सोमवार, 9 मई 2016

जैसलमेर जिले में ग्राम पंचायत रामदेवरा से ‘‘राजस्व लोेक अदालत अभियान न्याय आपके द्वार अभियान - 2016 का आगाज



जैसलमेर जिले में ग्राम पंचायत रामदेवरा से ‘‘राजस्व लोेक अदालत अभियान न्याय आपके द्वार अभियान - 2016 का आगाज

मुकदमे रहित एवं विवाद मुक्त बनाए ग्राम पंचायतो को - प्रभारी सचिव

राजस्व लोक अदालत अभियान में बकाया राजस्व प्रकरणों को निष्पादन करावे - पोकरण विधायक



जैसलमेर, 09 मई/राज्य सरकार द्वारा राजस्व प्रकरणांे का ग्राम पंचायत स्तर पर निस्पादन करन के लिए चलाए गए ‘‘राजस्व लोक अदालत अभियान न्याय आपके द्वार’’ क्रार्यक्रम 2016 का जैसलमेर जिले में सोमवार को ग्राम पंचायत रामदेवरा से आगाज किया गया। जिले के प्रभारी सचिव एवं शासन सचिव जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग श्री सुबीर कुमार की अध्यक्षता एवं पोकरण विधायक श्री शैतानसिंह राठौड की मुख्य आतिथ्य में ग्राम पंचायत भवन रामदेवरा में इसकी शुरुआत की गई । समारोह में जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा, समाज सेवी जुगल किषोर व्यास, सरपंच रामदेवरा श्रीमती भूरी देवी मीना, उपसरपंच चतुरसिंह तंवर, समाज सेवी नारायण सिंह तंवर अतिथि के रुप में उपस्थित थे।

पोकरण विधायक श्री शैतानसिंह राठौड ने कहा कि इस अभियान के संचालन का मुख्य उद्देष्य बकाया राजस्व प्रकरणों को ग्राम पंचायत स्तर पर निस्तारण कर लोगो को राहत प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गत वर्ष चलाए गए राजस्व लोक अदालत अभियान के अच्छे परिणामों को ध्यान में रखते हुए इसे इस वर्ष भी संचालन किया है। उन्होंने कहा कि बाबा रामसा पीर की पावन धरा से अभियान का श ुभारंभ होना सुसंकेत है एवं इसमें पूरी सफलता का सूचक है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महोदया का सपना है कि सभी पंचायतें राजस्व मुकदमों रहित एवं विवाद मुक्त हो इसकों हमें पूरा करना है एवं इस अभियान में आपसी पे्रम भाव के साथ राजस्व मामलो को निस्तारण करना हैं। इस अभियान की सफलता तभी होगी जब राजस्व मामले अधिक से अधिक निस्तारण होंगे।

पोकरण विधायक श्री राठौड ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि वे पूरे सहयोग एवं सकारात्मक भाव से कार्य कर बकाया प्रकरणों का निस्तारण करावे वहीं इस अभियान के दौरान विषेष रुप से प्राचीन जल स्त्रोत के आगोर , पायतन आदि को अतिक्रमण से ग्रसित हो उनके अतिक्रमण मुक्त करावे। उन्होंने यह भी कहा कि जो प्राचीन जल स्त्रोत राजस्व रिकार्ड में दर्ज नहीं हुए है उनको भी इस अभियान में राजस्व रिकार्ड में दर्ज करावे।

प्रभारी सचिव सुबीर कुमार ने कहा कि ग्राम पंचायतों को मुकदमों रहित एवं विवाद मुक्त बनाना है इसी उद्देष्य से राजस्व लोक अदालत की परिकल्पना को साकार करना है। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे इस अभियान में नामान्तरण करन संबंधित मामले , भूमि विभाजन के बकाया प्रकरणों धारा 183 ए , 183बी, 183 सी राजस्थान काष्तकारी अधिनियम के अंतर्गत विचाराधीन प्रकरणों सीमा व रास्ते संबंधी मामलों का निस्तारण इस राजस्व लोक अदालत के दौरान करावें एवं इसका वे पूरा लाभ उठावे।

प्रभारी सचिव सुबीर कुमार ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को जिले में पेयजल आपूर्ति सुचारु ढंग से करने के साथ ही पूरी सतर्कता बरतते हुए टैंकरो से पेयजल परिवहन कर इस भीष्ण गर्मी में समय पर मानव एवं पषुधन को पीने का पानी उपलब्ध कराने के निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि रामदेवरा एवं उसके आस - पास के गांवो के नहर का मीठा पानी उपलब्ध कराने के लिए प्राथमिकता से कार्यवाही करे। उन्होंने मुख्यमंत्री बजट घोषणा की पालना में रामसरोवर तालाब को बीलिया हैडवक्र्स से नहर के रो वाटर से भरवाने की कार्यवाही भादवा मेला से पूर्व कराने के निर्देष दिये ताकि मेलार्थी इसका लाभ प्राप्त कर सके।

जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ने कहा कि सरकार की मनसा के अनुरुप इन राजस्व लोक अदालतो को बकाया राजस्व प्रकरणोें का आपसी समझौते के साथ निस्तारण कर ग्राम पंचायतों को मुकदमा रहित व विवाद मुक्त बनाने की कार्यवाही सम्पादित की जाएगी। उन्होंने कहा कि आज प्रदेष में राजस्व लोक अदालतो का शुभारंभ हुआ है उसी कडी में जिले में ग्राम पंचायत रामदेवरा से आगाज किया गया है। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारियों द्वारा इन लोक अदालतों के माध्यम से बकाया राजस्व प्रकरणों का निस्तारण किया जाकर आमजन को राहत पंहुचाई जाएगी। उन्हांेने राजस्व अधिकारियों को निर्देष दिये कि जन भावना के कार्यो को त्वरीत गति से निस्तारण कर राहत पहुचावे। उन्होंने राजस्व लोक अदालत अभियान में किये जाने वाले भूमि बटवारा, तरमीम, रास्ते, सीमाज्ञान इत्यादि कार्यो की जानकारी दी एवं ग्रामीणों से अपील की कि वे इस अभियान का पूरा लाभ उठावे।

समाजसेवी जुगलकिषोर व्यास, नारायण सिंह तंवर ने कहा कि राजस्व लोक अदालतो अभियानों के आयोजन से ग्रामीणजनों को अवष्य ही लाभ होगा। उन्हांेेने प्रभारी सचिव द्वारा टैंकरो से पेयजल परिवहन की शुरुआत कराने पर आभार जताया। उन्होंने राजीनामें से राजस्व प्रकरणों को निस्तारण कराने की बात कही।

