,ढाई सौ साल पुरानी प्रतिमा को नष्ट करने वाले असामाजिक तत्वों ने लाखो लोगो की आस्था के केंद्र इलोजी की मूर्ति को नष्ट कर ना केवल आहात किया बल्कि बाड़मेर में पहली बार जघन्य धार्मिक अपराध करने कला दुसाहस किया ऐसे आरोपियों को तो गिरफ्तार कर पुलिस ने अपने फ़र्ज़  की आईटीआई श्री कर ली मस्गर बाड़मेर में आस्था केंद्र पर हमला कर होली पर सदभाव बिगाड़ने की पहली बड़ी साजिश रचाने वालो को बेपर्दा कर उन्हें कड़े दंड से दण्डित करना जरूरी हें अन्यथा असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद होंगे ऐसी चिनगारियो को शौला बनाने से पहले नाकाम करने की बजाय इस कार्यवाही कोपरदे के पीछे अंजाम देने वाले लोगो के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी होली खेलते नज़र आये जो दुखद विषय हें ,कहने को प्रशासन ने तोड़ी प्रतिमा को नया बनाने की घोसना की मगर बात यह हें की जिला प्रशासन द्वारा होली पर एरिया मजिस्ट्रेट नियुक्त करने पुलिस विभाग द्वारा गस्ती दल नियुक्ति के बाद ऐसी घटनाओ का होना सवालिया निशाँ खडा करता हें सुरक्षा व्यवस्था पर 

लोक गायक फकीरा खान को बिस्मिलाह खान युवा पुरस्कार से नवाजा


लोक गायक फकीरा खान को 


बिस्मिलाह खान युवा पुरस्कार से नवाजा 

बाड़मेर। अंतराष्ट्रीय लोक एवं सुफी कलाकार मांगणियार फकीरा खां को राष्ट्रीय बिस्मिलाह खां युवा पुरस्कार 2010 से नवाजा गया । फकीरा खां को यह पुरस्कार अंतराष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान की लोक कला, संस्कृति और भाषा में दिए गए योगदान के आधार पर राष्ट्रीय संगीत अकादमी दिल्ली द्वारा दिया गया । राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के संयोजक चंदनसिंह भाटी ने बताया कि बिशाला बाड़मेर निवासी मांगणियार लोक एवं सुफी कलाकार फकीरा खां जो समिति के सचिव भी है को राष्ट्रीय बिस्मिलाह खां 2010 युवा पुरस्कार के लिए चयन किया गया । राष्ट्रीय ख्याति दिलाने में दिए योगदान के लिए दिया जा रहा है, पुरस्कार स्वरूप फकीरा खां को प्रशस्ति पत्र और पच्चीस हजार रूपए का पुरस्कार प्रदान किया गया ।


फकीरा खां विगत बीस वर्षों से अधिक समय से लोक गायकी के जरिए राजस्थानी संस्कृति को अंतराष्ट्रीय ख्याति दिलाने में जुटे हुए है। फकीराखां थार क्षेत्र के सर्व श्रेष्ठ ोलक वादक भी है। जिन्होने सुफी तथा लोक गायकी को नया आयाम दिया। फकीरा खां ने 40 से अधिक देशों में कार्यक्रम कर राजस्थानी लोक संस्कृति तथा लोक गायकी को मकाम दिलाया। फकीरा खां अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर में सचिव पद पर रहते हुए राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए अहम योगदान दिया है। फकीरा खां के चयन पर समिति के संयोजक चंदनसिंह भाटी, जिला पाटवी रिड़मलसिंह दांता, उपाध्यक्ष इन्द्र प्रकाश पुरोहित, डॉ. लक्ष्मीनारायण जोशी, सांगसिंह लूणु, उर्मिला जैन, महासचिव विजय कुमार, प्रकाश जोशी, अनिल सुखाणी, दिलावर शेख, महिला परिषद की अध्यक्ष देवी चौधरी, मोटियार परिषद के पाटवी रघुवीरसिंह तामलोर, नगर अध्यक्ष रमेश सिंह ईन्दा, रहमान खान जायडु, कबुल खां, हरपालसिंह राव, भवेन्द्र जाखड़, भगवान आकोड़ा सहित सभी कार्यकर्ताओं खुशी जाहिर कर इसे बाड़मेर जिले के लिए गौरव बताया है।


जीवन परिचय


पश्चिमी राजस्थान की धोरो री धरती की कोख से ऐसी प्रतिभाएं उभर कर सामने आई हैं, जिन्होंने ‘थार की थळी’ का नाम सात समंदर पार रोशन कर लोक गायिकी को नए शिखर प्रदान किए हैं। इसी कड़ी में एक अहम नाम है-फकीरा खान। लोक गायकी में सुफियाना अन्दाज का मिश्रण कर उसे नई उंचाईयां देने वाले लोक गायक फकीरा खान ने अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर अपना एक मुकाम बनाया है। राजस्‍थान के सीमावर्ती बाड़मेर जिले के छोटे से गांव विशाला में सन 1974 को मांगणियार बसर खान के घर में फकीरा खान का जन्‍म हुआ था। उनके पिता बसर खान शादी-विवाह के अवसर पर गा-बजाकर परिवार का पालन-पोषण करते थे। बसर खान अपने पुत्र को उच्च शिक्षा दिलाकर सरकारी नौकरी में भेजना चाहते थे ताकि परिवार को मुफलिसी से छुटकारा मिले, मगर कुदरत को कुछ और मंजूर था। आठवीं कक्षा उतीर्ण करने तक फकीरा अपने पिता के सानिध्य में थोड़ी-बहुत लोक गायकी सीख गए थे। जल्दी ही फकीरा ने उस्ताद सादिक खान के सानिध्य में लोक गायकी में अपनी खास पहचान बना ली। उस्ताद सादिक खान की असामयिक मृत्यु के बाद फकीरा ने लोक गायकी के नये अवतार अनवर खान बहिया के साथ अपनी जुगलबन्दी बनाई। उसके बाद लोक गीत-संगीत की इस नायाब जोड़ी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।


उन्‍होंने लोक संगीत की कला को सात समंदर पार ख्याति दिलाई। फकीरा-अनवर की जोड़ी ने परम्परागत लोक गायकी में सुफियाना अन्दाज का ऐसा मिश्रण किया कि देश-विदेश के संगीत प्रेमी उनके फन के दीवाने हो गए। फकीरा की लाजवाब प्रतिभा को बॉलीवुड़ ने पूरा सम्मान दिया। फकीरा ने ‘मि. रोमियों’, ‘नायक’, ‘लगान’, ‘लम्हे’ आदि कई फिल्मों में अपनी आवाज का जलवा बिखेरा। फकीरा खान ने अब तक उस्ताद जाकिर हुसैन, भूपेन हजारिका, पं. विश्वमोहन भट्ट, कैलाश खैर, ए.आर. रहमान, आदि ख्यातिनाम गायकों के साथ जुगलबंदियां देकर अमिट छाप छोडी। फकीरा ने 35 साल की अल्प आयु में 40 से अधिक देशों में हजारों कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोक गीत-संगीत को नई उंचाइयां प्रदान की। फकीरा के फन का ही कमाल था कि उन्‍होंने फ्रांस के मशहूर थियेटर जिंगारो में 490 सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये |


फकीरा ने अब तक पेरिस, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया, फ्रांस, इजरायल, यू.एस.ए बेल्जियम, हांगकांग, स्पेन, पाकिस्तान सहित 40 से अधिक देशों में अपने फन का प्रदर्शन किया। मगर, फकीरा राष्‍ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस पर वर्ष 1992, 93, 94, 2001, 2003 तथा 2004 में नई दिल्‍ली के परेड ग्राउंड में दी गई अपनी प्रस्तुतियों को सबसे यादगार मानते हैं। फकीरा खान ने राष्‍ट्रीय स्तर के कई समारोहों में शिरकत कर लोक संगीत का मान-सम्मान बढ़ाया है। उन्होंने समस्त आकाशवाणी केन्द्रों, दूरदर्शन केन्द्रों और उपग्रह चैनलों पर अपनी प्रस्तुतियां दी हैं।

