मंगलवार, 6 मार्च 2012

आनंद, प्रेम व उल्लास का पर्व है होली


 
चैत्र माह कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को धुरेड़ी का त्योहार मनाया जाता है। होली का त्योहार देश के कई क्षेत्रों में पांच दिनों तक मनाया जाता है। इसी क्रम में चैत्र माह की कृष्ण पक्ष की पंचमी को रंगपंचमी का त्यौहार भी मनाया जाता है। जहां फाल्गुन पूर्णिमा को होली का धार्मिक महत्व अधिक दिखाई देता है, वहीं धुरेड़ी और रंगपंचमी के दिन सामाजिक और व्यावहारिक रूप से अधिक महत्व रखते हैं।

धुरेड़ी पर मुख्यत: अबीर गुलाल का उपयोग अधिक होता हैं, वही रंगपंचमी का दिन गीली होली के नाम से भी प्रसिद्ध है। इस दिन सारे लोग पुराने कपड़े पहनते हैं और गीला रंग और रंगीन पानी पिचकारियों में भरकर एक-दूसरे पर उड़ाते हैं। अनेक लोग समूह बनाकर ढोल, मंजिरे, तालियों, नृत्य करते हुए एक दूसरे से मिलते हैं। देश के अलग-अलग क्षेत्रों में यह पर्व अलग-अलग लोक पंरपराओं के साथ मनाया जाता है। किंतु भाव एक ही होते हैं - आनंद, प्रेम, उल्लास और उमंग।

इस प्रकार रंगों के यह त्यौहार न केवल पारिवारिक, सामाजिक बंधनों को मजबूत करते हैं बल्कि जातिवाद, सांप्रदायिकता की घृणित मानसिकता से दूर कर अनेकता में एकता की भारतीय संस्कृति और धर्म की नई परिभाषा भी गढ़ते हैं।

सोमवार, 5 मार्च 2012

थार महोत्सव ...तीस साल बाद भी पहचान नहीं मिली ...

थार महोत्सव ...तीस साल बाद भी पहचान नहीं मिली ...

प्रशासनिक लापरवाही बनी बाधा 

बाड़मेर पश्चिमी राजस्थान की लोक कला ,संस्कृति ,परम्परा लोक गीत संगीत लोक जीवन ,थार की जीवन शैली ,इतिहास से दुनिया को रूबरू करने के उद्देश्य से तीस साल पहले जिला प्रशासन ने थार महोत्सव नामक लोक मेले की शुरुआत इस उद्देश्य से की थी की विदेशी पर्यटक थार की संस्कृति से जुड़े ,मगर अफ़सोस तीस साल बाद भी बाड़मेर का थार महोत्सव विदेशो की बात छोड़े आसपास के जिलो में भी अपनी पहचान नहीं बना पाया ,थार महोत्सव से देशी विदेशी पर्यटकों को जोड़ने की बजाय स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों के मनोरंजन का साधन बन गया सबसे बड़ी बात की थार महोत्सव की कलेंडर तारीख आज भी तय नहीं हें जो नया कलेक्टर आया अपनी मर्जी व् सुविधा के अनुसार तारीखे तय करते हें ,थार महोत्सव के आयोजन की कमेटी में आज भी नब्बे फ़ीसदी लोग बाहरी प्रान्तों के हे जो थार की लोक कला और संस्कृति के बारे में कुछ नहीं जानते इन सदस्यों की सलाह पर थर महोत्सब्व में थार की लोक कला संस्कृति लोक गीत संगीत को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों को स्थान देने की बजाय उलुल जुलूल कार्यक्रमों को इसमे शामिल कर महोत्सव के उद्देश्य को ही ख़तम कर दिया प्रशासनिक अधिकारी अपना अपना टाइम पास करने के उद्देश्य से कभी राजा हसन तो कभी कैलाश खेर को मोटी रकम देकर कार्यक्रम आयोजित करने के लिए बुलाते हे जिनका थार की संस्कृति से कोई लेना देना नहीं बाड़मेर जैसलमेर लोक गीत संगीत का खजाना हें यंहा लोक गायकी और संगीत से जुड़े नायब हीरे जड़े हें जिन्होंने राजस्थान की लोक कला और संस्कृति को सातवे आसमान तक और सात समुन्दर पार तक पंहुचाया यंहा के लोक कलाकारों को अपने ही महोतासवो में मौका नहीं मिलता उन्हें हमेशा ऐसे  कार्यक्रमों में नज़र अंदाज़ किया जाता रहा हें ,थार महोत्सव का आयोजन का जिम्मा उन लोगो के पास हें जिनका थार से कोई जुड़ाव नहीं एक तरफ जैसलमेर का मरू महोत्सव हें जिसने कम समय में पुरे विश्व में अपनी अलग पहचान बनाई जिसका मूल कारण स्थानीय लोक कलाकार हें जिन्होंने अपने कला से मरू महोत्सव को नई ऊँचाइया प्रदान की वन्ही दूसरी तरफ थार महोत्सव हे जो तीस साल में अपनी कोई पहचान नहीं बना पाया जिसके जिम्मेदार प्रशासन की नासमझी हें .आखिर थार महोत्सव का  आयोजन क्यों और किसके  लिए किया जा रहा हें यह समझ से परे हें  

दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला? वर्षों बाद चेहरे से हटा नकाब

बला की खूबसूरत यह कोई आम महिला नहीं बल्कि एक रानी है। फातिमा कुलसुम जौहर,विश्व के सबसे समृद्ध देशों में से एक सउदी अरब राजघराने की रानी हैं।


पारवारिक रीति-रिवाजों के कारण फातिमा का चेहरा आजतक शायद ही किसी बाहरी व्यक्ति ने देखा हो,लेकिन पिछले महीने ही उनकी कुछ तस्वीरें जारी की गई है।

