बुधवार, 10 अक्टूबर 2018

थार चुनावी रणभेरी 2019 राजनितिक शख्शियत - बाड़मेर जैसलमेर के सांसद रहे धुरंधर राजनेता रामनिवास मिर्धा

हमारे सांसद।।थार चुनावी रणभेरी 2019 राजनितिक शख्शियत - बाड़मेर जैसलमेर के सांसद रहे धुरंधर राजनेता रामनिवास मिर्धा


थार की  धरा ने कई राजनेताओं को अपने यहां पनाह दी।।देश के ख्यातनाम राजनीतिज्ञ रामनिवास मिर्धा भी बाड़मेर जेसलमेर का प्रतिनिधित्व कर चुके है।1991 के मध्यावधि चुनावव में कांग्रेस ने रामनिवास मिर्धा को बाड़मेर से उतारा।।मिर्धा ने उप चुनाव जीत कर सांनसड में प्रवेश किया।।हालांकि उनका अपने कार्यकाल में कोई खास योगदान बाड़मेर के विकास को लेकर नही रहा।मगर उनके कद का व्यक्ति बाड़मेर के सांसद रहे यह बड़ी बात थी।।


जीवन परिचय :
कांग्रेस के कद्दावर नेता रामनिवास मिर्धा इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की सरकारों में वर्षो तक विभिन्न मंत्रालयों में मंत्री रहे। उनका जन्म 24 अगस्त 1924 को नागौर जिले के कुचेरा ग्राम में तत्कालीन जोधपुर रियासत के पुलिस महानिरीक्षक बलदेवराम मिर्धा के यहां हुआ। उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान में एमए तथा लखनऊ विश्वविद्यालय से विधि स्त्रातक किया। मिर्धा ने कुछ दिनों तक जिनेवा में भी अध्ययन किया। मिर्धा राजस्थान प्रशासनिक सेवा के भी अधिकारी रहे।

राजनीतिक परिचय :
मिर्धा ने 1953 में राज्य सेवा से इस्तीफा दिया और जायल क्षेत्र से उपचुनाव में कांग्रेस टिकट पर विधायक चुने गए। वो 13 नवम्बर 1954 से मार्च 1957 तक सुखाडिया मंत्रिमंडल में कृषि, सिंचाई और परिवहन आदि विभागों में मंत्री रहे। 1957 के चुनाव में वो लाडनूं और 1962 में नागौर से फिर विधायक चुने गए।

मिर्धा लगातार 25 मार्च 1957 से 2 मई 1967 तक राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष रहे। 1970 में पहली बार इंदिरा गांधी की सरकार में गृहराज्य मंत्री नियुक्त हुए और 1977 तक आपूर्ति एवं पुनर्वास राज्यमंत्री रहे। 1977 से 80 तक राज्यसभा के उपाध्यक्ष रहे। मिर्धा ने 1983 में सिंचाई राज्य मंत्री और 1984 में विदेश राज्यमंत्री का पद ग्रहण किया।

राजीव गांधी सरकार में उन्होंने केबिनेट मंत्री के रूप में पदोन्नत होकर वस्त्र मंत्रालय का भी कार्यभार संभाला। दिसंबर 1984 में मिर्धा ने पहली बार नागौर से लोकसभा चुनाव लडा और नाथूराम मिर्धा को पराजित किया। उसके बाद वो 1991 के मध्यावधि चुनाव में बाडमेर लोकसभा क्षेत्र से भी चुने गए। मिर्धा कई सालों तक राजस्थान ललित कला अकादमी के अध्यक्ष भी रहे। उनके छोटे बेटे हरेन्द्र मिर्धा भी पिछली अशोक गहलोत के मंत्री मंडल में मंत्री थे। हरेन्द्र मिर्धा कुशल राजनेता हें।
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मंगलवार, 9 अक्टूबर 2018

बाड़मेर मोटर साईकिल चोरी का पर्दाफाष, चुराई गई मोटरसाईकिल बरामद, चार वारदातो का खुलासा करने मे सफलता*

बाड़मेर मोटर साईकिल चोरी का पर्दाफाष, चुराई गई मोटरसाईकिल बरामद, चार वारदातो का खुलासा करने मे सफलता*



             बाड़मेर         सोमवार को मांगीलाल पुत्र ताजूराम मेघवाल निवासी बुरहान का तला ने पुलिस थाना चैहटन पर रिपोर्ट पेष कि मेरी मोटरसाईकिल नम्बर त्श्र 04 ैश्र 6558 को अज्ञात चोर चोरी कर ले गया वगैरा रिपोर्ट पर प्रकरण संख्या 223 दिनांक 08.10.2018 धारा 379 भादस मे दर्ज किया गया। कस्बा चैहटन में मोटर साईकिल चोरी की घटनाओ को देखते हुए श्रीमान पुलिस अधीक्षक बाडमेर, द्वारा वृताधिकारी चैहटन व थानाधिकरी चैहटन को विषेष निर्देष दिये गये जिस पर श्री इन्द्रंिसह राजपुरोहित हैड कानि 987 मय जाब्ता द्वारा दिनांक 09.10.18 को मुलजिम पदमाराम उर्फ पदीया पुत्र मुकनाराम जाति मेघवाल निवासी रामसर को गिरफ्तार किया जाकर मुलजिम से चोरी की मोटरसाईकिल बरामद की गई। मुलजिम आले दर्जे का मोटरसाईकिल चोर व नकबजन है तथा मुलजिम से गहन पूछताछ करने पर अब तक कस्बा चैहटन मे तीन वारदात व बाडमेर शहर मे एक वारदात करना स्वीकार किया है। मुलजिम से अन्य वारदातो व सहयोगियो के सम्बंध में पुछताछ की जा रही है।
 मोटरसाईकिल चोर गिरफ्तार, एक मोटरसाईकिल बरामद करने मे सफलता
           मनीष अग्रवाल जिला पुलिस अधीक्षक बाडमेर के निर्देषानुसार शहर बाड़मेर मंे हो रही दोपहिया वाहन चोरी के प्रकरणांे को गम्भीरता से लेते हुऐ श्री हरीष राठौड निरीक्षक पुलिस थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली बाड़मेर के नेतृत्व मंे थाना स्तर पर मोटरसाईकिल चोरियो के खुलासा हेतु श्री मुलाराम हैडकानि 842, मय करणसिह कानि 765, रतनसिह कानि 1401 की टीम गठित की। उक्त टीम द्वारा लगातार शहर बाडमेर मंे गष्त व भ्रमण तथा गुप्त आसूचनाओं के आधार पर प्रयास उर्फ फ्रास पुत्र हरीषचन्द जाति जटिया उम्र 20 साल निवासी जटियो का नया वास शास्त्री नगर बाडमेर, को दस्तयाब कर गहन पूछताछ की गई तो शहर बाड़मेर मंे मोटरसाईकिल चोरी करना स्वीकार किया जिसकी निषादेही पर एक मोटरसाईकिल बरामद की गई है। मुलजिम से गहन पूछताछ की जा रही है।

जयपुर इस बार पैनल नही मांगे,दोनो पार्टियों ने,सर्वे और पर्यवेक्षक की रिपोर्ट पर मिलेंगे टिकट*

 जयपुर इस बार पैनल नही मांगे,दोनो पार्टियों ने,सर्वे और पर्यवेक्षक की रिपोर्ट पर मिलेंगे टिकट*

*बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक*

आगामी दिसम्बर माह में होने वाले विधान सभा चुनाव की हलचल चुनाव घोषणा के साथ शुरू हो गई।।विभिन दलों के दावेदार टिकट को लेकर दौड़ भाग में लगे है।।टिकट के लिए हाई अप्रोच और अन्य स्रोत ढूंढने में लगे है तो कई नेता अपने आकाओं के यहां चक्करघिन्नी बने हुए है।इअधर दोनो मुख्य दलों ने इस बार पैनल के जरिये टिकट देने की बजाय पार्टी सर्वे पर्यवेक्षक और जिला प्रभारी की रिपोर्ट के आधार पर जितने की पूर्ण संभावना वाले दावेदारों की सूची पेश की जाएगी।उस सूची पर कमिटी क्षेत्र में नफा नुकसान देखकर टिकट तय करेंगे।।सूत्रों की माने तो कमिटी में दावेदारों पे मंथन होगा।।जो नियम शर्ते चयन के लिए लागू की है  उस पर जो खरा उतरेगा टिकट उसी को मिलेगी।।दोनो दलों की पहली सूची नवम्बर के दूसरे पखवाड़े तक आने की संभावना है। *BNT*

