गाजे-बाजे के साथ 'ईलोजी' को पाट बिठाया
जयकारों व मंत्रोच्चार के साथ किया पूजन
बालोतरा
होली के देवता घुंघराले भैरुजी के विवाह को लेकर पाट बिठाने की रस्म रविवार सुबह 10 बजे पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार व श्रद्धालुओं के जयकारे के साथ अदा की गई। श्रद्धालु मगराज जिंदल ने बताया कि इस दौरान भैरूजी का फूल बंगला सजाने के साथ धूप व अगरबत्ती से पूजन किया गया। पाट बिठाने की रस्म के साथ होली पर्व का भी आगाज हो गया। जिंदल ने बताया कि पर्व के दौरान रविवार से होली तक प्रतिदिन धूप, आरती व प्रसादी का वितरण कार्यक्रम होगा। प्रतिदिन दोपहर 3 से सांय 5.30 तथा रात्रि में 9 से 12.30 बजे तक नृत्य कलाकारों द्वारा होली फाग के गीतों के साथ रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी जाएगी। 7 मार्च को रात्रि में 8.30 बजे भैरु बाजार से बैंड बाजों की धुनों पर घुंघराला भैरुजी की बारात रवाना होगी। बारात जूनाकोट, श्रीमालियों का चौक होते हुए लोहाणा चौक पहुंचेगी। यहां पर नृत्य कलाकारों द्वारा फाग गीत पेश किए जाएंगे। बारात लोहाणों का चौक से संभवनाथ चौक, श्री नृसिंह मंदिर, श्री केसरियानाथ मंदिर व सायर थाना होकर बलदेवजी की पोल में शाह हस्तीमल मदनलाल हीरालाल श्रीश्रीमाल के यहां जाएगी। तोरण व मिलनी की रस्म के बाद बाराती भैरु बाजार जानीवासा में विश्राम करेंगे। कार्यक्रम के सफल आयोजन में मनोज कांकरिया, गौतमचंद गोलेच्छा, रमेश कोठारी, सोहनलाल कंदोई, महावीर सालेचा व जिनेश सालेचा सहित कई कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हुए हैं।
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