थार महोत्सव का आयोजन 12 से कैलाश खैर कार्यक्रम प्रस्तुत करेगें।


थार महोत्सव का आयोजन 12 से 

कैलाश खैर कार्यक्रम प्रस्तुत करेगें। 


बाडमेर, 5 मार्च। जिले की कला तथा संस्कृति को बावा देने वाले तीन दिवसीय थार महोत्सव का आयोजन होली के पचात शीतला सप्तमी के मौके पर 12,13 तथा 14 मार्च को होगा। थार महोत्सव आयोजन के संबंध में आयोजित बैठक में जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने महोत्सव में रोचक एवं मनोरंजक कार्यक्रम शामिल करने के निर्देश दिए है ताकि अधिकाधिक लोग कार्यक्रमों में शामिल हो सकें। 
इस अवसर पर जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने कहा कि बाडमेर जिले की कला, संस्कृति, हस्तिशल्प को जग जाहिर करने तथा पर्यटन विकास के मकसद से आयोजित किये जाने वाले थार महोत्सव में सभी की भागीदारी जरूरी है। उन्होने कहा कि थार महोत्सव के कार्यक्रमों में इस बार ख्यातिनाम कलाकारों को आमन्ति्रत किया गया है। इनमें विख्यात गायक कैला खैर भामिल है। उन्होने महोत्सव के व्यापक प्रचार प्रसार के निर्दो दिए। उन्होने कहा कि कार्यक्रमों को रोचक एवं मनोरंजक रूप प्रदान किया जाए तथा अधिकाधिक दोी विदोी पर्यटकों को महोत्सव में आमन्ति्रत करने के पुरजोर प्रयास किए जाए। 

उन्होने बताया कि तीन दिवसीय थार महोत्सव का आगाज 12 मार्च को प्रातः 8.30 बजे निकाली जाने वाली भव्य शोभा यात्रा के साथ होगा। जिला कलेक्टर ने बताया कि महोत्सव का आगाज भाोभायात्रा से होगा, जो गांधी चौक से रवाना होकर भाहर के मुख्य मार्गो से होती हुई आदशर स्टेडियम पहुंचेगी। जहां विविध आकशर्क प्रतियोगिताएं यथा थार श्री, थार सुन्दरी, पगडी बांध, मूंछ ,रस्सा कसी, मटका दौड, दादापोता दौड आदि आयोजित की जाएगी। इसके पचात महाबार में केमल टेटू भाौ होगा तथा सायं कालीन कार्यक्रम आयोजित किए जाएगे। इसमें कैलाश खैर कार्यक्रम प्रस्तुत करेगें। महोत्सव के दूसरे दिन चौहटन में आकशर्क कार्यक्रम होंगे जिसमें मालानी फूड फेस्टीवल तथा डेजर्ट सिम्फनी आकशर्ण का केन्द्र होगा। महोत्सव के अन्तिम दिन के कार्यक्रमो का केन्द्र बालोतरा होगा जहां दिन में कनाना में आकशर्क गैर नृत्य आयोजित होगें तथा सायं कालीन कार्यक्रम बालोतरा के भाहीद भगतसिंह स्टेडियम में आयोजित किए जाएगे। 
उन्होने सभी कार्यक्रमों के लिए आयोजन समितियों का गठन करने के भी निर्दो दिए है तथा समितियों को सौपे गयें कार्यक्रमों की व्यापक तैयारी के निर्दो दिए तथा मौके पर जाकर निरीक्षण करने तथा सभी कार्यक्रम भव्य रूप से आयोजित कराने को कहा। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित ने थार महोत्सव की तैयारियों की जानकारी दी। इससे पूर्व जिला कलेक्टर ने थार महोत्सव के पोस्टर का विमोचन किया। 

देह व्यापार रोकने के लिए सामूहिक विवाह

अहमदाबाद वाडिया बनासकांठा जिले के थारड ब्लाक का एक छोटा सा गांव है जहां गैर अधिसूचित जनजाति में आने वाले सरानिया समुदाय के लोग रहते हैं | इस गांव की महिलाएं पीढ़ियों से परिवार की आजीविका के लिए देह व्यापार करती रही हैं | अक्सर इस गांव को ‘देह व्यापार करने वाली महिलाओं का गांव’ भी कहा जाता है |

इस समुदाय की महिलाएं विभिन्न कारणों जैसे सामाजिक दबाव, गरीबी के चलते या फ़िर जबरदस्ती देह व्यापार करती हैं | परिवार के पुरूष अक्सर महिलाओं की आमदनी पर गुजारा करते हैं और उनके लिए ग्राहक भी लाते हैं. पटेल ने कहा, सामूहिक विवाह से इस समुदाय की महिलाओं के लिए सामाजिक क्रांति आ सकती है, साथ ही पीढ़ियों से चली आ रही एक नकारात्मक परंपरा का अंत भी हो जाएगा |

यहां की महिलाओं के जीवन में सामाजिक क्रांति लाने के उद्देश्य से इस गाँव में सरानिया समुदाय की लड़कियों का सामूहिक विवाह कराया जाएगा | इस योजना और देहव्यापार को बंद करने की पहल के पीछे गैर सरकारी संगठन ‘विचारत समुदाय समर्थन मंच’ वीएसएसएम का हाथ है | जिसने पिछले पांच सालो से अथक प्रयास किया है | सामूहिक विवाह 11 मार्च को होगा |

वीएसएसएम की समन्वयक मित्तल पटेल ने प्रेस ट्रस्ट को बताया, विवाह का मतलब है कि युवतियों को देह व्यापार के परंपरागत धंधे से बचाया जाएगा | यहां चलन है कि एक बार अगर लड़की की सगाई हो जाए या विवाह हो जाए तो उसे देह व्यापार के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता |

देह व्यापर को रोकने की कोशिश के चलते पटेल ने कहा, सामूहिक विवाह के लिए भेजे गए शुरूआती आमंत्रणों में हमने लिखा है कि सात युवतियों का विवाह किया जाएगा जबकि आठ अन्य लड़कियों का भी विवाह किया जाएगा | आज तक तो यह तय है कि आठ लड़कियों का विवाह होगा और उसी दिन 24 लड़कियां सगाई के लिए तैयार हो गई हैं |

वीएसएसएम के सदस्यों ने सरानिया समुदाय के युवकों को भी समझाया है कि वे विश्वास जगा कर युवतियों से विवाह करें | समझा जाता है कि गांव में करीब 100 महिलाएं देह व्यापार में लिप्त हैं |

पटेल ने कहा, हमने देह व्यापार में लिप्त महिलाओं को यह नहीं कहा है कि वह गलत कर रही हैं | वह बहुत मुश्किल से दो वक्त की रोटी जुटा पाती हैं | हमने तो उन्हें आजीविका के अन्य विकल्प बताए हैं | वर्ष 2006 में हमने गांव में काम शुरू किया और तब से हालात में सुधार हुआ है | सरकार ने भी सरानिया समुदाय की महिलाओं के लिए पुनर्वास कार्यक्रमों का वादा किया है |

