गुरुवार, 4 अक्टूबर 2018

*शिव विधानसभा क्षेत्र 2018* *ओबीसी की उम्मीदवारी की बात पहुंची हाई कमान तक,मौसेरी को जल्द बुलावा

*शिव विधानसभा क्षेत्र 2018*

*ओबीसी की उम्मीदवारी की बात पहुंची हाई कमान तक,मौसेरी को जल्द बुलावा*

*बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक*

*बाड़मेर जिले की सबसे हॉट सीट बनी शिव विधानसभा क्षेत्र में ओबीसी उम्मीदवार मैदान में उतारने की गूंज भाजपा हाई कमान तक पहुंच गई है।।सूत्रानुसाए विकल्प के तौर पर शिव में ओबीसी उम्मीदवार उतारने और उसके फायदे नुकसान पर चर्चा हुई।।धन सिंह मौसेरी मजबूत सम्भावित बन कर उभरे।।आलाकमान अभी मानवेन्द्र सिंह के भाजपा छोड़ने की अधिकृत घोषणा नही करने पर संशय में है।।सूत्रानुसाए जल्द धन सिंह मौसेरी को जीत फेक्टर के आंकड़ो के साथ तलब किया जाना है।।भाजपा हर सीट पर हर जीत की संभावना और दमदार प्रत्यासी को सूचीबद्ध कर रहे है।शिव से धन सिंह मौसेरी संघ और भाजपा के विभिन दायित्व  निर्वहन करने पर मजबूत होकर उभरे वही शिव विधानसभा के निवासी होने का फायदा उन्हें मिल रहा।।सूत्रानुसार प्रदेश ओबीसी प्रकोष्ठ धन सिंह में रूचि दिखा रहा है जिसका कारण उनकी शिव क्षेत्र में शानदार पकड़ है ।।दुसरो के मुकाबले उनकी क्षेत्र मे अच्छी पकड़ और ओबीसी जातियों का सीधा सहयोग माना जा रहा है। धन सिंह को लेकर रावणा राजपूत समाज भी सक्रिय हो गया।।

*8 घंटे बाद मरी महिला हुई ज़िंदा, किया दूसरी दुनिया का खुलासा और कहा- मेरी जगह अब...*

*8 घंटे बाद मरी महिला हुई ज़िंदा, किया दूसरी दुनिया का खुलासा और कहा- मेरी जगह अब...*

नई दिल्ली / पंजाब से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। पंजाब के इस्लामाबाद मोहल्ले की रहने वाली महिला मरने के 8 घंटे बाद ज़िंदा हो गई। इस बात हो जिसने सुना उसके होश ही उड़ गए। महिला का नाम बीरो देवी बता जा रहा है बीमार चल रही बीरो देवी की सांसें सोमवार रात को अचानक रुक गईं। परिजन उन्हें सिविल अस्‍पताल ले गए। जहां डॉक्‍टरों ने जांच के बाद स्पष्ट शब्‍दों में कह दिया कि बीरो देवी का देहांत हो चुका है। यह सुनते ही सब शोक में डूब गए और उनकी मौत का गम में इतना खो गए कि उन्होंने डॉक्टरों की बात पर यकीन कर लिया। परिजनों ने उन्हें मरा हुआ मानकर उनके अंतिम की तयारी शुरू कर दी। 8 घंटे बाद विलाप करते हुई एक महिला का हाथ बीरो देवी के शव पर पड़ा और वह उठ खड़ी हुईं। यह देख सभी चौंक गए, उससे भी ज्यादा हैरानी की बात यह है कि बीरो देवी ने उठते ही कहा कि वह स्‍वर्ग से लौटकर आई है।
बता दें कि, बीरो देवी का कहना था कि, वो स्वर्ग के चक्कर लगाकर वापस लौट आईं, बीरो देवी ने कहा, ‘मुझे गलती से ले गए थे। दूसरे मोहल्ले की महिला को लेकर जाना था। डॉक्टरों से पूछताछ पर पता चला कि, का शुगर लेवल बहुत कम हो गया हो और वह सोमवार रात बेसुध हो गई हों। बहरहाल जहां एक ओर इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी है, वहीं यह अस्‍पताल की चिकित्‍सा सेवा पर भी सवाल खड़े करना वाला मामला है। किसी की मौत की पुष्टि करना दूसरों पर गहरा असर डालता है। ऐसे में डॉक्टरों की ये नैतिक ज़िम्मेदारी है कि वो मौत का डायगनोसिस सही तरीके से करें। ज्ञान और अनुभव की कमी, समय की कमी, थकावट, सहकर्मचारियों का दबाव ...ये सब बातें किसी डॉक्टर के आकलन को प्रभावित कर सकती हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि जांच सही से न की जाए।

*पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा को मिली जमानत, चाची के अंतिम संस्कार में होंगे शामिल*

*पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा को मिली जमानत, चाची के अंतिम संस्कार में होंगे शामिल*


जोधपुर./ पिछले सात वर्षों से चल रहे बहुचर्चित भंवरीदेवी अपहरण एवं हत्याकांड मामले में गुरुवार को मुख्य आरोपी एवं पूर्व जलदाय मंत्री कांग्रेस के कद्दावर नेता महिपाल मदेरणा को न्यायालय ने एक दिन की अंतरिम जमानत के साथ उनकी चाची के अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति दे दी। गौरतलब है कि भंवरीदेवी अपहरण एवं हत्याकांड मामला अनुसूचित जाति जनजाति की विशेष न्यायालय में विचाराधीन है लेकिन पीठासीन अधिकारी अनिमा दाधीच के अवकाश पर रहने के चलते गुरुवार को वरिष्ठ अधिवक्ता जगमालसिंह चौधरी ने अतिरिक्त सेशन न्यायालय संख्या छः के न्यायाधीश बन्नालाल जाट की अदालत में चाची के निधन पर अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जमानत का निवेदन किया। न्यायाधीश ने मदेरणा को शुक्रवार को सुबह दस बजे से शाम छः बजे तक पुलिस की सुरक्षा तथा निगरानी में उनके पैतृक गांव चाडी जाने की स्वीकृति दे दी।

पाकिस्तान को उसकी भाषा मे जवाब मोदी ने ही दिया।।अमित शाह

पाकिस्तान को उसकी भाषा मे जवाब मोदी ने ही दिया।।अमित शाह



सीकर:भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि वह सत्ता पाने के लिए देश की सुरक्षा और सांस्कृतिक विरासत के साथ खिलवाड़ कर रही है।
     श्री शाह ने आज यहां आयोजित पार्टी के शक्ति सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये कहा कि मोदी के राज में देश हित को सर्वोपरी की मानते हुये देश की सुरक्षा सुनिश्चित की गयी। जबकि कांग्रेस देश की सुरक्षा और सांस्कृतिक विरासत के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर सरकार का विरोध करना इस बात को साबित करता है। सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुये कहा कि कांग्रेस के जमाने में पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब नहीं दिया जाता था जिसके चलते आतंकवादी हिंसक घटनाओं को अंजाम देते थे। लेकिन उरी हमले के बाद मोदी सरकार ने पाकिस्तान को उसी भाषा में जवाब दिया और सर्जिकल स्ट्राइक कर उरी हमले का बदला लिया गया। आज भारत ,अमेरिका और इजरायल जैसे देशों की कतार में शामिल हो गया जो दुश्मन को उसके घर में घुस कर जवाब देने की क्षमता रखते है।
       सीकर ,चूरु और झुंझुनूं जिलों से हजारों की संख्या में जुटे बूथ स्तर के कार्यकताओं को सम्बोधित करते हुये श्री शाह ने कहा कि भाजपा नेताओं की पार्टी न होकर कार्यकर्ताओं की पार्टी है और दो से 330 तक सासंदों की पार्टी बनाने में जमीन से जुड़े कार्यकताओं का इसमें महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कार्यकर्ताओं की मेहनत और लगन के चलते आज भाजपा देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है जिसकी 19 राज्यों में सरकार है और 1800 विधायक है।

     उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर तंज कसते हुये कहा कि कांग्रेस कितने भी जतन कर ले वह भाजपा के जनाधार को बढ़ने से नहीं रोक सकती है। कांग्रेस ने अपने 55 सालों के राज में जो काम नहीं किये भाजपा ने वह काम गत साढ़े चार सालों के शासन में कर दिखायें। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 5 करोड़ गरीब महिलाओं को गैस कनेक्शन , 7 करोड़ शौचालय बनवाने के साथ हाल ही किसानों के हित में रबी की फसल के दाम बढ़ाने का काम किया है।
     इस सम्मेलन में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर , महामंत्री मुरलीधर राव ,वी सतीश ,अविनाश खन्ना के साथ सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ,प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी और राज्य सरकार में मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ,राजकुमार रिणवां तीनों जिलों के सासंदों और विधायकों सहित बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी मौजूद थे।

     पूर्व सैनिकों सम्मेलन के एक अन्य कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये श्री शाह ने कहा कि मोदी सरकार सैनिकों , पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों के हितों के कृत संकल्पित है और हमारी सरकार ने वन रैंक वन पेंशन को लागू किया। इस समारोह को राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं विधायक प्रेम सिंह बाजौर ने भी सम्बोधित किया। श्री बाजाैर सैनिकों हितों के लिए पूरे प्रदेश में जनता को जागरूक करने लिए गत दिनों सैनिक कल्याण यात्रा भी निकाली थी जिसका आज समापन हुआ। 

बुधवार, 3 अक्टूबर 2018

जेसलमेर स्वच्छता के ब्रांड अम्बेसडर अक्षय कुमार को शौचालय प्रोजेक्ट की ऊपर से 'ना'*

*जेसलमेर स्वच्छता के ब्रांड अम्बेसडर अक्षय कुमार को शौचालय प्रोजेक्ट की ऊपर से 'ना'*

*बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक खास खबर*

जैसलमेर बॉलीवुड के राष्ट्रवादी अभिनेता और स्वच्छता अभियान के ब्रांड अम्बेसडर अक्षय कुमार ने कुछ रोज पूर्व जेसलमेर के गांवो में मॉडल शौचालय बनाने को लेकर अपने प्रयास आरम्भ किये थे उन्होंने इस संबंध में भारत सरकार से भी बात करने की बात कही। तो जेसलमेर टीम आने की बात भी वायरल हुई।।सूत्रानुसार अक्षय कुमार के इस प्रस्ताव को ऊपर से ना बोल दिया गया है ।।यानी ऊपर वालो को अक्षय का प्रस्ताव पसन्द नही आया।।जेसलमेर में अक्षय कुमार के माध्यम से विकास की संभावना बनी थी उस पर विराम लग गया।

बाड़मेर पुलिस उप निरीक्षक प्रतियोगी परीक्षा 7 अक्टूबर को

बाड़मेर पुलिस उप निरीक्षक प्रतियोगी परीक्षा 7 अक्टूबर को



बाड़मेर, 03 अक्टूबर। उप निरीक्षक पुलिस प्रतियोगी परीक्षा 2018 रविवार को जिला मुख्यालय पर दो सत्रांे मंे प्रातः 10 से 12 बजे एवं दोपहर 3 से सांय 5 बजे तक आयोजित होगी। परीक्षा को सुचारू रूप से संपादित कराने के लिए उप समन्वयक एवं सतर्कता दल नियुक्त किए गए है।
जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि उप निरीक्षक पुलिस प्रतियोगी परीक्षा के लिए अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार को समन्वयक अधिकारी एवं जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक ओमप्रकाश को सहायक समन्वयक अधिकारी नियुक्त किया गया है। इनके दूरभाष क्रमशः 02982-220007, 02982-230228 एवं मोबाइल नंबर क्रमशः 9660173799 एवं 9414514577 है। इसके अलावा परीक्षा के दौरान अनुचित साधनांे एवं अनुचित लाभ प्राप्त करने के प्रयासांे की रोकथाम करने के लिए जिला रसद अधिकारी कंवराराम एवं वाणिज्य कर अधिकारी भवानीसिंह को नियुक्त किया गया है। यह जांच दल अनुचित साधनांे एवं गतिविधियांे की रोकथाम के लिए जारी निर्देशांे की पूर्ण पालना सुनिश्चित करने के लिए परीक्षा दिवस को जिला मुख्यालय पर स्थित फोटो स्टेट, फैक्स का कार्य करने वाली दुकानांे एवं साइबर कैफे का निरीक्षण करने के लिए अधिकृत हांेगे। जहां कहीं पर अवांछनीय सामग्री अथवा गतिविधियां पाई जाएगी, इसकी सूचना तत्काल नियंत्रण कक्ष एवं संबंधित अधिकारियांे को देंगे। साथ ही संबंधित फर्म अथवा व्यक्ति के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही करवाएंगे। समन्वयक अधिकारी परीक्षा एवं उप जिला कलक्टर राकेश कुमार ने बताया कि महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक प्रहलादसिंह, पशुपालन विभाग के सहायक निदेशक डा.नारायणसिंह, विकास अधिकारी कैलाश चौधरी, जिला आबकारी अधिकारी देवेन्द्र दशोरा, सांख्यिकी विभाग के सहायक निदेशक जसवंत गौड़ को उप समन्वयक नियुक्त किया गया है। इसी तरह पांच सतर्कता दल गठित किए गए है। प्रश्न पत्रांे के संधारण एवं गोपनीय सामग्री कोषालय मंे रखने एवं निकालने के लिए कोषाधिकारी को नियुक्त किया गया है।
परीक्षा के दौरान फोटो स्टेट एवं फैक्स की मशीनें बंद रहेगीः जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट शिवप्रसाद मदन नकाते ने एक आदेश जारी कर 7 अक्टूबर को आयोजित होने वाली राजस्थान राज्य अधीनस्थ सेवाएं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा के दौरान जिला मुख्यालय पर समस्त फोटो स्टेट एवं फैक्स की मशीनें बंद रखने के आदेश जारी किए है।  जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते की ओर से जारी किए गए आदेश के मुताबिक 7 अक्टूबर को परीक्षा केन्द्रांे के 500 मीटर की परिधि मंे आने वाली समस्त फोटो स्टेट एवं फैक्स की दुकानंे तथा साइबर कैफे प्रातः 9 से सांय 5 बजे तक बंद रहेंगे। 
समीक्षा बैठक 5 कोः उप निरीक्षक पुलिस प्रतियोगी परीक्षा से संबंधित कार्य को सुचारू रूप से संपन्न कराने एवं अब तक की गई कार्यवाही की समीक्षा के लिए 5 अक्टूबर को सांय 4 बजे बैठक आयोजित होगी। अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार ने बताया कि संबंधित अधिकारियांे को आवश्यक सूचनाआंे के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए गए है।

बाड़मेर बिजलीकर्मी रहे सामुहिक अवकाष पर निगम प्रषासन से वार्ता के बाद बनी सहमति, महापड़ाव स्थगित


बाड़मेर बिजलीकर्मी रहे सामुहिक अवकाष पर
निगम प्रषासन से वार्ता के बाद बनी सहमति, महापड़ाव स्थगित


