मंगलवार, 7 मई 2013

जैसलमेर पुलिस डायरी ...आज की अपराध खबरे

शानित भंग के आरोप में 3 गिरफ्तार

जैसलमेर एम्बुलेंस- पीकप की टक्कर होने से एम्बुलेंस में आग लगने की घटना के पश्चात पीकअप गाड़ी को पकड़ने के लिए की जा रही नांकाबन्दी के दौरान सरहद उजला में वाहन चैकिंग के दौरान शानित व्यवस्था भंग करने पर रहमतुल्ला पुत्र कायमदीन उम्र 55 साल निवासी थाट, इस्मार्इलखां पुत्र अलसेरखां उम्र 48 साल निवासी काली मगरी, शरीफखां पुत्र सदीकखां उम्र 27 साल निवासी काली मगरी को रमेशकुमार पु.नि. थानाधिकारी पोकरण द्वारा 151 द.प्र.सं. के तहत गिरफ्तार किया गया।
टांके में डुबने से एक की मौत

जैसलमेर भणियाणा निवासी दिलीपकुमार पुत्र शिवराज जाति वालिमकी ने रिर्पोट दी की मेरा पिता शिवराज उम्र 45 साल सोमवार की रात्री में मेरे घर के पीछे बने पुरखाराम जाट के पानी के टांके में गिरने से मौत हो गर्इ वगैरा रिर्पोट पर मर्ग दर्ज कर जांच प्रयागसिंह स.उ.नि. द्वारा की जा रही है।


रामगढ  में 96 पव्वे सादा देशी शराब के बरामद, 01 गिरफतार 

जैसलमेर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी के द्वारा जिला जैसलमेर में शराब तस्करो एवं अवैध शराब बिक्री करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने हेतु अभियान के आदेशानुसार कल दिनांक 06.05.2013 को दौराने हल्का गश्त रणवीरसिंह हैड कानि0 मय जाब्ता द्वारा गाव सेरावा से अवैध 96 पव्वे सादा देशी शराब के बरामद कर रमेश कुमार पुत्र हरचंद मेघवाल निवासी सेरावा को गिरफतार किया जाकर आज दिनांक 07.05.2013 को न्यायालय में पेश किया गया जहा से मुलजिम को न्यायिक हिरासत में भिजवाया गया।

एम्बुलेंस- पीकप की टक्कर में एम्बुलेंस में लगी आग चालक जिन्दा जला

एम्बुलेंस- पीकप की टक्कर में एम्बुलेंस में लगी आग चालक जिन्दा जला


जैसलमेर सोमवार रात्रि साढे आठ बजे थाना पर सुचना मिली कि सरहद घोलियां में एनएच 15 पर गंगाराम की ढ़ाणी के पास एक एम्बुलंेंस गाड़ी में एक्सीडेन्ट होने से आग लग गर्इ है सुचना पर रमेशकुमार पु.नि., गंगाराम उ.नि. मय जाब्ता मौका पर पंहुचे, फायर बि्रगेड़ बुलार्इ गर्इ फायर बिगे्रड के मौका पर पंहुचने से पहले ही एम्बुलेंस चालक की गाड़ी में जलने से मृत्यु हो गर्इ। फायर बिग्रेड की मदद से आग पर काबु पाया गया। इस दौरान तहसीलदार साहब पोकरण भी मौका पर पंहुचे। आस पास पुछताछ कर मालुमात करने पर पता चला की एक पीकप वाहन जो चारे से भरी हुर्इ थी ने एम्बुलेंस को टक्कर मारी जिससे एम्बुलेंस में आग लग गर्इ। जिस पर जिले भर में नाकाबन्दी करवार्इ गर्इ। दौराने नाकाबन्दी सुनील के. पंवार त्च्ै कार्यवाहक वृताधिकारी पोकरण ने दुर्घटना कारीत वाहन पीकप नं. आर.जे. 21 जी.ए. 3373 को दस्तयाब कर लिया। एम्बुलेंस चालक विजय कलाल की लाश को स्थानीय राजकिय अस्पताल लाया गया। दुर्धटनास्थल की फोटो ग्राफी करवार्इ गर्इ।
उक्त घटना पर एम्बुलेंस वाहन के मालिक पवनसिंह हजुरी निवासी जैसलमेर ने थाना पर रिर्पोट पेश की कि मेरी गाड़ी मारूति र्इको एम्बुलेंस नं. आर.जे. 15 पी.ए. 1372 को चालक विजय कलाल चलाकर कल दिन में न्यु राजस्थान अस्पताल जैसलमेर से मरीज लेकर जोधपुर गया था वापसी में आ रहा था कि घोलिया-खेतोलार्इ के बीच वक्त करीबन 8.30 पी.एम. पर पिकअप गाड़ी नं. आर.जे. 21 जी.ए. 3373 जिसमें चारे की झाल भरी हुर्इ थी के चालक ने वाहन को तेजगति व लापरवाही से चलाकर मेरी एम्बुलेंस गाड़ी के टक्कर मारी जिससे मेरी एम्बुलेंस में आग लग गर्इ व आग लगने से मेरी एम्बुलेंस के चालक विजय कलाल की जलने से मौत हो गर्इ। वगैरा रिर्पोट पर मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया। मृतक विजय कलाल की लाश का पोस्टमार्टम करवाने के पश्चात शव परिजनों को सुपर्द कर दिया।

अनूठी पहल ..जैसलमेर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत पेटी स्थापित

अनूठी पहल ..जैसलमेर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत पेटी स्थापित


