मंगलवार, 26 जुलाई 2016

इंफाल।AFSPA का विरोध करने वाली शर्मिला 16 साल बाद खत्म करेंगी अनशन, चुनाव लड़ेंगी और शादी करेंगी



इंफाल।AFSPA का विरोध करने वाली शर्मिला 16 साल बाद खत्म करेंगी अनशन, चुनाव लड़ेंगी और शादी करेंगीAFSPA का विरोध करने वाली शर्मिला 16 साल बाद खत्म करेंगी अनशन, चुनाव लड़ेंगी और शादी करेंगी


मणिपुर में आर्म्ड फोर्सेस स्पेशल पावर एक्ट (अफस्पा) के खिलाफ 16 साल से संघर्ष कर रही इरोम शर्मिला 9 अगस्त को अनशन खत्म करेंगी। साथ ही शर्मिला ने चुनाव लड़ने की घोषणा की है। उनके इस कदम से मणिपुर के राजनीतिक माहौल पर असर पड़ने की उम्मीद जताई जा रही है। बता दें कि नवंबर, 2000 से शर्मिला अफस्पा के विरुद्ध संघर्ष करते हुए अनशन पर हैं।




मंगलवार को इंफाल कोर्ट परिसर के बाहर इस बात की जानकारी देते हुए चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। वह अब भूख हड़ताल खत्म कर चुनाव के मैदान पर उतरेंगी। उनके साथी आंदोलनकारियों ने कहा कि इरोम का यह फैसला मणिपुर से अफस्पा हटाने की दिशा में बड़ा कदम हो सकता है। उनके सहयोगियों के अनुसार, इरोम शर्मिला शादी करना तथा चुनाव लड़ना चाहती हैं।




कौन है इरोम शर्मिला?

2 नवम्बर 2000 को सुरक्षा बलों ने मालोम के बस स्टैण्ड पर अंधाधुंध गोलियां चला कर 10 मासूमों को मार डाला था। मृतकों में 62 वर्षीय एक वृद्धा भी थी और 18 साल का एक राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्राप्त युवक भी। इसके विरोध में इरोम ने AFSFA को हटवाने के लिए भूख हड़ताल शुरू कर दी।




जानिए क्या है AFSPA

सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून को साल 1958 में संसद ने पारित किया था। यह अधिनियम हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में सुरक्षा बलों को व्यापक अधिकार और न्यायिक छूट देता है। इसके तहत सेना को किसी भी व्यक्ति को बिना वारंट के गिरफ्तार करने का अधिकार है। यदि वह शख्स गिरफ्तारी का विरोध करता है तो उसे जबरन गिरफ्तार करने का अधिकार है। साथ ही सेना के जवानों को किसी भी व्यक्ति की तलाशी संदेह के आधार पर लेने का अधिकार है। इतना ही नहीं सेना को कानून तोडऩे वाले शख्स पर फायरिंग करने का भी अधिकार है। इस दौरान किसी की मौत हो जाती है तो उसकी जवाबदेही फायरिंग करने या आदेश देने वाले अधिकारी की नहीं है। फिलहाल यह असम, नागालैण्ड, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और जम्मू कश्मीर में लागू है।

सीकर.खुलासा : ...तो आनंदपाल ने नहीं चलाई थी जसवंतगढ़ SHO पर गोली, ये है पुलिस FIR का सच



सीकर.खुलासा : ...तो आनंदपाल ने नहीं चलाई थी जसवंतगढ़ SHO पर गोली, ये है पुलिस FIR का सच
खुलासा : ...तो आनंदपाल ने नहीं चलाई थी जसवंतगढ़ SHO पर गोली, ये है पुलिस FIR का सच

सांवराद गांव में जसवंतगढ़ थानाधिकारी पर फायरिंग के मामले में कुख्यात अपराधी आनंदपाल की तलाश में भले ही प्रदेशभर की पुलिस जुटी हो, लेकिन इस मामले को लेकर दर्ज एफआईआर में आनंदपाल का नाम नहीं है।

घायल थानाधिकारी लादूसिंह ने भी अपने पर्चा बयान में आनंदपाल का नाम नहीं लिया है। एेसे में अभी तक पुलिस तय भी नहीं कर पाई है कि आनंदपाल मौके पर था या नहीं। चाचा दामोदर ने भी इसका खुलासा नहीं किया है।
थानाधिकारी लादूसिंह ने पुलिस को दिए पर्चा बयान में बताया है कि उन्हें सांवराद में दामोदर सिंह के लॉन में बोलेरो व अल्टो खड़ी होने तथा लॉन में आनंदपाल गिरोह के विक्की उर्फ रूपेन्द्रपाल सिंह, आजाद सिंह, दामोदर सिंह व पांच-सात अन्य के डकैती की योजना बनाने की सूचना मिली थी।
सूचना पर जैसे ही लादूसिंह व पुलिस जाब्ता थाने की जीप से मौके पर पहुंचा तो दामोदरसिंह के घर से बोलेरो व अल्टो कार निकलते दिखाई दी। थोड़ी दूर चलने पर बोलेरो गाड़ी कच्चे रास्ते की तरफ मुड़ गई। पीछा करती हुई थाने की जीप जैसे ही बोलेरो के पास पहुंची तो बोलरो का कांच खुला हुआ था।

क्या अल्टो में निकल गया आनंदपाल

घायल थानाधिकारी ने बोलेरो जीप में आनंदपाल को नहीं देखा। एेसे में सवाल यह है कि क्या आनंदपाल अल्टो कार में चला गया। यह इसलिए भी संभव है कि सीकर में पकड़े गए उसके साथी सुभाष बराल ने स्वीकार किया था कि आनंदपाल गिरोह के लोग अब छोड़ी गाडि़यों का उपयोग करने लगे हैं।


सुभाष भी बीकानेर में फरारी के दौरान अल्टो कार ही रखता था। इससे शहर में घूमने में परेशानी नहीं होती। साथ ही पुलिस भी छोटी गाड़ी की तरफ ध्यान नहीं देती।

उदयपुर। आखिर, अस्पताल से कहां गईं 75 लाख की सुइयां?

उदयपुर। आखिर, अस्पताल से कहां गईं 75 लाख की सुइयां?


