बुधवार, 8 जनवरी 2014

गृहमंत्री की हत्या करना चाहते थे आतंकी

भोपाल। आंतकी अजमल कसाब और अफजल गुरू की फांसी का जवाब देने के लिए सिमी आतंकी गृहमंत्री सुशील शिंदे की हत्या करना चाहते थे। वे साजिश रच रहे थे। इसका केन्द्र शोलापुर से गिरफ्तार खालिद का घर था। शोलापुर शिंदे का संसदीय क्षेत्र भी है।
यहां से मध्यप्रदेश एटीएस तीन जिंदा बम समेत विस्फोटक सामग्री जब्त हुई थी। सूत्रों के अनुसार दोनों आतंकियों की फांसी पर दया याचिका खारिज कर उन्हें फांसी दी गई थी। आतंकी शिंदे से बदला लेना चाहते थे और उन्हें मारने का खाका तैयार कर रहे थे।

एटीएस ने शोलापुर से खालिद के अलावा सादिक और उमेर को भी पकड़ाथा। एटीएस को एक कम्प्यूटर भी मिला है जिसकी हार्ड डिस्क खंगाली जा रही है।

यह सभी सिमी के सदस्य है और अबू फैजल के साथ जुड़कर साजिश पर काम कर रहे थे। सूत्रों ने बताया है कि यह आतंकी देश के चुनिंदा नेताओं की हत्या करने की फिराक में भी थे। मध्यप्रदेश पुलिस ने महाराष्ट्र को भी सूचना दे दी है।

कामसूत्र अंगूठी! अहमदाबाद के ज्वैलर की अनोखी कलाकारी,

अहमदाबाद। आपने कामसूत्र के कई अनोखे स्वरूपों के बारे में सुना और पढ़ा होगा। लेकिन शायद कामसूत्र अंगूठी के बारे में नहीं। जी हां, गुजरात के विख्यात ज्वैलर दिलीपभाई ने 24 कैरेट की चार ऐसी ही अंगूठियां बनाई है, जो इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई हैं।

प्रत्येक अंगूठी में चार पन्ने हैं और हरेक पन्ने के दोनों तरफ कामसूत्र की चार-चार तस्वीरें हैं। इस तरह चार अंगूठियों में 32 तस्वीरें हैं। अंगूठी के ऊपरी हिस्से पर चारों पन्नों को इस तरह फिट किया गया है कि आप इन्हें अलट-पलटकर देख सकते हैं। इस अद्भुत कलाकारी के लिए दिलीपभाई को जनवरी माह के अंत में श्रीमाली समाज द्वारा नेशनल अवार्ड से भी सम्मानित किया जाएगा।

दिलीपभाई के बताए अनुसार लगभग दो साल पहले उन्हें इन अंगूठियों का ऑर्डर राजस्थान की एक बड़ी ज्वैलरी कंपनी ने दिया था। वे आगे कहते हैं.. ‘कामसूत्र के कांसेप्ट वाली अंगूठी की बात सुनकर कुछ देर के लिए मैं भी ठिठक गया था, लेकिन मुझे यह कांसेप्ट बहुत पसंद आया और मैंने ऑर्डर ले लिया। इसके बाद अंगूठी पर उकेरने के लिए कामसूत्र के 32 दृश्यों का चयन कर काम शुरू कर दिया। लगभग दो साल की मेहनत के बाद जब अंगूठियां तैयार होकर मेरे हाथ में आईं तो इन पर मेरा ही दिल आ गया और मैंने ऑर्डर केंसिल कर इन्हें बेचने से मना कर दिया।’ दिलीपभाई के बताए अनुसार 22-22 ग्राम की इन चारों अंगूठियों के निर्माण में लगभग दो साल का समय लगा।

नेशनल अवार्ड भी मिल चुका है...
अहमदाबाद के गुरुकुल इलाके में रहने वाले दिलीपभाई सोने-चांदी और हीराजड़ित अनोखी कलाकृतियों के लिए पूरे गुजरात में प्रसिद्ध हैं। उनकी इसी उत्कृष्ट कला के लिए उन्हें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथों नेशनल अवार्ड भी मिल चुका है।

देहरादून एक्सप्रेस में आग, 9 लोग मरे

मुंबई। मुंबई से चलकर देहरादून जा रही देहरादून एक्सप्रेस में आग लगने से नौ लोगों की मौत हो गई।

मरने वालों मे एक महिल भी शामिल है। ट्रेन की तीन बोगियों एस-3, एस-4 और एस-5 में आग लगी।

बताया जा रहा है कि ट्रेन की एस-3 बोगी में अज्ञात कारणों से आग लगी और फिर पास की दोनों बोगियों में फैल गई।

हादसे के समय अधिकतर लोग नींद में थ। ऎसे में हताहत होने वालों की संख्या बढ़ सकती है। ट्रेन को खाली करवाकर आग पर काबू पाया जा चुका है।