मरुस्थल में गूंजने लगी चंग की थाप

 
मरुस्थल में गूंजने लगी चंग की थाप

बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर जिले में मदनोत्सव एवं रंगोत्सव की मस्ती छाई हुई है। आधुनिकता की दौड के बावजूद थार मरुस्थल में लोक कला और संस्कृति से जुड़ी परम्पराओं का निर्वहन किया जा रहा है। ग्रामीण अंचलों में होली की धूम मची हैं। ग्रामीण अंचलों में रंगोत्सव की मदमस्ती बरकरार है। गांव की चौपालों पर सूरज ढलते ही ग्रामीण चंग की थाप पर फाग गाते नजर आते है वहीं फागुनी गीत गाती महिलाओं के दल फागोत्सव के प्रति दीवनगी का एहसास कराती है।

सीमावर्ती बाड़मेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी लोक परम्पराओं का निर्वहन हो रहा है। रंग और मद के इस त्यौहार के प्रति ग्रामीण अंचलों में दीवानगी बरकरार है। ग्रामीण चौपालों पर ग्रामीणों के दल सामूहिक रुप से चंग की थाप पर फाग गीत गाते नजर आते हैं। जिले में लगातार पड़ रहे अकाल का प्रभाव भी इस उत्सव पर नजर नहीं आ रहा है। होली के धमाल के लिए प्रसिद्ध नावड़ा गांव के बुजुर्ग रुपाराम ने बताया कि अकाल के कारण गांव के युवा रोजगार के लिए गुजरात गये हुये है। अकाल के कारण हमारे गांव में होली का रंग फीका नहीं पड़ता। रोजगार के लिए बाहर गये युवा होली से तीन चार दिन पूर्व पर्व मनाने यहां पहुंच जाते है। हमारे गांव की यहीं परम्परा है जो हम अपने बुजुर्गो के समय से देखते आ रहे और इसकी पालना करते आ रहे है।

होली से एक पखवाड़ा पूर्व गांव में होली का आलम शुरु हो जाता है। चौपाल पर शाम होते होते गांव के बुजुर्ग, जवान और बच्चे एकत्रित हो जाते है, चंग बजाने वालों की थाप पर ग्रामीण सामूहिक रुप से फाग गाते हैं वहीं गांव की महिलायें रात्रि में एक जगह एकत्रित होकर बारी-बारी से घरों के आगे फाग गाती है, जो महिलायें इस दल में नहीं आती उस महिला के घर के आगे जाकर महिला दल अश्लील फाग गाती है जिसे सुनकर अंदर बैठी महिला शरमा कर इसमे शामिल हो जाती है। महिलाओं द्वारा दो दल बनाकर लूर फाग गाया जाता है। लूर में महिलाओं के दोनों दल गीतों के माध्यम से आपस में सवाल जवाब करते है। लूर थार की प्राचीन परंपरा हैं। लुप्त हो रही लूर परम्परा अब सनावड़ा तथा सिवाना क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों तक ही सिमट कर रह गई है।
फाग गीतों के साथ साथ डांडिया गेर नृत्य का भी आयोजन होता है। भारी भरकम घुंघुरु पांव में बांध कर हाथों में आठ दस मीटर लंबे डांडियल करोल की थाप और थाली की टंकार पर जब गेरियें नृत्य करते है तो लोक संगीत की छटा माटी की सौंधी में घुल जाती है। सनावड़ा में होली के दूसरे दिन बड़े स्तर पर गेर नृत्यों का आयोजन होता है जिसमें आसवास के गांवों के कई दल हिस्सा लेते है। ग्रामीण क्षेत्रों में होली का रंग जमने लगा है। शहरी क्षेत्र में भी इस बार गेरियों के दल नजर आ रहे है। जो शहर की गलियों में चंग की थाप पर फाग गाते नजर आते है।

अब तक चबा चुकी हैं 4000 बर्तन धोने के स्पंज

अब तक चबा चुकी हैं 4000 बर्तन धोने के स्पंज
माइलर, कॉनवेल (यूके)। पेशे से डेंटल नर्स 21 वर्षीय केरी ट्रेबिलकॉक का पसंददीदा नाश्ता है चाय में डूबा हुआ बर्तन धोने का स्पंज और खाने में वे हॉट सॉस, कैचप या फिर मस्टर्ड जैम के साथ स्पंज लेना पसंद करती हैैं, शाम के नाश्ते में वे कभी-कभार साबुन की टिकिया खाना पसंद करती हैं।

जी हां, केरी को बर्तन धोने के स्पंज खाने की ऎसी लत है कि वे अभी तक करीब 4000 स्पंज गटक चुकी हैं और इसके अलावा साबुन की करीब 100 टिकिया भी चबा चुकी हैं। दरअसल केरी "पिका" नामक बीमारी से पीडित हैं, जिसकी वजह से पीडित को ऎसी ही किसी अजीबो-गरीब वस्तु को खाने की तीव्र इच्छा महसूस होती है।

इस समस्या से पीडित अन्य लोगों को भी, धातु, कोयला, प्लास्टिक, रेत, चॉक और यहां तक की कांच तक खाते हुए देखा गया है। केरी को साबुन और स्पंज खाने की इतनी तीव्र इच्छा होती है कि वे नहाते हुए या फिर बर्तन धोते हुए अक्सर इन्हें खाने लगती हैं।

केरी बताती हैं कि वर्ष 2008 में मोरक्कों में छुटि्टयां बिताने के दौरान उन्हें "हुकवॉम" का संक्रमण हुआ था, जिसके बाद उन्हें इन चीजों को खाने की लत सी पड़ गई। साबुनों की टिकिया में केरी का पसंददीदा स्वाद है ऑरगैनिक लेमन अपने हर भोजन के साथ केरी एक इंच स्क्वेयर स्पंज और तीन चम्मच ऑरगैनिक साबुन लेती हैं, लेकिन उनकी इच्छा इस अनोखी लत से छुटकारा पाने की भी है

अपहृत के परिजनों से रुपए मिलने की पुष्टि पर सिरोही के समीप युवक को छोड़ा,


अपहृत के परिजनों से रुपए मिलने की पुष्टि पर सिरोही के समीप युवक को छोड़ा,

 नाकाबंदी के दौरान स्वरूपगंज पुलिस ने पकड़ा आरोपियों को, रुपयों के लेनदेन का था मामला


