शनिवार, 19 अक्टूबर 2013

बाड़मेर विधानसभा चुनाव तब से अब तक राजनीती के कई रंग दिखे बाड़मेर के अब तक के चुनावो में

बाड़मेर विधानसभा चुनाव तब से अब तक 

राजनीती के कई रंग दिखे बाड़मेर के अब तक के चुनावो में 


सरहदी बाड़मेर जिले में विधानसभा चुनाव पहले चुनाव 1952 से आरम्भ हो गए थे। बाड़मेर जिले की राजनीती आज़ादी के बाद हर पांच साल बाद करवटें बदलती रही। कांग्रेस और गैर कांग्रेस के कई बार दिलचस्प मुकाबले हुए। तेरह बार हुए विधानसभा चुनावो में छ बार कांग्रेस और सात बार गैर कांग्रेस फ़तेह हासिल कर चुकी हें। जिसमें विरधी चंद जैन चार बार सर्वाधिक बाड़मेर से विधायक रहे ,वाही तन सिंह महेचा दो बार गंगा राम चौधरी तीन बार ,रावत उम्मेद सिंह ,तगाराम चौधरी ,पंडित देवदत्त तिवारी ,मेवाराम जैन एक एक बार विधायक रहे। जातिगत आंकड़ो की राह पर चली हें बाड़मेर की राजनीती। बाड़मेर विधानसभा चुनावो में अब तक सिर्फ तीन महिलाओ ने चुनाव लड़ा जिसमे किसी को सफलता ना मिली। 


प्रथम चुनाव 1952 

राजस्थान विधान सभा के लिए प्रथम चुनाव चार से चौबीस जनवरी 1952 तक यानि बीस दिन तक चला था। बाड़मेर ऐ विधानसभा क्षेत्र से राम राज्य परिषद् के तन सिंह महेचा ने कांग्रेस के विरधी चंद जैन को 1655 मतों से हरा पहले विधायक बनाने का इतिहास रच विधानसभा पहुंचे।


दूसरा विधानसभा चुनाव 1957


दुसरे चुनावो में बाड़मेर विधानसभा सीट स्वतंत्र रूप से अलग हो चुकी थी। दुसरे चुनावो में राम राज्य परिषद् के तन सिंह महेचा दूसरी बार लगातार मैदान में उतारे तथा कांग्रेस की महिला प्रत्यासी रुख्मानी देवी को हराया। तन सिंह को 9866 ,रुख्मानी देवी को 5507 तथा निर्दलीय अचलाराम को 498 मत मिले। तन सिंह ने 4359 मतों से चुनाव जीता।

तीसरा चुनाव 1962 

तीसरे विधान सभा के लिए चुनाव उनीस फरवरी को हुआ जिसमे बाड़मेर विधानसभा के 63502 मतदाताओं में से 27813 ने मत डाले ,राम राज्य परिषद् के रावत उम्मेद सिंह को 13254 कांग्रेस के विरधी चंद जैन को 11936 ,निर्दलीय जोधारण को 1130 मत मिले। इस प्रकार निर्दलीय उम्मेद सिंह विधायक बन विधानसभा पहुंचे

चौथा चुनाव 1967 

चौथी विधानसभा के लिए हुए चुनावो में कांग्रेस के विरधी चंद जैन ने रावत उम्मेद सिंह को सोलह हज़ार से अधिक मतों से हरा कर विधानसभा पहुंचे


पांचवा चुनाव 1972 

पांचवी विधान सभा के चुनाव छ मार्च को आयोजित हुए जिसमे बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के ७९१५० मतदाताओ में से 45765 मतदाताओं ने वोट डाले जिसमे कांग्रेस के विरधी चंद जैन को 22141 स्वतंत्र पार्टी के रावत उम्मेदसिंह को 14026 ,अमराराम को 7749 हरिराम को 678 मत मिले इस प्रकार कांग्रेस के विरधी चंद जैन पहली बार 8837 ,मतों से विजयी बन कर विधायक बने

छठा चुनाव 1977 

छठी विधानसभा के लिए इकतीस जून को चुनाव हुए जिसमे बाड़मेर के 80908 मतदाताओं में से 46703 मतदाताओ ने 96 मतदान केन्द्रों पर वोट डाले। इन चुनावो में कांग्रेस के विरधी चंद जैन को 26729 जनता पार्टी के रावत उमेदसिंह को 17892 कवेंद्र कुमार को 1168 मत मिले। विरधी चंद तिसरी बार 8837 मतो से जीत कर विधायक बने

सातवाँ चुनाव 1980


सातवी विधानसभा के लिए इकतीस मई को चुनाव हुए जिसमे बाड़मेर के 93773 मतदाताओ में से 54848 मतदाताओ ने 111 मतदान केन्द्रों पर वोट डाले इन चुनावो में कांग्रेस ने पंडित देव दत्त तिवाड़ी को मैदान में उतारा तो भाजपा ने पहली बार अपना उम्मीदवार रतन लाल बोहरा को उतरा। इन चुनावो में पंडित को 23320 रतनलाल को 15682 पुनमचंद को 5058 अग्रेन्द्र कुमार को 116 मत मिले। कांग्रेस के देव डट तिवाड़ी 7638 मतो से विजयी रहे


