बुधवार, 29 अप्रैल 2015

अजमेर लव लेटर लौटाने गया तो कर दी हत्या, माली समाज ने किया विरोध प्रदर्शन

अजमेर लव लेटर लौटाने गया तो कर दी हत्या, माली समाज ने किया विरोध प्रदर्शनmali community showed anger against honour killing

शादी के वक्त प्रेमिका को उसके लिखे प्रेमपत्र लौटाने सीकर जिले के दांतारामगढ़ गए अजमेर के भोपों का बाड़ा निवासी निवासी युवक की हत्या कर दी गई। हत्या के बाद उसके शव को जलाने का प्रयास किया गया। बाद में अधजले शव को छोड़कर हत्यारे भाग गए।
इसके तहत आज सुबह माली समाज के लोगों ने अजमेर कलक्टर के नाम ज्ञापन सौंप मानव श्रृंखला बनाई। साथ ही विरोध प्रदर्शन कर आरोपितों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की। मंगलवार सुबह लोगों ने युवक का जला हुआ शव देखा था।
पुलिस ने मौके से तीन मोबाइल फोन व प्रेमपत्र तथा युवती की फोटो बरामद की है। युवक के पास मिले दस्तावेज से उसकी पहचान की गई। मामले में मृतक युवक के परिजन ने कस्बे की एक युवती के परिजन के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया है। युवती के परिजन को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
सीकर के पुलिस उप अधीक्षक तेजपालसिंह ने बताया कि भोपों का बाड़ा निवासी रमेश महावर ने दांतारामगढ़ के ही रामसिंह सोलंकी व उसके परिजन पर अपने पुत्र पवनकुमार की हत्या का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया है। पुलिस के अनुसार जिस स्थान पर पवन का जला हुआ शव मिला उसके चंद कदम दूरी पर है उसकी प्रेमिका का मकान है। पवन अपने साथ प्रेमिका को देने के लिए एक खत भी लिखकर लाया था। अधजला यह खत शव के पास से पुलिस को मिला है जिस पर लिखा था कि तुम किसी दूसरे से शादी करके खुश नहीं रह पाओगी।

पावटा।पति का शव फंदे से लटका, पत्नी का शव फर्श पर मिला



पावटा।पति का शव फंदे से लटका, पत्नी का शव फर्श पर मिलाhusband and wife dead body found in paota jaipur


कस्बे स्थित पटेलों के मोहल्ले में बुधवार सुबह 9:30 बजे दम्पती संदिग्ध अवस्था में मृत मिले। पुलिस के मुताबिक पति लक्ष्मण दत्त शर्मा का शव कमरे में फंदे से झूलता मिला और पत्नी आशा देवी का गला काले रंग के स्कार्फ से घुटा मिला।

मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों के मुताबिक लक्ष्मण दत्त की मानसिक रोग की दवाई भी चल रही है। पुलिस ने शवों को कोटपूतली अस्पताल भिजवा दिया है। फिलहाल शवों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है।

परिजनों के मुताबिक मृतक दम्पती लम्बे समय से कोटा में रह रहे थे। ये दोनों छोटे भाई नागर मल की बेटी की 27 अप्रेल को हुई शादी में पावटा आए थे। 28 अप्रेल को रिश्तेदारों और अन्य लोगों से मिल रहे थे।

तनाव जैसी कोई बात नहीं थी। इसके बाद खाना खाकर दोनों कमरे में रात 9:30 बजे सोने चले गए। बुधवार सुबह 7:30 बजे दोनों को चाय पीने के लिए आवाज लगाई, कोई उत्तर नहीं दिया।

फिर 8:30 बजे आवाज लगाई, फिर भी उत्तर नहीं दिया। इस पर उनके मोबाइल पर कॉल किया, जिसका भी कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद पावटा चौकी प्रभारी विनोद यादव को सूचना दी।

इस पिर उपनिरीक्षक रामचंद्र और विनोद यादव मौके पर आए। इन्होंने दरवाजों को तोड़ा, तो लक्ष्मण दत्त तौलिए से बनाए फंदे से झूल रहा था और आशा देवी का शव फर्श पर पड़ा था।