ट्रेन के 6 डिब्बे हटाकर घोडवल स्टेशन भेज दिए गए हैं। रेल मंत्री ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रूपये मुआवजे का ऎलान किया है।

हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। अपने प्रियजनों की जानकारी आप 022-23011853 और 022-23007388 पर फोन करके ले सकते हैं।

करोड़ों रूपए बटोरकर दम्पती फरार

जोधपुर।शहर के भीतर विजय चौक में एक दम्पती कई लोगों से करीब दो-तीन करोड़ रूपए बटोरकर चंपत हो गए। पिछले कई दिनों से घर पर ताला लगा होने के बाद पीडित लोगों ने मंगलवार रात विरोध जताया। इस संबंध में अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।


जानकारी के अनुसार विजय चौक में रहने वाली एक महिला ब्यूटी पार्लर चलाती है। उसका पति भी सरकारी कर्मचारी है। लोगों का आरोप है कि दम्पती ने अपने मकान के कागजात गिरवी रखकर राजेश मोहनोत से लाखों रूपए ऋण लिया। फिर उसे यह मकान बेच दिया। गत दिनों भी उसने बड़ी रकम उधार ली। इसके अलावा अन्य परिचितों से भी दम्पती ने लाखों रूपए उधार लिए और तीस दिसम्बर को लौटाने का वादा भी किया, लेकिन इससे पहले ही 28 दिसम्बर को दम्पती घर से गायब हो गए। घर पर ताला व पति-पत्नी को गायब देखकर लोग सकते में आ गए।
कुछ दिनों पर तक दम्पती की तलाशी व लौटने की उम्मीदें लगाए बैठे पीडितों के सब्र का बांध मंगलवार को टूट गया। करीब सत्तर से सौ व्यक्ति विजय चौक में जमा हुए और हंगामा किया। सूचना पर पुलिस भी वहां पहुंची और समझाइश की। पीडितों ने उधार देने वालों की सूची तैयार की। लोगों का कहना है कि ब्यूटी पार्लर संचालन करने वाली महिला ने बेटी का विवाह करने के नाम पर पार्लर में आने वाली महिलाओं व युवतियों तक से लाखों रूपए उधार ले लिए। आरोपी व्यक्ति द्वारा अपने सहकर्मियों से भी उधार लेने की जानकारी दी।
मकान को लेकर भी विवाद
ऋण के बदले मकान बेचे जाने के बाद खरीदने वाले ने उस पर ताला लगा दिया। दम्पती के गायब होने का पता लगते ही एक-दो पीडितों ने भी ताले के ऊपर कई ताले जड़ दिए। जिसको लेकर उनमें विवाद गहरा गया।

मंगलवार, 7 जनवरी 2014

इस्लामाबाद के रेस्ट्रॉन्ट में पाकिस्तानी ही बैन



इस्लामाबाद पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में एक फ्रेंच रेस्ट्रॉन्ट को बंद कर दिया गया है। इस रेस्ट्रॉन्ट में पाकिस्तानियों को ही जाने की इजाजत नहीं थी। इस वजह से पाकिस्तानी लोगों ने इसका जमकर विरोध किया और आखिरकार रेस्ट्रॉन्ट को बंद कर दिया गया।

'ला मेजाँ' नाम के इस रेस्ट्रॉन्ट की नीति थी कि पाकिस्तानियों को एंट्री नहीं मिलेगी। इसकी वजह खाने बनाने का तरीका बताई गई। रेस्ट्रॉन्ट में फ्रेंच स्टाइल में खाना बनता था जिसमें वाइन का इस्तेमाल होता था। साथ ही यहां पोर्क यानी सुअर का मांस भी परोसा जाता था और हलाल मांस नहीं मिलता था। इस्लाम में शराम, बिना हलाल मांस और सुअर का मांस हराम है।

लेकिन रेस्ट्रॉन्ट की पाकिस्तानियों को इजाजत न देने की नीति का सोशल मीडिया पर जमकर विरोध हुआ। लोगों ने इसे ब्रिटिश राज की उस नीति जैसा बताया, जिसमें कई जगहों पर 'कुत्ते और भारतीय' बैन कर दिए जाते थे।









रेस्ट्रॉन्ट के खिलाफ मुहिम की शुरुआत एक पाकिस्तान के एक नामी अखबार में काम करने वाले वरिष्ठ पत्रकार सिरिल अलमाएदा ने की। उन्होंने ट्विटर पर मुहिम छेड़ी। रेस्ट्रॉन्ट के मालिक फिलिपे लफॉर्ग ने अलमाएदा से कहा कि वह अपनी नीति बदल रहे हैं, लेकिन नीति बदली नहीं गई। रेस्ट्रॉन्ट बंद होने से पहले लफॉर्ग ने कहा, 'मैं क्या कर सकता हूं? मैं तो बस स्थानीय संस्कृति का सम्मान करने की कोशिश कर रहा हूं। दोहरी नागरिकता वाले पाकिस्तानियों को तो आने की इजाजत है।'