आठवां चुनाव 1985 

आठवीं विधानसभा चुनावो के लिए पांच मार्च को वोट पड़े जिसमे बाड़मेर के 118871 मतदाताओ में से 63098 मतदाताओ ने 143 मतदान केन्द्रों पर वोट डाले। इन चुनावो में लोकदल के गंगाराम चौधरी को 29134 ,कांग्रेस के रिखबदास जैन को 25718 अग्रेन्द्र कुमार को 2311 द्वारकेश को 1984 सफी को 1052 मोहम्मद अयूब को 344 और अन्य सात उम्मीदवारों को तिहाई अंको में तीन सौ और उससे कम मत मिले। इन चुनावो में लोकदल के गंगाराम ने 3416 मतों से विजय हासिल की


नवा चुनाव 1990 

नवी विधानसभा के गठन के लिए राजस्थान में सत्ताईस फरवरी को चुनाव रखे गए ,इन चुनावो में बाड़मेर के 141885 मतदाताओ में से 78285 मतदाताओ ने 162 मतदान केंडो पर वोट डाले। इन चुनावो में रिकार्ड तेबिस उम्मीदवार मैदान में थे ,जिनमे जनता दल के गंगाराम चौधरी को 34371 कांग्रेस के हेमाराम चौधरी को 21363 हरी सिंह राठोड को 15062 मत मिले शेष उम्मीदवारों को चार सौ से कम मत मिले। गंगाराम ने यह चुनाव 13008 मतों से जीता


दशवाँ चुनाव 1995

 दशवीं विधानसभा के लिए राजस्थान में हुए चुनावो में बाड़मेर के 151091 मतदाताओ में से 82888 मतदाताओ ने भाग लिया। १७० मतदान केन्द्रों पर वोट पड़े। इन चुनावो में उनीस उम्मीदवार मैडम में उतरे जिसमे भाजपा समर्थित निर्दलीय गंगाराम चौधरी को 36578 कांग्रेस के विरधी चंद जैन को 33101 मत मिले। निर्दलीय फुसाराम को 8335 अन्य उन्न्निद्वारो को सात सौ और उससे कम मत मिले। गंगाराम ने लगातार तीसरी बार चुनाव जीत तिकड़ी बनाई ,विशेषता रही की तीनो चुनाव अलग अलद दलों से लड़े


ग्याहरवी विधानसभा चुनाव 1998


ग्यारहवी विधानसभा के लिए हुए मध्यावधि चुनाव पच्चीस नवम्बर को हुए जिसमे बाड़मेर के 168541 मतदाताओ में से 100994 मतदाताओ ने वोट डाले। २७४ मतदान केन्द्रों पर पड़े मतों में कांग्रेस के विरधी चंद जैन को 66616 भाजपा के तगाराम चौधरी को 33005 मत मिले सीधे मुकाबले में विरधी चंद जैन को 33111 मतो से जीत हासिल हुई।


बहरावी विधानसभा 2003 

बहरावी विधानसभा के लिए एक दिसंबर को चुनाव हुए जिसमे बाड़मेर के 193536 मतदाताओ में से 119036 मतदाताओ ने मत डाले जिसमे भाजपा के तगाराम को 65780 कांग्रेस के विरधी चंद जैन को 35252 इनेलो के उम्मेदाराम को 7528 मत श्रवण चन्देल को 5156 मत राजेंद्र को 2436 नानक दास को 1456 पप्पू देवी को 1029 मत मिले। इस प्रकार भाजपा के तगाराम में पिछली हार का बदला लेते हुए विस्धि चंद जैन को 30523 मतो से हराया


तेरहवी विधानसभा 2008 

तेरहवीं विधानसभा के लिए चार दिसंबर को मतदान हुआ जिसमे बाड़मेर के 180127 मतदाताओ में से 118085 मत पड़े। इन चुनावो में कांग्रेस के मेवाराम जैन को 62219 भाजपा की मृदुरेखा चौधरी को 38125 बसपा के कंवराज सिंह को 6908 लूनाराम को 3626 सवाई सिंह को 2945 सफी मोहम्मद को 1796 ,हरखाराम मेघवाल को 1703 नानकदास को 1666 मत मिले। कांग्रेस के मेवाराम जैन 24044 मतों से विजयी रहे

कानपुर रैली में राहुल गांधी पर बरसे मोदी



कानपुर।। यूपी के कानपुर में बहुचर्चित 'विजय शंखनाद रैली' में बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी पर सीधा हमला बोला, तो कांग्रेस का 'डीएनए टेस्ट' ही कर डाला। मोदी ने राहुल पर ताना मारते हुए खुद को गरीबी में पला, तो राहुल को सोने की चम्मच वाला बताया। मोदी ने कहा कि 'शहजादे' ने गरीबी एक मानसिक अवस्था कहकर गरीबों का अपमान किया है। उन्होंने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा लोगों को बांटना कांग्रेस के डीएनए में ही है।
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कांग्रेस के डीएनए में बांटने की नीति
मोदी ने कहा, उन्होंने यह अंग्रेजों से सीखा है.. इन्होंने देश को तोड़ा, जातियों को तोड़ा, राज्यों को तोड़ा...तोड़ना ही उनका करोबार है। कांग्रेस जहां भी गई बंटवारा हुआ। कांग्रेस के खून में है बंटवारे की नीति। हम तोड़ने की नहीं, जोड़ने की राजनीति करना चाहते हैं।' मोदी ने राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा, 'शहजादे कहते हैं गरीबी कुछ नहीं होती। मेरी पैदाइश गरीबी में ही हुई है। सोने के चम्मच वाले गरीबी क्या जानें। वह भीड़ लेकर गरीबी देखने जाते हैं। वह फटॉग्राफर्स को ऐंगल बताते हैं और फोटो खिंचवाते हैं।'

