शनिवार, 10 मार्च 2012

भंवर म्हाने पूजण द्यो गणगौर...

भंवर म्हाने पूजण द्यो गणगौर...

जैसलमेर। आठ कपट री इण्डोणी, भंवर म्हाने पूजण मां म्हने खेलण दो गणगौर व संदेश ड़े रा फूल तोड़्या जैसे गणगौर के भक्ति गीत गाती महिलाएं इन दिनाें स्वर्णनगरी की गलियाें व मोहल्लाें में भ्रमण करते देखी जा सकती है।

सदा सुहागिन बनने व परिवार की खुशहाली की कामना लिए महिलाएं 16 दिवसीय गणगौर व्रत का निर्वाह कर रही है। भोर होते ही महिलाएं सिर पर मंगल कलश लिए पैदल ही मंगल गीत गाती विभिन्न मंदिराें में पहुंचती है। इसके बाद शुरू होता है फल चुनने, पीपल पूजन करने व सूर्यदेव के अघ्र्य देने का दौर। कुंवारी कन्याएं भी सुयोग्य वर की कामना से गणगौर पूजन के दौरान काफी उत्साहित दिखाई दे रही है।

गणगौर पूजन करने पहुंची युवतियाें ने बताया कि महिलाएं वर्ष भर इस पावन पर्व का बेसब्री से इंतजार करती है। कृपा दृष्टि प्राप्त करने के लिए ही मन्नतें मांगती है। कुंवारी कन्याएं भी गणगौर माता से सुन्दर, सुदर्शन व बहुगुणी व्यक्तित्व के धनी युवक के वर के रूप में कामना करती है। इसी कामना से वे शाम को घुड़ला भी निकालती है।

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