डॉ. सुशीलसिंह चौहान/ उदयपुर
मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना में आने वाले महंगे इंजेक्शनों को 'खुद की जेब' में खपा देने का एक और बड़ा घोटाला एमबी अस्पताल में सामने आया है। करीब 75 लाख रुपए के इन इंजेक्शनों की गणित नहीं मिलने पर प्रधान महालेखाकार (सामान्य एवं सामाजिक क्षेत्र लेखा परीक्षा) राजस्थान, जयपुर-1 ने पाई-पाई का हिसाब मांगा है।
आखिर, अस्पताल से कहां गईं 75 लाख की सुइयां?

ये कैसा इलाज कि नन्ही परी का रिसता खून भी नहीं दिखा

एजी ने ऑडिट में पैरा लगाकर नि:शुल्क योजना में मिले 'हुमैन एल्बुमिन-20 प्रतिशत इंजेक्शन' के दुरुपयोग की आशंका जताते हुए 74.70 लाख रुपए का हिसाब मांगा है। वर्ष 2012-13 से 2013-14 एवं चालू वित्तीय वर्ष में फरवरी-2016 के बीच चिकित्सालय वार्ड और डीडीसी काउंटर्स से क्रमश: 3700, 2100, 1000 एवं 439 इंजेक्शनों का लेखा-जोखा नहीं रखने के मामले में चिकित्सालय प्रशासन चुप्पी साधे है।




बचता रहा प्रभारी


ऑडिट पैरा के अनुसार जुलाई 2013 से जुलाई 2014 के बीच के दौरान डीडीसी काउंटर एक से आठ एवं 26 में क्रमश: 315, 20, 690, 680, 50, 1080, 105, 11 एवं 560 नग (कुल 3511/ लागत 70.22 लाख) जारी हुए। इसमें काउंटर संख्या 3, 4, 6 एवं 26 बंद कर दिए गए। यहां डीडीसी काउंटर प्रभारी केवल संख्या एक का स्टॉक रजिस्टर लेखा परीक्षा को उपलब्ध कराया गया। इसमें भी रोगीवार उपलब्ध इजेक्शन का ब्योरा उपलब्ध नहीं कराया गया। ऑडिट में आया कि जनवरी-2014 में बर्न वार्ड 184 इंजेक्शन जारी हुए। यह इंजेक्शन आरएमएससीएल, आरएम आरएस और एमएमबीपीएलजेआरके मद से खरीदे गए थे। ऑडिट ने आठ सवालों का जवाब मांगा है।
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फीमेल वार्ड और नाम मेल कागड़बड़ी जांच में पत्रिका को एेसी पर्ची हाथ लगी, जिस पर वार्ड का नाम 6-एसीएफ लिखा है, जो महिला वार्ड की पर्ची है। लेकिन इस पर शंकर नाम लिखकर एल्बुमिन इंजेक्शन लिखा गया है। विशेष बात यह है कि पर्ची पर हस्ताक्षर करने वाले नर्सेज स्टाफ ने डॉ. अभिषेक लिखकर हस्ताक्षर किए हैं, जबकि कोई भी चिकित्सक स्वयं के हस्ताक्षर के आगे डॉ. काम नहीं लेता।
ये है एल्बुमिन इंजेक्शनगंभीर रोग किडनी डिजीज, डायबिटीज, कैंसर जैसे रोगों में शरीर के भीतर प्रोटीन तत्वों को बढ़ाने के लिए मरीज को यह इंजेक्शन लगाने की सलाह देते हैं। सरकारी हिसाब से इस इंजेक्शन की लागत न्यूनतम 2000 होती है, जबकि निजी मेडिकल स्टोर्स पर यह इंजेक्शन पांच से सात हजार तक कीमत में मिलता है।
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नि:शुल्क दवा योजना आमजन की सुविधा के लिए है। इसके दुरुपयोग की ऑडिट रिपोर्ट उच्चाधिकारियों के पास होगी। इसकी जानकारी लेकर ही कुछ बता पाऊंगा।
- डॉ. रमेश जोशी, उपअधीक्षक, एमबी हॉस्पिटल

अजमेर। असली या फर्जी मगर सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग आनंदपाल, फिर भी पुलिस पहुंच से दूर

अजमेर। असली या फर्जी मगर सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग आनंदपाल, फिर भी पुलिस पहुंच से दूर


अजमेर। पुलिस की गिरफ्त से भागने वाले अपराधी आनंदपाल को फरार हुए लगभग 1 वर्ष हो चुका है। मगर अबतक आनंदपाल प्रदेशभर की पुलिस के लिए पहेली बना हुआ है। पुलिस आनंदपाल तक पहुंचना तो दूर उसको ठू तक नहीं पा रही है। वह भी तब जब आनंदपाल सोशल मीडिया पर लगातार बना हुआ है।

असली या फर्जी मगर सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग आनंदपाल, फिर भी पुलिस पहुंच से दूर

आनंदपाल के नाम से कई अकाउंट व पेज फेसबुक पर चल रहे हैं। सिर्फ चल ही नहीं रहे ये लगातार अपडेट भी हो रहे हैं, इसके बावजूद पुलिस अबतक आनंदपाल तक पहुंचने में नाकाम है। जबकि तकनीक के इस युग में इंटरनेट से जुडऩे के बाद किसी भी माध्यम तक पहुंचना बेहद आसान है।

आपस में पोस्ट को लेकर तकरार
आनंदपाल के नाम से फेसबुक पर कई अकाउंट्स व पेज हैं। जिनमें लगातार कुछ ना कुछ अपडेट होता रहता है। लगभग हर 4 से 8 घंटे के बीच आनंदपाल को लेकर कुछ न कुछ अपडेट होता रहता है। वहीं कई पेज व अकाउंट्स में आपसी तकरार भी इन पोस्ट के जरिए देखने को मिलती है। कई अकाउंट्स व पेज पर डाली गई जानकारी को अन्य पेज झूठला देते हैं। जैसे आनंदपाल के एक फेसबुक अकाउंट से 10 दिन बाद आतंक मचाने को डाली गई पोस्ट को अन्य फेसबुक पेज पर आनंदपाल के खिलाफ साजिश बताया जा रहा है। एेसे में फेसबुक पर सक्रिय ये अकाउंटस कितने वास्तविक हैं व कितने फर्जी यह कह पाना भी मुश्किल है।

सिलेब्रिटी से कम नहीं
आनंदपाल फेसबुक पर किसी सिलेब्रिटी से कम नहीं है। आनंदपाल के नाम पर कई अकाउंट हैं। जिनमें उसे पब्लिक फिगर, न्यूज पर्सेनेलिटी, डॉक्टर, सरकार व राजनेता भी बताया गया है। इतना ही नहीं आनंदपाल से जुड़ी हर खबर को फेसबुक पेज पर डाला जाता है। इसके बाद उससे जोड़ लोग अपनी राय देते हैं। फेसबुक पर अच्छे से सक्रिय होने के बावजूद आनंदपाल टिव्टर सहित अन्य किसी सोशल साइट पर इतना सक्र्रिय नहीं है।

