मंगलवार, 20 अगस्त 2013

पति-पत्नी का त्योहार रक्षाबंधन?

रक्षाबंधन के दिन बहनें भाई की कलाई में राखी बांधती हैं और लंबी उम्र की दुआ मांगती है। लेकिन जिनके लिए बहन से राखी बंधवाना मुश्किल हो वह पत्नी से राखी बंधवा सकते हैं। ऐसा करना धर्म संगत भी है क्योंकि राखी भाई-बहनों के साथ ही पति-पत्नी के प्रेम का भी त्योहार है। भविष्य पुराण में इस संदर्भ में एक एक कथा का उल्लेख किया गया है।rakshabandhan story of indra
कथा के अनुसार एक बार दानवों ने देवताओं पर आक्रमण कर दिया। देवताओं की सेना दानवों से पराजित होने लगी। देवराज इंद्र की पत्नी देवताओं की लगातार हो रही हार से घबरा गयी और इंद्र के प्राणों रक्षा के उपाय सोचने लगी। काफी सोच-विचार करने के बाद शचि ने तप करना शुरू किया। इससे एक रक्षासूत्र प्राप्त हुआ।

शचि ने इस रक्षासूत्र को इंद्र की कलाई पर बांध दिया। इससे देवताओं की शक्ति बढ़ गयी और दानवों पर विजय पाने में सफल हुए। श्रावण पूर्णिमा के दिन शचि ने इंद्र को रक्षासूत्र बांधा था। इसलिए इस दिन से रक्षा बंधन का त्योहार बनाया जाने लगा।

भविष्य पुराण के अनुसार यह जरूरी नहीं कि भाई-बहन अथवा पति-पति रक्षा बंधन मिलकर रक्षाबंधन का त्योहार मनाएं। आप जिसकी भी रक्षा एवं उन्नति की इच्छा रखते हैं उसे रक्षा सूत्र यानी राखी बांध सकते हैं।

रेशमा को भाई तो नाथू को बहना का इंतज़ार चालीस वर्षों से

सरहदे बनी दीवारें। . सुनी हें कलाईयाँ सीमा के उस पार और इस पार 

रेशमा को भाई तो नाथू को बहना का इंतज़ार चालीस वर्षों से 

 सिकंदर शेख 

जैसलमेर आज सुबह के समय जैसलमेर में पाक विस्थापितों की भील बस्ती की रेशमा के घर में चुल्हा जल रहा है. रेशमा अपने परिवार के पेट की भूख मिटाने की तैयारी कर रही है साथ ही में उसका छोटा बेटा उसके साथ खेल रहा है, आँखों में एक सूनापन साफ़ देखा जा सकता है की वो किसी अपने का इंतज़ार कर रही है, चूल्हे पर रोटियाँ बनाती रेशमा को जलती लकड़ी के धुंए से नहीं वरन अपनी आत्मा के अन्दर की जलन से उठी हुक के धुंए से आँखों में जलन हो रही है, आज के दिन अपने भाइयों के इंतज़ार में अपनी आँखें पथराये बैठी रेशमा का पूरा परिवार पाकिस्तान में रहता है,, लेकिन सीमाओं के पहरे की वजह से पिछले कई सालों से इनका मिलना नहीं हुआ,रेशमा के भाइयों की कलाई हर साल आज ही के दिन रेशमा का इंतज़ार कर रही है ,,,ये इंतज़ार कब ख़त्म होगा,ये तो वक़्त ही बताएगा, मगर भारत पाक बॉर्डर पर रहने वाले लोगों को विभाजन के साथ ही ये तो पता था की हम लोग अलग हो रहे हैं मगर ये नहीं पता था की इतने अलग हो जायेंगे की सूरत देखने को तरस जायेंगे,,हुक्मरानों के तालूकात पर निर्भर रहने वाले ये दिलों के रिश्ते ,,,आज आंसूं बहा रहे हैं ,,सरकार के कड़े वीसा नियमों से सरहद तो मजबूत हो रही है ,,मगर दिलों के रिश्ते तार तार हो रहे हैं ,,,
जैसलमेर में बसे भील परिवारों में ये केवल एक उदाहरण नहीं है जो अपने भाईयों के लिये आंसू बहा रही है। इसी बस्ती के नाथूराम भील की कहानी भी ऐसी ही है जिसकी बहिन की शादी पाकिस्तान में की हुई है और वीजा और अन्य अनुमतियों के पचडे के चलते न तो ये भाई पिछले कई वर्षों से अपनी बहिन से मिल पाये है और न ही वो बहिन अपने भाईयों के पास भारत आ पाई है। ऐसे में रक्षा के बंधन के त्यौहार पर बहिन की तस्वीर देख कर आंखे नम करते भाईयों के लिये यह त्यौहार किसी पीडा से कम नहीं है। रंग बिरंगी राखियों से सजी कलाईयां देख कर बचपन की यादों के सहारे इस त्यौहार को मनाने को मजबूर ये परिवार ही असल में पीडा भोग रहे हैं सीमाओं पर खींची दरारों की और उम्मीद भर नजर से देख रहे हैं कि कोई तो दिन ऐसा अवश्य ही आयेगा जब ये दरारें भरेंगी और प्यार के रंग इन सीमाओं पर भारी पडेंगे और भाई बहिनों से व बहिनें भाईयों बेखौफ मिल सकेंगी और त्यौहारों के रंग इनकी दुनियां में भी खुशियां बिखेरने वाले हो सकेंगे
त्यौहार रिश्तों की खूबसूरती को बनाये रखने का एक बहाना होते हैं। यूं तो हर रिश्ते की अपनी एक महकती पहचान होती है लेकिन भाई बहिन का रिश्ता एक भावुक अहसास होता है जिस पर रक्षाबंधन के त्यौहार के छींटे पडते ही एक ऐसी सौंधी सुगंधित बयार लाता है जो मन के साथ साथ पोर पोर को महका देती है लेकिन भील बस्ती के इन परिवारों की पीडा देख कर ये शब्द बेकार से लगते हैं जहां भाई बहिन के प्यास पर सीमाओं का पहरा लगा है और मजबूर है ये भाई और बहिन राखी पर राखी बांधने व बंधवाने के लिये अपने पाकिस्तान में निवास कर रहे भाई बहिनों से..