पाकिस्तान में इस तरह का मामला पहले भी हो चुका है। 2009 में इस्लामाबाद में एक फ्रेंच रेस्ट्रॉन्ट द कॉर्डन रूज़ के बाहर 'केवल विदेशी' का बोर्ड लगाया गया था, जिसे विरोध के बाद हटाया गया।

पुलिस ने ला मेजाँ पर छापा मारा और वहां से भारी मात्रा में शराब बरामद की। रेस्ट्रॉन्ट में जाने के लिए पहले से बुकिंग करानी पड़ती थी जिसमें पासपोर्ट डिटेल्स भी देनी होती थीं।

महिला टीटीई से छेड़छाड़,पेंट्री कार में छिपी

रायपुर। छत्तीसगढ़ में राजनांदगांव जिले की सरहद पर पुलिस भर्ती में शामिल होने के लिए आए युवकों और सीआईएसएफ के एक जवान ने सोमवार को अहमदाबाद एक्सप्रेस में एक महिला टीटीई से छेड़छाड़ की।
बिना टिकट यात्रा कर रहे इन लोगों को 35 वर्षीया टीटीई ने जब टोका तो उन्होंने गाली-गलौज भी की। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बुरी तरह डरी महिला टीटीई किसी तरह वहां से भागी और पेंट्री कार में जाकर छिप गई। हंगामा कर रहे युवकों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रसमड़ा के पास रोक लिया।

ट्रेन के राजनांदगांव पहुंचने के बाद महिला टीटीई ने पुलिस बल के साथ एक बोगी में बैठे उस सीआईएसएफ के जवान को पहचान लिया जो छेड़छाड़ में शामिल था। महिला टीटीई की सूचना पर रसमड़ा में उतरे बाकी युवकों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

रायपुर। छत्तीसगढ़ में राजनांदगांव जिले की सरहद पर पुलिस भर्ती में शामिल होने के लिए आए युवकों और सीआईएसएफ के एक जवान ने अहमदाबाद एक्सप्रेस में दिनदहाड़े एक महिला टीटीई की इज्जत से खेलने की कोशिश की। बिना टिकट यात्रा कर रहे इन लोगों को 35 वर्षीया टीटीई ने जब टोका तो उन्होंने पहले गाली-गलौज, फिर छेड़छाड़ की।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बुरी तरह डरी महिला टीटीई किसी तरह वहां से भागी और पेंट्री कार में जाकर छिप गई। हंगामा कर रहे युवकों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रसमड़ा के पास रोक लिया। ट्रेन के राजनांदगांव पहंुचने के बाद महिला टीटीई ने पुलिस बल के साथ एक बोगी में बैठे उस सीआईएसएफ के जवान को पहचान लिया जो छेड़छाड़ में शामिल था। महिला टीटीई की सूचना पर रसमड़ा में उतरे बाकी युवकों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

महाराष्ट्र में पदस्थ महिला टीटीई ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है किसोमवार को वह हावड़ा-अहमदाबाद एक्सप्रेस में टिकट चेक कर रही थी। दोपहर 3 बजे के आसपास एस12 बोगी में गेट के पास खड़े कुछ युवकों से जब उसने टिकट मांगा तो इन लोगों ने उसके साथ गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। आसपास खड़े उनके साथी भी पहुंच गए। उन्होंने महिला टीटीई को चारों तरफ से घेर लिया।

महिला टीटीई के साथ धक्का-मुक्की की कोशिश कर रहे युवकों में से किसी ने महिला को जिंदा जला देने की धमकी दी। इससे महिला दहशत में आ गई। मदद के लिए वह पेंट्री कार में पहुंची तो वहां कोई नहीं था।

आरोपियों के पीछे आने की आशंका को देखते हुए उसने पेंट्री कार का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। उसके बाद उसने मोबाइल फोन से आला अफसरों को पूरी घटना की जानकारी दी। इसी दौरान युवकों ने ट्रेन को चेन पुलिंग कर रोक दिया। करीब घंटे भर ट्रेन को रोककर युवक हंगामा करते रहे।

इस बीच जिला पुलिस, रेलवे पुलिस और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के जवान काफी संख्या में राजनांदगांव स्टेशन पर पहुंच गए। ट्रेन के पहंुचते ही पुलिस अफसरों ने महिला टीटीई को पेंट्री कार से निकाला और उसे साथ लेकर हर बोगी की तलाशी ली। एक बोगी में छिपकर बैठे युवक अमित रंजन को महिला ने पहचान लिया। पूछताछ में पता चला कि वह सीआईएसएफ में है और भिलाई में उसकी तैनाती है। वह परेड में हिस्सा लेने मुंबई जा रहा था।