मोदी ने कहा, 'महंगाई पर कांग्रेस ने देश से वादाखिलाफी की है। महंगाई से गरीब परेशान है। कांग्रेस ने देश को तबाह किया है। वह पिछले 60 सालों से जनता को ठग रही है। अपने गुनाहों को छुपाने के लिए जो कांग्रेस की मदद कर रहे हैं वे भी उतने ही गुनहगार हैं। उनमें से आपके यूपी में भी बैठे हैं।'
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस अहंकार में जी रही है। इनको जनता-जनार्दन की परवाह नहीं है। जिनको आपकी परवाह नहीं है, क्या उनकी परवाह करनी चाहिए? आने वाले चुनावों में ऐसी सजा दीजिए कि दोबारा कोई आपसे धोखा न कर सके।' भाषण की शुरुआत में मोदी ने भीड़ से कहा, 'इस भीड़ में सागर देख रहा हूं। आप तीन चार घंटे से इस कड़कती धूप में तपस्या कर रहे हैं। आप जो तपस्या कर रहे हैं... मैं आपको को विश्वास दिलाता हूं यह बेकार नहीं जान दूंगा।'

उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के कोने-कोने में प्यार उमड़ रहा है। 1857 की क्रांति में इसी कानपुर की धरती से आवाज उठी थी कि अंग्रेजों से भारत मुक्त कराया जाए। इसी धरती से कांग्रेस मुक्त भारत क्रांति की शुरुआत होनी चाहिए।

कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों पर निशाना
मोदी ने कहा, 'एसपी, बीएसपी और कांग्रेस की तिकड़ी ने देश के विकास को ग्रहण लगाया दिया। इसी तिकड़ी ने पूरे यूपी की इज्जत को मिट्टी में मिला दिया। यूपी में एक साल में पांच हजार बेकसूरों की हत्या हुई। यूपी में कानून-व्यवस्था चौपट है। उन्होंने ने लोगों से पूछा, 'आपने जिस मुसीबत में जिंदगी गुजारी है। जिस संकट से आप जूझते हैं क्या आप अपने बच्चों का भी ऐसा ही भविष्य देना चाहते हैं? जिन्होंने आपके भविष्य को तबाह किया, उन्हें दोबारा ऐसा नहीं करने देने का संकल्प लीजिए।


एसपी-बीएसपी पर भी निशानाः मोदी ने कहा कि यूपी ने अब तक 8 प्रधानमंत्री देश को दिए लेकिन इस राज्य का कोई जिला या तहसील ऐसा नहीं होगा जिसके लोग मेरे गुजरात में न रहते हों। यदि यूपी का विकास हुआ होता, तो लोगों को अपना घर न छोड़ना पड़ता। रोजी-रोटी के लिए सैकड़ों मील दूर गुजरात तक जाना पड़ता है। आजादी के इतने सालों बाद भी इसी तरह की जिंदगी जीने को मजबूर हैं कि आखिर भरोसा करें तो किस पर करें। एसपी-बीएसपी और कांग्रेस की तिकड़ी ने यूपी की इज्जत को मिट्टी में मिला दिया। इस तिकड़ी के ग्रहण से यूपी को मुक्त कराना है। मोदी ने कहा, दूसरे बात करते हैं कि नरेंद्र मोदी ने क्या किया, गुजरात में क्या किया, तो बता दूं कि गुजरात की जनता ने तो मुझे 2012 में डिसटिंक्शन से पास कर दिया है।

उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार की आलोचना करते हुए मोदी ने कहा कि यूपी की कानून व्यवस्था ऐसी है कि पिछले एक साल में 5 हजार से ज्यादा निर्दोष लोगों की हत्याएं हुई हैं, फिर भी एसपी सरकार अपनी वोट बैंक की राजनीति में खेल खेलती रहती है। इन दिनों जिन पर आतंकवाद के गंभीर आरोप लगे हैं, ऐसे लोगों को जेल से छुड़वाने की तैयारियां हो रही हैं। वोट बैंक की राजनीति के लिए देश की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे हैं।

मोदी पर सोच-समझकर फैसला लिया: राजनाथ
रैली में मंच पर मोदी के साथ बीजेपी प्रेजिडेंट राजनाथ सिंह सहित कई बड़े नेता मौजूद थे। भाषण के दौरान बीजेपी प्रेजिडेंट राजनाथ सिंह ने एसपी और बीएसपी पर जमकर निशाना साधा। राजनाथ ने कहा, आज कानपुर में कई फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं। देश के युवा बेरोजगार हो रहे हैं। मोदी की तारीफ करते हुए राजनाथ ने कहा कि मोदी ने गुजरात को मॉडल स्टेट बना दिया। मोदी पर बीजेपी ने सोच-समझकर फैसला लिया।

मृदुरेखा चौधरी और बेनीवाल की वसुंधरा राजे से मुलाक़ात


मृदुरेखा चौधरी और बेनीवाल की वसुंधरा राजे से मुलाक़ात 

बाड़मेर जिले की राजनीती में बीच भाजपा की नेत्री मृदुरेखा चौधरी और कैलाश बेनीवाल की भाजपा प्रदेश अध्यक्षा और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मिलने की खबर हें। दोनों नेता वसुंधरा से मिले। वसुंधरा ने इनसे जिले की और खास कर बाड़मेर विधानसभा सीट की ताज़ा हालत पर चर्चा की , बातचीत का पूरा ब्यौरा नहीं मिला 