सोमवार, 19 अगस्त 2013

कन्या वध वाले गाँव बेटियों को अफसर बनाने में जुटे

कन्या वध वाले गाँव बेटियों को अफसर बनाने में जुटे 
जिस जमी को बेटियों की कब्रगाह कहा जाता था उसी रेतीले  राजस्थान के देवड़ा गाँव के युवा  अपने पुरखो के कलंक को धोने के साथ साथ आज बेटी को न केवल बचाने का बल्कि उसके सम्पूर्ण लालन पोषण का जिम्मा अपने कंधे पर उठा चुके है . बेटियों को पढ़ा लिखा कर अफसर बनाने में लग गए हें। उनका यह काम न केवल काबिल-ए- गोर है बल्कि काबिल -ए- तारीफ है . 
 
चन्दन सिंह भाटी 


जैसलमेर बाडमेर जिस गाँव पर बच्चियों को पैदा होते ही मरने का कलंक लगा था आज उन्ही गाँवो की बेतिया पढ़ लिख कर अफसर बन्ने की तैयारियों में जुटी हें। युवाओं की पहल रंग लाई जैसलमेर के भाटी राजपूतो के बसिया क्षेत्र में। भाटी  राजपूत जाती बाहुल्य इन तेरह गाँवो के समूह को बसिया क्षेत्र कहते हें। 

बाडमेर जैसलमेर जिलों की सरहद पर बसे देवडा गांव में अब किसी भाई की कलाई सूनी नही हैं।कई सदियों तक इस गांव के ठाकुरों के परिवारों में किसी कन्या का जन्म नही होने दिया,मगर बदलाव और जागरूकता की बयार के चलतें इस गांव में अब हर आंगन बेटी की किलकारियॉ गूॅज रही हैं।इस गांव के भाईयों की कलाईयॉ सदियों तक सूनी रही।इसी गाँव में एक सौ बीस साल बाद भाटियो के घर बारात आई थी। सामाजिक परम्पराओं और कुरीतियों के चलते इस गॉव सहित आसपास के दर्जनों गांवों सिंहडार,रणधा,मोडा,बहिया,कुण्डा,गजेसिंह का गांव,तेजमालता,झिनझिनियाली,मोघा,चेलक में कन्या के जन्म लेते ही उसें मार दिया जाता था।जिसके चलतें ये गांव बेटियों से वीरान थे।कोई एक दशक पहलें गांव में ठाकुर इन्द्रसिह के घर पहली बारात आई थी।जो पूरे देश में सूर्खियों में छाई थी। 

 बसिया क्षेत्र में अब इस कलंक से निजात मिली हें .बसिया में अब कन्याओं को लक्ष्मी का रूप मान उन्हें उचित मान सम्मान देकर पढ़ाया लिखाया जा रहा हें .देवड़ा के युवा उत्तम सिंह भाटी ने बताया की देवड़ा में कन्या के प्रति अब काफी जागरूकता आई हें .अब हर घर में बालिकाए अपनी जिंदगी जी रही हें ,उन्हें पढाया लिखाया जा रहा हें ,उच्च शिक्षा के लिए आगे बड़े शहरों में भी भेजा जा रहा हें ,बसिया के
अब इस गांव में शिक्षा तथा सामाजिक जागरूकता के चलतें बेटियों को बडे नाज से पाला जा रहा हैं।इस गांव के हर परिवार में बेटी हैं।गांव की जागरूकता की सबसे बडी मिशाल हैं।इस गांव में उच्च प्राथमिक स्तर का विद्यालय है।पांच साल पहले इस विद्यालय में एक भी बेटी का नामांकन नही था।आज इस विद्यालय में लगभग 35 बालिकाऐं शिक्षित हो रही हैं।विद्यालय के प्रधानाध्यापक देवाराम मेघवाल ने बताया कि इतना बदलाव नई पी के युवाओं के शिक्षित होने तथा शहरी माहौल में रहने के कारण आया हैं।गांव के युवा शिक्षित हो गयें सरकारी सेवाओं के साथ,वकालात,व्यापार में आ गयें।
इस गांव के बुजुर्ग मलसिंह भाटी ने बताया कि विभाजन से पहले जैसलमेर के इन गांवों में अफगानी आताताइयों का आंतक था।अफगानी हुर लडकियों को उठा कर ले जाते थे।इसी से बचने के लिऐं भाटीयों के 13 गांवों ने सामुहिक निर्णय किया था कि घर में कन्या का जन्म नहीं होने देंगें।इसके बाद इसने कुप्रथा का जन्म ले लिया।सदियों तक इन गांवों में कन्या का जन्म होने नही दिया।रक्षा बन्धन का पता गांव में तब लगता जब शहर से ब्राहमण राखी बांधने गांव आता।अब बदलाव की बयार चल पडी हैं कि सिंहडार में 20,देवडा में 43,बहिया में 30 कन्याऐं घरों की रोशनी बन  रही हैं।बहुत खुशी होती कि लक्ष्मी रूप कन्याऐं हमारे आंगन की शोभा बढ़ा रही हैं।

