गुरुवार, 6 मार्च 2014

भाजपा नेता की गुंडई, थानेदार को जमकर धुना

जयपुर। राजस्थान की राजधानी में लूट की वारदातों के बाद अपराधियों की धरपकड़ में लगे मुरलीपुरा थाने के एक थानेदार की बुधवार रात को क्षेत्रीय बीजेपी नेता ने जमकर धुनाई कर दी और थानेदार की वर्दी फाड़ दी।
पुलिस ने बताया कि विधायकपुरी में पांच लाख की लूट की घटना के बाद एसआई नरेश कुमार अल्का सिनेमा सीकर रोड पर नाकाबंदी पर थे। इसी दौरान एसआई को सूचना मिली कि कुछ लोग झगड़ा कर रहे हैं। इस पर एसआई तीन सिपाहियों के साथ मौके पहुंच तो लोग झगड़ा कर रहे थे।

पुलिस ने हमलावर दो जनों को पकड़ा तो इतने में विद्याधर नगर का बीजेपी नेता सुरेंद्र उर्फ गुड्डू राजपुरा वहां पहुंच गया। वह आरोपियों को छुड़ा कर ले जाने लगा तो नरेश कुमार ने उसका विरोध किया।

इस पर नरेश कुमार ने मना कर दिया। इससे गुस्साए राजपुरा ने एएसआई की धुनाई कर दी। पुलिस पर हमला करने के बाद आरोपी वहां से फरार हो गए। पुलिस ने इस संबंध में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया हैं। 

रद्द होगा अरविंद केजरीवाल का चुनाव!

नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें कम होने नाम नहीं ले रही है। अन उनकी विधायकी भी खतरे में आ गई हैं। विधानसभा चुनाव के लिए तय सीमा से ज्यादा खर्च करने के मामले में केजरीवाल घिर गए हैं। पूरा मामला चुनाव आयोग में विचाराधीन है। ऎसे में माना जा रहा है कि जल्द ही आयोग फैसला लेने वाला है। ऎसे में केजरीवाल को अपनी विधायकी से हाथ धोना पड़ सकता है।
दरअसल, दिल्ली विधानसभा चुनाव में विधायक प्रत्याशी के लिए खर्च की सीमा 14 लाख रूपए निर्घारित है। केजरीवाल ने जो अपना खर्च आयोग को भेजा था, वह इसी के आसपास था। लेकिन एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का खर्च भी केजरीवाल के खाते में जोड़ने की मांग दूसरी पार्टियां कर रही थीं। यह कार्यक्रम आचार संहिता के बाद हुआ था।

इस मामले को आयोग ने संज्ञान लिया था और पूरे मामले की जांच जारी थी। आयोग ने अपने पर्यवेक्षक से भी पूरा खर्च ब्यौरा देने के निर्देश दिए थे। उसी के तहत कल बुधवार को पर्यवेक्षक ने देर शाम को अपनी रिपोर्ट चुनाव आयोग को सौंप दी है।

इसमें पर्यवेक्षक ने केजरीवाल पर चुनाव में 21 लाख रूपए खर्च करने का ब्यौरा दिया है। सांस्कृतिक कार्यक्रम का खर्च आप पार्टी के तीन विधायकों के खाते में बराबर-बराबर डाल दिया गया है। तय सीमा से ऊपर खर्च के मामले में केजरीवाल अब पूरी तरह से घिर गए हैं। दरअसल, आयोग अपने पर्यवेक्षक की रिपोर्ट को ही मानता है।

जाएगी विधायकी
अगर जानकारों की मानें तो आयोग की कार्रवाई में सबसे पहले केजरीवाल की विधायकी जाना तय है। इसके बाद आयोग चाहे तो केजरीवाल को छह साल तक किसी भी तरह का चुनाव लड़ने पर रोक लगा सकता है। अगर ऎसा होता है तो केजरीवाल के लिए मुश्किलें खड़ी हो जाएंगी। खासकर तब जब वह मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के बारे में सोच रहे हैं। - 

आप के 14 कार्यकर्ता गिरफ्तार, आशुतोष भी होंगे गिरफ्तार!

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच बुधवार को हुई हिंसक झड़प पर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। बीजेपी के शिकायत करने के बाद दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी के 14 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है।
साथ ही पुलिस ने आप के तीन बड़े नेताओं आशुतोष,शाजिया इल्मी और प्रोफेसर आनंद कुमार को गिरफ्तारी करने की तैयारी में है। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने आशुतोष,शाजिया इल्मी और प्रोफेसर आनंद कुमार सहित 33 लोगों के खिलाफ संसद मार्ग थाने में एफआईआर दर्ज की है। सभी के खिलाफ दंगा भड़काने,सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने,चोट पहुंचाने और सरकारी कर्मचारियों को अपनी डयूटी निभाने से रोकने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है।

पुलिस ने शाजिया इल्मी,आशुतोष और आनंद कुमार को हिरासत में ले लिया। गुजरात के पाटन में अरविंद केजरीवाल को हिरासत में लिए जाने के बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार शाम भाजपा मुख्यालय के बाहर हिंसक प्रदर्शन किया था। इसमें 28 लोग घायल हो गए थे। इनमें 13 आप कार्यकर्ता,10 भाजपा समर्थक और कुछ मीडियाकर्मी शामिल है।

पुलिस ने बताया कि दोनों पक्षों के कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताüओं ने भाजपा दफ्तर में घुसने की कोशिश की,जिसके बाद दोनों ओर से पथराव हुआ था।

आम आदमी पार्टी के नेता प्रशांत भूषण ने पुलिस की कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े किए है। उन्होंने कहा,पुलिस ने सिर्फ आप कार्यकर्ताओं के खिलाफ ही मामले क्यों दर्ज किए गए? भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई? आप नेता सोमनाथ भारती ने कहा,भाजपा के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया?