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सांग सिंह पूर्व विधायक जैसलमेर को वसुंधरा राजे का बुलावा

सांग सिंह पूर्व विधायक जैसलमेर को वसुंधरा राजे का बुलावा 




बाड़मेर आगामी विधानसभा चुनावो को लेकर भाजपा में टिकट बंटवारे में हो रही उठा पटक के बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्षा वसुंधरा राजे जैसलमेर के पूर्व विधायक सांग सिंह भाटी को बुलाया हें। जानकारी के अनुसार जैसलमेर के ताज़ा राजनितिक हालात पर उनसे चर्चा करेगी। सूत्रानुसार वसुंधरा राजे जिले के भाजपा से जुड़े नेताओ के अलावा अपने सुत्रोसे जैसलमेर की ताज़ा राजनितिक हालत का फीड बेक ले रही हें ,समस्त जानकारी ,भावी उम्मीदवारों के चुनाव जीतने की संभावनाओ पर भी चर्चा होगी। साथ ही किसको टिकट देने से आस पास की सीटो पर क्या प्रभाव पडेगा इस पर भी चर्चा होगी

जैसलमेर हास्य कवि सम्मेलन आज, कई नामी कवि आएंगे

हास्य कवि सम्मेलन आज, कई नामी कवि आएंगे 

जैसलमेर  पूनम स्टेडियम में इस दीपावली से पहले शनिवार की रात हास्य पटाखों की जमकर आतिशबाजी होगी। देश के जाने माने कवि हास्य रचनाओं पर श्रोताओं को ठहाके लगाने पर मजबूर कर देंगे। गोल्डन सिटी प्रेस क्लब के सचिव मनीष व्यास ने बताया कि आयोजन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। पूनम स्टेडियम के रंगमंच को आकर्षक रूप से सजाया जा रहा है। लोगों के बैठने के लिए भी विशेष व्यवस्था की जा रही है। बेरिकेटिंग, साउंड व लाइटिंग की बेहतरीन व्यवस्था की गई है। व्यास ने बताया कि कवि सम्मेलन का मुख्य आकर्षण हास्य सम्राट सुरेंद्र शर्मा होंगे। श्रोताओं को गुदगुदाने में माहिर शर्मा हंसी के फुहारें छोडऩे के साथ साथ देश की वर्तमान स्थिति पर व्यंग्य भी करेंगे। 




ये कवि देंगे अपनी खास प्रस्तुति

सह संयोजक मनीष रामदेव ने बताया कि सुरेंद्र शर्मा के अलावा देश के अन्य विख्यात कवि भी इस सम्मेलन में चार चांद लगाएंगे। जिनमें मुख्य रूप से लाफ्टर चैलेंज फेम प्रताप फौजदार तथा रासबिहारी गौड़ भी शामिल है। इनके अलावा हास्य कवि जॉनी बैरागी, वीररस कवि योगेंद्र शर्मा, अजातशत्रु, दीपिका माही व अना देहलवी भी अपनी रचनाओं की प्रस्तुति देंगी।

श्रोताओं का उमड़ेगा हुजूम

प्रेस क्लब के सचिव व्यास ने बताया कि देश के जाने माने कवियों की उपस्थिति के चलते दर्शकों का हुजूम उमडऩे की उम्मीद है। इसके लिए क्लब की ओर से पूनम स्टेडियम में बैठने की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे समय पर पहुंचकर अपना स्थान ग्रहण कर करें और कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सहयोग करें।

ये होंगे खास मेहमान

पूनम स्टेडियम में आयोजित होने वाले कवि सम्मेलन में खास मेहमानों के रूप में सेशन न्यायाधीश गोरधनलाल मीना, कलेक्टर एन.एल. मीना, एसपी हेमंत शर्मा, डीआईजी बीएसएफ बी.आर. मेघवाल व बी.एस. राजपुरोहित, एयर कमोडोर चंद्रमौलि, नगरपरिषद सभापति अशोक तंवर, यूआईटी चेयरमैन उम्मेदसिंह तंवर मौजूद रहेंगे।

क्षत्रीय युवक संघ के द्वितीय संघ प्रमुख की जयंती मनाई

क्षत्रीय युवक संघ के द्वितीय संघ प्रमुख की जयंती मनाई 
  पोकरण


क्षत्रीय युवक संघ के द्वितीय संघ प्रमुख आयुवानसिंह हुडिल की 93वीं जयंती पर ए.के.पब्लिक स्कूल के प्रांगण में देवीसिंह जसोल व चंद्रपालसिंह द्वारा मंगलाचरण के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया। खंगार सिंह झलोड़ा ने सह गायन के माध्यम से आयुवानसिंह के जीवन पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित प्रांत प्रमुख उम्मेदसिंह बड़ोड़ा गांव ने बताया कि आयुवानसिंह का जन्म एक मध्यम परिवार में हुआ।

आर्थिक कठिनाइयों तथा तत्कालीन समाज के स्वयं भू नेताओं के विरोध के बाद उन्होंने मारवाड़ राजपूत सभा के महामंत्री बने एवं सुप्त सभा में नई चेतना पैदा की। उन्होंने बताया कि आयुवानसिंह के नेतृत्व में 1949 में चौपासनी आंदोलन, 1952 का प्रथम आम चुनाव, 1956 में भू स्वामी आंदोलन संपन्न हुए।