आनंदपाल- पॉप्यूलेरिटी मीटर

आनंदपाल के नाम से फेसबुक अकाउंट- 6

आनंदपाल के नाम से फेसबुक पेज- 15

आनंदपाल से जुड़े ग्रुप- लगभग 30

अकाउंट्स पर फेसबुक फे्रंड्स की संख्या- 992(लगभग 1000)

फेसबुक पेज पर आनंदपाल से जुड़े लोगों की संख्या- 30456(लगभग 30000)

रोजाना अपडेट - लगभग 4 से 8 घंटे में

प्रतिदिन पोस्ट- 6 से 10 पोस्ट

लगातार आनंदपाल पर बातचीत- 3284 लोग

हर सप्ताह फेसबुक पेज पर बढ़ते लाइक - 2 से 3 हजार

फेसबुक से जुड़े लोगों में 90 प्रतिशत पुरुष




कर सकते हैं ट्रेस
सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय होने के बावजूद पुलिस की पकड़ से दूर रहने के माजरे पर पत्रिका टीम ने आइटी एक्सपर्ट व एथिकल हैकर से बात की तो उन्होंने बताया कि फेसबुक पर अकाउंट यूज करने व पेज पर पोस्ट डालने वाले शख्स तक पहुंचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक सिस्टम का आइपी एड्रेस होता है, जिससे कोई भी सोशल साइट अथवा फेसबुक यूज करने पर वह पब्लिक आइडी में चेंज हो जाता है। इसके बाद इसके लॉग बन जाते हैं। जिनको हासिल कर पुलिस आनंदपाल अथवा उसके नाम से फेसबुक का इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति तक पहुंच सकती है।

जोधपुर। वाहन रैली निकाल कर शक्ति प्रदर्शन पर उतरे छात्रनेता, शहरभर में दिखा रहे दबंगई

जोधपुर। वाहन रैली निकाल कर शक्ति प्रदर्शन पर उतरे छात्रनेता, शहरभर में दिखा रहे दबंगई


जोधपुर। शहर छात्रसंघ चुनावों में रंगने लगा है। जगह-जगह होर्डिंग्स, पोस्टर्स व बैनर्स के जरिए छात्रनेता अपने प्रचार-प्रसार करने में जुटे हुए हैं। कार्यकर्ता आदि पैम्फ्लेट्स बांट कर अपने छात्रनेता के समर्थन के लिए सड़कों को जाम कर रहे हैं। वहीं वाहन रैलियां निकाल कर छात्रसंघ संगठन व छात्रनेता अपने शक्ति प्रदर्शन में लगे हुए हैं।




ये नजारा सोमवार को शहर के विभिन्न क्षेत्रों में देखने को मिला। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के ऑल्ड कैम्पस, केएन कॉलेज, न्यू कैम्पस व हैड ऑफिस सहित एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्रनेता व संगठनों की ओर से विभिन्न कार्यक्रम आदि हुए।





भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एन.एस.यु.आई.) का जिलास्तरीय छात्र जाग्रति सम्मेलन सोमवार को शुरू हुआ। जिला अध्यक्ष महिपाल सिंह खागटा ने बताया कि प्रदेश स्तर पर चलाए जा रहे छात्र जाग्रति रथ का जोधपुर पहुंचने पर स्वागत किया गया। इस दौरान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राकेश मिणा, प्रदेश प्रभारी अमित पठानीया का विभिन्न स्थानों पर कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। संठगन की यह छात्र जागृति यात्रा का आगाज केएन कॉलेज परिसर से हुआ।



यहां छात्राओं ने संगठन के पदाधिकारियों का तिलक लगा व पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया। यहां से संगठन की ओर से वाहन रैली निकाली गई। यह रैली ऑल्ड कैंपस होते हुए एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज स्थित सभागार पहुंची। यहां पदाधिकारियों ने कार्यकर्ताओं व विद्यार्थियों से संगठन से जुडऩे की अपील की। यहां से रवाना होकर वाहन रैली का समापन न्यू कैंपस में हुआ।




इसी कड़ी में छात्रनेता कुणाल सिंह भाटी ने भी अपने समर्थकों के साथ वाहन रैली निकाली। बड़ी तादाद में वाहनों का हुजूम शहरों के विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए गुजरा। इस दौरान समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए पैम्फ्लेट्स बांटे। ऑल्ड कैंपस से निकली ये वाहन रैली केएन कॉलेज पहुंची। यहां छात्राओं से समर्थन मांग कर वाहन रैली मुख्य कार्यालय होते हुए निकली।



नहीं रख रहे सड़क सुरक्षा का ध्यान

कार्यकर्ता व समर्थक अपने छात्रनेताओं व संगठनों के समर्थन में सामान्य नियमों की धज्जियां तक उड़ाते हुए बाज नहीं आ रहे हैं। कारों व जीपों में निकल रही इन रैलियों में इन समर्थकों ने सड़क सुरक्षा के नियम ताक पर रख दिए हैं। न तो वाहन चालकों को सीट बेल्ट लगाने का होश है और न ही समर्थकों को अपनी जान की परवाह का। कतार बद्ध जा रहे इन वाहनों से सड़क पर ट्रैफिक व्यवस्था के बिगड़ते हाल के तो कहने ही क्या।

बाड़मेर। शॉर्ट-सर्किट से लगी आग, मची अफरा-तफरी



बाड़मेर। शॉर्ट-सर्किट से लगी आग, मची अफरा-तफरी


बाड़मेर। शहर के शहीद सर्किल स्थित एक खुल बाड़े में मंगलवार दोपहर अचानक शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। आग लगने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। आग की लपटें बढती देख स्थानीय लोगो ने आग पर काबू पाया 
जानकारी के मुताबिक सिणधरी रोड़ स्थित शॉट-सर्किट से आग लग गई। आग इतनी भंयकर थी कि स्थानीय मार्केट में दहशत फैल गई। कुछ देर में लोगो ने पानी का टैंकर मंगवाकर आग को काबू पा लिया जिससे बड़ा हादसा टल गई। सूचना मिलने के बावजूद करीब 30 मिनट बाद दमकल मौके पर पहुंची। आग बूझने पर स्थानीय लोगो ने राहत ली।
शॉर्ट-सर्किट से लगी आग, मची अफरा-तफरी