इस बीच गृह मंत्रालय ने सभी राजनीतिक पार्टियों के दफ्तरों की सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया है। पुलिस ने गृह मंत्रालय से कहा कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उकसाने की कोशिश की। -

भाई को गोली मारी, 3 बहनों से किया गैंगरेप

भरतपुर। गांव खदराया में मंगलवार रात एक चौदह वर्षीय किशोर की गोली मारकर हत्या करने के बाद उसकी तीन नाबालिग बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। आरोपितों के साथ मृतक का रिश्तेदार भी शामिल था। पुलिस ने बुधवार शाम को मृतक का शव खदराया से बरामद किया है।
एएसपी (एडीएफ) केसर सिंह शेखावत ने बताया कि गांव नेवड़ा में रह रहे एक जने का 14 वर्षीय पुत्र मंगलवार को ताऊ के पुत्र के पास गांव खदराया स्थित डेरे पर गया था। यहां ताऊ का पुत्र किसी काम से अपनी पत्नी के साथ बाड़ी चला गया और किशोर को छोड़ गए। किशोर के साथ उसकी तीन नाबालिग बहनें भी खदराया आई थी। एएसपी ने बताया कि मंगलवार रात पथैना निवासी बबली अपने साथी कैलाश माली व रामू गुर्जर के साथ खदराया पहुंच गया।

बबली की मृतक की एक भतीजी से सगाई हुई थी। आरोप है कि रात में बबली व उसके साथियों ने जमकर शराब पी। इसके बाद बबली ने लड़कियों के साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी। किशोर ने बहनों से छेड़छाड़ का विरोध किया तो बबली ने डेरे में ही टंगी टोपीदार बंदूक उठा ली और किशोर को गोली मार दी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आरोप है कि बबली व उसके साथियों ने हत्या के बाद मृतक किशोर की तीनों बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और भाग निकले।

आरोपित ने दी सूचना
घटना की सूचना बुधवार शाम करीब साढ़े चार बजे आरोपित कैलाश माली ने मृतक के बड़े भाई को यह कहकर दी कि उसके भाई को गोली लगी है। इसके बाद बड़ा भाई डेरा खदराया पहुंचा और अपने भाई को मरा हुआ देख पुलिस को अवगत कराया।

पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के आधार पर अनुंसधान किया जा रहा है। तीनों आरोपितों की तलाश में टीमें भेजी गई हैं। पीडिताओं से भी पूछताछ की जा रही है।
केसर सिंह शेखावत, एसपी (एडीएफ), भरतपुर  

हिरासत में लिए गए शाजिया इल्मी और आनंद कुमार, दिल्ली संसद मार्ग थाने में केस दर्ज



नई दिल्‍ली. गुजरात में अरविंद केजरीवाल के काफिले को रोके जाने के विरोध में दिल्ली भाजपा मुख्यालय पर प्रदर्शन करने वाले 'आप' नेताओं पर केस दर्ज कर लिया गया है। 'आप' नेता शाजिया इल्मी, आशुतोष और प्रोफेसर अांनद कुमार के खिलाफ दिल्ली के संसद मार्ग थाने में एफआईआर दर्ज की गई। वहीं, केस दर्ज होने के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रशांत भूषण ने कहा कि पुलिस ने सिर्फ 'आप' के कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की है। प्रशांत का आरोप है कि पुलिस ऐसा किसी के दबाव में आकर कर रही है। ये एकतरफा कार्रवाई है। यदि, केस दर्ज करना है तो दोनों दलों के कार्यकर्ताओं पर किया जाना चाहिए।

हिरासत में लिए गए शाजिया इल्मी और आनंद कुमार, दिल्ली संसद मार्ग थाने में केस दर्ज

बता दें, भाजपा मुख्यालय पर हुई खूनी झड़प के बाद आरोप लगे थे कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने भी 'आप' कार्यकर्ताओं पर पत्थर फेंके थे। लेकिन, पुलिस ने भाजपा के किसी भी कार्यकर्ता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। बताया जा रहा है कि शाजिया इल्मी और आनंद कुमार को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले रखा है। उधर, गुजरात में अरविंद केजरीवाल ने बुधवार देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 'आप' कार्यकर्ताओं से अपील की थी कि वो आगे से इस तरह प्रदर्शन न करें और थोड़ा संयम रखें।



इससे पहले गुजरात में आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के काफिले को रोकने से नाराज 'आप' के कार्यकर्ताओं ने बुधवार शाम दिल्‍ली में बीजेपी ऑफिस के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं की ओर से पत्‍थर, कुर्सियां फेंकी गईं। इस झड़प में दोनों पार्टियों के कई कार्यकर्ताओं को गंभीर चाेटें आई हैं। 'आप' कार्यकर्ता केजरीवाल की गिरफ्तारी के लिए भाजपा और गुजरात की मोदी सरकार को जिम्‍मेदार ठहरा रहे थे।



