शनिवार, 2 सितंबर 2017

जैसलमेर हार्नसिंग हेरिटेज टू टूरिज्म एडवांटेज दो दिवसीय सेमिनार शुरू

जैसलमेर हार्नसिंग हेरिटेज टू टूरिज्म एडवांटेज दो दिवसीय सेमिनार शुरू 


आने वाले समय में राजस्थान की यंग वर्कफोर्स इसकी प्रमुख ताकत बनेगी और यह देश की आर्थिक उन्नति में भी योगदान देगी। शीर्घ ही भारत की औसत आयु 29 वर्ष होगी, वहीं राजस्थान, बिहार, मध्यप्रदेश एवं ओड़िसा की औसत आयु 27 वर्ष होगी। आने वाले समय में यह यंग वर्कफोर्स देष की अर्थव्यवस्था के विकास में बड़ा परिवर्तन लाएगी। यह कहना था राजस्थान विधानसभा के डिप्टी स्पीकर, श्री राव राजेंद्र सिंह का। वे आज इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएषन (आईएचएचए) के 6वें एनुअल कन्वेंषन में सम्बोधित कर रहे थे। दो दिवसीय यह कन्वेंषन जैसलमेर के होटल सूर्यगढ़ में आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष के कन्वेंषन की थीम ‘हार्नसिंग हेरिटेज टू टूरिज्म एडवांटेज‘ है। 

श्री सिंह ने आगे कहा कि हेरिटेज टूरिज्म मात्र हेरिटेज प्रोपर्टीज में कमरों की बुकिंग करना ही नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र की कला, संस्कृति को पहचान एवं बढ़ावा देना और रोजगार के अवसर उत्पन्न करने से सम्बंधित भी है। रोजगार के इन माध्यमों का उपयोग करते हुए देष की यंग वर्कफोर्स स्वयं को और बेहतर बना सकेगी तथा देष को आगामी स्तर तक ले जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक भारत वल्र्ड इकोनाॅमी में 30 ट्रिलियन यूएस डॉलर का योगदान देगा। उन्होंने आईएचएचए की तेजी से बढ़ती सदस्यों की संख्या तथा हेरिटेज को संरक्षित करने एवं बढ़ावा दिए जाने के लिए किए जा रहे  उल्लेखनीय प्रयासों की प्रशंसा की।

राजस्थान सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव, पर्यटन, श्री एन सी गोयल ने कहा कि अब विभाग का फोकस सप्लाई से पूर्व डिमांड उत्पन्न करने, निर्णय लेने में टूरिज्म ट्रेड एवं उद्योग की भागीदारी बढाने पर किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त क्रिएटिव डिजाइंनस, मीडिया बायिंग और जनसम्पर्क के लिये विषेषज्ञों को रखा जा रहा है। उन्हांेने बताया कि राज्य में गत वर्ष पर्यटकों के आगमन में 17 प्रतिषत की वृद्धि हुई 

जैसलमेर 2 सितम्बर 2017BSF और एयरफॉर्स महिला अधिकारीयों का केमल सफारी दल का जैसलमेर में अन्तिम पड़ाव ,



जैसलमेर 2 सितम्बर 2017BSF और एयरफॉर्स महिला अधिकारीयों का केमल सफारी दल का जैसलमेर में अन्तिम पड़ाव ,



BSF और एयरफॉर्स महिला अधिकारीयों का केमल सफारी दल का जैसलमेर में अन्तिम पड़ाव , आज बीएसएफ के 119 वी बटालियन ने बीएसएफ और वायुसेना की महिला अधिकारियों के केमल सफारी दल के सम्मान में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया । शानदार नृत्य और संगीत की प्रस्तुतियों ने मन मोहा। बीएसएफ के महिला एवं पुरुष जवानो तथा बच्चों ने विभिन्न थीम पर आकर्षक प्रस्तुतियां दी । स्क्वार्ड्र्न लीडर अनुष्का की अगुवाई में 21 सदस्यीय दल ने भी छेड़ा तराना । बीएसएफ के उत्तर मुख्यालय के उपमहानिरीक्षक अमित लोढ़ा ने बेटी पढाओ बेटी बचाओ अभियान में महिला अधिकारियों के इस जज्बे को सराहा ।

इस कार्यक्रम में जिला प्रमुख अंजना मेघवाल तथा जिला न्यायाधीश मदनसिंह भाटी अतिथि के रूप में उपस्थित रहे ।बीएसएफ उत्तर मुख्यालय के उपमहानिरीक्षक अमित लोढ़ा ने स्क्वार्ड्रन लीडर अनुष्का के नेतृत्व में दुर्गम सीमा क्षेत्र के लोगों तक प्रधनमन्त्री नरेन्द्र मोदी के बेटी पढाओ बेटी बचाओ अभियान का सन्देश पहुँचाने 1368 किलोमीटर यात्रा पर निकले महिला अधिकारियों के दल की भूरी भूरी प्रशंसा की कहा कि महिलाओं की ताकत को कम नहीँ आंके बल्कि महिलाओं को समाज में बराबर हक दे । DIG लोढ़ा ने पल पल दिल के पास तुम रहती हो गीत प्रस्तूत कर शमा बाँध दिया ।

