शुक्रवार, 5 जून 2015

नेस्ले ने भारतीय बाजार से हटाई मैगी, सिंगापुर और नेपाल में भी बैन

नेस्ले ने भारतीय बाजार से हटाई मैगी, सिंगापुर और नेपाल में भी बैन


नेस्ले ने भारतीय बाजार से मैगी को हटा लिया है। कंपनी ने आज एक बयान जारी किया जिसमें यह ऐलान किया गया। हालांकि कंपनी ने अपने प्रोडक्ट को बिल्कुल सही बताया। नेस्ले ने बयान में कहा कि पिछले 30 सालों से भारत में मैगी नूडल्स पूरी तरह सुरक्षित और विश्वास करने योग्य रहे हैं। हमारी पहली प्राथमिकता हमारे प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता और इस्तेमालकर्ताओं का भरोसा रहा है।नेस्ले ने कहा कि दुर्भाग्य से पिछले दिनों जो भी हुआ उससे कंज्युमर के लिए कंफ्यूजन पैदा कर दी है। इसलिए हमने बाजार से अपना प्रोडक्ट हटाने का फैसला किया है। हम वादा करते हैं कि मैगी जल्द वापस आएगी।

नेस्ले ने भारतीय बाजार से हटाई  मैगी, सिंगापुर और नेपाल में भी बैन

कई राज्यों ने नमूनों को जांच के लिए भेजा
दिल्ली के बाद अब गुजरात और जम्मू एवं कश्मीर में भी गुरुवार को मैगी पर पाबंदी लगा दी गई। इस बीच कई राज्यों ने मैगी के नमूनों को जांच के लिए भेज दिया है।गुजरात के खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने गुरुवार को 30 दिनों के लिए मैगी को प्रतिबंधित कर दिया। राज्य सरकार ने यह फैसला मैगी के नमूनों की जांच कराने के बाद किया है।जम्मू एवं कश्मीर सरकार ने भी मैगी पर रोक लगा दी है। राज्य के उपभोक्ता मामले और जन वितरण मंत्री चौधरी जुल्फीकार ने श्रीनगर में संवाददाताओं से कहा, “हमने सभी जिलाधीशों को राज्य में मैगी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है।”दिल्ली सरकार ने बुधवार को मैगी पर राज्य भर में 15 दिनों के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। गुरुवार को दिल्ली सरकार ने रैमेन एंड चिंग्स के हक्का नूडल को भी जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया।शिमला में स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को मैगी की गुणवत्ता पर रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है और यह रिपोर्ट गुरुवार शाम तक मिल सकती है।बिहार, पंजाब, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र, हरियाणा और कर्नाटक तथ उत्तर प्रदेश ने मैगी की जांच के लिए नमूने भेजे हैं।

भारतीय सेना भी नहीं खाएगी मैगी
अहमदाबाद में केंद्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने कहा कि उन्होंने अपने विभाग से विवाद के बाद इस विषय पर ध्यान देने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निपटारा आयोग से इस मामले की शिकायत की है।एफएसएसएआई की केंद्रीय सलाहकार समिति ने भी मैगी में सीसा पाए जाने के मुद्दे पर एक बैठक में चर्चा की।भारतीय सेना ने भी एक निर्देश जारी कर अपने जवानों को मैगी खाने से मना कर दिया है और कैंटीनों को स्थिति स्पष्ट होने तक इसे बेचने से मना कर दिया है।