'आप' कार्यकर्ताओं के बीजेपी ऑफिस के बाहर पहुंचने पर बीजेपी कार्यकर्ता भी बाहर आ गए और दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता एक-दूसरे पर जमकर नारेबाजी करने लगे। 'आप' कार्यकर्ताओं के मुताबिक बीजेपी ऑफिस के अंदर से पत्‍थर, सरिए, कुर्सियां, टमाटर आदि फेंके गए। 'आप' कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारों का प्रयोग किया।



विरोध प्रदर्शन के दौरान 'आप' नेता आशुतोष सहित दोनों पार्टियों के कई कार्यकर्ताओं को गंभीर चोटें भी आई हैं। धरना स्‍थल पर काफी संख्‍या में पुलिस बल तैनात था, लेकिन पुलिस 'आप' कार्यकर्ताओं को रोकने में नाकाम रही। बताया जाता है कि इस प्रदर्शन में 'आप' के करीब 250 कार्यकर्ता मौजूद रहे।



विरोध प्रदर्शन में पहुंचे कई बड़े कार्यकर्ता



'आप' के इस प्रदर्शन में आशुतोष और शाजिया इल्‍मी सहित पार्टी के कई बड़े कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान 'आप' कार्यकर्ताओं ने बीजेपी दफ्तर के अंदर घुसने की कोशिश की। हालांकि पुलिस ने उन्‍हें अंदर जाने से रोक दिया, लेकिन इसके बावजूद 'आप' कार्यकर्ताओं ने बीजेपी दफ्तर में तोड़फोड़ की। 'आप' के इस प्रदर्शन में काफी संख्‍या में महिला कार्यकर्ता भी शामिल रहीं।



जमकर हुआ पथराव



प्रदर्शन के दौरान दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं की ओर से एक-दूसरे पर जमकर पथराव हुआ। साथ ही दोनों ओर से कुर्सियां भी फेंकी गईं। 'आप' कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि वे बीजेपी कार्यालय के बाहर शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने गए थे, लेकिन जैसे ही वे वहां पहुंचे, उनके ऊपर बीजेपी कार्यालय के अंदर से लोहे के सरियों, डंडों और पत्‍थरों से हमला कर दिया।



शाजिया ने लगाया आरोप



प्रदर्शन के दौरान 'आप' नेता शाजिया इल्‍मी ने आरोप लगाया कि आज जब महाराष्‍ट्र में कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी की रैली थी, तो उस रैली को क्‍यों नहीं रोका गया। उन्‍होंने सवाल खड़ा किया कि क्‍या केजरीवाल की गुजरात में रैली को रोकना उचित था? उन्‍होंने कहा कि केजरीवाल का रोड शो पहले से ही तय था, ऐसे में केजरीवाल को हिरासत में लेना उचित नहीं था।



हालांकि आचार संहिता के चलते राहुल गांधी पर बुधवार रात मुंबई के राजभवन में रुकने पर रोक लगा दी है। राहुल को राजभवन के हैलीपेड से दिल्‍ली के लिए बुधवार रात उड़ान भरनी थी। ऐसे में अब राहुल राजभवन के अंदर से उड़ान नहीं भर पाएंगे।



चुनाव आयोग भी हुआ गंभीर



इस झड़प को लेकर चुनाव आयोग ने नाराजगी जाहिर की है। चुनाव आयोग ने कहा है कि वह इस मामले को गंभीरता से लेगा और दिल्‍ली पुलिस से जवाब मांगेगा।



प्रदर्शन को लेकर किसने क्‍या कहा



'देशभर में आचार संहिता लग चुकी है। ऐसे में 'आप' को बीजेपी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन करने के लिए इजाजत लेनी चाहिए थी।'

- रवि शंकर प्रसाद, बीजेपी नेता



'विरोध प्रदर्शन में शामिल लोगों की जानरियां इकट्ठा की जा रही हैं। दोषियों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई होगी।'

- घटना स्‍थल पर मौजूद पुलिस अधिकारी



'बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अपने कार्यालय के अंदर मुझ पर हमला किया। इस हमले में मेरे हाथ पर चोट लगी है। हमले में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने 'आप' की महिला कार्यकर्ताओं पर भी हमला किया, जिससे वे भी घायल हुईं।'

- आशुतोष, आप नेता



'हम आशुतोष के खिलाफ जांच की मांग करते हैं। उन्‍होंने जिस प्रकार से हमारे ऊपर हमला किया, उसे देखते हुए चांदनी चौक से उनकी उम्‍मीदवारी निरस्‍त की जाए। यह एक आंतकी हमले की तरह था।'

- नलिन कोहली, बीजेपी नेता



बीजेपी के पत्‍थर फेंकने को बताया गुंडागर्दी की राजनीति



देर रात 'आप' ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर घटना की पूरी जानकारी दी और इसके लिए बीजेपी पर आरोप लगाए। प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में 'आप' नेता प्रशांत भूषण ने बीजेपी के पत्‍थर फेंकने को गुंडागर्दी की राजनीति बताया।



लखनऊ में भी हुई झड़प



दिल्‍ली के बाद लखनऊ में भी 'आप' और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प शुरू हो गई है। लखनऊ में दोनों पार्टी के कार्यकर्ता एक-दूसरे पर जमकर लाठी डंडों का प्रयोग कर रहे हैं।



केजरीवाल की कार पर भुज में हुआ हमला



भुज में बुधवार शाम अरविंद केजरीवाल के काफिले पर हमला किया गया। यह हमला शाम करीब साढ़े सात बजे कच्छ के पास भचाउ में किया गया। इस हमले में उस गाड़ी के शीशे टूट गए हैं जिसमें केजरीवाल सवार थे। हालांकि हमले में किसी के घायल होने की पुष्टि नहीं हुई है।