जैसलमेर शहर में कानून एवं शांति व्यवस्था को सुदृढ बनाने एवं जनता से सीधा सम्पर्क स्थापित करने के लिए पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी द्वारा पहल करते हुए, पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर शिकायत पेटी स्थापित की गर्इ। उक्त शिकायत पेटी में केार्इ भी व्यकित किसी ऐसे पुलिस अधिकारीकर्मचारी की शिकायत कर सकता जो अपने कार्य का निर्वाहन सही नहीं कर रहा हो, परिवादी से पैसे की मांग करता हो। इसके अलावा जनता किसी भी अपराधी, असामाजिक तत्व एवं समाज कंटको केे खिलाफ भी शिकायत कर सकती है। कोर्इ भी शिकायत, शिकायत पेटी में डालकर पुलिस अधीक्षक को सूचित कर सकता है। शिकायत करने वाले व्यकित का नाम कार्यालय की तरफ से गोपनीय रखा जावेगा। इसके अलावा कोर्इ भी व्यकित अपने सुझाव भी देना चाहे तो वह सुझाव लिखकर शिकायत पेटी में डाल सकता है। पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया है कि शिकायत पेटी को प्रतिदिन चैक किया जावेगा तथा शिकायत पेटी में किसी भी प्रकार की कोर्इ भी रिपोर्ट पार्इ गर्इ तो जाच कराकर सही जाच पाये जाने पर उस पर तुरंत प्रभाव से कार्यवाही अमल में लार्इ जावेगी।
पुलिस अधीक्षक के द्वारा इस प्रकार की पहल से जनता एवं पुलिस के बीच की दूरिया कम होगी तथा पुलिस जनता के सहयोग से जिले में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने में कामयाब होगी। पुलिस अधीक्षक द्वारा जिलेवासियों से अपील की है कि आप इस शिकायत पेटी का उपयोग करे तथा किसी भी प्रकार की पुलिस से संबंधित या अन्य कोर्इ भी शिकायत हो तो पुलिस अधीक्षक को अवगत करावे, क्यों कि पुलिस का ध्येय यही है ''अपराधियों में डर, आमजन में विश्वास''

बाड़मेर शख्शियत .....शिव प्रकाश सोनी पिंटू ...खुशमिजाज़ व्यक्तित्व

बाड़मेर शख्शियत .....शिव प्रकाश सोनी पिंटू ...खुशमिजाज़ व्यक्तित्व


बाड़मेर में कई लोग प्रतिभाशाली हें .आज़ाद चौक निवासी शिव प्रकाश सोनी बेहद आकर्षक व्यक्तित्व के धनि हें .उनके चाहने वाले उन्हें पिंटू जी के नाम से जानते हें .निक्कू ज्वेलर्स के नाम से आपकी आभुसनो की दूकान हें ,आप लम्बे अरसे से पत्रकारिता से जुड़े हें .पहले तरुण राजस्थान फिर लम्बे समय तक दैनिक नवज्योति के लिए खबरनवीसी की अब दृष्टि डेजर्ट के समाचार संपादक हें तथा सहारा न्यूज़ चेनल में काम कर रहे हें साथ स्वर्णकार समाज की समिति के महत्वपूर्ण पद कर आसीन हें ,पिंटू जी की विशेषता बेबाकी हें जो कहना हे खरी खरी और साफगोई से कहते हें कोई लाग लपेट नहीं रखते .जब प्रेस कांफ्रेस में वो उपस्थित हो तो कांफ्रेस लेने वाला हाथ जोड़ देता हें .समाज सेवा में हमेशा आगीवाण रहते हें .कोई तकलीफ में होपिंटू जी को याद करते ही हाज़िर हो जाते हें ,मजाक करने की उनकी पुरानी आदत हें जो दोस्तों को दीवाना बना देरी हें ,साथ ही हर एक के सुख दुःख में काम आना उनकी ख़ास विशेषता हें ,पत्रकारिता क्षेत्र में उन्होंने खासा नाम कमाया हें ,बाड़मेर प्रेस क्लब के अध्यक्ष रहते हुए जन हित के कई कार्यक्रम शुरू किये थे जो लोगो को आज भी याद हें ,मिलनसार ,हंसमुख और दिलदार पिंटू जी बाड़मेर की अलग ही शख्शियत हें .मेरे ख़ास मित्रो में पहला नाम आपका ही आता हें .आप इनसे नहीं मिले हें तो जरुर मिले .आपको चाय के बगैर तो जाने नहीं देंगे ,उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाए उनकी फेसबुक आई डी