नेस्ले के शेयर में गिरावट
इस विवाद के बाद देश के कई प्रमुख रिटेल स्टोरों ने मैगी को अपने रैक से हटा दिया है। मैगी ने हालांकि कहा है कि कोलकाता की एक प्रयोगशाला में की गई जांच में सीसे के स्वीकृत स्तर में होने का पता चला है।उधर नेस्ले इंडिया ने अपनी वेबसाइट पर कुछ प्रयोगशालाओं में मैगी की जांच रिपोर्ट प्रकाशित की है। नेस्ले ने अपने वेबसाइट पर कहा, “हम नियमित तौर पर अपने कच्चे मालों में सीसे की जांच करते हैं।”नेस्ले ने कहा कि कच्चे माल में प्रति किलोग्राम 0.05 मिलिग्राम सीसा पाया गया है, जबकि 2.5 मिलीग्राम तक की अनुमति है।नेस्ले ने मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) के बारे में कहा, “हम मैगी नूडल में स्वाद बढ़ाने वाले एमएसजी का प्रयोग नहीं करते हैं।”गुरुवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में नेस्ले इंडिया के शेयर 2.91 फीसदी या 180.30 अंकों की गिरावट के साथ 6010.80 पर बंद हुए। बुधवार को नेस्ले के शेयर 9.05 फीसदी या 616.35 अंकों की गिरावट के साथ 6191.10 पर बंद हुए थे।

कोटा.रेलवे के खाने का सच: टॉयलेट के पानी से बन रही थी सड़े आलू की सब्जी



कोटा.रेलवे के खाने का सच: टॉयलेट के पानी से बन रही थी सड़े आलू की सब्जी


रेल उपभोक्ता जागरूकता सप्ताह के तहत मंडल से गुजरने वाली ट्रेनों की जांच की जा रही है। इसी कड़ी में कोटा जंक्शन पर शुक्रवार को कई ट्रेनों की पेन्ट्रीकार की जांच की गई। सुबह 11 बजे मुंबई से अमृतसर जाने वाली स्वर्ण मंदिर मेल जैसे ही कोटा जंक्शन पर आकर ठहरी तो वाणिज्य विभाग के दस्ते ने पेन्ट्रीकार की जांच के लिए प्रवेश किया।

अंदर जाकर देखा तो भगोने में सड़े आलू उबल रहे थे। कुक से पूछा पानी कहां से लिया तो पता चला टॉयलेट की टंकी के पानी का उपयोग कर रहे हैं। रखी हुई सब्जी की जांच की तो एक बोरे में सड़े आलू और दूसरे में सड़े प्याज भरे हुए थे, वहीं सड़े अंडों से दुर्गंध दूर से ही आ रही थी।

यह हालत देख सहायक वाणिज्य प्रबंधक एस.के. श्रीवास्तव चिल्लाए.... क्या यात्रियों की जान लेकर छोड़ोगे, सबकुछ सड़ रहा है। पानी भी तो साफ काम में नहीं ले रहे। आखिर सेहत से खिलवाड़ करने पर क्यों तुले हो। कहां है पेन्ट्रीकार मैनेजर उसे बुलाओ, सीटीआई अरुण लोकवानी इन पर जुर्माना लगाओ।

इसी बीच सहायक वाणिज्य प्रबंधक एन.के. मीणा ने अमानक पानी की बोतलों का कॉटर्न देखा तो बोले ये पानी किसकी अनुमति से बेच रहे हो, इसका अनुज्ञा पत्र दिखाओ। पेन्ट्रीकार मैनेजर ने अनुज्ञा पत्र नहीं दिखाया तो मीणा ने सीएमआई हरिराम से कहा, इसकी रिपोर्ट बनाओ। जांच के दौरान आईसक्रीम भी घटिया क्वालिटी की निकली, वहीं अखाद्य बर्फ पेन्ट्रीकार में चढ़ाई जा रही थी, लेकिन दस्ते को देखकर बर्फ चढ़ाने वाला वहां से भाग गया।

16 हजार रुपए जुर्माना वसूला

पेन्ट्रीकार में सड़ा माल मिलने पर वाणिज्य विभाग की टीम ने पेन्ट्रीकार मैनेजर से 16 हजार रुपए जुमार्ना वसूला। इसके अलावा निरीक्षण रिपोर्ट बनाकर 50 हजार रुपए और जुर्माना वसूलने की अनुशंसा की गई।