अब रोजाना होगी भंवरी केस की सुनवाई

जोधपुर। एएनएम भंवरी देवी अपहरण व हत्या मामले की सुनवाई भी अब रोजाना होगी। राजस्थान हाईकोर्ट ने अनुसूचित जाति-जनजाति मामलों की विशेष अदालत को प्रकरण नियमित सुनवाई करने के आदेश दिए हैं।
दरअसल, न्यायाधीश निर्मलजीत कौर की अदालत में बुधवार को भंवरी मामले में आरोपी अशोक की जमानत याचिका पर सुनवाई पूरी होने के बाद अदालत ने जमानत देने से इनकार किया तो वरिष्ठ अधिवक्ता जगमालसिंह चौधरी व नीलकमल बोहरा ने अदालत में कहा कि इस प्रकरण में आरोपी दो वर्ष से अधिक समय से जेल में हैं और अभी तक ट्रायल शुरू नहीं हुई है।

सीबीआई की ओर से वरिष्ठ लोक अभियोजक एजाज खान, एस.एस. यादव व विशिष्ट लोक अभियोजक अशोक जोशी ने कहा कि ट्रायल सीबीआई के कारण लम्बी नहीं खिंच रही है। उन्होंने भी स्पीडी ट्रायल के लिए अदालत में सहमति दी। इस पर हाईकोर्ट ने अनुसूचित जाति-जनजाति मामलों की विशेष अदालत को स्पीडी ट्रायल के लिए प्रकरण की नियमित सुनवाई करने के निर्देश दिए।

दो साल से जेल में हैं महिपाल-मलखान
भंवरी देवी के अपहरण व हत्या की घटना 1 सितम्बर 2011 की है। दिसम्बर-2011 और जनवरी-2012 में पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा व पूर्व विधायक मलखानसिंह विश्नोई सहित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। तब से यह सभी आरोपी जेल में बंद हैं।

10 अक्टूबर 2012 को दो आरोपी परसराम व ओमप्रकाश को अपहरण व हत्या के आरोप से अदालत ने मुक्त किया तो सीबीआई से निगरानी याचिका हाईकोर्ट में दायर की। वहीं अन्य आरोपियों ने भी अपने खिलाफ तय आरोपों को हाईकोर्ट में चुनौती दी।

जिसके कारण निचली अदालत में ट्रायल शुरू नहीं हो पाई। अब हाईकोर्ट ने निगरानी याचिकाएं निस्तारित की है। परसराम व ओमप्रकाश के अदालत में उपस्थित होने पर सुनवाई आगे बढ़ेगी। -

रंगोत्सवों की सौगात गुजरात



वैसे तो गुजरात के पर्यटन स्थल दुनियाभर में मशहूर हैं, पर जब अपनी बहुरंगी एवं विशिष्ट शैली के लिए विख्यात यहां की पारंपरिक लोक-संस्कृति के प्रतीक विभिन्न उत्सवों की हो, तो उसे देखने के लिए हम और आप कुछ खास दिन गुजरात में गुजारने को बेकरार हो उठते हैं। गुजरात में रंगोत्सवों की ढेरों सौगातें हैं-खासकर दिसंबर मध्य से मार्च मध्य के बीच। इनमें हर वर्ष कच्छ की सफेद भूमि पर होने वाले विश्व भर में लोकप्रिय रण-उत्सव और उत्तरायण के अवसर पर अहमदाबाद में होने वाले भव्य अंतरराष्ट्रीय पतंगोत्सव का कोई सानी नहीं। आइए जानते हैं गुजरात के इन दो खास रंगोत्सवों के बारे में..

विकसित गुजरात में पर्यटन के

कई आकर्षक स्थल हैंसो मनाथ, अंबाजी मंदिर, अक्षरधाम, गिर अभयारण्य, द्वारका, सापूतारा, बडोदरा आदि। लेकिन जब बात लोकोत्सवों की निकले, फिर गुजराती संस्कृति का वह स्वरूप नजर आता है, जिसकी पूरी दुनिया कायल है। गुजरात की परिधान एवं पाक कला से परिपूर्ण पारंपरिक जीवनशैली लोगों के बीच सदा से ही कुतूहल का केंद्र रही है, लेकिन जो रंग कच्छ के रण-उत्सव या अहमदाबाद

के अंतरराष्ट्रीय पतंगोत्सव में दिखता है, वैसा रंग शायद संसार के किसी भी कोने में आपको ढ़ूंढने से भी नहीं मिलेगा। यह रंग इतना गाढ़ा, इतना चटख होता है कि ताउम्र आपके मन से कभी भी नहीं उतरता। कच्छ न केवल गुजरात, बल्कि पूरे भारत के सबसे बड़े जनपदों में से एक है, जिसका क्षेत्रफल 45,652 वर्ग किमी. है। कच्छ के शाब्दिक अर्थानुसार ही यहां की भूमि नमीयुक्त एवं शुष्क है। इस जनपद का सबसे बड़ा हिस्सा कच्छ का रण कहलाता है, जो असल में छिछलेदार नमभूमि है। यह अपने दलदली नमकयुक्त विस्तार-क्षेत्र के लिए जाना जाता है, जहां चांदनी रात में भ्रमण करना चांद पर पहुंचने जैसा आनंद देता है। चांदनी रात में कच्छ की भूमि पर ऐसा लगता है, मानो चांद जमीं पर उतर आया हो और हमारे साथ अठखेलियां कर रहा हो। रण-उत्सव के दौरान कच्छ अपने सर्वोत्कृष्ट आकर्षक स्वरूप में होता है, जिसका वर्णन शब्दों से सर्वथा परे है। यहां पहुंचकर ही वह अतुल्य अहसास महसूस किया जा सकता है। लोकगीत एवं संगीत आयोजनों से सराबोर इस उत्सव में आपको गुजराती शिल्प कला की बेहतरीन वस्तुएं देखने और खरीदने का सुनहरा अवसर भी प्राप्त होता है। यहां का जिला-मुख्यालय भुज शहर है, जो भौगोलिक रूप से जनपद के मध्य में स्थित है। वहीं काला डूंगर यहां का सबसे ऊंचा स्थल है, जिसकी ऊंचाई लगभग 458 मी. है।