उपसरपंच रामदेवरा चतुरसिंह ने अतिथियों को स्वागत करते हुए रामदेवरा में कचरा निस्तारण के लिए 50 बीघा भूति आवंटित कराने, अतिक्रमणों को हटाने, रामसरोवर तालाब के आगोर को अतिक्रमण मुक्त हटाने व पेयजल आपूर्ति सुचारु कराने की बात कही। अंत में समाजसेवी नारायणसिंह तंवर ने आभार जताया। इस दौरान उपखंड अधिकारी नरेन्द्रपालंिसंह शेखावत, उपायुक्त उपनिवेषन नाचना अरुण कुमार शर्मा, तहसीलदार नारायणगिरी, पुखराज भार्गव, विकास अधिकारी टीकमाराम चैधरी, अधीक्षण अभियंता जलदाय कुमुद माथूर , विद्युत एस.एल.सुखाडिया, पीडब्ल्यूडी हरीष माथूर, पोकरण फलसूड के अधीक्षण अभिंयता ओ.पी.व्यास के साथ ही अन्य विभागों के अधिकारी एवं ग्रामीण जन उपस्थित थे। ग्रामीणों ने अपने राजस्व प्रकरणों के निष्पादन के लिए राजस्व अधिकारियों के समक्ष पेष किये एवं उसका निस्तारण किया।

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राजस्व लोक अदालत अभियान 2016 मंगलवार को अमरसागर, छायण व फतेहगढ पंचायत में षिविर का अयोजन
जैसलमेर, 09 मई/राजस्व लोक अदालत अभियान न्याय आपके द्वार 2016 कार्यक्रम की कडी में मंगलवार को तीन ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर राजस्व लोक अदालत षिविरों का आयोजन रखा गया है।

अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्माने बताया कि मंगलवार के उपखंड जैसलमेर क्षेत्र में ग्राम पंचायत अमरसागर मुख्यालय पर राजस्व लोक अदालत षिविर रखा गया है जिसमें बडाबाग भी शामिल है। इसी प्रकार उपखंड पोकरण , भणियाणा क्षेत्र में ग्राम पंचायत छायण मुख्यालय पर षिविर रखा गया है। जिसमें छायण व सादा पंचायत शामिल है। उपखंड फतेहगढ क्षेत्र में ग्राम पचांयत फतेहगढ मुख्यालय पर षिविर रखा गया है । जिसमें ग्राम पचांयत फतेहगढ व मंडाई शामिल हैं ।

मंगलवार को तीन पंचायतों में लगेंगे षिविर

मंगलवार 11 मई को ग्राम पंचायत खुईयाला मुख्यालय पर राजस्व लोक अदालत षिविर रखागया हैं। जिसमें ग्राम पचांयत सियाम्बर व बांधा शामिल है।

उन्होंने संबंधित ग्राम पंचायत के ग्रामीणों से आग्रह किया है िकवे इस राजस्व लोक अदालत षिविरों में अधिक से अधिक पहुचकर इनका पूरा लाभ उठावे एवं बकाया राजस्व प्रकरण का निस्तारण करावे।

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झालावाड़ जिले में न्याय आपके द्वार अभियान उत्साहपूर्ण माहौल में आरम्भ



झालावाड़ जिले में न्याय आपके द्वार अभियान उत्साहपूर्ण माहौल में आरम्भ
झालावाड़ 9 मई। झालावाड़ जिले में न्याय आपके द्वार अभियान सोमवार 9 मई से उत्साहपूर्ण माहौल में आरम्भ हुआ।

अभियान के पहले दिन आज उपखण्ड झालावाड़ की ग्राम पंचायत डोंडा, उपखण्ड खानपुर की ग्राम पंचायत खानपुर, उपखण्ड पिड़ावा की ग्राम पंचायत सालरी, उपखण्ड मनोहरथाना की ग्राम पंचायत टोडरी जगन्नाथ, उपखण्ड भवानीमण्डी की ग्राम पंचायत अलावा तथा उपखण्ड अकलेरा की ग्राम पंचायत सरखण्डिया एवं देवलीचंचल में न्याय आपके द्वार शिविरों का आयोजन किया गया। जिनमें विभिन्न राजस्व अधिकारियों, आवश्यक सेवाओं से जुड़े हुए अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों एवं पंचायती राज प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।

जिले के प्रभारी प्रमुख शासन सचिव श्री जे.सी. मोहन्ती एवं विधायक खानपुर श्री नरेन्द्र नागर ने खानपुर तथा डोंडा शिविरों में भाग लिया। जबकि जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी, जिला प्रमुख श्रीमती टीना कुमारी भील तथा पंचायत समिति झालरापाटन की प्रधान श्रीमती भारती नागर ने उपखण्ड झालावाड़ की ग्राम पंचायत डोंडा में आयोजित शिविर की कार्यवाही में भाग लिया तथा उपस्थित जनसमुदाय की समस्याओं का हाथों-हाथ निराकरण करवाया। जिला प्रमुख श्रीमती टीना कुमारी भील तथा उपजिला प्रमुख श्री भागचन्द दांगी ने उपखण्ड पिड़ावा की ग्राम पंचायत सालरी में भी भाग लिया।

शिविरों में प्रमुख शासन सचिव जे.सी. मोहन्ती ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निर्धारित कार्यों को प्राथमिकता के साथ निपटाने के साथ-साथ सभी अधिकारी शिविरों में आने वाले ग्रामीणों की समस्याओं एवं शिकायतों का भी निराकरण करें। उन्होंने कहा कि कमजोर वर्ग, अनुसूचित जाति जनजाति एवं बीपीएल के सदस्यों को प्राथमिकता से राहत दिलवायें तथा व्यक्तिगत रूचि लेकर परस्पर राजीनामे से दोनों पक्षों का संतुष्ट करते हुए राजस्व मुकदमों का समुचित फैसला करवायें। उन्होंने कहा कि पिछले साल जो मामले निस्तारित किये गये थे एवं सरकार द्वारा जनता को राहत पहुंचाने की कार्यवाही की गई थी। उस सम्पूर्ण कार्यवाही का सत्यापन भी इस शिविर में करवाएं। उन्होंने लोगों का आव्हान किया कि वे अपने क्षेत्र में पेयजल पाईप लाईन का ध्यान रखें तथा उसमें किसी प्रकार का लिकेज होते ही अथवा दूषित जलापूर्ति की आशंका होते ही जलदाय विभाग के अधिकारियों को सूचित करें। उन्होंने जलदाय विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे पुरानी पाईप लाईनों वाले क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतें तथा क्लोरिन के स्तर की जांच करते रहें।

जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे न्याय आपके द्वार शिविरों में अनिवार्य रूप से पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम माईक एम्पलीफायर आदि की व्यवस्था करें तथा न्याय आपके द्वार के साथ-साथ बैंक आपके द्वार भी आयोजित करें। उन्होंने कहा कि जिले में बड़ी संख्या में अशिक्षित एवं निरक्षर जनसंख्या निवास करती है जो बैंक तथा एटीएम की कार्यप्रणाली से अनभिज्ञ होने के कारण राज्य सरकार द्वारा दी जा रही पेंशन आदि नगद भुगतान की निकासी में कठिनाई का अनुभव करती है। उन्होंने कहा कि शिविर स्थल पर बैंक मित्र अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें। लाभार्थियों को रूपे कार्ड एवं पिन नम्बर का वितरण करवायें एवं माइक्रो एटीएम से राशि निकालकर देने के साथ-साथ जनता को इसकी कार्यप्रणाली भी समझायें। जिला कलक्टर ने कहा कि शिविरों में आ रहे वृद्धों एवं बीमारों के उपचार के लिए शिविर स्थल पर ही डॉक्टर को बुलाकर उनका उपचार करवायें।

आज आयोजित शिविरों में उपखण्ड अधिकारियों ने इन शिविरों के आयोजन के उद्देश्य एवं कार्यप्रणाली की जानकारी दी।

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बाड़मेर नशा मुक्ति शिविर सिण्‍ााधरी में 10 मई से



बाड़मेर नशा मुक्ति शिविर सिण्‍ााधरी में 10 मई से

जोधपुर से मानसिक रोग विश्‍ोषज्ञ सेवायें देंगें

नया सवेरा नामक कार्य योजना के अन्‍तर्गत डोडा पोस्‍त के रोगियों को नशा मुक्ति हेतु डी-एडीक्‍शन केैंप 10 मई मंगलवार से सीएचसी सिणधरी में प्रारम्‍भ होगा ा

मुख्‍य चिकित्‍सा एवं स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारी डा0 सुनिल कुमार बिष्‍ट ने बताया कि जिला अस्‍पताल सहित जिले में मानसिक रोग विश्‍ोषज्ञ कार्यरत नहीं होने के कारण प्रधानाचार्य, मेडिकल कालेज जोधपुर से मनोरोग चिकित्‍सक की सेवाएं इन शिविरों में उपलब्‍ध कराने हेतु अनुंरोध किया गया ा मेडिकल कालेज जोधपुंर से मनोरोग विशेषज्ञ डा रामचन्‍द्र लाम्‍बा सेवायें प्रदान करेगें ा शिविर प्रभारी डा0 अर्जुनराम विश्‍नोई,प्र‍‍‍शिक्षित चिकित्‍सक डा0मनोज विश्‍नोई व नर्सिग स्‍टाफ श्री भैराराम बेनीवाल सहित अन्‍य काार्मिक अपनी सेवायें प्रदान करेंगें ा मनोरोग चिकित्‍सक की सेवाएं इन शिविरों में उपलब्‍ध होने से व्‍यसनधारी लाभान्वित होगें ाा इन शिविरों में स्‍थानीय स्‍वयं सेवी संस्‍थान भी अपनी सक्रिय भागीदारी निभाकर शिविर को सफल बनाने में विभ्‍ााग को सहयोग करें ाा शिविर में भर्ती व्‍यवसनधारीयों को दवाईयां,आवास,भोजन,आदि की व्‍यवस्‍था विभाग द्ारा नि-शुल्‍क की जायेगी ाा

जोधपुर पंचों की दादागिरी ने रौंदे जोधपुर की इस बालिका वधु के सपने



जोधपुर पंचों की दादागिरी ने रौंदे जोधपुर की इस बालिका वधु के सपनेVIDEO: पंचों की दादागिरी ने रौंदे जोधपुर की इस बालिका वधु के सपने
बाल विवाह मुक्ति में जातीय पंचों की दादागिरी और उनकी जिद एक बालिका वधु के सपनों को पूरा करने में बाधक बन चुकी है। जोधपुर जिले के पीपाड़ तहसील क्षेत्र निवासी सत्रह वर्षीय बालिका 'प्रीति' (नाम परिवर्तित ) का विवाह नानी के मौसर पर वर्ष 2007 में मात्र 8 साल की उम्र में डांगियावास थाने के खेड़ी सलवा मच्छरों की ढाणी निवासी माधु से कर दिया गया। तीसरी कक्षा की छात्रा उस समय भी वह खूब रोई लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी।


इस वर्ष 12 वीं की परीक्षा दे चुकी है। वर्ष 1999 में 11 जून को जन्मी 'प्रीति' आगे अध्ययन जारी रखते हुए टीचर बनना चाहती है लेकिन पिछले दो साल से उसे ससुराल भेजने का दबाव बढ़ता जा रहा है। जातीय पंचों की जिद और ससुराल पक्ष व निकटतम परिजनों का निरंतर दबाव उसके सुनहरे भविष्य में बाधक बनता जा रहा है।

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पिछले माह एक अप्रेल को 50 से अधिक जाति पंचों ने प्रीति के पिता को बुलाकर कहा कि या तो 'प्रीति' को ससुराल भेज दो या 9 लाख का जुर्माना भर दो। मजदूर पापा और मां पर लगातार मामा का दबाव देखते हुए प्रीति ने तय किया कि ससुराल चली जाएगी। आखिरकार 16 अप्रेल को ससुराल पक्ष के लोग प्रीति को लेने घर पहुंचे। पिता ने 'प्रीति' के ससुराल पक्ष के लोगों से विनती की कि प्रीति आगे पढऩा चाहती है।

लेकिन ससुराल वालों ने कहा कि हमें इससे नौकरी थोड़ी करवानी है। हम तो सिर्फ घर और खेत का ही काम करवाएंगे। यह सुनकर पिता को अहसास हुआ कि बेटी को ले जाने से पहले ही एेसी बातें कर रहे है तो उसके भविष्य का क्या होगा। यह सोच कर उन्होंने 'प्रीति' को भेजने से इन्कार किया तो ससुराल वाले नाराज होकर चले गए।

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बेटी को उठाकर ले जाने की धमकियां

प्रीति के ससुराल पक्ष के लोग प्रीति के पिता को करीब एक माह से लगातार धमकियां दे रहे है कि बेटी को ससुराल भेज दो नहीं तो हम उठाकर ले जाएंगे। अन्यथा 9 लाख का जुर्माना भरने की धमकियों से पूरा परिवार खौफ में है।




अब शादी के शून्यकरण की अर्जी

प्रीति ने तय किया कि 8 साल की उम्र में हुई शादी को वह नहीं मानती है। वह अपनी बचपन की शादी का शून्यकरण करवाने के लिए अप्रेल में न्यायालय में दरख्वास्त लगा चुकी है। तनाव से निजात पाने के लिए जिला कलक्टर व महिला अधिकारिता कमिश्नर जयपुर को प्रार्थना पत्र दिया है।

परिणामस्वरूप प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई कर माता पिता को पाबंद किया कि वे किसी भी हालत में बेटी को ससुराल नहीं भेजे। परेशानी होने पर पुलिस को फोन करे। प्रशासनिक कार्रवाई के बाद ससुराल पक्ष वालों की लगातार धमकियों के कारण प्रीति ने सोमवार को पुन: जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर परिवार एवं खुद की सुरक्षा की गुहार तथा बाल विवाह को शुन्यकरण करने की मांग की है।