उन्होंने समाज को पंचसुत्र नाम से एक मंत्र दिया। जयंती समारोह के अवसर पर ए.के.पब्लिक छात्रावास, राजपूत छात्रावास, गुरुकुल छात्रावास, मल्ली नाथ छात्रावास सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

foto....दर्शनीय हें गोपी तालाब और रुख्मनी मंदिर





दर्शनीय हें गोपी तालाब और रुख्मनी मंदिर 

कृष्ण की 16 हजार रानियां थीं, लेकिन इनमें रुक्मिणी उनकी पटरानी थीं। द्वारकाधीश मंदिर से दो किलोमीटर आगे कृष्ण की मुख्य रानी यानी पटरानी रुक्मिणी देवी का मंदिर है। ये मंदिर समंदर के किनारे है। द्वारकाधीश कृष्ण को रणछोड़ भी कहते हैं, क्योंकि वे 17 बार जरासंध से युद्ध करने के बाद मथुरा छोड़ कर द्वारका में आ बसे। एक बार कृष्ण और रुक्मिणी ने दुर्वासा ऋषि को अपने घर भोजन के लिए आमंत्रित किया। दोनों ऋषि को लेकर अपने घर जा रहे थे, तभी रास्ते में रुक्मिणी को प्यास लगी। कृष्ण और रुक्मिणी ने खुद पानी पीया, पर दुर्वासा ऋषि को पानी पिलाना भूल गए। नाराज ऋषि ने भोजन करने से मना कर दिया और दोनों को शाप दे डाला। मान्यता है कि ऋषि के शाप के कारण द्वारका नगरी का पानी भी पीने योग्य नहीं है। शाप के कारण रुक्मिणी को अपने पति कृष्ण से अलग रहते हुए लंबे समय तक जंगल में प्रवास करना पड़ा।




समुद्र के किनारे बना रुक्मिणी का मंदिर वास्तुकला का सुंदर नमूना है। इस मंदिर में पानी दान करने की महत्ता है। श्रद्धालु यहां अपनी इच्छानुसार पानी का दान करते हैं। ये पानी गोशालाओं में और जरूरतमंदों तक पहुंचाया जाता है। मंदिर के बाहर बड़ी संख्या में साधु बैठे रहते हैं। श्रद्धालु उन्हें भी दान देते हैं।



गोपी तालाब मंदिर- द्वारका शहर से कुछ किलोमीटर बाहर गोपी तालाब है। यहां एक तालाब है, जिसके बारे में मान्यता है कि कृष्ण के साथ रास रचाने वाली गोपियों ने यहां जल समाधि ले ली थी। गोपी तालाब के आसपास कई गोपी तालाब मंदिर हैं। ये सभी मंदिर निजी हैं और सभी के पुजारी मंदिर के अति प्राचीन होने का दावा करते हैं। गोपी तालाब मंदिर से निकाली जाने वाली मिट्टी को सफेद चंदन कहा जाता है। श्रद्धालु इसे चंदन की तरह इस्तेमाल करने के लिए अपने साथ ले जाते हैं।



धार्मिक स्थलों और प्राकृतिक सौंदर्य का मेल है रामेश्वरम



हिंदू धर्म में तमिलनाडु के रामनाथपुरम में स्थित रामेश्वरम ज्योतिर्लिग एक विशेष स्थान रखता है। यहां स्थापित शिवलिंग बारह द्वादश ज्योतिर्लिगों में से एक माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि उत्तर में जितना महत्व काशी का है, उतना ही महत्व दक्षिण में रामेश्वरम का भी है जो सनातन धर्म के चार धामों में से एक है। कहा जाता है कि रामेश्वरम ज्योतिर्लिग की विधिपूर्वक आराधना करने से मनुष्य ब्रह्महत्या जैसे महापाप से भी मुक्त हो जाता है। मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु ज्योतिर्लिग पर गंगाजल चढ़ाता है, वह साक्षात जीवन से मुक्त हो जाता है और मोक्ष को प्राप्त कर लेता है।
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तीर्थस्थल रामेश्वरम

रामेश्वरम चेन्नई से करीब 425 मील दूर दक्षिण-पूर्व में स्थित एक सुंदर टापू है, जिसे हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी चारों तरफ से घेरे हुए हैं। प्राचीन समय में यह टापू भारत के साथ सीधे जुड़ा हुआ था। बाद में धीरे-धीरे सागर की तेज लहरों ने इसे काट दिया, जिससे यह टापू चारों ओर से पानी से घिर गया। फिर अंग्रेजों ने एक जर्मन इंजीनियर की मदद से रामेश्वरम् को जोड़ने के लिए एक रेलवे पुल का निर्माण किया।