सायला थाना क्षेत्र के चौराऊ गांव के समीप एक युवक का कार में गुजरात से आए कुछ लोगों ने शनिवार शाम को अपहरण कर लिया। अपहृत युवक को आरोपियों ने निर्धारित रकम मिलने की पुष्टि होने पर सिरोही के समीप छोड़ दिया। बाद में स्थानीय पुलिस ने स्वरूपगंज पुलिस के सहयोग से सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि व्यापार में रुपयों के लेनदेन को लेकर आरोपियों ने युवक का अपहरण किया था। पुलिस ने अपहृत के भाई सांवलाराम की रिपोर्ट पर मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार सायला निवासी कालाराम पुत्र नरसाराम चौधरी शनिवार दोपहर तीन बजे के करीब मोटरसाइकिल पर पोषाणा की तरफ जा रहा था। इस दौरान हरियाली स्टेशन (चौराऊ) के निकट पहुंचा ही था कि पीछे से आ रही एक कार उसके आगे आकर खड़ी हो गई। गुजरात पासिंग कार में सवार युवकों ने उसे मोटरसाइकिल से नीचे उतार पूछताछ की। कार में सवार दो युवक खुद को क्राइम ब्रांच के अफसर बता रहे थे। इस दौरान विरोध करने पर आरोपियों ने कालाराम को जबरदस्ती कार में डाल दिया तथा अपहरण कर ले गए। वहीं मोटरसाइकिल पर अपने एक साथी को बिठाकर रवाना किया। आरोपियों की पहचान अहमदाबाद (गुजरात) निवासी ओमप्रकाश पुत्र लक्ष्मणदास, धीरज पुत्र कल्याणसिंह राजपूत, रवि पुत्र मानसिंह राजपूत, राखी (सिवाना) निवासी गोपाल पुत्र भैराराम खवास और कालंद्री निवासी दिनेश पुत्र कलाराम माली के रूप में हुई है। पुलिस ने इन सभी आरोपियों गिरफ्तार कर लिया है।

बेटे की शादी पर मां को न्यूड़ कर पूरे गांव में घुमाया

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लाहौर। लाहौर में एक महिला को पूरे गांव में न्यूड़ कर घुमाया गया। पुलिस के मुताबिक महिला के बेटे पर एक लड़की से जबर्दस्ती शादी करने का आरोप है। जबरन शादी का बदला लेने के लिए 36 लोगों के एक ग्रूप में लड़के की मां के कपड़े उतारकर उसे नग्र पूरे गांव में घुमाया। मिली जानकारी मुताबिक लड़की गोपांग कबीले की है, वहीं लड़का दाहा कबीले से है। दोनों कबीलों के बीच खराब रिश्ते हैं। इस कारण गोपांग कबीले के लोगों ने बदला लेने के लिए ऐसा किया। पुलिस में दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक गोपांग कबीले के लोगों ने खुंदई गांव में लड़के के घर पर छापा मारा और लड़के की मां और उसकी पत्नी को वे अपने साथ ले गए। जब लड़के के घरवालों ने विरोध जताया तो, उनके साथ भी खूब मारपीट की और लड़के की मां पूरे गांव में न्यूड कर घुमाया गया। पुलिस इस मामले में अब तक 24 से ज्यादा गिरफ्तारियां कर चुकी है।

'बच्चे पैदा करने में नंबर वन बन गया है राजस्थान'

जोधपुर.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बच्चे पैदा करने में राजस्थान नंबर वन बन गया है। देश की करीब साढ़े पांच प्रतिशत आबादी राजस्थान में बसती है। इसलिए प्रदेशवासी दो बच्चों के बाद फुल स्टॉप लगाएं, ताकि बच्चों की परवरिश अच्छे से हो सके। उन्होंने चेताया कि अगर ऐसा नहीं होगा तो भविष्य में तकलीफ ही तकलीफ होगी। वे रविवार को मंडोर रोड स्थित विशेष पिछड़ा वर्ग और अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रावास के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मिशन 72’ के चक्कर में प्रदेश में 7 लाख कर्मचारियों के प्रमोशन रुक गए। 

ऊर्जा मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि बच्चे पढ़े-लिखे होंगे तो सरकार में नौकरी मिलेगी। अगर बच्चा काबिल है तो छठी से लेकर कॉलेज तक का पढ़ाई का खर्चा सरकार उठाएगी, लेकिन पढ़ेंगे ही नहीं तो कौन मदद करेगा। उप मुख्य सचेतक रतन देवासी ने बताया कि प्रदेश में ऐसे करीब 40 छात्रावासों का निर्माण आगामी डेढ़ साल में होगा। कृषि राज्य मंत्री गुरमीतसिंह कुन्नर ने कहा कि पिछड़ी जातियों के लिए सरकार कई योजनाएं लेकर आएगी। समारोह में जेडीए चेयरमैन राजेंद्र सिंह गहलोत, अमृतदास महाराज भी मौजूद थे। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अतिरिक्त निदेशक विश्राम मीणा ने आभार व्यक्त किया।

अत्यधिक दोहन से खराब हो रहा है पानी : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में आबादी निरंतर बढ़ रही है और जल की उपलब्धता महज एक प्रतिशत है। हम 135 प्रतिशत ‘वाटर माइनिंग’ करके जल संकट को बुलावा दे रहे हैं। हम कुल जल उपभोग में से 90 फीसदी पानी भूगर्भ से निकाल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने रविवार को न्यू पावर हाउस स्थित जोधपुर डिस्कॉम एमडी कार्यालय परिसर में करीब ढाई करोड़ रुपए की लागत से निर्मित कस्टमर केयर सेंटर के उद्घाटन समारोह में ये बातें कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली की मांग निरंतर बढ़ती जा रही है। इसलिए राज्य में अब 11 हजार 590 मेगावाट क्षमता के पावर प्लांट लगाने की स्वीकृति दी गई है। इनमें से 7 हजार 750 मेगावाट के प्लांट राज्य में 9 परियोजनाओं के रूप में आएंगे, जबकि 3 हजार 840 मेगावाट के प्लांट प्राइवेट सेक्टर से आएंगे।

तीन ग्राम पंचायतों पर होगा एक जीएसएस: ऊर्जा मंत्री डॉ.जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में हर तीन ग्राम पंचायतों पर एक जीएसएस होगा। ऐसे कुल 1100 जीएसएस बनाए जाएंगे। इनमें से 700 जीएसएस का कार्य पूरा हो चुका है। समारोह में कृषि राज्य मंत्री गुरमीत सिंह कुन्नर, उप मुख्य सचेतक रतन देवासी, जेडीए चेयरमैन राजेंद्रसिंह सोलंकी, विधायक कैलाश भंसाली, ऊर्जा सचिव नरेशपाल गंगवार, डिस्कॉम सीएमडी कुंजीलाल मीणा और उद्यमी उमेश लीला, सुनील परिहार आदि मौजूद थे।