जरूरी सुरक्षा मुहैया मिले

विकल्प संस्थान की कार्यक्रम निदेशक उषा ने सोमवार को प्रेस वार्ता में कहा बाल विवाह कानूनन अपराध होने के बावजूद बड़ी तादाद में बाल विवाह होने का प्रमुख कारण प्रथा को सामाजिक स्वीकारोक्ति और दूसरा जाति पंचों का दबाव भी है।

यदि कोई परिवार अपने बच्चों के निर्णयों को मानकर उस विवाह को शुन्यकरण करवाना चाहे तो जाति पंच उस परिवार को जाति से बाहर करने और लाखों का जुर्माना भरने के लिए प्रताडित करते है।

नतीजन अधिकतर परिवार और लड़कियां जीवन भर बेमेल रिश्ते को घुट घुटकर निभाने को मजबूर हो जाती है। उन्होंने बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठाने वाली लड़कियों को जरूरी सुरक्षा और सरकारी सुविधा देने की आवश्यकता बताई।

बाड़मेर।पति पर गर्व, बेटे को भी बनाऊंगी फौजी



बाड़मेर।पति पर गर्व, बेटे को भी बनाऊंगी फौजीपति पर गर्व, बेटे को भी बनाऊंगी फौजी


कशमीर के यारीपुरा जिले में आतंकवादियों से लोहा लेते देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले शहीद धर्माराम जाट की वीरांगना व परिवार राष्ट्रपति से शौर्य चक्र प्राप्त कर सोमवार को बाड़मेर पहुंचे।

सुबह मालानी एक्सप्रेस के स्टेशन पर पहुंचनें से दस मिनट पहले ही पूर्व सैनिक परिषद, श्री किसान बोर्डिंग हाउस संस्थान , राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद, शिव सेना, बजरंग दल, जनप्रतिनिधियों, विद्यार्थियों सहित यहां पर उपस्थित कई लोगों ने भारत माता की जय, वन्दे मातरम व शहीद की शहादत अमर रहे के नारे लगाए। इससे स्टेशन गूंज उठा। ट्र्रेन के प्लेटफार्म न. एक पर पहुंचते ही नारेबाजी तेज हो गई।

शहादत को नमन

स्टेशन पर पहुंचते ही शहीद की वीरांगना टीमू देवी, शहीद की मां अमरू देवी, शहीद के पुत्र हरीश, शहीद के भाई विजाराम व भाभी अनिता को मालाएं पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस मौके पर पूर्व सैनिक परिषद के अध्यक्ष केप्टन हीरसिंह भाटी, केप्टन खीमा राम चौधरी, युआईटी चेयरपर्सन डॉ प्रियंका चौधरी ने शहीद की शहादत को नमन करते हुए कहा कि शहीद धर्माराम ने देश का नाम रोशन किया है। उन्होंनें एेसे परिवार को धन्य बताया जहां पर भारत माता के एेसे सपूत जन्म लेते है।

भावुक हुई विरांगना

युआईटी चेयरपर्सन डॉ प्रियंका चौधरी, वीरांगना किरण कंवर सहित आई कई सैन्य महिलाओं ने जब शहीद धर्माराम की वीरांगना व उसके पुत्र को माला पहनाकर स्वागत करने के बाद गले लगाया तो शहीद की पत् नी भावुक हो गई। इस मौके पर शहीद की पत् नी ने अपने पति के मरणोपरान्त मिलने वाले शौर्य चक्र को गर्व से थाम रखा था।

प्रतापगढ़। लड़की से मिलने गए आशिक की निर्वस्त्र कर धुनाई



प्रतापगढ़। लड़की से मिलने गए आशिक की निर्वस्त्र कर धुनाई
पारसोला क्षेत्र के मुंगाना गांव के पास मुंगाना कॉलोनी में छिपकर मिल रहे एक आशिक की लोगों ने जमकर धुनाई की। इसके बाद उसके सारे कपड़े फाड़ दिए।


लड़की से मिलने गए आशिक की निर्वस्त्र कर धुनाई



जानकारी के अनुसार पास के गांव का एक युवक मुंगाना कॉलोनी स्थित एक लड़की से मिलने पहुंचा। वह छिपकर लड़की से मिल रहा था। इस दौरान परिजनों की नजर उन पर पड़ गई।





परिजनों ने लड़की को घर भेज दिया। बाद में युवक घसीटते हुए बाहर लाए तथा उसके सारे कपड़े फाड़ दिए। लोगों ने उसकी जमकर धुनाई की। बाद में उसे निर्वस्त्र कर भगा दिया। हालांकि इस मामले को लेकर पुलिस में अभी कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।

जोधपुर प्रेमियों को मिलाते हैं जोधपुर के ये 'इश्किया गजानन'



जोधपुर प्रेमियों को मिलाते हैं जोधपुर के ये 'इश्किया गजानन'


जोधपुर शहर के परकोटे के भीतर आडा बाजार जूनी मंडी में प्रथम पूज्य गणेशजी का एक एेसा अनूठा मंदिर जहां केवल गणेश चतुर्थी ही नहीं बल्कि प्रत्येक बुधवार शाम को मेले सा माहौल रहता है। दर्शनार्थियों में सर्वाधिक संख्या युवा वर्ग की है जो इस अनूठे विनायक अपना 'नायक' मानते है।

प्रेमियों को मिलाते हैं जोधपुर के ये 'इश्किया गजानन'





मूलत: गुरु गणपति मंदिर की ख्याति समूचे शहर में 'इश्किया गजानन' जी मंदिर के रूप में लोकप्रिय है। संकरी गली के अंतिम छोर पर मंदिर करीब सौ से भी अधिक वर्ष प्राचीन गुरु गणपति मंदिर को चार दशक पूर्व क्षेत्र के ही कुछ लोगों ने हथाइयों पर 'इश्किया गजानन' की उपमा दी।




दरअसल मंदिर संकरी गली के अंदर एक निजी घर के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने है। सत्तर के दशक में जब ना तो किसी के पास फोन थे और ना ही वर्तमान वाट्स एप जैसी सुविधाएं थी। शहर भी परकोटे के भीतर ही था। युवा वर्ग मर्यादाओं का विशेष ख्याल रखते थे। शहर के ही सगाई के बाद कुछ युवा जोड़े गणपति दर्शन के दौरान कुछ क्षण एक दूसरे को बतियाने के लिए बुधवार को मंदिर पहुंचते थे।







अंतिम छोर पर स्थित मंदिर की स्ट्रीट व आस-पड़ौस में भी कोई और निवास नहीं होने से किसी बड़े बुजुर्ग की नजरे भी नहीं पड़ती और बड़ों की मर्यादाओं का भी पालन हो जाता था। यह बात आस पास के कुछ हथाईबाजों के गले नहीं उतरी और गुरु गणपति मंदिर धीरे धीरे 'इश्किया गजानन' के नाम से चर्चित हो गया।