पहले पानी की बेचारगी, अब पानी बेचारा

पहले पानी की बेचारगी, अब पानी बेचारा

- जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने किया निरक्षण


- काटे जा सकते हे कई कनेक्सन

बाड़मेर , पानी की एक एक बूंद को तरसने वाले बाड़मेर में पानी की बेचारगी बरसो तक रही लेकिन सरकार द्वारा हिमालय का मीठा पानी पहुचाक्ने के बाद बाड़मेर के कई इलाको में इस पानी की कद्र तक लोग भूल गये है और यही वजह है की आज हर रोज पानी खुद को बेचारा महसूस कर रहा है . शहर में बढ़ रही पानी की बेकद्री से परेशां होने के बाद जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने मंगलवार सुबह शहर के कई इलाजो में निरक्षण किया और पानी को व्यर्थ बहा रहे लोगो को इस बात के लिए समझाया की पानी आज भी कीमती है . जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिक्षण अभियंता ओ पी व्यास ने बताया की बाड़मेर में पानी हमेसा से लोगो के लिए चुनोती रहा है लेकिन सरकार द्वारा बाड़मेर लिफ्ट पेयजल परियोजना के प्रथम चरण के पूरा होने के बाद शहर में शुरू किये गए नहरी पानी के वितरण के बाद कई जगहों पर लोगो ने इस पानी को व्यर्थ बहाना शुरू कर दिया है जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को इस बात की जानकारी मिलने के बाद बाड़मेर शहर के लिए वरिष्ठ अभियंता महेश कुमार शर्मा , कनिस्थ अभियंता आरती परिहार और सीसीडीयू के आई इ सी कंसल्टेंट अशोक सिंह राजपुरोहित के नेत्रत्व में एक दल का गठन कर मंगलवार से कई मोहल्लो में ओचक निरक्षण करवाया गया . मंगलवार को खगाल मोहल्ला , जीनगर मोहल्ला , नियो का वास , अग्रवाल मोह्हला , महेश्वरी भवन की गली में करवाए गये इस निरक्षण में कई जगहों पर लोगो द्वारा घरेलू कनेक्सनो के पानी को बेवजह बहाने की चोकने वाली स्थिति देखने को मिली . इन इलाको के अस्सी फीसदी उपभोक्ताओ ने अपने कनेक्सनो के नल तक नही लगा रखे है . और यह पर हर रोज हजारो लीटर पानी को बर्बाद किया जा सकता है जिसे बेहद आसानी से बचाया जा सकता है .
मीठा पानी गाड़ी से गटर तक - खारे पानी से अपना हलक बरसो तक टार करने वाले बाड़मेर के कई इलाको के बाशिंदे इन दिनों हिमालय के मीठे पानी से अपने गाड़िया धो रहे है इतना ही नहीं कई घरो के रहवासी इस पानी की सप्लाई शुरू होते ही पिप गटर में दाल कर उसे व्यर्थ भ रहे है . मंगलवार को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग विभाग के निरक्षण में यह बाद सामने आई की लोगो अपने घरो में टांके भरे होने के बावजूद पानी को व्यर्थ बहा रहे है .कई जगहों पर लोगो को इस पानी से मकान की तराई करते तो कुछ जगहों पर अपने आम रास्ते झाड़ू के बजाये पानी साफ़ करते हुए पाया गया .
काटे जाएँगे कई कनेक्सन -राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तर्ज पर बाड़मेर में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग भी पानी बचने के नारे को बुलन्द कर रहा है और इस बात के खिलाफ चल रहे कई उपभोगताओ के नल कनेक्सन काटे जा सकते . जानकरी के मुताबित जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के इन ओचक निराक्षणो के दोरान पहले लोगो को सो -सो रुपये के जुर्माने भरवाए जैंगे और पानी को सबसे ज्यादा बेकद्री का शिकार बना रहे उपभोगताओ के कनेक्सन हमेशा हमेसा के लिए काटे भी जा सकते है . इस कार्यवाही के पीछे पानी के महत्व को बरकरार रखने के साथ साथ उसकी दुनिया में सिमित उपलबध्ता बताया जा रहा है .
जारी रहेगा यह अभियान - जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा मंगलवार को शुरू किया गया पानी बचाओ का अभियान ओचक निरक्षण के रूप में आने वाले कई दिनों तक जरी रहेगा . इसी अभियान के दोरान पानी को व्यर्थ बहाने वाले लोगो की सूचि बनाने का काम मंगलवार से ही शुरू कर दिया है और इनम लोगो को इसी सप्ताह के अंदर -अंदर नोटिस जारी किया जाएँगे . साथ ही जिन मोहल्लो का निरक्षण कर दिया गया है वह पर भी किसी भी दिन निरक्षण फिर से किया जा सकता है .
सो रूपये के नल के पीछे हजारों की बर्बादी - बाड़मेर के कई वार्डों और इलाको में लोग पानी को व्यर्थ महज इस लिए बहा रहे है क्युकी वे लोगो सो रुपये का नल खरीदना नही चाहते . जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओचक निरक्षण के दोरान अस्सी फीसदी उपभोक्ताओ के नल नही लगे हुए थे और यही कारन था की उन्होंने अपने कनेक्सन के पाइप को नाली , सड़क और अपने स्नान घर में लगा रखा था जिससे हर रोज हजरों लीटर पानी बर्बाद हो जाता है .
दी जल बचत की जानकारी - जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के इस अभियान के दोरान सीसीडीयू के आईई सी अनुभाग द्वारा लोगो को जल बचत की जानकारी भी प्रदान की गयी . लोगो को पानी की कीमत को समझाने के लिए उनसे विचार विमर्श भी किया गया . लोगो को इस बात पर तफसील से जानकारी पर्दान की गई हिमालय के इस पानी ने बाड़मेर तक जितना लम्बा सफ़र तय किया है उतना की पानी के लिए यह के बाशिंदे तरसे है . इसे में पानी के थार की धरा पर पहुचने के बाद पानी की इसे बेकद्री बाड़मेर के बाशिंदों के लिए ही आने वाले कल में चुनोती बन सकता है .

पाकिस्तान का नंगा सच: फौजी तानाशाह और भुट्टो को था लड़कियों का शौक

इन दिनों पाकिस्तान में जश्न का माहौल है। भई चुनाव जो होने हैं। पिछले पांच साल देश के लिए इसलिए अहम थे क्योंकि जरदारी ने रोते-पड़ते सरकार चला ली और इतिहास बना दिया। हालांकि इस दौरान वे खुद अपनी कुर्सी बड़ी मुश्किल से बचा पाए।
पाकिस्तान का नंगा सच: फौजी तानाशाह और भुट्टो को था लड़कियों का शौक

पाकिस्तान के लिए सबसे बुरा दौर फौजी शासन का माना जाता है। उस दौर में भ्रष्टाचार ने सिर उठाया। सत्ता पर काबिज लोग निरंकुश हो जाते थे और पूरा देश मार्शल लॉ में जीता था। आज हम आपको ऐसे ही दौर की कहानी सुनाने जा रहे हैं।


जिसमें एक आम महिला पाकिस्तान की सबसे शक्तिशाली महिला बनती है। 'जनरल रानी' नाम से मशहूर इस महिला का नाम अकलीम अख्तर था। यह पाकिस्तान की सबसे पावरफुल महिला, वेश्यालय की मालकिन और फौजी जनरल तानाशाह याहया खान के बेहद खास दोस्त थी।


उसे जनरल की रखैल तक कहा जाता था। वह याहया खान, पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो और मुस्तफा खार के लिए लड़कियों की डांस पार्टी आयोजित करती थी और लड़कियां सप्लाय करती थीं। इसके साथ ही लिजेंड्री सिंगर नूरजहां से भी फौजी तानाशाह के बड़े खास रिश्ते रहे, जिसके लिए जनरल रानी जिम्मेदार थी।
पाकिस्तान का नंगा सच: फौजी तानाशाह और भुट्टो को था लड़कियों का शौक


अकलीम अख्तर बचपन में टॉम ब्वॉय किस्म की लड़की थी। उसने पर्दे में रहना और मर्दजात की जूती बनना कभी पसंद नहीं किया। मूलत: पाकिस्तान के गुजरात में 1931 या 1932 में जन्म लेने वाली अकलीम की शादी अपने से कही अधिक उम्र के व्यक्ति से करा दी गई।