जैसलमेर आदर्श आचार संहिता नए तथा पुराने स्थानान्तरणांे के क्रियान्वयन पर रोक

जैसलमेर आदर्श आचार संहिता

नए तथा पुराने स्थानान्तरणांे

के क्रियान्वयन पर रोक



      जैसलमेर, 09 अक्टूबर। जिला कलक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर) ओम कसेरा ने विधानसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता के प्रभावी होने के साथ ही भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश तथा लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के तहत् राजकीय अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रावधानों का शक्ति से पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

      भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 06 अक्टूबर को राजस्थान विधानसभा के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही राज्य में आदर्ष आचार संहिता लागू हो गई है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आदर्ष आचार संहिता के संबंध में सख्त निर्देष जारी किये गये है जिनकी अक्षरषः पालना अपेक्षित की गई है। राज्य सराकर के निर्वाचन विभाग की यह जानकारी में आया है कि विभिन्न विभागीय स्तरों द्वारा तबादलांे पर रोक होने के बावजूद अभी स्थानान्तरण किये जा रहे है जो आदर्ष आचार संहिता का उल्लंघन है। चुनाव की घोषणा के पष्चात् स्थानान्तरण के चुनाव प्रबंधन में व्यवधान उत्पन्न हो जाता है।

      मुख्य निर्वाचन अधिकारी, निर्वाचन विभाग, राजस्थान जयपुर के निर्देषों के अनुसरण में लेख है कि आप अधीनस्थ अधिकारियों/कार्मिको का स्थानान्तरण/पदस्थापन उक्त चुनाव समाप्ति तक न ही करे और जिन अधिकारियों एवं कार्मिकों का स्थानान्तरण आदेष जारी हो चुका है और उसकी क्रियान्विति आदर्ष आचार संहिता लागू होने तक नहीं हुई तो ऐसे स्थानान्तरण आदेष की क्रियान्विति भी नहीं की जाये। आदर्ष आचार संहिता लागू होने के बाद न तो किसी पद पर पदस्थापन किया जाना है एवं न हीं पूर्व में जारी ऐसे किसी आदेष के अनुसर में कार्यभार पर उपस्थित होने को अनुमन किया जाना है। इन निर्देषनों की सख्ती से आपके स्तर पर पालना सुनिष्चित करना अपेक्षित किया जाता है। इस संबंध में किसी भी प्रकार की उपेक्षा लोक प्रतिनिधि व अधिनियम, 1951 के संबंधित विधिक प्रावधानों के अन्तर्गत कार्यवाही आकृष्ट करेगी।

      जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर) कसेरा ने बताया कि कोई भी राजकीय कर्मचारी ना तो किसी प्रकार की राजनीतिक गतिविधियों जैसे रैली,सभा या चुनाव प्रचार में भाग ले सकेगा और ना ही किसी उम्मीदवार, पार्टी के चुनाव, मतदान,गणना अभिकर्ता  के रूप में कार्य कर सकेगा। उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को अपने कार्यालय एवं विभाग में उक्त निर्देशों की पालना करने को पाबन्द किया है।

      जिला कलक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कसेरा ने विधानसभा चुनाव के दौरान जिले में स्थित राजकीय विभागों, उपक्रमों के विश्राम भवनों, अतिथि गृह, डाक बंगलों आदि में मंत्रीगण एवं राजनैतिक व्यक्तियों के रूकने के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइंस की पूर्ण पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इसके लिए सम्बन्धित विभागों एवं उपक्रमों के अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए है।

      उन्होंने एक आदेश जारी कर भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों की अनुपालना तथा आम्र्स एक्ट 1959 के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जैसलमेर जिले के क्षेत्राधिकार में आने वाले समस्त शस्त्र अनुज्ञापत्रधारियों को अपने अनुज्ञापत्र में दर्ज शस्त्र को तुरंत प्रभाव से संबंधित,निकटतम पुलिस थाने के शस्त्रागार में जमा कराने के लिए पाबन्द किया है। यह आदेश कानून व्यवस्था से जुड़े केन्द्र एवं राज्य सरकार कार्मिकांे तथा शस्त्र अनुज्ञापत्रधारी सुरक्षाकर्मी बैंक, जीवन बीमा निगम इत्यादि पर लागू नहीं होगा। शस्त्र अनुज्ञापत्रधारी चुनाव परिणाम घोषित होने के सात दिवस बाद अपना शस्त्र संबंधित थाने से प्राप्त कर सकेंगे। शस्त्र जमा नहीं कराने की स्थिति में शस्त्र अनुज्ञापत्रधारी के विरूद्ध धारा 188 भारतीय दंड संहिता एवं आम्र्स एक्ट 1959 के अन्तर्गत कार्यवाही की जाएगी।

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उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने

 चुनाव प्रकोष्ठो के कार्यो की समीक्षा की

       जैसलमेर, 25 सितंबर। विधानसभा चुनाव को लेकर संबंधित प्रकोष्ठ प्रभारी समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिचित करें। इसके लिए समुचित कार्य योजना बनाई जाए। उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर वीरेन्द्र कुमार वर्मा ने मंगलवार को अपने कक्ष मंे विधानसभा आम चुनाव 2018 के संबंध मंे प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियांे की बैठक के दौरान यह बात कही।

       उप जिला निर्वाचन अधिकारी वर्मा ने कहा कि आचार संहिता लागू होने के पश्चात उसके नियमांे की पालना सख्ती से करवाई जाए। उन्हांेने आचार संहिता की पालना, प्रशिक्षण, वीडियोग्राफी,रूटचार्ट, पेड न्यूज मोनेटरिंग के अलावा विभिन्न प्रकोष्ठांे की ओर से संपादित किए जाने वाले कार्यों के संबंध मंे अब तक की प्रगति की जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए।       अतिरिक्त जिला कलक्टर वर्मा ने कहा कि चुनाव से जुड़े कार्मिकांे को गहनता से प्रशिक्षण दिया जाए। प्रशिक्षण के आधार पर चुनाव निर्भर करता है।

       अतिरिक्त जिला कलक्टर ने डाक मत की प्रक्रिया के संबंध मंे प्रशिक्षण एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थलांे पर फ्लेक्श बैनर लगाने के लिए कहा। उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव से जुड़े प्रकोष्ठांे की ओर से निष्पादित किए जाने वाले कार्यों की अब तक की प्रगति की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामेष्वरलाल मीणा ने समस्त कर्मचारियांे का डाटा आनलाइन अपडेट करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला कोषाधिकारी सुनील भाटिया ने डाक मत पत्र की प्रक्रिया के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। बैठक में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी चेतन चैहान समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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विधानसभा आम चुनाव 2018

जैसलमेर जिले में जिला स्तरीय

नियंत्रण कक्ष 24 घण्टे कार्यशील

       जैसलमेर, 09 अक्टूबर। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राजस्थान विधानसभा आम चुनाव 2018 के सफल संचालन, सूचना के त्वरित आदान-प्रदान एवं निर्वाचन की आदर्श आचार सहिता की पालना सुनिश्चित करने के लिए जिला स्तरीय चुनाव नियंत्रण कक्ष की स्थापना किया गया है, जो सप्ताह के सातों दिन तीन पारियों में चैबीस घंटे कार्यशील रहेगा।

       जिला कलक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ओम कसेरा ने बताया कि यह नियंत्रण कक्ष जिला कलेक्ट्रेट में अतिरिक्त जिला कलक्टर के कार्यालय में स्थापित किया गया है। यह चुनाव नियंत्रण कक्ष आदर्श आचार सहिता की अवहेलना संबंधित शिकायतों के कॉल सेन्टर के रूप में भी कार्य करेगा। नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नं. 02992-251621 है।

जो अनवरत 24 घण्टे राउण्ड दी क्लाॅक अवकाष में भी कार्यरत रहेगा। नियंत्रण कक्ष के प्रभारी मोहम्मद रउफ सहायक निदेषक राज्य बीमा एवं प्रा0नि0 विभाग जैसलमेर एवं सहायक प्रभारी प्रीतमराम प्रिंसीपल राउमावि चांधन एवं बंषीलाल सोनी प्रिंसीपल राउमावि संागड रहेगें।

       जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि यह नियंत्रण कक्ष तीन पारियों में प्रातः 6 से दोपहर 2 बजे, दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे तथा रात्रि 10 बजे से प्रातः 6 बजे तक 24 घंटे कार्यरत रहेगा। इसमें गिरधारीलाल पंचायत प्रसार अधिकारी जिला परिषद जैसलमेर, मिश्रीलाल वरिष्ठ सहायक  सहायक अभियंता भू जल विभगा जैसलमेर, भंवरसिंह सहायक कर्मचारी, जिला आयुर्वेदिक विभाग जैसलमेर को प्रथम पारी में प्रतिनियुक्त किया गया है।

       इसी प्रकार द्वितीय पारी में उम्मेदसिंह पंचायत प्रसार अधिकारी, जिला परिषद, राजेष शर्मा वरिष्ठ सहायक अधिषाषी अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग, देवीलाल सहायक कर्मचारी सहायक अभियंता खान एवं भू वैज्ञानिक को प्रतिनियुक्त किया गया है। इसी क्रम में हरिसिंह पंचायत प्रसार अधिकारी विकास अनुभाग कलेक्ट्रेट कार्यालय, पदमसिंह वरिष्ठ सहायक प्रधानाचार्य राउमावि किषनघाट, गोपालसिंह सहायक कर्मचारी, सहायक अभियंता भू जल विभाग जैसलमेर को प्रतिनियुक्त किया है।

       जारी आदेषनुसार हरीराम पंचायत प्रसार अधिकारी विकास अनुभाग कलेक्ट्रेट कार्यालय, ओम प्रकाष जैन डाईट जैसलमेर तथा जुगलकिषोर सहायक निदेषक कृषि विस्तार जैसलमेर इस नियंत्रण कक्ष के लिए आरक्षित रखा गया है।

टाइम्स नाउ के सर्वे में भी राजस्थान में वसुंधरा राजे की हार। भास्कर में छापी सर्वे की खबर। हार का यह पांचवां सर्वे है। ======


टाइम्स नाउ के सर्वे में भी राजस्थान में वसुंधरा राजे की हार।
भास्कर में छापी सर्वे की खबर। हार का यह पांचवां सर्वे है।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अतिम शाह का समर्थक माने जाने वाला अंग्रेजी का टाइम्स नाउ न्यूज चैनल ने भी राजस्थान में वसुंधरा राजे और भाजपा की हार का आंकलन किया है। 7 दिसम्बर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए इस चैनल ने 8 अक्टूबर को अपना आंकलन प्रसारित किया, जिसे 9 अक्टूबर के अंक में देश के सबसे बड़े अखबार दैनिक भास्कर ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया। इस सर्वे में माना गया है कि कांग्रेस को 200 में से 115 सीटे मिलेंगी। जबकि भाजपा को 75 सीटों का अनुमान लगाया गया है। मीडिया घरानों का यह पांचवां चुनावी सर्वे जिसमें राजस्थान में वसुंधरा राजे की हार मानी गई है। इससे पहले एबीपी न्यूज ने दो बार तथा आज तक न्यूज चैनल और भास्कर अखबार ने जो सर्वे जारी किए उसमें भी भाजपा की हार बताई गई। टाइम्स नाउ के सर्वे की खास बात यह है कि मध्य प्रदेश और छत्तीसढ़ में भाजपा की जीत का आंकलन किया गया है। यानि तीन प्रमुख राज्यों में से राजस्थान में भाजपा की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। चूंकि वसुंधरा राजे ने पांच वर्षों तक अपनी शर्तों पर राज किया, इसलिए खराब हालात के लिए राजे ही जिम्मेदार हैं। असल में सीएम के आवास ऐसी चैकड़ी जमा है जो हकीकत को सामने आने नहीं देती। सीएम तक वो ही सूचना पहुंचाती है जो यह चैकड़ी चाहती है। जानकारों की माने तो भाजपा का शीर्ष नेतृत्व भी राजस्थान को लेकर चिंतित है। इसीलिए राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में मतदान हो जाने के बाद राजस्थान में 7 दिसम्बर को मतदान होगा। एमपी और छत्तीसगढ़ में 28 नवम्बर को मतदान की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। चूंकि राजस्थान में 7 दिसम्बर को मतदान होना है। इसलिए 5 दिसम्बर तक चुनाव प्रचार किया जा सकता है।
एस.पी.मित्तल) (09-10-18)
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बाड़मेर डीजल-पेट्रोल के कूपन बंटे तो पेट्रोल पंप का लाइसेंस निरस्त होगा - आचार संहिता की पालना सुनिश्चत करवाने को प्रभावी मोनेटरिंग के निर्देश

बाड़मेर डीजल-पेट्रोल के कूपन बंटे तो पेट्रोल पंप का लाइसेंस निरस्त होगा

- आचार संहिता की पालना सुनिश्चत करवाने को प्रभावी मोनेटरिंग के निर्देश 

बाड़मेर, 09 अक्टूबर। विधानसभा चुनाव के दौरान किसी भी पेट्रोल पंप पर कूपन के आधार पर डीजल-पेट्रोल भरवाते पाए जाने पर उसका लाइसेंस निरस्त होगा। इसके लिए संबंधित निगरानी दल प्रभावी मोनेटरिंग करें। जिला निर्वाचन अधिकारी शिवप्रसाद मदन नकाते ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे चुनाव तैयारियांे संबंधित समीक्षा बैठक के दौरान प्रकोष्ठ प्रभारियांे को निर्देशित करते हुए यह बात कही।

जिला निर्वाचन अधिकारी शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि प्रकोष्ठ प्रभारी विधानसभा चुनाव को लेकर उनको सौंपे गए उत्तरदायित्वांे को गंभीरता से लेते हुए कार्य संपादित करें। उन्हांेने कहा कि टीम भावना के साथ परस्पर संवाद के जरिए बेहतरीन कार्य करना सुनिश्चित करें। जिला निर्वाचन अधिकारी नकाते ने इस दौरान प्रकोष्ठ प्रभारियांे से उनको आवंटित कार्य, अब तक की प्रगति एवं कार्य संपादित होने की तिथि, चुनाव संबंधित गतिविधियांे के बारे मंे विस्तार से जानकारी ली। उन्हांेने जिला आबकारी अधिकारी देवेन्द्र दशोरा को अवैध शराब की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्रवाई करने तथा होटलों एवं ढ़ाबांे पर चुनाव के दौरान खाने के कूपन वितरण होने की स्थिति मंे जिला रसद अधिकारी एवं खाद्य निरीक्षक को नियमित रूप से निरीक्षण कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्हांेने स्वीप के नोडल अधिकारी एवं जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कालूराम को अधिकाधिक मतदाताआंे तक ईवीएम एवं वीवीपेट की जानकारी पहुंचाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा। उन्हांेने प्रस्तावित चुनाव प्रशिक्षण कार्यक्रमांे के संबंध मंे कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। जिला निर्वाचन अधिकारी नकाते ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक को दिव्यांग मतदाताआंे के शत-प्रतिशत मतदान के लिए निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्हांेने समस्त प्रकोष्ठ प्रभारियांे को आवश्यक संसाधनांे के संबंध मंे सूचनाएं संकलित कर भिजवाने के लिए कहा। इस दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार ने विधानसभा चुनाव के दौरान किए जाने वाले इंतजामांे के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल ने सिक्युरिटी मैनेजमेंट प्लान तथा कानून एवं सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलूआंे के बारे मंे बताया। इस दौरान यूआईटी सचिव चेनाराम, भूमि अवाप्ति अधिकारी अशोक सांगवा, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी दिलीप जैन, नगर परिषद आयुक्त अनिल कुमार समेत विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे।

पीसीपीएनडीटी जिला सलाहकार समिति की बैठक 11 को

बाड़मेर, 09 अक्टूबर। पीसीपीएनडीटी अधिनियम 1994 के अन्तर्गत गठित जिला सलाहकार समिति की बैठक 11 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी की अध्यक्षता मंे रखी गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय मंे होने वाली इस बैठक के दौरान पीसीपीएनडीटी से जुडे़ विभिन्न मुददांे पर विचार-विमर्श किया जाएगा।

संपतियांे के विरूपण की रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश जारी

-लिखित स्वीकृति के लिए संबंधित रिटर्निग अधिकारी को आवेदन प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।

बाड़मेर, 09 अक्टूबर। जिला निर्वाचन अधिकारी शिवप्रसाद मदन नकाते ने विधानसभा आम चुनाव के दौरान संपत्तियों के विरूपण की रोकथाम के संबंध में दिशा-निर्देश जारी करते हुए अधिकारियों को आदर्श आचार संहिता की पालना सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए हैं।