पोरबंदर में गुजरात का नौ सेना बेस

पोरबंदर में गुजरात का नौ सेना बेसIndian Navy names Porbandar base in Gujarat
अहमदाबाद। पाकिस्तान की ओर से देश के पश्चिमी हिस्से में लगातार बढ़ रही संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए भारतीय नौ सेना गुजरात के पोरबंदर में अपना नया बेस आरंभ करने जा रही है। इस बेस को सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर रखा गया है। केन्द्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर 9 मई को आईएनएस सरदार पटेल बेस का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल व नौसेना प्रमुख एडमिरल आर के धोवन उपस्थित रहेंगे।

गुजरात में देश की सबसे लंबी 1600 किलोमीटर समुद्री सीमा को देखते हुए भारतीय नौसेना ने यह निर्णय लिया है। सीमा पार से पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों के मद्देनजर समुद्री सुरक्षा पर कड़ी नजर रखने के उद्देश्य से यह काफी अहम माना जा रहा है। भारतीय नौसेना के पोरबंदर स्थित छोटे से बेस को द्वारका-2 कहा जाता है, अब यह नौसेना का परिपूर्ण बेस होगा।

यह गुजरात में नौसेना की चौथा सुविधा होगी। फिलहाल नौसेना पोरबंदर जेट्टी भारतीय तटरक्षक व गुजरात मैरिटाइम बोर्ड (जीएमबी) के साथ साझा करती है। गुजरात में बेस नौसेना की जरूरत बन गई थी। इससे संगठन मजबूत होगा, साथ ही युद्धपोतों को रखे जाने की भी सुविधा होगी जिसका परिचालन यहां से हो सकेगा।

गत वर्ष 31 दिसम्बर को अरब सागर में विस्फोटकों से लदी पाकिस्तान नौका ने खुद को उड़ा लिया था। इसके बाद गत 20 अप्रेल को अरब सागर में 600 किलोग्राम हेरोइन के साथ आठ पाकिस्तानियों को पकड़ा था। पोरबंदर बेस नौसेना का दूसरा ऎसा बेस होगा जिसे राजनेता के नाम पर रखा गया है, इससे पहले कोलकाता स्थित भारतीय नौसेना बेस को आईएनएस नेताजी सुभाष रखा गया।

यहां लिंग रूप में होती है देवी की पूजा, सिर्फ एक दिन खुलता है मंदिर


lingai mata temple mata worship in ling rupa
यह सृष्टि शिव और शक्ति का साकार स्वरूप है। जहां शक्ति है, वहां समृद्धि है, नवनिर्माण है, नवसृजन है। शक्ति के बिना संसार का अस्तित्व नहीं हो सकता। आमतौर पर मां भगवती के मंदिरों में उनकी प्रतिमा, ज्योति आदि का पूजन किया जाता है, लेकिन छत्तीसगढ़ में स्थित एक मंदिर इस दृष्टि से अनोखा है।

यहां देवी की पूजा लिंग रूप में होती है। यह मंदिर छत्तीसगढ़ के अलोर गांव में है। माता का यह मंदिर साल में सिर्फ एक ही दिन खुलता है और उसी दिन यहां पूजा होती है। अन्य दिनों मंदिर के पट बंद रहते हैं।

इस मंदिर में मां भगवती लिंगई माता के रूप में विराजमान हैं। मंदिर से जुड़ी मान्यता के अनुसार, यहां शिव और शक्ति- दोनों का वास है। इसलिए यहां माता का पूजन लिंग रूप में होता है। मां के दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।

मन की मुराद पूरी करती है मां

भक्तों का दृढ़ विश्वास है कि लिंगई माता ने अनेक बार उनकी रक्षा की है और सच्चे मन से कोई मन्नत मांगो तो वह कभी मना नहीं करती। मां के भंडार हर प्राणी के लिए खुले हैं।