दल की लीडर अनुष्का ने अभी तक की यात्रा के संस्मरण सुनाये कि किस तरह हमारे देश में महिलाओं बेटियों की स्थिति दयनीय है , आज भी बेटों को बेटियों से जयदा तवज्जो दी जाती है ये मानवीय सभ्यता के लिये घातक है अभी तक की यात्रा के सुनायें संस्मरण । बेटे और बेटी को एक समान पालन पोषण , संस्कार और व्यवहार अप्लाई करने की बात्त कही ।

बाड़मेर स्वाइन फ्लू और डेंगू के डार्क जोन में खतरा।।*

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बाड़मेर स्वाइन फ्लू और डेंगू के डार्क जोन में खतरा।।*



*बाड़मेर स्वास्थ्य विभाग मलेरिया की रोकथाम में अपने घोड़े अभी भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में दौड़ा रहा है।सारी मशीनरी इन इलाकों में कागज़ दर्शा रहे है।वही बाड़मेर शहर के राय कॉलोनी, शास्त्री नगर,गांधी नगर,जटिया मोहला,इंदिरा कॉलोनी डेंगू जॉन में है।यहां डेंगू के केश निकलने सजरु हो गए विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है।शहरी क्षेत्र को राम भरोसे छोड़ दिया।।मलेरिया रोधी की छह टीम शहरी क्षेत्र में कार्य करने का दावा किया जा रहा है।मगर शहर के किसी क्षेत्र में यह दिखाई नही दी।केयर्न इंडिया ने भी सभी ब्लॉक में अपनी टीम भेजने का दावा किया।किसी भी ब्लॉक मर केयर्न की टीम काम फील वक्त नही कर रही।।डेंगू जोन में खतरा बढ़ता जा रहा है तो बालोतरा ,बायतु,पचपदरा,सिवाना सवाई फ्लू जॉन में चिन्हित है।इन इलाकों में अब तक कोई कार्यवाही नही हुई।विभगिय अधिकारियों से बात की तो अपनी लाचारी जताई कि विभाग के पाश मैन पावर नही है।जो है बाढ़ पीड़ित इलाको में है।।मलेरिया विभाग में कोई 25 एम टी कार्यरत है जिसमे करीब 18 लोग सेवनिवर्ती की कगार पे हैं।नये ऊर्जावान कार्यकर्ताओ की कमी के चलते भी कार्य नही हो पा रहा।सरकार ने अभी कोई तीन लाख टेबलेट मलेरिया रोधी आवंटन की।जिसमे लगभग सारी बित्रित हो चुकी।मगर डेंगू और स्वाइन फ्लू का खतरा बरकरार हैं जिसमे विभाग ने गंभीरता नही दर्शायी तो आने वाले दिनों में हालात विकट हो सकते हैं।डेंगू और स्वाइन फ्लू के केस आने शुरू हो गए।विभाग लाख छुपाए मगर मरीज तो बाहर आ ही जाते हैं।*

**बाड़मेर कलेक्टर परिसर के सौ मीटर दायरे में स्वच्छता अभियान की उड़ती धज्जियां।खुले में जाते है शौच।*

**बाड़मेर  कलेक्टर परिसर के सौ मीटर दायरे में स्वच्छता अभियान की उड़ती धज्जियां।खुले में जाते है शौच।*

*बाड़मेर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छता अभियान बाड़मेर जिले में दम तोड़ रहा है शहर के हालात सब कुछ बयान कर रहे है।शहर की बात छोड़े।जिला कलेक्टर परिसर के ठीक सामने स्वच्छता अभियान कैसे दम तोड़ रहा है यह सब देख रहे।कलेक्टर परिसर के ठीक सामने 100 मीटर के दायरे में रेल वे पटरियो के पार कच्ची बस्ती नेहरू नगर के बाशिंदे आज भी खुले में शौच जाते हैं।बेरोक टोक कोई रोकने वाला नही कोई समझाईस करने वाला नही।चूंकि शहर को ओ डी एफ करने के प्रयास तत्कालीन आयुक्त श्रवण विश्नोई के बाड़मेर से जाते हिदम तोड़ने लग गए।नेहरू नगर जैसी कई बस्तियां है जंहा के बाशिंदे आज भी खुले में शौच जाते हैं।ग्रामीण इलाकों को छोड़ दे।शहर में जब विकास की बात करते है तो नेहरू नगर की लोगो के खुले में शौच जाने की तस्वीर उभर कर सामने आती है ।केंद्र सरकार ने स्वच्छता के प्रति जागरूकता कार्यक्रमो के लिए करोड़ो का बजट जारी किया है जिस पर कुछ लोग सांप की भांति कुंडली मार बैठ गए।कागजो में पंचायतों को खुले में शौच जाने से मुक्त जरूर कर रहे।धरातल पे हकीकत सबके सामने हैं।जब कलेक्टर परिसर के ठीक सामने खुले में शौच जाने वालों को रोका नही जा रहा तो जिले की बात करना बेमानी हैं।।नगर परिषद ने तो अपनी धूड़ उड़ा रखी हैं।बिना धणी धोरी के परिषद के हालात आपात स्थिति जैसे हो गए।किसी को दोष देने की बजाय दोष जनता को जाता है जिन्होंने ऐसे लोगो पर भरोसा कर  शहर की कमान सौंपी जिससे लगता है बंदर के हाथ मे उस्तरा दे दिया।हालात आपात स्थति से बुरे हैं शहर की सुध लेने वाला कोई नही।जन प्रतिनिधियों को अपनी ठेकेदारी से फुरसत नही।सरकारी योजनाओं पर पानी फिर गया।।स्वच्छता को लेकर जो प्रयास हुए उस पर कोई कायम नही रहे।कहने को नेहरू नगर में सुलभ शौचालय बना दिये मगर उसके उयोग पर कुंडली लगा दी।नये आयुक्त बाड़मेर रहना नही चाहते।छुटियाँ  लेकर ट्रांसफर की जुगाड़ में लगे है।पार्षद सभापति के खिलाफ मोर्चा खोल के बैठे है ।करे भी क्या जनहितार्थ कोई कार्य नही हो रहा।शहर सड़ांध मार रहा।जगह जगह पानी के रेलें बाह रहे है सब देखके अनजान बन रहे।सीवरेज सिस्टम पूरी तरह नकारा हो गया।कोर्ट ने भी गाल बजा दिए।जिन सरकारी मशीनरी को न्यायालय भी सुधार नही पाए ।उनको तो भगवान भी नही सुधार सकता।जिमेदारी नागरिकों की है।*