शहरी क्षैत्र का सकारात्मक प्रभाव के कारण आज घरों में कन्याऐं बडें नाज से पल रही हैं।पंचायत समिति के पूर्व सदस्य दुर्जनसिंह भाटी नें बताया कि सामाजिक जागरूकता और शिक्षा के कारण गांव में कुरीतियों का अन्त हो गया।जिन घरों में सदियों से बालिकाऐं नही थी,उन घरों के ऑगन बेटियों की खुश्बु से महक रहें हैं। हमारी कलाईयों पर कभी राखी नही बंधी।हमारी कलाईयॉ आज भी सूनी हैं।मगर आज की पीढ़ी  के हर भाई की कलाई पर राखी सजती हैे।

इस गांव की बुजुर्ग महिला श्रीमति राम  कंवर ने बताया कि दस साल पहले तक इस गांव में राखी का त्यौहार मनाया ही नही जाता था क्योकि बहनें थी ही नहीं।अब हर घर में कन्या होने के कारण विशोष रूप से राखी सामुहिक रूप से मनाया जाता हैं।अब पुरानी बातें काला इतिहास हो गयी।अब नई उम्र की नइ र्फुसलें हैं।जी सोरो होवे जदै छोरियों नें स्कूल जावते देखा।गांव में आया बदलाव कन्या वघ के कलंक को धोने के लियें काफी हैं।यह बदलाव केवल देवडा गांव में ही नही अपितु आसपास के सभी उन गांवों में आया हैं,जहॉ कन्या को जन्म लेते ही मारने की कुर्प्रथा थीा।इन गांवों में रक्षा बन्धन का पर्व बडी धूमधाम से मनाया  जाता हैं।परम्परागत रूप से मांगणियार गाने बजाने आते हैं ,हंसी खुशी से बहनें भाइयों के राखी बांधती हें।कल तक कन्याओं के वध करने वाले हाथ आज बडे नाज से कन्याओं को पाठशाला शिक्षा के लिऐं भेजते हैं।सिहडार गांव की दिव्या दसवी  कक्षामें तथा नेमु कंवर बाहरवी  वीं कक्षा में पढ रही हैं।इतना ही नहीं इन गाँवो की बालिकाएं बड़े शहरों में अफसर बनाने की तैयारियों में जुटी हें। दिव्या कंवर को उनके पिता दुर्जन सिंह भाटी ने प्रेरणा देकर एन सी सी की परीक्षा भी उतीर्ण कराई। दिव्या का कहना हें उसे सेना में अफसर बनाना हें। इसी सपने को पूरा करने के लिए अपने गाँव से कोसो दूर विद्या वाड़ी होस्टल में रह कर पढाई कर रही हें। यह बदलाव शकुन देने वाला हें। 

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बीयर पीने से अब नहीं होगा हैंगओवर!



मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी बीयर तैयार करने का दावा किया है, जो न केवल शरीर में पानी की कमी होने (डिहाईड्रेशन) से रोकेगी, बल्कि इससे आम तौर पर होने वाले हैंगओवर्स से भी निजात मिलेगी.

बीयर में मौजूद अल्कॉहल पानी के मुकाबले जल्दी अब्सॉर्व होती है, जिसकी वजह से बीयर पीने वालों को डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है. डिहाईड्रेशन अल्कॉहल से होने वाले हैंगओवर की प्रमुख वजह है.

ग्रिफिथ हेल्थ इंस्टिट्यूट के वैज्ञानिकों ने जो बीयर तैयार की है, उसमें इलेक्ट्रोलाइट और अन्य मिनिरल्स की मात्रा ज्यादा है. इनका इस्तेमाल स्पोर्ट्स ड्रिंक्स में भी होता है.

इस वजह से बीयर पीने के बावजूद बॉडी में लिक्विड की मात्रा कम नहीं हो पाती. इसके अलावा, बीयर में अल्कॉहल की मात्रा को भी सीमित किया गया है.

वैज्ञानिकों के इन नतीजों को इंटरनैशनल जर्नल ऑफ स्पोर्ट एंड एक्सर्साइज मेटाबॉलिजम में पब्लिश किया गया है.

