बाड़मेर। दस दिन से बरस रहे हैं पत्थर
दरअसल 23 मई की रात को ड्यूटी पर तैनात तकनीकी कर्मचारी रिंकू और सुमेर चारपाई पर सो रहे थे। इस दौरान वहां पत्थर आने शुरू हो गए। इस पर उन्होंने टॉर्च से आसपास रोशनी कर देखा लेकिन कोई नजर नहीं आया। इसके बाद दोनों चारपाई लेकर कार्यालय के अंदर जाकर सो गए। इस संबंध में सहायक अभियंता कैलाश चौधरी से बात की तो वे पुलिस जाब्ते के साथ वहां रूके। उस रात को भी पत्थर बरसे गनीमत रही कि कोई चोटिल नहीं हुआ।पत्थर कौन बरसा रहा है अब तक पता नहीं चला। इतने दिनों बाद भी पत्थरबाजी नहीं थमने पर मंगलवार सुबह एईएन ने विभाग के आला अधिकारियों और पुलिस को पत्र भेजकर इससे बचाव की अपील की है। वहीं कुछ साल पहले एक कर्मचारी की मौत हो गई थी और वहीं अब भूत बनकर परेशान कर रहा है।
बाड़मेर। बाड़मेर जिले के शिव डिस्कॉम में पिछले 10 दिन से रात नौ बजे से सुबह चार बजे तक पत्थर बरस रहे हैं। आधी रात को पत्थरबाजी होने से डिस्कॉमकर्मी भयभीत है। इस बारे में उन्होंने एसडीएम से लेकर पुलिस तक से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
दरअसल 23 मई की रात को ड्यूटी पर तैनात तकनीकी कर्मचारी रिंकू और सुमेर चारपाई पर सो रहे थे। इस दौरान वहां पत्थर आने शुरू हो गए। इस पर उन्होंने टॉर्च से आसपास रोशनी कर देखा लेकिन कोई नजर नहीं आया। इसके बाद दोनों चारपाई लेकर कार्यालय के अंदर जाकर सो गए। इस संबंध में सहायक अभियंता कैलाश चौधरी से बात की तो वे पुलिस जाब्ते के साथ वहां रूके। उस रात को भी पत्थर बरसे गनीमत रही कि कोई चोटिल नहीं हुआ।पत्थर कौन बरसा रहा है अब तक पता नहीं चला। इतने दिनों बाद भी पत्थरबाजी नहीं थमने पर मंगलवार सुबह एईएन ने विभाग के आला अधिकारियों और पुलिस को पत्र भेजकर इससे बचाव की अपील की है। वहीं कुछ साल पहले एक कर्मचारी की मौत हो गई थी और वहीं अब भूत बनकर परेशान कर रहा है।
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