बाड़मेर, 03 अक्टूंबर।
विद्युत विभाग के प्रषासन द्वारा बिजलीकर्मियों की मांगों पर आष्वासन के बाद भी कार्यवाही नहीं किए जाने के विरोध में पांचों कंपनियों के बिजलीकर्मी आज सामुहिक अवकाष पर रहे। प्रदेष भर में बड़े पैमाने पर अवकाष पर रहने एवं जयपुर पहुंचने की सूचना के बाद निगम प्रषासन ने एकता मंच के पदाधिकारियों से वार्ता की एवं लंबित मांगों का आचार सहिता से पूर्व निस्तारण करने का आष्वासन दिया गया जिसके बाद गुरूवार को जयपुर में होने वाले महापड़ाव को स्थगित कर दिया गया हैं।
वहीं बुधवार सुबह जिले भर से सैकड़ों अभियंता एवं तकनीकी कर्मचारियों ने अपने नियंत्रण अधिकारी को सामुहिक अवकाष के आवेदन दिए। बाड़मेर जिले से करीब 550 कर्मचारियों द्वारा सामुहिक अवकाष के आवेदन प्रषासनिक अधिकारी को दिए गए। बुधवार को कर्मचारियों के सामुहिक अवकाष पर रहने के कारण आम उपभोक्ताओं को खासी दिक्कतो का सामना करना पड़ा एवं विद्युत व्यवधान आने पर समस्या का समाधान नहीं हुआ। वहीं जयपुर में एकता मंच के पदाधिकारियों को महापड़ाव से पूर्व ही निगम प्रषासन ने वार्ता के लिए बुलाया और 2400 ग्रेड पे के आदेष में रही विसंगती, कनिष्ठ अभियंताओं के ग्रेड पे 4800 के आदेष सहित अन्य मांगों का निस्तारण आचार सहिता से पूर्व करने का आष्वासन दिया। साथ ही बिजलीकर्मियों से हड़ताल से आम जन को होने वाली परेषानी को देखते हुए महापड़ाव नहीं करने की अपील की। इस पर मंच के पदाधिकारियों ने निगम प्रषासन के सकारात्मक रूख को देखते हुए एवं आम जन को होने वाली परेषानियों को मद्देनजर 4 अक्टूंबर को जयपुर में होने वाले महापड़ाव को स्थगित कर दिया गया हैं। 

मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान(ग्रामीण)चतुर्थ चरण का जिला स्तरीय समारोह खुहडी में जिला कलक्टर ने खुहडी में मखणी नाडी खुदाई कार्य से किया अभियान का भव्य आगाज

मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान(ग्रामीण)चतुर्थ चरण का जिला स्तरीय समारोह खुहडी में
जिला कलक्टर ने खुहडी में मखणी नाडी खुदाई कार्य से किया अभियान का भव्य आगाज



जैसलमेर, 03 अक्टूबर। मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान(ग्रामीण) के चतुर्थ चरण का जिला स्तरीय समारोह ग्राम  पंचायत खुहडी में सार्वजनिक नाडी जीर्णोद्वार मखणी नाडी खुदाई पर आयोजित हुआ। जिला कलक्टर ओम कसेरा के मुख्य आतिथ्य एवं पुलिस अधीक्षक जगदीष चन्द्र शर्मा अध्यक्षता में आयोजित समारोह के अवसर पर पंचायत समिति सम की प्रधान श्रीमती उषा सुरेन्द्रसिंह, नगरपालिका पोकरण के अध्यक्ष आनन्दी लाल गुचिया, समाजसेवी कंवराजसिंह चौहान, सुजानसिंह हड्डा के साथ ही मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामेष्वरलाल मीणा ने मखणी नाडी पर भूमि पूजन व षिलान्यास पट्टिका का अनावरण कर चतुर्थ चरण के अभियान का विधिव्त आगाज किया।
जिला कलक्टर ओम कसेरा ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री महोदया का ड्रीम प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तीन चरणों में मिली सफलता के फलस्वरूप इस अभियान का चतुर्थ चरण चालू किया गया है। उन्होंनें कहा कि इस अभियान से वर्षाती जल संरक्षण को बहुत बढावा मिला है एवं जल संरक्षण के क्षेत्र में इस अभियान की तारीफ हर स्तर पर हुई है। उन्होंने लोगों को सीख दी कि वे प्राचीन जलस्त्रोतों का इस अभियान के माध्यम से जीर्णोद्वार करवाकर अधिक से अधिक वर्षाती जल का जलग्रहण कर पानी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनें। उन्होंने लोगों को पानी का महत्व समझते हुए कम से कम उसका उपयोग करने एवं वर्षाती जल को संरक्षित करने पर जोर दिया। उन्होंने आषा जताई कि इस अभियान में भी जैसलमेर को अवष्य ही सफलता मिलेगी। उन्होंने लोगों को श्रमदान का सहयोग देकर इस अभियान में अपनी अहम भूमिका अदा करने पर भी जोर दिया। उन्होंने सिंगापुर जैसे धनाढ्य देष का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां पानी की बहुत समस्या है इसलिए वहां के नन्हें मुन्हें बालको को शुरूआती जीवन में ही उन्हें पानी के महत्व से अवगत कराया जाता है। इसलिए हमें भी यह सीख लेनी है कि हम पानी के महत्व समझकर उसका सही सदुपयोग करें ताकि आने वाली पीढी को हम पानी की समस्या के निजात से छुटकारा दिला सकें।
जिला पुलिस अधीक्षक शर्मा ने भी कहा कि जल जैसे इस पुनित अभियान में सभी के सहयोग की नितान्त आवष्यकता है एवं हर व्यक्ति को इसमें अपनी आहूति देनी है। उन्होंनें कहा कि प्राचीन संस्कृति में हमारे पूर्वज श्रमदान करके नाडी एवं तालाबो की खुदाई करते थें उसी भाव को हमें भी अपनाना है एवं सकारात्मक सोच के साथ प्राचीन जल स्त्रोतों को विकसित करना है। उन्होंने विष्वास दिलाया कि पुलिस विभाग इस अभियान में सहयोग देने के लिए सदैव तत्पर है।
पंचायत समिति सम की प्रधान श्रीमती उषा सुरेन्द्रसिंह ने कहा कि रेगिस्तान में पानी का सदैव अभाव रहा है एवं यहां के लोग पानी के महत्व को समझते थे लेकिन सरकार द्वारा दी गई सुविधाओं के कारण हम पानी के महत्व को भूलते जा रहें है लेकिन जिस प्रकार से पानी का दोहन हो रहा है उससे आने वाले समय में पानी की समस्या रहेगी। इसलिए हमें पानी के महत्व को समझकर वर्षाती जल संरक्षण को प्राचीन पेयजल स्त्रोतों में संग्रहित करने की प्रवृति की आदत डालनी होगी। उन्होंने मातृषक्ति को इस क्षेत्र में आगे आकर विषेष कार्य करने का आह्वान किया एवं सभी को इस पुनित अभियान में सहयोग देने पर बल दिया।
समाजसेवी सुजानसिंह हड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान वर्षाती जल संरक्षण एवं संग्रहण के क्षेत्र में वरदान साबित हुआ है एवं इस अभियान के तीनों चरणों में सफलता मिलने से इस चौथे चरण की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि इस अभियान की प्रदेष में ही नहीं बल्कि देष में भी तारीफ हुई है।
समाजसेवी कंवराजसिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री महोदया के जल संरक्षण के इस अभियान की सभी स्तर पर तारीफ हुई है एवं इस अभियान में निर्मित जल संग्रहण के स्त्रोतों के विकास से भूमि जल स्तर बढोतरी हुई है वहीं वर्षाती जल का बहुत लाभी मिला है। उन्होंने लोगों को तन-मन एवं धन के साथ इस अभियान में सहयोग करने की अपील की।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में मुख्य कार्यकारी अधिकारी मीणा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि अभियान के चतुर्थ चरण में जिले की 18 ग्राम पंचायतों के 24 गांवों में जल संरक्षण के कार्य करवाए जायेगें। उन्होंने इस अवसर पर अभियान के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण की प्रगति पर भी प्रकाष डाला एवं अभियान के तहत करवाए गए कार्यो की जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान अधीक्षण अभियंता वाटरषेड अरूण अमेटा ने बताया कि मखणी नाडी पर 10 लाख रूपये की लागत से इसका जीर्णोद्वार करवाया जाएगा एवं नाडी की खुदाई की जाएगी। कार्यक्रम के अन्त में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी चेतन चौहान ने अतिथियों एवं सभी ग्रामीणों का हार्दिक आभार व्यक्त जताया। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता विजय बल्लाणी ने किया। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों का स्वागत चुतरसिंह सोढा, मदनसिंह, जिला परिषद सदस्य जसंवतसिंह के साथ ही जालमसिंह, सांवलसिंह, हमीरसिंह ने किया। कार्यक्रम के दौरान लोक कलाकारों द्वारा स्वागत गीत पेष किया गया। कार्यक्रम में कार्यवाहक विकास अधिकारी भीम सैन सुथार के साथ ही अच्छी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थें।
अतिथियों ने किया श्रमदान
जिला स्तरीय समारोह के प्रारम्भ में जिला कलक्टर ओम कसेरा, पुलिस अधीक्षक जगदीष चन्द्र शर्मा के साथ ही अन्य अतिथियों ने मखणी नाडी पर अपने हाथां से खुदाई कर श्रमदान किया एवं लोगों को प्रेरित किया कि वे श्रमदान करके इस अभियान में सहयोग प्रदान करें।
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थार की चुनावी रणभेरी 2018,बायतु विधानसभा क्षेत्र* राजस्थान चुनाव: क्या बायतु विधानसभा में वापसी करेगी कांग्रेस? *एक बार भाजपा एक बार कांग्रेस जीती,अब दोनों नेता भाजपा के खेमे में*