जवान को दबोच कर जीआरपी उसे थाने ले आई। अमित ने बताया कि महिला से दुर्व्यवहार करने वाले युवक रसमड़ा में उतर गए। इसके बाद पुलिस की दूसरी टीम ने इन 10 आरोपियों को भी दबोच लिया। ये सभी आरोपी औरंगाबाद जिला (बिहार) के नौनेर, डेरहा व ओबरा के रहने वाले बताए जा रहे हैं। इनके नाम सोनू कुमार, सुरेंद्र यादव, गुड्डू यादव, चंदन यादव, पंकज साहू, नीरज यादव, नागदेव यादव, सुजीत कुमार, मोंटू यादव और अजीत यादव हैं। ये सभी राजनांदगांव में हो रही पुलिस भर्ती का आवेदन जमा करने आ रहे थे।

राजनांदगांव के सीएसपी मोहन दुबे ने बताया कि महिला टीटीई के साथ बदतमीजी करने वाले सभी युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है। महिला टीटीई ने बताया कि अहमदाबाद एक्सप्रेस में रसमड़ा के पास करीब एक घंटे हंगामा चलता रहा, पर पुलिस का कोई जवान नहीं आया। उसे पूरी ट्रेन में कोई वर्दीधारी पुलिस का जवान नहीं दिखा।

जैसलमेर देवराम सुथार ए पी ओ

जैसलमेर देवराम सुथार ए पी ओ 


जैसलमेर उपायुक्त उप निवेशन विभाग जैसलमेर में लगे देवाराम सुथार को राज्य सरकार ने मंगलवार को आदेश जारी कर ऐ पी ओ कर दिया हें। कार्मिग विभाग ने आदेश जारी  कर उन्हें जयपुर कार्मिक विभाग 4 में उपस्थिति देने को कहा हें 

ब्रेकिंग न्यूज़ पचपन आई पी एस के ट्रांसफर शर्मा बाड़मेर ,विकास शर्मा जैसलमेर ,राहुल बारहट झालावाड़ लगे


ब्रेकिंग न्यूज़ पचपन आई पी एस के ट्रांसफर शर्मा बाड़मेर ,विकास शर्मा जैसलमेर ,राहुल बारहट झालावाड़ लगे


बाड़मेर राज्य सरकार ने मंगलवार शाम को आदेश जारी कर पचपन आई पी एस के तबादले किये हें। बाड़मेर के नए पुलिस अधीक्षक हेमंत कुमार शर्मा होंगे जो जैसलमेर से आयेंगे वाही जैसलमेर विकास शर्मा को लगाया हें ,राहुल बारहट को वसुंधरा राजे के गृह जिले झालावाड़ कि जिम्मेदारी मिली हें। सवाई सिंह गोदारा बाड़मेर से सवाई माधोपुर पुलिस अधीक्षक लगे हें वाहे संतोष चालके को बीकानेर लगाया हें बाकि सूचि के लिए लिंक देखे


http://www.dop.rajasthan.gov.in/uploadfiles/news/712014_201819_IPS%20order%2007-01-2014.pdf

चिकित्सा मंत्री से मिले नर्सिंग छात्र

चिकित्सा मंत्री से मिले नर्सिंग छात्र
बोनस अंक पद्धती हटाने और 2013 में उत्तीर्ण छात्रों को भर्ती में शामिल करने की मांग की

बाडमेर। जयपुर में मंगलवार को प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ से मिल कर 2013 में उत्त्तीर्ण हुूए नर्सिंग छात्रों ने भर्ती में शामिल करने तथा पूर्व की गहलोत सरकार द्वारा शुरु की गई बोनस अंक पद्धती को बंद कर भर्ती को नये सिरे से पुन: करवाने की मांग की हैं।
बाड़मेर से अशोक कुमार विश्नोई के नेतृत्व में मिले नर्सिंग छात्रों ने चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ को सौंपे ज्ञापन में बताया कि पूर्व की गहलोत सरकार ने हजारों अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हुए हर स्तर की भर्तीयों में एक नई पद्धती बोनस अंक लागू की जिसे आम जन बैक डोर एन्ट्री भी कहते हैं कि जो व्यक्ति किसी नेता के खास था वह संविदा पर लग गये तथा फिर पूर्व मुख्यमंत्री ने इन्हे नियमित करने के लिये ऐसे गलत फैसले लिये बोनस अंको के जो आज तक सक्सेज नही हुए हैं। नर्सिंग छात्रों ने ज्ञापन में बताया कि जितनी इस तरीके से भर्तीया की गई हैं उसमें नये अभ्यर्थियों को मौका नही मिल पाया हैं संविदा पर लगे लोग 50 प्रतिशत वाले तो परमानेन्ट हो रहे हैं लेकिन इधर 80 से 90 प्रतिशत वाले होनहार छात्रो का भविष्य बबार्द हो रहा हैं। उन्होने चिकित्सा मंत्री से मांग की हैं कि ऐसी पद्धती से होनहार छात्रों का नम्बर कभी नही आने वाला हैं जो संविदा पर ही लगे हैं वे ही परमानेन्ट हुए हैं। इस तरीके से की गई समस्त विभागों की भर्तीयों के संबंध में प्रकरण हाईकोर्ट और सुपी्रम कोर्ट में हैं लम्बित हैं। उन्होने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राठौड़ से मांग की हैं कि पूर्व सरकार द्वारा लागू की गई इस बोनस अंक प्रक्रिया पर विशेष गौर कर प्रदेश के हजारों/लाखों बेरोजगार होनहार अभ्यर्थियों के साथ खिलवाड़ न हो इसका समाधान करवाया जाये तथा समस्त भर्तीयां नये सिरे से पुन: करवाई जावे।
साथ ही चिकित्सा मंत्री से 2013 में उत्तीर्ण हुए छात्रों को भी परीक्षा में शामिल करने की मांग ज्ञापन में की हैं। ज्ञापन में बताया कि यह कि जब यह भर्ती प्रक्रिया चल रही थी उस वक्त हम पास आउट तो हो चुके थे लेकिन राजस्थान नर्सिंग परिषद द्वारा रजिस्ट्रेशन नम्बर जारी नही किये गये थे जिसके चलते हम फार्म भरने से वंचित रह गये ज्ञापन में मांग की हें कि यह भर्ती अभी प्रक्रियाधीन हैं जिसके चलते हमे इस भर्ती में शामिल किया जा सकता हैं।
ज्ञापन सौंपते समय जुगताराम विश्नोई, महेन्द्रसिंह, मनोज शर्मा, राजकुमार प्रजापत, दिनेश कुमार, रामरत्न सहित कई नर्सिंग विद्यार्थी थे।

