भोपाल। आंतकी अजमल कसाब और अफजल गुरू की फांसी का जवाब देने के लिए सिमी आतंकी गृहमंत्री सुशील शिंदे की हत्या करना चाहते थे। वे साजिश रच रहे थे। इसका केन्द्र शोलापुर से गिरफ्तार खालिद का घर था। शोलापुर शिंदे का संसदीय क्षेत्र भी है।
यहां से मध्यप्रदेश एटीएस तीन जिंदा बम समेत विस्फोटक सामग्री जब्त हुई थी। सूत्रों के अनुसार दोनों आतंकियों की फांसी पर दया याचिका खारिज कर उन्हें फांसी दी गई थी। आतंकी शिंदे से बदला लेना चाहते थे और उन्हें मारने का खाका तैयार कर रहे थे।
एटीएस ने शोलापुर से खालिद के अलावा सादिक और उमेर को भी पकड़ाथा। एटीएस को एक कम्प्यूटर भी मिला है जिसकी हार्ड डिस्क खंगाली जा रही है।
यह सभी सिमी के सदस्य है और अबू फैजल के साथ जुड़कर साजिश पर काम कर रहे थे। सूत्रों ने बताया है कि यह आतंकी देश के चुनिंदा नेताओं की हत्या करने की फिराक में भी थे। मध्यप्रदेश पुलिस ने महाराष्ट्र को भी सूचना दे दी है।
यहां से मध्यप्रदेश एटीएस तीन जिंदा बम समेत विस्फोटक सामग्री जब्त हुई थी। सूत्रों के अनुसार दोनों आतंकियों की फांसी पर दया याचिका खारिज कर उन्हें फांसी दी गई थी। आतंकी शिंदे से बदला लेना चाहते थे और उन्हें मारने का खाका तैयार कर रहे थे।
एटीएस ने शोलापुर से खालिद के अलावा सादिक और उमेर को भी पकड़ाथा। एटीएस को एक कम्प्यूटर भी मिला है जिसकी हार्ड डिस्क खंगाली जा रही है।
यह सभी सिमी के सदस्य है और अबू फैजल के साथ जुड़कर साजिश पर काम कर रहे थे। सूत्रों ने बताया है कि यह आतंकी देश के चुनिंदा नेताओं की हत्या करने की फिराक में भी थे। मध्यप्रदेश पुलिस ने महाराष्ट्र को भी सूचना दे दी है।
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