*थार की चुनावी रणभेरी 2018,बायतु विधानसभा क्षेत्र*

राजस्थान चुनाव: क्या बायतु विधानसभा में वापसी करेगी कांग्रेस?

*एक बार भाजपा एक बार कांग्रेस जीती,अब दोनों नेता भाजपा के खेमे में*

बाड़मेर जिले की जाट बाहुल्य विधान सभा सीट बायतु में इस बार भाजपा कांग्रेस के लिए जीत चुनोतिपूर्ण हैं। जाटों का भाजपा में बड़ी संख्या में होने और कांग्रेस में जाटों का खिसकता आधार इस बार चुनाव में नए समीकरण पैदा करेगा।।

राजस्थान के चुनावी समर में सियासी बिसात बिछ चुकी है. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गौरव यात्रा के जरिए जनता के बीच अपनी उपलब्धियों का बखान कर रही हैं. तो वहीं कांग्रेस भी संकल्प रैली माध्यम से सरकार की नाकामियों को उजागर करने में लगी है.

सीटों के लिहाज से राजस्थान के सबसे बड़े क्षेत्र मारवाड़ में जोधपुर संभाग के 6 जिले-बाड़मेर, जैसलमेर, जालौर, जोधपुर, पाली, सिरोही की कुल 33 सीट और नागौर जिले की 10 सीटों को मिलाकर कुल 43 विधानसभा क्षेत्र हैं. कभी कांग्रेस का गढ़ रहे मारवाड़ में पिछले चुनाव में बीजेपी ने 39 सीट जीत कर इस गढ़ को ढहा दिया. कांग्रेस के खाते में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सीट समेत महज तीन सीट आई जबकि एक सीट पर निर्दलीय ने कब्जा जमाया.

बाड़मेर जिले की बात करें तो यह जैसलमेर के बाद राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा जिला है. जिले की सात विधानसभा-शिव, बाड़मेर, बायतु, पचपदरा, सिवाना, गुड़ामलानी और चौहटन सीटों में बाड़मेर छोड़कर सभी 6 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. बायतु विधानसभा क्षेत्र संख्या 136 की बात करें तो यह सामान्य सीट है. 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की जनसंख्या 339510 है जो पूरी तरह से ग्रामीण क्षेत्र है. वहीं कुल आबादी का 14.7 फीसदी अनुसूचित जाति और 4.5 फीसदी अनुसूचित जनजाति हैं.

2017 की वोटर लिस्ट के अनुसार बायतु विधानसभा में मतदाताओं की संख्या 207787 है और 317 पोलिंग बूथ हैं. 2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 78.62 फीसदी और 2014 के लोकसभा चुनाव में 77.8 फीसदी मतदान हुआ था.

2013 विधानसभा चुनाव का परिणाम

साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कैलाश चौधरी ने कांग्रेस विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी को 13974 वोटों से पराजित किया. विधानसभा चुनाव हारने के बाद सोनाराम बीजेपी में शामिल हो गएं और बाड़मेर से बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह को मात दी. 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कैलाश चौधरी को 73097 और कांग्रेस के कर्नल सोनाराम चौधरी को 59123 वोट मिले थें.

2008 के विधानसभा चुनाव का परिणाम

साल 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कर्नल सोनाराम चौधरी ने बीजेपी के कैलाश चौधरी 36418 वोटों से शिकस्त दी. कांग्रेस के कर्नल सोनाराम चौधरी को 62207 और बीजेपी के कैलाश चौधरी को 25789 वोट मिले थें.

जैसलमेर बुजूर्ग बने सलाहकार, युवाओं को दे मौका भाजपा के लिए नया युवा चेहरा रहेगा फायदेमंद

जैसलमेर बुजूर्ग बने सलाहकार, युवाओं को दे मौका

भाजपा के लिए नया युवा चेहरा रहेगा फायदेमंद

भैरूसिंह भाटी तेजपाला

जैसलमेर। युवा, युवा कहकर मात्र युवाओं को लुभाना मात्र ठगने जैसा है। हां अगर चुनाव में भी युवाओं को मौका दे तो फिर बात बनती है। वर्तमान में जिले की परिस्थिति को देखते हुए पूर्व विधायक व विधायक पर दांव खेलना भाजपा को महंगा पड़ सकता है। दोनो नेताओं को जैसलमेर की जनता ने सेवा का मौका दे दिया है और परख भी लिया है। अब उनको युवाओं का सलाहकार बनकर युवा को मौका देना चाहिए। अब युवाओं का गाईड बनकर जिले के चहुंमुखी विकास में भागीदारी बनना चाहिए। पर कुर्सी का मोह नहीं छूट रहा है। दोनों द्वारा वही रटी-रटायी बात सामने की जाती है। जिले के विकास का कोई विजन नहीं, अकाल का दंष झेलने वाले इस अति पिछड़े जिले के लिए कोई विषेष तोहफा नहीं। युवाओं को रोजगार मिले। खनिज, उद्योग, बिजली, पानी, षिक्षा आदि पर बात हो। कुछ नया कर गुजरने की तमन्ना रखने वाला जैसलमेर को तेज तर्रार युवा लीडर की जरूरत है। मात्र एक जमीन आवंटन वो भी कभी नहरी या बारानी की टर्र-टर्र रट कर बैठे है। मजे की बात यह है कि इन कठपुतली नेताओं के कारण जिले की हजारों बीघा जमीन बाहरी लोगों को आवंटन कर दी गई। तब इन नेताओं को किसानों का हक दिखाई नहीं दे रहा था। अब जब चुनाव नजदीक है तो टिकट पाने के लिए कभी बारानी-कभी नहरी भूमि आवंटन की आड़ लेकर किसानों के हक को ढाल बनाया जा रहा है। जबकि हकीकत यह है कि धरतीपुत्र की परेषानी व समस्याओं को कोई नहीं सुन रहा है। बस किसानों के नाम पर कुर्सी पाने की लालसा रखने वाले नेताओं को जनता भी मुंह तोड़ जवाब देने के मूड में दिखाई दे रही है। अब मतदाता की भी सोच बहुत ज्यादा बदल चुकी है। मतदाता बहुत ही समझदार है। किसान, मजदूर, बेरोजगार, गांव के गरीब, आर्थिक रूप से पिछड़े व्यक्तियों की उन्नति व उनको आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए मदद करने वाले युवा को इस बार पार्टी को मौका देना चाहिए।