अरे पहले कोल्ड ड्रिंक लेकर आओ

जब वाणिज्य विभाग की टीम जांच कर रही थी तो पेन्ट्रीकार में एक आरपीएफकर्मी पेन्ट्रीकार कर्मियों से शीतलपेय की मांग कर रहा था। उस कार्मिक ने कहा, पहले शीतलपेय लेकर आओ, ये जांच का लफड़ा तो 9 जून तक चलेगा।

जिन ट्रेनों में पेन्ट्रीकार का संचालन अन्य रेलवे जोन की ओर से किया जा रहा है, उनमें सुधार और दोषी फर्मों पर कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा। कोटा में पेन्ट्रीकार की नियमित जांच की जाती है और आगे भी जारी रहेगी।

अर्चना जोशी, डीआरएम

जोधपुर देसी हथियार बनाने का कारखाना पकड़ा, एक गिरफ्तार



जोधपुर देसी हथियार बनाने का कारखाना पकड़ा, एक गिरफ्तार



जिले की मथनिया थाना पुलिस ने तिंवरी कस्बे में दबिश देकर देसी हथियार बनाने का एक कारखाना पकड़ा। मौके से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।

सहायक पुलिस आयुक्त जसवंत सिंह के अनुसार तिंवरी में नेमाराम गवारिया द्वारा अवैध हथियार बनाने का कारखाना चलाने की सूचना मिली थी। मथानिया थानाधिकारी प्रदीप डांगा के नेतृत्व में पुलिस ने गुरुवार देर रात कारखाने में दबिश दी। यहां से एक देसी बंदूक, बंदूक की तीन नाल, तीन बट, ग्रैंडर और हथियार बनाने के कई उपकरण जब्त किए गए।

आरोपी नेमाराम पुत्र श्रवणराम को गिरफ्तार किया गया, जिसे शुकव्रार को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया गया। आरोपी देसी हथियार बनाकर आसपास के ग्रामीणों को बेचता है। हथियार कब से बना रहा है और अभी तक किस-किस को बेच चुका है, इस संबंध में उससे पूछताछ की जा रही है।

सूखे की मार, पानी के लिए रचाई तीन शादियां



देंगमाल महाराष्ट्र के एक गांव में पानी के लिए न तो नल है और न ही कुओं की कोई व्यवस्था है। इस गांव की हकीकत जानकर एक बार सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि जीवन यापन करने के लिए एक किसान किस तरह दूसरे विकल्प खोजता है।

राज्य के देंगमाल गांव में लोग सूखे के अकाल जूझ रहे हैं। ग्रामीणों के लिए पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। वे पड़ोस में एक चट्टानी पहाड़ी के पास बने दो कुओं से नंगे पैरों पैदल चलकर पानी लाते हैं। साथ ही इसके लिए भी उन्हें घंटों लाइन में लगा रहना पड़ता है।

इस समस्या से तंग आकर सखाराम भगत (66) नाम के किसान ने तीन शादियां की। उसने पहले दो शादियां इस लिए की क्योंकि एक बीवी को घर संभालना था और दूसरी को पानी लाने के लिए। उसके बाद एक बीवी की तबीयत ठीक न रहने की वजह से तीसरी शादी करनी पड़ी।

भगत की तीनों पत्नियां एक घर में रहती हैं लेकिन उनके अलग-अलग कमरे और किचन हैं, जिनमें दो पत्नियां पानी ढोने का काम करती हैं जबकि एक खाना बनाती है। भगत गांव में दिन के हिसाब से मजदूरी करता है।

भगत का कहना है कि तीन पत्नियों को रखना कोई सरल काम नहीं है और उस समय जब आपके पास पानी न हो। भगत की पहली पत्नी का कहना है कि हम सब बहनें हैं और एक दूसरे की सहायता करते हैं। कभी-कभी चीजों को लेकर समस्याएं खड़ी हो जाती हैं लेकिन हम सब मिलकर सुलझा लेते हैं।