मगरा पूंजला में सीएम ने किया भूमिगत केबलिंग कार्य का शिलान्यास

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को मगरा पूंजला स्थित भूमिगत केबलिंग योजना का शिलान्यास किया। इस मौके पर ऊर्जा मंत्री डॉ.जितेंद्र सिंह, कृषि राज्य मंत्री गुरमीतसिंह कुन्नर, जोधपुर डिस्कॉम एडी एस.एल.माथुर, तकनीकी निदेशक के.सी.गोदानी, एसई सिटी महीराम विश्नोई, बिजली इंजीनियर एसोसिएशन के सचिव अमिताभ देवड़ा सहित कई अधिकारी मौजूद थे। इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने रविवार शाम को पालरोड स्थित मौलाना अबुल कलाम आजाद मुस्लिम सीनियर सैकंडरी स्कूल में कंप्यूटर लैब का उद्घाटन करने के साथ रसायन शास्त्र प्रयोगशाला का शिलान्यास किया।

मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपे

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक दिवसीय प्रवास के दौरान विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी संगठनों ने ज्ञापन सौंपे। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के जिलाध्यक्ष कृष्णमुरारी शर्मा के नेतृत्व में कर्मचारियों ने सोनिया गांधी के नाम से कर्मचारी कॉलोनी बसाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उनके साथ राजेंद्र परिहार, उदयकिशन व्यास, हापूराम चौधरी आदि मौजूद थे। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के जिलाध्यक्ष शंभूसिंह मेड़तिया के नेतृत्व में कर्मचारियों ने राज्य कर्मचारियों को छठे वेतन आयोग की सिफारिशों का लाभ 1 जनवरी 2006 से देने सहित विभिन्न मांगों का ज्ञापन दिया।

मुख्यमंत्री ने पुस्तक का विमोचन किया

मुख्यमंत्री ने रविवार को एनआईसी में गोविंदचंद मेहता और राकेश मेहता द्वारा सुविचारों को संकलित कर लिखी गई पुस्तक ‘संजीवनी’ का विमोचन किया। सर्किट हाउस में कोमलसिंह चंपावत द्वारा लिखित पुस्तक ‘संवैधानिक विकास और राज व्यवस्था’ का विमोचन किया।

भूकंप से कांपा उत्तर भारत

भूकंप से कांपा उत्तर भारत

जयपुर। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (दिल्ली), हरिणाया और राजस्थान समेत पूरा उत्तर भारत सोमवार दोपहर भूकंप के झटकों से थर्रा गया। दोपहर 1.10 बजे लगभग 10-12 सैकंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। दिल्ली, जयपुर, चंडीगढ़ आदि तमाम शहरों में भूकंप से सहमे लोग दफ्तर और घरों से बाहर निकल आए।

हालांकि किसी भी जगह से कोई जान-माल की क्षति की खबर नहीं है। रिएक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.9 मापी गई है।

भूकंप के तुरंत बाद विभिन्न शहरों में लोगों ने पत्रिका कार्यालय फोन कर सूचना दी। सूत्रों के अनुसार भूकंप का केन्द्र हरियाणा के बहादुरगढ़ में था। सबसे तेज झटका दोपहर 1.10 बजे आया।

टि्वटर पर शेयर हुआ झटका

भूकंप के झटकों को महसूस करने के तुरंत बाद लोगों ने इसके एहसास को माइक्रो सोशल नेटवर्किग साइट टि्वटर पर शेयर करना शुरू कर दिया। एक दूसरे को अपने अनुभव बांटने के साथ ही ट्वीट कर अपनी खैरियत की बात भी कही।

कार्यकारिणी के चुनाव पर विरोध जताया

कार्यकारिणी के चुनाव पर विरोध जताया

बाड़मेर जैन श्री संघ कार्यकारिणी के चुनाव को लेकर रविवार को आयोजित बैठक में प्रतिनिधि सभा ने विरोध जताया। प्रतिनिधि सभा जैन श्री संघ के सदस्य पारसमल छाजेड़ एवं लूणकरण बोथरा की ओर से जारी विज्ञप्ति में उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव प्रक्रिया सर्वसम्मति से नहीं हुई क्योंकि दो-तिहाई कार्यकारिणी सदस्यों ने इस प्रक्रिया को मंजूर नहीं किया। उनके अनुसार यह प्रक्रिया विसंगति पूर्ण है। चुनाव का विरोध करने के साथ ही कार्यकारिणी की बैठक रद्द कर दी गई। सदस्यों ने पुरानी कार्यकारिणी एवं चुनाव अधिकारी को भी विरोध पत्र भेजा जिसमें सदस्यों ने चुनाव रद्द होने की बात कही।

जैन श्री संघ के निर्वाचन अधिकारी को प्रतिनिधि सभा के पारसमल छाजेड़, संपतराज छाजेड़, चंपालाल, शंकरलाल बोथरा, लूणकरण बोथरा, चंपालाल बोथरा, सजन राज मेहता, शंकरलाल मालू, सुखरामदास, रमेश धारीवाल, संपतराम सखलेचा, पारसमल सेठिया, लूणकरण नाहटा, बंशीधर, देवीचंद गुलेच्छा, प्रकाश व भगवानदास मालू ने विरोध जताते हुए कहा इस चुनाव प्रक्रिया को स्वीकार नहीं किया । इन्होंने नई कार्यकारिणी को चार्ज नहीं देने की बात कही है।

तस्करों ने कर दी थाना प्रभारी की पिटाई

तस्करों ने कर दी थाना प्रभारी की पिटाई

जयपुर। हरियाणा से आई शराब की तस्करी को रोकने वाले सांगानेर आबकारी थाना प्रभारी की तस्करों ने पिटाई कर दी। अब आलम यह है कि आबकारी थाना सहमा हुआ है और थाना प्रभारी आबकारी कमिश्नर के सामने फरियाद लेकर पहुंची है। उन्होंने इस मामले की लिखित शिकायत कमिश्नर दिनेश कुमार को दी है, जिसमें उसने खुद को पीटे जाने की बात भी लिखी है।

दरअसल, मुखबिर की सूचना मिलने पर राजापार्क स्थित एक दुकान के पास निरीक्षण करने पहुंची महिला थाना प्रभारी ने बड़ी मशक्कत के बाद हरियाणा मार्का शराब की करीब दो दर्जन बोतलें तो जब्त की हीं, साथ ही दो लोगों को पूछताछ के लिए थाने ले आई। यहां पहुंचने के कुछ ही देर बाद थाना प्रभारी के साथ जो कुछ हुआ, उसने न सिर्फ थाना प्रभारी के होश उड़ा दिए बल्कि शराब तस्करों के हौसले की भी कहानी कह दी।