वह पुलिस ऑफिसर था। 2001 में एक इंटरव्यू में उसने बताया था कि अपने पति को पावरफुल लोगों से मिलते हुए देख कर उन्हें कुछ-कुछ होता था। उन्हें खुद भी बड़े पोजीशन लेने की चाह होती थी। लेकिन यह चाहत ऐसे पूरी होने वाली नहीं थी।

छह बच्चों की मां अकलीम मशहूर गायक अदनान सामी की मां (नौहिर खान) की मामी थीं. एक बार पति के साथ घूमने गई अकलीम पति के नाराज होने के बाद भी भरे बाजार में अपना बुर्का उतार फेंका। उसके पति के साथ यह आखिरी दिन था। इसके बाद कानूनी कार्रवाई के बाद दोनों ने तलाक ले लिया। इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी जिंदगी में सिर्फ एक ही वाक्य सीखा था "मियां की जूती मियां के सिर।"ज्यादा पढ़ी-लिखी न होने के कारण उनके पास कोई नौकरी नहीं थी। इस दौरान उसने अमीर और पावरफुल लोगों से संबंध बनाने शुरू किए. वे रोज कराची, लाहौर और रावलपिंडी के नाइट क्लब जाती. वे ऐसे लोगों के लड़कियां सप्लाय करने लगी जो अपने बीवियों से उकता गए थे. वह उनके लिए डांस पार्टी रखती. वह इसके लिए ऐसी सुंदर लड़कियों को चुनती, जो पैसे की तंगी झेल रही थीं. इसके बाद वह वेश्यावृत्ति के धंधे (कराची ने नेपियर रोड और लाहौर के हीरामंडी रेड लाइट एरिया) को उतर गई। वह इसका कामकाज रावलपिंडी के घर से देखती थी. वह अपने पति से सरकार में होने वाले कामकाज के बारे सुन चुकी थी। उसे मालूम था कि देश में आपसदारी से काम किए जाते हैं। उनका धंधा इस तरह के काम के लिए कुख्यात था।
पाकिस्तान का नंगा सच: फौजी तानाशाह और भुट्टो को था लड़कियों का शौक
इन सबके बावजूद उसने महिला के तौर पर अपना आत्मसम्मान बनाए रखा। जनरल यायाह खान से उसकी पहली मुलाकात खैरियां में पार्टी के दौरान हुई। उन्होंने बताया कि याहया खान से मिलने पर उन्होंने गुजरात आने का न्यौता दिया. बस यहीं से याहया और उनके बीच एक जादुई सा रिश्ता बन गया. दोनों के बीच गहरे रिश्ते होने के कारण लोग अकलीम को उसकी रखैल कहने लगे थे. इस नजदीकी के लिए उसे जनरल रानी के नाम से पुकारने लगे.


बाद में याहया खान ने पाक सरकार का तख्ता पलटा दिया और मार्शल लॉ (1969-1971) लगा दिया. यही दौर था जब जनरल रानी पाकिस्तान की सबसे ताकतवर महिला बन कर उभरी. उसका दखल सरकार के कामकाज में भी था. वह बताती थी कि याहया की सबसे बड़ी कमजोरी शराब, लड़कियां और वह खुद हैं. उन्होंने उसे एक्ट्रेसेस तराना, मशहूर गायक नूरजहां और नील कमल से मिलवाया. याहया नूरजहां का दीवाना था.
पाकिस्तान का नंगा सच: फौजी तानाशाह और भुट्टो को था लड़कियों का शौक


एक बार जनरल ने उनके बर्थडे पर सिंगर लाने की फरमाइश कर दी. तब जनरल रानी के कहने पर नूरजहां ने पार्टी में गाना गया और डांस भी किया. भले नूरजहां याहया के साथ रिश्ते से इनकार करें, लेकिन अकलीम जानती थी कि उनके रिश्ते किस तरह के थे. दरअसल टैक्स इंस्पेक्टर्स उन्हें परेशान कर रहे थे. इसीलिए मैंने बस उनकी मदद की थी. जनरल रानी पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो और मुस्तफा खर के बारे में भी चौंकाने वाले खुलासे करती हैं. उन्होंने बताया था कि दोनों नेता उनके सामने भीख मांगते थे कि वे याहया खान से उनकी मुलाकात करवा दें. अकलीम कहती थीं कि जितनी पार्टी उन्होंने भुट्टो और खर के लिए दी थीं उतनी शायद जनरल याहया के लिए भी न दी हों. जुल्फिकार बेनजीर भुट्टो के पिता थे, जबकि पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खर मुस्तफा खर भतीजी हैं.
1971 में चुनाव होने के बाद भुट्टो सत्ता में आए. उसके बाद जनरल रानी के दिन बदल गए. भुट्टो ने रानी को घर में नजरबंद करवा दिया. उसके फोन कनेक्शन काट दिए गए. 1977 में जिया उल हक के तख्ता पलटने के बाद उन्हें आजाद कराया गया. लेकिन तब तक वह अपनी सारी जायदाद और रुतबा खो चुकी थी.

कभी एक इशारे और ट्रांसफर रुकवाने वाली, प्रमोशन करवाने वाली महिला के आखिरी दिन बड़ो हि मुफलिसी में बीते. यहां तक कि उसके परिवार में उसके बारे में बात नहीं करना चाहता है. उसकी पोती लोकप्रिय पॉपस्टार फखरे आलम है और वह अदनान सामी ममेरी दादी थीं. 2002 में 70 साल की उम्र में ब्रेस्ट कैंसर से उनकी लाहौर में मौत हो गई.