मंदिर गुरु गणपति ही

मंदिर के संरक्षक व जीर्णोद्धारक 87 वर्षीय वैद्य बद्रीप्रसाद सारस्वत ने बताया कि करीब सौ वर्ष पूर्व गुरुवार के दिन उनके गुरुजी गुरां सा लालचन्द्र भट्टारक ने मंदिर की विधिवत प्राण की प्रतिष्ठा की थी तब से मंदिर का नाम गुरु गणपति ही है। दो दशक पूर्व माघ शुक्ल पंचमी को मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था।






एेसा भी कहा जाता है कि महाराजा मानसिंह के समय गुरु गणपति की मूर्ति गुरों का तालाब खुदाई के दौरान मिली थी। बाद में गुरों का तालाब से एक तांगे में मूर्ति को विराजित कर जूनी मंडी स्थित निवास के समक्ष चबूतरे पर लाकर प्रतिष्ठित किया गया।




भोर से पहले ही दर्शन के लिए पहुंचते थे

देश आजाद होने से पहले गुरु गणपति के दर्शनार्थ सुबह 4 बजे से ही दर्शनार्थी पहुंचते थे। मंदिर स्ट्रीट में अंधेरा होने से हालांकि उन्हें खासी परेशानी होती थी। लेकिन वर्ष 1951 में जब क्षेत्र में बिजली की लाइनें बिछाई गई हुई तो दर्शनार्थियों के लिए एक बल्ब लगाकर रोशनी का इंतजाम किया गया।







गुरु गणपति प्रतिमा का पहले त्रिमासिक नवशृंगार होता था लेकिन पिछले दो दशक से प्रत्येक बुधवार को प्रतिमा का पूर्ण रूप से नवशृंगार किया जाता है। मंदिर में सुबह 5 से दोपहर 12 बजे तक व शाम 5.30 से रात 9 बजे तक दर्शन की सुविधा है। बुधवार को रात्रि 11 बजे तक मंदिर खुला रहता है।

केलवा.मां ने समझा बेटी ने की खुदकुशी, पानीपुरी खाते हुई मिली



केलवा.मां ने समझा बेटी ने की खुदकुशी, पानीपुरी खाते हुई मिली
मां ने समझा बेटी ने की खुदकुशी, पानीपुरी खाते हुई मिली
किसी बात पर मां ने फटकारा, तो 15 वर्षीय बेटी कुएं में कूदने की धमकी देकर घर से निकल गई और कुएं के बाहर चप्पलें व कपड़े रखकर ऑटो में बैठक केलवा बाजार चली गई। कुछ देर बेटी नहीं मिलने पर परिजन कुएं पर गए, जहां उसकी चप्पलें व कपड़े देखने के बाद आत्महत्या की खबर चौतरफा फैल गई।

पुलिस ने पहुंचकर कुएं का पानी खाली करवाया, मगर शव नहीं मिला। बाद में वह केलवा के बाजार में पानीपुरी खाते मिली, तो पुलिस ने परिजनों के हवाले कर दिया।


जानकारी के अनुसार मांडावाड़ा निवासी मनोहरसिंह राजपूत की दसवीं में अध्ययनरत बेटी रेखा (15) किसी बात को लेकर उसकी बात से झगड़ गई। मां की फटकार के बाद रेखा रविवार सुबह घर से एक डे्रस लेकर कुएं में कूदकर जान देने की धमकी देते हुए निकल गई। वह सीधे ही कुएं पर पहुंची, जहां कपड़े डे्रस रखने के बाद चप्पलें उतारने के बाद बस स्टैंड पहुंची, जहां से ऑटो में बैठकर केलवा चली गई।


कुछ देर बाद परिजनों बेटी रेखा को तलाशा, तो वह नहीं मिली और कुएं में कूदने की धमकी के आधार परिजन कुएं पर पहुंचे, जहां कपड़े व चप्पलें देखकर बेटी के कुएं में कूदने की बात को सही समझ बैठे। इसकी सूचना के बाद केलवा थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और कुएं में शव तलाशने के लिए मोटरें लगाकर पानी खाली किया गया।

पूरा कुआं खाली कर डाला

कुआं खाली होने के बाद भी शव नहीं निकला, तो सबके होश उड़ गए। बाद में पुलिस ने हाइवे आठ पर मांडावाड़ा टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी फुटेज देखने पर रेखा के ऑटो में बैठकर केलवा की तरफ जाना पाया गया।


उसके बाद पुलिस के साथ परिजन केलवा पहुंच गए, जहां बाजार में तलाश शुरू कर दी, तो एक थेले पर पानी पुरी व नाश्ता करते मिली। पुलिस उसे सीधे थाने ले गई, जहां समझाइश के बाद सुपुर्द कर दी, तो परिजनों ने राहत की सांस ली।

बांसवाड़ा.एक माह बाद था तहसीलदार का रिटायरमेंट लेकिन पटवारी के साथ रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार


बांसवाड़ा.एक माह बाद था तहसीलदार का रिटायरमेंट लेकिन पटवारी के साथ रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

एक माह बाद था तहसीलदार का रिटायरमेंट लेकिन पटवारी के साथ रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
रिटयरमेंट के महज एक माह पहले तहसीलदार को रिश्वत लेने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया। अलवर जिले के बानूसर निवासी तहसीलदार भोगी लाल भारद्वाज अगले माह 30 जून को सेवानिवृत्त होने वाला था। भारद्वाज को गांगड़तलाई में अटैचमेंट पर लगाया गया था। वहीं, रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किए गए पटवारी शेरसिंह मीणा की सोमवार को विदाई पार्टी थी। मीणा का स्थानांतरण होने की वजह से उसकी विदाई पार्टी चल रही थी, लेकिन इसी दरम्यान आरोपितों को एसीबी ने दबोच लिया।



भूमि रूपांतरण के एवज में 34 हजार बतौर रिश्वत मांगने के आरोप में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उदयपुर की टीम ने सोमवार को गांगड़तलाई के तहसीलदार एवं पटवारी को 12 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इनमें पटवारी के जेब से पांच सौ रुपए तथा तहसीलदार के जेब से साढ़े ग्यारह हजार रुपए बरामद हुए। गिरफ्तारी के साथ ही आरोपित तहसीलदार के गढ़ी क्षेत्र के सेमलिया गांव में डूंगरपुर एसीबी की टीम की ओर से छापेमारी की गई। जो देर शाम तक चलती रही।