जिला निर्वाचन अधिकारी शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के अभ्यर्थियों-कार्यकर्ताओं की ओर से निर्वाचन एवं प्रचार-प्रसार से संबंधित पोस्टर, कट आउट, नारे, प्रतीक चिह्नों एवं चित्रों का अंकन कर सार्वजनिक, सरकारी एवं गैर-सरकारी सम्पत्तियों, भवनों को भद्दा एवं खराब करना आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की श्रेणी में माना जाएगा। उन्हांेने बताया कि कोई भी राजनीतिक दल या प्रत्याशी ध्वज दण्ड, ध्वज टांगने, सूचनाएं चिपकाने, नारे लिखने, टांगने या लगाने आदि के लिए निर्धारित स्थान के अतिरिक्त सार्वजनिक, सरकारी, गैर सरकारी, निजी भूमि-भवनों एवं सम्पत्तियों का उपयोग नहीं कर सकेगा। उन्होंने बताया कि कोई भी राजनीतिक दल या अभ्यर्थी पोस्टर, बैनर, कट आउट, नारे इत्यादि केवल स्थानीय निकाय की ओर से नियत एवं उपलब्ध कराने गये स्थानों पर निर्धारित दर का भुगतान कर स्वीकृति प्राप्त करने के पश्चात ही प्रदर्शित कर सकेंगे। इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को सभी राजनीतिक दलों एवं उम्मीदवारों को बराबर अवसर देने के निर्देश दिए गए है। इसके अलावा सरकारी भवनों पर किसी भी राजनीतिक दल एवं उम्मीदवारों को किसी भी प्रकार से चुनाव प्रचार सामग्री का प्रदर्शन नहीं करने देने के लिए पाबंद किया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी नकाते ने बताया कि महत्वपूर्ण चौराहों, राजकीय वाहनांे, मील के पत्थरों, रेलवे क्रोसिंग के नोटिस बोर्ड, रेलवे प्लेटफॉर्म के नाम पट्ट, बस टर्मिनलों पर मार्ग निर्देश दिखाने वाले साइन बोर्ड अथवा अन्य नोटिस-साइन बोर्ड सार्वजनिक सम्पत्तियों की श्रेणी में शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त अन्य समस्त जन उपयोगी सुविधाएं एवं संपतियां इसमें शामिल मानी जाएंगी। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी सार्वजनिक-राजकीय सम्पत्तियों पर किसी भी प्रकार की चुनाव प्रचार सामग्री लगाना निषेध रहेगा। संबंधित पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायत की ओर से इसके लिए नियत स्थानों पर ही सक्षम स्वीकृति लेकर सामग्री प्रदर्शित की जा सकेगी। निजी सम्पत्ति मालिक की लिखित अनुमति लेकर ही अस्थायी एवं आसानी से उतारे जा सकने वाली प्रचार सामग्री प्रदर्शित की जा सकेगी। लिखित स्वीकृति के लिए संबंधित रिटर्निग अधिकारी को आवेदन प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। अधिकारियांे को कोई भी लिखित स्वीकृति देने से पूर्व चुनाव आयोग के आदेश-निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है।

ग्रामीणांे को देंगे ईवीएम एवं वीपीपेट से मतदान की जानकारी

बाड़मेर, 09 अक्टूबर। विधानसभा चुनाव को लेकर मतदाताआंे मंे जागरूकता पैदा करने के लिए मोबाइल वैन के जरिए प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इसके अलावा ग्राम पंचायत मुख्यालय एवं बडे़ गांवांे मंे ईवीएम एवं वीवीपेट से मतदान प्रक्रिया के बारे मंे जानकारी दी जा रही है।

रामसर पंचायत समिति के विकास अधिकारी अर्जुनसिंह ने बताया कि 11 अक्टूबर को ग्राम पंचायत देरासर, इन्द्रोई, सियाणी, हाथमा, खारा राठौड़ान, गंगाला, खड़ीन, भाचभर, तामलियार, खारिया राठौड़ान, चाडी एवं सेतराउ तथा 12 अक्टूबर को चाडार मदरूप, पांधी का पार, सुराली, गरडिया, सज्जन का पार, भीडे का पार, पादरिया, अभे का पार, बूठिया, कंटल का पार, खारची, नोपाटिया एवं ग्राम पंचायत बबुगुलेरिया मंे ईवीएम एवं वीवीपेट के जरिए मतदान प्रक्रिया के बारे मंे मतदाताआंे को जानकारी दी जाएगी।

बाड़मेर चौहटन पुलिस की बड़ी कार्यवाही मोटर साईकल चोर गिरोह का सरगना चढ़ा पुलिस के हत्थे बाइक चोरी के दो और सहयोगियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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मोटर साईकल चोर गिरोह का सरगना चढ़ा पुलिस के हत्थे
बाइक चोरी के दो और सहयोगियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार


चौहटन(बाङमेर)बिग ब्रेकिंग न्यूज
चौहटन पुलिस की बड़ी कार्यवाही
मोटर साईकल चोर गिरोह का सरगना चढ़ा पुलिस के हत्थे
बाइक चोरी के दो और सहयोगियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
शातिर बाइक चोर पदमाराम उर्फ पदिया को किया गिरफ्तार
उसके सहयोगी कालूराम बाड़मेर व मनोहरसिंह उर्फ मनोज बाड़मेर को किया गिरफ्तार
आरोपियों ने पांच बाइक चुरानो किया स्वीकार
मुल्जिमो की निशा देही पर तीन बाइक पुलिस ने की बरामद
पीड़ित मांगीलाल की रिपोर्ट पर पुलिस ने की कार्यवाही
बाइक चोरी की फिराक में घूमते तीनों को किया गिरफ्तार
चौहटन पुलिस ने बाइक चोरो को कस्बे से किया गिरफ्तार

बाड़मेर भाजपा जिला बैठक 11 को,वी सतीश लेंगे

बाड़मेर भाजपा जिला बैठक 11 को,वी सतीश लेंगे


भाजपा राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री व चुनाव प्रबंधन समिति सह संयोजक बाड़मेर में लेंगे जिला बैठक।

भारतीय जनता पार्टी बाड़मेर की जिला बैठक 11 अक्टूबर गुरुवार  को होगी आयोजित। जिला महामंत्री बालाराम मूंढ ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी बाड़मेर की जिला बैठक भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री श्री वी.सतीश जी एवं चुनाव प्रबंधन समिति सह संयोजक श्री सतीश पूनिया जी के मुख्य आतिथ्य एवं जिला अध्यक्ष दिलीप पालीवाल की अध्यक्षता मे 11 अक्टूबर गुरुवार को दोपहर 3 बजे स्थानीय कैलाश इंटरनेशनल होटल में आयोजित होगी।

उन्होंने बताया कि जिलाध्यक्ष पालीवाल के निर्देशानुसार बैठक में प्रदेश पदाधिकारी, राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, जिला पदाधिकारी,  सांसद वर्तमान व पूर्व, बोर्ड एवं निगम चेयरमैन वर्तमान व पूर्व, जिला प्रमुख वर्तमान व पूर्व, प्रधान वर्तमान व पूर्व, प्रकोष्ठ प्रकल्प व विभाग के जिला संयोजक, जिला परिषद सदस्य, मोर्चो के जिला अध्यक्ष, नगर परिषद सदस्य, वर्तमान व पूर्व मंडल अध्यक्ष, जिला सहकारी बैंक चेयरमैन सहित भाजपा के  पदाधिकारी भाग लेंगे इस बैठक में विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की जाएगी एवम साथ ही अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा की जाएगी।
मूंढ ने बताया कि इस से पूर्व गुरुवार की प्रातः भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री श्री वी.सतीश जी एवं चुनाव प्रबंधन समिति सह संयोजक श्री सतीश पूनिया जी सिरोही से रवाना होकर जालोर, सिणधरी होते हुए बाड़मेर पहुंचेंगे। ततपश्चात जिला बैठक लेंगे। रात्रि विश्राम बाड़मेर में करेंगे एवम पदाधिकारियो से चर्चा करेंगे।

।।थार की राजनीतिक शख्शियत।।* *अमीन खान जैसे नेता हर रोज पैदा नही होते,बेबाकी और दबंगता उनकी खास पहचान है*