माता का ये मंदिर एक पहाड़ पर स्थित है। मन्नत पूरी होने के बाद स्थानीय परंपरा के अनुसार लोग माता को खीरे का प्रसाद चढ़ाते हैं। जो खीरा मां को चढ़ाया जाता है, वह अर्पण करने के बाद उन दंपत्तियों को दिया जाता है जो संतान प्राप्ति के इच्छुक हैं।

यह खीरा नाखून से दो भागों में विभाजित किया जाता है। उसका एक भाग माता के सामने पति-पत्नी ग्रहण कर ते हैं। कहा जाता है कि इससे उन्हें संतान की प्राप्ति होती है।

बढ़ रहा है लिंग का आकार

लिंगई माता के बारे में एक और बात इस मंदिर को खास बना देती है। कहते हैं कि पहले यह लिंग आकार में बहुत छोटा था। अब इसकी ऊंचाई में बढ़ोतरी हो रही है और इसका बढ़ना जारी है। माता के इस मंदिर में प्रवेश करना बहुत कठिन है, क्योंकि इसका द्वार बहुत संकरा है।

हर साल भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के बाद आने वाले बुधवार को यह मंदिर खोला जाता है। एक दिन की पूजा के पश्चात मंदिर बंद किया जाता है। पूजा के बाद मंदिर को बंद करने के बाद बाहर रेत बिछाई जाती है।

पुजारी बताते हैं भविष्य का हाल

अगले साल रेत पर जो चिह्न दिखाई देते हैं, उसके आधार पर पुजारी भविष्यवाणी करते हैं। यदि रेत पर कमल का निशान दिखाई दे तो यह शुभ चिह्न माना जाता है। इसका मतलब है धन-समृद्धि में वृद्धि होगी। हाथी के पांव का निशान हो तो तरक्की होगी। गाय का खुर भी समृद्धि की ओर संकेत है।

घोड़े का खुर दिखे तो विवाद तथा युद्ध होंगे। बाघ का निशान मिलना भय और आतंक की निशानी है। मुर्गी के निशान मिलना अकाल की ओर इशारा माना जाता है। लोगों की इसमें गहरी आस्था है।

सीकर प्रेमिका की शादी में पहुंचे प्रेमी की हत्या, शव को जलाया

ऑनर किलिंग : सीकर के दांतारामगढ़ का मामला 
प्रेमिका की शादी में पहुंचे प्रेमी की हत्या, शव को जलाया





ऑनर किलिंग : सीकरके दांतारामगढ़ का मामला
दांतारामगढ़/अजमेर
सीकरके दांतारामगढ़ में प्रेमिका की शादी के दौरान पहुंचे प्रेमी की हत्या कर दी गई। पुलिस ने मंगलवार सुबह युवक का अधजला शव प्रेमिका के घर से कुछ कदम की दूरी पर बरामद किया। प्रारंभिक तौर पर पुलिस मामले को ऑनर किलिंग का मानते हुए जांच कर रही है। युवक के पिता ने हत्या का केस दर्ज कराया है। इसमें युवती के पिता अन्य परिजनों पर शक जाहिर किया गया है। पुलिस ने युवती के परिजनों को हिरासत में लिया है।
घटना दांतारामगढ़ में मांगूबाबा स्कूल के पीछे की है। मृतक 26 साल का पवन महावर था और अजमेर में भोपों का बाड़ा का रहने वाला था। पुलिस का मानना है कि युवक की हत्या कहीं और की गई, जबकि शव अलग जगह लाकर जलाया गया। युवक के पिता ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि पवन के युवती से प्रेम संबंध थे।  