पौराणिक कथा

जितना प्रसिद्ध दक्षिण का रामेश्वरम मंदिर है उतना ही इसका पुराना इतिहास है। कहते हैं कि भगवान श्री राम जब रावण का वध करके और माता सीता को कैद से छुड़ाकर अयोध्या जा रहे थे तब उन्होंने मार्ग में गन्धमादन पर्वत पर रुक कर विश्राम किया था। उनके आने की खबर सुनकर ऋषि-महर्षि उनके दर्शन के लिए वहां पहुंचे। ऋषियों ने उन्हें याद दिलाया कि उन्होंने पुलस्त्य कुल का विनाश किया है, जिससे उन्हें ब्रह्म हत्या का पातक लग गया है। श्रीराम ने पाप से मुक्ति के लिए ऋषियों के आग्रह से ज्योतिर्लिग स्थापित करने का निर्णय लिया। इसके लिए उन्होंने हनुमान से अनुरोध किया कि वे कैलाश पर्वत पर जाकर शिवलिंग लेकर आएं लेकिन हनुमान शिवलिंग की स्थापना की निश्चित घड़ी पास आने तक नहीं लौट सके। जिसके बाद सीताजी ने समुद्र के किनारे की रेत को मुट्ठी में बांधकर एक शिवलिंग बना डाला। श्रीराम ने प्रसन्न होकर इसी रेत के शिवलिंग को प्रतिष्ठापित कर दिया। यही शिवलिंग रामनाथ कहलाता है। बाद में हनुमान के आने पर उनके द्वारा लाए गए शिवलिंग को उसके साथ ही स्थापित कर दिया गया। इस लिंग का नाम भगवान राम ने हनुमदीश्वर रखा।

रामेश्वर मंदिर की संरचना

रामेश्वरम का मंदिर भारतीय वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है। मंदिर एक हजार फुट लम्बा, छ: सौ पचास फुट चौड़ा है। चालीस-चालीस फुट ऊंचे दो पत्थरों पर चालीस फुट लंबे एक पत्थर को इतने सलीके से लगाया गया है कि दर्शक आश्चर्यचकित हो जाते हैं। विशाल पत्थरों से मंदिर का निर्माण किया गया है। माना जाता है कि ये पत्थर श्रीलंका से नावों पर लाये गये हैं।

24 कुओं का विशेष महत्व

श्री रामेश्वरम में 24 कुएं है, जिन्हें 'तीर्थ' कहकर संबोधित किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इन कुओं के जल से स्नान करने पर व्यक्ति को उसके सभी पापों से मुक्ति मिलती है। यहां का जल मीठा होने से श्रद्धालु इसे पीते भी हैं। मंदिर-परिसर के भीतर के कुओं के सम्बन्ध में ऐसी मान्यता है कि ये कुएं भगवान श्रीराम ने अपने अमोघ बाणों के द्वारा तैयार किये थे। उन्होंने अनेक तीर्थो का जल मंगाकर उन कुओं में छोड़ा था, जिसके कारण उन कुओं को आज भी तीर्थ कहा जाता है।

अन्य तीर्थ स्थल आप यहां के सेतु माधव, बाइस कुण्ड, विल्लीरणि तीर्थ एकांत राम, कोदण्ड स्वामी मंदिर, सीता कुण्ड जैसे धार्मिक स्थलों का दर्शन कर सकते हैं। वैसे रामेश्वरम केवल तीर्थस्थल ही नहीं है बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य की दृष्टि से भी दर्शनीय स्थल है। यहां देखने के लिए आपको और भी बहुत कुछ मिल जाएगा।

कैसे पहुंचें

रामेश्वरम से 154 किलोमीटर की दूरी पर मदुरई हवाई अड्डा है। आप यदि रेल के जरिए जाना चाहते हैं तो रामेश्वरम रेलवे स्टेशन देश के विभिन्न शहरों से पूरी तरह से जुड़ा हुआ है। यहां के लिए मुंबई से सीधी रेलगाड़ियां चलती है। अगर आप रामेश्वरम घूमना चाहते हैं तो यहां आपको यातायात की हर सुविधा उपलब्ध मिलेगी।

बाड़मेर समदड़ी ग्रामसेवक व सरपंच पुत्र रिश्वत लेते गिरफ्तार



बाड़मेर समदड़ी ग्रामसेवक व सरपंच पुत्र रिश्वत लेते गिरफ्तार 


बाड़मेर समदड़ी



भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जोधपुर की स्पेशल टीम ने शुक्रवार को करमावास गांव में कार्रवाई करते हुए करमावास ग्राम पंचायत के ग्राम सेवक तथा सरपंच पुत्र को रिश्वत लेने के आरोप में रंगे हाथों गिरफ्तार किया। सरपंच पुत्र व ग्रामसेवक ने पट्टे बनाने की एवज में परिवादी से १० हजार रिश्वत की मांग की थी।

एसीबी एएसपी नरपतसिंह ने बताया कि करमावास निवासी परिवादी सुरेश कुमार पुत्र वीरमाराम नाई ने एसीबी के समक्ष परिवाद पेश किया। उसने बताया कि उसने अपने पुश्तैनी मकान के पट्टे बनाने के लिए पिता वीरमाराम पुत्र शंकरराम नाई के नाम से एक साल पूर्व ग्राम पंचायत में फाइल जमा करवाई थी। इसके चार माह बाद उसने दूसरी फाइल जमा करवाई। दोनों पट्टों की एवज में सरपंच पुत्र व ग्रामसेवक ने पांच-पांच हजार रुपए की रिश्वत मांगी। एसीबी टीम की ओर से पेश परिवाद का गुप्त सत्यापन करवाया गया, जो सही पाया गया। शुक्रवार शाम को एएसपी नरपतसिंह, निरीक्षक कैलाश पारिक व अनिल शर्मा के नेतृत्व में स्पेशल यूनिट ने करमावास की महिला सरपंच के पुत्र पुलाराम पुत्र छगनाराम भील को दो हजार रुपए तथा करमावास ग्रामसेवक गोरधनराम पुत्र भीमाराम जीनगर निवासी सिवाना को आठ हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। एएसपी ने बताया कि पेश परिवाद में परिवादी ने यह भी बताया था कि पट्टे देने के एवज में आरोपी लंबे समय से ऐसे ही रिश्वत वसूल करते हैं।