कच्छ का यह रहस्यमय स्थल बहुचर्चित लगान एवं रिफ्यूजी सहित बहुत सारी फिल्मों का शूटिंग-स्पॉट भी रह चुका है। अब तो यह स्थल बॉलीवुड के पसंदीदा शूटिंग-स्पॉट्स में शुमार हो चुका है, क्योंकि यहां के जीवंत सांस्कृतिक रंगों की छटा बस देखते ही बनती है, जो बड़े पर्दे पर ऐसा जादू बिखेरती है कि दर्शक बस मंत्र-मुग्ध हो जाते हैं। ऐसा आपने संजय लीला भंसाली की फिल्म रामलीला के कुछ दृश्यों में भी जरूर महसूस किया होगा।

रण-उत्सव के खास आकर्षण

गुजराती लोक-नृत्य, सांस्कृतिक एवं संगीत समारोह, विशिष्ट शिल्पगत वस्तुएं, रण एवं कैमल सफारी, कच्छ कार्निवाल (आनंदोत्सव), वैकल्पिक भ्रमण के साथ ही ग्रामीण जीवन का दर्शन एवं अन्य साहसिक गतिविधियों का दीदार, टेंट सिटी धोरोडो में बने वातानुकूलित लक्जरी टेंट्स में ठहराव के साथ ही गुजराती व्यंजनों का जायकेदार अनुभव।

कच्छ के अन्य समीपवर्ती पर्यटन स्थल

यहां प्राचीन हड़प्पाकालीन शहर धौलावीरा, मोढेरा स्थित सूर्य मंदिर, बहुचारा माता मंदिर, नारायण सरोवर, भगवान शिव का कोटेश्वर मंदिर और विभिन्न अभयारण्यों के साथ ही मशहूर वाइल्ड ऐस सैंक्चुअरी भी आप देख सकते हैं।

कैसे पहुंचें

गुजरात की राजधानी गांधीनगर से जुड़े लगभग 23 किमी. दूर अहमदाबाद शहर पहुंचने के लिए आप हवाई, रेल एवं सड़क के संसाधनों का इस्तेमाल कर सकते हैं। राजकोट से लगभग 240 किमी., बडोदरा से लगभग 445 किमी. और अहमदाबाद से लगभग 350 किमी. दूर स्थित कच्छ के जिला-मुख्यालय भुज पहुंचने के लिए आप अहमदाबाद के पालडी इलाके में स्थित विभिन्न टूर कंपनियों द्वारा संचालित स्लीपर बसों के जरिए शाम 8 बजे से रात 11 बजे के बीच रवाना होकर अगली सुबह 6 से 8 बजे तक भुज पहुंच सकते हैं। भुज-मुंबई के बीच कई हवाई उड़ानें भी उपलब्ध हैं, जबकि रोजाना दो एक्सप्रेस रेलगाड़ियों भुज एक्सप्रेस एवं कच्छ एक्सप्रेस द्वारा अहमदाबाद से भुज 8 घंटे में तथा मुंबई से भुज 16 घंटे में पहुंचा जा सकता है। उत्कृष्ट सरकारी एवं निजी परिवहन सेवाओं द्वारा इस क्षेत्र का सुरक्षित एवं यादगार भ्रमण किया जा सकता है।

चंद्रेश विमला त्रिपाठी

प्रेमिका ने पेश की मिसाल, 'बेवफा' प्रेमी की शादी में पहुंच गई, पर..

फुलवारीशरीफ। यह किसी कहानी का प्लॉट नहीं, बल्कि मुंबई की नीलांबरी वैद्या की हकीकत है। औरत त्याग की प्रतिमूर्ति होती है, यह साबित कर गई वह। आठ सालों तक जिससे प्रेम किया उसकी बेवफाई भी बड़ी आसानी से सह लिया, महज अपनी जैसी ही एक लड़की की हाथों में लगी मेहंदी देखकर। 