किस्सा कुर्सी का

कुर्सी का मोह छूट नहीं रहा है। कुर्सी पानी की लालसा में पार्टी लाईन को भी दरकिनार कर देते है। सब को अपने स्वार्थ की पड़ी है। उनको बस कुर्सी चाहिए। जनता के सुख-दुःख में भागीदार बनने के बजाय अपनी कुर्सी बचाने व पाने के लिए किसी भी हद तक चले जाते है। इनका स्वाभिमान, कर्तव्य, संकल्प, गौरव, परोपकारी मन बरसाती मेढ़क की तरह है। जैसे ही चुनाव नजदीक आते है टर्र-टर्र शुरू कर देते है। आखिर चुनाव के समय ही  गौरव, संकल्प और स्वाभिमान क्यों याद आता है, जनता तो पांच साल तक वही रहती है वही रहेगी, उनका गौरव कब आएगा, उनके लिए संकल्प क्यों नही लिया जाता,जनता का भी स्वाभिमान है उनको हर वक्त तार तार किया जाता है उसका क्या?

कर्नल मान्वेन्द्र सिंह जसोल के मारवाड़ में उठे सियासी तुफान से राजस्थान में बन रहे है नए राजनैतिक समीकरण

कर्नल मान्वेन्द्र सिंह जसोल के मारवाड़ में उठे सियासी तुफान से राजस्थान में बन रहे है नए राजनैतिक समीकरण


(शरीफ मोहम्मद खिलजी)

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कहते है राजनीति में कोई किसी का सगा नहीं होता, कभी वंसुधरा राजे सिंधिया को मुख्यमंत्री की ताजपोशी करने वाले जंसवत सिंह जसोल का परिवार आज बीजेपी छोड़ चुका है। राजस्थान में जनसंघ और बीजेपी का कमल खिलाने में राजपूतों का अहम रोल रहा है। पूर्व केन्द्रीय वित्त, विदेश और रक्षा मंत्री जंसवत सिंह जसोल और भूतपूर्व उपराष्ट्रपति एवं राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत राजपूतानें में बीजेपी की रीढ़ की हड्डी रहें। जंसवत सिंह जसोल की केन्द्रीय भूमिका रही, वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के हमेशा संकटमोचक की भूमिका में रहे। उनकी छवि भी संघ और बीजेपी के नेताओं से विपरीत थी, वे राजपूत समुदाय के साथ छत्तीस कौम में सर्वमान्य रहें।पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान जसोल ने अपना अंतिम चुनाव गृहनगर बाडमेर - जैसलमेर से लडने की इच्छा जाहिर की लेकिन राजस्थान की मुख्यमंत्री वंसुधरा राजे सिंधिया ने जसोल की टिकट कटवाकर कुछ दिनों पूर्व ही कांग्रेस से बीजेपी में आए सोनाराम चौधरी को टिकट दिलवाई।और इसे मुंछों की लडाई घोषित कर जसोल को हराने में पुरा दम लगा दिया। जसोल चुनाव हार गए और इसके साथ ही राजपूतानें के एक मजबूत राजनेता नेता का बीजेपी से पतन होने लगा।
गौर करने वाली बात ये है मुख्यमंत्री वंसुधरा की ताजपोशी करने में जंसवत सिंह जसोल और भैरासिंह शेखावत की मुख्य भूमिका रही। आज दोनों ही परिवारों को सिंधिया ने हाशिए पर डाल रखा है, शेखावत के सगे भतिजे प्रतापसिंह खाचारियावास सींधिया के इरादे भापंकर कई वर्ष पूर्व बीजेपी से कांग्रेस में आए और आज कांग्रेस के स्थापित नेता है, शेखावत के दामाद नरपत सिंह राजवी बीजेपी के विधायक जरुर है लेकिन सींधिया ने उन्हें बिल्कुल हाशिए पर डाल रखा है।उन्होंने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर अपनी ही सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है। भैंरोसिंह शैखावत के देहावसान के बाद से ही राजवी हाशिए पर है।कुछ ऐसा ही हाल जंसवत सिंह जसोल के पुत्र शिव विधायक कर्नल मानवेन्द्र् सिंह जसोल का हुआ। पिछले साढे चार साल में मुख्यमंत्री सिंधिया ने जसोल परिवार को बिल्कुल हाशिए पर डाल रखा था।मानवेंद्र सिंह अपने  पिता जसवंत सिंह बीमार होने की वजह से सक्रिय राजनीति से काफी लंबे वक्त से दूर थे, दूसरी तरफ, विधायक मानवेंद्र सिंह की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ अदावत जारी रही. आलम यह हुआ  कि  कुछ दिनों पूर्व अपनी गौरव यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री राजे ने उनके जिले में जाने के बावजूद उनके विधानसभा क्षेत्र का दौरा करना मुनासिब नहीं समझा, यह बात मानवेंद्र सिंह को अखर गई।
जसवंत सिंह की हार के बाद भी शिव से विधायक मानवेंद्र सिंह को पार्टी के भीतर या राजस्थान में सरकार के भीतर कोई पद नहीं दिया गया. अपनी उपेक्षा से परेशान मानवेंद्र सिंह की तरफ से मारवाड़ के रण में स्वाभिमान रैली के रूप में कदम उठाया गया। मारवाड़ के रेतीले धोरों में हजारों समर्थकों की उपस्थिति में उन्होंने बीजेपी से नाता तोडऩे का एलान कर दिया। दरअसल मानवेंद्र को पता था कि राजस्थान में राजपूत समुदाय के भीतर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ पहले से ही गुस्सा है. अगर इस समुदाय की मुख्यमंत्री के खिलाफ नाराजगी को भुनाना है तो यह सही वक्त होगा। मानवेंद्र सिंह राजपूत समुदाय के उस गुस्से के प्रतीक के तौर पर अपने-आप को स्थापित कर दिया, मानवेंद्र सिंह को पता है कि वसुंधरा के खिलाफ ताल ठोंक कर इस बार वो समाज के नायक बन सकते हैं।
हालांकि राजपूत समुदाय के भीतर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ नाराजगी कई मुद्दों को लेकर है. सबसे ताजा नाराजगी तो कुछ महीनों पूर्व बीजेपी अध्यक्ष पद को लेकर है. बीजेपी आलाकमान केंद्रीय मंत्री और जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत को राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष के पद पर बैठाना चाहता था. लेकिन, मुख्यमंत्री के विरोध करने के चलते ही शेखावत का पत्ता कट गया. राजपूत समुदाय इस बात को भुला नहीं पा रहा है. मुख्यमंत्री के खिलाफ इस पूरे इलाके में काफी गुस्सा है.
इसके अलावा जोधपुर के समरऊ की  घटना को लेकर भी राजपूत समुदाय के भीतर गुस्सा है, आनन्दपाल प्रकरण की आग अभी ठंडी नहीं हुई है। हजारों राजपूत युवाओं पर मुकदमें दर्ज है।चतुर सिंह एनकाउंटर का भी मारवाड़ में काफी असर पडने वाला है।