*अलबत्ता जिला कलेक्टर शिव प्रसाद नकाते से जो उम्मीदे बाड़मेर की जनता ने की फिलहाल पूरी होती नजर नही आ रही।अधिकारी बेलगाम है।कलेक्टर इन पर शिकंजा नही कसेंगे शहर के हालात बद से बदतर होते जाएंगे।*

अजमेर, मंत्री भदेल ने यूथ पार्लियामेंट का किया शुभारंभ



अजमेर, मंत्री भदेल ने यूथ पार्लियामेंट का किया शुभारंभ




अजमेर, 2 सितम्बर 2017। महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने आज आॅल सेंट स्कूल में दो दिवसीय यूथ पार्लियामेंट का शुभारंभ किया। मंत्री भदेल ने बताया कि यह पार्लियामेंट दो दिन चलेगा जिसमें देशभर से 750 विद्यार्थियो ने भाग लेंगे। इनमें पांच सौ विद्यार्थी शहर की स्कूलो व काॅलेज के है। शेष देश की विभिन्न स्कूल, महाविद्यालयो और विश्ववि़द्यालयो से है। जिनमें दिल्ली, राजस्थान, चंडीगढ, मुम्बई नागपुर सहित अन्य शहरो से प्रतिभागी शामिल हो रहे है।

इन्होने बताया कि यूथ पार्लियामेंट में नौ कमेटिया गठित होगी। जिनमें लोकसभा कमेटी में बतौर सांसद विद्यार्थी 1950 के एक्ट पर चर्चा करेगे। जिसमें चुनावो में अपनाई जाने वाली भ्रष्ट नीतियो, पद के लिए सांसदो की योग्यता एवं अयोग्यता के मापदण्ड निर्वाचन संबंधित जानकारी दी जाएगी। देश के मजबूत लोकतंत्र की स्थापना के लिए स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव व्यवस्था में सुधार के संबंध में सदस्यो के सुझाव दिए जाएंगे। इस पार्लियामेंट में मीनू मनोविकास केंद व अन्य संस्थानों के विशेष बच्चे भी शामिल होगे। इन बच्चो से कोई शुल्क नही लिया जाएगा। पार्लियामेंट में समापन समारोह रविवार को होगा जिसमें बेस्ट डेलिगेट को पन्द्रह हजार, हाई कमैन्डेशन को आठ हजार, स्पेशन मेंशन को दो हजार रुपये का पुरस्कार सहित प्रमाण पत्र, स्मृति चिन्ह् से पुरस्करित किया जाएगा।

इस अवसर पर आॅल सेंट स्कूल के प्रशासक पीयूष कुमार, यूथ पार्लियामेंट के श्री ओजस कुमार, जया कुमार साहित स्कूल के विद्यार्थी व स्टाफ उपस्थित थे।







श्रीमती भदेल रविवार को करेगी लगभग 108.10 लाख की मिसिंग लिंक सडक का शुभारम्भ




अजमेर, 2 सितम्बर 2017। महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती अनिता भदेल रविवार 3 सितम्बर को अजमेर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में लगभग 108.10 लाख के मिसिंग लिंक सड़क का उद्घाटन करेंगी।

श्रीमती भदेल रविवार प्रातः 9 बजे मिसिंग लिंक सडक योजनान्तर्गत खानपुरा प्राथमिक

स्कूल से अर्जुनलाल सेठी काॅलोनी होते हुए आदर्श नगर थाने के सामने एनएच 8 ब्रिज तक सडक उद्घाटन करेगी। श्रीमती भदेल ने बताया कि यह सडक लगभग 1.7 किलोमीटर लम्बी रहेगी यह सडक खानपुरा (आगंनबाडी नंदघर) से होते हुए अर्जुनलाल सेठी काॅलोनी, आदर्श नगर थाने के सामने एन.एच.8 ब्रिज तक रहेगी जिससे आने वाले समय में खानपुरा से ब्यावर जाने वाला व्यक्ति सीधा जुड जायेगा। इस कार्यक्रम में जिला पदाधिकारी,मण्डल पदाधिकारी, पार्षद, बूथ अध्यक्ष, मण्डल कार्यकारणी सहित गणमान्य लोगो उपस्थित रहेगे।