प्रेगनेंट पिता ने दिया बेटी को जन्म!

ब्यूनस आयर्स। हालांकी मानव जाति में अब तक तो महिलाएं ही बच्चों को जन्म देती आई हैं, लेकिन कभी यह भी सुना है कि किसी पुरूष ने प्रेगनेंट होकर बच्ची को जन्म दिया हो।

सुनने में भले ही यह अजीब लगे, लेकिन यह सच है। अर्जेटीना के एक पुरूष ने प्रेगनेंट होने के बाद हाल ही में एक बच्ची को जन्म दिया है, जिसके बारे में सुनने वाला हर शस हैरान है।

अर्जेटीना के रहने वाले 26 वर्षीय अलेक्सिस टैबोरेडा नाम के इस आदमी ने प्रेगनेंट होकर एक लड़की को जन्म दिया है। प्रेगनेंट होने से पहले इन्होने करेन नाम की 28 वर्षीय महिला से शादी की थी, लेकिन बच्ची को जन्म पति ने दिया पत्नी ने नहीं।

अर्जेटीना में 2012 में लिंग बदलकर शादी का करने कानून पास किया गया था। जिसके बाद टैबोरेडा तथा करेन ने अपना-अपना लिंग बदलवाकर कानूनी रूप से शादी की कर ली। इसके बाद प्रेगनेंट हुए पति ने एक सुन्दर सी बच्ची को जन्म दिया है।

जैन समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा देने की तैयारी में सरकार

नई दिल्ली। जैन समुदाय के लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार जैन समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा प्रदान करने के प्रस्ताव पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है। सूत्रों के अनुसार इस संबंध में प्रस्ताव अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के रहमान खान ने तैयार किया है।
जैन समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा देने की तैयारी में सरकार
यह होगा फायदा

पंजाब में जैन समुदाय ने केंद्र सरकार से उसे अल्पसंख्यक का दर्जा प्रदान करने की अपील की थी। अगर जैन समुदाय को यह दर्जा मिल जाता है तो इसके लोग प्रधानमंत्री के अल्पसंख्यकों के लिए 15 सूत्रीय कार्यक्रम के तहत स्कोलरशिप व राशि प्राप्त करने के हकदार हो जाएंगे।

छठा धर्म होगा यह दर्जा पाने वाला

एक बार यह दर्जा मिल जाने के बाद जैन भारत में छठे धार्मिक अल्पसंख्यक होंगे। अभी मुसलमान, सिख, पारसी, इसाइ व बौद्धों को यह दर्जा प्राप्त है। विधि मंत्रालय ने इस प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में एक पुनरीक्षण याचिका लंबित है।

तीन जजिज की बेंच के फैसले को चुनौती दी गई है। कानून मंत्री कपिल सिब्बल का कहना है कि हालांकि इससे जैनों को नेशनल कमिशन फॉर माइनोरिटीज एक्ट के तहत अल्पसंख्यक का दर्जा प्रदान करने में कोई रूकावट नहीं पेश आने वाली।

13 राज्यों में पहले ही अल्पसंख्यक

अभी जैन 13 राज्यों में अल्पसंख्यक घोषित हैं। ये राज्य हैं - मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, झारखंड व उत्तरप्रदेश।