रूपए किलो कैंसर साभार ...राजस्थान पत्रिका ...जनहित में जारी

रूपए किलो कैंसरसाभार ...राजस्थान पत्रिका ...जनहित में जारी 
सत्ता प्राप्ति का जो नया फण्डा चल रहा है, वह है एक रूपए किलो गेहूं/चावल। देश के अनेक राज्यों में ऎसी घोषणाओं का सिलसिला चल रहा है। हाल ही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी एक रूपए किलो गेहूं देने की घोषणा कर दी है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी कौन से पीछे रहने वाले थे। गुजरात का उदाहरण उनके सामने था। उन्होंने भी दो की जगह एक रूपए किलो गेहूं की घोषणा कर दी।

उत्तरप्रदेश, हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र आदि कई राज्यों में ऎसी योजनाएं चल रही हैं। घोषणाएं सबने कर दीं, लेकिन किसी ने भी शायद इसके भावी प्रभावों पर चिन्तन ही नहीं किया। क्या अधिकारियों से भी घोषणा करने से पहले राय ली जाती है? यदि उन्होंने भी यही राय स्वीकृत कर दी, तब तो उन्हें भी भ्रष्ट मति ही कहना पड़ेगा।

एक रूपए किलो में खाद्यान्न देने की शुरूआती घोषणाएं आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से हुई थीं। ऎसी चुनावी घोषणाओं में यह भी देखा जाना चाहिए कि जो खाद्यान्न दिया जा रहा है, वह स्वास्थ्यवर्द्धक भी है या नहीं। कई खाद्यान्नों खासतौर पर जैविक खाद्य की उपज में नुकसान पहुंचाने वाले तत्व नहीं होते। इसके विपरीत गेहूं कीटनाशकों, रासायनिक खाद तथा उन्नत किन्तु कमजोर बीजों का संग्रहालय माना जाता है, यानी एक रूपए किलो कैंसर बेचेंगी सरकारें। उन गरीबों को, बी.पी.एल. परिवारों को, जिनके पास न अच्छा स्वास्थ्य है, न ही रोग निरोधक क्षमता है तथा न ही इलाज के लिए (यदि कैंसर हो गया तो) पैसे ही हैं। उनके लिए तो यह जहर इस भाव भी महंगा है।

राजस्थान में बी.पी.एल. परिवारों में आबादी डेढ़ करोड़ भी मानते हैं और 25 किलो प्रतिमाह प्रति परिवार गेहंू देते हैं तो गेहूं कितना चाहिए? सरकार ने प्रदेश की सम्पूर्ण आबादी को भी (ए.पी.एल.) दो रूपए किलो गेहूं प्रति परिवार देने की घोषणा करके एक बड़ा लालच पैदा कर दिया है। यानी की सभी जगह गेहंू खाने का आकर्षण।

हमारी जलवायु में गेहंू वैसे भी स्वास्थ्यप्रद नहीं कहा जाता। राजस्थान में पश्चिम के रेगिस्तानी क्षेत्र में एकमात्र बाजरा ही स्वस्थ भोजन है। क्यों नहीं सरकार इस क्षेत्र में रूपए किलो बाजरा देती? देशी बीज में कीड़ा भी नहीं लगता। इसी प्रकार मेवाड़ संभाग में मक्का और हाड़ौती में ज्वार को प्रोत्साहन मिलना चाहिए।

मध्यप्रदेश में यही बी.पी.एल. आबादी साढे तीन करोड़ और गुजरात में करीब सवा करोड़ है। मध्यप्रदेश के आदिवासी क्षेत्रों में ज्वार, बाजरा, कोदो, कुटकी और मक्का बहुतायत से खाया जाता है। यही हाल दक्षिण गुजरात में मक्का और सौराष्ट में बाजरे का है, पर किसी भी राज्य में इनको जगह नहीं है। इन्हें जगह मिले तो राज्यों की बड़ी आबादी को काफी हद तक रोग मुक्त रखा जा सकता है।

आज बाजरा भी उन्नत तो आया, "इरगिट" रोग लेकर आया। देशी गेहूं (काठा, बाज्या) बाजार से उठ गए। तब उन्नत गेहूं के अलावा विकल्प कहां है? उन्नत गेहूं और मात्रा का लालच ही रासायनिक खाद तथा कीटनाशक के प्रयोग को बढ़ावा देता है। दूसरा कारण यह भी है कि जब बीकानेर, जैसलमेर के बाजरा क्षेत्र में पानी के दम पर गेहूं पैदा करेंगे तो उसे भी भौगोलिक परिस्थितियों की मार झेलनी पड़ेगी। पोषक तत्व भी घट जाएंगे।

अत: एक रूपए किलो गेहूं परोसकर सरकारों ने सम्पूर्ण आबादी को कैंसर ही परोसा है। अधमरी जनता को पूरी तरह मारने का पुख्ता इन्तजाम राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात जैसे बडे-बडे राज्यों ने कर डाला। दस-पन्द्रह साल बाद चारों ओर कैंसर अस्पताल और कैंसर ट्रेनों का नया जाल बिछा होगा। सरकार चलाने वाले भी इससे बच सकेंगे, कहना थोड़ा मुश्किल ही है। इसी श्रेणी की सर्वाधिक महिलाएं पहले ही स्तन-कैंसर से पीडित हैं।

इधर, गुजरात, उधर मध्यप्रदेश पहले ही अपनी-अपनी घोषणाएं कर चुके हैं। तब गेहूं कहां से आएगा? पंजाब-हरियाणा से अथवा श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ से! अथवा राज्यों की मक्का-बाजरा-जौ-ज्वार आदि सभी किस्म के अनाजों को बन्द करके गेहूं बोया जाएगा? है क्या इतना पानी खेती के लिए राज्य के पास? क्या ये सारे अनाज गरीबों के परम्परागत भोजन से बाहर गेहूं खिलाने का कोई षड्यंत्र है? इन परम्परागत धानों में कभी किसी रोग की शिकायत नहीं आई।
गेहूं तो सिंचाई आधारित फसल रही है।

नहरी सिंचाई ने खेतों को पानी से भरने की छूट दे दी। इसने रासायनिक खाद को आमंत्रित किया। कुछ जमीनें खार से पथरा गई, कुछ सेम से बेकार हो गई। कमजोर ऊर्वरकता होते ही कीट बढ़ने लगे। कीटनाशक स्प्रे करने में ही सैकड़ों मौतें होने लगी। समय के साथ कीटनाशक बढ़ते गए। खेती, साग-सब्जियां, चारा सब कुछ कीटनाशक दवाओं से आक्रान्त हो गया। इन सारे माध्यमों का प्रभाव पशुओं के दूध पर तो सीधा-सीधा पड़ गया। महिला के दूध में भी कीटनाशक नवजात शिशु का प्रथम पान बन गए।