इसलिए मांगी रिश्वत


ब्यूरो के एएसपी बृजेश सोनी ने बताया कि चार मई 2016 को गांगड़तलाई तहसील के रोहनवाड़ी निवासी दिलीप कुमार पुत्र भूरालाल कलाल ने ब्यूरो के उदयपुर कार्यालय में उपस्थित होकर एक लिखिल शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें बताया गया कि रोहनवाड़ी गांव में उसकी कृषि भूमि है जो आेबला निवासी लालङ्क्षसह पुत्र पूंजा पारगी के नाम पर खसरा नंबर 464 क्षेत्रफल 0.10 हैक्टेयर है उसका रुपांतरण कराने के लिए आरोपित पटवारी शेरसिंह रिश्वत की मांग कर रहा है।


आरोपित ने इस कार्य के लिए 34 हजार रुपए बतौर रिश्वत मांग की है। इसमें चार हजार रुपए पेशगी के तौर पर देना बताया तथा इसके बाद चार हजार रुपए दूसरी बार देने की शिकायत दर्ज करवाई।


यूं दिया कार्रवाई को अंजाम


इस शिकायत के बाद एसीबी ने सात मई को सत्यापन करवाया। इसमें दिलीप ने पटवारी से निवेदन किया तो अंतिम किश्त के रूप में 12 हजार रुपए तहसीलदार को देने की बात स्पष्ट हो गई। इसके बाद 9 मई सोमवार को दिलीप की आरोपित शेरसिंह ने सुबह आठ बजे बात हुई। तब पटवारी ने दिलीप को अपने कमरे पर गांगड़तलाई बुलाया, लेकिन किसी कार्य की वजह से दिलीप नहीं पहुंच सका।


इसके बाद ग्यारह बजे के आस-पास बात दोनों की हुई तो आरोपित पटवारी ने दिलीप को तहसील कार्यालय में ही बुला लिया। साथ ही कहा कि विदाई के दौरान ही काम करवाने की बात कही। इस पर करीब डेढ़ बजे के आस-पास दिलीप तहसील कार्यालय पहुंचा। इसके साथ ब्यूरो की टीम के निरीक्षक हरीशचंद्र सिंह, राजकुमार सिंह, गणेश लबाना, जितेन्द्र कुमार, करण सिंह सहित अन्य भी वहां पहुंच गए।


परिवादी दिलीप ने जैसे ही आरोपी शेरसिंह को 12 हजार रुपए दिए। ठीक उसी समय इशारा पाकर ब्यूरो की टीम भी मौके पर पहुंच गई और आरोपित को भूमि रूपांतरण की पत्रावलियों के साथ दबोच लिया।


तहसीलदार तक पहुंचाई रिश्वत


ब्यूरो ने जैसे ही पटवारी शेरसिंह को गिरफ्तार किया और उसकी तलाशी ली तो उसके जेब से मात्र पांच सौ रुपए ही मिले। इसके बाद पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह साढ़े ग्यारह हजार रुपए पीछे के रास्ते से जाकर तहसीलदार भोगी लाल को दे आया है। इस पर ब्यूरो की टीम तहसीलदार के कक्ष में पहुंची और उसकी तलाशी ली तो रिश्वत राशी साढ़े ग्यारह हजार रुपए उसकी जेब से बरामद हुए।


तहसीलदार के निर्देशन में होनी थी कार्रवाई


ब्यूरो की टीम पहले तो तहसीलदार के निर्देशन में ही कार्रवाई करना चाहती थी, लेकिन अंत समय में पास पलटने की वजह से तहसीलदार भी रिश्वत के मामले में हत्थे चढ़ गया। ब्यूरो के अनुसार पटवारी ने यह रिश्वत राशि तहसीलदार के नाम से मांगी थी, लेकिन इसमें से भी आरोपित ने पांच सौ रुपए रख लिए और साढ़े ग्यारह हजार रुपए तहसीलदार को देकर आया।


तीन जगह से उधार लेकर आया रिश्वत


परिवादी दिलीप ने बताया कि वह रिश्वत राशि देने के लिए तीन जगह से रुपए उधार लेकर आया था। इससे पहले भी कई बार मिन्नतें की गई, लेकिन आरोपित रिश्वत दिए गए कार्य नहीं करने पर अड़ा रहा। इसके बाद इसकी शिकायत की गई। ब्यूरों के अनुसार परिवादी ट्रैक्टर चलाता है।

नैनवां (बूंदी).बालिका वधु को लेकर थाने पहुंचा मामा, कहा शादी रुकवाओ



नैनवां (बूंदी).बालिका वधु को लेकर थाने पहुंचा मामा, कहा शादी रुकवाओ
बालिका वधु को लेकर थाने पहुंचा मामा, कहा शादी रुकवाओ

नैनवां थाना क्षेत्र के मोडसा गांव की बालिका वधु का ब्याह रुकवाने के लिए सोमवार को उसके मामा और ताऊ के लड़के को पुलिस की शरण लेनी पड़ी।




जानकारी के मुताबिक मोड़सा निवासी बारह वर्षिय बालिका की शादी सोमवार को अक्षय तृतीय के मौके पर आयोजित स?मेलन में बड़पड़ाप निवासी दूल्हे से होने जा रही थी। दूल्हे की उम्र 21 वर्ष से अधिक बताई जा रही है।







दूल्हा-दूल्हन की उम्र में अंतर को और समय से पहले बेटी के ब्याह की तैयारी का उसके मामा और ताऊ के लड़के ने विरोध किया। फिर भी परिजन नहीं माने तो वे बालिका को लेकर नैनवां थाने पहुंच गए। जहां दोपहर को दूल्हा और दुल्हन के पिता को बुलाकर पाबंद कराया गया।

बाड़मेर कोई सरहद ना रोके,दोनांे देषांे के पंछी पीएंगे पानी,ग्रुप फोर पीपुल्स एवं बीएसएफ की पहल,












बाड़मेर कोई सरहद ना रोके,दोनांे देषांे के पंछी  पीएंगे पानी,ग्रुप फोर पीपुल्स एवं बीएसएफ की पहल,

पष्चिमी सरहद पर बेजुबान पक्षियांे को बचाने की अनूठी पहल

-ग्रुप फोर पीपुल्स एवं बीएसएफ की पहल, सीमा चौकियांे पर परिंडे लगाने की कवायद


बाड़मेर, 07 मई। तेज गर्मी मंे बेजुबान पक्षियांे को पानी उपलब्ध कराने के लिए ग्रुप फोर पीपुल्स एवं सीमा सुरक्षा बल ने शनिवार से सीमा चौकियांे पर परिंडे लगाने की अभियान की शुरूआत की। सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर सेक्टर की मुनाबाव, तामलोर एवं गडरारोड़ फारवर्ड सीमा चौकियांे से इसकी शुरूआत की गई। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियांे ने समस्त सीमा चैकियांे पर पक्षियांे के लिए परिंडे लगाने एवं उसमंे जवानांे की ओर से नियमित रूप से पानी डालने का भरोसा दिलाया। इस दौरान गु्रप फोर पीपुल्स की ओर से शनिवार और रविवार दो दिन लगातार सीमा चौकियों पर लगाने के लिए परिंडे उपलब्ध कराए गए।कई सीमा चौकियों पर ग्रुप कार्यकर्ताओ ने बल के जवानों के साथ परिंदे बंधे।