इसीआशंका में उसके परिजनों ने हत्या की है। बताया जा रहा है कि पवन की मां और लड़की की मां दोनों दांतारामगढ़ के स्कूल में अध्यापिकाएं रही हैं। पवन मां से मिलने अक्सर दातारामगढ़ जाता था, जहां उसकी मुलाकात मां की सहकर्मी अध्यापिका की बेटी से हुई और दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए। बताया जा रहा है कि पवन कुमार के पास सोमवार सुबह युवती का फोन आया था। उसने कहा था कि उसके घरवाले जबरन उसकी शादी कर रहे हैं, तुम जाओ। जानकारी मिलते ही पवन दातारामगढ़ चला गया, जहां सोमवार शाम लड़की की शादी का समारोह था। पवन के परिजनों ने आरोप लगाया है कि शादी समारोह में लड़की के घरवालों ने पवन को घेर लिया और उसे सुनसान जगह पर ले जाकर कुल्हाड़ी से उसके हाथ-पैर काट डाले। सबूत मिटाने के लिए शादी समारोह के पास ही उसकी लाश को जला दिया।

कलेक्टर ने देखी डोली के वाशिंदों की पीड़ा

कलेक्टर ने देखी डोली के वाशिंदों की पीड़ा

 
  बालोतरा
16 कल्याणपुर. मौका मुआयना कर ग्रामीणों से चर्चा करते जिला कलेक्टर। 
जिलाकलेकटर मधुसुदन शर्मा ने मंगलवार को डोली गांव का दौरा कर ग्रामीणों की पीड़ा से अवगत हुए। कलेक्टर ने कहा कि वे जोधपुर कमिश्नर से बात कर समस्या का स्थायी समाधान करवाने का प्रयास करेंगे। उल्लेखनीय है कि   डोली के वाशिंदों की पीड़ा को समय-समय पर दर्जनों बार उठाकर सामाजिक सरोकार निभाया।  जिला कलेक्टर ने अपने मातहतों के साथ डोली का दौरा कर पूरी स्थिति से अवगत हुए। भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष मुल्तानसिंह डोली सहित गांव के मौजीज लोगों ने जिला कलेक्टर शर्मा को बताया कि कैसे वे इतने वर्षों से जोधपुर की सीवरेज फैक्ट्रियों के रासायनिक पानी की पीड़ा वे झेल रहे हैं। जिला कलेक्टर ने बालोतरा एसडीएम उदयभानू चारण, पचपदरा तहसीलदार भागीरथ चौधरी सहित पटवारी से पूरी रिपोर्ट ली और मौका मुआयना भी किया। ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या का स्थायी समाधान हो जाए तो ही राहत मिल सकती है। इसके लिए या तो जोधपुर प्रशासन गंभीरता अपनाएं या फिर राज्य सरकार इसमें दखल दे तो ही समस्या का पूरी तरह समाधान हो सकता है।

मंगलवार, 28 अप्रैल 2015

जोधपुर एसआई पर धोखाधड़ी व युवती भगाने का आरोप



जोधपुर एसआई पर धोखाधड़ी व युवती भगाने का आरोप

Accusation of fraud and woman exterminating on SI
रातानाडा क्षेत्र की एक युवती को पढ़ाई करवाने के बहाने बहला-फुसलाकर भगा ले जाने व मकान दिलाने के नाम पर उसी के पिता से 18 लाख रुपए एेंठने के संबंध में पुलिस के एक उप निरीक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।

पुलिस के अनुसार रातानाडा एयरफोर्स निवासी पूर्व वायुसैनिक की शिकायत पर एसआई हासम खान के खिलाफ धोखाधड़ी व युवती को भगा ले जाने का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि शिकायतकर्ता की 27 वर्षीय पुत्री बीए करने के बाद बीएड कर रही थी। गत वर्ष नवम्बर में आरोपी उसे बहला-फुसलाकर भगा ले गया और मकान खरीदने के नाम पर पिता से 18 लाख रुपए भी एेंठ लिए। आरोपी उसे न तो मकान दिलाया और न ही रुपए लौटा रहा है।

गौरतलब है कि पांच लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में एसआई कुछ माह पहले जयपुर में एसीबी के हत्थे चढ़ा था। इसके बाद उसे निलम्बित कर दिया गया था।