इसके अलावा दूसरे गांव में नामदेव नाम के शख्स की दो पत्नियां हैं।

ग्रामीणों को इस समस्या का सामना करते देख पंचायत ने दो अन्य पत्नियों को रखने की मान्यता दे दी। हालांकि भारतीय कानून के मुताबिक बहुपत्नी विवाह गैरकानूनी है।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र भारत का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है। सरकार ने पिछली साल अनुमान लगाया था कि राज्य में करीब 19 हजार गांव ऐसे हैं जहां पानी नहीं है।

पेशी पर आया बंदी चकमा देकर भागा

पेशी पर आया बंदी चकमा देकर भागा


वैर (भरतपुर). वैर न्यायालय में हरियाणा की भोडसी जेल से शुक्रवार सुबह नौ बजे पेशी पर लेकर आया एक बंदी हरियाणा के चालानी गार्ड को चमका देकर भाग गया। बंदी दुष्कर्म व अपहरण के मामले में आरोपित था। घटना के बाद क्षेत्र में नाकाबंदी कराई लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा।

भोडसी जेल से बंदी मोनू पुत्र बाबूलाल निवासी जग्गोपुर थाना सोहना जिला गुडगांव को वैर कोर्ट में चार चालानी गार्ड पेशी पर लेकर आए थे। चालानी गार्ड बंदी को लेकर सुबह अभिभाषक कक्ष में बैठ गए। झपकी लगने पर बंदी चालानी गार्डों को चकमा देकर भाग निकला। बताया जा रहा है कि बंदी की हथकढ़ी खुली हुई थी और चालानी गार्ड कक्ष में चल रहे कूलर की हवा में बैठे हुए थे, जिससे उन्हें झपकी लग गई।

टांके में गिरने से विवाहिता की मौत, पीहर पक्ष ने जताई हत्या की आशंका

टांके में गिरने से विवाहिता की मौत, पीहर पक्ष ने जताई हत्या की आशंका


सांचौर सांचौर. चितलवाना थाना क्षेत्र के केरिया गांव में गुरुवार देर शाम विवाहिता की टांके में गिरने से मौत हो गई।

थानाधिकारी गंगाराम चौधरी ने बताया कि पवन देवी (22) की शादी करीब चार साल पहले हेमाराम प्रजापत निवासी केरिया के साथ हुई थी। गुरुवार शाम घरेलू कलह की वजह से पवन मकान में बने टांके में गिर गई। उसकी सास के चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोसी दौड़कर वहां पहुंचे और पवन को टांके से बाहर निकालकर गांव के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

रात करीब दस बजे शव सांचौर के राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय लाया गया। सूचना मिलने पर पुलिस उपअधीक्षक सुनील के पंवार व उपखण्ड अधिकारी केशव मिश्रा ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया। शुक्रवार दोपहर बारह बजे तक भी शव का पोस्टपार्टम नहीं हो पाया था। इधर, विवाहिता के पीहर पक्ष ने हत्या कर शव टांके में डालने की आशंका जताई है।

राजस्थान में प्रतिबंधित जिलों से नहीं होंगे तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले



जयपुर। शिक्षा विभाग में डार्क जोन कहे जाने वाले 10 प्रतिबंधित जिलों से वर्षों से तबादले का इंतजार कर रहे तृतीय श्रेणी शिक्षकों को इस बार भी निराशा हाथ लगेगी। विभाग ने तय किया है कि इन जिलों से तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले नहीं किए जाएंगे।

वहीं द्वितीय और प्रथम श्रेणी शिक्षकों के तबादलों के लिए विभाग स्तर पर समीक्षा की जा रही है। इसके बाद ही तय किया जाएगा कि उनके तबादलों के लिए क्या मापदंड रखे जाएंगे।

हालांकि, इनमें 10 साल से अधिक ठहराव वाले शिक्षकों पर विचार किया जा सकता है। विभाग ने अब तक यह भी स्पष्ट नहीं किया है कि प्रदेश में अन्य जिलों में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले होंगे या नहीं।

गौरतलब है कि बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, जालौर, सिरोही, बारा, राजसमंद, प्रतापगढ़ और झालावाड़ से शिक्षकों के तबादलों पर रोक लगी हुई है।