पश्चिमी सीमा पर इन दिनांे तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के अधिक है। ऐसे मंे आमजन के साथ पक्षियांे की हालात भी बेहद खराब है। कई बार पानी के अभाव मंे पक्षियांे को तड़प कर गिरता हुआ देखा जाता है। बेजुबान पक्षियांे को बचाने के लिए शनिवार को मुनाबाव सीमा चैकी पर सहायक समादेष्टा हरेन्द्रसिंह, दिनेश मीणा, पुष्पेन्द्रसिंह, तामलोर सीमा चौकी पर सहायक समादेष्टा भूपेन्द्रसिंह भाटी एवं गडरारोड़ फारवर्ड सीमा चैकी पर सहायक समादेष्टा शंशाक मिश्र ने गु्रप फोर पीपुल्स के पदाधिकारियांे के साथ परिंडे लगाकर इस अभियान की शुरूआत की। इस दौरान गु्रप फोर पीपुल्स के संयोजक चंदनसिंह भाटी, दुर्जनसिंह गुड़ीसर, स्वरूपसिंह भाटी, मदन बारूपाल, ठाकराराम मेघवाल,ललित छाजेड़ ,शेखर माहेश्वरी उपस्थित थे। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियांे ने गु्रप फोर पीपुल्स के प्रयासांे की सराहना करते हुए कहा कि बेजुबान पक्षियांे की बचाने के लिए यह अनूठी पहल है। उन्हांेने भरोसा दिलाया कि प्रत्येक सीमा चौकी पर पक्षियांे के लिए परिंडे लगाए जाएंगे। साथ ही उसमंे नियमित रूप से पानी भी डाला जाएगा। उन्हांेने बताया कि कई सीमा चौकियांे पर विभिन्न प्रकार के पक्षियांे चिडि़या, मोरांे का जमावड़ा रहता है। इस तरह के प्रयास की बदौलत निसंदेह कई बेजुबान पक्षियांे की जान बचेगी। गु्रप के संयोजक चंदनसिंह भाटी एवं दुर्जनसिंह गुड़ीसर ने इस अभियान मंे सहयोग के लिए सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियांे एवं जवानांे का आभार जताया।




कोई सरहद ना रोके,दोनांे देषांे के पंछी पीएंगे पानी



बाड़मेर, 07 मई। इंसान ने भले ही सरहद पर जमीन का विभाजन कर दीवार खींच ली हो, लेकिन पक्षियांे के लिए ऐसा कुछ नहीं है। ये आसानी से भारत-पाक दोनांे देशांे में आ जा सकते है। ऐसे मंे गु्रप फोर पीपुल्स के प्रयासांे की बदौलत लगाए गए परिंडे दोनांे देशांे के पक्षियों की प्यास बुझाने के काम आएंगे।

पश्चिमी सीमा पर कई बार सरहद पार से कुछ स्थानांे पर अजान सुनाई देती है तो इस पार से कुछ मंदिरांे मंे होने वाली आरती। जिस तरह आवाज और हवा को कोई रोक नहीं सकता। ठीक उसी तरीके से दोनों देशांे मंे पक्षियांे की आवाजाही जारी है। किसी का आशियाना भारत मंे है तो किसी का पाकिस्तान मंे। यह पक्षी दाने-पानी की तलाश मंे एक-दूसरे देश में जाते रहते है। ऐसे मंे गु्रप फोर पीपुल्स की ओर से लगाए गए यह परिंडे दोनांे देशांे से आने वाले पक्षियांे की प्यास बुझाने के काम आएंगे।

रविवार, 8 मई 2016

समदड़ी में मूक पक्षियों के लिए लगाए परिंडे ग्रुप फॉर पीपुल्स ने




समदड़ी में मूक पक्षियों के लिए लगाए परिंडे ग्रुप फॉर पीपुल्स ने
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सुनील दवे समदड़ी--ग्रुप फॉर पीपुल्स बाड़मेर की समदड़ी सिवाना विंग द्वारा ग्राम पंचायत कार्यालय समदड़ी स्टेशन के परिसर में मूक पक्षियों को भीषण गर्मी से राहत हेतु परिंडे लगाए गए।

इस अभियान के आगाज पर सरपंच रवींद्रसिंह जाट ने कहा कि मूक पक्षियों के लिए परिंडे लगाना पुण्य का कार्य है इस प्रकार के धार्मिक कार्य समाज में जागृति लाते है।जहाँ एक ओर हजारों पक्षी जल के आभाव में दम तोड़ देते है उनके लिए यह अभियान किसी पुनर्जन्म से कम नहीं है।भीषण गर्मी में इस प्रकार के इंतजाम किए जाने चाहिए।

इस अवसर पर ग्रुप फॉर पीपुल्स के समदड़ी संयोजक सुनील दवे, सरपंच रविन्द्र सिंह जाट र विरमंगिरी युवा कांग्रेस के अरुण व्यास,राजेश भाटी,दिलीप भाटी,राकेश गोदारा,रमेश गोस्वामी धर्मेंद्र चौधरी सतीश राजपुरोहित प्रेम सोनी मनीष राजव्यास कृष्णपाल सिंह आदि कार्यकर्त्ता मौजूद थे।

पाकिस्तान में 11 साल के हिंदू लड़के की कथित यौन उत्पीड़न के बाद हत्या

पाकिस्तान में 11 साल के हिंदू लड़के की कथित यौन उत्पीड़न के बाद हत्या
पाकिस्तान में 11 साल के हिंदू लड़के की कथित यौन उत्पीड़न के बाद हत्या

कराची: पाकिस्तान के सिंध प्रांत के एक क्लब के परिसर में 11 साल के एक हिंदू लड़के का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई। न्याय की मांग को लेकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया है।

क्लब के भीतर स्वीमिंग पूल में मिला शव

बीते 13 अप्रैल को हैदराबाद के एक क्लब के भीतर स्थित स्वीमिंग पूल में एक हिंदू चिकित्सक के बेटे का शव मिला था। परिवार के लोगों का दावा है कि बच्चे को जानबूझकर स्वीमिंग पूल में फेंका गया ताकि यौन उत्पीड़न और हत्या पर परदा डाला जा सके। समाचार पत्र 'डॉन' के अनुसार, बच्चे के पिता चेतन कुमार ने कहा कि क्लब के भीतर कड़ी सुरक्षा के बावजूद उनका बेटा एक घंटे से अधिक समय तक लापता था। बाद में उनके बेटे का शव स्वीमिंग पूल में तैरता मिला और उसके चेहरे पर जख्म के निशान थे। कुमार ने कहा कि बार-बार आग्रह किए जाने के बावजूद क्लब प्रशासन सीसीटीवी फुटेज नहीं दे रहा है।