धोरिमना हत्याकांड के चार आरोपी गिरफ्तार। तीन दिन के रिमांड पर

धोरिमना हत्याकांड के चार आरोपी गिरफ्तार। तीन दिन के रिमांड पर


बाड़मेर रविवार को प्रेम प्रसंग के चलते रानासर कल्ला गाँव में एक युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायलय में पेश किया जहां तीन आरोपियों को पुलिस रिमांड पर तीन दिन के लिए लिया गया वाही चोथा आरोपी नाबालिग होने के कारन उसे किशोर सुधर गृह भेज गया। पुलिस अधीक्षक सवाई सिंह गोदारा ने बताया की पुलिस थाना धोरीमन्ना के हल्का क्षेत्र ग्राम राणासर कल्लां में सिथत शेराणियों की ढ़ाणी में राणाराम पुत्र सदराम जाति विश्नोर्इ निवासी राणासर कल्लां की सुनियोजित तरीके से योजना बनाकर हत्या करने के सन्दर्भ में अनुसंधान से हत्या करने के अपराधी जगदीश पुत्र भाखराराम उम्र 23 वर्ष, हरदान पुत्र बगताराम उम्र 60 वर्ष व भाखराराम पुत्र बगताराम उम्र 55 वर्ष जाति विश्नोर्इ निवासीयान शेराणियों की ढ़ाणी, राणासर कल्लां को गिरफतार किया जाकर आज दिनांक 19.08.2013 को बाड़मेर सिथत माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जाकर तीन दिन के पुलिस अभिरक्षा पर प्राप्त किया गया हैं तथा चौथा विधि विरूद्ध संघर्षरत बाल अपचारी होने के कारण किशोर न्यायालय, बाड़मेर के समक्ष उपसिथत किया जाकर संपे्रक्षण गृह भिजवाया गया हैं।

बाड़मेर भारी मात्र में अवेध शराब बरामद ,एक गिरफ्तार

बाड़मेर भारी मात्र में अवेध शराब बरामद ,एक गिरफ्तार


बाड़मेर जिला पुलिस अधीक्षक सवाई सिंह गोदारा के निर्देशानुसार मदनलाल, उ0नि0, थानाधिकारी, पुलिस थाना, बायतु को मुखबीर से इत्तला मिली कि बाबूलाल पुत्र हरचन्दराम जाति जाट निवासी पनावड़ा अपने ढ़ाणी के सामने सिथत रोड़ पर 3 कटटों में अवैध शराब भरकर कहीं बेचने की फिराक में हैं, जिस पर थानाधिकारी मय पुलिस जाब्ता द्वारा सरहद पनावड़ा पहुंचकर सड़क पर खड़े शख्स बाबूलाल की तलाशी लेने पर उसके कब्जा से 3 कटटों में 82 केन हरियाणा निर्मित हावर्ड बीयर, 70 बोतल जिसमें 13 बेगपार्इपर, 19 ड्रार्इजिन व 38 बोतल इम्पेक्ट हरियाणा निर्मित अवैध शराब एवं 141 पव्वे जिसमें 93 पार्टी स्पेशल व 48 ब्ल्यू मून के हरियाणा निर्मित अवैध अंगे्रजी शराब बरामद की जाकर मुलजिम बाबूलाल पुत्र हरचन्दराम जाति जाट निवासी पनावड़ा को गिरफतार कर पुलिस थाना बायतु पर मुलजिम के विरूद्ध आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया जाकर अनुसंधान किया जा रहा हैं।

जोधपुर।प्रेमी युगल ने नाडी में कूदकर दी जान

जोधपुर। प्रेमी युगल ने जिले के तिंवरी कस्बे में स्थित नाडी में कूदकर जान दे दी। मथानिया पुलिस ने सोमवार सुबह दोनों शव बाहर निकलवाए व परिजनों के आग्रह पर बगैर कार्रवाई के ही परिजनों को सुपुर्द किए। दोनों ने अपने हाथ आपस में रस्सी से बांध रखे थे।
एएसआई लूणाराम के अनुसार तिंवरी निवासी शोएब (24) पुत्र मोहम्मद फारूख व खाण्डा फलसा निवासी सविदा बानो (18) पुत्री अब्दुल सलाम के बीच प्रेम संबंध थे। शोएब शादीशुदा था और उसकी पत्नी कई दिनों से साथ नहीं रह रही थी। रविवार को शोएब शहर से सविदा को लेकर गांव आया, लेकिन संभवत: परिजनों के ऎतराज जताने पर दोनों घर से निकल गए।

रविवार सुबह साढ़े सात बजे गांव की नाडी में दोनों के डूबने की सूचना मिली। मौके पर परिजन व ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस वहां पहुंची तथा गोताखोरों की मदद से दोनों को बाहर निकलवाया, लेकिन तब तक दोनों की मृत्यु हो चुकी थी। पुलिस ने कार्यवाही के लिए दोनों शव मथानिया की मोर्चरी में रखवा दिए। मगर दोनों मृतकों के परिजनों के अनुरोध पर बगैर कार्यवाही शव उनके सुपुर्द कर दिए।

मृतक के पास मिला सुसाइड नोट

तलाशी में मृतक के पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला। जिसके नीचे दोनों के हस्ताक्षर भी थे। उसमें लिखा था कि वे एक-दूसरे को बहुत प्यार करते हैं। उन्होंने साथ जीने व मरने की कसमें खाई थी। एक-दूसरे के बगैर नहीं रह सकते। इसलिए अब उन्हें मरना पड़ रहा है। यह फैसला दोनों का है और दोनों घरवालों के किसी भी व्यक्ति को परेशान नहीं किया जाए।