राजधानी में शराब तस्करों के हौसले कितने बुलंद हैं, इस बात का अंदाजा सांगानेर आबकारी थाने के हालात से लगाया जा सकता है। दरअसल, शराब तस्करों ने यहां पहुंच कर न सिर्फ उत्पात मचाया, बल्कि थाना प्रभारी ममता सार्दुल पर घूंसे भी बरसाए। मामला शनिवार देर रात का है। हालांकि हंगामे की सूचना मिलते ही सांगानेर व प्रतापनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उसका जोर भी समझाइश पर ही रहा। बताया जाता है कि आरोपियों में से एक व्यक्ति तो अस्पताल में इलाज करवाने के नाम पर भर्ती हो गया है, जबकि दूसरा आबकारी थाने की हिरासत में है।

आबकारी थाना प्रभारी ममता सार्दुल ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि राजापार्क में राजस्थान आबकारी विभाग की दुकान के समीप ही हरियाणा निर्मित शराब का अवैध कारोबार चल रहा है। इस पर कार्रवाई करते हुए आबकारी विभाग के दस्ते ने तोलाराम परवानी व किशोर सिंधी को गिरफ्तार करते हुए दुकान के पास से करीब 24 बोतलें जब्त कीं। जब दल दोनों आरोपियों को लेकर सांगानेर थाने पहुंचे, तो वहां पर आरोपियों के परिजन थाने पर आ धमके और थाना प्रभारी ममता को दोनों हाथों से पकड़ कर उन पर घूंसे बरसाना शुरू कर दिया।

सांगानेर आबकारी थाना प्रभारी ममता सार्दुल ने बताया कि गिरफ्तार शराब तस्करों के खिलाफ पूर्व में भी करीब सात मामले दर्ज किए जा चुके हैं। थाना प्रभारी ने आरोप लगाया कि गिरफ्तार किए गए शराब तस्करों के राजधानी के कई इलाकों में सरकारी शराब की दुकानों के लाइसेंस हैं।

गाजे-बाजे के साथ 'ईलोजी' को पाट बिठाया जयकारों व मंत्रोच्चार के साथ किया पूजन गाजे-बाजे के साथ 'ईलोजी' को पाट बिठाया जयकारों व मंत्रोच्चार के साथ किया पूजन


गाजे-बाजे के साथ 'ईलोजी' को पाट बिठाया

जयकारों व मंत्रोच्चार के साथ किया पूजन

बालोतरा

होली के देवता घुंघराले भैरुजी के विवाह को लेकर पाट बिठाने की रस्म रविवार सुबह 10 बजे पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार व श्रद्धालुओं के जयकारे के साथ अदा की गई। श्रद्धालु मगराज जिंदल ने बताया कि इस दौरान भैरूजी का फूल बंगला सजाने के साथ धूप व अगरबत्ती से पूजन किया गया। पाट बिठाने की रस्म के साथ होली पर्व का भी आगाज हो गया। जिंदल ने बताया कि पर्व के दौरान रविवार से होली तक प्रतिदिन धूप, आरती व प्रसादी का वितरण कार्यक्रम होगा। प्रतिदिन दोपहर 3 से सांय 5.30 तथा रात्रि में 9 से 12.30 बजे तक नृत्य कलाकारों द्वारा होली फाग के गीतों के साथ रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी जाएगी। 7 मार्च को रात्रि में 8.30 बजे भैरु बाजार से बैंड बाजों की धुनों पर घुंघराला भैरुजी की बारात रवाना होगी। बारात जूनाकोट, श्रीमालियों का चौक होते हुए लोहाणा चौक पहुंचेगी। यहां पर नृत्य कलाकारों द्वारा फाग गीत पेश किए जाएंगे। बारात लोहाणों का चौक से संभवनाथ चौक, श्री नृसिंह मंदिर, श्री केसरियानाथ मंदिर व सायर थाना होकर बलदेवजी की पोल में शाह हस्तीमल मदनलाल हीरालाल श्रीश्रीमाल के यहां जाएगी। तोरण व मिलनी की रस्म के बाद बाराती भैरु बाजार जानीवासा में विश्राम करेंगे। कार्यक्रम के सफल आयोजन में मनोज कांकरिया, गौतमचंद गोलेच्छा, रमेश कोठारी, सोहनलाल कंदोई, महावीर सालेचा व जिनेश सालेचा सहित कई कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हुए हैं।

तुझे किन होरी खिलाई...बावरी बन आई...




तुझे किन होरी खिलाई...बावरी बन आई...
 

गेरियों की ग्यारस पर राज परिवार के सदस्यों ने लिया फाग में हिस्सा, बाद में विभिन्न समाजों की गेरें पूर्व महारावल के निवास पहुंची




जैसलमेर
वर्षों पुरानी परंपराओं को निभाने में जैसलमेरवासी सबसे आगे हैं। पारंपरिक होली उत्सव को भी यहां के लोग धूमधाम से परंपरा के अनुसार ही मनाते हैं। रविवार को फाल्गुनी ग्यारस के दिन लक्ष्मीनाथ के मंदिर में बड़ी तादाद में लोग एकत्र हुए और फाग महोत्सव में भाग लिया। परंपरा के अनुसार राजपरिवार के सदस्य विक्रमसिंह एवं दुष्यंतसिंह भी मंदिर परिसर में पहुंचे और लक्ष्मीनाथजी के साथ होली खेली। इसके बाद ब्राहमण समाज के विभिन्न धड़ों की अलग-अलग गेरे निकाली गई। लक्ष्मीनाथजी का मंदिर परिसर सोमवार को महिलाओं, पुरुषों और बच्चों से भरा हुआ था। मंदिर में भगवान की मूर्ति के सम्मुख कई युवा फाग के गीत गा रहे थे।

हर कोई रंगा था होली के गीतों में

रविवार को लक्ष्मीनाथजी के मंदिर में फाग खेलने का सिलसिला दोपहर एक बजे शुरू हुआ। एक तरफ फाग के गीत गाए जा रहे थे, दूसरी ओर लक्ष्मीनाथजी के गुलाल लगाई जा रही थी और बाद में एक-दूसरे में गुलाल छिड़ककर माहौल को रंग-बिरंगा बना दिया गया। मंदिर का दृश्य देखने के लिए कई विदेशी पर्यटक भी उपस्थित थे। युवा गा रहे थे - खेलिये महाराज... रंग भर हो, हो हो रंग होळी रे म्हाराज हो रंग होळी रे म्हारा राज खेलिये महाराज रंग भर हो.... जैसे फाग गीतों का सिलसिला काफी देर तक चलता रहा। मंदिर परिसर में मस्ती का आलम छाया हुआ था। इस अवसर पर फाग के रसिया स्त्री-पुरुष भी उपस्थित थे।