पाली सनसनीखेज!! दोस्त को जिंदा दफनाया, 18 घंटे बाद जिंदा निकला

पाली सनसनीखेज!! दोस्त को जिंदा दफनाया, 18 घंटे बाद जिंदा निकला
सनसनीखेज!! दोस्त को जिंदा दफनाया, 18 घंटे बाद जिंदा निकला

पाली. दोस्त को फ्लेट की रजिस्ट्री करवाने के बहाने बुलाकर उसे पहले से एक मकान में खोदे खड्ढे में जिंदा दफना दिया। जिससे की वह मर जाए और फ्लेट के लिए ले रखे 26 लाख रुपए उसे वापस न देने पड़े। लेकिन युवक ने संघर्ष करते हुए करीब 18 घंटे बाद खड्ढे से जिंदा निकल गया और किसी से फोन लेकर घरवालों को घटना की जानकारी देकर मौके पर बुलाया तब जाकर इस घटनाक्रम का खुलासा हुआ। मामले की जानकारी मिलते ही परिजनों व ग्रामीणों ने आरोपित युवक से जमकर मारपीट की। पुलिस ने हत्या के प्रयास, अमानत में खयानत, बंधक बनाकर रखने सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार किया। फालना के कार्यवाहक थानाप्रभारी सज्जनसिंह ने बताया कि फालना नेहरू कॉलोनी निवासी महिपालसिंह पुत्र नैनसिंह ने पर्चा बयान दिया कि फालना के स्वर्ण मंदिर के निकट एक बहुमंजिला इमारत में उसने अपने दोस्त कोट बालियान हाल फालना निवासी कन्हैयालाल पुत्र लच्छीराम सुथार से 32 लाख में दो फ्लेट खरीद रखे थे। इसके बदले अभी तक उसे 26 लाख रुपए दे दिए, लेकिन पिछले दो वर्ष से रजिस्ट्री करवाने के लिए आरोपित उन्हें चक्कर कटवाता रहा। रविवार दोपहर करीब सवा एक बजे कन्हैयालाल सुथार ने फोन कर फ्लेट की रजिस्ट्री करवाने के लिए एसबीबीजे बैंक के पास बुलाया। स्कूटी पर बिठाकर रजिस्ट्री करवाने के लिए बाली ले गया। जहां दस्तावेज कोट बालियान पड़े होने की बात कहते हुए कोट बालियान स्थित मदनलाल जैन के मकान पर ले गया। आरोपित वहां पर फर्नीचर का कार्य करता था। योजना के तहत आरोपित ने पहले से ही मकान में करीब नौ-दस फीट गहरा खड्ढा खोद रखा था तथा उस पर लकड़ी की पतली फ्लाई रख रखी थी। मकान में जाने के बाद आरोपित ने महिपालसिंह को मोबाइल देने के बहाने अंदर बुलाया। वह जैसे ही अंदर गया।

खड्ढे के ऊपर रखी फ्लाई के टूटने से उसमें गिर गया। आरोपित ने उसे धक्का देकर खड्ढे में पूरा डाल दिया तथा ऊपर से मिट्टी डाल दी और खड्ढे पर लकड़ी की फ्लाई और पत्थर रख दिए। शाम करीब छह बजे तक आरोपित मकान के बाहर बैठा रहा। इधर महिपालसिंह के परिजन उसे ढूंढते में जुटे रहे। आरोपित के पास फोन आया तो उसने कहा कि उसे महिपाल के बारे में कोई जानकारी नहीं है और स्वयं उनके साथ उसे ढूंढने में जुटा रहा, लेकिन इधर खड्ढे में गिरे महिपाल ने हिम्मत नहीं हारी और खड्ढे की कच्ची दीवारों को नाखून से छोटे-छोटे खड्ढे किए और उसमें पैर रखते हुए ऊपर तक पहुंचा और जोर लगाकर फ्लाई हटाई और सोमवार सुबह करीब नौ बजे (करीब 18 घंटे बाद) बाहर निकला। मकान का ताला लगा होने के कारण वह छत पर खड़ा हो गया। उधर से गुजर रहे एक व्यक्ति के मोबाइल से परिजनों को फोन करवा मौके पर बुलाया। तब जाकर इस सनसनीखेज वारदात का

खुलासा हुआ।

बाड़मेर ग्रुप फॉर पीपुल्स की कोर कमिटी की बैठक सम्पन,ग्रुप के कार्यक्रमो की रूप रेखा तय हुई ,नीम महोत्सव चलेगा बाड़मेर में

बाड़मेर ग्रुप फॉर पीपुल्स की कोर कमिटी की बैठक सम्पन,ग्रुप के कार्यक्रमो की रूप रेखा तय हुई ,नीम महोत्सव चलेगा बाड़मेर में



बाड़मेर ग्रुप फॉर पीपुल्स बाड़मेर की कोर कमिटी की बैठक जय नारायण व्यास इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रांगण में सम्पन हुई ,बैठक में ग्रुप के नए कार्यक्रमो की रूप रेखा तय की गयी ,तथा ग्रुप के नए नियम एवं विधान पर चर्चा की गयी ,ग्रुप प्राथमिकता ने बाड़मेर जिले में मारवाड़ी महासभा ठाणे के तत्रवधं में नीम महोत्सव के तहत नीम के हज़ारो पौधे लगाएगा


ग्रुप संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने बताया की ग्रुप की अहम् कोर कमिटी की बैठक का आयोजन डॉ विकास चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित की गयी ,जिसमे वरिष्ठ सदस्य संजय शर्मा ने ग्रुप के नियमो और विधान में संसोधन करने की बात कही वः इंद्र प्रकाश पुरोहित ने ग्रुप के कार्यक्रमो में व्यव की पारदर्शिता के बारे में चर्चा की ,डॉ विकास चौधरी ने ग्रुप में प्रवेश के फॉर्मेट में बदलाव की बात कही ,उन्होंने कहा की ग्रुप ने बाड़मेर जैसलमेर में जिस तरह से सेवा कार्य कर एक ब्रांड के रूप में स्थापित किया हे उसासु ग्रुप के नाम का दुरूपयोग की संभावना रहती हे इसीलिए ग्रुप की सदस्यता के नियम कड़े किये जाये ,अनिल सुखानी ने ग्रुप में कमिटी गति करने का सुझाव दिया तो अखेदान बारहट ने ग्रुप में निष्क्रिय सदस्यो को अंतिम अवसर के बाद ग्रुप की सदस्यता समाप्त करने का सुझाव दिया ,चन्दन सिंह भाटी ने मारवाड़ी महासभा के तत्वाधान में ग्रुप द्वारा शीघ्र बाड़मेर में नीम महोत्सव का आगाज़ करने का प्रस्ताव रखा जिस पर सरसम्मति से आगामी सप्ताह तक नीम महोत्सव का बाड़मेर शुभारम्भ का निर्णय लिया ,अमित बोहरा ,रमेश कड़वासरा ,रमेश सिंह इंदा ,स्वरुप सिंह भाटी ,छोटू सिंह पंवार ,दिलीप सिंह गोगादेव ,दिग्विजय सिंह चुली ,बाबु भाई शेख ,ने भी विभिन सुझाव रखे शाहिद हुसैन ,मगाराम माली,भी उपस्थित थे