बाड़मेर सरकारी खबरे कचहरी परिसर से



विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक 22 को

बाडमेर, 19 अगस्त। जिला परिषद द्वारा संचालित विभिन्न विकास योजनाओं की माह जुलार्इ, 13 तक की प्रगति के संबंध में समीक्षा बैठक जिला कलक्टर भानु प्रकाष एटूरू की अध्यक्षता में 22 अगस्त को दोपहर 12.00 बजे कलेक्ट्रेट कांफ्रेन्स हाल में आयोजित की जाएगी।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर. गुगरवाल ने बताया कि उक्त बैठक में विभिन्न विकास योजनाओं की माह जुलार्इ, 13 तक की वितीय एवं भौतिक प्रगति, महात्मा गांधी नरेगा योजना की प्रगति, भारत निर्माण राजीव गांंधी सेवा केन्द्रों की भौतिक प्रगति एवं एमआर्इएस प्रगति, मुख्यमंत्री ग्रामीण बीपीएल आवास योजना, इनिदरा आवास योजना की प्रगति सहित विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की जाएगी।

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दक्षता आधारित उधमिता विकास प्रशिक्षण सितम्बर माह में

बाडमेर, 19 अगस्त। शिक्षित बेरोजगारों को स्वरोजगार की ओर उन्मुख करने के लिए जिला उधोग केन्द्र द्वारा सितम्बर माह के प्रथम सप्ताह में दक्षता आधारित उधमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत मोबाइल रिपेयर्स सर्विस प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

जिला उधोग केन्द्र के महाप्रबन्धक रामरतन मरवण ने बताया कि योजनान्तर्गत 50 कार्य दिवस के इस प्रशिक्षण हेतु न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10 वीं उतीर्ण , आयु 1 अप्रेल, 13 को 18 वर्ष से 35 वर्ष तक तथा बाडमेर जिले का मूल निवासी हो वे मय शुल्क जो सामान्य वर्ग के आवेदक हेतु 200 रूपये, अनुसूचित जातिजन जातिपिछडा वर्ग एवं महिला आवेदकों हेतु 100 रूपये है, इच्छुक पात्र आवेदक जिला उधोग केन्द्र बाडमेर से नि:शुल्क आवेदन पत्र प्राप्त कर शैक्षणिक योग्यता, जन्मतिथि प्रमाण पत्र तथा मय शुल्क के 31 अगस्त, 2013 तक आवेदन कर सकते है।

उन्होने बताया कि मोबाइल रिपेयर्स सर्विस प्रशिक्षण आयोजित करवाने वाली पंजीकृत संस्थाएंमास्टर क्राफटमैन अपने गत तीन वर्ष के कार्य अनुभव एवं आडिट लेखों तथा आधारभूत सुविधओं की सम्पूर्ण जानकारी एवं संस्थान के पंजीयन प्रमाण पत्र सहित 31 अगस्त, 2013 तक अपने प्रस्ताव प्रस्तुत कर सकते है।

 बैठक कल

बाडमेर, 19 अगस्त। बाडमेर पंचायत समिति के कनिष्ट लिपिक, ग्राम रोजगार सहायक एवं कनिष्ट तकनीकी सहायकों की बैठक 21 अगस्त को प्रात: 11.00 बजे समिति के सभागार में आयोजित की जाएगी।

विकास अधिकारी आर्इदानसिंह सोलंकी ने उक्त कार्मिकों को बैठक में पांच सूत्रीय कार्यवाही प्रपत्र की सूचना, ग्राम पंचायत स्तरीय परिसम्पति रजिस्टर तथा मासिक बैठक से संबंधित सूचनाएं साथ लाने के निर्देश दिए है।

साम्प्रदायिक सौहार्द पखवाडा आज से

बाडमेर, 19 अगस्त। स्वर्गीय श्री राजीव गांधी के जन्म दिवस 20 अगस्त को सदभावना दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस मौके पर 20 अगस्त से 3 सितम्बर तक साम्प्रदायिक सौहार्द पखवाडा मनाया जाएगा। पखवाडे के दौरान सदभावना प्रतिज्ञा, चित्रकला, भाषण, निबन्ध प्रतियोगिता सहित कर्इ कार्यक्रम आयोजित किए जाएगें।

अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित ने संबंधित अधिकारियों को पखवाडे के दौरान राष्ट्रीय एकता और साम्प्रदायिक मैत्री को बढावा देने के संबंध में कार्यक्रमों का आयोजन करने के निर्देश दिए है।

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जवानों को नशे से दूर रहने की हिदायते दी पुलिस अधीक्षक ने



पुलिस लाइन जैसलमेर में सम्पर्क सभा का आयोजन 

कम्प्यूटर शिक्षा पर अधिक जोर
जवानों को नशे से दूर रहने  की हिदायते दी पुलिस अधीक्षक ने 