इस कारण है नाराजगी

वर्तमान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पहली बार मुख्यमंत्री बनाने में भैरों सिंह शेखावत के साथ-साथ जसवंत सिंह की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही,. लेकिन बाद में वसुंधरा राजे ने भैरों सिंह  के साथ ही जसवंत सिंह को तवज्जो देनी कम कर दी थी। केन्द्र की राजनीति में व्यस्त जसवंत सिंह ने इसे अपना अपमान माना। इसके अलावा दोनों के बीच रिश्ते खराब होने का एक और कारण वर्चस्व की लड़ाई भी थी। दोनों के बीच की कड़ुवाहट यहां तक बढ़ गई थी कि वसुंधरा राजे को देवी के रूप में पूजे जाने पर जसवंत सिंह की पत्नी शीतल कंवर ने धार्मिक भावनाएं आहत करने का केस दर्ज करवा दिया था। इसके कुछ ही दिनों बाद जसवंत सिंह ने अपने पैतृक गांव जसोल में रियाण का आयोजन किया। रियाण में एक-दूसरे को रस्म के रूप में अफीम की मनुहार की जाती है। वसुंधरा के इशारे पर पुलिस ने उनके खिलाफ अफीम परोसने का मामला दर्ज कर लिया था। दोनों के बीच तल्ख हुए रिश्तों के बीच कहा जाता इसी आपसी कलह के कारण वसुंधरा राजे ने भी उनका टिकट कटवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वर्ष 2014 के चुनावों में भी उन्हें हराने के लिए वसुंधरा ने खुद को पूरी तरह से बाड़मेर-जैसलमेर में झोंक दिया था और जसवंत को प्रतिष्ठा का सवाल बने चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। चुनाव के थोड़े दिन पश्चात जसवंत बीमार पड़ गए और अभी तक उनकी स्थिति में कोई विशेष सुधार नहीं हो पाया है।मारवाड़ क्षेत्र में गौरव यात्रा के दौरान पचपदरा में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और जोधपुर के राजा गज सिंह एक साथ दिखे थें माना जा रहा है कि जसोल परिवार की बेरुखी की वजह से नाराज राजपूतों को संदेश देने के लिए राजे ने यह दांव खेला था। क्योंकि जोधपुर के महाराजा भी मारवाड़ की राजनीति में राजपूतों पर काफी असर डालते है।


उल्लेखनीय है कि मारवाड़ में जोधपुर संभाग के 6 जिले-बाड़मेर, जैसलमेर, जालौर, जोधपुर, पाली, सिरोही की कुल 33 सीट और नागौर जिले की 10 सीटों को मिलाकर कुल 43 विधानसभा क्षेत्र हैं. कभी कांग्रेस का गढ़ रहे मारवाड़ में पिछले चुनाव में बीजेपी ने 39 सीट जीत कर इस गढ़ को ढहा दिया. कांग्रेस के खाते में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सीट समेत महज तीन सीट आई जबकि एक सीट पर निर्दलीय ने कब्जा जमाया था।
वर्तमान में राजपूत और उनसे जुड़ी अन्य जातियां बीजेपी से नाराज है। मारवाड़ की कई विधानसभा सीटों पर परिणाम को प्रभावित करने में राजपूतों की बड़ी भूमिका है. साथ ही राजपूतों से जुड़े राजपुरोहित, चारण, प्रजापत और अन्य पिछड़ी जातियां भी कांग्रेस की तरफ रुख करेंगी। राजस्थान में बीजेपी के परंपरागत वोट राजपूतों में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर नाराजगी, जसोल परिवार का बीजेपी छोडना और जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत को प्रदेश बीजेपी का अध्यक्ष न बनाने को लेकर तल्खी और बढ़ गई है.
मारवाड़ क्षेत्र में राजपुरोहित अच्छी संख्या है जो एससी-एसटी एक्ट को लेकर स्थानीय बीजेपी के रुख से नाराज बताए जा रहें हैं. वहीं आनंदपाल के एनकाउंटर की वजह से रावणा राजपूत भी खासा नाराज हैं. इन समुदायों के मानवेंद्र सिंह की रैली में मौजूदगी ने बीजेपी के लिए चिंताजनक है।

जसोल परिवार की मुसलमानों में अच्छी पकड़

मानवेंद्र सिंह के बीजेपी छोडने से कांग्रेस के परंपरागत मुस्लिम वोट भी उसकी तरफ रुख करेंगे. जासोल परिवार का बाड़मेर-जैसलमेर क्षेत्र के मुसलमानों में अच्छी पकड़ है. इसी वजह से 2014 लोकसभा चुनाव में बाड़मेर सीट पर बीजेपी और जसवंत सिंह में सीधी लड़ाई होने के चलते कांग्रेस तीसरे स्थान पर चली गई थी. बाड़मेर लोकसभा सीट पर 20 प्रतिशत मुस्लिम वोट हैं जो जसोल परिवार के समर्थक हैं. इसकी वजह यह है कि सीमावर्ती जिले में रहने वाले ज्यादातर मुस्लिम परिवारों के पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रिश्ते हैं.
इसलिए इन्हें सिंधी मुस्लिम भी कहते हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह हिंगलाज यात्रा के माध्यम से सिंधी मुसलमानों का दर्द समझा था. और उन्हें भारत की तरफ रहने वाले रिश्तेदारों से जोड़ने के लिए थार एक्सप्रेस भी चलवाई. जिसकी वजह से इस क्षेत्र के मुस्लिमों पर जसोल परिवार का खासा प्रभाव है।
राजस्थान के राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मानवेंद्र के इस कदम से कभी कांग्रेस का गढ़ रहे मारवाड़ में उसको फायदा होगा. क्योंकि राजपूत, मुस्लिम और उनसे जुड़े अन्य समुदाय कांग्रेस के साथ आएंगे।
मानवेंद्र सिंह की स्वाभिमान रैली में साफ हो गया कि बाड़मेर की राजनीति का ऊंट कांग्रेस की तरफ बैठने वाले है. मानवेंद्र के समर्थन में बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर, सिरोही, पाली और जोधपुर के राजपूत नेताओं  के साथ जसवंत सिंह और मानवेंद्र सिंह का बरसों से साथ निभा रही जातियों के नेता एक जाजम पर इकट्ठा हुए।  मानवेंद्र ने स्वाभिमान रैली के जरिये अपनी नई राजनीतिक पारी का आगाज कर खुद के साथ हुई नाइंसाफी का बदला लेने की तैयारी शुरू कर दी। आज बाडमेर सियासत का रणक्षेत्र  बन चुका है। मानवेंद्र की हुंकार से राज्य में राजनैतिक समीकरण बदल रहे है।