जैसलमेरमें बासनपीर गॉव के पास बस एवं बोलेरो गाडी में गम्भीर भीडंत, 07 की मौत


होली की ड्यूटी के बाद आज पुलिस लाईन जैसलमेर पुलिस ने खेली होली 


जैसलमेरकल दिनभर होली की ड्यूटी के बाद आज दिनांक 09.03.2012 को पुलिस लाईन परिसर में जिला पुलिस ने होली खेली जिसमें ममता बिश्नोई पुलिस अधीक्षक, गणपतलाल अति0 पुलिस अधीक्षक, वीरेन्द्रसिंह थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर , मोसिंह आर0 आई पुलिस लाईन एवं अन्य अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी पुलिस कर्मियों ने आपस में एक दूसरे को रंग लगाया तथा सभी को बधाईयॉ दी। इसके साथसाथ पुलिस अधीक्षक द्वारा भी सभी को होली की बधाई दी गई तथा सभी को मेलमिलाप बनाये रखने को कहॉ तथा सभी अधीकारियो/कर्मचारियों को होली में शांति एवं व्यवस्था बनाये रखने के लिए हार्दिक बधाई दी। 


जैसलमेर में बासनपीर गॉव के पास बस एवं बोलेरो गाडी में गम्भीर भीडंत, 07 की मौत 


जैसलमेरदिनांक 08.03.2012 को वक्त 06.20 एएम पर 108 एम्बूलेंस सेवा से सूचना मिली कि बासनपीर गांव के पास एनएच15 पर एक एक्सीडेंट हुआ है जिसमें 0203 व्यक्तियों के मरने की सूचना है, जिस पर थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर मय जाब्ता के घटनास्थल पहुंचे जहां बस नम्बर डीएल01पीसी-3344 के आगे के हिस्से में एक बोलेरों जीप नम्बर आरजे23 यूए2919 धंसी हुई क्षतिग्रस्त हालत में मिली जिसमें सवार 07 व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी थी, घटनास्थल की यथास्थिति फोटोग्राफी करवाई जाकर, बासनपीर गांव के लोगों की मदद से ट्रक व टेक्टर की सहायता से दोनो गाड़ियों को अलग किया जाकर मृत व्यक्तियों की लाशों के पास मिले मोबाईलों के जरिये वारिसान से सम्पर्क किया तो सभी व्यक्ति जिला सीकर के होना ज्ञात हुआ। उकत दूर्घटना की सुचना मिलते ही ममता बिश्नोई पुलिस अधीक्षक जैसलमेर, गणपतलाल अति0 पुलिस अधीक्षक जैसलमेर, तथा बंशीलाल वृताधिकारी वृत जैसलमेर पहुचकर हालात ज्ञात किये तथा थानाधिकारी विरेन्द्रसिंह पुलिस थाना जैसलमेर को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। लाशों को वारिसान के आने तक पुलिस ट्रक की मदद से राजकीय चिकित्सालय जैसलमेर लाया गया तथा वक्त 04.00 पीएम पर मृतकों के वारिसान उपस्थित आये जिन्होंने लाशों को देखकर गिरधारी पुत्र बजरंगलाल जांगीड़ उम्र 45 साल निवासी मोचीवाड़ा तहसील के पास सीकर, रमेशकुमार उर्फ पपू पुत्र गणपतलाल जांगीड़ उम्र 42 साल निवासी कुम्हारों का मोहल्ला सीकर, दिनेशकुमार शर्मा पुत्र डूंगरमल शर्मा उम्र 45 साल निवासी पुरानी ाणी सीकर, अशोककुमार पुत्र चौथमल दर्जी उम्र 35 साल निवासी पिंक हाउस गली वार्ड नम्बर 08 सीकर, संजयकुमार सैनी पुत्र कुशलाराम सैनी उम्र 40 साल निवासी रामलीला मैदान के पीछे सीकर, सुरेन्द्रसिंह मील पुत्र हडुमानराम जाट उम्र 30 साल निवासी पालड़ी पुलिस थाना लक्ष्मणग जिला सीकर हाल सुबोध स्कूल के पास कपिल कॉलोनी सीकर, संदीप उर्फ बिटु पुत्र नंदकिशोर शर्मा उम्र 35 साल निवासी वार्ड संख्या 08 पिंक हाउस की गली फतेहपुर रोड़ वार्ड नं0 08 सीकर होना शिनाख्त की गई तथा पुलिस थाना जैसलमेर में मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया। 


पुलिस थाना मोहनग में सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलते गिरफतार 


जैसलमेरपुलिस थाना मोहनग के हल्खा क्षैत्र में आबादी चक 5 एजीडी मोहनग में देवीसिंह हैड कानि0 पुलिस थाना मोहनग मय जाब्ता द्वारा जरिये मुखबिर ईतला पर बलवीरसिंह वगैरा को सार्वजनिक स्थान पर ताश से जुआ खेलते हुऐ पाये जाने पर गिरफतार किया गया। 


 पोकरण में होली त्यौहार के दौरान शांतिभंग करते हुए 06 गिरफतार 


जैसलमेरपुलिस थाना पोकरण के हल्खा क्षैत्र में कल दिनांक 08.03.2012 को कस्बा पोकरण में होली त्यौहार के दौरान शांति भंग करते जेठाराम पुत्र लाधुराम माली, सवाईराम पुत्र रामदयाल, कपील पुत्र मांगीलाल राठी, अशोक पुत्र श्यामलाल लखारा, सत्यवीर पुत्र उम्मेदसिंह राजपुत सर्वे निवासी पोकरण एवं महेन्द्रसिंह पुत्र आईदानसिंह राजपुत नि0 दांतल को श्रवण कुमार सउनि पुलिस थाना पोकरण मय जाब्ता द्वारा 151 सीआरपीसी में गिरफतार किया गया। 