दो दिनों तक फुलवारीशरीफ की मौर्या बिहार कॉलोनी से लेकर थाने तक ड्रामा चलता रहा। आखिरकार आंखों में आंसू लिए नीलांबरी ने अपने प्रेमी पर एक नजर डाली और जाओ अपना घर बसा लो कहकर शादी की रजामंदी दे मुंबई लौट गई। नीलांबरी मुंबई में ऑर्किटेक्ट है। हैदराबाद एयरफोर्स में तैनात स्क्वाट्रन लीडर कुमुद प्रसाद सिंह से आठ वर्षो से प्रेम डगर पर साथ चल रही थी। कुमुद के परिजन दोनों के प्रेम की हकीकत से वाकिफ थे। कुमुद मूल रूप से विशणपुर बेरी, मोहद्दीपुर समस्तीपुर का रहने वाला है। नीलांबरी के मुताबिक वह ऑर्किटेक्ट है, अच्छा कमाती है। कुमुद ने उससे शादी का वादा किया था, लेकिन उसके परिजनों ने उसकी शादी मौर्या बिहार कॉलोनी, पटना में तय कर दी। रविवार को उसकी बरात निकलनी थी। इसकी भनक नीलांबरी को लग गई। उसके दोस्त से भावी ससुराल का पता पूछ हवाई जहाज से वह शनिवार को पटना पहुंच गई। रास्ते से अनजान थी, सो टैक्सी वाले को कुमुद का दोस्त बता लड़की के घर पहुंच गई। अपनी प्रेम कहानी बताई तो लड़की के घर में कोहराम मच गया। शादी की तैयारियां हो चुकी थीं। घर में नाते-रिश्तेदार जमा थे। अब क्या होगा? दुल्हन बन सपने सजाने वाली लड़की का रो-रोकर बुरा हाल था। आनन-फानन में कुमुद और उसके पिता को फोन कर समस्तीपुर से बुलाया गया।

होली के रंग में नृत्य की तरंग



भारतीय शास्त्रीय, उपशास्त्रीय, लोक एवं फिल्मी संगीत-नृत्य में होली का विशेष महत्व है। ओडिसी सबसे प्राचीन नृत्य शैलियों में से एक है। ओडिसी में विष्णु के आठवें अवतार कृष्ण के बारे में कथाएं बताई जाती हैं। यह कोमल, कवितामय शास्त्रीय नृत्य है, जिसमें उडीसा के सबसे लोकप्रिय देवता भगवान जगन्नाथ की महिमा का गान किया जाता है। नृत्य और होली के संबंध पर ओडिसी नृत्यांगना रंजना गौहर का नजरिया।

कथक में राधा-कृष्ण

होली में रंगों के अलावा राधा-कृष्ण के नृत्य व संगीत का बडा महत्व है। कथक तो राधा-कृष्ण के प्रेम पर ही आधारित नृत्य शैली है। रास कथक नृत्य का प्रारंभिक नृत्य है। भक्ति आंदोलन के समय तक नृत्य आध्यात्मिकता से आगे बढ कर लोक-जीवन का हिस्सा बनने लगा था। कथक में राधा-कृष्ण के प्रेम की अलग-अलग अवस्थाएं दर्शाई जाती हैं। संगीत की बात करें तो ध्रुपद, धमार, छोटे-बडे खयाल व ठुमरी में होली का महत्व दिखता है। कथक में होली, धमार और ठुमरी पर प्रस्तुत की जाने वाली कई सुंदर बंदिशें हैं, जैसे, चलो गुइयां आज खेलें होरी कन्हैया घर..। ध्रुपद की सुंदर बंदिश है, खेलत हरी संग सकल, रंग भरी होरी सखी। कथक में होरी, ठुमरी का भाव होता है। ठुमरी गायकी में ख्ाूब चलती है। होली में बहुत ठुमरियां हैं। ध्रुपद, धमार होरी पर चलता है। होरी के कई पद ऐसे हैं जो कथक में मिलाए जा सकते हैं। फूलों की होली, पिचकारी वाली होली, अबीर-गुलाल की होली, कृष्ण-राधा और वृंदावन की होली.., सब कुछ कथक में भाव-भंगिमाओं के माध्यम से दर्शाया जाता है।

ओडिसी में गोविंद

होली हमारी मिट्टी में है। हमारी संस्कृति की ख्ाुशबू है इसमें। इसे संस्कृति से अलग नहीं किया जा सकता। यह भाईचारे, प्रेम और सामूहिकता का भी प्रतीक है। रंगों से भगवान श्रीकृष्ण का गहरा नाता है। राधा-कृष्ण का संबंध मधुर है और रस से भरा है। श्रीकृष्ण तो हर तरह की नकारात्मकता को मन से निकालने में माहिर हैं।

नृत्य की उत्पत्ति शिव (नटराज) से होती है, लेकिन कृष्ण ही हैं, जिन्होंने नटवरलाल बन कर नृत्य को जन-जन में लोकप्रिय बनाया। कोई भी नृत्य बिना राधा-कृष्ण के प्रेम के संभव नहीं। वैष्णव दर्शन में कृष्ण को विष्णु का अवतार कहा गया है। उडीसा का एक लोकप्रिय गीत है, जिस पर वसंत पंचमी से होली तक नृत्य किया जाता है। वह है, राधा रानी शंगे नाचे मुरलि पानी..।

होली रंगों के साथ ही उत्साह, उमंग और मस्ती का भी त्यौहार है। जयदेव की रचनाओं में वसंत और होली का सुंदर मेल है। मैंने भी जयदेव के ललित लवंग लता पर कई बार नृत्य प्रस्तुत किया है। इसमें विरह की नायिका राधा की मनोदशा का चित्रण है। कृष्ण गोपियों संग रास रचा रहे हैं और राधा प्रियतम बिछोह में दुखी हैं।

मणिपुरी शैली में होली

मणिपुर में विष्णु पुराण, भागवत पुराण और गीतगोविंदम की रचनाएं ही नृत्य का आधार हैं। यहां होली को यवशंग कहा जाता है और यह एक नृत्य विधा भी है। इसमें भी राधा-कृष्ण के प्रेम को दर्शाया जाता है। इसके अलावा एक अन्य मणिपुरी नृत्य विधा है पुंगचोलम। यह भी होली के दौरान ही होता है। महिला रास नृत्य राधा-कृष्ण पर आधारित है, जो बैले व एकल नृत्य का रूप है। पुरुष संकीर्तन नृत्य मणिपुरी ढोलक की ताल पर पूरी ताकत से किया जाता है। राधा-कृष्ण का मधुर समागम ही संकीर्तन है। यह प्रेम ही जीव और परमात्मा का मिलन है और यही मिलन संकीर्तन है।