जैन समुदाय का तर्क

जैन समुदाय का कहना है कि शादी, जन्म व मृत्यु को लेकर उनके रीति-रिवाज हिंदुओं से अलग हैं।

जो करे अपनो से प्यार, यातायात नियमों से रखे सरोकार: डाॅ.सेठिया

जो करे अपनो से प्यार, यातायात नियमों से रखे सरोकार: डाॅ.सेठिया

बाड़मेर। जीवन सबसे बहुमूल्य है, जो व्यक्ति जीवन का समान करता है वह ट्रैफिक नियमों के प्रति गंभीर होता है। अपने घर-परिवार से प्यार करने वाला व्यक्ति सदैव यातायात नियमों की पालना करता है। यह बात बाड़मेर के मूल निवासी और राजधानी दिल्ली के प्रख्यात अस्थि रोग विशेषज्ञ डाॅ. विमल सेठिया ने सिंधी मुस्लिम छात्रावास में भारत सरकार के क्षेत्रीय प्रचार कार्यालय और नेहरू युवा केन्द्र के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित ‘सड़क सुरक्षा सप्ताह’ के तहत आयोजित कार्यक्रम को सबोंधित करते हुए कही।

डाॅ.सेठिया ने कहा कि ट्रैफिक नियमों की पालना करके हादसों के बचा जा सकता है, लेकिन आपात स्थिति में एम्बूलेंस का इंतजार करने के बजाय मौके पर खड़ा व्यक्ति प्राथमिक उपचार से घायल व्यक्ति की जान बचा जा सकता है। डाॅ.सेठिया ने 40 गांवों के ग्रामीण युवाओं को आपात स्थिति में प्राथमिक उपचार से घायल व्यक्ति की जान बचाने के तरीकों की जानकारी भी दी।


इस मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नरेन्द्र तनसुखानी ने कहा कि सुरक्षा नियमों को लेकर प्रत्येक व्यक्ति को जागरुक होना चाहिए। आज के इस दौर में वाहनों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है और सड़कों सिकुड़ कर छोटी हो गई है। जिसके कारण हादसों का हमेशा अंदेशा बना रहता है। उनका कहना था कि हादसों को तभी रोका जा सकता है, जब हमें ट्रैफिक नियमों की पूरी जानकारी हो और हम नियमों का पालना करते हो। विदेशों में वाहनों की संख्या अत्याधिक होने के बावजूद भी दुर्घटनाएं कम होती है। इससे साफ है कि ट्रैफिक नियमों की पूरी पालना की जाती है। हम ट्रैफिक नियमों की पालना कर अपने जीवन के साथ-साथ दूसरे व्यक्ति की भी जिंदगी बचा सकते हैं।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नेहरू युवा केन्द्र के राजेन्द्र पुरोहित ने ग्रामीण युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि हर वर्ष एक से सात जनवरी तक राष्ट्रीय सघ्क सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को सड़क सुरक्षा व यातायात के नियमों बारे शिक्षित व जागृत करके सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाना है।


स्थानीय उधमी मुकेश वडेरा ने कहा कि यातायात नियमों के बारे में लोगों को जितना ज्यादा शिक्षित व जागरूक किया जाएगा, उतनी ही सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। उन्होंने कहा ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से सड़क सुरक्षा व यातायात के नियमों की शिक्षा व जागृति आएगी, वहीं आमजन तक भी यह जागृति संदेश पहुंचेगा। सामाजिक कार्यकर्ता इमदाद ने कहा कि सुरक्षा में ही सुरक्षा है। इसलिए सभी लोगों को यातायात के नियमों का पूरी संजीदगी से पालन करना चाहिए। वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करे, सीट बैल्ट अवश्य लगाएं व शराब पीकर गाड़ी न चलाएं और दोपहिया वाहन चलाते समय हैलमेट का प्रयोग जरूर करे।


इस मौके पर क्षेत्रीय प्रचार कार्यालय और नेहरू युवा केन्द्र के संयुक्त तत्वाधान में एक प्रश्नोतरी प्रतियोगिता का भी आयोजन कर, विजेताओं को मुख्य अतिथि के हाथों पुरस्कार प्रदान किए गए।

कौन होगा कांग्रेस से विधायक दल का नेता?

जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस विधायक दल के नेता के चयन को लेकर विवाद बना हुआ हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार पार्टी विधायक दल के नेता चुनने के लिए मंगलवार को बैठक बुलाई गई थी लेकिन स्थगित कर दी गई।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि केन्द्रीय मंत्री गुलाब नबी आजाद घने कोहरे के कारण जयपुर नहीं पहुंच पाने से बैठक को स्थगित करना पडा तथा आजाद के नई तारीख देने पर पांच सात दिन बाद ही बैठक हो सकेगी। यह भी माना जा रहा है कि यह बैठक नेता के चयन को लेकर एक राय नहीं बनने से टाली गई है।