कैलाश खैर होंगे मुख्य आकशर्ण थार महोत्सव का आयोजन सोम से


कैलाश खैर होंगे मुख्य आकशर्ण 


थार महोत्सव का आयोजन सोम से 
Tharmahotsav Barmer


बाडमेर, 9 मार्च। जिले की कला तथा संस्कृति को बावा देने वाले तीन दिवसीय थार महोत्सव का आयोजन सोमवार से किया जाएगा। महोत्सव का प्रथम दिन का मुख्य आकशर्ण कैलाश खैर होंगे जो महाबार में सायं काल को रोचक प्रस्तिुत देंगे। थार महोत्सव आयोजन के संबंध में शुक्रवार को आयोजित बैठक में जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने कार्यक्रमों की तैयारियों की समीक्षा की। 
इस अवसर पर जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने कहा कि बाडमेर जिले की कला, संस्कृति, हस्तिशल्प को जग जाहिर करने तथा पर्यटन विकास के मकसद से आयोजित किये जाने वाले थार महोत्सव में सभी की भागीदारी जरूरी है। उन्होने कहा कि थार महोत्सव के कार्यक्रमों में इस बार ख्यातिनाम कलाकारों को आमन्ति्रत किया गया है। इनमें विख्यात गायक कैलाश खैर भामिल है। 
उन्होने बताया कि तीन दिवसीय थार महोत्सव का आगाज सोमवार को प्रातः 8.30 बजे निकाली जाने वाली भव्य शोभा यात्रा के साथ होगा, जो गांधी चौक से रवाना होकर भाहर के मुख्य मार्गो से होती हुई आदशर स्टेडियम पहुंचेगी। यहां विविध आकशर्क प्रतियोगिताएं यथा थार श्री, थार सुन्दरी, पगडी बांध, मूंछ ,रस्सा कसी, मटका दौड, दादापोता दौड आदि आयोजित की जाएगी। इसके पश्चात महाबार में केमल टेटू भाौ होगा तथा सायं कालीन कार्यक्रम आयोजित किए जाएगे। इसमें कैलाश खैर कार्यक्रम प्रस्तुत करेगें। 
महोत्सव के दूसरे दिन चौहटन में वैर माता मंदिर में आकशर्क कार्यक्रम होंगे जिसमें मालानी फूड फेस्टीवल तथा डेजर्ट सिम्फनी आकशर्ण का केन्द्र होगा। महोत्सव के अन्तिम दिन के कार्यक्रमो का केन्द्र बालोतरा होगा जहां दिन में कनाना में आकशर्क गैर नृत्य आयोजित होगें तथा सायं कालीन कार्यक्रम बालोतरा के शहीद भगतसिंह स्टेडियम में आयोजित किए जाएगे। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित ने थार महोत्सव की तैयारियों की जानकारी दी। 
ये हो सकेंगे थार श्री तथा थार सुन्दरी 
थार सुन्दरी प्रतियोगिता हेतु प्रतिभागी की न्यूनतम आयु 18 वशर तथा थार श्री प्रतियोगिता हेतु प्रतिभागी की न्यूनतम आयु 21 वशर होना आवश्यक है। इसी प्रकार थार सुन्दरी एवं थार श्री प्रतियोगी राजस्थान का मूल निवासी होना आवयक है। इसके लिए प्रतिभागियों को जन्म प्रमाण पत्र/विद्यालय का प्रमाण पत्र तथा मूल निवास प्रमाण पत्र अपने आवेदन पत्र के साथ संलग्न करना होगा। प्रतियोगिता में पूर्व प्रथम विजेता सम्मिलित नहीं हो सकेंगे। उन्होने बताया कि थार सुन्दरी प्रतियोगी अविवाहित होनी चाहिए एवं कोहनी के ऊपर वाला चूडा पहने हुए नहीं हो। इसी तरह थार श्री प्रतियोगी की लम्बाई 5 फीट 6 इंच से कम नहीं होनी चाहिए। थार श्री विजेता मेले के तीनों दिवस तक थार श्री पोाक में उपस्थित रहेगा । 
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होली पर कलेक्टर ने लिया 
कानून व्यवस्था का जायजा 
बाडमेर, 9 मार्च। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बुधवार को प्रासनिक लवाजमें के साथ भाहर का भ्रमण कर होली त्यौहार के मद्दे नजर कानून व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान जिला पुलिस अधीक्षक सन्तोश चालके, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित भी साथ थे। 
जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने अंहिसा सर्किल से मुख्य स्टोन रोड का पैदल भ्रमण कर यातायात व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान उन्होने निर्धारित स्थानों पर वाहन पार्किग करवाने के निर्दो दिए ताकि यातायात व्यवस्था सुचारू रह सकें। उन्होने भीडभाड वाले स्थानों पर पर्याप्त पुलिस जाब्ता लगाने तथा विशोश सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होने असामाजिक तत्वों पर विशोश निगरानी रखने को कहा। जिला कलेक्टर ने बुधवार को ही किराडू का भ्रमण कर पर्यटकों की सुविधा हेतु लाइटिंग व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होने गुरूवार को सनावडा पहुंच गैर नृत्य का अवलोकन किया। 
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स्वयं सेवकों को उपस्थिति देने के निर्देश 
बाडमेर, 9 मार्च। शहरी गृह रक्षा प्रिशक्षण केन्द्र के स्वयं सेवकों को 12 मार्च को प्रातः 8.00 बजे तक बाडमेर तथा बालोतरा में उपस्थिति देने के निर्देश दिए गए है। 
गृह रक्षा प्रिक्षण केन्द्र के समादेश्टा ने बताया कि माध्यमिक िक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित की जा रही उच्च माध्यमिक/माध्यमिक परीक्षा में बाडमेर जिले में भाहरी गृह रक्षा प्रिक्षण केन्द्र के स्वयं सेवकों को प्रान पत्रों की सुरक्षार्थ नियोजित किया जाना है। उन्होने होम गार्ड स्वयं सेवकों (एजेन्सी डयूटी में तैनात सदस्यों को छोडकर) को सूचित किया है कि वे उक्त परीक्षा डयूटी में भाग लेने के लिए बाडमेर केन्द्र में 12 मार्च को प्रातः 8.00 बजे तक अपनी उपस्थिति देवें। इसी प्रकार बालोतरा कम्पनी के सदस्य उक्त दिनांक को प्रातः 8.00 बजे तक भाहीद भगतसिंह स्टेडियम बालोतरा में अपनी उपस्थिति प्रभारी होम गार्ड को देंवें। उन्होने बताया कि जो सदस्य मुख्यालय पर उक्त तिथि व समय पर उपस्थित नहीं होंगे उनके विरूद्ध होम गार्ड एक्ट व नियमों के अन्तर्गत अनुासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। 
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बैठक स्थगित 
बाडमेर, 9 मार्च। सीमान्त क्षेत्र विकास कार्यक्रम की जिला स्तरीय समिति की 13 मार्च को आयोजित होने वाली बैठक अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दी गई है। आगामी बैठक की तिथि पृथक से सूचित की जाएगी। 
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कटौतियों का विवरण सत्यापित करने के निर्देश 
बाडमेर, 9 मार्च। जिले के नवीन पोंन योजना के कर्मचारियों के कटौतियों का विवरण सत्यापित कर भिजवाने के निर्देश दिए गए है। 
राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग के सहायक निदेशक गुमनाराम ने बताया कि जिले के नवीन पोंन योजना के समस्त कर्मचारियों की नियुक्ति तिथि से अक्टूबर, 11 तक की कटौती का विवरण मय ब्याज उनके आहरण एवं वितरण अधिकारियों को भिजवा दिए गए है। उन्होने बताया कि नवीन पेंशन योजना के तहत आने वाले समस्त अध्यापक अपने बीईईओ कार्यालय एवं अन्य कार्मिक अपने आहरण एवं वितरण अधिकारी कार्यालय से कटौतियों का विवरण प्राप्त कर कटौतियों के संबंध में अपनी सहमति या असहमति से अपने कार्यालय को 15 मार्च तक आवश्यक रूप से अवगत करावे ताकि सही कटौतियां एनएसडीएल की साईट पर ऑन लाईन अपलोड की जा सकें, जिससे अंशदाताओं का अंशदान पर फायदा हो सके। 
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अल्पसंख्यक मामलात मंत्री 
सोमवार को कानासर आएगें 
बाडमेर, 9 मार्च। अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ राज्यमंत्री अमीन खान सोमवार रात्रि कानासर आएगें। 
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अल्पसंख्यक राज्यमंत्री खान पोकरण से सायं 7.00 बजे प्रस्थान कर रात्रि 10.00 बजे कानासर आएगें तथा ग्राम कानासर में रात्रि विश्राम करेंगे। वे मंगलवार को प्रातः 8.00 बजे कानासर से प्रस्थान कर प्रातः 10.00 बजे देताणी पहुंचेगे। 
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गौरव सेनानी समस्या 
समाधान िविर 18 को 
बाडमेर, 9 मार्च। गौरव सेनानियों की विभिन्न समस्याओं के समाधान हेतु जालीपा कैन्ट में समस्या समाधान शिविर का आयोजन 18 मार्च को प्रातः 9.00 बजे से सायं 4.00 बजे तक किया जाएगा। 
शिविर में पोंन संबंधी जानकारी के साथ विभिन्न अभिलेख कार्यालयों द्वारा पोंन संबंधी समस्याओं का निवारण किया जाएगा। इस दौरान युद्ध वीरांगनाओं का सम्मान किया जाएगा। इसी प्रकार जिला सैनिक कल्याण कार्यालय द्वारा विभिन्न कार्यो का निश्पादन किया जाएगा तथा दंत रोग, नेत्र रोग व कान, नाक और गला रोग विोशज्ञों द्वारा नि:ाुल्क जांच एवं नि:ाुल्क दवाईयों का वितरण कियो जाएगा। शिविर हेतु भोजन और परिवहन की विशोश व्यवस्था की गई है। 
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यौन उत्पीड़न के खिलाफ ईरानी महिलाएं कैमरे के सामने हुई निर्वस्त्र

ईरानी महिलाओं के एक समूह ने यौन उत्पीड़न के खिलाफ विरोध में एक नए वीडियो के लिए निर्वस्त्र हुईं हैं।

 
फिलहाल ये महिलाएं यूरोप में निर्वासन में रह रही हैं। इस वीडियो में प्रत्येक महिला कैमरे के सामने न्यूड होकर सरकार को चुनौती देने वाले सन्देश दे रही हैं।



उनके स्लोगन इस प्रकार हैं 'मैं महिलाओं और पुरुषों में समानता में विश्वास करती हूं और मेरे विचार,मेरा शरीर,मेरी पसंद।'
इन महिलाओं ने इस वीडियो को 'न्यूड फोटो रिवोलुस्नरी कैलेंडर' (नग्न फोटो क्रांतिकारी कैलेंडर) की बिक्री बढ़ने की उम्मीद में बनाया है। यह वीडियो कल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जारी किया गया है।

