खिलाड़ियों के साथ धोखा
प्रतिभाशाली खिलाड़ी कुछ समय के लिये पर सरकार के लिये नही
जयपुर। कांस्टेबल भर्ती में खेल कोटे में चल रही गड़बड़ जालो के चलते प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का चयन नही हो पा रहा है क्योंकि किसी ना किसी नियम का हवाला देकर भर्ती को पूरी की जा रही है। खिलाड़ियों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हम खिलाड़ियों को न्याय मिलनी चाहिए। ओर हमें मिली हुई नोकरी हमारे हाथ से जा रही हमारी सालों की मेहनत खराब जा रही है और कहा कि नोटिफिकेशन में यह सब नही बताया और अब अलग-अलग नियमो का हवाला देकर हमे मिले पुरस्कारो का भी अपमान किया जा रहा है। वही खिलाड़ियों ने अपना आक्रोश मुख्यमंत्री पर जताया।
राजस्थान में खिलाड़ियों के साथ धोखा कैसे आगे बढ़ेगे खिलाड़ी-
खिलाड़ी मानसिक एवं समय के अभाव में तैयारी भी ठीक से नही कर पा रहे है। अब इस धांधली के चलते खिलाड़ीयों का अपने राज्य और देश के लिए पदक जीतने का सपना पूरा कैसे होगा। इसी के मामले की गंभीरता से जांच के लिये मुख्यमंत्री राजे और खेलमंत्री कर्नल राज्यवर्धन को अवगत कराने का फैसला किया। जिससे जिन खिलाड़ियों की वजह से सरकार में वा-वाही लूटते है देखे वो खिलाड़ियों के प्रति कितने सचेत है।
खिलाड़ी अपना हुनर दिखाये या काटते रहे चक्कर-
मुख्यालय की लापरवाही के चलते खिलाड़ी परेशानी झेल रहे है। खिलाड़ियों ने बताया कि हमने राष्ट्रीय खेलो में कई मेडल जीते है पर यहां इस भर्ती में धांधली हो रही है। हम जैसो को भर्ती से दूर रखा जा रहा है और भर्ती में मनमर्जी की जा रही है परन्तु हम चुप नही बैठेगे। हम खिलाड़ी सालों से मेहनत करके मेडल जीतते है और ज्यादातर खिलाड़ी गरीब परिवार से होते है फिर वो अपने देश के लिए पदक जीतने के लिए दिन-रात एक करते है और बदलें में उनके साथ ही दोखा हो रहा है। जिससे मायूस खिलाड़ी वर्ग आगे नही बढ़ पा रहे है। खिलाड़ियों ने इतना तक कहा है कि हम लोगो को समय पे डाइट भी नही मिल पाती है। हमे जॉब मिल जाती है तो हम लोगो की ये समस्या दूर हो जाती है। इस के चलते हम ओर अधिक मेडल अपने राज्य ओर अपने देश के जीत पाएंगे। खिलाड़ियों ने बताया कि हमे ये बता देते की उस जिले में इतनी पोस्ट है ओर उस जिले में कितनी पोस्ट है तो हम दूसरा जिला लगा देते, जहाँ से हमारा हो सकता था। अदर जिले की पोस्ट खाली जा रही है क्यों कि किसीने वहां से फॉर्म ही नही भरा क्यों कि विज्ञप्ति में ऐसा कुछ नही दे रखा था। हमने जयपुर इसलिए लगाया कि राजस्थान का सबसे बड़ा स्टेडियम जयपुर में है और हमे प्रैक्टिस करने में आसानी होगी इस लिए ज्यादातर खिलाड़ियों ने जयपुर जिला भरा। कुल 260 पोस्ट थी ओर सलेक्ट 146 को किया था उनमे से भी अधिकतर खिलाड़ी बहार हो गए है विज्ञप्ति जिले मेरिट के बारे में कुछ नही दे रखा था सभी गमो में पोस्ट विभाजित कर रखी थी उनको भी पूरा नही भरा जा रहा है स्टेट लेवल की स्पोर्ट्स की वेकेशन थी डिस्टिक लेवल पे मेरिट निकालनी ही नही थी। सभी खिलाड़ियों आज एस एम स्टेडियम भी गए ओर पुलिस हेड क्वाटर भी गये पर इनकी किसी ने नही सुनी जब राज्य ओर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की ही कोई नही सुन रहा तो आम लोगों की तो कोन सुनेगा।