पश्चिमी राजस्थान के रेतीले धोरों की धरती पर सियासी तूफान की आहट साफ सुनाई पड़ रही है. वहां राजनीति का मिजाज गर्म है और नेताओं के तेवर तीखे हो चुके है। विधानसभा चुनाव से पहले ही बाड़मेर राजनीति का चर्चित युद्ध क्षेत्र बनकर उभरा है. यहां धर्म के साथ जाति चुनाव में एक बार फिर बड़ा मुद्दा होगा. क्षेत्रीय अस्मिता के साथ नेताओं से जनता के रिश्ते भी कसौटी पर होंगे. एक दल से दूसरे दल में नेताओं की आवाजाही से रेगिस्तान में जबरदस्त सियासी घमासान की संभावनाएं हैं।



शरीफ मोहम्मद खिलजी
(लेखक युवा राजनैतिक विश्लेषक है)

धोरीमन्ना बाड़मेर बिवाहित दो मासूमो के साथ कुएं में कूदी, खुद बची,मासूमो की मौत

धोरीमन्ना बाड़मेर बिवाहित दो मासूमो के साथ कुएं में कूदी, खुद बची,मासूमो की मौत


दो मासूमों के साथ कुएं में कूदी विवाहिता
पानी में डूबने से दोनों मासूमों की मौत
विवाहिता को बचाया, गंभीर हालत में पहुंचाया अस्पताल
सांचौर के निजी अस्पताल में चल रहा है इलाज
धोरीमन्ना पुलिस पहुंची मौके पर
थाना क्षेत्र के आलेटी गांव का मामला

खिलाड़ियों के साथ धोखा प्रतिभाशाली खिलाड़ी कुछ समय के लिये पर सरकार के लिये नही

खिलाड़ियों के साथ धोखा

प्रतिभाशाली खिलाड़ी कुछ समय के लिये पर सरकार के लिये नही

जयपुर। कांस्टेबल भर्ती में खेल कोटे में चल रही गड़बड़ जालो के चलते प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का चयन नही हो पा रहा है क्योंकि किसी ना किसी नियम का हवाला देकर भर्ती को पूरी की जा रही है। खिलाड़ियों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि  हम खिलाड़ियों को न्याय मिलनी चाहिए। ओर हमें मिली हुई नोकरी हमारे हाथ से जा रही हमारी सालों की मेहनत खराब जा रही है और कहा कि नोटिफिकेशन में यह सब नही बताया और अब अलग-अलग नियमो का हवाला देकर हमे मिले पुरस्कारो का भी अपमान किया जा रहा है। वही खिलाड़ियों ने अपना आक्रोश मुख्यमंत्री पर जताया।

राजस्थान में खिलाड़ियों के साथ धोखा कैसे आगे बढ़ेगे खिलाड़ी-
खिलाड़ी मानसिक एवं समय के अभाव में तैयारी भी ठीक से नही कर पा रहे है। अब इस धांधली के चलते खिलाड़ीयों का अपने राज्य और देश के लिए पदक जीतने का सपना पूरा कैसे होगा। इसी के मामले की गंभीरता से जांच के लिये मुख्यमंत्री राजे और खेलमंत्री कर्नल राज्यवर्धन को अवगत कराने का फैसला किया। जिससे जिन खिलाड़ियों की वजह से सरकार में वा-वाही लूटते है देखे वो खिलाड़ियों के प्रति कितने सचेत है।

खिलाड़ी अपना हुनर दिखाये या काटते रहे चक्कर-
मुख्यालय की लापरवाही के चलते खिलाड़ी परेशानी झेल रहे है। खिलाड़ियों ने बताया कि हमने राष्ट्रीय खेलो में कई मेडल जीते है पर यहां इस भर्ती में धांधली हो रही है। हम जैसो को भर्ती से दूर रखा जा रहा है और भर्ती में मनमर्जी की जा रही है परन्तु हम चुप नही बैठेगे। हम खिलाड़ी सालों से मेहनत करके मेडल जीतते है और ज्यादातर खिलाड़ी गरीब परिवार से होते है फिर वो अपने देश के लिए पदक जीतने के लिए दिन-रात एक करते है और बदलें में उनके साथ ही दोखा हो रहा है। जिससे मायूस खिलाड़ी वर्ग आगे नही बढ़ पा रहे है। खिलाड़ियों ने इतना तक कहा है कि हम लोगो को समय पे डाइट भी नही मिल पाती है। हमे जॉब मिल जाती है तो हम लोगो की ये समस्या दूर हो जाती है। इस के चलते हम ओर अधिक मेडल अपने राज्य ओर अपने देश के जीत पाएंगे। खिलाड़ियों ने बताया कि हमे ये बता देते की उस जिले में इतनी पोस्ट है ओर उस जिले में कितनी पोस्ट है तो हम दूसरा जिला लगा देते, जहाँ से हमारा हो सकता था। अदर जिले की पोस्ट खाली जा रही है क्यों कि किसीने वहां से फॉर्म ही नही भरा क्यों कि विज्ञप्ति में ऐसा कुछ नही दे रखा था। हमने जयपुर इसलिए लगाया कि राजस्थान का सबसे बड़ा स्टेडियम जयपुर में है और हमे प्रैक्टिस करने में आसानी होगी इस लिए ज्यादातर खिलाड़ियों ने जयपुर जिला भरा। कुल 260 पोस्ट थी ओर सलेक्ट 146 को किया था उनमे से भी अधिकतर खिलाड़ी बहार हो गए है विज्ञप्ति जिले मेरिट के बारे में कुछ नही दे रखा था सभी गमो में पोस्ट विभाजित कर रखी थी उनको भी पूरा नही भरा जा रहा है स्टेट लेवल की स्पोर्ट्स की वेकेशन थी डिस्टिक लेवल पे मेरिट निकालनी ही नही थी। सभी खिलाड़ियों आज एस एम स्टेडियम भी गए ओर पुलिस हेड क्वाटर भी गये पर इनकी किसी ने नही सुनी जब राज्य ओर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की ही कोई नही सुन रहा तो आम लोगों की तो कोन सुनेगा।

*IPS ने पुलिस महानिदेशक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया

*IPS ने पुलिस महानिदेशक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया*

जयपुर/  प्रदेश  के चर्चित बहुचर्चित अनेकों विवादों से सामना कर चुके
IPS पंकज चौधरी ने शिप्रापथ थाने मे अपने ही आला मुखिया पुलिस महानिदेशक ओ पी महरोत्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज करवायी हे . श्री चौधरी ने
महानिदेशक के साथ हनुमानगढ़ के पाँच जाँच अधिकारियों के खिलाफ भी शिकायत दर्ज करवायी हे . IPS पंकज चौधरी के अनुसार महानिदेशक की शह व षड्यंत्र के तहत उनकी पत्नी मुकुल चौधरी के खिलाफ बेबुनियाद तरिके से गिरफ़्तारी वारंट जारी करवाये हे . मुकुल की छवि धूमिल करने की नियत से सरकार के दबाव मे आकर फ़र्ज़ी तरिके से उनकी पत्नी को गिरफ्तार करना चाहती हे पुलिस . श्री चौधरी ने कहा उनकी पत्नी मुकुल चौधरी झालरापाटन से मुख्यमन्त्री वसुंधरा राजे के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी हे सरकार इसी से बौखला कर उनकी पत्नी को बदनाम करने की नियत से फ़र्ज़ी रपट दर्ज कर उन्है गिरफ्तार करना चाहती हे .
अब देखना यह हे कि आखिर शिप्रापथ पुलिस अपने महानिदेशक के खिलाफ कार्यवाही करती हे या मामले को रफादफा ❓
पंकज चौधरी बहुत ही ज़िद्दी व बोल्ड IPS माने जाते हे वह कहते हे न्याय के लिए वह अन्तिम छोर तक लड़ाई लड़ेंगे ओर सच को जनता के सामने लाकर रहेंगे