रेत के समन्दर में गरजी तोपें, उड़ा धूल का गुब्बार



the sea of sand guns blowing dust plume

रेत के समन्दर में गरजी तोपें, उड़ा धूल का गुब्बार


बीकानेर चारों तरफ रेत का अथाह समन्दर, मामूली हवा से उड़ता धूल का गुब्बार। ऐसी कठिन परिस्थितियों में भी भारतीय सेना के लड़ाकों का लक्ष्य सिर्फ एक रेगिस्तान के जंगल में छिपकर कब्जा जमाए बैठे दुश्मनों का सफाया।

हाथों में हथियार व निगाहें लक्ष्य पर। मन में दृढ़ संकल्प और आखिरी क्षण तक संघर्ष का जज्बा। इस चुनौती को नाम दिया गया 'ऑपरेशन ब्रह्मशीराÓ सेना के उच्चाधिकारियों द्वारा 'मूवÓ कहने के साथ ही दनादन फायरिंग शुरू।

धोरों की धरती बम धमाकों से धूजने लगी और चन्द मिनटों में ही दुश्मन को नेस्तनाबूद कर टारगेट पर सेना का कब्जा।

कुछ ऐसा ही माहौल मंगलवार को बीकानेर जिले के महाजन में 20 हजार सैनिकों ने अपना शौर्य इस क्षेत्र में नजर आया।

युद्धाभ्यास ब्रह्मशीरा सेना की खर्गा कोर द्वारा पश्चिमी सीमा के पास रेगिस्तानी भू-भाग में आयोजित किया गया। बीस हजार से भी अधिक सैनिकों और खर्गा कोर के एकीकृत योद्धाओं ने पश्चिमी कमान के तत्वावधान में इस अभ्यास में भाग लिया।

रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेट कर्नल मनीष ओझा ने बताया कि अभ्यास का ध्येय पूर्ण ताल मेल के साथ एक युद्ध लडऩे के लिए नए और कुशल तरीके पर केन्द्रित था।

सैन्य अभ्यास के दौरान रणनीतिक और ऑपरेशनल अवधारणाओं को सफलतापूर्वक जांचा गया। अभ्यास के दौरान कोर ने दिन और रात दोनों स्थितियों में तेजी से युद्ध संचालन किया।

इस युद्धाभ्यास की विशेषता वायुसेना के साथ तीव्र घातक ऑपरेशन था। एक नेटवर्क वातावरण में ऑपरेशन एवं लॉजिस्टिक की मान्यताओं को भी परखा गया।

युद्धाभ्यास में भाग लेने वाली इकाइयां और फॉर्मेशन एक यथार्थवादी युद्ध के मैदान के माहौल की तरह ही दुश्मन का सफाया करने के लिए आगे बढ़े।

अभ्यास के दौरान आदेश, लड़ाई का निर्णय लेने और सूचना युद्ध के सभी तत्व सक्रिय थे। पश्चिमी कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेट जनरल के. जे. सिंह ने यह अभ्यास देखा।

खर्गा कोर के जीओसी लेफ्टिनेट जनरल अमरजीत सिंह ने उन्हें युद्धाभ्यास की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। आर्मी कमाण्डर ने वायुसेना के हैलीबॉर्न और एअरबॉर्न बलों की गतिविधियों सहित एकीकृत युद्धाभ्यास की समीक्षा की।

सेना कमाण्डर ने उच्च प्रशिक्षण मानकों और सैनिकों के हौंसलों की सराहना करते हुए असाधारण प्रदर्शन के लिए जवानों को बधाई दी।

जोधपुर पानी की टंकी में मिले दो बच्चों के शव, पिता पर शक



जोधपुर पानी की टंकी में मिले दो बच्चों के शव, पिता पर शक
two children dead body found in water tank suspicion on father