कैलेंडर को मिस्र के एक कार्यकर्ता को समर्पित किया गया,जिसने पिछले साल इस्लाम में यौन भेदभाव को लेकर अपने एक ब्लॉग पर एक पूर्ण लंबाई की खुद की नग्न तस्वीर पोस्ट की थी।
20 वर्षीय अलिया मागदा एल्माह्डी नाम की विश्वविद्यालय की छात्रा के इस कदम से पूरे मध्य पूर्व में आक्रोश छेड़ दिया था। अलिया के ब्लॉग पर हजारों की संख्या में लोगों ने अपमानजनक टिप्पणियां की थी,जिसमें कुछ लोगों ने उसे वेश्या कह कर संबोधित किया था।

कैलेंडर के निर्माता मरयम नमाजी का मानना है कि नग्नता उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण हथियार है।


मरयम ने इंटरनेशनल बिजनेस टाइम्स को बताया 'इस्लामवाद और धार्मिक अधिकार महिलाओं के शरीर को लेकर पागल है। वे चाहते हैं कि हम परदे में रहे,बाध्य और दबकर रहे। इस हमले(कैलेंडर) के परिपेक्ष्य में,नग्नता वर्जनाएं तोड़ती हैं और यह प्रतिरोध का एक महत्वपूर्ण रूप है।'


यह फिल्म और वीडियो ईरानी मूल की अभिनेत्री गोल्शिफ्तेह फराहनी का भी समर्थन करता है जिन्हें उनके देश से एक फ्रांसीसी समाचार पत्रिका के लिए नग्न होने के कारण निर्वासित कर दिया गया है।


हॉलीवुड अभिनेता लियोनार्डो डी कैप्रियो और रसेल क्रो के साथ काम कर चुकी इस 28 वर्षीया इस अभिनेत्री ने कहा कि ईरान सरकार ने उनसे संपर्क कर कहा था कि वे देश वापस न लौटें।

द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट को कहा गुड बॉय

द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट को कहा गुड बॉय
बेंगलूरू। भारतीय क्रिकेट टीम की दीवार कहे जाने वाले 39 वर्षीय राहुल द्रविड़ ने शुक्रवार को प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इसके साथ ही उपलब्धियां से भरे द्रविड़ के अंतरराष्ट्रीय करियर का अंत हो गया। वे अभी टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं।

बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन व पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले की मौजूदगी में बेंगलूरू के चिन्नास्वामी स्टेडिम में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में द्रविड़ ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा, मैं 15 साल के अपने क्रिकेट करियर का अंत करता हूं। मैं अपने रिटायरमेंट का ऎलान करता हूं। मेरा करियर शानदार रहा लेकिन युवाओं को मौका देने के लिए संन्यास जरूरी है। राहुल ने कहा, अब युवा खिलाड़ी इतिहास बनाएं। मैं टीम को मिस करूंगा। मैं कई बार नाकाम रहा लेकिन मैंने कोशिश नहीं छोड़ी। मैं अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहता हूं। राहुल ने कोच, फिजियो व टीम का धन्यवाद किया।


मैंने अपने को कभी दीवार नहीं माना
राहुल से जब पूछा गया कि उन्हें दीवार के नाम से पहचाना जाना कैसा लगता है। राहुल ने कहा, मैंने कभी इस बारे में या ऎसे नहीं सोचा कि मैं दीवार हूं। मैं अपना स्वाभाविक खेल खेलता रहा हूं। फिर भी ऎसे सम्मान के लिए सभी को धन्यवाद है।

टीम में कोई मतभेद नहीं
राहुल ने कहा, टीम इंडिया में कोई मतभेद नहीं है। अभी जैसी खबरें आई थीं कि टीम में मतभेद हैं। ऎसा कुछ नहीं है। टीम एक है।

मुझे बहुत गर्व है श्रीनिवासन
बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने कहा कि उन्हें राहुल पर बहुत गर्व है। उन्होंने कहा कि राहुल न केवल महान क्रिकेटर हैं बल्कि रोल मॉडल भी हैं। राहुल अब भी अच्छा खेल रहे थे। श्रीनिवासन ने कहा कि बीसीसीआई को द्रविड़ पर गर्व है। श्रीनिवासन ने कहा कि उन्होंने राहुल को लंबे सयय से खेलते देखा है। वे कभी नहीं बदले।

राहुल क्रिकेट के असली अंबेसडर: कुंबले
अनिल कुंबले ने कहा कि राहुल क्रिकेट के असली अंबेसडर हैं। राहुल के साथ हर मैच में मजा आया। उनके साथ खेलना अच्छा अनुभव रहा। कुंबले ने कहा कि राहुल में क्रिकेट को लेकर जुनून है।

मंत्री को कार से निकाल कर डाला कीचड़

राजस्थान के सीकर जिले में आक्रोशित लोगों ने उद्योग एवं आबकारी मंत्री राजेन्द्र पारीक की गाड़ी के शीशे तोड़ कर उन पर कीचड़ डाल दिया।

पुलिस के अनुसार पारीक जैसलमेर में सड़क दुर्घटना में मारे गए सात लोगों की शव यात्रा में शामिल होने आए थे। शमशान के आस पास काफी समय से कीचड़ भरा हुआ था इस वजह से लोग काफी समय से परेशान थे।

मंत्री को वहां एकत्रित भारी भीड अचानक उग्र हो गई और उन्होंने मंत्री के निजी वाहन के शीशे तोड़ कर उन्हें गाड़ी से नीचे उतारा और उन पर कीचड़ डाल दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को हटाया और मंत्री को पुलिस जीप में रवाना किया।

पेट भरने के लिए किडनी बेच रहा बंगाल का एक गांव



पश्चिम बंगाल के एक गांव में भुखमरी का आलम यह है कि पेट की भूख मिटाने के लिए लोग पेट के अंग ही बेच रहे हैं।


उत्तर दीनाजपुर इलाके के बिंदोल गांव को किडनी गांव भी कहा जाने लगा है। भुखमरी ने इस गांव में हर दूसरे घर के पुरुष को किडनी बेचकर परिवार का भरण पोषण करने के लिए मजबूर कर दिया। द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इस गांव के हालात अब और भी बदतर हो गए हैं। किडनी बेचने वाले कई पुरुष कुछ सालों के भीतर ही काल के गाल में समा गए। कई परिवारों में अब महिलाएं भी किडनी बेचने के लिए मजबूर हैं।



बिंदोल गांव रायगंज जिला मुख्यालय से मात्र 35 किलोमीटर दूर है। गांव की तरफ बढ़ते हुए दीनाजपुर की हरियाली शुष्की में बदल जाती है। खेतों में जहां-तहां मक्का तो दिखती है लेकिन धान या गेंहू का कोई नामो निशान यहां के खेतों में नहीं है। ज्यादातर ग्रामीण भी नशे देशी दारू के नशे में टुल्ल पड़े रहते हैं।



वेश्या के कोठे पर जिस तरह जिस्म के दलाल मिलते हैं उसी तरह बिंदोल में आपको किडनी के दलाल मिल जाएंगे। दलाल एक किडनी के लिए किडनी बेचने वाले से 60 हजार से एक लाख रुपए में सौदा करता है और जरूरतमंद से तीन से चार लाख रुपए की मांग करता है।

आईपीएस की मौत: विधायक मोहन शर्मा से हुआ था मधु का झगड़ा!

मथुरा. मध्यप्रदेश के मुरैना में खनन माफिया का शिकार बने आईपीएस अफसर नरेंद्र कुमार के पिता केशव देव का साफ कहना है कि उनके बेटे की हत्‍या में राजनेताओं का हाथ है और पुलिस का रुख भी असहयोगात्‍मक है। उन्‍होंने भाजपा के एक विधायक पर भी अंगुली उठाई और कहा कि मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सब पता है। उन्‍होंने आशंका जताई कि उनके द्वारा खुले आम यह सच कहने के बाद उनकी बहू को भी खतरा हो सकता है।
 
केशव का यह भी कहना है कि मौत से एक दिन पहले नरेंद्र ने उन्‍हें बताया था कि वह खनन माफिया के खिलाफ काम कर रहे हैं और उन पर ऐसा नहीं करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि मध्‍य प्रदेश के एक भाजपा विधायक ने उनकी पुत्रवधू पर गलत काम करने के लिए दबाव डाला था। इनकार करने पर उनका तबादला करवा दिया गया। 15 दिन तक तो भोपाल सचिवालय में संबद्ध रखा गया और कोई काम भी नहीं लिया गया। जब उनसे उस विधायक का नाम बताने के लिए कहा गया तो उन्‍होंने कहा कि यह सब मुख्‍यमंत्री के संज्ञान में है और नाम बताया तो उनकी बहू को खतरा हो सकता है। इन आरोपों के संबंध में चंबल रेंज के डीआईजी ने कहा कि तथ्यों की रोशनी में आरोपों की जांच की जाएगी।

मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक कुछ समय पहले आईएएस मधु की नरसिंगगढ़ के भाजपा विधायक मोहन शर्मा से कहासुनी हुई थी। उस समय मधु के पास राजगढ़ की कलेक्‍टर का चार्ज भी था। यह कहासुनी एक समीक्षा बैठक के दौरान हुई थी। इसके बाद विधायक गुस्‍से में बैठक से चले गए थे। बाद में उन्‍होंने और मधु ने इसकी शिकायत मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से की थी। इस घटना के बाद ही मधु का तबादला हुआ था। विधायक ने मधु के तबादले में अपना हाथ होने या उनसे झगड़ा होने की बात से इनकार किया है।

2009 बैच के आईपीएस अफसर नरेंद्र मुरैना के बामौर में एसडीपीओ के पद पर तैनात थे। गुरुवार को अवैध खनन की शिकायत मिलने के बाद वह कार्रवाई के लिए निकले। उन्होंने पत्थरों से लदे एक ट्रैक्टर को रुकने का इशारा किया, लेकिन ड्राइवर ने ट्रैक्टर नहीं रोका। उन्‍होंने ट्रैक्टर से लटक कर ड्राइवर तक पहुंचने की कोशिश की। इसी दौरान वह ट्रैक्‍टर से कुचले गए। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री का दावा है कि ड्राइवर ने ट्रैक्टर भगाया तो नरेंद्र उसके नीचे दब गए। इसके बाद ग्‍वालियर ले जाते हुए उनकी मौत हो गई।


लेकिन पुलिस की बात मंत्री से अलग है। चंबल रेंज के डीआईजी देव प्रकाश गुप्ता के मुताबिक ड्राइवर ने उनके ऊपर ट्रैक्‍टर चढ़ा दिया था। उनका कहना है कि जिस व्यक्ति ने आईपीएस पर ट्रैक्टर चढ़ाया वो बामौर के पास के एक गांव का किसान है। पत्रकारों को संबोधित करते हुए देव प्रकाश ने कहा कि पत्‍थर कहां से खनन करके लाया जा रहा था इसकी जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बामौर के रेलवे स्टेशन के पास से रास्ता जाता है वहां से ट्रैक्टर आ रहा था। देव प्रकाश के मुताबिक एसडीओपी नरेंद्र कुमार यह सूचना पाकर मिली चार लोगों की फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। एक बार पहले उन्होंने ट्रैक्टर को रोक लिया था लेकिन ट्रैक्टर का ड्राइवर पत्थर लेकर भागने लगा। नरेंद्र कुमार ने थाना बामौर को सूचना दी तो पुलिस ने रास्ते में रोड ब्लॉकर लगा दिए। यह देखकर ट्रैक्टर ड्राइवर ने तेज रफ्तार में यू टर्न लिया और एक कच्चे रास्ते पर ट्रैक्टर को मोड़ लिया था। एसडीओपी नरेंद्र कुमार उसका पीछा करते हुए आ रहे थे। उन्होंने ट्रैक्टर रोकने की कोशिश की तो मनोज ने उन्हीं पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया।

नरेंद्र की मौत गुरुवार को हुई थी। मथुरा के लालपुर गांव में उनका अंतिम संस्‍कार कर दिया गया है। उनकी गर्भवती पत्‍नी ने उन्‍हें मुखाग्निदी। लालपुर लाने से पहले उनका शव गुरुवार रात करीब डेढ़ बजे अलीगढ़ ले जाया गया था। अलीगढ़ में उनकी ससुराल है। मधुरानी ग्‍वालियर में तैनात आईएएस अधिकारी हैं। वह मातृत्व अवकाश पर दिल्ली में थीं। पति की मौत की खबर सुनकर वो दिल्ली से सीधे अलीगढ़ पहुंचीं थीं।
नरेंद्र के पिता ने सोची समझी साजिश बताया है लेकिन मध्य प्रदेश के गृह मंत्री उमा शंकर गुप्‍ता ने कहा कि यह गलत है। उन्‍होंने कहा कि नरेंद्र की मौत के पीछे खनन माफिया का हाथ नहीं है। उनकी मौत के मामले में ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया है।
नरेंद्र के पिता केशव देव का कहना है कि अवैध खनन को रोक रहे उनके बेटे को ईमानदारी की सजा मिली है। उनका कहना है कि स्थानीय पुलिस अगर मदद करती तो शायद ये घटना नहीं होती। उन्‍होंने कहा कि उन्‍हें घटना की जानकारी तक पुलिस विभाग की ओर से नहीं दी गई। जब वह ग्‍वालियर पहुंचे तब भी उन्‍हें कुछ बताने के बजाय सीधे बेटे का शव सौंप दिया गया। केशव देव ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
नरेंद्र ने मथुरा के अमरनाथ शिक्षण संस्थान स्कूल में पढाई की। इस स्‍कूल के शिक्षकों का भी कहना है कि नरेंद्र जितना ईमानदार और मेहनती था वैसे बच्चे कम ही होते हैं। मात्र 32 साल की उम्र में नरेंद्र की मौत से वे सब सन्‍न रह गए हैं और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछ रहे हैं कि क्‍या मध्‍य प्रदेश में माफिया राज कायम हो गया है?

नरेंद्र की मौत पर मध्य प्रदेश में राजनीति भी शुरु हो गई है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह ने कहा है कि मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार के संरक्षण में माफिया अपनी समानांतर सरकार चला रहे हैं। राज्य में जो भी उनके हितों के रास्ते में आ रहा है वो बेखौफ होकर उसे रास्ते से हटा रहे हैं। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि सरकार माफिया के सामने कितनी कमजोर हो गईहै। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर अवैध खनन में शामिल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री समेत भाजपा केई कई नेता अवैध खनन के धंधे में शामिल हैं। जबकि गृह मंत्री उमा शंकर गुप्‍ता इसे आईपीएस की मौत का राजनीतिकरण करने की विपक्षी साजिश बता रहे हैं।

बुधवार, 7 मार्च 2012

मुलायम विधायक दल का नेता चुने गए

मुलायम विधायक दल का नेता चुने गए
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) की संसदीय बोर्ड की बुधवार को यहां हुई बैठक में पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को विधायक दल का नेता चुन लिया गया लेकिन उनके नाम की औपचारिक घोषणा होली के बाद नव निर्वाचित विधायकों की बैठक में होगी।

सपा के सचिव और पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री किरणमय नंदा के अनुसार संसदीय बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से यादव को नेता चुनने का निर्णय किया गया। उन्होंने कहा, मुलायम के नाम की औपचारिक घोषणा होली के बाद विधायकों की होने वाली बैठक में की जाएगी।

निर्वाचित विधायकों की बैठक होली बाद इसलिए रखी गई है क्योंकि अधिकतर विधायक राजधानी लखनऊ नहीं पहुंच पाए हैं। बैठक संभवतया नौ मार्च की शाम को होगी और उसमें यादव को विधायक दल का नेता चुने जाने की औपचारिक घोषणा की जाएगी। संसदीय बोर्ड में शामिल अधिकतर सदस्यों के नहीं पहुंच पाने के कारण बैठक को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी रही।

पार्टी के पूर्व प्रवक्ता तथा सांसद मोहन सिंह बीमार हैं तो महासचिव और रामपुर से विधायक चुने गए आजम खां समय पर नहीं पहुंच पाए थे। संसदीय बोर्ड की बैठक हो रही है इसके बारे में कई वरिष्ठ नेताओं को भी जानकारी नहीं थी। बोर्ड सदस्यों के बीच पार्टी अध्यक्ष के नाम पर आम सहमति थी और किसी ने भी कोई दूसरा नाम इस जिम्मेवारी के लिए आगे नहीं रखा। बैठक में यादव के अलावा प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव, विधानसभा में विपक्ष
के नेता रहे शिवपाल सिंह यादव और अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया।


सपा को पूर्ण बहुमत
उत्तरप्रदेश में पहली बार पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही सपा की आंधी में हाथी उड़ गया। कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी का जादू भी नहीं चला और भाजपा की स्थिति भी दयनीय हो गई।

206 सीटों के साथ सरकार बनाने वाली मायावती को पीछे छोड़ते हुए सपा अभी तक 224 सीटें जीत चुकी है। मुलायम सिंह यादव का मुख्यमंत्री बनना तय है। कांग्रेस को महज 47 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा, वहीं भाजपा अपनी पिछले स्थिति के बनाए रखने के लिए भी संघर्ष करती रही।

उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनाव में मतदान पूर्व और बाद में आए तमाम सर्वेक्षण को दरकिनार करते हुए सपा ने घोषित परिणामों में स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है। पार्टी के वरिष्ठ और उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्षी दल के नेता शिवपाल सिंह यादव जसवंतनगर सीट से 80 हजार से अधिक मतों से जीते हैं।

विधानसभा के पिछले चुनाव में 206 सीट जीतकर सरकार बनाने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अब तक 79 सीटें जीती हैं। भाजपा ने 47 तथा कांग्रेस गठबंधन ने 38 सीटे जीती हैं। 14 सीट अन्य के खाते में गई है। बुंदेलखंड में पिछले चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाने वाली भाजपा ने चरखासी सीट जीतकर अपना खाता खोल दिया है। भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद की दावेदार बताई गई उमा भारती ने सपा के कप्तान सिंह को 25 हजार से अधिक मतों से हराया।

केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद फर्रूखाबाद सीट से निर्दलीय प्रत्याशी विजय सिंह से पराजित हो गई हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी लखनऊ कैंट सीट से 21 हजार से अधिक मतों से जीती हैं उन्होंनें भाजपा के सुरेश तिवारी को पराजित किया है। अमेठी राज घराने की कांग्रेस की अमिता सिंह अमेठी सीट से साढ़े चार हजार वोट से चुनाव हार गई हैं। पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे भाजपा उपाध्यक्ष कलराज मिश्र लखनऊ पूर्व सीट से बीस हजार मतों से जीते हैं।

उन्होंने सपा की जूही सिंह को पराजित किया। रामपुर सदर सीट से सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां चुनाव जीत गए हैं। वे आठवीं बार विधायक बने हैं। उन्होंने कांग्रेस के तनवीर अहमद को 66 हजार से अधिक मतों से हराया। रामपुरखास सीट से कांग्रेस के प्रमोद तिवारी नौंवी बार चुनाव जीतने में सफल रहे हैं जबकि भाजपा के श्यामदेव राय चौधरी वाराणसी दक्षिण सीट से सातवीं बार जीतने में सफल रहे हैं। उहोंने कांग्रेस के दयालु गुरू को हराया।


भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही पथरदेवा सीट से पराजित हो गए हैं। शाही को सपा के शाकिर अली ने 804 मतों से पराजित किया। सिद्धार्थनगर की इटवा सीट से विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष तथा सपा प्रत्याशी माता प्रसाद ने कांग्रेस के मोहम्मद मुकीम को नौ हजार से अधिक मतों से पराजित किया।

बुलंदशहर की डिबाई सीट से सपा के भगवान शर्मा ने जनक्रांति पार्टी के अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह को पराजित कर दिया है। भगवान शर्मा ने विधानसभा के पिछले चुनाव में भी सिंह को इसी सीट से पराजित किया था। पिछली बार वे बसपा के प्रत्याशी थे। विधानसभा में भाजपा विधायक दल के उपनेता हुकुम सिंह कैराना सीट से चुनाव जीत गए हैं।

मुसलमानों और मीडिया ने हरवायाः मायावती

 

लखनऊ. बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार को उत्‍तर प्रदेश की मुख्‍यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया। इस्‍तीफे के बाद वह मीडिया से रूबरू हुईं।उन्‍होंने बीते पांच साल में प्रदेश का विकास करने का दावा किया और बसपा की करारी हार के कारण गिनाए। मायावती ने जो कहा, वह शब्‍दश: यह है...
उत्तर प्रदेश के नतीजे घोषित हो चुके हैं और ये हमारी पार्टी के अनुकूल न आने के कारण आज मैंने विधान सभा भंग करने की सिफारिश करने के साथ-साथ अपने मुख्यमंत्री के पद से भी इस्तीफा महामहिम राज्यपाल को सौंप दिया है। हालांकि मेरी इस सरकार के बारे में वैसे आप लोगों को ये भी मालूम है कि मैंने सन 2007 में हर स्तर पर कितनी ज्यादा खराब हालातों में प्रदेश की सत्ता अपने हाथों में ली थी, जिन्हें सुधारने में मेरी सरकार को काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ी है जबकि इस मामले में मेरी सरकार को सहयोग देने में विरोधी पार्टियों की तरह केंद्र सरकार का भी रवैया ज्यादातर नकारात्मक रहा है। इस सबके बावजूद भी मेरी सरकार ने अपनी पार्टी की सर्वजन-हिताय व सर्वजन-सुखाय की नीति के आधार पर चलकर यहां विकास व कानून व्यवस्था के साथ-साथ सर्व समाज में गरीबों, मजदूरों, छात्रायों, कर्मचारियों आदि के हितों के लिए हर मामले में व हर स्तर पर महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक कार्य किए हैं। प्रदेश में बिजली की खराब स्थिति को सुधारने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं जिनका फायदा 2014 तक प्रदेश की जनता को मिल जाएगा।





दुख की बात यह है कि प्रदेश में अब सत्ता ऐसी पार्टी के हाथों में आ रही है जो सभी विकास कार्यों को ठंडे बस्ते में डालकर एक बार फिर प्रदेश को कई वर्ष पीछे ले जाएगी। इसके लिए हमारी पार्टी बीजेपी और कांग्रेस के गलत स्टैंड को ही जिम्मेदार मानकर चलती है। इस बारे में आप लोगों को यह भी मालूम है कि कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश में विधानसभा आम चुनाव घोषित होने के तुंरत बाद ही अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए जब मुस्लिम समाज के पिछड़े हुए लोगों को ओबीसी के कोटे में से आरक्षण देने के बात कही तब बीजेपी ने उसका काफी डटकर विरोध किया था। इतना ही नहीं बल्कि इस मुद्दे की आड़ में बीजेपी ने भी अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए प्रदेश में अग्रणी समाज के साथ-साथ ओबीसी वोटों को भी अपने ओर खींचने की कोशिश की थी जिसके बाद प्रदेश के मुस्लिम समाज को यह डर सताने लगा था कि कहीं प्रदेश में फिर बीजेपी की सत्ता न आ जाए। इसी स्थिति में कांग्रेस को कमजोर देखते हुए, आरक्षण के मुद्दे पर बीएसपी से अपर कास्ट समाज व पिछडे़ वोटों को बीजेपी में जाने के डर से मुस्लिम समाज ने सपा को वोट किया। इसी कारण से प्रदेश के मुसलिम समाज ने कांग्रेस और बसपा को अपना वोट न देकर अपना 70 फीसदी वोट इकतरफा तौर पर सपा को दे दिया। यही कारण है कि सिर्फ मुसलिम वोटों के कारण ही सपा के ओबीसी, अग्रणी समाज और अन्य समुदायों के लोगों का वोट भी जुड़ जाने के कारण सपा के प्रत्याशी चुनाव जीते। मुसलिम बाहुल्य सीटों पर सपा के मुसलमान उम्मीदवार इस बार आसानी से चुनाव जीत गए।





प्रदेश में दलितों के वर्ग को छोड़कर ज्यादातर हिंदू समाज में से खास तौर पर अपर कास्ट समाज का वोट कई पार्टियों में बंट जाने के कारण सपा के उम्मीदवारों को ही मिला। कुछ अपर कास्ट हिंदू वोट बसपा को मिले, कुछ कांग्रेस को और बाकी बीजेपी को मिला। अपर कास्ट समाज का वोट बंटने के बाद सपा के समर्थन में परिणाम आने के बाद से प्रदेश का अग्रणी हिंदू समाज दुखी महसूस कर रहा है।



लेकिन फिर भी हमारी पार्टी के लिए इस चुनाव में पहले से भी ज्यादा संतोष की बात यह रही है कि विरोधी पार्टियों के हिंदू-मुस्लिम वोटों के चक्कर में बीएसपी का अपना दलित बेस वोट बिलकुल भी नहीं बंटा है। दलित वर्ग के लोगों ने पूरे प्रदेश में अपना इकतरफा वोट बीएसपी के उम्मीदवारों को दिया है। इसी कारण हमारी पार्टी इस चुनाव में दूसरे नंबर पर बनी रही। वरना हमारी पार्टी बहुत पीछे चली जाती। मैं अपने दलित समाज के लोगों का दिल से धन्यवाद और आभार प्रकट करती हूं। इसके साथ-साथ मैं अपनी पार्टी से जुड़े मुस्लिम समाज व अन्य पिछड़ा वर्ग और अग्रणी जाति समाज के उन लोगों का भी दिल से शुक्रिया अदा करती हूं जो इस चुनाव में किसी भी लहर में गुमराह नहीं हुए और बहकावे में नहीं आए और हमारी पार्टी से जुड़े रहे। हमारी पार्टी में सर्वसमाज के 80 उम्मीदवार चुनाव जीतकर आए हैं।


इसके साथ ही यहां मैं यह भी कहना चाहती हूं कि अब हमारी पार्टी दलितों की तरह यहां प्रदेश में अन्य सभी समाज के लोगों को भी कैडर के जरिए हिंदू-मुसमिल मानसिकता से बाहर निकालने की भी पूरी-पूरी कोशिश करेगी ताकि इस बार के चुनव की तरह आगे अन्य किसी भी चुनाव में हमारी पार्टी को इस तरह का कोई भी नुकसान न पहुंच सके। अंत में मेरा यही कहना है कि अब प्रदेश की जनता बहुत जल्द ही सपा की कार्यशैली से तंग आकर, जिसकी शुरुआत कल से हो चुकी है, बीएसपी के सुशासन को जरूर याद करेगी और मुझे यह पूरा भरोसा है कि अगली बार प्रदेश की जनता फिर से बसपा को पूर्ण बहुमत से सत्ता में लाएगी।





मैं प्रदेश की पुलिस और प्रशासन से जुड़े सभी छोटे बड़े अधिकारियों का दिल से शुक्रिया अदा करती हूं, पूरी अवधि में उन्होंने मुझे सरकार चलाने में सहयोग किया और 2009 के लोकसभा चुनाव और प्रदेश में 2012 के आम चुनाव करवाने में सहयोग का भी आभार प्रकट करती हूं। भ्रष्टाचार का मेरे शासन के जाने से कोई लेना देना नहीं है। बसपा को मुसलिम वोटों के ध्रविकरण के कारण नुकसान पहुंचा। कांग्रेस और बीजेपी और मीडिया जिम्मेदार हैं। प्रदेश की जनता के साथ अब जो भी होगा उसके लिए जनता कांग्रेस और बीजेपी के साथ-साथ मीडिया को भी कोसेगी।







भाषण के बाद उत्तराखंड में सरकार बनाने के पत्रकारों के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि वहां की बीएसपी यूनिट से अभी बात नहीं की है। उनसे बात करके जो भी होगा, प्रेस नोट के जरिए आपको जानकारी दे दूंगी।


एक और सवाल के जवाब में उन्‍होंने कहा कि यदि मेरी सरकार के खिलाफ लोगों में गुस्सा होता तो मुझे 80 सीटें भी नहीं मिलती। फिर मेरा भी हाल बिहार में लालू प्रसाद की तरह होता। हर पार्टी में मतभेद होते हैं, लेकिन जब भी परीक्षा की घड़ी आती है तब सब एक हो जाते हैं। मेरी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने मेरा दिशा निर्देशन में पूरी ईमानदारी से अपना काम किया है।

मायावती के बयान का पोस्‍टमॉर्टम

मायावती की दलीलों पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के नेता शाहिद सिद्दीकीने कहा कि समाजवादी पार्टी को सकारात्मक वोट मिला है। कांग्रेस यह कोशिश करती है कि बीजेपी का डर दिखाकर मुसलमानों का वोट ले ले। हमने मुसलमानों को बीजेपी का डर दिखाकर नहीं बल्कि सकारात्मक उम्मीदें दिखाकर वोट लिया है। यदि ऐसा होता तो कांग्रेस के मुसलमान नेताओं के उम्मीदवारों का ऐसा हाल नहीं होता। मुसलमान भेड़ें नहीं है कि कोई उन्हें हांक कर ले जाए। मुसलमान अब सेक्यूलर हो गया है और सोच समझकर अपना वोट दे रहा है। कई मुसलिम पार्टियां भी चुनावों में आईं जिनका हश्र अच्छा नहीं हुआ है। सिद्दीकी ने यह भी कहा कि मायावती को आत्म मंथन करना चाहिए और अपनी गलतियों को पहचानना चाहिए। समाजवादी पार्टी को इस बार भी दलित वर्ग का 25 प्रतिशत वोट मिला है।

राजनीतिक विश्‍लेषक अभय कुमार दुबे के मुताबिक मायावती की दलील में कोई दम नहीं है। 2007 के चुनाव में उत्तर प्रदेश में अगड़ों ने मायावती को वोट किया था। यह नकारात्मक वोट था लेकिन मायावती अपने पांच साल से शासन में इस वोट को सकारात्मक वोट में नहीं बदल पाईं। मायावती हार के जो कारण बता रहीं हैं वो हास्यस्पद हैं।

नेट पर लड़की की अश्लीलता देखने टूटे लोग, जान का दुश्मन बना वीडियो

 

यूट्यूब ने हमेशा विवाद और बहस के लिए यूजर्स को एक बढ़िया प्लेटफार्म उपलब्ध कराया है। ऐसी ही एक ऑनलाइन लड़ाई में एक यूजर को उनके विरोधियों द्वारा जान से मारने की धमकी मिल रही है।

एलेजांड्रा गेटन अपने चैनल के सदस्यों के बीच 'द रिप्लाई गर्ल' के नाम से जानी जाती हैं। गेटन तंग कपड़ों में यूट्यूब पर पोस्ट किए गए अपने लोकप्रिय वीडियो में लोगों से प्रतिक्रियाएं मांगती है लेकिन ऐसा करने के दौरान वह अब एक ऑनलाइन युद्ध में उलझ गईं हैं।

कंटेंट पोस्ट करने वाले 'रिप्लाई गर्ल के प्रतिद्वंद्वी,यूट्यूब यूजर्स और कम्पनियां गेटन के अपने निजी अंगों को दिखाकर विज्ञापनदाताओं से पैसे बनाने के तरीके से गुस्से में हैं और वे अब गेटन को वेश्या आदि नामों से बुलाने लगे हैं।

गेटन इन वीडियो के हिट्स ( वीडियो को देखे जाने की संख्या) के आधार पर 100 डॉलर से लेकर 1000 डॉलर तक लेती हैं। अगर किसी वीडियो को 50000 बार देखा गया है तो गेटन इसके 1000 डॉलर लेती हैं। लेकिन इंटरनेट पर सनसनी मचा देने वाले इन वीडियोज की अब लोग निंदा करने लगे हैं और गेटन के इन वीडियो से उब गए हैं।

गुस्साए यूजरों ने गेटन को भेजे अपनी टिप्पणियों में कहा है:जाओ अपने-आप को खत्म कर लो,जा आत्महत्या कर लो,किसी पहाड़ी से कूद जाओ,मैं तुम्हार बलात्कार करूंगा,मैंने तुम्हे जान से मार दूंगा,मैं तुम्हारा अकाउंट हैक कर लूंगा आदि।

गेटन ने इन टिप्पणियों को नकारात्मक बताया है।

गेटन एक मृदु भाषी लड़की है और कनाडा में रहती हैं। उनका मानना है कि वह अपने निजी अंगों को दिखा कर क़ानूनी तरीके से पैसे बनाकर कुछ भी गलत नहीं कर रही हैं।

गेटन कहती हैं :'यह प्रकृति है,यह सेक्स अपील है।'

