मंगलवार, 26 जुलाई 2016

सीकर.खुलासा : ...तो आनंदपाल ने नहीं चलाई थी जसवंतगढ़ SHO पर गोली, ये है पुलिस FIR का सच



सीकर.खुलासा : ...तो आनंदपाल ने नहीं चलाई थी जसवंतगढ़ SHO पर गोली, ये है पुलिस FIR का सच
खुलासा : ...तो आनंदपाल ने नहीं चलाई थी जसवंतगढ़ SHO पर गोली, ये है पुलिस FIR का सच

सांवराद गांव में जसवंतगढ़ थानाधिकारी पर फायरिंग के मामले में कुख्यात अपराधी आनंदपाल की तलाश में भले ही प्रदेशभर की पुलिस जुटी हो, लेकिन इस मामले को लेकर दर्ज एफआईआर में आनंदपाल का नाम नहीं है।

घायल थानाधिकारी लादूसिंह ने भी अपने पर्चा बयान में आनंदपाल का नाम नहीं लिया है। एेसे में अभी तक पुलिस तय भी नहीं कर पाई है कि आनंदपाल मौके पर था या नहीं। चाचा दामोदर ने भी इसका खुलासा नहीं किया है।
थानाधिकारी लादूसिंह ने पुलिस को दिए पर्चा बयान में बताया है कि उन्हें सांवराद में दामोदर सिंह के लॉन में बोलेरो व अल्टो खड़ी होने तथा लॉन में आनंदपाल गिरोह के विक्की उर्फ रूपेन्द्रपाल सिंह, आजाद सिंह, दामोदर सिंह व पांच-सात अन्य के डकैती की योजना बनाने की सूचना मिली थी।
सूचना पर जैसे ही लादूसिंह व पुलिस जाब्ता थाने की जीप से मौके पर पहुंचा तो दामोदरसिंह के घर से बोलेरो व अल्टो कार निकलते दिखाई दी। थोड़ी दूर चलने पर बोलेरो गाड़ी कच्चे रास्ते की तरफ मुड़ गई। पीछा करती हुई थाने की जीप जैसे ही बोलेरो के पास पहुंची तो बोलरो का कांच खुला हुआ था।

क्या अल्टो में निकल गया आनंदपाल

घायल थानाधिकारी ने बोलेरो जीप में आनंदपाल को नहीं देखा। एेसे में सवाल यह है कि क्या आनंदपाल अल्टो कार में चला गया। यह इसलिए भी संभव है कि सीकर में पकड़े गए उसके साथी सुभाष बराल ने स्वीकार किया था कि आनंदपाल गिरोह के लोग अब छोड़ी गाडि़यों का उपयोग करने लगे हैं।


सुभाष भी बीकानेर में फरारी के दौरान अल्टो कार ही रखता था। इससे शहर में घूमने में परेशानी नहीं होती। साथ ही पुलिस भी छोटी गाड़ी की तरफ ध्यान नहीं देती।

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