बचपन की होली

मुझे बचपन का एक होली-गीत अब भी याद है, जिसमें सामूहिक गान व नृत्य हुआ करता था। वह था, होली खेले कन्हैया झुक झूम-झूम, वो तो खेले कमल मुख चूम-चूम..। इसे याद करके अब भी मेरी आंखें गीली होती हैं। अब मेट्रो सिटी में होली की वह धूम तो नहीं है, लेकिन मेरी डांस अकेडमी उत्सव में इस दिन छात्र आते हैं, होली पर डांस-मस्ती करते हैं, खेलते-खाते हैं। हम होली ऐसे ही मनाते हैं।

साभार प्रस्तुति : इंदिरा राठौर

बुधवार, 5 मार्च 2014

तोड़ने लगे आचार संहिता, केजरीवाल भी फंसे


आप पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को भी गुजरात में केजरीवाल को बिना इजाजत पाटन के राजनपुर में रोड शो करने से पुलिस ने रोक दिया गया। पुलिस उन्हें थाने ले गई है तथा पूछताछ की जा रही है। बड़ी संख्या में आप कार्यकर्ता थाने के बाहर जमा हैँ।

बदनाम धंधे में लगी युवती की बोली

जयपुर। बदनाम धंधे के बाजार में एक युवती इस कदर फंसी कि उसे तीन दिन तक अपनी अस्मत बचाने के लिए जिस्म के सौदागरों से संघर्ष करना पड़ा। युवती की भनक लगने पर पुलिस सक्रिय हुई और उसे वहां से सकुशल मुक्त कराया।
प्रेमी से मिलने जा रही थी युवती
मूलत: बंगाल की रहने वाली युवती अपने प्रेमी से मिलने मुंबई जा रही थी। सफर में उसकी पहचान आशा नाम की एक महिला से हुई। आशा भी मुंबई जा रही थी। बातों में उलझा कर आशा ने युवती को नागपुर रेलवे स्टेशन पर उतार लिया।

गलत काम के लिए करते रहे मजबूर
युवती को आशा नागपुर के जरीपटका इलाके में ले गई। जरीपटका देह व्यापार के लिए बदनाम है। वहां युवती को देह व्यापार के लिए मजबूर किया जाने लगा। युवती को एक बंगले पर ले जाया गया।

पुलिस ने युवती को निकाला दलदल से
युवती के बारे में स्थानीय पुलिस को भनक लग गई। पुलिस ने युवती को मुक्त कराने के लिए योजना तैयार की। पुलिस की सामाजिक शाखा की निरीक्षक कमला जाधव मामले की जांच करने लगी। तीन दिन जाधव और उनके गुप्तचर बंगले के बाहर मंडराते रहे। जाधव ने एक नकली ग्राहक तैयार किया और उसी युवती का सौदा करने केलिए बंगले में भेजा। नकली ग्राहक युवती को बंगले से बाहर निकालकर ले आया। युवती को मुक्त कराने के बाद पुलिस ने इस धंधे में लिप्त राकेश खन्ना, संदीप और आशा को गिरफ्तार कर लिया है।

आचार संहिता उल्लंघन का पहला केस दर्ज

कटिहार। लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही लागू हुई आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लघंन को लेकर बिहार में कटिहार लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार अशोक भगत पर एक मामला दर्ज किया गया है। आदर्श चुनाव आचार संहिता के लागू होने के बाद संभवत: यह देश का पहला मामला है।
अनुमंडलाधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि निर्दलीय प्रत्याशी अशोक भगत ने अपने उम्मीदवारी का पोस्टर सरकारी दीवार चिपकाया था। उन्होंने बताया कि पोस्टर चिपकाकर भगत ने बिहार संपत्ति निरूपन अधिनियम का उल्लंघन किया है।

कुमार ने बताया कि इसी को लेकर उनके खिलाफ बुधवार को नगर सहायक थाना में आदर्श चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है।

बिहार में लोकसभा की 40 सीटों के लिए छह चरणों में मतदान कराया जाएगा। राज्य निर्वाचन कार्यालय के अनुसार बिहार में 10 अप्रेल, 17 अप्रेल, 24 अप्रेल, 30 अप्रेल, 7 मई और 12 मई को मतदान कराया जाएगा। -  

होटल में हो रहा था "सेक्स का धंधा"

जयपुर। अजमेर रोड पर एक होटल में मंगलवार सुबह श्याम नगर थाना पुलिस ने वेश्यावृत्ति के आरोप में दो युवतियों और एक दलाल को गिरफ्तार किया। इनमें से एक युवती हैदराबाद और दूसरी दिल्ली की रहने वाली है।
दोनों एक सप्ताह पहले ही यहां आई थी। पुलिस अब इनसे रैकेट के माफिया और होटल कर्मचारियों की मिलीभगत के बारे में पूछताछ कर रही है।