गेरियों ने घर-घर घूम गाया 'हालरा'



पुष्करणा समाज की और से निकाली पारंपरिक गेरे



जैसलमेर
दुर्ग स्थित लक्ष्मीनाथ मंदिर में फागोत्सव की धूम के बाद पुष्करणा समाज के सभी धड़ों की गेरे रविवार से प्रारंभ हुई। ग्यारस से ही गेरियें विभिन्न गली मौहल्लों में घूम-घूम कर अपने-अपने समाज के घरों में दस्तक दे रहे है। हालरो हुलरावों ऐं सैंयां.... थोरी बोली प्यारी लागे सहित कई तरह के श्लील ख्याल गाते गेहरिए सुर में सुर मिला कर गेर की रंगत को गहरा कर रहे है।

सदियों पुरानी परंपरा है गेर

फाल्गुन सुदी एकादशी के दिन लक्ष्मीनाथजी के मंदिर में नियमित फाग खेलने के पश्चात लक्खुबीरा की गेर पूर्व महारावल के निवास की ओर प्रस्थान करने से पूर्व लक्ष्मीनाथजी का हालरा गाती है। मंदिर पैलेस में भी महारावल व राज परिवार के अन्य सदस्यों के यहां भी हालरा गाया जाता है। तत्पश्चात लक्खुबीरा, नऊव्यासों की गेर, बिरतेस्वरियों की गेर व बिस्सा केवलियों की गेर अपने-अपने धड़ों में बंट कर अपने भाईपे में हालरा गाती है।

ऐसी होती है गेर

परंपरा अनुसार तबला, झांझ, मंजीरा, मृदंग एवं अन्य वाद्य यंत्रों से सुसज्जित पारंपरिक वेशभूषा धारण किए हुए गेहरिए की गेर बारी-बारी से अपने-अपने भाइयों के घर के आगे पहुंचती है। न्यात के चौधरी की अगुवाई में होळी की गेर लेकर आए हुए गेहरिए भाइयों का स्वागत परिवार के मुखिया द्वारा अबीर-गुलाल छिड़ककर किया जाता है। इस अवसर पर अब कहीं-कहीं गेहरियों का स्वागत शीतल जल, चाय-नाश्ते और फगुवा-प्रसादी के साथ किया जाता है। इस अवसर पर गेहरिए जिस घर के आगे गेर गाई जाती है उसके पुरुष सदस्यों का नाम ले लेकर उनके सफल एवं संपन्न गृहस्थ जीवन की कामना करते हैं। गेर से प्राप्त सहयोग राशि और बधाई की वस्तुओं के संग्रहण से चारों धड़ों द्वारा गड़सीसर की पाल पर होलिका दहन से एक दिन पूर्व की रात्रि में पृथक-पृथक रूप से गोठ की जाती है।

11वीं से 18वीं सदी के शिलालेख मिले

रियां सेठों की, पीपाड़, खारिया, अरटिया कलां, संखवास, हुरड़ी, सिलारी व बुचकला आदि गांवों से करीब 22 अप्रकाशित शिलालेख खोजे गए हैं। ये शिलालेख 11वीं से 18वीं शताब्दी के हैं। ये शिलालेख मोहणोत परिवार, चौहान, मेड़तिया राठौड़, चंपावत राठौड़, श्रीमाली ब्राह्मण व भाटी वंश से संबंधित हैं।

इंटेक द्वारा स्वीकृत प्रोजेक्ट के तहत विशेषज्ञ डॉ. विक्रमसिंह भाटी ने इन गांवों से शिलालेख खोजे हैं। रियां सेठों की स्थित मोहणोत परिवार की 20 स्तंभों की कलात्मक छतरी का भी पता लगाया गया।

इसके बाहरी स्तंभों में लगे अभिलेख से पता चलता है कि गोरधनदास ने विक्रम संवत 1841 की फाल्गुन सुदी 1 को छतरी की नींव रखी। रघुनाथदास हरजीमल ने इसका निर्माण कराया। मोहणोत सेठ जीवणदास ने विक्रम संवत 1844 की माघ सुदी 15 को छतरी पर कलश चढ़ाया था।

दस दिन में गिरा दूसरा मिराज



जयपुर। सवाई माधोपुर बामनवास के भांवरा गांव की पहाडिय़ों में वायु सेना का लड़ाकू विमान मिराज- 2000 दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान मध्यप्रदेश के ग्वालियर एयरबेस से उड़ा था।

 

विमान के दोनों पायलट सुरक्षित बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक तौर पर विमान के इंजन में फ्यूल लीकेज होना दुर्घटना का कारण माना जा रहा है। वायुसेना ने मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दे दिए हैं।

जानकारी के अनुसार दोपहर 12.40 पर ग्रामीणों ने पहाडिय़ों में जोरदार धमाके की आवाज सुनी। वहां आग की लपटें और धुआं भी उठ रहा था। सूचना मिलने पर बामनवास के सीओ नरेंद्र सिंह व थानाप्रभारी सुरेश चंद मौके पहुंचे।



रास्ता दुर्गम होने के कारण बचाव के लिए दुर्घटनास्थल तक पहुंचने में पुलिस को काफी परेशानी हुई। वायुसेना अपने हेलीकॉप्टरों की सहायता से दुर्घटना स्थल पर उतरने की तैयारी कर रही है।





पिछले 10 दिनों में मिराज-2000 की यह दूसरी दुर्घटना है। इस श्रेणी का एक प्रशिक्षण विमान 24 फरवरी को मध्य प्रदेश में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, लेकिन विमान के दोनों पायलट जान बचाने में कामयाब रहे थे।