बाड़मेर एनएचएम प्रबंधकीय कर्मचारी सामुहिक अवकाष पर नियमितिकरण मांग को लेकर

बाड़मेर एनएचएम प्रबंधकीय कर्मचारी सामुहिक अवकाष पर
नियमितिकरण मांग को लेकर

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सभी संविदा कार्मिक लेखाकार,
कम्प्यूटर आॅपरेटर, ब्लाॅक/पीएचसी आषा सुपरवाईजर, बी.पी.एम. के पदों पर
पिछले 9-10 वर्षों से लगातार एनआरएचएम योजना में अति अल्प मानदेय में
संविदा पर कार्यरत है। सुराज संकल्प घोषणा पत्र 2013 के पेज संख्या 12
(कर्मचारी कल्याण) के बिन्दु संख्या 5 में कार्यरत समस्त संविदा
कार्मिकों को नियमित करने की घोषणा की गई थी। जिसकी पालना स्वरूप
राजस्थान चिकित्सा विभाग में कार्यरत संविदा कार्मिकों तथा आयुष
चिकित्सक, आयुष कम्पाउण्डर, ए.एन.एम., जी.एन.एम., लैब सहायक, लैब
टेक्नीषीयन को नियमित किया जा चुका है। लेकिन एनएचएम के प्रबंधकीय संविदा
कार्मिकों जो की पिछले 8-9 वर्षों से लगातार अपनी सेवायें दे रहे है
किन्तु सरकार द्वारा उक्त कार्मिकों को नियमित नहीं किया गया है। जिसके
कारण उक्त कार्मिकों में रोष व्याप्त है। इस कारण जिला बाड़मेर के एनएचएम
प्रबंधकीय संविदा कार्मिक दिनांक 28 अगस्त 2017 से आज दिनांक तक सामुहिक
अवकाष पर रहे है। इसी क्रम में उक्त संविदा कार्मिक दिनांक 8 सितम्बर
2017 तक अवकाष पर रहेगंे।

रामरहीम की कोर्ट से गुहार, मसाज के लिए हनीप्रीत को रहने दो साथ

रामरहीम की कोर्ट से गुहार, मसाज के लिए हनीप्रीत को रहने दो साथ


चंडीगढ़/सिरसा:बलात्कारी बाबा राम रहीम ने सी.बी.आई. कोर्ट से अपील की है कि हनीप्रीत को जेल में उसके साथ रहने की अनुमति दी जाए। राम रहीम ने कहा कि हनीप्रीत उसकी फिजियोथेरेपिस्ट के साथ-साथ मसाज करती है। बता दें, इससे पहले भी पिता-पुत्री ने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि उन्हें साथ रहने की अनुमति दी जाए। हनीप्रीत ने अपने वकील के जरिए कोर्ट में एप्लीकेशन दिया था, जबकि गुरमीत राम रहीम ने कोर्ट में याचिका लगाई थी। कोर्ट ने दोनों की गुहार को खारिज कर दिया। हालांकि गुरमीत को दोषी करार दिए जाने के दिन पुलिस ने दोनों को कोर्ट से रोहतक तक साथ जाने दिया और सुनैरा जेल में पुलिस गेस्टहाउस में दोनों साथ ही रहे।


रामरहीम की कोर्ट से गुहार, मसाज के लिए हनीप्रीत को रहने दो साथ

शाही जीवनशैली को मिस कर रहा राम रहीम

सूत्रों के मुताबिक हनीप्रीत के साथ-साथ बलात्कारी बाबा अपनी शाही जीवनशैली को भी मिस कर रहा है। सिरसा स्थित उसके डेरे से खुलासा हुआ कि गुरमीत रामरहीम ने अपने आश्रम में दुनिया भर की मशहूर इमारतों की प्रतिकृति बनवा रखी थी। इनमें एफिल टॉवर, क्रूज शिप, रिसॉर्ट और दुनिया के 7 अजूबों की प्रतिकृति भी शामिल हैं, जब इन रिसॉर्ट में जाता, तो सारे सी.सी.टी.वी. कैमरे बंद कर दिए जाते थे। रामरहीम अपनी इन संपत्तियों को फिल्मों की शूटिंग के लिए इस्तेमाल करता था।




उल्लेखनीय है कि 2002 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लिखे गए एक अनाम लेटर में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख के खिलाफ रेप के आरोप लगाए गए थे. ये मामला तब बढ़ा, जब आरोपों से संबंधित खबर छापने पर एक पत्रकार की उसी साल गोली मारकर हत्या कर दी गई।

केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले PM मोदी-अमित शाह की अहम बैठक

केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले PM मोदी-अमित शाह की अहम बैठक
केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले PM मोदी-अमित शाह की अहम बैठक

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के बीच आज अंतिम दौर को लेकर चर्चा होगी। अमित शाह ने अपने घर पर बैठक बुलाई है जिसके बाद वह पीएम मोदी से मिलने जाएंगे। इस दौरान परवेश वर्मा ने अमित शाह से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार परवेश वर्मा को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। वहीं बैठक में नए राज्यपालों की सूची पर भी मुहर लग सकती है। बैठक में इस्तीफा देने वाले मंत्री भी शामिल हो सकते हैं। दिल्ली रवाना होने से पहले अमित शाह ने वृंदावन में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ भी दूसरे दौर की मीटिंग की जिसमें कैबिनेट को लेकर चर्चा की।