ग्रुप संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने बताया की ग्रुप में विभिन कमेटियों के गठन कर उन्हें जिम्मेदारी सौंपने ,ग्रुप में सदस्यता के लिए तीन सदस्यीय कमिटी के गठन ,आय व्यय के ब्यौरा रखने के लिए तीन सदस्यीय कमिटी के गठन का प्रस्ताव सरसम्मति से पारित किया ,

बाड़मेर, करंट लगने से बच्चे की मौत, एक घायल जिले में करंट से दो युवकों समेत तीन लोगों की मौके पर ही मौत


बाड़मेर, करंट लगने से बच्चे की मौत, एक घायल  जिले में करंट से दो युवकों समेत तीन लोगों की मौके पर ही मौत




राजवेस्टप्लांट में सोमवार को करंट लगने से एक सफाईकर्मी की मौत हो गई। इसके बाद शव को जिला अस्पताल मोर्चरी में रखवाया गया, लेकिन देर रात तक राजवेस्ट और मृतक के परिजनों के बीच मुआवजे को लेकर सहमति नहीं बन पाई थी। परिजनों के मुताबिक राजवेस्ट की लापरवाही से मौत हुई है, उचित मुआवजा दिया जाए। सूचना के बाद ग्रामीण थाना पुलिस कोतवाली अस्पताल मोर्चरी के बाहर तैनात रही। देर रात तक शव नहीं उठाया गया।
पुलिस के अनुसार राजू पुत्र जीवणाराम सांसी निवासी विशाला राजवेस्ट से अधिकृत कंपनी लक्ष्मी कांट्रेक्टर के मार्फत स्वीपर लगा हुआ था। सोमवार शाम 4 बजे प्लांट में सफाई के दौरान स्वीच यार्ड में तार को छू लिया, इससे करंट की चपेट में गया। आसपास के लोगों ने हादसे को देख बिजली बंद की और युवक को घायलावस्था में बाड़मेर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उपचार शुरू किया। इलाज के दौरान युवक ने दम तोड़ दिया। दरअसल राजवेस्ट ने प्लांट में सफाई का ठेका लक्ष्मी कांट्रेक्टर को दे रखा है। ठेके के मार्फत ही सफाई कार्मिक लगे हुए है।
मुआवजे की मांग, शव मोर्चरी में रखवाया
युवककी मौत के बाद परिजन मौके पर पहुंचे, पुलिस ने शव को जिला अस्पताल मोर्चरी में रखवा दिया। परिजनों की मांग है कि राजवेस्ट की लापरवाही से युवक की मौत हुई है, खुले तार को लेकर कोई दिशा-निर्देश नहीं थे। युवक की मौत हुई है, परिजनों को मुआवजा मिले। कोतवाल बुद्धाराम विश्नोई, ग्रामीण थाना एएसआई रूपाराम चौधरी सहित पुलिस बल तैनात रहा। देर रात तक परिजनों से मुआवजे को लेकर समझाइश चलती रही, लेकिन समझौता नहीं हो पाया। मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम होगा।

तीन हादसे

करंट लगने से एक की मौत राजवेस्ट पॉवर प्लांट में युवक की मौत ने तूल पकड़ा,ठेके पर सफाई कर्मचारी के पद पर था नियुक्त, परिजनों ने की मुआवजे की मांग, धोरीमन्ना | थानाक्षेत्र के शशी की बेरी गांव में एक युवक की करंट के चपेट में आने से मौत हो गई। सूचना के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया। जानकारी के अनुसार भाखराराम पुत्र सदराम ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसका भाई कृषि कुएं पर मोटर चालू कर रहा था, अचानक करंट जाने से उसकी मौत हो गई। सिणधरी | क्षेत्रके पायला कला गांव में करंट की चपेट में आने से एक बच्चे की मौत हो गई, वहीं एक गंभीर रूप से घायल हो गया। जानकारी के अनुसार पायला कला निवासी जमाल खां सोमवार शाम 6 बजे तालाब पर खेल रहा था। इस बीच तालाब के ऊपर से गुजरती 33 केवी बिजली लाइन से करंट की चपेट में गया जिसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। वहीं, जमाल खां को बचाने में सहयोग करने आया लतीफ भी गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे राजकीय अस्पताल ले जाया गया जहां से उसे बिलाल अस्पताल रेफर कर दिया। बाड़मेर

बाड़मेर सात थानाधिकारी बदले, दस उपनिरीक्षकों के तबादले पांच हैड कांस्टेबलोें के भी किए तबादले


बाड़मेर सात थानाधिकारी बदले, दस उपनिरीक्षकों के तबादले पांच हैड कांस्टेबलोें के भी किए तबादले
 बाड़मेर पुलिसअधीक्षक डाॅ. गगनदीप सिंगला ने सोमवार को पुलिस बेड़े में बड़ा फेरबदल किया है। जिले के सात पुलिस थानों के थानाधिकारियों को बदला है। इसके अलावा दस उप निरीक्षकों और पांच हैड कांस्टेबलों के भी तबादले किए है।