राजस्थान में शिक्षकों के 25000 पूल पद समाप्त किए



जयपुर। शिक्षा विभाग में मिलीभगत के चलते वर्षों से स्कूलों में जमे शिक्षकों को अब विभाग हिलाने की तैयारी कर चुका है। पूल पद के नाम पर माध्यमिक स्कूलों में टिके हुए करीब 25000 शिक्षकों को विभाग के इस कदम से झटका लगेगा।

शिक्षा विभाग ने पूल पद समाप्त कर दिए हैं। अब इन शिक्षकों को समानीकरण के तहत जरूरत के अनुसार स्कूलों में लगाया जाएगा। शिक्षा विभाग में प्रारम्भिक शिक्षा के आठवीं तक के अधिकांश स्कूल क्रमोन्नत होकर दसवीं के हो गए हैं।

वर्षों से इन स्कूलों में प्रारम्भिक शिक्षा के शिक्षक भी टिके हुए थे। विभाग में इनके पदों को पूल पद कह कर शिक्षकों को यथावत ही रखा गया, जबकि नियमानुसार वे स्कूल माध्यमिक शिक्षा में आ गए हैं।

पूल पदों को समाप्त किया गया है। इस व्यवस्था के कारण कुछ क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं जबकि अधिकांश जगह पर शिक्षकों की भारी कमी है। इन 25 हजार शिक्षकों को समानीकरण में जरूरत के अनुसार लगाया जाएगा।

वासुदेव देवनानी, शिक्षा राज्य मंत्री

बाड़मेर। दस दिन से बरस रहे हैं पत्थर

बाड़मेर। दस दिन से बरस रहे हैं पत्थर

बाड़मेर।  बाड़मेर जिले के शिव डिस्कॉम में पिछले 10 दिन से रात नौ बजे से सुबह चार बजे तक पत्थर बरस रहे हैं। आधी रात को पत्थरबाजी होने से डिस्कॉमकर्मी भयभीत है। इस बारे में उन्होंने एसडीएम से लेकर पुलिस तक से सुरक्षा की गुहार लगाई है।

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दरअसल 23 मई की रात को ड्यूटी पर तैनात तकनीकी कर्मचारी रिंकू और सुमेर चारपाई पर सो रहे थे। इस दौरान वहां पत्थर आने शुरू हो गए। इस पर उन्होंने टॉर्च से आसपास रोशनी कर देखा लेकिन कोई नजर नहीं आया। इसके बाद दोनों चारपाई लेकर कार्यालय के अंदर जाकर सो गए। इस संबंध में सहायक अभियंता कैलाश चौधरी से बात की तो वे पुलिस जाब्ते के साथ वहां रूके। उस रात को भी पत्थर बरसे गनीमत रही कि कोई चोटिल नहीं हुआ।पत्थर कौन बरसा रहा है अब तक पता नहीं चला। इतने दिनों बाद भी पत्थरबाजी नहीं थमने पर मंगलवार सुबह एईएन ने विभाग के आला अधिकारियों और पुलिस को पत्र भेजकर इससे बचाव की अपील की है। वहीं कुछ साल पहले एक कर्मचारी की मौत हो गई थी और वहीं अब भूत बनकर परेशान कर रहा है।

बाड़मेर। शिव विधायक के प्रयासो से मिली एन.एच. 25 को मंजूरी

बाड़मेर। शिव विधायक के प्रयासो से मिली एन.एच. 25 को मंजूरी


पिछले 6 माह से स्वीकृति के लिए थे प्रयासरत, केन्द्रीय परिवहन मंत्री की जताया आभार