पुलिस स्टेशन बनाड क्षेत्र के नांदड़ा खुर्द गांव में मंगलवार को दो बच्चों का शव मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। दोनों मृतक भाई थे और उनका शव पानी की टंकी में मिला है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर अस्पताल भेज दिया। पुलिस मामले को संदिग्ध मानकर मृतकों के पिता से पूछताछ कर रही है।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नांदड़ा खुर्द गांव में एक निर्माणाधीन मकान की पानी की टंकी में दो भाइयों कुलदीप (3.5) और योगेश (5) का शव मिला। मृतकों की माता की भी कुछ दिनों पहले बिजली का करंट लगने से मौत हो चुकी है। शव मिलने की स्थित देखकर मामला संदिग्ध लग रहा है। दोनों के शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखने के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। शक है कि मृतकों के पिता ने ही उनकी हत्या की है। एेसे में पिता से पूछताछ चल रही है।

सात क्विंटल गोंद जब्त, आरोपित फरार


Seize seven quintals glue, superimposed on the run



पाली/ सादड़ी. वन विभाग के दल ने मंगलवार को सादड़ी के समीप राणकपुर मार्ग पर नाकाबंदी के दौरान एक जीप में परिवहन किया जा रहा सात क्विंटल गोंद जब्त किया है। इस कार्रवाई के दौरान जीप में सवार आरोपित तो फरार हो गए, लेकिन वन विभाग के दल ने जीप व उसमें लदी गोंद के 14 कट्टे जब्त कर लिए हैं।
जानकारी के अनुसार आज सुबह वन विभाग के रेंजर प्रेमाराम चौधरी, सहायक वनपाल वरदाराम मेघवाल, राणकपुर वन चौकी की वनरक्षक अंतर कंवर राणकपुर मार्ग स्थित शीतला माता मंदिर के पास नाकाबंदी कर रहे थे। इस दौरान वहां से गुजर रही एक जीप को रुकवाया तो, जीप में सवार लोग जीप छोड़ कर फरार हो गए। वनकर्मियों ने पीछा भी किया, लेकिन वह भागने में सफल रहा।
वनकर्मियों ने जीप की तलाशी ली, तो उसमें 14 कट्टे लदे हुए थे, जिनमें सात क्विंटल गोंद भरा हुआ मिला। इस पर वन विभाग के दल ने जीप चालक के विरुद्ध वन सम्पदा एवं वन्यजीव अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जीप व उसमें भरे गोंद से भरे कट्टे जब्त कर लिए हैं। जीप चालक की तलाश की जा रही है।

उदयपुर प्रेम विवाह पर चली तलवार, महिला गंभीर घायल



उदयपुर प्रेम विवाह पर चली तलवार, महिला गंभीर घायल
fights in love marriage woman injured in udaipur

प्रेम विवाह से खफा कुछ लोगों ने मंगलवार अपराह्न एक मकान में घुसकर महिला पर तलवार से ताबड़तोड़ वार कर दिए। उसे गंभीरावस्था में यहां एमबी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। हमले के बाद आरोपित फरार हो गए।

पुलिस के अनुसार उमरड़ा गांव में किराए के मकान में रह रहे मुकेश प्रजापत व विमला ने पिछले दिनों प्रेम विवाह कर लिया था। मंगलवार को मुकेश किसी काम से घर से बाहर गया हुआ था, तभी दस-बारह लोग तलवार लेकर जबरन मकान में घुस गए और वहां विमला पर तलवार से ताबड़तोड़ वार कर उसे लहूलुहान कर दिया।

हमले के बाद आरोपित फरार हो गए। महिला को यहां एबी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। उसके पैर, पीठ, हाथ और कमर पर गहरी चोटें आई हैं।

पुलिस की शुरुआती पड़ताल में सामने आया है कि हमलावरों में कुछ लोग महिला के परिचित थे और उसके प्रेम विवाह कर लेने से नाराज थे। पुलिस ने प्राणघातक हमले का मामला दर्ज कर फरार हमलावरों की तलाश शुरू की है।