क्या इन सरकारों को मालूम है कि पंजाब और हरियाणा ने सन् 2001 में 7005 टन और 5025 टन कीटनाशक दवाओं का प्रयोग किया था। दोनों ही प्रदेश आज कैंसर की भयंकर चपेट में हैं। बठिण्डा से बीकानेर आने वाली एक दैनिक ट्रेन का नाम ही ""कैंसर ट्रेन"" है। प्रतिदिन 600 रोगी इलाज के लिए आते हैं। माटी के कण-कण में कैंसर है। पत्रिका श्रीगंगानगर का कीटनाशक सम्बन्धी एक सर्वे छाप चुका है, जो कैंसर के इस स्तर का प्रमाण है।

एक अन्य तथ्य यह भी है कि सरकार ने कुछ कीटनाशक दवाओं के उपयोग पर प्रतिबन्ध लगा रखा है, जो कैंसर पैदा करती हैं, किन्तु आज इनमें से कई का धड़ल्ले से उपयोग हो रहा है। चण्डीगढ़ के एक अस्पताल ने सन् 2005 में अध्ययन रिपोर्ट जारी की थी कि लोगों के खून में कीटनाशक दिख रहे थे। यह कैंसर की अग्रिम चेतावनी ही थी। उसके बाद एक अन्य रिपोर्ट में भी यही पुष्ट हुआ।

आज घर-घर में कैंसर हाजिर है। एक ओर गर्भनिरोधक गोलियों ने महिलाओं के स्तन एवं गर्भाशय के कैंसर की गारण्टी दे दी है। दूसरी ओर, एक रूपए प्रति किलो कैंसर बेचकर गरीब के जीने का अधिकार भी, सत्ता प्राप्ति के लिए, छीनने में कोई संकोच नहीं रह गया। तब गेहूं का दानव परम्परागत फसलों को भी लील जाएगा। और गेहूं खाने वालो को भी। इतनी हत्याओं के ढेर पर बैठे सत्ताधीश अपने अट्टहास से ईश्वर के कान भी फोड़ देंगे।

गुलाब कोठारी

बाड़मेर में आसमान से आग बरसा रही गर्मी तापमान 45 डिग्री

बाड़मेर में आसमान से आग बरसा रही गर्मी तापमान 45 डिग्री
बाड़मेर पिछले एक सप्ताह से तापमान में उतार-चढ़ाव के बाद बुधवार को एकबार फिर तापमान 45 डिग्री के करीब पहुंच गया। सूर्योदय के साथ ही शहर दिनभर भट्टी की तरह तपने लगा, गर्म हवा चलने से लोग बेहाल रहे। दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा जिससे कफ्र्यू सा माहौल दिखाई दिया। चिलचिलाती धूप के चलते लोग घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। सुबह से ही धूप तेज होने से सड़कें तवे की भांति तपने लगी,दोपहर में तो आलम यह रहा मानो आसमान से अंगारे बरस रहे हो।मंगलवार को बाड़मेर का तापमान 44.5 डिग्री दर्ज किया मौसम विभाग ने .

जहां एक ओर सूर्यदेव के तीखे तेवर के चलते गर्मी ने अपने रंग दिखाने शुरू कर दिए। वहीं कूलर व पंखों की हवा बेअसर साबित हो रही हें । बर्तनों में भरा पानी गर्म होकर उबलने लगा था।
करने लगे जतन : गर्मी और लू के थपेड़ों से बचने के लिए घरों में इमली पानी और छाछ का सेवन बढ़ गया हैं। भोजन में भी कच्चे प्याज और टमाटर व तरबूज के सलाद को प्राथमिकता दे रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी गर्मी में खूब पानी पीएं। दिन में कम से कम चार-पांच बार नींबू पानी व ग्लूकोज का सेवन जरूर करें।

सिटी वाइज देखिए राजस्थान बोर्ड 12वीं (कॉमर्स) का पूरा रिजल्ट



जयपुर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से 12वीं कॉमर्स का परिणाम मंगलवार को जारी किया गया। इस परिणाम में टॉप टेन में बेटियां अव्वल रही। टॉप टेन में 25 छात्रों ने जगह बनाई। इनमें बेटियों की संख्या 15 रही। नंबर 1 पर जयपुर की पारुल गहलोत और नागौर के मुकेश जांगिड़ रहे। इन दोनों ने 94.60 प्रतिशत अंक हासिल किए।
शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा और बोर्ड अध्यक्ष प्रो.पी.एस वर्मा ने बताया कि इस रिजल्ट में टॉप टेन में जयपुर के 5 छात्र-छात्राएं हैं। इनमें पारुल गहलोत, लक्ष्मी कुमावत, सौरभ गुप्ता, पूजा नायल और विकास कुमार सैनी शामिल हैं।


सिटी वाइज देखिए राजस्थान 12वीं (कॉमर्स) का पूरा रिजल्ट।
ये है सूची.......

रैंक 1, पारुल गहलोत (जयपुर) मुकेश जांगीड़ (नागौर )
रैंक 2 तृप्ता शर्मा, चूरू
रैंक 3 कविता चौधरी, चूरू
रैंक 3 सौरभ पंसारी, झुंझुनूं
रैंक 4 राधिका सोमानी कपासन
रैंक 4 वर्षा बजाज, जोधपुर
रैंक 5 लक्ष्मी कुमावत गोविंदपुरा
रैंक 5 श्रुति अग्रवाल, करौली
रैंक 6 दीपिका अग्रवाल (चूरू), रेनू पारीक (चूरू), सौरभ गुप्ता (जयपुर), सुधीर जैन (जोधपुर), कविता टेलर (रींगस)
रैंक 7 दीपिका शर्मा बीकानेर और मधू चंदेलिया कपासन
रैंक 8 विकास कुमार सैनी (जयपुर), श्रीपाल जैन (जोधपुर), आशिष कुमार जांगिड़,
रैंक 9 उपांशु कुमार अग्रवाल (चूरू), अंकित मोदी (झुंझुनूं) अंजलि राठौड़ (जोधपुर) अंजलि राठौड़
रैंक 10 भारती हरजावनी (डिग्गी) राकेश चंद्र खंडेलवाल (भरतपुर), पूजा नायल अंबाबाड़ी