नेता के लिए वरिष्ठ विधायक प्रद्युम्न सिंह, नारायण सिंह तथा विश्वेन्द्र सिंह के नाम लिए जा रहे हैं। नेता के नाम की घोषणा पार्टी आलाकमान ही करेगा।

उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में काफी निराशा है तथा विधायक दल के नेता के साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के बारे में भी फैसला लेना है। पार्टी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष डा. चन्द्रभान इस्तीफा दे चुके है।

राजस्थानी भाषा समिति मांड गायिका रुखमा बाई स्मृति पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित,चयन कमेटी का गठन

राजस्थानी भाषा समिति मांड गायिका रुखमा बाई स्मृति पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित,चयन  कमेटी का गठन 




 बाडमेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संर्घष समिति और मांड गायिका रुखमा बाई स्मृति शोध संसथान के संयुक्त तत्वाधान में जनवरी माह में आयोजित होने वाले प्रतिभा सम्मान समारोह के लिए संथन कि और से प्रतिभाओ से आवेदन आमंत्रित किये गए हें। समिति के सरंक्षक रावत त्रिभुवन सिंह राठोड और प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि राजस्थांनी लोक गीत संगीत क्षेत्र में देश विदेशो में उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रतिभावान कलाकारो और लोक साहित्यकारो से आवेदन मांगे गए हें। आवेदन के लिए बाड़मेर ,जैसलमेर ,जोधपुर जिले का निवासी होना जरुरी हें। 

उन्होंने बताया कि आवेदनो कि जांच और चयन के लिए एक कमिटी का गठन किया गया हें। कमेटी में चन्दन सिंह भाटी ,रावत त्रिभुवन सिंह राठोड ,इन्दर प्रकाश पुरोहित ,भंवर लाल जेलिया ,महेश ददानी ,डॉ लक्ष्मीनारायण जोशी ,जीतेन्द्र छंगाणी ,मगर सिंह राठोड खारा ,जोगेन्द्र सिंह चौहान ,अशोक तनसुखानी  ,अनिल सुखानी ,मेगुदान  झनकाली फकीरा खान मांगणियार,रमेश गौड़  को शामिल किया गया हें 

उन्होंने बताया आवेदन साधारण कागज पर किया जा सकता हें साथ ही आवेदन  अपनी पिछले तीन साल कि गतिविधियो का ब्यौरा फोटो ,पुस्तक ,न्यूज़ कटिंग सहित देना होगा। 

उन्होंने बताया समिति के सचिव मांगणियार फकीरा खान के पास उक्त आवेदन दस जनवरी तक जमा होंगे। उन्होंने बताया यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जाएगा जिसमे लोक गीत संगीत के गायको ,संगीतकारों और राजस्थानी सहितीकरो को सम्मानित किया जायेगा ,उन्होंने बताया कि पुरस्कारो का चयन स्तरीय कमेटी करेगी ,उन्होंने बताया कि बाडमेर जैसलमेर जोधपुर के मांगणियार ,लंगा लोक कलाकारो को प्राथमिकता दी। जायवेगी। समिति द्वारा आवेदन सरंक्षक रावत त्रिभुवन सिंह राठोड गढ मंदिर बाडमेर ,और फकीरा खान मांगणियार लोक गायक कलाकार इंदिरा कालोनी ,मांगणियार कालोनी बाडमेर के नाम भेजे जा सकते हें वाही व्यक्तिश प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी के पास अपना आवेदन जमा करा सकते हें.

शिवकर लिग्नाइट परियोजना देश की सबसे महँगी अवप्ती






अगर शिवकर लिग्नाइट परियोजना के लिए भूमी की आवप्ती होती है तो ये देश की सबसे महँगी अवप्ती होगी.


ज़मीन के भाव ज़्यादा होने के कारण आरएसएमएमएल की उक्त परियोजना की आर्थिक व्यावहारिकता पर प्रश्नचिन्ह.


परियोजना से निकाले जाने वाले लिग्नाइट की कीमत होगी बिजली की कीमत से चार गुना ज़्यादा.