*।।थार की राजनीतिक शख्शियत।।*

*अमीन खान जैसे नेता हर रोज पैदा नही होते,बेबाकी और दबंगता उनकी खास पहचान है*




*धोरों की राजनीति में कई हस्तियां हुई।।जिनमे कुछ व्यक्तित्व ऐसे भी है जिनका कोई सानी नही।वक़्त के साथ हर एक बड़े व्यक्ति का दौर खत्म होता है थार की थळी की राजनीतिकबक एक ऐसा भी सितारा है जो सदाबहार है जो कल भी ऐसा था और आज भी ऐसा है। जीवन बसन्त के सात दशक देख चुके वेटरन नेता अमीन खान देतानी की बात कर रहे है। एक सरहदी छोटे से गांव देतानी में दीनमोहम्मद के घर जन्मे अमीन खान बचपन से जुनूनी है।।15 जनवरी 1939 को जन्मे अमीन खान ने अपनी शिक्षा की छोटी सी पारी गांव में ही शुरू कर खत्म कर दी। शिक्षा के प्रति रुचि न होने के कारण उन्होंने वन विभाग में छोटे ओहदे की नोकरी कर ली। पाकिस्तान के गोगासर में निकाह के बाद वो निरन्तर राजनीति में सक्रिय रहे। सरहदी इलाको के गांवो में मूल भूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का संकल्प लेकर वो कांग्रेस के सदस्य बने।।1952 से अपना राजनीति सफर शुरू किया।।शुरू के खांटी नेता के रूप में चर्चित रहने वाले अमीन खान अपनी बेबाकी के लिए पहचाने जाते है।।बिना कोई लाग लपेट के सच्ची बात मुंह पे बोलने के हिमायती अमीन खान को आज भी झूठे और कट्टरपंथी नेताओ के खिलाफ है। अमीन खान ने शिव क्षेत्र में अपनी सक्रियता से जल्द अपनी पहचान बना ली।।अभावों के दौर में भी वो एक सच्चे राजनेता के रूप में निखरते गए।।वृद्धि चंद जैन और राजेश पायलट को अपना आदर्श मानने वाले अमीन खान अपनी राजनीति पारी में कई महत्वपूर्ण पदों पे रहे।उन्होंने आम आदमी के मर्म को समझ सरहदी गांवो में मूलभूत सुविधाएं जुटाने के बेहतर प्रयास किये। बिजली,पानी ,सड़क के साथ साथ उनका अकाल प्रबंधन में बेहतर योगदान रहा।सिंधी मुस्लिम समुदाय को ओबीसी में शामिल करवाने में उनका योगदान भुलाया नही जा सकता।  अमीन खान की विशेषता रही कि विधानसभा में क्षेत्र के मुद्दे प्रखरता से रखते थे।समन्तशाही और जागीरदारी प्रथा के खिलाफ उनका जीवट संघर्ष रहा ।फिर भी वो राजपूतो के सबसे बड़े हिमायती रहे।।शिक्षा के प्रति अमीन खान बड़े जगरुक् रहे है।।अध्यापकों के स्थानांतरण में भी वो दखल नही देते।। वो अधिकारियों के स्थानांतर या हटाने लगाने की गंदी राजनीति में लिप्त नही रहे। उनका विजन साफ था अधिकारी कोई हो उससे काम  करवाओ।

*कब कब बने विधायक*

1980 को पहली बार अमीन खान शिव में कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में उतरे और उन्होनें निर्दलीय शोभ सिंह को हराया और पहली बार विधान सभा पहुंचे।1985 के चुनाव में अमीन खान रावत उम्मेद सिंह से चुनाव हार गए।।1990 में फिर उन्होंने जनता दल के हरि सिंह को हराकर चुनाव जीता।।1993 में हरी सिंह ने भाजपा से चुनाव लड़ अमीन खान को हरा दिया।।1998 में अमीन खान खान ने भाजपा के हरि सिंह को हराकर कर अपनी पिछली हार का बदला लिया ।।2003 में भाजपा के जालम सिंह रावलोत से चुनाव हारे।2008 में उन्होंने जालम सिंह को बड़े अंतर से हराकर चुनाव जीता।तो 2013 में भाजपा के मानवेन्द्र सिंह ने उन्हें बड़े अंतर से हराया।।

*संघर्षशील जीवन एंव कार्यकाल*
1955-प्राथिमक सदस्य कांग्रेस कमेटी।
1958-से निरन्तर सक्रिय सदस्य कांग्रेस पार्टी।
1960-1965: *पंच*ग्राम पंचायत हरसाणी शिव जिला बाडमेर।
1962-1966:
*अध्यक्ष मंडल*
 कांग्रेस गिराब जिला बाड़मेर।
1966-1976: *अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी शिव।*
1966 से निरन्तर सदस्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी राजस्थान।
1974-2012: *अध्यक्ष ग्राम सेवा सहकारी समिति बाड़मेर।*
1978-1980: *सरपंच ग्राम पंचायत राणासर जिला बाड़मेर।*
1980-1985: *सदस्य 7वीं राजस्थान विधान सभा।*
1980-1981: *सदस्य विशेषाधिकार समिति एंव याचिका समिति* राजस्थान विधान सभा।
1981-
*सदस्य जिला ग्रामीण विकास अभिकरण में सुखा समन्वय परियोजना क्रियान्वयन समिति बाड़मेर।*
1981-1984: *अध्यक्ष भुमि विकास बैंक बालोतरा जिला बाड़मेर।*
1982-1984: *सदस्य याचिका समिति राजस्थान विधान सभा।*
1982-1985: *उप जिला प्रमुख जिला परिषद बाडमेर।*
1982- *संचालक राजस्थान राज्य सहकारी उपभोक्ता संघ।*
1982-1984:
*सदस्य,*
 *राजस्थान राज्य हज समिति।*
1982-1985: *सदस्य खाद्य एंव आपुर्ति* ग्रह रक्षा दल एंव नागरिक सुरक्षा देवस्थान विभागों की संसदीय परामर्शदात्री समिति राजस्थान विधान सभा।
1990-1992: *सदस्य 9वीं राजस्थान विधान सभा।*
1990-1992: *सदस्य दूर संचार सलाहकार समिति भारत सरकार।*
1991-1992: *सदस्य यातायात,विग्यान एंव प्रोध्योगिकी विभाग की संसदीय परामर्शदात्री समिति।*
1991से निरन्तर=
*सदस्य प्रदेश कांग्रेस कार्य समिति राजस्थान।*
1994-1997: *महामंत्री जिला कांग्रेस कमेटी बाड़मेर।*
1995-2000: *उप जिला प्रमुख जिला परिषद बाड़मेर।*
1997-1998: *सदस्य दुरसंचार सलाहकार समिति भारत सरकार।*
1996-2003: *सदस्य 11वीं राजस्थान विधान सभा।*
1999-2000: *सदस्य प्राक्कलन (ख) व ग्रह समिति राजस्थान विधान सभा।*
2005-2008: *निदेशक सेन्ट्रल वूल बोर्ड भारत सरकार।*
2005 से निरन्तर = *सदस्य अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी।*
2008-2013: *सदस्य 13वीं विधान सभा*
28/02/2009 से 10/03/2011: *राज्य मंत्री वक्फ (स्वतंत्र प्रभार)ग्रामीण विकास एंव पंचायती राज विभाग राजस्थान सरकार*
अप्रेल 2011 से नवम्बर 2011= *सदस्य लोक सेवा समिति राजस्थान विधान सभा*
👉17/11/2011-2013= *राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अल्पसंख्यक मामलात एंव वक्फ विभाग राजस्थान सरकार।*
वर्तमान में आप *राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी में एग्ज्युकेटिव कमेटी में सदस्य एंव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में सदस्य है।*

*गोभक्त अमीन खान,फुरसत में गायों की सेवा करते है*

*अमीन खान ठेठ देहाती परिवेश के है उनकी गवाड़ी में आज भी दर्जनों गाये है।अमीन खान गायों की मन से सेवा करते है।।अकाल के वक़्त भी गायों के लिए पशु शिविरों का प्रबंध लड़ झगड़ के करवाते रहे है।।

*बेबाकी दबंगता के कारण चर्चा में रहते है*

अमीन खान स्पष्ठवादी है।।वो सच्ची बात बिना किसी लाग लपेट के कर जाते है।उनके द्वारा तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल पर की गई वफादारी की टिपणी की वजह से देश भर में चर्चित और विवादित रहे।।वो जातिगत राजनीति के खिलाफ रहे पार्टी के कुछ नेताओ की कट्टर जातिवाद राजनीति के चलते वो टिपणी करते रहते है।।थार एक्सप्रेस को तस्करी और घुसपैठ का जरिया बताने वाले अमीन खान इसे बन्द करने का बयान भी दे चुके।पाकिस्तान के गोगासर में उनकी यात्रा के दौर हुई कथित पार्टी के कारण भी विवाद में रहे।।