गडकरी को मिल सकती है रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी

सूत्रों के अनुसार नई मोदी टीम में कई सीनियर मंत्रियों का विभाग बदल सकता हैं। नितिन गडकरी को रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी मिलने के कयास हैं, तो सुरेश प्रभु को रेल की जगह पर्यावरण मंत्रालय मिल सकता हैं। राधामोहन सिंह भी कृषि की जगह दूसरे मंत्रालय में शिफ्ट किए जा सकते हैं। वहीं प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल और धमेंद्र प्रधान को मिल सकता है अच्छे काम का इनाम बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।

बूंदी जिले के लाखेरी में शुक्रवार को एक प्रेमी युगल ने ट्रेन से कटकर जान दे दी।

बूंदी जिले के लाखेरी में शुक्रवार को एक प्रेमी युगल ने ट्रेन से कटकर जान दे दी।


लाखेरी (बूंदी)। बूंदी जिले के लाखेरी में शुक्रवार को एक प्रेमी युगल ने ट्रेन से कटकर जान दे दी। दोनों पटरी के साथ-साथ चल रहे थे। ट्रेन के आते ही पटरी के बीचों-बीच खड़े हो गए और सेकंडों में ही तेज रफ्तार ट्रेन उनके ऊपर से निकल गई। युवक की पहचान कर ली गई है, लेकिन युवती की पहचान नहीं हुई है। जानिए क्या है मामला ...


कहीं पड़ी थी टांग तो कहीं धड़, ऐसी हालत में मिली लड़के-लड़की की लाश




- इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के हिम्मतपुरा गांव के पास रेल रूट पर एक युवक व युवती पटरियों के सहारे चल रहे थे। दोनों ने कंधे पर बैग टांग रखा था। पास में एक ट्रेन को झंडी दिखाने वाले गार्ड की चौकी थी।

- वहां से संपर्क क्रांति एक्सप्रेस गुजरने वाली थी इसलिए गार्ड अलर्ट था। तभी ट्रेन आ गई। गार्ड ने देखा की युवक व युवती अचानक पटरी के बीच खड़े हो गए। यह देख गार्ड के होश उड़ गए। उसे समझते देर नहीं लगी कि दोनों सुसाइड करने जा रहे हैं।

- गार्ड ने उन्हें आवाज देकर सुसाइड करने से रोकना चाहा, लेकिन तभी ट्रेन तेजी से उनके ऊपर से निकल गई। घबराए गार्ड ने इंदरगढ़ पुलिस को सूचना दी। सूचना पर सीआई पुरुषोत्तम महरिया वहां पहुंचे।

- पुलिस ने मृतकों के कपड़ों में कागज आदि तलाशे। युवक की जेब से उसका आईकार्ड मिला। कार्ड के आधार पर युवक की पहचान सवाईमाधोपुर के गंगापुर सिटी निवासी शैलेष मीणा (28) के तौर पर हुई। उसमें मिले नंबर पर पुलिस ने फोन किया। किसी परिजन ने बात होने पर पुलिस ने उसे बताया कि शैलेष और उसके साथ एक युवती ने ट्रेन से कटकर जान दे दी है। इस पर परिजन ने बताया कि शेलैष गुरुवार से ही लापता है। वहीं मोहल्ले की एक युवती भी गायब है। परिजन उनकी तलाश कर रहे हैं।




देवी मां के मंदिर से दर्शन कर लौटे थे

- पुलिस ने बताया कि दोनों इंदरगढ़ में देवी मां के दर्शन कर लौटे थे। दोनों के पास से माला व पूजा का सामान मिला है। संभव है कि दोनों इंदरगढ़ में किसी होटल में रुके होंगे।

- दोनों ने सुसाइड का ऐसा स्थान चुना जा काफी सुनसान जगह पर है।

शुक्रवार, 1 सितंबर 2017

बाडमेरकुलदेवी मन्दिर कुर्जा में रात्रि जागरण कल



बाडमेरकुलदेवी मन्दिर कुर्जा में रात्रि जागरण कल
कुर्जा 01 सितम्बर । मां संच्चियाय भक्त मण्डल कुर्जा द्वारा बाडमेर से 12 किलोमीटर दूर मालू कुलदेवी संच्चियाय माता मन्दिर कुर्जा में रात्रि जागरण 3 सितम्बर व भव्य मेला 4 सितम्बर को लगेगा। मां संच्चियाय भक्त मण्डल कुर्जा के प्रवक्ता कपिल मालू ने बताया कि अखिल भारतीय मालू जैन भाईपा समाज संस्थान द्वारा निर्मित मालू गौत्रीय कुलदेवी संच्चियाय माता मन्दिर कुर्जा में मां संच्चियाय भक्त मण्डल के तत्वाधान में भाद्रवा सुदी बारस 3 सितम्बर रविवार को बालोतरा के सुप्रसिद्व भजन गायक वैभव बागमार द्वारा भव्य रात्रि जागरण का आयोजन होगा व भाद्रवा सुदी तेरस 4 सितम्बर सोमवार को पैदल यात्रा संघ व भव्य मेले का आयोजन होगा।मालू ने बताया कि रात्रि जागरण व मेले मे आने जाने के लिए वाहनो की व्यवस्था की गई है।

तीखी बात क्या राजस्थान की चिकित्सा व्यवस्था हांफने लगी है ?