जैसलमेर सोमवार को पुलिस लार्इन जैसलमेर में पुलिस अधीक्षक हेमंत शर्मा जिला जैसलमेर द्वारा सम्पर्क सभा का आयोजन किया गया । सम्पर्क सभा में पुलिस अधीक्षक के अलावा रामसिंह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, वेदप्रकाश शर्मा शहर कोतवाल, शिवलाल अपराध सहायक, मेहरानराम लेखाकार, शिवलाल गर्ग कार्यालय सहायक, जमनादास प्रभारी बल शाखा, चैनाराम चौधरी प्रभारी सामान्य शाखा, पुरूषोतम पुरोहित कैशियर, सवार्इसिंह प्रभारी गोपनीय शाखा, जीवणाराम एलओ पुलिस लार्इन जैसलमेर एवं मुख्यायल तथा पुलिस लार्इन पर पदस्थापित समस्त स्टाफ उपसिथत रहा। पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त पुलिस कर्मियों की समस्याए सुनी तथा उन पर गौर कर तुरंत समस्याओं निराकरण के निर्देश दिये गये। इसके साथ-साथ पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस कर्मियों को समझाया की पुलिस एक अनुशासन फोर्स है तथा अनुशासन बनाकर रखना ही पुलिस का कार्य हैं। इसलिए अनुशासन को अपने जीवन में उतारते हुए उसे अपनी नौकरी एवं जनता के बीच बनाकर रखे। उक्त सम्पर्क सभा में समस्त उपसिथत पुलिस कर्मियों ने अपनी-अपनी बात को रखा तथा पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त पुलिस कर्मियों का सुना तथा उनके निराकरण हेतु संबंधी अधिकारी को निर्देश दिये। पुलिस अधीक्षक द्वारा रोजमर्रा की डयूटियों के अलावा प्रतिदिन व्यायाम देने पर भी जो दिया तथा अपने शरीर को स्वस्थ रखने की समझार्इश की। पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त अधिकारियोंकर्मचारियों को शराब एवं अन्य नशीले पदार्थो के शेवन से दूर रहने की हिदायते दी तथा धूम्रपान को अपने जीवन से दूर रखने की समझार्इश की तथा समस्त पुलिस कर्मियों को अपने-अपने बच्चों को उच्च शिक्षा देने पर जो दिया। पुलिस अध्ीाक्षक द्वारा आज के परिवेश में कम्प्यूटर की महत्ता को बताते हुए प्रत्येक पुलिस कर्मी को कम्प्यूटर सिखने की हिदायत दी गर्इ क्योंकि आज पुलिस के ज्यादातर कार्य कम्प्यूटर के द्वारा सम्पादित किये जाते है तथा पुलिस विभाग में कम्प्यूटर से संबधीत राष्ट्रीय स्तर पर संचालित पुलिस के सी.सी.टी.एन.एस. प्राजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए, बताया कि उक्त प्रोजेक्ट के तहत समस्त भारत में पुलिस थानों में जर्द कि जाने वाली एफ.आर्इ.आर. एवं थानेे के अन्य कार्य सम्पादित किये जाते है वह लगभग राजस्थान के आधे से ज्यादा जिलोे में लागू हो गया है ओर आगे जैसलमेर में भी लागू है। इसलिए उक्त प्रोजेक्ट पर कार्य करने के लिए पुलिस के प्रत्येक पुलिस कर्मी को कम्प्यूटर को ज्ञान होना अति आवश्यक है। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त पुलिस कर्मियों को पुलिस लार्इन को स्वस्थ रखने एवं आपासी मेलमिलाप से कार्य करने की समझार्इश की गर्इ। 

पाकिस्तान के हिन्दू बाहुल्य सिंध प्रान्त में राखी की धूम





सभी फाइल फोटो 


पाकिस्तान के हिन्दू बाहुल्य सिंध प्रान्त में राखी की धूम



चन्दन सिंह भाटी


बाड़मेर बहन और भाई के अटूट पवित्र रिश्ते के पर्व रक्षाबंधन का पाकिस्तान हिन्दू बाहुल्य सिंध प्रान्त के हिन्दू बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। पाकिस्तान सिंध प्रान्त के कई तालुको के बाजारों में रंग-बिरंगी राखियां, मिठाई और उपहार बिक रहे हैं। यह पर्व एक तरह से धार्मिक संकीर्णता की परिधि से बाहर निकल चुका है।

रक्षाबंधन हिन्दू पवित्र महीने सावन की पूर्णिमा को पड़ता है। इस साल यह पर्व बीस अगस्त को मनाया जाएगा। बहनों को अपने भाइयों की कलाई पर रंग-बिरंगी राखियां बांधने का बेसब्री से इंतजार होता है। बहन अपने भाई के प्रति प्यार और आदर का इजहार करने के लिए उनकी कलाई पर राखी बांधती है।

कराची ,थट्टा ,सांगड़ ,मीरपुरखास ,उमरकोट ,गडरा सिटी ,बहावलपुर ,नगरपरकर ,थारपारकर ,पियरो पारकर में लड़कियों को बाजार में राखियां खरीदते देखा जा रहा है। राखी के लिए पारम्परिक आरती थाली, जिसमें अक्षत, सिंदूर, दीपक, मिठाई आदि जैसे पवित्र उत्पाद रखे जाते हैं, की जबर्दस्त मांग है।सीमा पर के सूत्रों के मुताबिक बाजार में एक से बढ़कर एक आकर्षक थालियां बिक रही हैं।