शुक्रवार, 18 अक्टूबर 2013

foto ......भाजपा में शामिल हुए सैकड़ों पंच सरपंच सहित कांग्रेसी


भाजपा के राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी सदस्‍य मानवेन्‍द्रसिंह की उपस्थिति में  















भाजपा में शामिल हुए सैकड़ों पंच सरपंच सहित कांग्रेसी

बाड़मेर। सीमावर्ती शिव विधानसभा में शुक्रवार को सैकड़ो कांग्रेसी नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए। भाजपा के राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी सदस्‍य मानवेन्‍द्रसिंह की उपस्थिति में भाजपा में शामिल होने वाले अधिकांश कांग्रेसी नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के पूरे कार्यकाल के दौरान कांग्रेसी नेताओं द्वारा ही उनकी उपेक्षा की गयी। उनका आरोप था कि संगठनात्‍मक स्‍तर पर भी उनकी सुनवाई नहीं हुई, जिससे आहत होकर वे कांग्रेस छोड़ रहे है। इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी और मानवेन्‍द्रसिंह के प्रति अपनी आस्‍था व्‍यक्‍त करते हुए उन्‍होनें कहा कि मानवेन्‍द्रसिंह ने सासंद रहते हुए कभी किसी कि उपेक्षा नहीं की, किसी से भेदभाव नहीं किया।


शुक्रवार को शिव विधानसभा की सेतराउ गांव में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सेतराम सरपंच मासिंगाराम, वीरमाराम सियाग, जुगताराम सारण, पूर्व सरपंच मीराराम, चंदनकंवर, वार्ड पंच होदाराम लेगा, सेतराउ यूथ कांग्रेस व सेवादल के पूर्व अध्‍यक्ष जोगाराम सियाग, युवा कांग्रेस उपाध्‍याक्ष शोभाराम भांभू, पन्‍नाराम कड़वासरा, खेताराम सियाग, वार्ड पंच हुकमाराम जाखड़, उदाराम सियाग, गोरखाराम, पोकरराम, हीराराम लेगा, टीकमाराम लेगा, जाट सभा अध्‍यक्ष श्रीराम सियाग, कानाराम सियोल, वीरमाराम धतरवाल, ताजाराम डूडी, खेताराम पन्‍नू वार्ड पंच

सहित अन्‍य कई लोग भाजपा में शामिल हुए।

वहीं शिव विधानसभा के दुसरे गांव चाडार मदरूप में मौजुदा सरपंच डालुराम मेघवाल, पूर्व सरपंचखेमाराम, किशनाराम सेवंर, उपसरपंच राजूराम सारण, जीएसएस अध्‍यक्ष, मालाराम भंवरलाल महाराज, यूथ कांग्रेस उपाध्‍यक्ष अजयपालसिंह, जीएसएस अध्‍यक्ष अमराराम, ग्रामीण यूथ अध्‍यक्ष कांग्रेस उम्‍मेदाराम,   
जीयाराम, पूनमाराम, ताजाराम, चेनाराम, राणाराम, पूनमाराम गोदारा, यूथ कांग्रेस अध्‍यक्ष उम्‍मेदाराम,
गजाराम, रामूराम, पूनमाराम सारण, किशनाराम पूनिया सहित अन्‍य कई लोग भाजपा में शामिल हुए।



खफा दामाद ने ­­पेट्रोल छिड़क ससुर को जलाया

खफा दामाद ने ­­पेट्रोल छिड़क ससुर को जलाया

धौलपुर। जिले के मनियां इलाके के डण्डौली गांव में गुरूवार रात में घर में सो रहे ससुर पर उसके दामाद ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इस हादसे मे ससुर गंभीर रूप से झुलस गया।

पुलिस के मुताबिक डण्डौली निवासी अजमेर सिंह पुत्री अनीता की शादी करीब आठ साल पहले गुड्डू निवासी धनौली के साथ हुई थी। रक्षाबंधन पर अनीता मायके डण्डोली गांव में आई थी। इसके बाद ससुराल नहीं गई। 10 अक्टूबर को उसका पति गांव लेने के लिए आया तो ससुर अजमेर सिंह ने दीपावली के त्योहार के बाद अनीता को ले जाने की कहकर गुड्डू को लौटा दिया।

इस पर गुरूवार रात को करीब दो बजे अजमेर सिंह अपने घर के बाहर सो रहा था। रात्रि में आरोपी दामाद गुड्डू घर एक डिब्बे में पेट्रोल भरकर लाया तथा अजमेर सिंह पर डाल दिया तथा आग लगाकर भाग गया। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।

दलाल सहित 3 लिपिक रिश्वत लेते गिरफ्तार

दलाल सहित 3 लिपिक रिश्वत लेते गिरफ्तार
जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो शुक्रवार को कार्यालय जिला परिवहन अधिकारी श्रीगंगानगर के यातायात कार्यालय मे कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में तीन लिपिम और एक दलाल शमिल है।

एसीबी ने कनिष्ठ लिपिक गीता सिंह,वीरेन्द्र कुमार और मनीष तोमर को तेरह सौ रूपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।