पाली विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत


पाली विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत

Married to death in suspicious circumstances


पाली. जिले के गुड़ा एन्दला थाना क्षेत्र के एन्दला गांव निवासी एक विवाहित की मंगलवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका के पति व अन्य ने इस सड़क दुघर्टना बताया, जबकि पति व ससुराल वालों पर दहेज हत्या का आरोप लगाया है। मृतका के पीहर पक्ष वालों ने पति, ससुर व ससुराल के अन्य लोगों के विरुद्ध दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया है।
पुलिस के अनुसार गुड़ा एन्दला निवासी गजेन्द्रसिंह पुत्र भोपालसिंह रजपूत की पत्नी श्रीमती पुष्पा कंवर को ससुराल वाले मंगलवार दोपहर यहां बांगड़ हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसे यहां लाने वाले ससुराल वालों का कहना था पुष्पा कंवर चलती बाइक से गिरने से घायल हो गई।
इस सम्बन्ध में पता चलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मृतका के पीहर वालों को सूचना दी। इस पर डेन्डा निवासी पीहर पक्ष के लोग तत्काल यहां पहुंचे और मृतका का शव देखा। उन्हें मृतका के गले पर निशान नजर आया। इस पर उन्होंने पति सहित ससुराल वालों के पर पुष्पा कंवर की हत्या करने का आरोप लगाया। पीहर वालों का कहना था कि उनकी बेटी की हत्या की गई है। ज्ञात रहे कि पुष्पा कंवर की शादी करीब सात-आठ वर्ष पूर्व गजेन्द्रसिंह के साथ हुई थी।
पुलिस ने मृतका के पति गजेन्द्रसिंह व ससुर भोपालसिंह सहित अन्य लोगों के विरुद्ध दहेज हत्या का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी। साथ ही पोस्टमार्टम के बाद शव पीहर पक्ष को सौंपा गया है।
बहरहाल, पुष्पाकंवर की दुर्घटना में मौत हुई या ससुराल वालों ने उसकी हत्या कर इसे दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया, यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट होगा, लेकिन इस घटना ने फिर जनमानस को हिला कर रख दिया है।

अलवर।पत्नी के साथ ऐसी दरिंदगी कि रूह कांप जाए

Husband burned wife's private part

अलवर।पत्नी के साथ ऐसी दरिंदगी कि रूह कांप जाए


वो अपने जीवन के सुनहरे दो दशक बिता कर इस उम्मीद के साथ दूसरे घर आ गई कि उसे यहां भी उसी तरह का प्यार मिलेगा जैसा अपने मां-बाप के घर मिलता था लेकिन अलवर के गांव खुटेटा में ब्याह कर आई उस औरत की यह सोच शायद गलत थी। उसका पति ही उसका सबसे बड़ा दुश्मन साबित हुआ।

मामला, मंगलवार का है। अलवर के मत्स्य उद्योग क्षेत्र थाना के गांव खुटेटा गांव में एक शख्स ने अपनी पत्नी के गुप्तांगों में आग लगा दी। इससे पहले उसे पीटा भी।

महिला के भाई ने अलवर जिला अस्पताल में उसे भर्ती कराया है। डॉक्टरों का कहना है कि महिला के जख्म काफी गंभीर हैं। वहीं, दर्ज रिपोर्ट में पीडि़त महिला के भाई ने बताया कि पति बलवीर आए दिन उसकी बहन के साथ मारपीट करता था, सोमवार को भी उसने महिला को मारपीट कर जख्मी हालत में ही घर में पटके रखा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

खतरे में मरूधरा की लोमड़ी का अस्तित्व, घट रही संख्या -



जोधपुर।भारत में सिर्फ गुजरात के कच्छरण और मारवाड़ के मरूस्थल में पाई जाने वाली मरू लोमड़ी का अस्तित्व खतरे में है। वनविभाग की सैन्सस रिपोर्ट की मानें तो पश्चिमी राजस्थान के थार में स्थित डेजर्ट नेशनल पार्क व मारवाड़ के जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, जैसलमेर और बीकानेर जिले में भी मरू लोमड़ी की संख्या लगातार कम हुई है।
Mrudhara in danger the existence of the fox, the diminishing number
वष्ाü 2014 की वन्यजीव गणना के अनुसार मरू लोमडियों की संख्या बीकानेर में 28, जोधपुर में 63 तथा बाड़मेर जैसलमेर के 3162 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले डेजर्ट नेशनल पार्क में केवल 238 ही बची है।