केंद्रीय सरकार द्वारा पारित नए भूमि अधिग्रहण क़ानून "भूमि अर्जन पुनर्वास एवम् पुनर्स्थापन मे उचित प्रतिकार और पारदर्शिता अधिकार अधिनियम, 2013" की सार्थकता पिछली कुछ दिनो से बाड़मेर के बाड़मेर आगोरे, आदर्श आगोर, कडला, महाबार, शिवकर, अजबनगर किसानो एवम् परियोजना के कारण भूमिधारकों के अलावा अन्य प्रभावित व्यक्तियों के चेहरों पर देखी जा सकती है. गत दो सालों से बाड़मेर शहर के नज़दीक के 7 गावों की कुल 4744 बीघा ख़ातेदारी की भूमि को बहुचर्चित ‘शीवकार लिग्नाइट परियोजना’ के लिए अधिग्रहित किए जाने क लिए कार्यवाही चल रही थी. किसान इस बेशक़ीमती भूमि को छोड़ने के लिए किसान राज़ी नही थे इसी क्रम मे किसानो ने आमजन के अधिकारों क लिए काम करने वाली अग्रणी संस्था लीगलमित्र के साथ अक्टूबर 2012 मे धारणा प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया था. इसी क्रम मे दिनाक 18-11-13 को भूमि अधिग्रहण अधिकारी(आरएसएमएमएल) ने परियोजना के लिए धारा 9 भूमि अधिग्रहण अधिनीयम, 1894 क तहेट नोटीस जारी किए थे तभी से किसानो मे भूमि के अधिग्रहित होने के चिंता सॉफ देखी जा सकती थी. लेकिन नया साल परियोजना से प्रभावित भूमि धारकों, किसानो वा अन्य प्रभावित व्यकतीयो के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए नए क़ानून के रूप मे खुशियो की सौगात ले कर आया. नए क़ानून के एक जनवरी से लागू होते ही किसानो की चिंता काफूर हो गई है. अब किसानो को भूमि जाने का दर नही है क्योंकि नए क़ानून के तहत यदि आरएसएमएमएल इस भूमि का अधिग्रहण करती है तो ये भूमि देश की सबसे महँगी परियोजना साबित होगी जिसमे प्रथम फेज़ के अधिग्रहण क लिए करीब 50,000 करोड रूपयो की आवश्यकता पड़ेगी.

लीगलमित्र संस्था के सचिव रितेश शर्मा जिन्होने इस परियोजना की वैधता को शुरुआत मे ही चुनौती दी थी तथा जिन्होने परियोजना से प्रभावित लोगो के साथ कंधे से कंधा मिला कर इस परियोज्न का विरोध किया था ने बताया की “ नए भूमि अधिग्रहण क़ानून मे भूमि धारकों के साथ अन्य प्रभावित व्यक्तियों को भी शामिल किया जाना प्रस्तावित है जिसके लिए सामाजिक सर्वेक्षण कराया जाकर ही इस भूमि को अधिग्रहित किया जा सकता है. उन्होने यह भी बताया की भूमि अधिग्रहण अधिकारी ने जो धारा 9 (पुराने क़ानून की) मे कार्यवाही की है उस कार्यवाही से किसानो के अधिकारों पर कोई प्रभाव नही पड़ता क्योकि नए क़ानून के आस्तित्व मे आने से परियोजना मे दिया जाने वाला प्रतिकर नए क़ानून के अनुसार दिया जाना चाहिए."

परियोजना से प्रभावित स्वरूप सिंग आगोर ने बताया की "देश मे नए भूमि अधिग्रहण क़ानून लागू होने के बाद इस परियोजना की आर्थिक उपयोगिता समाप्त हो गई है क्योंकि भूमि अधिग्रहण के लिए नए क़ानून की तहत बाजार भाव से चार गुना तक ज़्यादा प्रतिकार दिया जाना प्रस्तावित है इस प्रकार से अधिग्रहण से प्रभावित भूमि मे अधिकतम डी एल सी 25,20,484.00 रुपये है तथा एस डी एम की रिपोर्ट के अनुसार भूमि की बाजार भाव डी एल सी से दस गुना से भी ज़्यादा है ओर नए क़ानून मे बाजार भाव से चार गुना तक प्रतिकार दिया जाना प्रस्तावित है इस प्रकार प्रत्येक बीघा 10,08,19,360.00 रुपये प्रतिकार बनता है जिसकी माँग हम रखेंगे".

लीगल मित्र के बाड़मेर के परियोजना अधिकारी विक्रम सिंग तारातरा ने परियोजना के तहत बिना सामाजिक सर्वेक्षण तथा परियोजना का पर्यावरण पर प्रभाव के बाबत रिपोर्ट नही आने तक अधिग्रहण की कार्यवाही रोके जाने की माँग की तथा ऐसा नही करने पर पुनः आंदोलन करने की चेतावनी दी.

पत्रकारों से बात करते हुए परियोजना से प्रभावित व्यक्तियों दुर्जन सिंग, सोहन सींग, शंभू सिंग, झल्ला राम भील, केवल चंद मेघवाल, देवराम मेघवाल, पदम सिंग शीवकार, मनसाराम, हाजराराम, छगनसिंग, इमाम ख़ान, पदम सिंग कुद्ला, रवीन्द्र सिंग, वीर सिंग, पन्ने सिंग, उत्तम सिंग, जोगराज सिंग, जसवंत सिंग, दचेला राम मेघवाल, पप सिंग, गंभीर सिंग आदि लोगो ने परियोजना का विरोध करते हुए किसी भी कीमत पर ज़मीन नही देने की बात कही.

कुछ भी हो भूमि अधिग्रहण का ये मामला दिलचस्प होता जा रहा है ओर ऐसा लगता है की आरएसएमएमएल के लिए इस भूमि का अधिग्रहण करना नाको चने चबाने से कम नही होगा.