ब्यूरो की महानिरीक्षक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि परिवादी संजय कुमार ने ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई कि कार्यालय जिला परिवहन अधिकारी श्रीगंगानगर के कनिष्ठ लिपिक लाइसेंस बनाने,परमिट बनाने और परमिट में इन्द्राज करने की एवज में रिश्वत की मांग कर रहे है।

उन्होंने बताया कि शिकायत के सत्यापन के उपरान्त भीलवाडा एवं अजमेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भीमसिंह,करण सिंह तथा माधोसिंह उप पुलिस अधीक्षक अजमेर ने टीम गठित करके तीनों लिपिकों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।

गीता सिंह को छह सौ रूपए, वीरेन्द्र कुमार को पांच सौ रूपए और मनीष तोमर को दो सौ रूपए लेते हुए कार्यालय में ही गिरफ्तार किया। गीता सिंह के लिए रिश्वत राशि उसके पति रिंकू कपूर द्वारा प्राप्त की थी।

ब्यूरो टीम द्वारा रिंकू कपूर को भी गिरफ्तार किया गया है। उक्त प्रकरण में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अग्रिमकार्रवाई की जा रही है।

शराब से भरा ट्रक जब्त, कीमत लाखों

शराब से भरा ट्रक जब्त, कीमत लाखों
पाली। राष्ट्रीय राजमार्ग 14 पर पुलिस ने शुक्रवार सुबह नाकाबंदी के दौरान अवैध शराब से भरे ट्रक के साथ दो आरोपितों को गिरफ्तार किया।

ट्रक में एक हजार 11 कर्टन शराब भरी थी। इसकी बाजार कीमत करीब 60 लाख रूपए आंकी गई है। पुलिस ने पंजाब के मोदा निवासी चालक जगराजसिंह पुत्र निश्चन्तरसिंह सिख और निछन्तरसिंह पुत्र मोदनसिंह को गिरफ्तार किया।

शराब पर हरियाणा निर्मित शराब का मार्का लगा हुआ है। प्रारम्भिक जांच में दोनों ने जोधपुर में प्रवेश कर एक मोबाइल फ ोन से सम्पर्क कर खेप पहुंचाना बताया। पुलिस ने मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर मुख्य सरगना की तलाश शुरू की है।

जैसलमेर: करोड़ों की अघोषित आय पकड़ी

जैसलमेर: करोड़ों की अघोषित आय पकड़ी
जैसलमेर। जैसलमेर शहर मे आयकर विभाग की टीम की ओर से पत्थर-मार्बल गु्रप के विभिन्न प्रतिष्ठानो मे की गई सर्वे की कार्रवाई मे 2 करोड़ 11 लाख की अघोषित आय सामने आई है।

सूत्रो के मुताबिक गुरूवार देर रात तक चली कार्रवाई मे संबंधित गु्रप ने उक्त अघोषित राशि को सरेंडर किया और अग्रिम टैक्स अदा करने के लिए चेक सौंपे।

गौरतलब है कि आयकर विभाग की टीम ने इस व्यावसायिक गु्रप के विभिन्न व्यापारिक प्रतिष्ठानो मे एक साथ सर्वे की कार्रवाई कर रिकार्ड को खंगाला और आय-व्यय के हिसाब का मिलान किया।

गुरूवार शाम को शहर के अलग-अलग भागो मे हुई आयकर सर्वे से एकबारगी हड़कम्प मच गया।

यूजीसी नेट के लिए आवेदन 30 तक

यूजीसी नेट के लिए आवेदन 30 तक

अजमेर। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से आयोजित होने वाली यूजीसी नेट परीक्षा का नोटिफिकेशन हो गया है।

परीक्षा 29 दिसम्बर को होगी। अभ्यर्थी 30 अक्टूबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।

व्याख्याताओं की भर्ती और शोधार्थियों को फैलोशिप के लिए यूजीसी प्रतिवर्ष जून और दिसम्बर में नेट/जेआरएफ परीक्षा कराता है।

इस वर्ष करीब 95 विषयों के लिए परीक्षा होगी। यूजीसी ने वेबसाइट पर सूचना अपलोड कर दी है।

संथाली भाषा शामिल
यूजीसी ने पहली बार संथाली भाषा को भी सूची में शामिल किया है। यह भाषा झारखंड, असम, बिहार, ओडिशा, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल में बोली जाती है। पिछले वर्ष यूजीसी ने असम की बोडो भाषा को सूची में शामिल किया था।

बनाए 84 केंद्र
यूजीसी ने अभ्यर्थियों के लिए 84 विश्वविद्यालयों में केंद्र बनाए हैं। अभ्यर्थी इन केंद्रों में ऑनलाइन आवेदन का प्रिंट जमा कराने के अलावा आवश्यक जानकारी ले सकेंगे।

आवेदन के लिए फीस
आवेदन के लिए सामान्य आवेदक को 450 रूपए, नोन क्रीमि लेयर ओबीसी आवेदक को 225 रूपए और एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी आवेदक को 110 रूपए अदा करने होंगे। परीक्षा में सुबह 9.30 से 10.45 तक पहला, 10.45 से 12 बजे तक दूसरा और 1.30 बजे से 4.00 बजे तक तीसरा पेपर होगा।

ये होंगे पेपर (यूजीसी के मुताबिक)
प्रथम पेपर- 100 अंक, 60 में से 50 प्रश्न करना जरूरी।
द्वितीय पेपर- 100 अंक, सभी 50 प्रश्न अनिवार्य।
तृतीय पेपर- 150 अंक, सभी 75 प्रश्न करना अनिवार्य।