बुधवार, 5 मार्च 2014

बदनाम धंधे में लगी युवती की बोली

जयपुर। बदनाम धंधे के बाजार में एक युवती इस कदर फंसी कि उसे तीन दिन तक अपनी अस्मत बचाने के लिए जिस्म के सौदागरों से संघर्ष करना पड़ा। युवती की भनक लगने पर पुलिस सक्रिय हुई और उसे वहां से सकुशल मुक्त कराया।
प्रेमी से मिलने जा रही थी युवती
मूलत: बंगाल की रहने वाली युवती अपने प्रेमी से मिलने मुंबई जा रही थी। सफर में उसकी पहचान आशा नाम की एक महिला से हुई। आशा भी मुंबई जा रही थी। बातों में उलझा कर आशा ने युवती को नागपुर रेलवे स्टेशन पर उतार लिया।

गलत काम के लिए करते रहे मजबूर
युवती को आशा नागपुर के जरीपटका इलाके में ले गई। जरीपटका देह व्यापार के लिए बदनाम है। वहां युवती को देह व्यापार के लिए मजबूर किया जाने लगा। युवती को एक बंगले पर ले जाया गया।

पुलिस ने युवती को निकाला दलदल से
युवती के बारे में स्थानीय पुलिस को भनक लग गई। पुलिस ने युवती को मुक्त कराने के लिए योजना तैयार की। पुलिस की सामाजिक शाखा की निरीक्षक कमला जाधव मामले की जांच करने लगी। तीन दिन जाधव और उनके गुप्तचर बंगले के बाहर मंडराते रहे। जाधव ने एक नकली ग्राहक तैयार किया और उसी युवती का सौदा करने केलिए बंगले में भेजा। नकली ग्राहक युवती को बंगले से बाहर निकालकर ले आया। युवती को मुक्त कराने के बाद पुलिस ने इस धंधे में लिप्त राकेश खन्ना, संदीप और आशा को गिरफ्तार कर लिया है।

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