मेरे बेटे का पहले यौन उत्पीड़न हुआ, फिर हत्या कर दी गई : मृतक के पिता

बहरहाल, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी राहत अजीम ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज हासिल कर ली गई है और मामले की जांच चल रही है। उन्होंने कहा, 'हमने सीसीटीवी फुटेज हासिल किया है और क्लब के कर्मचारियों से पूछताछ कर रहे हैं ताकि यह पता किया जा सके कि क्या हुआ, लेकिन पिता का कहना है कि लड़के के शरीर पर जख्म के निशान थे और उसका पहले यौन उत्पीड़न हुआ तथा फिर हत्या कर दी गई।' प्रदर्शनकारियों ने सिंध सरकार से मांग की है कि वह इस लड़के की कथित हत्या की जांच कराए।




नेशनल असेंबली के पूर्व सदस्य किश्वन चंद पारवानी ने कहा कि लड़का डूबा नहीं, बल्कि उसका यौन उत्पीड़न करके उसे पूल में फेंक दिया गया। हिंदू पंचायत के कार्यकर्ता करमानी ने आरोप लगाया कि लड़के का यौन उत्पीड़न के बाद उसकी हत्या की गई।

अहमदाबाद।समलैंगिक प्रेमी ने अनैतिक संबंध बनाने के बाद की साथी की हत्या

अहमदाबाद।समलैंगिक प्रेमी ने अनैतिक संबंध बनाने के बाद की साथी की हत्या
समलैंगिक प्रेमी ने अनैतिक संबंध बनाने के बाद की साथी की हत्या
गुजरात में अहमदाबाद के डेहगाम में साहूकार राकेश नाम के शख्स की हत्या का मामला प्रकाश में आया है। राकेश का शव उसके घर में मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने मामले छानबीन की तो चौंकाने वाली जानिकारियां सामने आईं हैं। पुलिस के मुताबिक राकेश की हत्या उसके ही समलैंगिक प्रेमी ने की है। घटना 15 अप्रैल की रात की है। पुलिस इस मामले में हत्यारोपी तक मात्र एक हफ्ते में पहुंचने में सफल रही।


इस मामले में गिरफ्तार हुए मुख्य आरोपी समेत अन्य दो लोगों से पूछताछ में पता चला कि राकेश की हत्या उसके समलैंगिग प्रेमी ने की है। हत्यारे को राकेश के पास मौजूद कुछ सोने के आभूषणों को देख लालच आ गया और फिर उसने उन आभूषणों को पाने के लिए राकेश की हत्या कर दी।


अंग्रेजी अखबार 'टाइम्स ऑफ इंडिया' की रिपोर्ट के मुताबिक हत्या से पहले राकेश के साथ अप्राकृतिक सेक्स भी किया गया था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया तो यह बात पता चली। इस खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी पर हत्या के साथ ही धारा 377 के तहत मामला दर्ज किया है।


राकेश की सोसाइटी के पड़ोसियों ने उसके घर से बदबू आने की बात कही, जिसके बाद राकेश के घरवालों ने पहुंचकर दरवाजा खुलवाने की कोशिश की तो कोई जवाब नहीं मिला। जब किसी तरह से दरवाजा खोलकर परिजन अंदर पहुंचे तो देखा कि राकेश का शव अर्धनग्न अवस्‍था में पड़ा है।


घरवालों ने पुलिस को बताया कि राकेश गले में हार, कानों में सोने की बालियां और हाथ में सोने के कंगन पहनता था। लेकिन जब शव मिला तो यह सभी गहने गायब थे। डॉक्‍टरों ने राकेश की मौत का कारण गला घोंटना बताया। वहीं आरोपियों की पहचान राकेश के दाहिन हाथ में बने टैटू से की गई।

।जयपुरलेडी डॉन की जेल में दादागिरी, देती है आनंदपाल की धमकी



जयपुरलेडी डॉन की जेल में दादागिरी, देती है आनंदपाल की धमकी
लेडी डॉन की जेल में दादागिरी, देती है आनंदपाल की धमकी
अपहरण, हत्या, हथियार तस्करी जैसे संगीन अपराध करने पर जेल में सजा काट रही महिला कैदी अनुराधा चौधरी धमकियां दे रही है। जेल में वीआईपी सुविधाएं लेने के लिए वह जेल अधिकारियों को कुख्यात गैंगस्टर आंनदपाल के नाम की धमकी दे रही है। वहीं शनिवार को डीडवाना कोर्ट में पेशी के दौरान पुलिस व जेल अधिकारियों की शिकायत भी की है।


जुलाई 2015 में अनुराधा चौधरी को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसे जयपुर स्थित महिला जेल भेज दिया गया। अनुराधा ने अपने पति दीपक के साथ मिलकर सीकर में शेयर ट्रेङ्क्षिग का काम शुरू किया था। दोनों ने मिलकर लोगों के लाखों रुपए ट्रेडिंग में गंवा दिए। घाटा होने पर लोगों का कर्ज ज्यादा हो गया और व्यवसाय बंद करना पड़ा। पैसा वापस लौटाने का दबाव बना तो उसने हिस्ट्रीशीटर बलबीर बानूड़ा के जरिए कुख्यात अपराधी आनंदपाल सिंह से संपर्क किया। अपराध जगत में कदम रखने के बाद वह भी धीरे-धीरे इस गिरोह में शामिल हो गई। इसके बाद उसने कई अपराधों को अंजाम दिया। इसमें अपहरण, हत्या, फिरौती, हथियार तस्करी के जैसे मामले शामिल है।



मोबाइल रखने की मांग

जेल प्रशासन के अनुसार अनुराधा वीआईपी सुविधाओं के साथ मोबाइल की मांग करती है। इस बारे में वह कई बार जेल अधीक्षक मोनिका अग्रवाल को बोल भी चुकी है, लेकिन जेल नियमों के अनुसार हर बार उसे सुविधा देने से मना कर दिया जाता है। इस बात से खफा होकर वह आनंदपाल के नाम की धमकी देती है। साथ ही यह भी कहती है कि तुम्हें बुरा अंजाम भुगतना होगा।

इनका कहना है
जेल में सजा काट रही कैदी अनुराधा चौधरी ऐशो आराम की सुविधा मांगती है। इस बारे में उसे कहा भी गया है कि अन्य कैदियों को मिलने वाली सुविधाएं ही उसे मिलेगी। लेकिन वह इस बात को लेकर आए दिन जेल में हंगामा करती है। वहीं आनंदपाल के नाम की धमकी भी देती है। जेल में सजा काट रही अन्य महिला कैदियों को भी परेशान करती है।

मोनिका अग्रवाल, महिला जेल अधीक्षक, जयपुर।