*कांग्रेस के दिग्गज है अमीन खान के मुरीद*

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ उनके तालुकात बेहतर है।।अहमद पटेल से उनकी नजदीकियां है तो श्रीमती सोनिया गांधी और राहुल गांधी अमीन खान को व्यक्तिगत जानते है। राहुल गांधी जब भी अमीन खान मिलते है उन्हें बाबा कह के सम्बोधित करते है।अशोक गहलोत उनसे सलाह मशबिरा करते है।कांग्रेस के कई दिग्गज अमीन खान का सम्मान करते है।।

*अलबत्ता अमीन खान जैसे नेता भविष्य में होना मुश्किल है।।ईमानदारी,निष्ठा ,दबंगता ,बेबाकी,स्पष्टवादी ,जैसे गुणों से लबरेज अमीन खान अपना अंतिम चुनाव लड़ना चाहते है।यह भविष्य के गर्भ में है पार्टी उन्हें मौका देती है या नही।।*

राजस्थान के रण में राहुल गांधी की हुंकार, कहा- प्रदेश में बनेगी कांग्रेस की सरकार। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी।

राजस्थान के रण में राहुल गांधी की हुंकार, कहा- प्रदेश में बनेगी कांग्रेस की सरकार। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी।



विधानसभा चुनावों का बिगुल बजने के बाद राजस्थान के रण में आए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने धौलपुर जिले से हुंकार भरते हुए विश्वास जताया कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी. यहां राहुल ने केन्द्र व राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला. राहुल ने आरोप लगाया कि केन्द्र में पीएम मोदी और राजस्थान में सीएम राजे फेल हो चुके हैं. सभा के बाद राहुल रोड शो के लिए निकल गए. राहुल धौलपुर व भरतपुर जिले  में करीब 150 किलोमीटर का रोड शो करेंगे. राहुल गांधी ने मंगलवार को भरतपुर संभाग के धौलपुर जिले में मनिया से अपने दौरे के शुरुआत की. मनिया में आयोजित सभा में राहुल ने कहा कि कांग्रेस ने गरीबों को मनरेगा दिया. किसानों का 70 हजार करोड़ रुपए का कर्जा माफ किया. सूचना का अधिकार दिया. राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने मुफ्त दवा दी. उन्होंने सभा में मौजूद लोगों से सवाल किया कि बीजेपी ने पांच साल में क्या दिया बताएं ? राहुल ने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने किसानों से इतर विजय माल्या और नीरव मोदी समेत देश के 10-15 अरबपतियों का साढ़े तीन लाख रुपए का कर्जा माफ कर दिया. राजे सरकार पर कसे तंज राहुल ने सीएम वसुंधरा राजे पर तंज कसते हुए कहा कि मुफ्त दवा बंद कर दी गई. मनरेगा बंद कर दिया गया. कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है. पांच साल तक किसानों से दूरी बनाए रखने वाली राजस्थान सरकार को आचार संहिता लगने से आधे घंटे पहले किसानों की याद आती है और बिजली माफ करने जैसी घोषणा की जाती है. राहुल ने कहा कि राजस्थान में आपकी सरकार बनेगी. कांग्रेस कार्यकर्ता की सरकार बनेगी, जिसमें मुख्यमंत्री व मंत्री के दरवाजे किसान व गरी

प्रगतिपथ पर अग्रसर आदिशक्ति फाउंडेशन

प्रगतिपथ पर अग्रसर आदिशक्ति फाउंडेशन

अहमदाबाद। आदिशक्ति फॉउंडेशन की गुजरात इकाई के नव निर्वाचित अध्यक्ष ज्योति चण्डक ने पदभार संभाल लिया। पदभार ग्रहण समारोह में आदिशक्ति फॉउंडेशन की राष्ट्रिय अध्यक्ष सुषमा सिंह पंवार , राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. श्वेता श्रीवास्तव , पत्रकार हरिप्रकाश , प्रताप सेना सयोजक गिरवर सिंह शेखावत , भवानी सिंह शेखावत , राजस्थान पत्रिका के प्रभारी संपादक प्रदीप जोशी , श्वेता शुक्ला , पार्षद मुकेश ,सुमेर सिंह भाटी बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। अहमदाबाद में आयोजित पदभार ग्रहण समारोह में आदिशक्ति फॉउंडेशन की राष्ट्रिय अध्यक्ष सुषमा सिंह पंवार ने नव निर्वाचित अध्यक्ष ज्योति चण्डक को पदभार सौंपने की औपचारिकता निभाई। उन्होंने नव निर्वाचित अध्यक्ष ज्योति चण्डक को बधाई देते हुए जल्द कार्यकरणी का विस्तार करने के निर्देश दिए। कार्यक्रम की शुरू वात में सभी अतिथियों का साफा , शोल ओढ़ाकर एवं पुष्प गुच्छ देकर अभिनन्द किया गया।




राष्ट्रिय अध्यक्ष सुषमा सिंह पंवार ने कहा कि सामाजिक सरोकार के कार्यो में महिलाओ को आगे आने की जरूरत है। समाज के निर्माण के लिए संगठन प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि अगर नारी पढ़ी लिखी होगी तो वो समाज के कार्यो में योगदान दे सकती हैं । नारी पढ़ेगी तो परिवार को सुचारू रूप से चला पाएगी। उसे दूसरों पर आश्रित नहीं रहना पड़ेगा और अपने कर्तव्यों और अधिकारों के प्रति भी सजग रहेगी। उन्होंने ने भारत में नारियों और बच्चों की वर्तमान स्थिति से निपटने के लिए हर संभव प्रयास जो की समाज से हो सकता है की आवश्यकता पर बल दिया.उनकी सेहत की चिंता पर बहुत ही प्रबलता से अपनी बात रखी। उन्होंने आदिशक्ति फाउंडेशन के बारे बताते हुए कहा महिलाओं को हर स्तर पर जागरूक और शिक्षित करने साथ उनको किसी ना किसी कार्यक्रम के द्वारा जोडक़र उनके अंदर छिपी प्रतिभा को दिखाने का अवसर देने का काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि आर्थिक स्थति से कमजोर परिवारों को छोटे छोटे काम दिलाकर रोजगार अवसर प्रदान करने महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।




वही फॉउंडेशन की राष्ट्रीय प्रवक्ता डा श्वेता श्रीवास्तव ने महिला शक्ति को एक रचना सुनाकर वीरता और सहनशीलता को परिभाषित किया और संस्था की सभी गतिविधियों से गुजरात की नवनियुक्त पदाधिकारियों को अवगत कराते हुए सभी को आश्वस्त किया कि समस्त राष्ट्रीय कार्यकारिणी गुजरात की नई कार्यकारिणी के साथ कदम से कदम मिलकर चलेगी। नव नियुक्त पदाधिकारियों ने अध्यक्षा ज्योति चांडक को हर संभव मदद का भरोसा दिया।



इस अवसर पर गिरिवर सिंह जी ने संस्थाओ की संख्या से ज्यादा संस्थाओं की एकजुटता की बात की। वहीँ भवानी सिंह जी ने भारतीय संस्क्रती को आगे ले जाने की कोशिश में आदिशक्ति की भागीदारी को महत्ता पर बल दिया। इस अवसर पर सचिव भारती केला,कोकिला डागा,टीना मेहता ,मुन्ना जी ,महासचिव कृष्णा काबरा उपाध्यक्षा अनुपमा महेश्वरी ,किरण महेश्वरी,महामंत्री ललिता झवर ,संगठन मंत्री दीपा दम्माणी,आईटी प्रभारी ज्योतिका जिगना संचार मंत्री संगीता बिसानी आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। कार्यक्रम में कई गणमान्य लोगो उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अवन्तिका महेश्वरी ने किया।



आदिशक्ति फॉउंडेशन के मुख्य सरंक्षक श्री राश दादा ' राश 'ने सफल कार्यक्रम लिए सभी पदाधिकारियों को सराहना करते हुए नवनियुक्त गुजरात इकाई के सदस्यों को बधाई देते हुए शुभकामानएं प्रेषित की।