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बाड़मेर। सीमावर्ती गांवों के वाशिंदो को सड़क सुविधा को ओर अधिक सुगम बनाने के लिहाज से शिव विधायक द्वारा पिछले 6 माह से किए जा रहे प्रयासों को आखिरकार केन्द्र सरकार ने एन.एच. 25 के रूप में मंजूरी देकर नई सौगात दी हैं। उक्त योजना को स्वीकृत करने पर शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह जसोल ने केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभार प्रकट किया हैं। यह जानकारी देते हुए शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह के निजी सचिव रामसिंह ने बताया कि बाड़मेर-रामसर, गडरारोड एवं मुनाबाव के बीच दशको पूर्व बनी सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सड़क के विस्तारिकरण एवं नवीनीकीरण के लिए शिव विधायक द्वारा केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से करीब छः माह से निरन्तर संपर्क में थे। उनके इन निरन्तर प्रयासों के बीच बाॅर्डर रोड़ आॅरगेनाईजेशन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण विभाग के बीच आ रही परेशानी को लेकर भी उन्होंने केन्द्रीय परिवहन मंत्री को अगवत कराते हुए समस्या के समाधान के लिए उपाय सुझाए। साथ ही दोनो ही विभाग के उच्चाधिकारियों से भी इसको लेकर वार्ता की। नतीजन छः माह के अथक प्रयास से आखिरकार सीमावर्ती ईलाको में निवास करने वाले ग्रामीणों एवं सीमा की सुरक्षा में तैनात जवानों के परिवहन को सुगम बनाने की राह खुल गई। केन्द्र सरकार ने निर्देश पर बीआरओ ने इस प्रोजेक्ट को 1 जून को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को हैण्ड ओवर कर दिया। अब हैण्डओवर के साथ ही इस सड़क के विस्तार के कार्य को हरी झण्डी मिल गई हैं। 

तीन चरणों में होगा कार्यः-बाड़मेर-रामसर, गडरारोड़ एवं मुनाबाव एन.एच. 25 विस्तारीकरण योजना के तहत तीन चरणों में कार्य को पूर्ण किया जाएगा। प्रथम चरण के तहत बाड़मेर शहर से 0 से 11 किमी तक इस सड़क को नवीनीकरण करते हुए टू लेन का निर्माण किया जाएगा। द्वितीय चरण के तहत 12 किमी से 69 किमी तक साढ़े पांच मीटर चैड़ी सड़क का विस्तार किया जाएगा। इसके बाद 70 किमी से 125 किमी तक सड़क का नवीनीकरण किया जाएगा। साथ ही आगामी दो सालों में इस पूरी सड़क को टू लेन बनाया जाना प्रस्तावित हैं।
केन्द्रीय मंत्री का जताया आभारः-बाड़मेर-रामसर-गडरारोड़-मुनाबाव सड़क विस्तार योजना एवं इस सड़क को राष्ट्रीय राजमाग्र संख्या 25 के रूप में घोषित करने पर शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह ने केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभार जताया हैं।

सूखे की आहट पर चेती सरकार, सोमवार को बुलाई बड़ी बैठक

सूखे की आहट पर चेती सरकार, सोमवार को बुलाई बड़ी बैठक

— सभी विभागों के आला अफसर रहेंगे मौजूद
— सूखे और अतिवृष्टि दोनों के हालात से निपटने पर तैयर होगी रणनीति
— मौसम विभाग के अफसर भी रहेंगे बैठक में मौजूद
— आपदा राहत मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा
— सरकार किसी भी हालत से निपटने में सक्षम
— फंड की कोई कमी नहीं आने दी जााएगी





जयपुर| मौसम विभाग की सामान्य से कम बारिश की चेतावनी के बाद सेखे की आहट पर सरकार के कान खड़े हो गए हैं। सूखे और अतिवृष्टि दोनों से पैदा होने वाले हालात से निपटने की रणनीति तैयार करने के लिए सरकार ने 8 जून सोमवार को सचिवालय में 4 बजे बड़ी बैठक बुलाई है। आपदा राहत मंत्री गुलाबचंद कटारिया की अध्यक्षता में होने जा रही इस बैठक में प्रमुख विभागों के आला अफसर और मौसम विभाग के अफसर मौजूद रहेंगे।

