पाकिस्तान की राजस्थान में ना'पाक' हरकत, बॉर्डर से सटे खेतों में किसानों पर फायरिंग
गंगानगर. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की आग अभी समाप्त नहीं हुई कि. एक बार फिर पाकिस्तान की तरफ से कायराना हरकत सामने आई है.
बता दें कि शनिवार को श्रीगंगानगर में पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग का मामला सामने आया है.
भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा स्थित हिंदुमलकोट में सुबह करीब 10 बजकर 55 मिनट पर जीरो लाइन के पास खेत में पानी लगा रहे किसानों के ऊपर सीमा पार से फायरिंग की गई. घटना पिल्लर संख्या 278 के निकट की है. किसानों का कहना है कि वे अपनी फसल को पानी लगाने के लिए वहां गए हुए थे. उनके साथ में बीएसएफ के दो जवान भी थे. दूसरी तरफ पाकिस्तानी सीमा की ओर से एक पाकिस्तानी आर्मी की गाड़ी आई. इसे देखते ही बीएसएफ के जवान चौकन्ने हो गए.
उन्होंने किसानों को नीचे लेटने को कहा. इतने में सीमा पार से गोलीबारी शुरू हो गई. उन्होंने पानी के लिए बनाए गए खाड़ों में छुप कर अपनी जान बचाई. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान सीमा में फायरिंग करने वाले जिप्सी में आए थे. दोनों किसानों ने किसी तरह से जमीन पर लेटकर जान बचाई है. किसानों के नाम सुखदेव और हरदेव सिंह बताए जा रहे हैं. पुलिस ने फायरिंग होने की पुष्टि की है.
गौरतलब हो कि इन दिनों सीमा क्षेत्र में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. जिले से लगती सीमा में बीएसएफ और ग्रामीण चौकन्ने हैं. पुलवामा में आतंकी हमले के बाद से जहां पूरे देश में पाकिस्तान से बदला लेने की आवाज उठ रही हैं. वहीं सीमा क्षेत्र के इलाकों में ग्रामीणों का जोश देखते ही बनता है. इन इलाकों में ग्रामीण आवश्यकता पड़ने पर सेना के कंधे से कंधा मिलाकर युद्ध में सहयोग देने की बात भी कह रहे हैं.
गंगानगर. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की आग अभी समाप्त नहीं हुई कि. एक बार फिर पाकिस्तान की तरफ से कायराना हरकत सामने आई है.
बता दें कि शनिवार को श्रीगंगानगर में पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग का मामला सामने आया है.
भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा स्थित हिंदुमलकोट में सुबह करीब 10 बजकर 55 मिनट पर जीरो लाइन के पास खेत में पानी लगा रहे किसानों के ऊपर सीमा पार से फायरिंग की गई. घटना पिल्लर संख्या 278 के निकट की है. किसानों का कहना है कि वे अपनी फसल को पानी लगाने के लिए वहां गए हुए थे. उनके साथ में बीएसएफ के दो जवान भी थे. दूसरी तरफ पाकिस्तानी सीमा की ओर से एक पाकिस्तानी आर्मी की गाड़ी आई. इसे देखते ही बीएसएफ के जवान चौकन्ने हो गए.
उन्होंने किसानों को नीचे लेटने को कहा. इतने में सीमा पार से गोलीबारी शुरू हो गई. उन्होंने पानी के लिए बनाए गए खाड़ों में छुप कर अपनी जान बचाई. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान सीमा में फायरिंग करने वाले जिप्सी में आए थे. दोनों किसानों ने किसी तरह से जमीन पर लेटकर जान बचाई है. किसानों के नाम सुखदेव और हरदेव सिंह बताए जा रहे हैं. पुलिस ने फायरिंग होने की पुष्टि की है.
गौरतलब हो कि इन दिनों सीमा क्षेत्र में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. जिले से लगती सीमा में बीएसएफ और ग्रामीण चौकन्ने हैं. पुलवामा में आतंकी हमले के बाद से जहां पूरे देश में पाकिस्तान से बदला लेने की आवाज उठ रही हैं. वहीं सीमा क्षेत्र के इलाकों में ग्रामीणों का जोश देखते ही बनता है. इन इलाकों में ग्रामीण आवश्यकता पड़ने पर सेना के कंधे से कंधा मिलाकर युद्ध में सहयोग देने की बात भी कह रहे हैं.