महात्मा ईसरदास के आदर्शों को आत्मसात करें
ईसरा परमेश्वरा के दरबार में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
भादरेस की मिट्टी की पूजा करें तो सोना बन जाएगी : लखावत
संत ईसरदास बारहठ की 555वीं जयंती धूमधाम से मनाई
बाड़मेर महात्मा ईसरदास का 555वां जयंती समारोह के उपलक्ष्य में गुरुवार को इंद्रा कॉलोनी स्थित चारण समाज छात्रावास में वाचनालय व मूर्ति अनावरण कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमें वक्ताओं ने समाज विकास व उत्थान पर प्रकाश डाला। समाज ने हर साल जयंती समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इस दौरान विभिन्न समाजों के सैकड़ों लोग मौजूद थे।
गुरुवार को इंद्रा कॉलोनी स्थित चारण समाज छात्रावास में महाकवि ईसरदास जयंती समारोह कार्यक्रम का आयोजन महात्मा ईसरदास जन्मोत्सव समिति बाड़मेर, राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। समारोह की अध्यक्षता अकादमी के पूर्व सचिव पृथ्वीराज रतनू ने की। वहीं समारोह के मुख्य अतिथि स्वामी प्रतापपुरी महाराज, विशिष्ट अतिथि पूर्व सांसद औंकारसिंह लखावत, राजेंद्रसिंह भियाड, मौलवी अब्दुल करीम, कमल सिंह राणीगांव, भाजपा जिलाध्यक्ष मेजर परबत सिंह, अखेदान देथा सहित कई अतिथि मौजूद रहे।
अतिथियों ने समारोह को संबोधित करते हुए महाकवि ईसरदास की जीवनी पर प्रकाश डाला और उनके साहित्य को वर्तमान युग की आवश्यकता बताया। मुख्य अतिथि प्रतापपुरी ने कहा ईसरदास एक महान कवि थे, जिन्होंने कई भाषाओं में साहित्य लिखे, हमें उनके आदर्शों पर चलने की सीख लेनी चाहिए। कार्यक्रम में समग्र राजस्थान के साथ गुजरात के साहित्य प्रेमियों ने भाग लिया। ईसरदास के जीवन पर पत्र वाचन महात्मा ईसरदास के साहित्य एवं उनके जीवन चरित्र पर पत्र वाचन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें राजेंद्रसिंह भियाड, कमल सिंह राणीगांव, अखेदान देथा, मौलवी अब्दुल करीम, प्रकाश शर्मा, दलपतसिंह चारण ने पत्र वाचन किया। महाकवि महात्मा ईसरदास के जीवन पर प्रकाश डाला। इस दौरान महाकवि की विभिन्न रचनाओं पर प्रकाश डालते हुए उनके आदर्शों को जीवन में उतारने की बात कही। कार्यक्रम के अंत में महात्मा ईसरदास चारण छात्रावास कमेटी के महामंत्री तेजदान खारोड़ा ने सभी अतिथियों का आभार जताया। इस मौके पर शिव के पूर्व विधायक जालमसिंह रावलोत, मुरारदान गूंगा, पूर्व विधायक हरीसिंह सोढ़ा, डॉ.बंशीधर तातेड़, खुशालनाथ धीर समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
भादरेस की मिट्टी की पूजा करें तो सोना बन जाएगी : लखावत
बाड़मेर भक्ति व उल्लास के माहौल में गूंजते ईसरा परमेश्वरा के जयकारे, आस्था के समंदर में हिलोरे लेती श्रद्धा, दूर -दूर तक भक्तों की रेलमपेल। हवन में आहुतियां देते श्रद्धालु, भादरेस में आयोजित जन्मोत्सव समारोह के भक्तिमय में माहौल में हर कोई भक्तिरस में डूब गया। ऐसा ही कुछ माहौल शनिवार को महान कवि व संत ईसरदास बारहठ के 555 वे जन्मोत्सव पर निज मंदिर भादरेस में आयोजित कार्यक्रम में नजर आया। सुबह हवन के साथ कार्यक्रम के आगाज के बाद दिनभर पूजा अर्चना का दौर जारी रहा। राजस्थान के अलावा गुजरात सहित विभिन्न प्रांतों से आए भक्तों ने धोक लगाकर मन्नते मांगी।
मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष औंकारसिंह लखावत ने कहा कि मरुधरा के महान संत ईसरदास की पावन जन्म धरा पर आकर सुकून मिला। भादरेस की धरा धन्य है। हर घर में पैदा होने वाले बेटे का नाम ईसरदास रखे। ईसरदास नाम पुकारने से ईसरदास स्वयं प्रकट हो जाएंगे। भादरेस की मिट्टी को साथ लेकर जाए। घर में रखकर सच्ची श्रद्धा से पूजा करें। यह मिट्टी ही सोना बन जाएगी। उन्होंने कहा कि ईसरदास जैसे संत सदियों में पैदा होते हैं। उनके प्रति लोगों की अगाध श्रद्धा उनके व्यक्तित्व को दर्शाती है।
स्वामी प्रतापपुरी महाराज ने कहा कि महात्मा ईसरदास के आदर्शों को आत्मसात करने की जरूरत है। युवा नशे की लत छोड़कर समाज के उत्थान में जुट जाए। महात्मा के आदर्शों को अपना कर समाज में शिक्षा की अलख जगा सकते हैं। उनहोंने कहा कि जरूरत है एक व्यक्तित्व की जो लाखों लोगों की सोच को बदल सके। उन्होंने कहा कि चारण समाज को सरस्वती का वरदान प्राप्त है। ऐसे कुळ में जन्म लेना सौभाग्य की बात है। समाज में फैली कुरीतियां को खत्म करें। बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने कहा हमारा सौभाग्य है कि भादरेस की पावन धरा पर ईसरदास जैसे संत ने जन्म लेकर विश्व में बाड़मेर को पहचान दी। इस धाम के विकास के लिए वो हमेशा तत्पर हैं। पूज्य सुआ बाईसा ने कहा कि महात्मा जैसे व्यक्तित्व सदियों में जन्म लेते हैं। भादरेस की पावन धरा पर इस महान सपूत ने जन्म लिया। उनके प्रताप से भादरेस पूरे भारत को प्रकाश उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने कहा कि गुजरात में ईसरदास के ग्रंथों की पूजा की जाती है। उनके ग्रंथों का घर-घर में पाठ किया जाता है। कार्यक्रम में राज वेस्ट के प्रबंधक कमलकांत, ठेकेदार तनसिंह चौहान, पृथ्वीराजसिंह रतनू, शिव के पूर्व विधायक हरिसिंह सोढ़ा, शैतानसिंह साकड़ा, रामसर एसडीएम मेहताबसिंह उज्ज्वल, भाजपा नेत्री अमिता चौधरी, पूर्व विधायक शिव जालमसिंह रावलोत, जीतू भाई गढ़वी समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे। समाज के अध्यक्ष व गूंगा सरपंच मुरारदान बारहठ ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन सीटीओ अखेदान करेंगे। समारोह से पूर्व संत ईसरदास के मंदिर में आरती और प्रसाद वितरण का कार्यक्रम आयोजित हुआ।
पुस्तक का किया विमोचन : समारोह में महात्मा ईसरदास बारह कृत देवियां, चारण बत्तीसी, सांवल रा सोरठा, अष्ट पदी की समाहित पुस्तक का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। पुस्तक के संपादक कवि महादानसिंह है। प्रकाशक अक्षयदान बारहठ व भवानीसिंह है।