आईआईटी-जेईई मेन्स का रिजल्ट घोषित

आईआईटी-जेईई मेन्स का रिजल्ट घोषित

नई दिल्ली। प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के परिणाम मंगलवार को घोषित कर दिए गए। परीक्षा परिणाम www.myresult.coपर देखा जा सकता है।


जेईई मुख्य परीक्षा में पास होने वालों (देशभर में सभी श्रेणियों में टॉप 1.50 लाख स्टूडेंट्स) को जेईई एडवान्स्ड देने का मौका मिलेगा। यह परीक्षा दो जून को होगी। इस साल पहली बार संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) दो भागों में आयोजित की गई है - जेईई मेन और जेईई एडवान्स्ड।


ये हैं 15 आईआईटी -

आईआईटी भुवनेश्वर,
आईआईटी -बाम्बे,
आईआईटी-दिल्ली,
आईआईटी - गांधीनगर,
आईआईटी -गुवाहाटी,
आईआईटी-हैदराबाद,
आईआईटी-इंदौर,
आईआईटी -कानपुर,
आईआईटी-खड़गपुर,
आईआईटी -मद्रास,
आईआईटी- मंडी,
आईआईटी-पटना,
आईआईटी -राजस्थान,
आईआईटी -रूड़की,
आईआईटी -रोपर।

12वीं वाणिज्य: जयपुर की पारूल रही अव्वल

12वीं वाणिज्य: जयपुर की पारूल रही अव्वल
जयपुर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के वाणिज्य संकाय की 12वीं कक्षा के मंगलवार को घोषित परिणामों में जयपुर की पारूल गहलोत 94.6 प्रतिशत अंकों के साथ वरियता सूची में सबसे अव्वल रही।


इतने ही अंकों के साथ नागौर के मुकेश जांगीड़ ने भी पहला स्थान हासिल किया। पारूल और मुकेश ने अधिकतम 500 अंकों में से 473 अंक हासिल किए। वरियता सूची में दूसरे स्थान पर रतनगढ़(चूरू) की तृप्ता शर्मा ने बाजी मारी। उसने 93.6 फीसदी अंक हासिल किए।


उल्लेखनीय है कि वरियता सूची में शीर्ष 10 स्थानों पर कुल 25 स्टूडेंट्स जगह बनाने में सफल रहे हैं। तीसरे स्थान पर रतनगढ़(चूरू) की कविता चौधरी और झुंझुनूं के सौरभ पंसारी, चौथे स्थान पर कपासन की राधिका सोमानी और पिपाड़ सिटी(जोधपुर) की वर्षा बजाज,5वें स्थान पर गोविंदपुरा(जयपुर) की लक्ष्मी कुमावत और हिंडौन की श्रुति अग्रवाल, छठे स्थान पर 5,सावतें स्थान पर 2,आठवें स्थान पर 3,नौवें स्थान पर तीन और दसवें स्थान पर 3 स्टूडेंट्स जगह बनाने में सफल रहे।



अशोक गहलोत के नाम ने चौंकाया


राधाकृष्णनन् शिक्षा संकुल में परिणाम की घोषणा करते हुए जब शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा ने वरियता सूत्री में पहले स्थान पर अशोक गहलोत की बेटी पारूल गहलोत के नाम लिया तो सभी चौंक गए।

दरअसल,पारूल जयपुर के मोती डूंगरी स्थित गीता बजाज बाल मंदिर की स्टूडेंट है और उसके पिता एक आम नागरिक हैं। लेकिन चूंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनका नाम एक ही है तो लोगों का चौंकना स्वाभाविक था। लोग पारूल को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बेटी समझ बैठे।

सीमा पर पाक घुसपैठिया गिरफ्तार

सीमा पर पाक घुसपैठिया गिरफ्तार 
गंगानगर। जिले के रायसिंहनगर सीमा क्षेत्र में भारतीय सीमा में अवैध रूप से प्रवेश करते एक पाकिस्तानी घुसपैठिये को गिरफ्तार किया है। सूत्रों के अनुसार सोमवार शाम को क्षेत्र की फरीदपुर चौकी के पास पाकिस्तान की ओर से जमशेर मोहम्मद (31) तारबंदी के निकट पहुंच गया। इस पर सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने उसे दबोच लिया।
जानकारी के अनुसार जमशेर पाकिस्तान के लोदराण जिले की दुनियापुर तहसील के हुसैनबाद गांव का है। शुरूआती पूछताछ मे वह मंदबुद्वि का लग रहा है। हालांकि वह पाकिस्तान में एक कारखाने में काम करता है। 

उसके पास से कोई आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं हुई है। रातभर पूछताछ के बाद उसे सुबह पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। उसे मंगलवार को खुफिया एजेंसियों को सौंपा जाएगा। उल्लेखनीय है कि गत पांच मई को भी घडसाना क्षेत्र में पाकिस्तानी घुसपैठिये बिलाल हुसैन को भारतीय सीमा में पकड़ा था। वह भी मंदबुद्वि लग रहा है। 

पार्टी में एक-एक कर सारे कपड़े उतार दिए नेताजी ने, न्‍यूड डांस करने पर कांग्रेस ने किया सस्‍पेंड

मुंबई. केंद्र में यूपीए के साथ मि‍लकर सरकार चला रही कांग्रेस की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है। पहले कोलगेट और उसके बाद रेलगेट कांड ने कांग्रेस को घेर रखा है तो दूसरी तरफ मुंबई में कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के अध्‍यक्ष एक पार्टी में पूरी तरह से निर्वस्‍त्र होकर डांस करने लगे। अब उन्‍हें ऐसा करने पर कि‍सी ने मजबूर कि‍या या फि‍र वो खुद ही इतने जोश में आ गए कि सारे कपड़े उतारकर डांस करने लगे, इस बारे में अभी कोई मुंह नहीं खोल रहा है।