राखियों का स्वरूप भी काफी बदल गया है। ‘सिंध माइनॉरिटी अलायंस’ के एक सदस्य ने संवाददाता को बताया , “राखी धार्मिक कम, सांस्कृतिक पर्व ज्यादा है। यह धर्म और सम्प्रदाय की संकीर्णताओं से मुक्त हो चुका है।”
दुनियाभर में यह पर्व पारम्परिक उल्लास के साथ मनाया जाता है। ‘पाकिस्तान हिन्दू वेलफेयर एसोसिएशन’ की अध्यक्ष ने बताया कि अधिकांश हिन्दू अपने घरों में इस त्यौहार को मनाना पसंद करते हैं, लेकिन कुछ जगहों पर सार्वजनिक तौर पर भी राखी बांधने की रस्म अदायगी होती है।

उन्होंने बताया कि कराची में रक्षाबंधन के मौके पर ‘नेटिव जेट्टी ब्रिज’ इलाके में स्थित हनुमान मंदिर में हिन्दू लड़कों और लड़कियों का जमावड़ा लगता है। यहां लड़कियां लड़कों की कलाई पर राखी बांधती हैं। वे बताती हैं, “जिस लड़की का भाई नहीं होता, उसके लिए भी भाई तलाशा जाता है ताकि वह इस त्यौहार को मना सके। इस मौके पर लड़कियां दूसरे लड़कों को अपना धर्म भाई बनाती हैं।”


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ब्रहमा कुमारी बहने बांधेगी भाइयो को रक्षा सुत्र


रक्षाबंधन पर स्नेह मिलन समारोह आज

ब्रहमा कुमारी बहने बांधेगी भाइयो को रक्षा सुत्र

 बाड़मेर। बहन और भार्इ के अटूट रिश्ते को जोड़ने वाला रक्षा बंधन पर्व के पावन अवसर पर आज प्रात: 8.30 बजे ब्रहमा कुमारी र्इश्वरीय विश्वविधालय शाखा बाड़मेर व अणुव्रत समिति बाड़मेर के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय महावीर नगर बीएसएनएल कार्यालय के पास स्नेह मिलन समारोह का आयोजन किया जायेगा। 

बहन डा. राधा रामावत ने बताया कि ब्रहमा कुमारी र्इश्वरीय विश्वविधालय व अणुव्रत समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस समारोह के मुख्य अतिथि जिला पुलिस अधीक्षक सवार्इसिंह गोदारा होगे वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता आश्रम प्रमुख बहन बबीता करेगीं।

कार्यक्रम में अतिविशिष्ट अतिथि जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल आर गुगरवाल होगे। वहीं कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में कौमी एकता कमेटी के अध्यक्ष धनराज जोशी, समाजसेवी तनसिंह चौहान, समाजसेवी रतनलाल वडेरा, उपभोक्ता संरक्षण मंच की सदस्या ममता मंगल, समाजसेवी मांगीलाल वडेरा, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष एडवोकेट मुकेश जैन, इणिडयन रेड क्रास के उपाध्यक्ष छगनलाल जाटव, समाजसेवी नारूमल शिरकत करेगे।

डा. राधा रामावत ने बताया कि इस दौरान हिन्दू -मुसिलम-सिक्ख-र्इसार्इ भार्इ बहन एक - दूसरे की कलार्इ में बाबा की राखी बांधेगें।

जटिया समाज की प्रतिभाओ का होगा सम्मान



जटिया समाज की प्रतिभाओ का होगा सम्मान

नवयुवक मण्डल की बैठक में कर्इ मुददो पर हुआ विचार-विमर्श

बाड़मेर।

जटिया समाज नवयुवक मण्डल के प्रवक्ता सुरेश जाटोल ने बताया कि नवयुवक मण्डल की आम बैठक अध्यक्ष कैलाश फुलवारिया की अध्यक्षता में व जटिया समाज के महामंत्री भेरूसिंह फुलवारिया के मुख्य आतिथ्य में स्थानीय जटिया समाज के हनुमान मंदिर में आयोजित हुर्इ। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आगामी 15 सितम्बर को जटिया समाज की प्रतिभाओ का सम्मान समारोह व नव गठित नवयुवक मण्डल की कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जायेगा। जाटोल ने बताया कि इससे पूर्व युवाओं के लिए किक्रेट, बालीबाल सहित अन्य खेलकूद गतिविधियां आयोजित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में कार्यकारिणी के लिए संविधान बनाने के बारे में भी विचार-विमर्श किया गया व सुझाव लिये गयें। बैठक को सम्बोधित करते हुए महामंत्री भेरूसिंह फुलवारिया ने कहा कि संगठित युवा शकित समाज की नींव बने, संगठन के बिना समाज अधूरा हैं। इसलिए संगठित होकर शिक्षा के साथ-साथ समाज की प्रगति की राह पर ले जावें। इस दौरान नवयुवक मण्डल के संयोजक चंदन जाटोल ने कहा कि युवा ही एक शकित है जो किसी भी कार्य को पूरा करने में सक्षम हैं। इस दौरान नवयुवक मण्डल के अध्यक्ष कैलाश फुलवारिया ने कहा कि हम सब एकजुट होकर समाज के विकास के बारे में सकारात्मक सोच रखे। इस दौरान जटिया समाज के कोषाध्यक्ष र्इश्वरचंद नवल, नवयुवक मडल के महामंत्री ताराचंद वडेरा, पार्षद रमेश मोसलपुरिया, कोषाध्यक्ष भंवरलाल खोरवाल, उपाध्यक्ष जगदीश मोसलपुरिया, भीमराज सुवासिया, एडवोकेट भवानीशंकर रैगर, बलदेव फुलवारिया, गोपाल सिघाडि़या, हुकमीचंद फुलवारिया, जगदीश गोसार्इ, श्रवण वडेरा, जय गोसार्इ, जगदीश कुर्डिया, राजेन्द्र गोसार्इ, सम्पत सुवासिया सहित कर्इ युवा उपसिथत थे।