जयराम को सदर थानाधिकारी, धनाराम को बाखासर, मनोज मूंढ को गिड़ा, ओमप्रकाश को बायतु, चंद्रसिंह को कल्याणपुर, राजेश कुमार को आरजीटी और राजदीपेंद्रसिंह को बीजराड़ थानाधिकारी लगाया गया है। सपाराम को यातायात शाखा में प्रभारी लगाया गया है। इसके अलावा हनुमान राम को शिव, अमरसिंह को पुलिस लाइन, सुरेश सारण को पुलिस चौकी बामणोर, श्रीमती केशर को सदर थाना, जगदीश सियाग को बालोतरा, मनीष सोनी को शहर कोतवाली और ललित कुमार को रामसर स्थानातंरित किया है। दस सहायक उपनिरीक्षकों के भी तबादले किए है। चांदमल को गुड़ामालानी, किशनाराम को ग्रामीण थाना, अमराराम को कल्याणपुर, खीमसिंह को पुलिस लाइन, हनुमानराम को गडरारोड, अचलाराम को चौहटन, ब्रजमोहन को बायतु, राउराम को पुलिस लाइन, चुतराराम को यातायात शाखा और राजेंद्रसिंह के पुलिस लाइन में तबादले किए गए है। इसके अलावा पांच हैड कांस्टेबलों को भी स्थानान्तरित किया गया है।

सोमवार, 25 जुलाई 2016

नागौर कुख्यात अपराधी आनन्दपाल सिंह के घर की तलाशी के दौरान 70-80 करोड़ से भी अधिक सम्पत्ती के कागजात मिले।



नागौर कुख्यात अपराधी आनन्दपाल सिंह के घर की तलाशी के दौरान 70-80 करोड़ से भी अधिक सम्पत्ती के कागजात मिले।


वास्तविक खातेदारों से षडयंत्र पूर्वक व आनन्दपाल सिंह का भय दिखाकर निर्मल भरतिया नामक व्यक्ति करता है सौदेबाजी।

थानाधिकारी लाडनूँ ने जमीनों को 145 जा.फौ. के तहत कुर्क कराने हेतु पेश किया इस्तागासा।


कुख्यात अपराधी आनंद पाल सिंह की घर की तलाशी के दौरान करीब 70-80 करोड़ रुपये की संपति के कागज करामद हुवें हैं। इन संपति को आनंद पाल सिंह का भय दिखाकर आनंद पाल का गुरगा निर्मल भरतिया नामक व्यक्ति सौदेबाजी करता था। लाठनू पुलिस ने इन संपति को धारा 145 के तहत कुर्क कर न्यायालय में ईसतगशा पेश किया हैं।

नागौर पुलिस अधीक्षक परिस देषमुख ने बताया कि दिनांक दिनांक 22.07.16 की रात्रि में फिरोती, डकैती व जमीनों पर कब्जे करने के उद्देष्य से आये बदमााान द्वारा श्री लादूसिंह उ0नि0 थानाधिकारी पुलिस थाना जसवन्तगढ जिला नागौर के उपर सांवराद गांव मंे की गई फायरिंग में बदमाशान की धरपकड़ हेतु उनकी सकुनत पर श्री नरसीलाल मीणा सीओ डीडवाना, व नागरमल कुमावत थानाधिकारी लाडनूं मय कमांडो जाप्ता के दबिशें दी गई। उसी क्रम मंे उच्च अधिकारियों के निर्दशानुसार फरार वांटेड अपराधी आनन्दपालसिंह पुत्र स्व. हुकमसिंह जाति रावणा राजपुत निवासी सांवराद पुलिस थाना जसवन्तगढ जिला नागौर के दयानन्द काॅलोनी लाडनूं स्थित मकान पर दबिश दी गई एवं घर की तलाशी ली गई। तलाशी के दौराने अपराधी के घर में आनन्दपालसिंह की पत्नि के नाम, उसके भाई रूपेन्द्र पालसिंह व उसकी पत्नि के नाम एवं उसके रिस्तेदारों और अन्य लोगों के नाम नामी बेनामी सम्पति के दस्तावेज व एक टेबलेट मोबाईल मिला, जिनको बतौर वजह सबूत जप्त किया गया, जिनकी जांच जारी है, जब्त दस्तावेजों के अनुसार गैंगेस्टर के पास अनेक गाड़िया, कृषि भूमि, फार्म हाउस, खान व फ्लेट्स व प्लाॅट हैं, गैंगेस्टर ने ज्यादातर सम्पति अपनी करीबी सहयोगी एवं विश्वासी होने के कारण धर्मेन्द्र हरिजन व उसकी पत्नि सीतादेवी के नाम अत्याधिक सम्भावना है कि आपराधिक कृत्य से उक्त सम्पतियां करवा रखी है। धर्मेन्द्र हरिजन के नाम सम्पतियांे के सम्बंध में धर्मेन्द्र हरिजन से पुछताछ की गई तो धर्मेन्द्र हरिजन ने बताया कि मैंने पैसे देकर कोई सम्पति नहीं खरीदी है। इन लोगों ने डरा धमका कर अर्जित की गई सम्पतियां मेरे नाम करवाई है। मैंने इन सम्पतियों का आज दिन तक कभी उपयोग नहीं किया है। गैंगेस्टर ने न केवल दुसरे लोगों के नाम से बेनामी सम्पति क्रय की है, बल्कि उन लोगों से पाॅवर आटोर्नी/हक त्याग, अपने परिवार जनों व रिश्तेदारों के नाम लिखवा रखा है। गैंगेस्टर अपने गुर्गों के मार्फत विवादित सम्पतियांे को वास्तविक मालिक/कब्जे धारियों को डरा धमका कर अपनी गैंग के सदस्य व परिवारजनों के नाम करवा लेता है। उपरोक्त सभी सम्पतियां/वाहन गैंगस्टर ने अपराध ने अपराध कारित करके अर्जित की है।




