शुक्रवार, 9 मार्च 2012

द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट को कहा गुड बॉय

द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट को कहा गुड बॉय
बेंगलूरू। भारतीय क्रिकेट टीम की दीवार कहे जाने वाले 39 वर्षीय राहुल द्रविड़ ने शुक्रवार को प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इसके साथ ही उपलब्धियां से भरे द्रविड़ के अंतरराष्ट्रीय करियर का अंत हो गया। वे अभी टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं।

बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन व पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले की मौजूदगी में बेंगलूरू के चिन्नास्वामी स्टेडिम में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में द्रविड़ ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा, मैं 15 साल के अपने क्रिकेट करियर का अंत करता हूं। मैं अपने रिटायरमेंट का ऎलान करता हूं। मेरा करियर शानदार रहा लेकिन युवाओं को मौका देने के लिए संन्यास जरूरी है। राहुल ने कहा, अब युवा खिलाड़ी इतिहास बनाएं। मैं टीम को मिस करूंगा। मैं कई बार नाकाम रहा लेकिन मैंने कोशिश नहीं छोड़ी। मैं अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहता हूं। राहुल ने कोच, फिजियो व टीम का धन्यवाद किया।


मैंने अपने को कभी दीवार नहीं माना
राहुल से जब पूछा गया कि उन्हें दीवार के नाम से पहचाना जाना कैसा लगता है। राहुल ने कहा, मैंने कभी इस बारे में या ऎसे नहीं सोचा कि मैं दीवार हूं। मैं अपना स्वाभाविक खेल खेलता रहा हूं। फिर भी ऎसे सम्मान के लिए सभी को धन्यवाद है।

टीम में कोई मतभेद नहीं
राहुल ने कहा, टीम इंडिया में कोई मतभेद नहीं है। अभी जैसी खबरें आई थीं कि टीम में मतभेद हैं। ऎसा कुछ नहीं है। टीम एक है।

मुझे बहुत गर्व है श्रीनिवासन
बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने कहा कि उन्हें राहुल पर बहुत गर्व है। उन्होंने कहा कि राहुल न केवल महान क्रिकेटर हैं बल्कि रोल मॉडल भी हैं। राहुल अब भी अच्छा खेल रहे थे। श्रीनिवासन ने कहा कि बीसीसीआई को द्रविड़ पर गर्व है। श्रीनिवासन ने कहा कि उन्होंने राहुल को लंबे सयय से खेलते देखा है। वे कभी नहीं बदले।

राहुल क्रिकेट के असली अंबेसडर: कुंबले
अनिल कुंबले ने कहा कि राहुल क्रिकेट के असली अंबेसडर हैं। राहुल के साथ हर मैच में मजा आया। उनके साथ खेलना अच्छा अनुभव रहा। कुंबले ने कहा कि राहुल में क्रिकेट को लेकर जुनून है।

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