बहू ने ससुर पर लगाया दुष्कर्म का आरोप

जयपुर। हमारे समाज में ससुर का पिता का दर्जा दिया गया है और यदि ससुर ही अपनी बहू के साथ अश्लील हरकते करे तो किस पर भरोसा किया जाए। एक ऎसा ही मामला राजधानी के सांगानेर सदर थाना क्षेत्र में एक विवाहिता ने अपने ससुर के खिलाफ दुष्कर्म के प्रयास का मामला दर्ज करवाया है।बहू ने ससुर पर लगाया दुष्कर्म का आरोप
पुलिस ने बताया कि मूलत: सवाई माधोपुर गोतोड निवासी 20 वर्षीया विवाहिता ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पीडिता का कहना है कि वह अपने पति के साथ यहां वाटिका में रहती है। शुक्रवार सुबह उसका पति मजदूरी पर गया था। इसके कुछ देर बाद ही पीछे से उसके ससुर ने उसका बलात्कार करने का प्रयास किया।

पीडिता ने पुलिस को बताया कि ससुर के जबरदस्ती करने पर उसने शोर मचाया तो वह वहां से भाग गया। इसके बाद वह अपनी बहन के घर चली गई। शनिवार शाम को उसने थाने पहुंच मामला दर्ज करवाया। मामले की जांच कर रहे एसआई राम सिंह ने बताया कि मामला संदिग्ध लग रहा है। आपसी विवाद की संभावना नजर आ रही है। विवाहिता ने अभी तक पुलिस को बयान दर्ज नहीं करवाए हैं। बयानों के बाद ही मामले की हकीकत पता चल सकेगी।

फेसबुक मित्र परिणय सूत्र में बंध गए।

फेसबुक पर छोरे को हुआ अमेरिकन गोरी से प्यार, खाट पर सोई तो लगा अजीब

फेसबुक पर छोरे को हुआ अमेरिकन गोरी से प्यार, खाट पर सोई तो लगा अजीब

मुकेश की अमेरिकन लड़की के साथ फेसबुक पर दोस्ती हुई। यह सफर धीरे-धीरे प्यार में तब्दील हो गया।

प्यार परवान चढ़ता गया और महिला ने कैलिफोर्निया से सात समंदर पार यहां के छोटे से गांव पोपड़ा आने का निर्णय ले लिया। बीती रात कैलिफोर्निया से यहां आई एडरियाना पेराल ने जीन्स का परित्याग कर ठेठ देसी सूट पहन रविवार को शादी रचा ली। दोनों फेसबुक मित्र परिणय सूत्र में बंध गए।


6 माह पहले हुई थी दोस्ती
पत्रकारिता में मास्टर डिग्री कर रहे पोपड़ा निवासी युवक मुकेश (25) व अमेरिका से यहां आई एडरियाना पेराल ने बताया कि करीब छह माह पूर्व उनकी सोशल मीडिया नेटवर्क फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। दोनों ने एक दूसरे को अपने-अपने हालातों के बारे में विस्तार से बताया। आज स्थिति यह है कि जन्म से ही सुख सुविधाओं में जीवन यापन की आदी एडरियाना एक छोटे से घर में रह कर बेहद खुश नजर आ रही है।


एडरियाना का पूर्व पति नेवी में करता था काम

एडरियाना ने बताया कि पूर्व में उसकी शादी यूएस नेवी में कार्यरत एक अधिकारी से हुई थी। उसका पति हर चीज और हर बात को सेना की तरह से व्यवस्थित चाहता था। बहरहाल तीन साल की अवधि में उनके यहां एक बेटी ने जन्म लिया। उन्हें यह शादी रास नहीं आई व दोनों में तलाक हो गया।

जब उसने भारत आकर शादी रचाने की बात अपने घर वालों, दोस्तों व रिश्तेदारों को बताई तो हर किसी ने इसका विरोध किया।


खाट पर सोई तो लगा अजीब


उसे खूब समझाया गया, लेकिन उसने किसी और की बात मानने की बजाय केवल अपने दिल की बात सुनी व उसी पर अमल किया। उसे पूरा विश्वास है कि उसने दिल की बात मानकर बिलकुल सही किया है। जब वह गद्देदार पलंग की बजाय एक साधारण सी खाट पर सोई तो उसे अजीब तो लगा, लेकिन अपने प्यार के साथ वह अभावों के बावजूद खुश रह सकती है।

खंभे से बांधकर गोलियों से भूना



सोमालिया के एक व्यक्ति को पत्रकार की हत्या करने के अपराध में मौत की सजा सुनाई गई. मोगादिशु में आदेन शेख अब्दी को सरेआम गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया.