शुक्रवार, 9 मार्च 2012

बाड़मेर में आस्था स्थल पर असामाजिक तत्वों का हमला ,इलोजी की मूर्ति तोड़ी

बाड़मेर में आस्था स्थल पर असामाजिक तत्वों का हमला ,इलोजी की मूर्ति तोड़ी 

बाड़मेर में पहली बार हुआ ऐसा अपराध 

बाड़मेर शांत बाड़मेर की आबोहवा में पहली बार असामाजिक तत्वों ने आस्था स्थल पर हमला कर लोक देवता इलोजी की मूर्ति को तहस नहस कर दिया .पुरे मामले पर ही नहीं बल्कि इस स्थल पर ही जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने पर्दा दाल दिया ,बाड़मेर की शांत आबोहवा में ज़हर घोलने वाले तत्वों के खिलाफ कार्यवाही करने की बजाय प्रशासन के अधिकारी ऐसे तत्वों के साथ होली मना रहा हें दुर्भाग्यपूर्ण स्थति हें की बाड़मेर के हजारो साल के इतिहास में मुग़ल सम्राट तुगलक के बाद बाड़मेर शहर के मुख्य बाज़ार स्थित लोक देवता इलोजी की विशालकाय प्रतिमा को असामाजिक तत्वों ने आमूल चूल नष्ट कर दिया ,ढाई सौ साल पुरानी प्रतिमा को नष्ट करने वाले असामाजिक तत्वों ने लाखो लोगो की आस्था के केंद्र इलोजी की मूर्ति को नष्ट कर ना केवल आहात किया बल्कि बाड़मेर में पहली बार जघन्य धार्मिक अपराध करने कला दुसाहस किया ऐसे आरोपियों को तो गिरफ्तार कर पुलिस ने अपने फ़र्ज़  की आईटीआई श्री कर ली मस्गर बाड़मेर में आस्था केंद्र पर हमला कर होली पर सदभाव बिगाड़ने की पहली बड़ी साजिश रचाने वालो को बेपर्दा कर उन्हें कड़े दंड से दण्डित करना जरूरी हें अन्यथा असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद होंगे ऐसी चिनगारियो को शौला बनाने से पहले नाकाम करने की बजाय इस कार्यवाही कोपरदे के पीछे अंजाम देने वाले लोगो के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी होली खेलते नज़र आये जो दुखद विषय हें ,कहने को प्रशासन ने तोड़ी प्रतिमा को नया बनाने की घोसना की मगर बात यह हें की जिला प्रशासन द्वारा होली पर एरिया मजिस्ट्रेट नियुक्त करने पुलिस विभाग द्वारा गस्ती दल नियुक्ति के बाद ऐसी घटनाओ का होना सवालिया निशाँ खडा करता हें सुरक्षा व्यवस्था पर 

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