तीखी बात

क्या राजस्थान की चिकित्सा व्यवस्था हांफने लगी है ?


एसएमएस जयपुर में रेजीडेण्ट डॉक्टरों एवं नर्सों के बीच मार-पीट के समाचारों की स्याही अभी सूखी भी नहीं थी कि जोधपुर के उम्मेद चिकित्सालय में डॉक्टरों के बीच हुई तू-तू मैं-मैं और नवजात शिशु की मौत का वीडियो पूरे देश के सोशियल, इलैक्ट्रोनिक और प्रिण्ट मीडिया में सुर्खियां बटोरने लगा। अभी इस वीडियो पर सोशियल मीडिया में थू-थू करने का सिलसिला चल ही रहा था कि महात्मा गांधी हॉस्पीटल जोधपुर में बाड़मेर हाईवे से जले हुए लोगों को लाने वाले परिजनों ने हॉस्पीटल के रेजीडेण्ट चिकित्सकों एवं स्टाफ के साथ-मार पीट कर ली और तीन जनों को पुलिस पकड़ कर ले गई। ऐसी सैंकड़ों घटनाएं है जो पिछले कुछ सालों में घटित हुई हैं। साफ अनुभव किया जा सकता है कि रेजीडेण्ट डॉक्टरों के व्यवहार में अचानक तल्खी और चिड़चिड़ाहट में वृद्धि हुई है।

रेजीडेण्ट डॉक्टर्स द्वारा मरीजों एवं उनके परिजनों के साथ किए जा रहे खराब व्यवहार का मनोविज्ञन समझ में आना कोई मुश्किल बात नहीं है। चौबीस-चौबीस घण्टे की ड्यूटी, मरीजों और उनके परिजनों द्वारा रेजीडेण्ट डॉक्टर्स से किए जाने वाले दिन-रात के सवाल, वार्डों में भर्ती मरीजों की फाइलों में लम्बी-लम्बी नोटिंग्स, सीनियर डॉक्टर्स की बेगार, नर्सिंग स्टाफ की बदतमीजियां और भी बहुत कुछ सहना पड़ता है रेजीडेण्ट डॉक्टर्स को। स्वाभाविक है कि उनके स्वभाव में चिड़चिड़ाहट एवं खीझ उत्पन्न हो जाए। रेजीडेण्ट डॉक्टर्स के दिमाग में बन चुकी यह एक ऐसी तंग सुरंग है जिसका अंधेरा मिटने का नाम नहीं ले रहा।

जब से राजस्थान सरकार ने निःशुल्क दवा योजना आरम्भ की, जब से जननी सुरक्षा योजना आरम्भ हुई तथा जब से मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना आरम्भ हुई, राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में रोगियों की बाढ़ सी आ गई है। विगत चार सालों में ओपीडी तीन से चार गुना तक बढ़ गई है जबकि डॉक्टरों की संख्या वही की वही है। वार्ड तो पहले भी ठसाठस भरे रहते थे, आज भी हैं। आज राज्य के सीमांत गांव में बैठे व्यक्ति की भी यह कोशिश होती है कि वह जयपुर के एसएमएस हॉस्पिीटल या संभाग मुख्यालय के मेडिकल कॉलेज से संलग्न हॉस्पीटल में पहुंचे। साधारण डिलीवरी के मामले जो कि गांव की एएनएम से लेकर ग्राम पंचायत की पीएचसी, पंचायत समिति की सीएचसी या जिले के जिला अस्पताल में निबटाए जा सकते हैं, उसके लिए भी लोग गर्भवती को लेकर संभाग मुख्यालय के चिकित्सालयों में भागते हैं। मरीजों और प्रसूताओं की इस भीड़ को पीएचसी, सीएचसी अथवा जिला अस्पताल में रोकने के लिए सरकार के पास कोई कार्यक्रम नहीं है।

निःशुल्क दवा योजना की हालत यह है कि निःशुल्क दवा केन्द्रों पर बहुत सी दवाएं उपलब्ध ही नहीं होतीं। जोधपुर में सहकारी बाजार में जो करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ, उसके रैकेट का आज तक खुलासा नहीं हुआ। केवल महाप्रबंधक मधूसूदन शर्मा को जेल भेजा गया, उसी के समाचार जनता के पास हैं। इस घोटाले में और कौन लोग लिप्त थे, किसी को कुछ पता नहीं लगा। इस घोटाले को खुले लगभग छः माह का समय हो गया है किंतु आज तक जोधपुर के निःशुल्क दवा केन्द्रों एवं पेंशनर काउंटरों पर पर्याप्त दवाएं उपलब्ध नहीं हैं।

कुल मिलाकर पूरे राज्य का दृश्य ये है कि सरकारी चिकित्सा व्यवस्था हांफती हुई दिखाई दे रही है तथा सरकार की ओर से इस दिशा में कोई कार्यवाही होती हुई दिखाई नहीं दे रही है।

-डॉ. मोहनलाल गुप्ता

www.rajasthanhistory.com

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बाड़मेर,नगर परिषद से अधिकारियांे से मांगा स्पष्टीकरण



बाड़मेर,नगर परिषद से अधिकारियांे से मांगा स्पष्टीकरण
बाड़मेर, 01 सितंबर। कांजी हाउस से जानवरांे को सरहदी इलाकांे मंे छोड़ने के मामले मंे जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने नगर परिषद के अधिकारियांे से स्पष्टीकरण मांगा है।

जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि ग्रामीणांे की ओर से प्रस्तुत की गई शिकायत मंे पशुआंे के लिए किसी तरह के चारे-पानी के इंतजाम नहीं करने के बारे मंे अवगत कराया गया था। इसको गंभीरता से लेते हुए नगर परिषद के अधिकारियांे से स्पष्टीकरण के साथ विस्तृत जांच रिपोर्ट मांगी गई है।

श्रीनगर में पुलिस के जवानों की बस पर आतंकी हमला, 1 जवान शहीद, 8 घायल, लश्कर ने ली जिम्मेदारी

श्रीनगर में पुलिस के जवानों की बस पर आतंकी हमला, 1 जवान शहीद, 8 घायल, लश्कर ने ली जिम्मेदारी


श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में श्रीनगर के पंथाचौक पर आज शाम पुलिस के जवानों की बस पर आतंकी हमला किया गया है। इस हमले में 8 पुलिसकर्मियों के घायल होने और 1 जवान के शहीद होने की खबर है। हमले की सूचना मिलते ही पंथा चौक इलाके में ट्रैफिक को रोक दिया गया है। आतंकी हमले के बाद इलाके में अफरा तफरी का माहौल है। पंथा चौक इलाके में पूरी तरह से घेर लिया गया है। फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है। शुरूआती खबरों के मुताबिक हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर—ए—तैयबा ने ली है।




जानकारी के अनुसार, श्रीनगर के पंथाचौक पर पुलिस के जवानों की बस किया गया ये आतंकी हमला आतंकियों ने पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी को निशाना बनाकर किया है। पुलिसकर्मियों को लेकर जा रही इस बस पर आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इस हमले में 8 पुलिसकर्मियों के घायल होने और 1 जवान के शहीद होने की खबर है। दो पुलिसकर्मियो की हालत गंभीर है। हमले की जिम्मेदारी लश्कर ने ली है।




यह हमला उस वक्त किया गया, जब दिन भर की ड्यूटी के बाद पुलिसकर्मी जम्मू कश्मीर आर्म्ड पुलिस के मुख्यालय की तरफ लौट रहे थे। हमले में गंभीर रूप से घायल पुलिसकर्मियों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहीं हमले के बाद से ही इलाके में पूरी तरह से घेर लिया गया है। फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है, जिसके चलते मुठभेड़ अभी जारी है।

राम रहीम की मुंह बोली बेटी हनीप्रीत समेत दो के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी, कभी भी हो सकती है गिरफ्तारी

राम रहीम की मुंह बोली बेटी हनीप्रीत समेत दो के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी, कभी भी हो सकती है गिरफ्तारी

पंचकुला। हरियाणा के पंचकुला जिले के सेक्टर पांच पुलिस स्टेशन ने दो साध्वियों के साथ रेप केस में जेल की हवा खा रहे गुरमीत राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया है। हरियाणा पुलिस ने हनीप्रीत समेत राम रहीम सिंह के दो निकट सहयोगियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। लुकआउट नोटिस जारी किए जाने के बाद हनीप्रीत अपने पासपोर्ट के साथ देश की सीमा से बाहर नहीं जा पाएंगी और हरियाणा पुलिस उन्हें तलाश भी कर रही है।




आपको बता दें कि हनीप्रीत को करीब—करीब हर मौके पर राम रहीम के साथ देखा गया है, वहीं राम रहीम की फिल्मों में भी शूटिंग के दौरान हनीप्रीत राम रहीम के इर्दगिर्द ही देखी गई है। गौरतलब है​ कि हनीप्रीत वही लड़की है, जिसे राम रहीम की गिरफ्तारी के वक्त उसके साथ देखा गया था। हनीप्रीत इंसान को गुरमीत राम रहीम के साथ उस सरकारी हेलिकॉप्टर में भी देखा गया था, जिससे राम रहीम को रोहतक जेल ले जाया गया था।




राम रहीम के दो निकट सहयोगियों के खिलाफ जारी किए गए लुकआउट नोटिस में हनीप्रीत के अतिरिक्त डेरा प्रवक्ता आदित्य इन्सां का भी नाम शामिल है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इन दोनों सहयोगियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने उन्हें देश छोड़कर फरार होने से






हनीप्रीत पर यौन शोषण मामले में राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद राम रहीम को कोर्ट से भगाने की साजिश बताई जा रही है। 25 अगस्त यानी शुक्रवार को डेरा प्रमुख राम रहीम को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने साध्वियों से यौन शोषण मामले में उन्हें दोषी ठहराया था दोषी ठहराए जाने के बाद राम रहीम का भगाने का प्लान बनाया था। लेकिन हरियाणा पुलिस और सैना की तैनात मौजूदगी को देखकर इनके प्लान पर पानी फिर गया।