प्रतिभाशाली खिलाड़ी कुछ समय के लिये पर सरकार के लिये नही
जयपुर। कांस्टेबल भर्ती में खेल कोटे में चल रही गड़बड़ जालो के चलते प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का चयन नही हो पा रहा है क्योंकि किसी ना किसी नियम का हवाला देकर भर्ती को पूरी की जा रही है। खिलाड़ियों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हम खिलाड़ियों को न्याय मिलनी चाहिए। ओर हमें मिली हुई नोकरी हमारे हाथ से जा रही हमारी सालों की मेहनत खराब जा रही है और कहा कि नोटिफिकेशन में यह सब नही बताया और अब अलग-अलग नियमो का हवाला देकर हमे मिले पुरस्कारो का भी अपमान किया जा रहा है। वही खिलाड़ियों ने अपना आक्रोश मुख्यमंत्री पर जताया।
राजस्थान में खिलाड़ियों के साथ धोखा कैसे आगे बढ़ेगे खिलाड़ी-
खिलाड़ी मानसिक एवं समय के अभाव में तैयारी भी ठीक से नही कर पा रहे है। अब इस धांधली के चलते खिलाड़ीयों का अपने राज्य और देश के लिए पदक जीतने का सपना पूरा कैसे होगा। इसी के मामले की गंभीरता से जांच के लिये मुख्यमंत्री राजे और खेलमंत्री कर्नल राज्यवर्धन को अवगत कराने का फैसला किया। जिससे जिन खिलाड़ियों की वजह से सरकार में वा-वाही लूटते है देखे वो खिलाड़ियों के प्रति कितने सचेत है।
खिलाड़ी अपना हुनर दिखाये या काटते रहे चक्कर-
मुख्यालय की लापरवाही के चलते खिलाड़ी परेशानी झेल रहे है। खिलाड़ियों ने बताया कि हमने राष्ट्रीय खेलो में कई मेडल जीते है पर यहां इस भर्ती में धांधली हो रही है। हम जैसो को भर्ती से दूर रखा जा रहा है और भर्ती में मनमर्जी की जा रही है परन्तु हम चुप नही बैठेगे। हम खिलाड़ी सालों से मेहनत करके मेडल जीतते है और ज्यादातर खिलाड़ी गरीब परिवार से होते है फिर वो अपने देश के लिए पदक जीतने के लिए दिन-रात एक करते है और बदलें में उनके साथ ही दोखा हो रहा है। जिससे मायूस खिलाड़ी वर्ग आगे नही बढ़ पा रहे है। खिलाड़ियों ने इतना तक कहा है कि हम लोगो को समय पे डाइट भी नही मिल पाती है। हमे जॉब मिल जाती है तो हम लोगो की ये समस्या दूर हो जाती है। इस के चलते हम ओर अधिक मेडल अपने राज्य ओर अपने देश के जीत पाएंगे। खिलाड़ियों ने बताया कि हमे ये बता देते की उस जिले में इतनी पोस्ट है ओर उस जिले में कितनी पोस्ट है तो हम दूसरा जिला लगा देते, जहाँ से हमारा हो सकता था। अदर जिले की पोस्ट खाली जा रही है क्यों कि किसीने वहां से फॉर्म ही नही भरा क्यों कि विज्ञप्ति में ऐसा कुछ नही दे रखा था। हमने जयपुर इसलिए लगाया कि राजस्थान का सबसे बड़ा स्टेडियम जयपुर में है और हमे प्रैक्टिस करने में आसानी होगी इस लिए ज्यादातर खिलाड़ियों ने जयपुर जिला भरा। कुल 260 पोस्ट थी ओर सलेक्ट 146 को किया था उनमे से भी अधिकतर खिलाड़ी बहार हो गए है विज्ञप्ति जिले मेरिट के बारे में कुछ नही दे रखा था सभी गमो में पोस्ट विभाजित कर रखी थी उनको भी पूरा नही भरा जा रहा है स्टेट लेवल की स्पोर्ट्स की वेकेशन थी डिस्टिक लेवल पे मेरिट निकालनी ही नही थी। सभी खिलाड़ियों आज एस एम स्टेडियम भी गए ओर पुलिस हेड क्वाटर भी गये पर इनकी किसी ने नही सुनी जब राज्य ओर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की ही कोई नही सुन रहा तो आम लोगों की तो कोन सुनेगा।
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