15 दिन के 20 हजार
एसीपी महेंद्र सिंह हरसाणा ने बताया कि होटल में बाहर से युवतियों को लाकर वेश्यावृत्ति कराने की सूचना मिली थी। इस पर सुबह करीब 10 बजे एक कांस्टेबल को बोगस ग्राहक बनाकर भेजा गया और पुष्टि होने पर दो कमरों में दबिश देकर दो युवतियों व एक युवक को गिरफ्तार किया गया।

हैदराबाद से आई सबा निकहत ने पूछताछ में बताया कि वह कुछ दिन पहले हैदराबाद में आंटी नाम की महिला से सम्पर्क में आई थी।

उसने 15 दिन के लिए जयपुर भेजा था। इसकी एवज में उसे 20 हजार रूपए मिलने तय थे। पुलिस ने बताया कि पकड़ा गया दलाल संजय शर्मा श्याम नगर का रहने वाला है। वह चिंगा सिंधी नाम के दलाल के साथ मिलकर यह काम करता था। - 

बाड़मेर में लोकसभा चुनाव सत्तरह अप्रेल को

बाड़मेर में लोकसभा चुनाव सत्तरह अप्रेल को 
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने बुधवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऎलान कर दिया है। आम चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। राजस्थान में दो चरणों में मतदान होगा। जयपुर सहित प्रदेश की 20 लोकसभा सीटों पर 17 अप्रैल को लोग अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए वोट डालेंगे।
बाड़मेर में लोकसभा चुनाव सत्तरह अप्रेल को होंगे 

देश में नौ चरणों में चुनाव होंगे। 16वीं लोकसभा के लिए चुनाव की शुरूआत 7 अप्रेल से होगी। 9 अप्रेल को दूसरा चरण, 10 अप्रेल को तीसरा चरण में 14 राज्यों, 12 अप्रेल को चौथा चरण होगा।

17 अप्रेल को पांचवा चरण, 24 अप्रेल को छठा चरण तथा 30 अप्रेल को सातवें चरण का मतदान होगा। 8 मई को आठवें तथा 12 मई को अंतिम चरण का मतदान होगा।

पांच क्षेत्रों को माना अतिसंवेदनशील
प्रदेश में लोकसभा चुनाव दो चरणों में होंगे। पहले चरण का चुनाव 17 अप्रैल व दूसरा 24 अप्रैल को होगा।

प्रदेश के पहले चरण में 20 लोकसभा क्षेत्रों में मतदान संपन्न होगा, वहीं तिसंवेदनशील माने गए 5 लोकसभा क्षेत्र करौली-धौलपुर, टोंक-सवाईमाधोपुर, अलवर, दौसा व भरतपुर में दूसरे चरण में मतदान होगा। इन पांच लोकसभा क्षेत्रों में 8996 मतदान केंद्र हैं।


राजस्थान : 2009 का लेखा-जोखा

25 सीटें हैं राजस्थान में। 2009 में कांग्रेस ने 20, भाजपा ने 4 और एक सीट निर्दलीय ने जीती थी। लेकिन, झुंझुनू से कांग्रेस सांसद शीशराम ओला के निधन और दौसा से निर्दलीय सांसद किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे के कारण वर्तमान में दो सीटें खाली हैं।
48.38 फीसदी कुल मतदान हुआ था
47.19 फीसदी वोट कांग्रेस को मिले थे
36.57 फीसदी वोट भाजपा को मिले थे

"भगवान" शालिगराम की शादी, दहेज में मिली कार

विदिशा। मध्यप्रदेश के ग्राम बोरिया में सोमवार रात अनूठी शादी हुई। इसमें माता तुलसी का विवाह भगवान शालिगराम से कराया गया। विवाह में शालिगराम को दहेज में सामान के साथ कार भी दी गई। विवाह ग्राम बोरिया निवासी रामकलीबाई मीणा के घर हुआ।
रात में करीबी ग्राम भटखेड़ी के भार्गव परिवार के यहां से जब गाजे-बाजों के साथ शालिगराम की बारात आई, तो ग्रामीण चांैक उठे। बारात में कई कारें शामिल थीं।

बाराती के रूप में भटखेड़ी के कथावाचक पं. ओमप्रकाश भार्गव, विष्णु भार्गव, रघुवीरप्रसाद भार्गव, अनिलप्रसाद भार्गव सहित अन्य ग्रामीण शामिल थे।

बारात में दो डीजे, कई प्रकार के बैंड, नाचने वाले घोड़े शामिल थे। दोनों गांव के अलावा ग्राम पिपरिया, करैया, खेजड़ा, बल्लाखेड़ी आदि गांवों के सैकड़ों ग्रामीण आयोजन में शामिल हुए। सभी नाचते-गाते विवाह स्थल पहुंचे। जहां विवाह की अन्य रस्में अदा की गई।
दहेज में दिया सारा सामान

विवाह के बाद वधु पक्ष ने माता तुलसी को विदा करते हुए दहेज में कार, जेवरात, टीवी, फ्रिज सहित गृहस्थी का पूरा सामान दिया है।

ग्रामीणों ने बताया कि विवाह की रस्मों के तहत पिछले सप्ताह तिलक फलदान भी हुआ था, जिसमें वधु पक्ष की ओर से वर पक्ष के लोगों को 11 हजार रूपए, सोने की अंगूठी और दर्जनों जोड़ी कपडे दिए गए थे।

बारात में शामिल देवेंद्र भार्गव ने बताया कि बोरिया निवासी रामकलीबाई मीणा भगवान कृष्ण की परमभक्त हंै। उन्होंने तुलसी-शालिगराम के विवाह का संकल्प लिया था। इसी के तहत यह विवाह कराया गया।