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बैठक में आपदा प्रबंधन की तैयारियों, सूखा या अतिवृष्टि होने पर बचाव व राहत के काम, सूखा होने पर राहत के काम, फंड की व्यवस्था, पेयजल व चारे की व्यवस्था सहित सभी तैयारियों पर चर्चा होगी। आपदा राहत मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा है कि सरकार दोनों ही हालात से निपटने में सक्षम है और फंड की कमी नहीं आने दी जाएगी।

अजमेर। प्रेमी के साथ भाग जाने के शक में दी अमानवीय यातनाए

अजमेर। प्रेमी के साथ भाग जाने के शक में दी अमानवीय यातनाए

अजमेर। शहर में एक अमानवीय मामले का खुलासा हुआ है जिसमे एक किशोर उम्र की लड़की को कड़ी यातनाए दी जा रही थी। उससे गुलामो की तरह घर का काम करवाना। जानवरों की तरह पीटना और प्रेस से उसके शरीर को जला देना। यह सब पीड़िता का नसीब बन चुका था।मामले का खुलासा हुआ एक जागरूक पडौसी की सूचना पर। जिसकी खबर पर पुलिस ने मकान पर दबिश देकर लड़की को मुक्त कराया। लड़की पर जुल्म करने के आरोप में उसकी मौसेरी बहन को गिरफ्तार किया है। मामला अजमेर के एकता नगर इलाके का है।

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ये था मामलाइंदौर निवासी रुबीना की मौसेरी बहन रजिया ने हमदर्दी दिखाते हुए दो साल पहले उसे अपने साथ अजमेर ले आई थी। शुरवात में सब ठीक था पर एक बार रजिया ने रुबीना को किसी लड़के से फ़ोन पर बातें करते देखा तो रुबीना दुनिया नरक बनते देर न लगी। उस दिन के बाद से रुबीना की मौसेरी बहन रजिया ने उस पर सितम ढाने शुरू कर दिए। रजिया उससे घर के सारे काम करवाती और बदले में जिल्लत भरी जिंदगी उसे मिलती। रात को उसके हाथ पीठ पीछे बांधकर रखा जाता था।



जागरूक पडोसी बना मददगाररोज की तरह रुबीना कल रात भी दिन भर घर का काम कर जंजीर से बंधी अपने जख्मो की वजह से कहरा रही थी। उस दिन घर पर रुबीना की बहन और जीजा नहीं थे। पड़ोस में रहने वाले युवक ने जब रुबीना की दर्द से कराहने की आवाज सुनी तो उसने अलवर गेट थाना पुलिस को फ़ोन कर दिया। थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने मकान पर मय जाब्ता दबिश दी और रुबीना को मुक्त करवाकर थाने ले आये। इस दौरान जब रजिया और उसका पति शाह खान घर पहुचे तो माजरा भांप कर वह भी भाग छूटे। मगर दोनों सीआरपीएफ पुलिया के पास पकडे गए। पुलिस ने रुबीना को देर रात चाइल्ड हेल्प लाइन संस्था को सौप दिया और सुबह जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष के समक्ष रुबीना को पेश किया गया।

जोधपुर। महिला पार्षद के पति ने की आत्महत्या

जोधपुर। महिला पार्षद के पति ने की आत्महत्या

जोधपुर। जोधपुर के वार्ड संख्या 13 की पार्षद गीता देवी के पति की संदिग्ध परिस्थितयों में आत्महतया करने का मामला सामने आया है। गीता देवी के पति मनोहर लाल ने खुद को अपने घर में फांसी लगा ली जिसकी इत्तला पुलिस को मिलने पर शव को मोर्चरी में रखवाकर मामला दर्ज किया गया है। जहां मृतक के भाई श्याम की दी गई रिपोर्ट के आधार पर मर्ग दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्षद और उसके पति पर वार्ड के पार्टी पदाधिकारियों का दबाव था जिसके चलते उनकी कई बार अनबन हुई थी और जिसके दबाव में पति के द्वारा कमरे में फांसी लगा ली गई। घटना के बाद पार्षद गीता देवी घर पर ही हैं और सामजिक सरोकारों के चलते घर से बाहर नहीं निकली। हालांकि पुलिस ने प्राथन दृस्ता इसे आत्महत्या ही माना है फिर भी सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर पुलिस ने अपना अनुसंधान शुरू किया है साथ ही शव का पोस्टमार्टम करवाया है।