उन्होने बताया कि जिन संपतियों के कागजात मिले हैं उनमें सरहद खानपुर तहसील लाडनूं में खसरा नम्बर 188 रकबा 12 बिघा, 10 बिस्वा, खसरा नम्बर 190 रकबा 14 बिघा 15 बिस्वा, खसरा नम्बर 69 रकबा 24 बिघा 15 बिस्वा, खसरा नम्बर 167 रकबा 02 बिघा 13 बिस्वा, खसरा नम्बर 167 रकबा 05 बिघा 05 बिस्वा, खसरा नम्बर 193 रकबा 14 बिघा 15 बिस्वा, खसरा नम्बर 189 रकबा 02 बिघा 15 बिस्वा, खसरा नम्बर 191 रकबा 18 बिघा 14 बिस्वा, खसरा नम्बर 185/486 रकबा 24 बिघा 04 बिस्वा, खसरा नम्बर 187 रकबा 35 बिघा 11 बिस्वा, खसरा नम्बर 507/185 रकबा 25 बिघा 00 बिस्वा, खसरा नम्बर 508/185 रकबा 09 बिघा 19 बिस्वा कुल खसरा 12 कुल रकबा 190 बिघा 17 बिस्वा जमीन है, जो राजस्व रेकार्ड के अनुसार अलग अलग खातेदारों के नाम दर्ज है, जिसका कुछ हिस्सा मेगा हाईवे में आया हुआ है, इस जमीन को लेकर न्यायालय जेएम कोर्ट लाडनूं में विभिन्न वाद/दावे चल रहे हैं।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उक्त सम्पूर्ण भूमि पर भूमाफियां का कब्जा चला आ रहा है एवं वास्तविक खातेदारों को अपनी जमीन से बेदखल करने हेतु रूपयों का प्रलोभन देना, धमकाना व मारपीट करके हटाया जा रहा है। उक्त सम्पूर्ण भूमि पर आनन्दपालसिंह व उसकी गैंग के सक्रिय सदस्यों का कब्जा है, जो वास्तविक खातेदारों से धीरे-धीरे नामान्तरण अपने कब्जे में करवाते आ रहे हैं, जिनमें से प्रमुख निर्मल भरतिया है, जिसने उक्त सम्पूर्ण भूमि की पाॅवर आॅफ अर्टाेनी अपने नाम करवा रखी है, एवं लोगों को बंदर बांट कर लोगों से रूपये ऐंठने में लगा है, जिसका ताजा उदाहरण प्रकरण संख्या 180/15 पीएस लाडनूं है। निर्मल भरतिया सुजानगढ थाने का सक्रिय बदमाष एवं हार्डकोर अपराधी है, जो आनन्दपालसिंह के साथ कई वारदातों में शामिल रहा है, जो उक्त भूमि पर झूठे इकरारनामे व कागजात लोगों के नाम तैयार करवाकर लोगों से रूपये ऐंठ रहा है, एवं जब लोग रजिस्ट्री व नामान्तरण करवाने का कहते हैं, तो आनन्दपालसिंह का डर दिखाकर भगा देता है, जिसको लेकर कई प्रकरण दर्ज हुए हैं एवं अधिकतर लोगों को आनन्दपालसिंह का भय दिखाकर थाने ही नहीं आने देता है। उक्त जमीन को लेकर पिछले दो-तीन वर्षों में ही 8 फौजदारी प्रकरण दर्ज हो चुके हैं, कई सिविल वाद भी दर्ज हो गये हैं। प्रकरण दर्ज करवाने वाले लोगों को डरा धमकाकर व मारपीट कर राजीनाम करने के लिए मजबुर कर देते हैं। निर्मल भरतिया व अन्य मिलकर भोले भाले लोगों को जमीन बेचने के नाम पर बुला लेते हैं, एवं जमीन बेचकर कब्जा सुपुर्द नहीं करते और वही जमीन आधे से भी कम दाम पर वापिस ले लेते हैं या लोगों को डरा धमका कर भगा देते हैं।

इस जमीन को लेकर कई बार मारपीट एवं अन्य घटनाऐं हो चुकी है, जिसके सुजानगढ व लाडनूं थाना में प्रकरण दर्ज होकर जैर ट्रायल/जैर अनुसंधान हैं, जमीन को लेकर निकट भविष्य में खुन खराबा व कानून व्यवस्था भंग होने की स्थिति को देखते हुवे उपरौक्त खसरान की भूमि को धारा 145 सीआरपीसी के तहत कुर्क करवाने हेतु श्री नागरमल कुमावत थानाधिकारी पुलिस थाना लाडनूं ने इस्तगासा न्यायालय श्रीमान एसडीएम साहब लाडनूं के कार्यालय में पेश किया गया है।

जप्त दस्तावेजों मंे अंकित सम्पति की किमत करीब 70-80 करोड़ रूपये से भी अधिक होने की सम्भावना है, इस सम्बंध मंे आयकर विभाग व प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को कार्यवाही हेतु लिखा जायेगा।

तारानगर (चूरू).दो श्रमिकों की मौत बनकर ढही मिट्टी, दोनों को 20 मिनट में ही निकाला बाहर, लेकिन नहीं बच सके

दो श्रमिकों की मौत बनकर ढही मिट्टी, दोनों को 20 मिनट में ही निकाला बाहर, लेकिन नहीं बच सके


तारानगर (चूरू). कस्बे से करीब दो किलोमीटर दूर तारानगर-चूरू मार्ग पर सोमवार सुबह करीब पौने 11 बजे एक निजी विद्यालय की भूमि पर निर्माणाधीन कुंड की मिट्टी धंस जाने से उसमें दबकर दो मजदूरों की मौत हो गई।

«¤ करीब 10 मजदूर कुंड के निर्माण कार्य में लगे हुए थे। कुंड की 13 फीट खुदाई करने के बाद 4 फीट चिनाई करने वक्त मिट्टी धंस गई।

«¤ चिनाई में लगे गांव झोथड़ा निवासी मिस्त्री शिशराम (50) व गांव जिगसाना टिब्बा निवासी मजदूर सुखाराम (45) मिट्टी में दब गए।

«¤ निर्माण स्थल पर काम कर रहे अन्य मजदूरों ने मिट्टी हटाकर मिट्टी में दबे दोनों मजदूरों को निकालने का प्रयास किया।

«¤ सूचना मिलने पर एसएचओ संदीप शर्मा मय पुलिस स्टाफ व विद्यालय के पोकरराम पूनिया व अन्य शिक्षक मौके पर पहुंचे।

«¤ जेसीबी मशीन से कुंड की धंसी मिट्टी को हटाकर उसमें दबे दोनों मजदूरों को करीब 20 मिनट बाद बाहर निकाला गया।

«¤ मिट्टी में दबने से बेहोश हुए दोनों मजदूरों को तारानगर के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया।

«¤ केन्द्र में चिकित्सकों ने तुरंत उपचार शुरू कर दोनों मजदूरों को बचाने का प्रयास किया लेकिन दोनों मजदूरों ने दम तोड़ दिया।