चित्तौडगढ युवक की आंखे निकाल निर्मम हत्या,लोगो मे आक्रोश

चित्तौडगढ युवक की आंखे निकाल निर्मम हत्या,लोगो मे आक्रोश

अज्ञात बदमाषो द्वारा युवक की आखे निकाल कर निर्मम हत्या कर लाष को कुए डाले के मामले मे। ग्रामीणो बाजार बंद रख किया प्रदर्षन, आरोपी की गिरफतारी की कर रहे थे मांग जिला प्रषासन के आष्वासन पर आज दूसरे दिन खुलें रहे बाजार , चप्पे चप्पे पर पुलिस बल रहा तैनात । घटना के 48 घण्टे बित जाने के बाद भी  पुलिस के हाथ खाली । पुलिस द्वारा सादलखेडा गाव मे सर्च आपरेषन चलाकर किय हत्यार बरामद । आर्म्स एक्ट मे एक को किया गिरफतार  न्यायायीक अभिरक्षा मे भेजा ।
वीओ
चित्तौडगढ जिले के निकुम्भ थाना क्षेत्र के सादलखेडा निवासी  आदिल नाम के व्यक्ति के कुए मे पानी के उपर एक लाश तैरती नजर आई जिस पर आसिफ ने निकुम्भ थाने मे जाकर सूचना दी  की, सादलखेडा गाव स्थित उसके खेत पर बने कुए मे एक लाष तैर रही है। जिस पर निकुम्भ पुलिस घटना स्थल पर पहुची ओर ग्रामीणो की मदद से षव को बाहर निकाला । तो मृत्क की दोनो आखे नही थी । और षरीर पर चोट के निषान भी थे। जिसे प्रथम दृश्टिया यह प्रति हो रहा था। किसी ने उसकी हत्याकर कुऐ मे डाल दिया हो। उसकी पहचान आकोला खेडा निवासी गोपाल गाडरी के रूप मे हुई । पुलिस ने परिजनो को सुचना दी । जिस पर परिजनो ने षव का पीएम करवाने से इनकार कर दिया।परिजनो व ग्रामीणो और बंजरग दल के कार्यकर्ताओ ने खेत मालिक आसिफ पर ही हत्या का आरोप लगाते हुए। उसकी गिरफतारी की मांग करते हुए निकुम्भ चोराहे व आकोलागढ व चिकारडा के बाजारो को बंद करवाकर रास्ता जाम करते हुए दुकानो मे तोड फोड आगजनी करते हुए आरोपी की गिरफतारी की मांग करने लगे। जिस पर निकुम्भ थाना सहित आस पास के थानो से जाप्ता तैनात किया गया । जिला मुख्यालय से भी अतिरिक्त पुलिस बल बुलवाकर तैनात किया गया । घटना की गम्भीरता को देखते हुए, चित्तौडगढ जिला कलेक्टर इन्द्र जित सिह ,पुलिस अधिक्षक मनोज चौधरी , अतिरिक्त पुलिस अधिक्ष विपीन षर्मा भी घटना स्थल पर पहुचे। उग्र भीड को खदेडने के लिये । पुलिस ,द्वारा लाठी चार्ज भी किया। और लोगो से समझाईस की। वही मृत्क के षव का पी एम उदयपुर महाराणा प्रताप चिकित्सालय मे मेडिकल बोर्ड से करवाया । और षव परिजनो को सोपा पुलिस की मौजुदगी मे षव का अन्तिम संस्कार किया गया। घटना दूसरे दिन पुलिस की मोजुदगी मे बाजार खुल रहे । वही दूसरी ओर पुलिस द्वारा सादल खेडा गाव सर्च आवरेषन चलाकर कर गाव से हत्यार बरामद कर आर्मस एक्ट मे एक आरोपी को गिरफतार किया।
वीओ 1
राजु खान ने बताया कि की मेर पिताजी को फंसाया जा रहा है। उन्होन तो स्वय निकुम्भ थाने जाकर पुलिस को सुचना दी थी की मेरे खेत पर बने कुए मे एक लाष तैर रही है। जिसे पर पुलिस को लेकर सादलखेडा स्थित कुए पर पहुच थे। ओर और ग्रामीणो की मदद से षव बाहर निकलवाया था। वह दोषी होते तो पुलिस को नही बताते है। उसने कहा की यह तो एक हादसा है।
वीओ 2
मृत्क के चाचा का लडका यानी भाई राम लाल ने बताया कि मेरा भाई बहुत सीघा था और उसका किसी से कोई विवाद व झगडा भी नही था । व सादलखेडा निवासी आसिफ खाने खेत मे पाती दार था । उसकी की हत्या खेत मालिक ने ही की है। जिसे पुलिस प्रषासन जल्द गिरफतार करे नही तो आने वाले समय मे प्रषासन को मामले को सम्भालन मे पसीन आ जायगा।
वीओ 3
किषन लाल वार्ड पंच आकोला गढ  ने बताया कि गोपाल गायरी के एक पाच साल की बच्ची है। और एक बुढा बाप है। और बुढा दादा है। और उसकी बुढी मां है । सबसे यही सहारा था । जिसकी हत्या कर दी गई है।  हम सरकार और प्रषासन से मांग करते है की आरोपी को जल्द से जल्द गिरफतार कर आरोपी को कडी से कडी सजा दिलाई जाये। और उसके परिवार को सरकार आर्थिक सहायता दी जाये।
वीओ 4
अरिक्त पुलिस अधिक्षक विपीन षर्मा ने बताया कि चित्तौडगढ जिलें के निकुम्भ थाना क्षेत्र के सादल खेडा गाव मे असिफ के खेत पर बने कुए मे आकोला गढ निवासी गोपाल गायरी की लाष तैरती हुई मिल थी। जिसे पुलिस ने ग्रामीणो की मदद से कुए से बाहर निकाला था। मृत्क गोपाल की दोनो आखे निकल रखी थी ।षरी पर चोटो के निषान थे। जिस पर परिजनो ने खेत माली आसिफ पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए गिरफतारी की मां को लेकर षव का पीएम करवाने से मना कर दिया था। और प्रदर्षन करते हुए गाजार बंद करवा दिये थे और निकुम्भ चोराहे पर आसिफ के बन रहे नये मकान मे आगजनी और तोड फोड कर दी थी जिस पर पुलिस ने भीड को खदेडा और परिजनो व ग्रामीणो से समणई की ओर आरोपीयो की जल्द गिरफतार को आष्वासन दियज्ञं और मृत्क के पिता व भाई की रिर्पोट पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपीयो की तलाष की जा रही है।और मृत्क के षव का उदयपुर मेडिकल बोर्ड से पीएमू करवाकर अतिंम संस्कार कर दिया गया है। और पुलिस ,द्वारा सादल खेडा मे सर्च आपरेषन चलाकर  कर तलवार व हत्यार बरामद करे एक आरोपी को गिरफतार किया है। उसे जेल भेज दिया गया। है आज दिन भर भारी पुलिस बल की तेनाती के बीच निकुम्भ चोराहा , चिकरडा सहित आस पास के गावो और चौराहो पर बाजार खुले रहे ओर लोग आसानी से खरीद दारी करते रहे।
वीओ 5
नारायण लाल मृत्क को दादा ने बताया कि मरे पोते गोपाल को आसिफ ने फोन कर बुलवाया ओर उसकी हत्या कर कुए मे फैक दिया है। मै पुलिस प्रषासन से मांग करता हु की आरोपी को जल्द गिरफतार कर कडी से कडी सजा दिलाई जाये। यह कहते कहते पोते की मौत के दुख से बुढी आखो मे आसु बहने लगे।