जयपुरवासियों में मेट्रो के प्रति उत्साह देखकर प्रशासन ने बढ़ाये फेरे

जयपुरवासियों में मेट्रो के प्रति उत्साह देखकर प्रशासन ने बढ़ाये फेरे


जयपुर। शहर में मेट्रो को लेकर मिल रहे लोगो के उत्साह के बाद अब मेट्रो प्रशासन ने लोगो के लिए अतिरिक्त व्यवस्थाएं शुरु की है। मेट्रो सीएमडी एनसी गोयल की माने तो हर स्टेशन पर एक मैनेजर स्तर के अधिकारी को वहां का प्रभारी अधिकारी लगाया गया और व्यवस्थाओ के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है।

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वही लगातार बढ रहे यात्रीभार के मद्देनजर पूर्व में हर 12 मिनिट में ट्रेन आ रही थी जिस समय को घटाकर अब 10 मिनिट कर दिया गया है। गोयल ने बताया कि पहले ट्रेन के 130 फेरे प्रस्तावित थे। लेकिन बढ रहे यात्री भार के बाद अब 170 फेरे कर दिए गये हैं।



मेट्रो के सीएमडी गोयल ने बताया कि दूसरे दिन दोपहर 3 बजे तक 30 हजार से ज्यादा लोगो ने मेट्रो का सफर किया। गोयल ने कहा कि पहले दिन के आंकडे को दूसरे दिन टुटने की उम्मीद है।

बाड़मेर। जिले के उचित मूल्य दुकानदारों की बैठक

बाड़मेर। जिले के उचित मूल्य दुकानदारों की बैठक 


बाड़मेर। बुधवार 3 जून को प्रातः 10.00 बजे नगर परिषद् बाडमेर एवं प्रातः 11.00 बजे पंचायत समिति शिव, गड़रारोड़ के समस्त उचित मूल्य दुकानदारों की बैठक बाड़मेर सहकारी उपभोक्ता होलसैल भण्डार लि. बाड़मेर के हाॅल एवं दोपहर 02.00 बजे बाडमेर, रामसर, व सिणधरी के समस्त उचित मूल्य दुकानदारों की बैठक उतर रेलवे कर्मचारी सहकारी उपभोक्ता भण्डार बाड़मेर के हाॅल में, दिनांक 04.06.2015 को दोपहर 01.00 बजे तथा प्रातः 11.00 बजे पंचायत समिति चैहटन, धोरीमना, गुडामालानी, धनाऊ व सेडवा के समस्त उचित मूल्य दुकानदारों की बैठक बाड़मेर सहकारी उपभोक्ता होलसैल भण्डार लि. बाड़मेर के हाॅल तथा दिनांक 05.06.2015 को प्रातः 11.00 बजे पंचायत समिति बायतू, गिड़ा के समस्त उचित मूल्य दुकानदारों की बैठक काॅपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी लि. बायतू के हाॅल में एवं दोपहर 02.00 बजे नगर परिषद् बालोतरा पंचायत समिति बालोतरा, पाटोदी, कल्याणपुर, सिवाना व समदड़ी के समस्त उचित मूल्य दुकानदारों की बैठक काॅपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी लि. बालोतरा के हाॅल में आयोजित की जावेगी।
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उक्त बैठक में सभी उचित मूल्य दुकानदारों को निर्देषित किया जाता है कि कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराये गये संधारित नवीन कम्प्यूटराईज्ड राषनकार्ड रजिस्टर, साथ ही माह मई 2015 का मासिक नक्शे के साथ आवश्यक रूप से उपस्थित होवें। बैठक में उपस्थित नही होने वाले उचित मूल्य दुकानदारों के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।