गोरखपुर के बाद अब बांसवाड़ा में 51 दिनों मे 81 नवजात शिशुओं की मौत, 4 की हालत अब भी नाजुक

गोरखपुर के बाद अब बांसवाड़ा में 51 दिनों मे 81 नवजात शिशुओं की मौत, 4 की हालत अब भी नाजुक


बांसवाड़ा। राजस्थान के आदिवासी बाहुल क्षेत्र बांसवाडा में प्राय गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था में समुचित पोषाहार नहीं मिलने से उनके बच्चे अत्यधिक कमजोर पैदा हो रहे हैं ओर इसके बाद इनमें से कई नवजात बच्चे मौत का शिकार हो रहे हैं। बांसवाडा जिले के राजकीय महात्मा गांधी चिकित्सालय मे बीते 53 दिनों मे ऐसे 81 नवजात बच्चों की दुनिया मे कदम रखने के चन्द दिनों बाद ही मौत हो गई। इनमें 50 बच्चे जुलाई माह में और 31 बच्चे 22 अगस्त तक मौत के मुंह मे जा चुके हैं।




ये मृतक नवताज शिशु 1 से 20 दिनों की अवधि उम्र के थे। पिछले आठ माह के आंकडों की बात कि जाए तो यहां पर जुलाई माह मे एकाएक मौतों का आंकडा काफी हद तक ऊपर बढ़ गया। यही क्रम अगस्त 2017 तक दिखाई दिया है। इससे पहले 6 माह मे जनवरी में सबसे ज्यादा 33 व जून में 21 बच्चों की सबसे कम मौतें हुई।




शिशु रोग विशेषज्ञ डाक्टर रंजना चरपोटा ने बताया कि मौतों के पीछे प्रमुख कारण बच्चोें का कमजोर पैदा होना, प्रसव से पहले गर्भवती को उचित मात्रा में पोषक नहीं मिलना तथा अधिकांश बच्चे जो अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड मे इलाज के लिए पहुुंचते हैं, उनका वजन डेढ़ किलो से भी काफी हद तक कम पाया गया है। प्रसव के पूर्व प्रसुताओं मे हिमोग्लोबिन भी कम होता है और प्रसव पूर्व देखभाल सही नहीं होने के कारण प्रसव भी समय से पूर्व हो रहे हैं। इस स्थिति मे बच्चे के बचने की गुजाईश कम हो जाती है।




देखभाल में लापरवाही :

ग्रामीण अंचलों मे आशा सहयोगिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और एएनएम के माध्यम ये गर्भवती के स्वास्थ्य की उचित देख भाल नहीं होना भी मौत का एक कारण है। इससे प्रसुताओं मे कम हिमोग्लोबिन का पता नहीं चल पाता। प्रसव पूर्व आयरन फॉलिक एसीड की गाोलियां नहीं दिए जाने के कारण रक्त मे कमी पाई जा रही है।




ये भी है कारण :

जून तक मृत्यु दर जिला अस्पताल में आंकी जा रही थी, लेकिन इसके बाद मिशन पुकार के कारण सक्रियता बढ़ी, निगरानी जागरूगता बढ़ी तो गंभीर प्रसुताएं रैफर होकर ज्यादा आने लगी। इससे भी आंकडा बढ़ा है।




मिट्टी खाती हैं गर्भवती महिलाएं :

ग्रामीण क्षेत्रों मे ज्यादातर गर्भवती महिलाएं केल्शियम की गोलियां भी समुचित मात्रा मे नहीं ले पाती है। ऐसे मे केल्शियम की कमी होने पर वे घर के लेपे हुए आंगन की मिटटी कुरेद कर सेवन कर केल्शियम की कमी को पुरा करने का प्रयास करती है। इससे जन्म लेने वाले नवताज शिशु में कीड़े पड़ जाते हैं। ऐसे में बच्चे प्राय बीमार हो जाते हैं और कई बार कमजोरी के कारण मौत के मुं​ह में समा जाते हैं।









चार बच्चों की है हालत खराब :

नवजात शिशु के परिजन रामलाल ने बताया कि हमारे बच्चे को सांस नहीं ली जा रही है। इसलिए डॉक्टर ने बाहर ले जाने के लिए बोला है, लेकिन हमारे पास पैसे की व्यवस्था नहीं होने के कारण हम ऐसा नहीं कर सकते। भगवान जो करें वो सही। इसी तरह अभी अस्पताल मे चार नवजात शिशु और मौत के मुंह मे जाने लिए खड़े हैं। वहीं डाक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। बाहर ले जाओ, यहां पर कोई इलाज नहीं हो रहा है।




परिजनों से पहले ही लिखवाकर ले लेते हैं डॉक्टर :

खास बात तो ये देखने मिलती है कि अस्पताल मे प्रसुताओं को भर्ती करने वाले टिकिट पर उनके परीजनों के हाथ से डाक्टर 'नवजात शिशु को इलाज कराने बाहर ले जाना चाहते हैं' ये लिखवा देते हैं और इलाज करते हैं, ताकि इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो जाए तो परीजनों की जिम्मेदारी बता दी जाती है। हालांकि लिखने के लिए परिजन मजबूर रहते हैं, क्योकि डॉक्टर दवा नहीं करेगा, ऐसा मानकर ये आदिवासी लोग लिख देते हैं।