जैसलमेर,पंचायत उप चुनाव 2016 को लेकर ईवीएम मषीनों की

जैसलमेर,पंचायत उप चुनाव 2016 को लेकर ईवीएम मषीनों की

प्रथम स्तरीय जांच मंगलवार 26 जुलाई को अ.श.सा.गो. विद्यालय में


जैसलमेर, 25 जुलाई।  पंचायतीराज संस्थाओं के उप चुनाव ,2016 को लेकर जिले के रिक्त जिला परिषद सदस्यों और ग्रामपंचायतों के पंचों के निर्वाचन, राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देषानुसार ईवीएम से सुसम्पन करवाए जाने है।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी (एडीएम) नखतदान बाहरठ ने जिले के क्रमषः चारांे जिलाध्यक्षों -भारतीय जनता पार्टी जैसलमेर ,ईण्डियन नेषनल कांग्रेस कांग्रेस ई जैसलमेर ,बहुजन समाजपार्टी जैसलमेर के साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जैसलमेर को सूचित किया गया हैं कि इनकी उपस्थिति में आयोग के निर्देषानुसार ईवीएम मषीनों की प्रथम स्तरीय जांच 26 जुलाई, मंगलवार को प्रातः 9ः00 बजे अमर शहीद सागरमल गोपा रा.उ.मा.वि़द्यालय जैसलमेर में प्रभारी अधिकारी ईवीएम प्रकौष्ठ (तहसीलदार ) जैसलमेर के निर्देषन में ईवीएम मषीनों की जांच की जाएगी।

उन्होने संबंधित को ईवीएम मषीन जांच के दौरान नियत तिथि को आवष्यक रुप से यथा समय उपस्थित होने का आग्रह किया है।

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बाड़मेर बायतु टेक्टर पलटने से चालक की मौत

बाड़मेर बायतु  टेक्टर पलटने से चालक की मौत

बायतु पुलिस थाना क्षेत्र के भोजासर सरहद में अनियंत्रित होकर टेक्टर पलटने से चालक की मौत हो गई।पुलिस की जानकारी के अनुसार हनुमानसिंह उर्फ़ बाबुराम जाति जाट निवासी भोजासर टेक्टर पर बायतु से अपने गांव भोजासर जा रहा था।जिस दौरान टेक्टर की तेज रफ़्तार होने के कारण भोजासर सरहद में टेक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया।
इस दौरान टेक्टर चालक टेक्टर के नीचे दब गया।जिससे गम्भीर हालात में टेक्टर चालक को बायतु अस्पताल लाया गया।जहा चिकित्सको ने प्राथमिक उपचार के बाद चालक को गंभीर हालात में जोधपुर रेफर किया गया।वही बायतु से निकलने के बाद रास्ते में दम ही तोड़ दिया !मृतक का शव बायतु सीएससी में रखवाया गया जहा सोमवार सुबह मेडीकल बोर्ड से पोस्टमार्टक कर शव परिजनों को सुपुर्द किया !

जैसलमेर,सोमवार को जिले के पूनमनगर में आयेजित एक दिवसीय निर्माण श्रमिक षिविर


जैसलमेर,सोमवार को जिले के पूनमनगर में आयेजित एक दिवसीय निर्माण श्रमिक षिविर

अत्यंत उपयोगी व लाभदायी साबित हुआ 32 निर्माण श्रमिकों किया गया पंजीयन
जारी किए गए श्रमिक कार्ड

जैसलमेर, 25 जुलाई/ मरुस्थलीय जैसलमेर जिले में जैसलमेर विधायक छोटूंिसंह भाटी के निर्देषानुसार सोमवार 25 जुलाई को ग्रामपंचायत मुख्यालय पूनमनगर स्थित अटल सेवा केन्द्र में श्रम कल्याण विभाग जैसलमेर के तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय निर्माण श्रमिक षिविर वास्तव में पूनमनगर वासियों के लिए अत्यंत ही लाभदायी साबित हुआ। षिविर के अवसर पर काफी अच्छी संख्या में कमठा श्रमिकों ने रुचिपूर्वक बढ़चढ़ कर भााग लिया। इस षिविर के मौके पर पूनमनगर के ग्रामसेवक लौकेन्द्रसिंह ,श्रम कल्याण विभाग के जीवणदान के साथ ही गांव के मौजीज लोग उपस्थित थे।

श्रम कल्याण अधिकारी भवानी प्रताप चारण ने यह जानकारी देते हुए बताया कि निर्माण श्रमिक षिविर के दौरान 32 निर्माण श्रमिकों का पंजीयन किया जाकर हाथोहाथ मौके पर ही श्रमिक कार्ड जारी कर उन्हें वितरण किए गए। उन्होंने बताया कि षिविर में आज करीब 200 फार्म निर्माण श्रमिकों को वितरण कर ग्रामसेवक निर्देष दिए कि इन आवेदन-पत्रों की आवष्यक जांच कर शीघ्र इन श्रमिकों का पंजीयन शीघ्र करावें ताकि उन्हें इनका समयपूर्वक लाभ प्रदान किया जा सकें।

षिविर में श्री चारण ने उपस्थित ग्रामीणजन/निर्माण श्रमिकों को श्रम कल्याण विभाग की विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं की विस्तार से जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि निर्माण श्रमिक इन योजनाओं का अधिकाधिक लाभ उठायें तथा ऐसे शेष रहे निर्माण श्रमिकगण श्रम कल्याण विभाग के माध्यम से समय रहते पंजीयन कार्य करवा कर अपने श्रमिक कार्ड जारी करावें। उन्होने कहा कि निर्माण श्रमिक इन योजनाओं का भरपूर फायदा लें।

उन्होंने षिविर के दौरान सरकार की विविध विकास एवं कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि भामाषाह एवं आधार कार्ड अवष्य बनवा लें उसका नामांकन भी करावें। उन्होंने कमठा श्रमिकों को स्वच्छ भारत मिषन के तहत शत-प्रतिषत अपने-अपने घरों में शौचालय बनावें एवं उसका सदुपयोग कर अभियान को सफल बनाने में पूर्ण सहयोग प्रदान करने को कहा। श्रम कल्याण अधिकारी ने उपस्थित श्रमिक समुदाय को बालिका षिक्षा को अधिक बढ़ावा देने के साथ ही अपने-अपने बालक-बालिकाओं को अधिकाधिक संख्या में षिक्षा अर्जित करने के लिए स्कूल भेजने पर विषेष जोर दिया। इस ष्वििर के दौरान 125 से अधिक निर्माण श्रमिक मौजूद थे। गौरतलब हैं कि निर्माण श्रमिक श्रम कल्याण विभाग की विविध कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जैसलमेर शहर में म्याजलार रोड़ स्थित श्रम कल्याण कार्यालय आकर इस संबंध में अधिकाधिक जनोपयोगी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रकार से यह षिविर पूनमनगर लोगों के लिए काफी लाभदायी साबित हुआ।