बहरहाल, कांग्रेस ने सोमवार को नेशनल स्‍टूडेंट्स यूनि‍यन ऑफ इंडि‍या (एनएसयूआई) के मुंबई अध्‍यक्ष सूरज सिंह ठाकुर को सस्‍पेंड कर दि‍या है। सूरज सिंह दिसंबर 2012 में मुंबई एनएसयूआई के अध्‍यक्ष बने थे। यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि ठाकुर ने नग्‍न होकर डांस क्‍यों कि‍या।

सूरज सिंह तब काफी चर्चा में आए थे जब उन्‍होंने मई 2011 में राजीव गांधी के हत्‍यारे एजी पेरारि‍वलम द्वारा लि‍खी गई कि‍ताब के खि‍लाफ जमकर प्रदर्शन कि‍या था। उसी वर्ष उन्‍होंने वरि‍ष्‍ठ भाजपा नेता लालकृष्‍ण आडवाणी के वि‍रोध में भी रैलि‍यां नि‍काली थीं।

प्रदेशभर के पाक कैदी जयपुर-जोधपुर लाए

प्रदेशभर के पाक कैदी जयपुर-जोधपुर लाए

जयपुर। पाकिस्तान में सरबजीत की मौत के बाद गुस्साए जम्मू और तिहाड़ जेल के कैदियों ने पाकिस्तानी कैदियों से मारपीट की। राजस्थान की जेलों में ऎसे हालात नहीं बने इसलिए प्रदेश की जेलों में बंद पाकिस्तानी नागरिकों की भी सुरक्षा पहले से ज्यादा पुख्ता कर दी गई है। इस पूरे मामले की मॉनीटरिंग खुद डीजी जेल कर रहे हैं।

27 पाकिस्तानी कैदी कुछ आतंकी भी शामिल
जेल सूत्रों के अनुसार राजस्थान की सेंट्रल जेलों में इस समय 27 पाकिस्तानी कैदी बंद हैं। ये या तो बॉर्डर पार करने के दोषी हैं या अन्य मामलों में सजायाफ्ता हैं। इनमें तीन पाकिस्तानी आतंकी भी शामिल हैं। इन कैदियों को जयपुर,जोधपुर समेत बीकानेर,भरतपुर,गंगानगर और बीकानेर सेंट्रल जेल में पिछले कई सालों से आम कैदियों के साथ ही रखा गया था।

लेकिन बीते सोमवार को इन सभी पाकिस्तानी कैदियों को अन्य जेलों से जयपुर और जोधपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। इन्हें दोनों सेंट्रल जेलों में एक साथ रखा गया है।

जोधपुर में 16,जयपुर में 9
राज्य की जेलों में बंद इन कैदियों में से 16 कैदियों को देश की दूसरी सबसे सुरक्षित मानी जानी वाली जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद किया गया है। जयपुर सेंट्रल जेल में नौ पाकिस्तानी कैदियों को रखा गया है। इन कैदियों की सुरक्षा के लिए जेल विभाग ने अलग से स्टाफ भी लगाया गया है। इन्हें आम कैदियों से नहीं मिलने दिया जा रहा है।

यही नहीं इनके खाने,नहाने और अन्य कामों के समय में भी बदलाव किया गया है। इन कैदियों को अब करीब एक महीने तक जयपुर और जोधपुर की सेंट्रल जेलों में रखने की योजना है। स्थिति के अनुसार इनको पुरानी जेलों में भेजा जाएगा।

हमारे पास उनके 250 उनके पास हमारे 500
सरकारी रिपोट्र्स के अनुसार इस समय देशभर की जेलों में पाकिस्तान के करीब 250 से भी ज्यादा कैदी बंद हैं। इन कैदियों में अधिकतर बॉर्डर पार करने के दोषी हैं। साथ ही दो दर्जन से ज्यादा कैदी आतंकी गतिविधियों में शामिल पाए गए हैं। वहीं पाकिस्तान में भारत के करीब पांच सौ नागरिक बंद हैं।

पाकिस्तान में हुई घटना के बाद राज्य में बंद पाकिस्तानी कैदियों को जयपुर और जोधपुर में लाकर विशेष सुरक्षा दी जा रही है। फिलहाल इनको अन्य कैदियों से अलग रखने की कोशिश है।
ओमेंद्र भारद्वाज,पुलिस महानिदेशक,राजस्थान कारागार विभाग

पति को सात साल कारावास

पति को सात साल कारावास
श्रीगंगानगर। शादी के महज दो माह बाद ही नवविवाहिता को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के दोषी को अदालत ने सात साल कारावास व दो हजार रूपए जुर्माने से दंडित किया है। आरोपित जेठ को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया। यह निर्णय शुक्रवार को विशेष अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (महिला उत्पीड़न एवं दहेज प्रकरण) धर्मदत्त शर्मा ने सुनाया।

विशेष लोक अभियोजक परमजीत कौर गुजराल ने बताया कि अबोहर निवासी रेखा की शादी 25 मार्च 2012 को श्रीबिजयनगर तहसील के जैतसर क्षेत्र के गांव बुगिया निवासी राजेन्द्र कुमार ओड राजपूत के साथ हुई थी। शादी के बाद रेखा के ससुराल पक्ष के लोग दहेज की मांग को लेकर प्रताडित करने लगे।

शादी के करीब दो महीने बाद 23 मई 2012 को रेखा अपने घर में फंदे पर झूलती हुई मिली। मृतका के पिता अबोहर निवासी शिवलाल की रिपोर्ट पर श्रीबिजयनगर पुलिस ने पति राजेन्द्र और जेठ राजकुमार के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कर अदालत में चालान पेश किया। अदालत ने इसे दहेज हत्या के बजाय आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरण का मामला मानते हुए आरोपित पति राजेन्द्र कुमार ओड राजपूत को भादंसं की धारा 306 में सात साल कारावास व दो हजार रूपए जुर्माने की सजा सुनाई जबकि आरोपित जेठ राजकुमार को अभियोजन पक्ष के ठोस साक्ष्य के अभाव में बरी करने का आदेश दिया।