एक्सरसाइज युद्ध अभ्यास 201112 संयुक्त भारतअमरिका अभ्यास राजस्थान में प्रारंभ


एक्सरसाइज युद्ध अभ्यास 201112 
संयुक्त भारतअमरिका अभ्यास राजस्थान में प्रारंभ 

एक्सरसाइज युद्ध अभ्यास 201112 की शुरूआत, आज सुबह महाजन, राजस्थान में दोनों देशों के राष्ट्र ध्वजों के फहराने एवं ॔॔जन गण मन ... ’’ व ॔॔द स्टार स्पेन्गल्ड बैनर’’ की धुनों के साथ एक संक्षिप्त व प्रभावी उद्घाटन समारोह में हुई। भारतीय और अमरीकी सैनिक, अपने प्दिंदजतल ब्वउइंज टमीपबसमे ;प्ब्टद्ध एवं ।तउवनतमक च्मतेवददमस बंततपमत ;।च्ब्द्ध के साथ दोनों तरफ खड़े हुए और परेड का निरीक्षण कर रहे भारत एवं अमरीका के दो वरिष्ठतम अधिकारियों की विधिपूर्वक सैल्यूट किया। 

अमरीकी टोली का प्रतिनिधित्व कर्नल थॉमस जे रॉय, कमाण्डर द्धितीय इंजीनियर ब्रिगेड, संयुक्त राज्य सेना ने किया। उनके भारतीय समकक्ष ब्रिगेडियर बी एस थनोआ ने अपने उद्घाटन भाषण में दोनों देशों के सामुहिक व महत्वपूर्ण सहभागी विचारों प्रजातन्त्र, स्वतंत्रता, समानता व न्याय को रेखांकित किया। 

दो सप्ताह लम्बे अभ्यास में एक अमरीकी सैनिक कम्पनी और इतने ही दक्षिण पश्चिम कमान के भारतीय सैनिक भाग ले रहे हैं। इससे उन्हें संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक, जिसमें मैकनाइज्ड बल शामिल होते हैं, के रूप में अपनी युक्ति एवं तकनीकी कौशलों को निखारने में मदद मिलेगी। दोनों तरफ से निगरानी एवं ट्रेनिंग के लिए उन्नत उपकरण, आतंकवादियों से आमनेसामने की लड़ाई के लिए विशेष हथियार, विस्फोटक व प्उचतवअपेमक म्गचसवेपअम क्मअपबम ;प्म्क्द्ध का पता लगाने वाले उपकरण तथा अत्याधुनिक संचार उपकरणों को लगाया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र शांति कार्यवाहियों के दौरान आने वाले संभावित खतरों से निपटने के लिए दोनों दलों द्वारा तैयार की गई टैक्टिकल डि्र्लों का संयुक्त अभ्यास मार्च के दूसरे सप्ताह में होगा। 

रविवार, 4 मार्च 2012

अर्धनग्न महिलाओं ने किया पुलिस के सामने प्रदर्शन

मास्को.रूस के प्रधानमंत्नी और राष्ट्रपति चुनाव में यूनाईटेड रशिया पार्टी के उम्मीदवार व्लादीमीर पुतिन जैसे ही रविवार अपना मत देकर मतदान केन्द्र से बाहर निकले वैसे ही उनके शासन से खिन्न अर्धनग्न महिला प्रदर्शनकारियों ने मतदान केन्द्र पर धावा बोल दिया।

 



रूस के रशिया टुडे टेलीविजन नेटवर्क की रिपोर्ट के मुताबिक ये महिलाएं 'फेमेन' नामक महिला अधिकारों के लिये काम करने वाले समूह से जुड़ी हुई थीं। इन प्रदर्शनकारियों ने मतदान केन्द्र से मत-पेटियों को चुराने का प्रयास किया।





इनके सीनों पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा हुआ था 'मैं पुतिन के लिए चोरी करूंगी' इस नारे को पुतिन समर्थक आंदोलनकारियों के खिलाफ् एक कटाक्ष के तौर पर लिया जाता है जो महिलाओं के सौंदर्य का इस्तेमाल मतदाताओं को लुभाने के लिए करते आए हैं।





महिला प्रदर्शनकारियों ने जैसे ही मतदान केन्द्र में अपने ओवरकोट उतारकर पुतिन विरोधी नारे लगाने शुरु किए वैसे ही वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी हरकत में आ गए और प्रदर्शनकारियों को तुरंत हिरासत में ले लिया गया।





फेमेन की स्थापना 2008 में यूक्रेन में हुई थी। इस संगठन से जुडे कार्यकर्ता इससे पहले भी महिलाओं से जुडे विभिन्न मुद्दो पर अर्धनग्न प्रदर्शन करते रहे हैं। फेमेन यूक्रेन में बढ़ रहे सेक्स-पर्यटन के खिलाफ् भी समय-समय पर आवाज उठाता आया है।





उल्लेखनीय है कि रूस में रविवार को राष्ट्रपति चुनावों के लिए मतदान प्रक्रिया चल रही है। इस चुनाव में पुतिन के जीतने की पूरी संभावना जताई जा रही है।





पुतिन के अलावा रूसी कम्युनिस्ट पार्टी (केपीआरएफ्) की ओर से गेन्नादी झिगानोव,दक्षिणपंथी दल लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से व्लादीमिर झिरीनोवस्की,सोशल डेमोक्रेटिक दल जस्ट रशिया की ओर से सेर्गेई मिरोनोव और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मिखाईल प्रोखोरोव मैदान में हैं।


प्रशासन ने परिजन को मृतकों के शव सुपुर्द किये

 प्रशासन ने परिजन को मृतकों के शव सुपुर्द किये 

बाड़मेर दोहरे हत्याकांड के बाद आज सुबह दोनों मृतकों का पोस्ट मार्टम बालोतरा के नाहटा अस्पताल में हुआ सुबह मृतकों के परिजनों ने शव लेने से मन कर दिया सुबह तक सेकड़ो की संख्या में विश्नोई समाज के लोग अस्पताल पहुचने लगे और उन्होंने बालोतरा थाना धिकारी पर हत्यारों का साथ देने के आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की और मृतकों के परिजनों को मुआवजा व् सरकारी नौकरी की मांग की और सेकड़ो की संख्या में उपखंड कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए स्तिथि को देखते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर व् पुलिस अधीक्षक सभी अधिकारिओ के साथ वहा पहुचे जहा उन्होंने समाज के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता कर उचित कार्यवाही की बात कही दिन भार चले इस घटना क्रम के बाद करीब चार बजे अधिकारिओ ने धरने पर बैठे लोगो को थानाधिकारी को बल्त्र से हटा कर उनका मुख्यालय बाड़मेर करनी की बात कही और अपराधियों की मोबाईल की काल डिटेल में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के बात होने जाँच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही का आश्वाशन दिया !अतिरक्त जिला कलेक्टर ने मुआवजे के लिए जिला प्रशासन की और हर संभव मदद का भरोषा दिलाया तब जाकर धरना समाप्त हुआ और प्रशासन ने परिजन को मृतकों के शव सुपुर्द किये !