यू ट्यूब पर पोस्ट किए गए और डेली डॉट फिल्म द्वारा बनाए गए एक छोटे वृत्तचित्र में गेटन अपने दिन में किए जाने वाले कामों के बारे में बताया है। गेटन ने स्वीकार किया कि उन्होंने एक समय इसे एक मॉडल (वीडियो)के रूप में बनाने की कोशिश की थी।

हालांकि गेटन का परिवार उनके इन वीडियो को पसंद नहीं करता है। डेली डॉट फिल्म के मुताबिक गेटन के माता-पिता उसके काम से खासे नाराज हैं और हालात ऐसे बन गए हैं कि गेटन को कभी भी घर छोड़ना पड़ सकता है।






गेटन एक दिन में करीब पांच से 10 वीडियो बनाती हैं। इन वीडियोज को विज्ञापनदाता 'देखें और भुगतान करें' की तर्ज पर लगा देते हैं।
विज्ञापनदाताओं को पता है कि गेटन की छाती के नजदीक से लिए गए शॉट्स उनकी छोटी फिल्मों के लिए एक बड़े दर्शक वर्ग को आकर्षित करेगी और और इन्हें कई हजार लोग देखेंगे।

हालांकि फिल्म में उनका भारी उच्चारण उनकी कही बातों को समझने में दिक्कत पैदा करता है। देखने वाले कई दर्शक या तो इस बारे में ध्यान नहीं देते हैं या फिर गेटन के बारे में घृणित टिप्पणी पोस्ट करते हैं।
कंपनियों की शिकायत भी यहीं से शुरू होती है। कंपनियों का कहना है कि जब उनके चैनल पर आने वाले आगंतुक उनके चैनल पर न आकर का 'द रिप्लाई गर्ल' के थंबनेल पर क्लिक कर देते हैं।
इन कंपनियों का कहना है कि अगर लोग गेटन के पोस्ट किए गए वीडियो को नापसंद भी करते हैं तब भी संबंधित वीडियो एल्गोरिथ्म इस तरह के वीडियोज को पेज पर सबसे ऊपर रखता है।

विवाद को देखते हुए यूट्यूब अब मामले को देख रहा है और पता लगा रहा है कि यह दूसरे चैनलों को कैसे प्रभावित करता है।

लेकिन गेटन इन विवादों के बाद भी आशावादी बनी हुई हैं। उनका कहना है कि नफरत के बावजूद एक छोटा समूह उनका समर्थन करता है।
उनका कहना है: "अगर यूट्यूब साझेदारी या मुद्रीकरण कार्यक्रम मौजूद नहीं होता तब भी मैं निजी ब्लॉग के जरिए ऐसा करते रहती क्योंकि वे मेरी सराहना करते हैं। "

वसुंधरा राजे सिंधिया का जन्म....तस्वीरों में देखें












वसुंधरा राजे सिंधिया का जन्म 8 मार्च, 1953 ई. को मुंबई में हुआ था। वसुंधरा राजे ग्वालियर के शासक जीवाजी राव सिंधिया और उन की पत्नी राजमाता विजया राजे सिंधिया की चौथी संतान हैं। वसुंधरा राजे ने प्रेजेंटेशन कॉन्वेंट स्कूल, से प्रारम्भिक शिक्षा पूरी करने के बाद सोफिया महाविद्यालय, मुंबई यूनिवर्सिटी से इकॉनॉमिक्स और साइंस आनर्स से स्नातक की शिक्षा प्राप्त की है। वसुंधरा राजे की शादी धौलपुर राजघराने के महाराजा हेमंतसिंह के साथ हुई थी। वसुंधरा राजे तब से ही राजस्थानसे जुड़ गईं थी।

वसुंधरा राजे अध्ययन, संगीत, घुड़सवारी, फ़ोटोग्राफ़ी और बागबानी की शौक़ीन हैं। विभिन्न प्रकार की महँगी साड़ियाँ पहनना और उच्च रहन-सहन वसुंधरा राजे का शौक़ है। यह रूतबा देख कर राजस्थान की जनता ही नहीं, पक्षविपक्ष के नेता विधानसभा तक में उन्हें महारानी ही कहते थे
राजनीतिक सफ़र

वसुंधरा राजे को सन् 1984 में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया था। वसुंधरा राजे की कार्यक्षमता, विनम्रता और पार्टी के प्रति वफ़ादारी के चलते 1998-1999 मेंअटलबिहारी वाजपेयी मंत्रीमंडल में वसुंधरा को विदेश राज्य मंत्री बनाया गया। वसुंधरा राजे कोअक्टूबर, 1999 में फिर केंद्रीय मंत्रीमंडल में राज्यमंत्री के तौर पर स्माल इंडस्ट्रीज, कार्मिक एंड ट्रेनिंग, पेंशन व पेंशनर्स कल्याण, न्यूक्लियर एनर्जी विभाग एवं स्पेस विभाग का स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया।

वसुंधरा ने देश की राजनीति में अपनी क़ाबलियत से एक पहचान कायम कर ली। इसी बीच राजस्थान में भैरों सिंह शेखावत के उपराष्ट्रपति बनने से प्रदेश में किसी दमदार नेता का अभाव खटकने लगा। वसुंधरा के पुराने बैकग्राउंड को देखते हुए केंद्रीय पार्टी ने उन को राज्य इकाई का अध्यक्ष बना कर भेज दिया।

वसुंधरा राजे ने चुनावों के मद्देनज़र प्रदेश भर में परिवर्तन यात्रा निकाली। वसुंधरा राजे इस यात्रा के ज़रिये वे आम जनता से मिलती थीं। ख़ासतौर से वसुंधरा राजे महिलाओं को लुभाने के लिये जिस इलाके में जातीं उसी इलाके की वेशभूषा पहन कर जाती थीं। नतीजा यह हुआ कि विधानसभा चुनावों में वसुंधरा राजे भारी बहुमत के बल पर पार्टी को सत्ता में ले आईं। 1 दिसंबर, 2003 में राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं।

वसुंधरा राजे ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिये 2007-2008 के बजट में शिक्षा, रोज़गार, बालविवाह प्रथा पर रोक जैसे पाँच सूत्री कार्यक्रम बनाए थे
इस्‍तीफ़ा

देश जब 62 वॉ स्‍वाधीनता पर्व मना रहा था उस दौरान हमारे देश में लोकतंत्र की ऊँचाई एक बार फिर दिखी। ये प्रजातंत्र का ही करिश्‍मा है कि राजस्‍थान में सर्वोच्‍च पद पर आसीन रही वसुन्‍धरा राजे को आख़िरकार नेता प्रतिपक्ष से इस्‍तीफ़ा देने के लिये तैयार होना पड़ा।

लेकिन इस्तीफ़ा देने वाली ये वसुंधरा पाँच साल पहले वाली केंद्र से थोपी गयीं वसुंधरा नहीं थीं। अब वसुंधरा राजे के साथ विधायकों का बहुमत था और आलाकमान की तमाम कोशिशों के बावज़ूद विधायक उनके साथ बने रहे। यानी ये कहा जा सकता है कि वसुंधरा अब एक कद्दावर नेता बन चुकी थीं और पार्टी के लिये उनसे पार पाना इतना आसान नहीं था। वसुंधरा चाहतीं तो पार्टी से बगावत करके अलग दल बनाने का हसीन ख्वाब देख सकती थीं[
स्वशाक्तीकरण के प्रयास

2007 में यूएनओ द्वारा वसुंधरा को महिला के लिये स्वशाक्तीकरण के प्रयासों के लिये 'विमन टूगेदर अवार्ड' दिया गया। कुछ भी हो, वसुंधरा राजे ने हमेशा अपनी क़ाबिलियत का लोहा मनवाया और आगे बढ़ते हुए राजनीतिक विजय के झंडे गाड़े।

वसंुधरा नहीं मनाएंगी होली और जन्म दिन

वसंुधरा नहीं मनाएंगी होली और जन्म दिन

जयपुर। प्रतिपक्ष की नेता श्रीमती वसुंधरा राजे इस बार आठ मार्च को अपना जन्मदिन और होली का त्योहार नहीं मनाएंगी। राजे का कहना है कि राजस्थान के हालात मन को पीड़ा देने वाले हैं। भंवरी अपहरण कांड और गोपालगढ़ जैसे हादसे संवेदनहीनता की पराकाषा है। अन्नदाता किसान पाले और शीतलहर से बर्बाद हुई फसलों पर आंसू बहा रहे हैं। जिससे वे बहुत दुखी हैं।