वन्यजीव विशेष्ाज्ञ मरू लोमडियों की संख्या में कमी का प्रमुख कारण इनके प्राकृतिक आवास की तबाही होने से प्रजनन स्थल में लगातार कमी और चर्म रोग (सारकॉप्टिक मेंज) बीमारी को मानते हैं।

सूखे कुएं से सुरक्षित निकाला

जोधपुर नागौर रोड स्थित टांकला गांव में 21 अप्रेल को 40 फीट गहरे सूखे कुएं में गिरे लोमडियों के दो बच्चों को जोधपुर वन्यजीव मंडल की रेस्क्यू टीम ने बचा लिया।

ग्रामीणों की सूचना पर रेस्क्यू टीम डॉ. श्रवणसिंह राठौड़ के साथ मौके पर पहुंची और कई दिनों से भूखे प्यासे लोमडियों के बच्चों को बगैर ट्रेन्क्यूलाइज गन से बेहोश किए सुरक्षित निकालने के बाद मौके पर ही ग्लूकोज चढ़ाया गया। उम्मेद उद्यान स्थित रेस्क्यू सेंटर में दोनों बच्चों को जीवन रक्षक दवाइयों के साथ उनके पसंदीदा भोजन देने के बाद उनकी स्थिति में तेजी से सुधार हुआ हैं।

कमी का प्रमुख कारण

मरू लोमडियों की संख्या में कमी का कारण प्राकृतवास की तबाही, सड़क सम्पर्क में बढ़ोतरी और चर्म रोग (सारकॉप्टिक मेंज) बीमारी का तेजी से फैलना है। यह बीमारी कुत्तों के सम्पर्क में आने से फैलती है और ऊंटों व भ्ौंसों में भी यह बीमारी पाई जाती है। इस बीमारी से जानवर के बाल झड़ते हैं और कमजोर होकर मौत हो जाती है। इसके लिए टीकाकरण एवं जन जागरूकता अभियान की आवश्यकता है। डॉ. सुमित डूकिया, वन्यजीव विशेष्ाज्ञ

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मिलिए ‘बहादुर बेटी’ से, घरवाले करवा रहे थे बाल विवाह, डीएम को किया फोन



बाड़मेर के पड़ोसी जिल जालोर के चितलवाना के शिवपुरा गांव में 16 साल की सुगणा ने शादी से मना कर मिसाल पेश की है. रूढ़ीवादी परंपराओं और समाज से लड़कर सुगणा ने अपना बाल विवाह रूकवाया.
मिलिए
जालोर जिले के चितलवाना क्षेत्र के शिवपुरा गांव की रहने वाली सुगणा अभी नाबालिग है, इसलिए वह अभी शादी नहीं करना चाहती है. परिजन सुगणा की शादी करना चाहते थे.

सुगणा ने स्वंय समाज से लड़कर कलेक्टर को सूचना दी और मौके पर पहुंचे प्रशासन की मदद से अपना बाल विवाह रूकवाया गया. सुगणा ग्रामीण क्षेत्र में पली-बढ़ी है. शिक्षित परिवार नहीं होने के चलते चौथी कक्षा तक ही पढ़ पाई है लेकिन बाल विवाह का विरोध कर समाज को सुगणा ने एक बार फिर आइना जरूर दिखा दिया है.कलेक्टर के निर्देश पर डिप्टी सुनील के पंवार, एसडीएम रामदेव और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और सुगणा की इच्छा के अनुसार उसे संरक्षण में लेकर मामा के साथ रहने दिया जा रहा है.

प्रशासन के अधिकारी भी सुगणा के हौसले की सराहना कर रहे हैं. प्रशासन के अधिकारियों का कहना हैं कि अगर ऐसे ही बाल विवाह का लड़कियां विरोध कर प्रशासन को सूचना दें तो समाज में बाल विवाहों को रोकने में प्रशासन और भी सफल होगा.