सोमवार, 9 मई 2016

बाड़मेर।पति पर गर्व, बेटे को भी बनाऊंगी फौजी



बाड़मेर।पति पर गर्व, बेटे को भी बनाऊंगी फौजीपति पर गर्व, बेटे को भी बनाऊंगी फौजी


कशमीर के यारीपुरा जिले में आतंकवादियों से लोहा लेते देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले शहीद धर्माराम जाट की वीरांगना व परिवार राष्ट्रपति से शौर्य चक्र प्राप्त कर सोमवार को बाड़मेर पहुंचे।

सुबह मालानी एक्सप्रेस के स्टेशन पर पहुंचनें से दस मिनट पहले ही पूर्व सैनिक परिषद, श्री किसान बोर्डिंग हाउस संस्थान , राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद, शिव सेना, बजरंग दल, जनप्रतिनिधियों, विद्यार्थियों सहित यहां पर उपस्थित कई लोगों ने भारत माता की जय, वन्दे मातरम व शहीद की शहादत अमर रहे के नारे लगाए। इससे स्टेशन गूंज उठा। ट्र्रेन के प्लेटफार्म न. एक पर पहुंचते ही नारेबाजी तेज हो गई।

शहादत को नमन

स्टेशन पर पहुंचते ही शहीद की वीरांगना टीमू देवी, शहीद की मां अमरू देवी, शहीद के पुत्र हरीश, शहीद के भाई विजाराम व भाभी अनिता को मालाएं पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस मौके पर पूर्व सैनिक परिषद के अध्यक्ष केप्टन हीरसिंह भाटी, केप्टन खीमा राम चौधरी, युआईटी चेयरपर्सन डॉ प्रियंका चौधरी ने शहीद की शहादत को नमन करते हुए कहा कि शहीद धर्माराम ने देश का नाम रोशन किया है। उन्होंनें एेसे परिवार को धन्य बताया जहां पर भारत माता के एेसे सपूत जन्म लेते है।

भावुक हुई विरांगना

युआईटी चेयरपर्सन डॉ प्रियंका चौधरी, वीरांगना किरण कंवर सहित आई कई सैन्य महिलाओं ने जब शहीद धर्माराम की वीरांगना व उसके पुत्र को माला पहनाकर स्वागत करने के बाद गले लगाया तो शहीद की पत् नी भावुक हो गई। इस मौके पर शहीद की पत् नी ने अपने पति के मरणोपरान्त मिलने वाले शौर्य चक्र को गर्व से थाम रखा था।

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