*राजस्थानी की सर्वप्रथम ग़ज़ल का म्युजिकल कंपोजिशन का होगा कल लोकार्पण*

*राजस्थानी की सर्वप्रथम ग़ज़ल का म्युजिकल कंपोजिशन का होगा कल लोकार्पण*
हैदराबाद,जयपुर, गांधीनगर

राजस्थानी भाषा, संस्कृति, और
संगीत प्रेमीयों के लिए एक खुश खबर । राजस्थानी  भाषा का संगीत वैसे तो किसी परिचय का महोताज नहीं । इस के कई कलाकारों संगीतकारों गायकों नें अपनी प्रतिभा का परचम देश विदेश में लहराया है। पर गीत संगीत की इतनी समृद्ध विरासत संजोए हुए भी राजस्थानी संगीत में किसी संगीतकार द्वारा ग़ज़ल के कंपोज़िशन की कमी महसूस की जाती थी। उसी कमी को पूरा किया है हैदराबाद के संगीत निर्देशक रामावतार दायमा साहब ने। आप ने राजस्थानी भाषा में नरपत वैतालिक द्वारा लिखी खुब सूरत ग़ज़ल का स्वरांकन किया है। जयपुर की कोकिलकंठी गायिका शिखा माथुर नें इस ग़ज़ल को अपना सुंदर स्वर दिया है। साथ ही मयंक शर्मा ने इस.में संगीत दिया है। संगीत संयोजन ऋषिकेश सोनी ने किया है। इस गीत का सुंदर विड़ियो फिरोज मीरज़ा ने निर्देशित किया है। *इस ग़ज़ल का उद्भव नरपत आसिया द्वारा हमारे राजस्थानी भाषा के पहले व्हाटसप ग्रुप थार थळी में किया गय था।।थार थळी में अब तक कई नए प्रयोग राजस्थानी साहित्य को लेकर हो चुके है।*

मूल राजस्थान निवासी और हैदराबाद के ग़ज़ल कंपोजर रामावतार दायमा ने बताया कि  ग़ज़ल इरान और अरबस्तान की धरती से हजारों साल पहले निकली थी । और आज लगभग हर ज़ुबान बोली में रम सी गई है। हर भाषा में कवियों नें इसे कहा है और संगीतिक स्वरांकन भी होते रहे है।पर अरबस्तान के रेगिस्तान और राजस्थान के रेतीले धोरों में समानता होते हुए भी  इस का  सांगितीक प्रचलन   राजस्थानी भाषा में अब तक नहीं.है।सो कल यह आधिकारिक रूप में youtube पर लोंच होगी। और हमें गौरव है कि हम सब इस ऐतिहासिक घटना के साक्षी है। कवि नरपत वैतालिक जिन्होंने इसे अपने शब्दों से संजोया है,  ने बताया कि वैसे तो कवि सम्मेलनों मंचो पर राजस्थानी कवि राजस्थानी ग़ज़लें.खूब सुनाते है और वाहवाही लूटते है पर इसका अबतक किसी संगीतकार द्वारा स्वरांकन देखने में नहीं आया है। इस लिए इस विरल घटना का राजस्थानी संगीत और भाषा में दुरोगामी सकारात्मक परिणाम आने की आशा है और दुसरे संगीतकार भी राजस्थानी भाषा की मीठास से भरी ग़ज़ल को स्वरांकित करेंगे।और राजस्थानी भाषा की सांस्कृतिक और महान संगीत की धरोहर को संजोने आगे आएँगे।

सोमवार, 8 अक्टूबर 2018

पांच राज्यों में कांग्रेस की ही अग्निपरीक्षा है - ललित गर्ग-


पांच राज्यों में कांग्रेस की ही अग्निपरीक्षा है
- ललित गर्ग-

चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीखें घोषित कर दीं, लेकिन एक हद तक मिजोरम और राजस्थान को छोड़ दें तो कहीं भी यह साफ नहीं है कि लड़ाई का स्वरूप क्या होगा? फिर भी ये चुनाव केन्द्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाले हैं, इन्हीं चुनावों के परिणाम से आगामी आम चुनाव की तस्वीर भी काफी-कुछ स्पष्ट होने वाली है। क्योंकि ये चुनाव अगले आम चुनाव का माहौल बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। इन चुनावों को एक तरह से अगले आम चुनावों का सेमीफाइनल माना जा रहा है।
मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम इन पांच विधानसभा चुनावों में तीन प्रमुख प्रांत हैं, जिनमें मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने लगातार पिछले चुनाव जीते हैं। मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चैहान 14 वर्षों से मुख्यमंत्री हैं और छत्तीसगढ़ में डा. रमन सिंह लगातार 2003 से मुख्यमंत्री हैं। इन पांच राज्यों में से सिर्फ मिजोरम में कांग्रेस की सरकार है। आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद बने तेलंगाना में दूसरी बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। मिजोरम में मुख्य लड़ाई कांग्रेस और मिजो नेशनल फ्रंट की अगुआई वाले मिजोरम डेमोक्रैटिक अलायंस के बीच है जबकि राजस्थान में सीधी लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस के बीच होनी है। राजस्थान में श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया मुख्यमंत्री हैं, लेकिन वहां उन्हें कड़े संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है। 
छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के चुनावों को सबसे ज्यादा दिलचस्पी से देखा जाएगा, दोनों ही प्रांतों में भाजपा को कांटे की टक्कर झेलनी पड़ सकती है। छत्तीसगढ़ में यह पहला मौका है जब बीजेपी और कांग्रेस के अलावा कोई तीसरा पक्ष भी मैदान में है। अजित जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस ने बीएसपी से गठबंधन किया है। यह पार्टी पहली बार ही विधानसभा चुनाव का सामना कर रही है, इसलिए इसके वास्तविक प्रभाव के बारे में अभी से कुछ कहना मुश्किल है। बीएसपी की ताकत यहां सीमित ही है, लेकिन उसकी बातचीत पहले कांग्रेस से चल रही थी। इन दोनों पार्टियों का साथ आना कांग्रेस के लिए झटका तो है, पर यह गठबंधन चुनाव नतीजों को किस हद तक प्रभावित करेगा, इस बारे में फिलहाल अटकलें ही लगाई जा सकती हैं। इन पांचों ही राज्यों में कांग्रेस की स्थिति मजबूत हो सकती है, लेकिन सशक्त केन्द्रीय नेतृत्व के अभाव में मतदाता कौनसी करवट लेगा, कहा नहीं जा सकता। कांग्रेस भाजपा शासित राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में सत्ता विरोधी रुझान का फायदा उठाने की पुरजोर कोशिश में है। अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस अगर इन तीनों बड़े राज्यों में कामयाब होती है तो वह भाजपा की अजेय छवि पर गहरा प्रहार होगा। इन तीनों राज्यों में भाजपा को कांग्रेस से गंभीर चुनौती मिलने के आसार दिख रहे हैं। यही वजह है कि इन चुनावों को 2019 के चुनावी महासमर का सेमीफाईनल माना रहा है।
इन पांचों ही राज्यों में अपने अलग-अलग चुनावी मुद्दे हैं लेकिन इन मुद्दों में अब केन्द्रीय मुद्दे भी जगह बना रहे हैं। लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनावों में लोगों की राय अलग-अलग रहती आई है। ऐसा जनता पार्टी की सरकार के समय, इन्दिरा गांधी के शासनकाल में और राजीव गांधी शासनकाल में देखने को मिल चुका है। लेकिन इस बार एक तरफ बिजली, पानी, सड़क, महंगाई, बेरोजगारी जैसे बुनियादी मुद्दों के साथ-साथ रुपए की गिरती कीमत, पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम, अर्थव्यवस्था की धीमी गति, साम्प्रदायिक-धार्मिकता के मुद्दे भी अहम हो चुके हैं। राज्यस्तरीय घोटालों के मुद्दे भी अहम बन रहे हैं। राजनीतिक दलों की चादर इतनी मैली है कि लोगों ने उसका रंग ही काला मान लिया है। अगर कहीं कोई एक प्रतिशत ईमानदारी दिखती है तो आश्चर्य होता है कि यह कौन है? पर हल्दी की एक गांठ लेकर थोक व्यापार नहीं किया जा सकता है। भ्रष्टाचार, राजनीतिक अपराधीकरण क्यों नहीं सशक्त चुनावी मुद्दे बनते? इस बार के विधानसभा चुनावों में देखने को मिल रहा है कि राजनीतिक दल धार्मिक प्रतीकों का सहारा भी पहले की तुलना में कहीं अधिक लेने लगे हैं। शायद भाजपा को शिकस्त देने के लिये हिन्दुत्व का मुद्दा भी प्रमुखता से उछल रहा है। यही कारण है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को कभी शिवभक्त, कभी नर्मदा भक्त के रूप में पेश किया जा रहा है। राहुल गांधी राज्यस्तरीय मुद्दों को अपने भाषणों में बहुत कम छूते हैं बल्कि उनका सारा जोर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर प्रहार करने का रहता है। एक तरह से ये चुनाव नरेन्द्र मोदी को पछड़ाने की ही सारी जद्दोजहद दिखाई दे रहे हैं। यह विडम्बना ही है कि हर दल एक बड़ी रेखा को मिटाने की बात तो करता है, लेकिन एक बड़ी रेखा खींचने का प्रयास कोई नहीं कर रहा है। 
भाजपा अपनी अजेय छवि को बरकरार रखने के लिए पूरा प्रचार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ही केंद्रित रखने की योजना बना रहा है। सत्ता विरोधी लहर से निबटने के लिए इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को किनारे ही रखा जा सकता है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह इसी रणनीति पर काम कर रहे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस अपनी और अपने अध्यक्ष राहुल गांधी की स्थिति को सुदृढ़ बनाने के लिये हरसंभव प्रयास करती हुई दिख रही है। कांग्रेस के लिये यह अग्निपरीक्षा का दौर है कि वह इन चुनावों में कैसा प्रदर्शन करती है। अगर कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन करती है तो अगले लोकसभा चुनावों में महागठबंधन की दिशा तय होगी और तभी नरेन्द्र मोदी रूपी किले को ध्वस्त करने की बात सोची जा सकती है। नरेन्द्र मोदी एक करिश्मा है और वह आज भी बरकरार है, जब तक प्रधानमंत्री की छवि को प्रभावित नहीं किया जाता तब तक भाजपा को हराने की बात सोचना ही नासमझी होगी। अनेक विरोधी आंधियों के बावजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की व्यक्तिगत छवि पर कोई आंच नहीं आई है बल्कि देशवासी उन पर पूरा भरोसा कर रहे हैं। कांग्रेस के जीतने की स्थिति में राहुल गांधी की स्वीकार्यता बढ़ेगी और क्षेत्रीय दलों का दबाव कम होगा। लेकिन यह दिवास्वप्न जैसा प्रतीत हो रहा है।
 विपक्ष के गठबंधन में कांग्रेस की भागीदारी कितनी होगी, इसका अनुमान भी पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में हो जाएगा। अगर कांग्रेस कमजोर साबित हुई तो उसे क्षेत्रीय दलों के आगे अपनी शर्ते मनवाने में दिक्कतों को सामना करना पड़ेगा। कांग्रेस को आज जैसा केन्द्रीय नेतृत्व चाहिए, वह उसे नहीं मिल पा रहा है, शायद यही कारण है कि जनता चाहकर भी उसे स्वीकार नहीं कर पा रही है। ‘वंश परंपरा की सत्ता’ से लड़कर मुक्त हुई जनता इतनी जल्दी उसे कैसे भूल सकती है? कुछ मायनों में यह अच्छा है कि राजनीति में वंश की परंपरा का महत्व घटता जा रहा है, अस्वीकार किया जा रहा है। इससे कुछ लोगों को दिक्कत होगी जो परिवार की भूमिका को भुनाना चाहते हैं। लेकिन लोकतंत्र की सेहत के लिए अच्छा ही होगा। जनता अब जान गई है कि राजा अब किसी के पेट से नहीं, ‘मतपेटी’ से निकलता है।
 नरेन्द्र मोदी अपने या भाजपा के पक्ष में जिस तरह के तथ्य प्रस्तुत करते हैं, उनका जबाव न कांग्रेस के पास है और न अन्य दलों के पास। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, वे नामदार है, हम कामदार हैं। उनका मकसद एक परिवार का कल्याण है, हमारा लक्ष्य राष्ट्र निर्माण है। बीजेपी विरोधी दलों की कमजोरी पर नहीं बल्कि सवा सौ करोड़ लोगों की ताकत पर चलती है। यह विश्वास, यह दृढ़ता एवं यह दिशा भाजपा के सामने खड़े किये जा रहे धुंधलकों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। भले ही भारतीय राजनीति का इतिहास रहा है कि आम चुनावों में कोई एक पार्टी जीतकर सत्तारूढ़ हो जाती है लेकिन उसके बाद हुए विधानसभा चुनावों में विपक्ष की सरकारें बनती रही हैं। इस बार ऊंट किस करवट बैठेगा, भविष्य के गर्भ में हैं। 
प्रेषकः


