जोधपुर। नाबालिग से यौन उत्पीड़न के आरोपी आसाराम बापू का लुकाछिपी का खेल शनिवार देर रात खत्म हो गया। हाई प्रोफाइल ड्रामे के बीच जोधपुर पुलिस ने उन्हे शनिवार देर रात करीब 12.25 बजे इंदौर आश्रम से अरेस्ट किया।
जोधपुर पुलिस उन्हें प्लेन में बिठाकर इंदौर से वाया दिल्ली होते हुए दोपहर करीब 12.30 बजे जोधपुर लाई। यहां मंडोर रोड़ स्थित आरएसी लाइन में उनसे पूछताछ की गई। इसके बाद दोपहर करीब 3.30 बजे उन्हें स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने आसाराम बापू को दो दिन के लिए पुलिस हिरासत में देने की मांग की लेकिन कोर्ट ने एक दिन की ही पुलिस कस्टडी मंजूर की।
जेल जाऊंगा तो अपवित्र हो जाऊंगा
सूत्रों के मुताबिक आरएसी लाइन में पूछताछ से पहले उन्हें मौका ए वारदात पर ले जाया गया। वहां भी उनसे पूछताछ की गई। आसाराम ने पूछताछ के दौरान खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि मैंने कुछ नहीं किया। मैंने लड़की को कुटिया में ले जाकर प्रवचन दिया था और दूध पिलाया था। जेल में अपराधिक प्रवृत्ति के लोग रहते हैं। वहां जाने से मैं अपवित्र हो जाऊंगा।
कानून से ऊपर कोई नहीं
इधर,राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि कोई भी, चाहे वह अभिनेता, राजनेता या अन्य कोई भी हो, कानून से ऊपर नहीं है। कानून अपना काम करेगा। पुलिस को बिना किसी पक्षपात के इस मामले की पड़ताल करने देना चाहिए। जो भी इस मामले में दोषी है, उसे सजा मिलनी चाहिए।
पीडिता के पिता ने तोड़ा अनशन
पीडिता के परिजन आसाराम की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शाहजहांपुर कलेक्ट्रेट में शनिवार को अनशन पर बैठ गए थे। उनके साथ कुछ रिश्तेदार और स्थानीय लोग भी थे। पीडिता के पिता ने कहा था कि जब तक आसाराम की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक उनका अनशन जारी रहेगा। शनिवार देर रात आसाराम के गिरफ्तार हो जाने के बाद उन्होंने जूस पीकर अपना अनशन तोड़ दिया।
ये है यौन उत्पीडन का मामला
आसाराम के आश्रम में शिक्षा ग्रहण करने वाली छिंदवाड़ा निवासी 16 वर्षीया किशोरी का झाड़-फूंक के बहाने यौन उत्पीड़न किया गया। 20 अगस्त को 16 वर्षीया किशोरी ने इस बारे में दिल्ली के पुलिस थाने में 72 वर्षीय आसाराम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। आसाराम ने इन आरोपों का खंडन किया और उनके बेटे ने किशोरी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने का हवाला दिया। आसाराम के खिलाफ नाबालिग द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत 21 अगस्त को जोधपुर पुलिस को हस्तांतरित कर दी गई थी।
जोधपुर पुलिस उन्हें प्लेन में बिठाकर इंदौर से वाया दिल्ली होते हुए दोपहर करीब 12.30 बजे जोधपुर लाई। यहां मंडोर रोड़ स्थित आरएसी लाइन में उनसे पूछताछ की गई। इसके बाद दोपहर करीब 3.30 बजे उन्हें स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने आसाराम बापू को दो दिन के लिए पुलिस हिरासत में देने की मांग की लेकिन कोर्ट ने एक दिन की ही पुलिस कस्टडी मंजूर की।
जेल जाऊंगा तो अपवित्र हो जाऊंगा
सूत्रों के मुताबिक आरएसी लाइन में पूछताछ से पहले उन्हें मौका ए वारदात पर ले जाया गया। वहां भी उनसे पूछताछ की गई। आसाराम ने पूछताछ के दौरान खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि मैंने कुछ नहीं किया। मैंने लड़की को कुटिया में ले जाकर प्रवचन दिया था और दूध पिलाया था। जेल में अपराधिक प्रवृत्ति के लोग रहते हैं। वहां जाने से मैं अपवित्र हो जाऊंगा।
कानून से ऊपर कोई नहीं
इधर,राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि कोई भी, चाहे वह अभिनेता, राजनेता या अन्य कोई भी हो, कानून से ऊपर नहीं है। कानून अपना काम करेगा। पुलिस को बिना किसी पक्षपात के इस मामले की पड़ताल करने देना चाहिए। जो भी इस मामले में दोषी है, उसे सजा मिलनी चाहिए।
पीडिता के पिता ने तोड़ा अनशन
पीडिता के परिजन आसाराम की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शाहजहांपुर कलेक्ट्रेट में शनिवार को अनशन पर बैठ गए थे। उनके साथ कुछ रिश्तेदार और स्थानीय लोग भी थे। पीडिता के पिता ने कहा था कि जब तक आसाराम की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक उनका अनशन जारी रहेगा। शनिवार देर रात आसाराम के गिरफ्तार हो जाने के बाद उन्होंने जूस पीकर अपना अनशन तोड़ दिया।
ये है यौन उत्पीडन का मामला
आसाराम के आश्रम में शिक्षा ग्रहण करने वाली छिंदवाड़ा निवासी 16 वर्षीया किशोरी का झाड़-फूंक के बहाने यौन उत्पीड़न किया गया। 20 अगस्त को 16 वर्षीया किशोरी ने इस बारे में दिल्ली के पुलिस थाने में 72 वर्षीय आसाराम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। आसाराम ने इन आरोपों का खंडन किया और उनके बेटे ने किशोरी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने का हवाला दिया। आसाराम के खिलाफ नाबालिग द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत 21 अगस्त को जोधपुर पुलिस को हस्तांतरित कर दी गई थी।