(ललित गर्ग)
बी-380, प्रथम तल, निर्माण विहार, दिल्ली-110092
 9811051133


*जैसलमेर आचार संहिता की लपेट में आया रावलोत का प्रचार रथ*,पुलिस ने जब्त किया रथ

*जैसलमेर आचार संहिता की लपेट में आया रावलोत का प्रचार रथ*,पुलिस ने जब्त किया रथ

*जैसलमेर आगामी दिसम्बर माह में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए आदर्श आचार संहिता लगने के साथ जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन का संहिता की पालना के लिए कड़ा रुख देखा जा सकता है।जैसलमेर विधानसभा में अपनी दावेदारी के साथ प्रचार में जुटे डॉ जालम सिंह रावलोत का चुनाव प्रचार रथ आज आचार संहिता के चपेट में आ गया।।एक निजी वाहन पर पोस्टर प्रचार सामग्री लगी थी।।जो विभिन गांवो में जालम सिंह के जनसंपर्क के लिए काम मे ली ज रही थी।।जेसलमेर कोतवाली थाना  पुलिस ने उक्त प्रचार साधन जब्त कर थाना परिसर में रख दिया हैं।।

जैसलमेर। अधिकारियों-कर्मचारियों को आदर्श आचार संहिता की पालना के निर्देश

जैसलमेर। अधिकारियों-कर्मचारियों को आदर्श आचार संहिता की पालना के निर्देश

      जैसलमेर, 08 अक्टूबर। जिला कलक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर) ओम कसेरा ने विधानसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता के प्रभावी होने के साथ ही भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश तथा लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के तहत् राजकीय अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रावधानों का शक्ति से पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

      जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर) कसेरा ने बताया कि कोई भी राजकीय कर्मचारी ना तो किसी प्रकार की राजनीतिक गतिविधियों जैसे रैली,सभा या चुनाव प्रचार में भाग ले सकेगा और ना ही किसी उम्मीदवार, पार्टी के चुनाव, मतदान,गणना अभिकर्ता  के रूप में कार्य कर सकेगा। उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को अपने कार्यालय एवं विभाग में उक्त निर्देशों की पालना करने को पाबन्द किया है।

      जिला कलक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कसेरा ने विधानसभा चुनाव के दौरान जिले में स्थित राजकीय विभागों, उपक्रमों के विश्राम भवनों, अतिथि गृह, डाक बंगलों आदि में मंत्रीगण एवं राजनैतिक व्यक्तियों के रूकने के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइंस की पूर्ण पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इसके लिए सम्बन्धित विभागों एवं उपक्रमों के अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए है।

      उन्होंने एक आदेश जारी कर भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों की अनुपालना तथा आम्र्स एक्ट 1959 के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जैसलमेर जिले के क्षेत्राधिकार में आने वाले समस्त शस्त्र अनुज्ञापत्रधारियों को अपने अनुज्ञापत्र में दर्ज शस्त्र को तुरंत प्रभाव से संबंधित,निकटतम पुलिस थाने के शस्त्रागार में जमा कराने के लिए पाबन्द किया है। यह आदेश कानून व्यवस्था से जुड़े केन्द्र एवं राज्य सरकार कार्मिकांे तथा शस्त्र अनुज्ञापत्रधारी सुरक्षाकर्मी बैंक, जीवन बीमा निगम इत्यादि पर लागू नहीं होगा। शस्त्र अनुज्ञापत्रधारी चुनाव परिणाम घोषित होने के सात दिवस बाद अपना शस्त्र संबंधित थाने से प्राप्त कर सकेंगे। शस्त्र जमा नहीं कराने की स्थिति में शस्त्र अनुज्ञापत्रधारी के विरूद्ध धारा 188 भारतीय दंड संहिता एवं आम्र्स एक्ट 1959 के अन्तर्गत कार्यवाही की जाएगी।

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